बेरोजगारी भत्ता की आस में रजिस्ट्रेशन की होड़
(Huge Registration for hope of geting UNEMPLOYED ALLOWANCE)
Both BJP and SP is Promising to Distribute Unemployed Allowance, Tablet, Laptop etc.
It makes sudden increase in registration in Employment Exchanges of everwhere in UP.
इटावा, हमार प्रतिनिधि : चुनाव के दौरान राजनेताओं द्वारा शिक्षित बेरोजगारों के लिए की गयी घोषणाओं का असर सेवायोजन कार्यालय पर दिखने लगा है। बेरोजगारी भत्ता अथवा रोजगार पाने को बेताब छात्र-छात्राएं भारी संख्या में रजिस्ट्रेशन और नवीनीकरण के लिए उमड़ रहे हैं। हालत यह है कि सन्नाटे में रहने वाले रोजगार दफ्तर की रौनक एक बार फिर लौट आई है।
पक्का तालाब स्थित इटावा-औरैया जिले के संयुक्त सेवायोजन कार्यालय में इस समय रजिस्ट्रेशन कराने वाले शिक्षित बेरोजगारों का तांता लगा हुआ है। विधानसभा चुनाव में युवा, शिक्षित तथा बेरोजगारों को लुभाकर उनका वोट हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों ने नौकरी अथवा बेरोजगारी भत्ता दिये जाने की घोषणा की थी, यह भीड़ उसी का परिणाम है।
एक समय यह आ गया था कि इस कार्यालय की ओर कोई भी शिक्षित बेरोजगार झांकते भी नहीं थे। पंजीकरण का नवीनीकरण कराने में उदासीन थे। पूर्ववर्ती सपा सरकार ने जब 500 रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया उस दौरान रजिस्ट्रेशन कराने वालों की भारी भीड़ लगा करती थी। इस बार कोई भी बेरोजगार भत्ता से वंचित नहीं रहना चाहता है। शायद इसीलिए सरकार गठन से पूर्व ही वह रोजगार दफ्तर में अपना नाम दर्ज कराके अपनी पात्रता पक्की कर लेना चाहते हैं। दफ्तर में रोजाना 300 से ज्यादा बेरोजगार पंजीयन कराने आ रहे हैं।
पंजीयन की स्थिति
माह पंजीयन कुल
अक्टूबर 2321 72972
नवंबर 659 72878
दिसंबर 766 72926
जनवरी 1226 73404
महिला बेरोजगार -26741
पुरुष बेरोजगार-46663
जिला सेवायोजन अधिकारी एसबी सिंह एवं वरिष्ठ लेखाकार अहिवरन सिंह का कहना है कि बेरोजगारी भत्ता की उम्मीद में बड़ी संख्या में शिक्षित बेरोजगार पंजीयन को आ रहे हैं। फरवरी माह में तकरीबन 5 हजार से अधिक पंजीयन होने की उम्मीद है।
News : Jagran (29.2.12)
**********
बेरोजगारी भत्ते को उमड़े युवा
आपको पता है कि पिछले 15 दिन में उत्तर प्रदेश में अचानक बेरोजगारी बढ़ गई है। नहीं...नहीं, इसमें सरकार की कोई खामी नहीं है। दरअसल चुनावी मौसम में राजनीतिक दलों के घोषणापत्रों ने तमाम युवाओं को बेरोजगार कर दिया है। समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्ता में आने पर बेरोजगारी भत्ता देने की बात क्या कही, रोजगार पंजीयन कार्यालयों (इम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज) पर नौजवानों का हुजूम उमडऩे लगा।
(Huge Registration for hope of geting UNEMPLOYED ALLOWANCE)
Both BJP and SP is Promising to Distribute Unemployed Allowance, Tablet, Laptop etc.
It makes sudden increase in registration in Employment Exchanges of everwhere in UP.
इटावा, हमार प्रतिनिधि : चुनाव के दौरान राजनेताओं द्वारा शिक्षित बेरोजगारों के लिए की गयी घोषणाओं का असर सेवायोजन कार्यालय पर दिखने लगा है। बेरोजगारी भत्ता अथवा रोजगार पाने को बेताब छात्र-छात्राएं भारी संख्या में रजिस्ट्रेशन और नवीनीकरण के लिए उमड़ रहे हैं। हालत यह है कि सन्नाटे में रहने वाले रोजगार दफ्तर की रौनक एक बार फिर लौट आई है।
पक्का तालाब स्थित इटावा-औरैया जिले के संयुक्त सेवायोजन कार्यालय में इस समय रजिस्ट्रेशन कराने वाले शिक्षित बेरोजगारों का तांता लगा हुआ है। विधानसभा चुनाव में युवा, शिक्षित तथा बेरोजगारों को लुभाकर उनका वोट हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों ने नौकरी अथवा बेरोजगारी भत्ता दिये जाने की घोषणा की थी, यह भीड़ उसी का परिणाम है।
एक समय यह आ गया था कि इस कार्यालय की ओर कोई भी शिक्षित बेरोजगार झांकते भी नहीं थे। पंजीकरण का नवीनीकरण कराने में उदासीन थे। पूर्ववर्ती सपा सरकार ने जब 500 रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया उस दौरान रजिस्ट्रेशन कराने वालों की भारी भीड़ लगा करती थी। इस बार कोई भी बेरोजगार भत्ता से वंचित नहीं रहना चाहता है। शायद इसीलिए सरकार गठन से पूर्व ही वह रोजगार दफ्तर में अपना नाम दर्ज कराके अपनी पात्रता पक्की कर लेना चाहते हैं। दफ्तर में रोजाना 300 से ज्यादा बेरोजगार पंजीयन कराने आ रहे हैं।
पंजीयन की स्थिति
माह पंजीयन कुल
अक्टूबर 2321 72972
नवंबर 659 72878
दिसंबर 766 72926
जनवरी 1226 73404
महिला बेरोजगार -26741
पुरुष बेरोजगार-46663
जिला सेवायोजन अधिकारी एसबी सिंह एवं वरिष्ठ लेखाकार अहिवरन सिंह का कहना है कि बेरोजगारी भत्ता की उम्मीद में बड़ी संख्या में शिक्षित बेरोजगार पंजीयन को आ रहे हैं। फरवरी माह में तकरीबन 5 हजार से अधिक पंजीयन होने की उम्मीद है।
News : Jagran (29.2.12)
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बेरोजगारी भत्ते को उमड़े युवा
आपको पता है कि पिछले 15 दिन में उत्तर प्रदेश में अचानक बेरोजगारी बढ़ गई है। नहीं...नहीं, इसमें सरकार की कोई खामी नहीं है। दरअसल चुनावी मौसम में राजनीतिक दलों के घोषणापत्रों ने तमाम युवाओं को बेरोजगार कर दिया है। समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्ता में आने पर बेरोजगारी भत्ता देने की बात क्या कही, रोजगार पंजीयन कार्यालयों (इम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज) पर नौजवानों का हुजूम उमडऩे लगा।