Sunday, September 23, 2012

UPTET : शिक्षकों की भर्ती भरेगी पूर्वांचल का घाव


UPTET : शिक्षकों की भर्ती भरेगी पूर्वांचल का घाव



लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में होने जा रहीं शिक्षकों की नियुक्तियां पिछड़े पूर्वांचल का घाव भरेंगी। परिषदीय स्कूलों में अध्यापकों की जबर्दस्त कमी का दंश ङोल रहे इस इलाके पर शिक्षकों की नियुक्ति के जरिये बेसिक शिक्षा विभाग ने नजर-ए-इनायत की है। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में होने जा रहीं 72,825 शिक्षकों की नियुक्तियों में से 50 प्रतिशत से ज्यादा भर्तियां प्रदेश के इस सर्वाधिक पिछड़े इलाके में होंगी। वहीं जिलावार नियुक्तियों में मध्य उप्र के सीतापुर और लखीमपुर जिले पहले पायदान पर हैं जिनमें से प्रत्येक में 6000 भर्तियां होंगी। जिलों में सबसे कम भर्तियां गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर नगर में होंगी। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में होने वाले शिक्षकों के चयन के संबंध में शासन ने निदेशक बेसिक शिक्षा को जिलावार रिक्तियों के आवंटन की अनुमोदित सूची उपलब्ध करा दी है। अनुमोदित सूची में इंगित रिक्तियों के आधार पर ही जिलों में शिक्षकों की नियुक्तियां होंगी। सूची के अनुसार सर्वाधिक 36,825 रिक्तियां पूर्वांचल के सात मंडलों में हैं। दूसरे नंबर पर मध्य उप्र है, जहां के तीन मंडलों में कुल 19,576 रिक्तियां हैं। पश्चिमी उप्र के छह मंडलों में 12,624 रिक्तियां हैं। वहीं बुंदेलखंड के दो मंडलों में 3800 रिक्तियां मंजूर की गई हैं। सर्वाधिक रिक्तियों के लिहाज से पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमश: लखनऊ, देवीपाटन और गोरखपुर मंडल हैं। लखनऊ मंडल में 16,264, देवीपाटन में 10,200 और गोरखपुर मंडल में 7500 रिक्तियां हैं। बरेली और वाराणसी मंडलों में से प्रत्येक में 6600 रिक्तियां हैं। मंडलवार अवरोही क्रम में मिर्जापुर में 3500, इलाहाबाद में 3400, बस्ती में 2900, आजमगढ़ में 2725, फैजाबाद में 2300, चित्रकूट व महोबा में से प्रत्येक में 2100, झांसी व सहारनपुर में से प्रत्येक में 1700, कानपुर में 1012, आगरा में 1000, अलीगढ़ में 900 और मेरठ में 324 रिक्तियां अनुमोदित की गई हैं


News Source : Jagran  / http://in.jagran.yahoo.com/epaper/article/index.php?page=article&choice=print_article&location=27&category=&articleid=4692103737752
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दोराहे पर टीईटी अभ्यर्थी


सहारनपुर : प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी अभ्यर्थियों की बेताबी बढ़ रही है। भर्ती का आधार क्या होगा, इसे लेकर स्थिति साफ नहीं है। माना जा रहा कि एकेडमिक मेरिट को ही भर्ती का आधार बनाया जाएगा। उधर, टीईटी संघर्ष मोर्चा के तल्ख तेवरों से मामले में नया पेंच फंसने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।

प्रदेश में टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) को लेकर नवंबर 2011 से शुरू हुआ 'महासंग्राम' अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूरा मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। टीईटी की मेरिट से शिक्षक भर्ती किए जाने की मांग पर अड़े टीईटी (उत्तीर्ण) संघर्ष मोर्चा का कहना है कि चयन प्रक्रिया तय करते समय भर्ती का जो आधार (मेरिट) रखा गया था, वह अक्षरश: लागू किया जाना चाहिए। इसके विपरीत प्रदेश सरकार द्वारा गत माह उस भर्ती विज्ञापन को रद कर दिया गया था, जिसमें पिछले वर्ष दिसंबर-जनवरी में 72, 825 पदों के लिए टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से आवेदन मांगे गए थे। साथ ही सरकार ने प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती का आधार एकेडमिक मेरिट कर दिया था।

भर्ती विज्ञापन की बेताबी

प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए प्रदेश सरकार को हाईकोर्ट द्वारा 15 दिन के अंदर विज्ञापन निकालने का आदेश दिया था। दस दिन बीत जाने के बाद ऐसा कोई विज्ञापन जारी नहीं हुआ है। टीईटी अभ्यर्थी व उनके परिजन विज्ञापन का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। भर्ती का आधार क्या होगा, इस मामले में अभ्यर्थी दोराहे पर खड़े हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि सरकार एकेडमिक मेरिट के आधार को गत माह स्वीकृति दे चुकी है। विज्ञापन में भी कमोबेश यही आधार रखा जाएगा।

हर चुनौती से निपटने को तैयार

टीईटी (उत्तीर्ण) संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय कुमार का दावा है कि टीईटी की मेरिट से भर्ती की मांग को संगठन अडिग है। मोर्चा की मांग दरकिनार कर प्रदेश सरकार मनमानी पर उतारू है। जारी होने वाले विज्ञापन में यदि भर्ती का आधार एकेडमिक मेरिट रखा गया तो इसे मोर्चा हाईकोर्ट में चुनौती देगा


News Source : Jagran ( 20.9.12)
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It is expected that cutoff in Wester UP will be high comparitively to Eastern UP.
Advertisement / And Recruitment rules still creates confusion in minds of TET candidates, and may be confusion ended shortly about Advt. matter / HC hearing on 27th.


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