Monday, May 14, 2012

UPTET : Article / Information By Mr. Manoj Singh


UPTET : Article / Information By Mr. Manoj Singh 


Information sent through email

सर्व शिक्षा जन अधिकार यात्रा के उद्देश्य एवं उसकी आवश्यकता 

हम सभी यह जानते हैं की सरकारे शिक्षा कों लेकर कितनी गंभीर हैं ?
युपीटीईटी उत्तीर्ण करने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी ने जिस तरह का मानसिक संत्रास और पीड़ा भोगी है,वह किसी से छिपा नहीं है | सर्व शिक्षा अभियान एक तरफ तो गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की बात करता है,शिक्षा के
सार्वभौमीकरण की बात करता है और दूसरी तरफ अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को तिगनी का नाच नचा देता है| मैं पूछता हूँ की सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत शिक्षा के मद में महज ३५ प्रतिशत योगदान करने वाली राज्य सरकारों को इतनी बड़ी तादाद में सफल अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का क्या हक है?शिक्षा का इतना बड़ा अवमूल्यन आज तक कभी नहीं हुआ|आपको अवैधानिक ढंग से नियुक्त शिक्षा मित्रों के नियमतीकरण को लेकर चिंता है किन्तु आप इतनी बड़ी राज्य स्तरीय कवायद (युपीटीईटी
परीक्षा) कों सिरे से ख़ारिज कर देना चाहते हैं|अब और नहीं सहा जाता |

मैंने टीइटी आंदोलन में हमेशा सक्रिय तौर पर भाग लिया है लेकिन नतीजा सिफ़र रहा है|अब हम अपनी पीड़ा कों जनता जनार्दन के सामने व्यक्त करना चाहते हैं| इस निमित्त मैंने वाराणसी से दिल्ली तक की पद यात्रा का संकल्प लिया है और मुझे पूरा विश्वास है की यात्राओं से तख्त हिल जाता है,ताज डोलने लगता है
क्योंकि जनता जब सिंहनाद करती है तो शासन डर के मारे थर्रा उठता है|


मेरी यात्रा दिनांक २० जून २०१२ को महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ (वाराणसी) स्थित भारत माता मंदिर से सायं ५ बजे प्रारम्भ होगी|यात्रा निम्लिखित
जिलों को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करेगी –
१)वाराणसी
२)भदोही
३)इलाहाबाद
४)कौशाम्बी
५)फतेहपुर
६)कानपूर (नगर)
७)कानपूर (देहात)
८)कन्नौज
९)मैनपुरी
१०)एटा
११)महामाया नगर
१२)अलीगढ
१३)बुलंदशहर
१४)गौतम बुद्ध नगर (नोएडा)
१५)गाजियाबाद
१६)नई दिल्ली
यात्रा भारत सरकार से इस मामले में रुचि दर्शाते हुए मामले के अविलम्ब निस्तारण की मांग करती है|साथ ही सर्व शिक्षा जन अधिकार यात्रा के निम्नांकित उद्देश्य हैं –
१)केन्द्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा सहित अन्य राज्यों में शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों का अविलम्ब समायोजन करते हुए तब तक  नयी पात्रता परीक्षा आयोजित न की जाय जब तक समस्त उत्तीर्ण अभ्यर्थियों
को नियुक्ति नहीं मिल जाती|
२)पैराटीचर्स (शिक्षा मित्रों) को सहायक अध्यापक नियुक्त करने से पहले उनके शैक्षिक अभिलेखों की गहन पड़ताल कराई जाय और यह देखा जाय की कहीं किसी शिक्षा मित्र ने अपना कार्य करते हुए बिना मानदेय कटवाए स्नातक अथवा शिक्षा स्नातक तो उत्तीर्ण नहीं किया है|

यदि ऐसा है तो उनके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाय
३)शिक्षक चयन हेतु टीईटी बाध्यकारी हो और पहले से टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट दी जाय|
४)शिक्षक चयन का बेहतर विकल्प टीईटी प्राप्तांक ही हैं अतः योग्यता के उचित संरक्षण के लिए सीटीईटी सहित अन्य राज्यों के शिक्षक पात्रता परीक्षा को भी अनिवार्य अर्हता मानते हुए टीईटी इंडेक्स के आधार पर ही
चयन होना चाहिए |
५)उत्तर प्रदेश के विशेष संदर्भ में अभ्यर्थियों को जिस तरह के मानसिक संत्रास का सामना करना पड़ा है उसे देखते हुए चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्त मानते हुए उन्हें प्रशिक्षण के समय भी पूरा वेतन दिया जाय और
अभ्यर्थियों द्वारा शिक्षक चयन हेतु किये गए अनावश्यक खर्च को मय सूद उन्हें वापस लौटाया जाय|
६)सरकार द्वारा शिक्षा के मद में सकल घरेलु उत्पाद का न्यूनतम ८% खर्च किया जाय|
८)एक ही देश में अलग अलग तरह के शैक्षिक मापदंडों का होना राष्ट्रीय एकता
के लिए खतरा है अतः शिक्षा के राष्ट्रीयकरण के प्रभावी उपाय किये जाय|
९)विधायिका में शिक्षक विधायकों के अनुपात को बढ़ाया जाय ताकि प्रशासनिक
निर्णयों में शिक्षकों के हितों की उपेक्षा न होने पाए|
१०)शिक्षा कों राष्ट्रीय हित में समवर्ती सूची से हटा कर संघ सूची में शामिल किया जाय|
११)शिक्षा का अपराधीकरण न होने पाए इसलिए शिक्षा के क्षेत्र में पनप रहे भ्रष्टाचारियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए सरकार कठोर दंडात्मक  प्रावधान करे|देश में प्राथमिक,उच्च प्राथमिक,  माध्यमिक,विश्वविद्यालयीय और शिक्षक शिक्षा तथा प्रशिक्षण के पृथक पृथक मंत्रालय बने और तत्संबंधित
आयोगों का भी गठन किया जाय|

जो भी मित्र इससे सहमत हैं और मुझे सहयोग देना कहते हैं वे कृपया मेरे मोबाइल नंबर ९८०७१२२५६९ पर अपने सन्देश भेंजे|


~ Information / Article By Manoj Singh

1 comment:

  1. Manoj bhai, Har TET paas abhyarthi aapke saath hai. India me kewal shuruaat karne me der hoti hai,kaarwa ban..ne me der nahi lagti. Aap aage chale hum aapke sath hain.
    "Raja Dushyant aur Rana k vanshajo,utho aaj fir tumhe desh hai pukarta,Rudra roop Shankart ka dharan karo ab,Vadh karo asuro ka Bhaarat nihaarta.

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