Monday, October 29, 2012

UPTET :विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया में फिर पेंच


UPTET :विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया में फिर पेंच


लखनऊ। टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों के लिए विशिष्ट बीटीसी प्रक्रिया शुरू करने में मेरिट को लेकर फिर पेंच फंस गया है। नया पेंच बीएड के अंकों को लेकर है। बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने पूछा है कि बीएड के अंकों को शामिल किया जाना कहां तक उचित है। शासन ने इसके आधार पर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से एक बार फिर सुझाव मांगा है कि विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया के लिए बनने वाली मेरिट में बीएड के अंकों को जोड़ा जाए या नहीं
प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में करीब पौने तीन लाख शिक्षकों की कमी है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने राज्य सरकार को टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को शिक्षक पद पर रखने की अनुमति दे रखी है। यूपी के प्राइमरी स्कूलों में पहले चरण में 72 हजार 825 सहायक अध्यापक रखे जाने हैं। इसके लिए टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को छह माह का विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण के लिए अभ्यर्थियों का चयन मेरिट के आधार पर किया जाना है

बीएड के अंकों को शामिल करने पर दुविधा - 
इसके लिए एससीईआरटी ने हाईस्कूल के कुल प्रतिशत का 10 अंक, इंटर के कुल प्रतिशत का 20 व स्नातक का 40 अंक और बीएड में प्रथम श्रेणी या उससे ऊपर पर थ्यौरी व प्रैक्टिकल का 12-12 अंक, द्वितीय श्रेणी या इससे ऊपर होने पर 6-6 और तृतीय श्रेणी या उससे ऊपर पर 3-3 अंक जोड़कर मेरिट बनाने का फार्मूला तय किया था।

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‘न्याय के लिए करना होगा संघर्ष’
मुजफ्फरनगर। टाऊनहॉल परिसर में आयोजित मीटिंग में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष बलकेश चौधरी ने कहा कि हमें न्याय के लिए संघर्ष करना होगा। यूपी सरकार ने हर वायदे को तोड़ा है। किसानों का ऋण माफ नहीं किया गया। टीईटी की भर्ती युवाओं के भविष्य के लिए खिलवाड़ साबित हो रही है। जिस तरह भर्ती को शैक्षिक मेरिट के आधार पर किया जा रहा है, उससे टीईटी परीक्षा का औचित्य ही खत्म हो जाएगा। सरकार को चाहिए कि भर्ती टीईटी मेरिट के आधार पर ही करे। फारूख हसन, सुषमा, सविता, रुचि, पिंकी, रुकैया, सुशील, सत्यपाल, राजीव सोम, मनोज शर्मा, मांगेराम, संदीप कुमार आदि उपस्थित रहे

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टीईटी अभ्यर्थी न मनाएंगे त्योहार

बांदा। नियुक्तियां न होने से खफा टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी कोई भी त्योहार नहीं मनाएंगे। ‘करो या मरो’ का रास्ता अपनाएंगे। यह घोषणा उन्होंने रविवार को अपनी बैठक में की।
जीआईसी ग्राउंड में हुई टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक में कहा गया कि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी अब तक 72,825 प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति संबंधी विज्ञापन जारी नहीं हुआ। कन्नौज में मुख्यमंत्री ने दिए भाषण में जल्द नियुक्तियों पर चर्चा की थी पर नतीजा सिफर रहा। अभ्यर्थियों ने कहा कि आश्वासन पर आंदोलन खत्म कर दिया गया था लेकिन सरकार वादाखिलाफी कर रही है। विज्ञापन जारी नहीं किया जा रहा। यह उच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना भी है। बैठक में टीईटी अभ्यर्थियों ने निर्णय लिया कि नियुक्तियां न होने तक वह कोई पर्व नहीं मनाएंगे। जल्द ही बैठक कर आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। बैठक में रामेंद्र, संतोष कुमार, अनिल कुमार, देवेंद्र, राजकुमार, बशीर खां, नियामत, ममता देवी, दीप्ति, सावित्री देवी, नम्रता और सुनील कुमार आदि शामिल रहे।

News Source : Amar Ujala (29.10.2012)
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