BBA / BCA in BTC : इंटर के आधार पर तय होगा बीटीसी में बीबीए अभ्यर्थियों का वर्ग
-कला वर्ग में रखे जाएंगे बैचलर ऑफ विजुअल आर्ट्स के अभ्यर्थी
-संशोधित विज्ञप्ति जारी
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : स्नातक स्तर पर बैचलर ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) की परीक्षा उत्तीर्ण करने के आधार पर बीटीसी 2013 के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए कला या विज्ञान वर्ग का निर्धारण इंटरमीडिएट में उनके वर्ग के आधार पर किया जाएगा। बीबीए उत्तीर्ण आवेदक यदि इंटरमीडिएट में कला वर्ग का छात्र रहा होगा तो उसे बीटीसी में कला वर्ग में रखा जाएगा। यदि वह इंटर में विज्ञान वर्ग का विद्यार्थी रहा होगा तो उसे विज्ञान वर्ग में माना जाएगा।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने इस बारे में संशोधित विज्ञप्ति जारी कर दी है। संशोधित विज्ञप्ति के आधार पर बीबीए उत्तीर्ण वे अभ्यर्थी जिन्होंने इंटरमीडिएट स्तर की परीक्षा विज्ञान वर्ग से पास की है, वे 25 अगस्त से एक सितंबर के दौरान दोबारा आवेदन कर सकते हैं। गौरतलब है कि बीटीसी चयन के बारे में पूर्व में जारी शासनादेश में बीबीए उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को कला वर्ग में रखा गया था। संशोधित विज्ञप्ति में यह भी तय कर दिया गया है कि स्नातक स्तर पर बैचलर ऑफ विजुअल आर्ट्स उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को कला वर्ग में रखा जाएगा
News Sabhaar : Jagran (17.8.13)
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Education standard heavily down. BBA/BCA Professional Course Candidate want to pursue BTC (2-Year Course) to become Primary Teacher.
Additionally, Many BBA/BCA colleges have no placement facility and candidates are not interested in these courses.
Fee in these colleges are similar to engineering colleges, But admission is very easy as good candidates are opted of engineering courses etc. In these days private engineering colleges reputation is also down and many seats are left vacant, and these colleges making attractive offer / use consultant and to take admission to very low cut-off candidates.
You can understand by this fact that - Admission to B.Sc courese are tough in comparison to Private colleges BBA/BCA course.
To attract admission to these courses, these private BBA/BCA colleges distribute marks heavily in their internal exams, And normal candidates have a percentage of 70-80%, while normal B.Sc candidates who pursued their degree from good colleges affiliated with Govt Universities gets marks in the range of 60% / lower than this.
Introduction of TET (Teacher Eligibility Test) / Other Competitive Exam is a very good step to filter BOGUS
Degrees / BOGUS MARKS and CHEATERS.
Govt. should take effective measures to hold a competitive exam to admission and to maintain quality in education.