Saturday, May 5, 2012

ShikshaMitra 2nd Batch Training Will Be Started From July 2012 and adjusted for shortage of Teachers/Jobs by 2015


समायोजित किए जाएंगे शिक्षामित्र
(ShikshaMitra 2nd Batch Training Will Be Started From July 2012 and adjusted for shortage of Teachers/Jobs by 2015)

 लखनऊ, जागरण ब्यूरो : नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के लागू होने के दो वर्ष बाद भी प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में 2.58 लाख शिक्षकों की कमी है। इस कमी को पूरा करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की स्कूलों में कार्यरत शिक्षामित्रों को समायोजित करने की योजना है
 इस योजना के तहत स्नातक उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को दो वर्षों में दूरस्थ शिक्षा विधि से बीटीसी कराने का इरादा है। वहीं इंटर पास शिक्षामित्रों को दूरस्थ शिक्षा के जरिये बीटीसी कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से अनुमति मांगने की योजना तैयार की है। सपा ने चुनावी घोषणा पत्र में एलान किया था कि प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों को दो वर्षों में समायोजित कर दिया जाएगा। सत्तारूढ़ सपा सरकार की प्राथमिकताओं के अनुरूप बेसिक शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री कार्यालय को जो प्रस्ताव भेजा है, उसमें शिक्षकों की कमी दूर करने को यही नुस्खा सुझाया गया है। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 1.70 लाख शिक्षामित्र कार्यरत हैं। इनमें से 1.24 लाख शिक्षामित्र स्नातक उत्तीर्ण हैं जबकि शेष 46 हजार इंटरमीडिएट उत्तीर्ण हैं। एनसीटीई ने सरकार को स्नातक शिक्षामित्रों को दूरस्थ शिक्षा विधि से बीटीसी कराने की अनुमति जनवरी 2011 में दी थी। इसी आधार पर 62 हजार शिक्षामित्रों के पहले बैच की ट्रेनिंग जुलाई 2011 से शुरू की गई थी



 शिक्षा मित्रों के दूसरे बैच को जुलाई से ट्रेनिंग 

लखनऊ, जागरण ब्यूरो : शिक्षा मित्रों के पहले बैच का प्रशिक्षण जून 2013 में खत्म होना है। बचे हुए 62 हजार स्नातक शिक्षामित्रों के दूसरे बैच की ट्रेनिंग जुलाई 2013 से शुरू करने की योजना बनायी गई थी। दूसरे बैच की ट्रेनिंग जून 2015 में पूरी होनी थी। बेसिक शिक्षा विभाग ने दूसरे बैच की ट्रेनिंग जुलाई 2012 से ही शुरू करने की मंशा जतायी है ताकि अगले दो वर्षों में 1.24 लाख स्नातक शिक्षामित्रों का बीटीसी प्रशिक्षण पूरा हो सके। वहीं इंटर पास 46 हजार शिक्षामित्रों को दूरस्थ शिक्षा के जरिये ट्रेनिंग दिलाने के लिए विभाग एनसीटीई से अनुरोध करेगा। राज्य में परिषदीय स्कूलों में शिक्षक की शैक्षिक योग्यता स्नातक व बीटीसी है जबकि एनसीटीई की निर्धारित अर्हता इंटरमीडिएट और बीटीसी है। इसी आधार पर विभाग ने इंटर उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को दूरस्थ शिक्षा विधि से बीटीसी कराने का आग्रह करने का इरादा जताया है। विभाग की मंशा है कि इंटर पास शिक्षामित्रों की ट्रेनिंग जुलाई 2013 से शुरू करा दी जाए। शिक्षामित्रों के समायोजन के बाद भी शिक्षकों के 88 हजार पद रिक्त बचेंगे। हर साल वर्ष परिषदीय स्कूलों के करीब 12 हजार शिक्षक रिटायर होते हैं। इस आधार पर विभाग को शिक्षा मित्रों के अलावा एक लाख शिक्षकों को भर्ती करने की जरूरत और पड़ेगी


News : Jagran (5.5.12)

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