Thursday, October 30, 2014

आयोग के निर्णय से बीटेक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में रोष

पद भी घटा चुका आयोग
आयोग के निर्णय से बीटेक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में रोष

लोकसेवा आयोग की प्राविधिक सहायक ग्रुप-सी की भर्ती




 इलाहाबाद : लोकसेवा आयोग के मनमाने आचरण की जितना चर्चा की जाए वह कम है। ताजा प्रकरण अधीनस्थ कृषि सेवा वर्ग तीन प्राविधिक सहायक ग्रुप सी पद का है जिसमें लिखित परीक्षा पास युवाओं को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था, लेकिन उसके पहले ही उन्हें बैरंग लौटा दिया गया। आयोग का दावा है कि यह पद बीएससी कृषि के लिए है। ऐसे में कृषि में बीटेक युवाओं ने कार्यालय में प्रदर्शन किया। 22 अक्टूबर 2013 को उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने अधीनस्थ कृषि सेवा वर्ग तीन के लिए 6628 पदों की रिक्तियां निकाली थीं। इसकी बीते 30 मार्च 2014 को लिखित परीक्षा हुई। इसमें करीब 20 हजार 586 अभ्यर्थी सफल हुए। सभी को साक्षात्कार के लिए बुलावा पत्र भेजा गया। 27 अक्टूबर से शुरू हुए साक्षात्कार में करीब पांच दर्जन युवा बैरंग लौटा दिए गए जिन्होंने एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। युवाओं का कहना है कि आखिर इसमें उनका दोष क्या है। यदि आयोग को बीएससी कृषि की ही भर्ती करनी थी तो विज्ञापन में स्पष्ट रूप से इसका जिक्र करना चाहिए था, लेकिन ऐसा न करके ऐन मौके पर उन्हें भर्ती से रोका जा रहा है।
युवाओं ने कहा कि हर साल देश में 1750 युवा कृषि में बीटेक करके निकलते हैं यदि यहां पर भी नहीं रखा जाएगा तो आखिर उनको कहां नौकरी मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पद प्राविधिक सहायक यानी टेक्निकल असिस्टेंट का है, लेकिन तकनीक का ज्ञान रखने वाले युवाओं को बाहर किया जा रहा है। खास बात यह है कि साक्षात्कार के ठीक पहले प्रमाणपत्रों के सत्यापन के दौरान ही कर्मचारियों ने उन्हें लौटा दिया। रामपुर के आमिर अली, उरई के सोनेलाल, नई दिल्ली के देवेश कुमार राय, सुल्तानपुर के अभिषेक वर्मा, कुशीनगर के निर्भय, बांदा के विमल सिंह, इलाहाबाद के अनूप कुमार आदि ने आयोग में प्रदर्शन किया। इस संबंध में आयोग के सचिव जगदीश प्रसाद का पक्ष जानने के लिए मोबाइल मिलाया गया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा।
हद है

आयोग के निर्णय से बीटेक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में रोष

लोकसेवा आयोग की प्राविधिक सहायक ग्रुप-सी की भर्ती

इलाहाबाद : लोकसेवा आयोग ने इस भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को सिर्फ साक्षात्कार से ही नहीं रोका है, बल्कि लिखित परीक्षा का परिणाम आने के बाद आयोग ने सामान्य एवं एससी वर्ग के पदों में कटौती करके ओबीसी के पदों में चार गुना से अधिक की वृद्धि कर दी है। गुस्साए युवाओं ने आयोग के निर्णय को कोर्ट में चुनौती दी है।

इलाहाबाद : साक्षात्कार न दे पाने वाले युवाओं ने आगामी तीन नवंबर को आयोग कार्यालय परिसर में ही 10 बजे अन्य पीड़ित युवाओं के इकट्ठा होने का आह्वान किया है। यहां पर कोर्ट जाने और आंदोलन करने की रणनीति बनाई जाएगी। भर्ती का साक्षात्कार 24 दिसंबर तक चलेगा।



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