Friday, November 9, 2012

UPTET : भर्ती में फिर फंसा पेंच न्याय विभाग ने कहा एनसीटीई से लें स्वीकृति


UPTET : Urdu Teacher भर्ती में फिर फंसा पेंच न्याय विभाग ने कहा एनसीटीई से लें स्वीकृति


उर्दू सहायक शिक्षकों की भर्ती का मामला
बेसिक शिक्षा विभाग ने न्याय विभाग से मांगी थी राय


उर्दू शिक्षकों की भर्ती में फिर फंसा पेंच
न्याय विभाग ने कहा एनसीटीई से लें स्वीकृति

लखनऊ।
प्राइमरी स्कूलों में मोअल्लिम डिग्री धारक 3480 उर्दू शिक्षकों की भर्ती में एक बार फिर पेंच फंस गया है। मोअल्लिम डिग्री धारक अभ्यर्थियों को प्राइमरी स्कूलों में सीधे सहायक शिक्षक बनाने को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने न्याय विभाग से राय मांगी थी। लेकिन न्याय विभाग ने इस मामले में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से स्वीकृति लेने का सुझाव देते हुए फाइल विभाग को लौटा दिया है।
मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लोमा इन उर्दू टीचिंग करने वालों के लिए टीईटी की अनिवार्यता समाप्त कर छह माह की ट्रेनिंग के बाद सीधे उर्दू सहायक शिक्षक बनाने पर सरकार विचार कर रही है। प्रदेश में वर्ष 1994-95 में प्राइमरी स्कूलों में उर्दू के सहायक अध्यापक रखे गए थे। बेसिक शिक्षा विभाग ने मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लेमा इन उर्दू टीचिंग उपाधि को इसके लिए पात्र माना था। लेकिन बाद में इन उपाधियों को अपात्र मान लिया गया। इस संबंध में मोअल्लिम-ए-उर्दू वालों ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल किया और सुनवाई के बाद फैसला उनके पक्ष में हुआ। राज्य सरकार ने इसके विरोध में सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) दाखिल की। सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई चल ही रही थी कि 29 जून 2011 को तत्कालीन मायावती सरकार ने एसएलपी वापस लेकर इन उपाधि धारकों को प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाने का निर्णय कर लिया। इसके लिए 1997 से पहले मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लोमा इन उर्दू टीचिंग करने वालों को पात्र माना गया। इसके आधार पर ही नवंबर 2011 में आयोजित टीईटी में इन्हें शामिल होने की अनुमति दी गई। पर मोअल्लिम-ए-उर्दू वाले टीईटी दिए बिना ही शिक्षक बनना चाहते थे। कुछ उपाधि धारक टीईटी में शामिल हुए लेकिन अधिकतर शामिल नहीं हुए। इन उपाधिधारकों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात कर टीईटी की अनिवार्यता समाप्त कर शिक्षक बनाने की मांग की। इसके बाद शासन ने सीधे मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लोमा इन उर्दू टीचिंग उपाधिधारकों को सहायक शिक्षक बनाने की कवायद में जुटा है।




http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121109a_006163009&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20121109a_006163009

UPTET : टीईटी से भर्ती में फिर नजर आई 'रोशनी'



UPTET : टीईटी से भर्ती में फिर नजर आई 'रोशनी'


सहारनपुर : इस बार दीपावली उन लाखों टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा)अभ्यर्थियों के जीवन में 'उजाला' तो नहीं कर सकेगी जो एक वर्ष से नियुक्ति की आस संजोए बैठे थे, लेकिन एक झरोखे से 'रोशनी' की किरण उन्हें जरूर दे रही है। एक माह के भीतर विज्ञापन जारी करने के हाईकोर्ट के ताजा आदेश से उम्मीदों को पंख लग गए हैं।

टीईटी की मेरिट के आधार पर प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति। यह प्रावधान नवंबर-दिसंबर 2011 में जारी विज्ञापन में निर्धारित था। बता दें कि प्रदेश में टीईटी की प्राथमिक परीक्षा में 2.70 लाख से अधिक अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पटनी में 800 पदों के सापेक्ष 1.15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन पत्र भरे थे। फरवरी-2012 में घोटाला सामने आने के बाद तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन सहित कई लोग गिरफ्तार हुए थे और इसके बाद प्रक्रिया पर विराम लग गया था। इसी के साथ भर्ती के विज्ञापन के आधार को लेकर मामले को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई। प्रदेश सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया का आधार बदले (टीईटी को केवल पात्रता रखने) जाने के बाद से पूरा मामला और पेचीदा हो गया। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया में घोषित मेरिट के आधार पर ही नियुक्ति की मांग पर अड़े है। हाल ही में हाईकोर्ट द्वारा प्रदेश सरकार को एक माह के भीतर विज्ञापन जारी करने का आदेश दिया है इसके आधार पर 72 हजार 825 प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है।

टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय कुमार हाईकोर्ट के आदेश को बड़ी उपलब्धि मानते है। उनका कहना है कि एक वर्ष से जो अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया को लेकर निराश हो चुके थे। आदेश के बाद अब उनमें नई चेतना जाग्रत हुई है। जिलाध्यक्ष का कहना है कि टीईटी की मेरिट से भर्ती करने की मांग को संगठन अपना संघर्ष जारी रखेगा। माना जा रहा है कि वर्ष-2013 का सवेरा टीईटी अभ्यर्थियों के जीवन में नया सवेरा लेकर आएगा


News Source : Jagran (8.11.12) / http://www.jagran.com/uttar-pradesh/saharanpur-9833242.html
****************************************
Disappointed TET candidates are happy with HC decision, Blog will try to upload HC decision when it is uploaded on Allahabad Highcourt website.

At this base of recruitment is highly debated among candidates.
What happens after final disposal in HC will clear many thing to candidates.

Thursday, November 8, 2012

UP Govt. Going To Recruit 90000 Primary Teachers


UP Govt. Going To Recruit 90000 Primary Teachers

Source - Some candidates posted info on Facebook Wall 
(http://www.facebook.com/uptet.prt.9 )






However authenticity/structure / selection process will be clear in coming days

Whenever any authentic information comes about selection process/ advertisement comes, We will try to publish.
Always try to take authentic information from relevant authority.

If any thing doubtful/ wrong, please inform Blog Editor to correct it.

UPTET : टीईटी से मुक्त रहेंगे शिक्षामित्र



UPTET : टीईटी से मुक्त रहेंगे शिक्षामित्र
Updated on: Thu, 08 Nov 2012 01:01 AM (IST)

शाहजहांपुर : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष रत्‍‌नाकर दीक्षित ने कहा कि शिक्षामित्रों को टीईटी से मुक्त रखने का आदेश जारी हो गया है। उन्होंने शिक्षामित्रों को आशांवित किया कि जल्द मानदेय में वृद्धि होगी।

जिला कार्यालय पर हुई बैठक में गोरखपुर सम्मेलन से लौटे जिलाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षामित्रों के हित में जल्द कई और फैसले होंगे। इस संबंध में सम्मेलन में शिक्षामंत्री ने आश्वासन दिया है। डायट में शिक्षामित्रों के लिए सामग्री आ चुकी है। किन्तु अभी तक किसी भी खंड शिक्षा अधिकारी ने वांछित सूचनाएं उपलब्ध नहीं कराई है। इसके चलते प्रशिक्षण लेट हो रहा है। सम्मेलन में यहा से दो सौ शिक्षामित्रों ने प्रतिभाग किया था। बैठक में वेद वर्मा, सचिन मिश्र, रजनीश, धर्मेद्र, अरुण, रुचि, ऊषा आदि मौजूद रहे


News Source : Jagran (8.11.12)
****************************************
UP is facing huge shortage of teachers in Primary schools and for RTE implementation lakhs of teachers are required. For this UP Govt. taken extension from NCTE to recruit B. Ed candidate for extended period.
In coming years 2-3 years lakhs of teachers may get  recruited in Basic education department.

Recently in news that UP govt. going recruit 90000 teachers at primary level.

UPTET - यूपी: टीईटी पास बीएड डिग्री धारक सीधे बनेंगे शिक्षक



UPTET - यूपी: टीईटी पास बीएड डिग्री धारक सीधे बनेंगे शिक्षक


सूबे में 72825 शिक्षकों की भर्ती का प्रस्ताव बेसिक शिक्षा निदेशालय ने शासन को भेज दिया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश अध्यापक सेवा नियमावली के नियम 14 में शिक्षकों की सीधी भर्ती का प्रावधान किया गया है। 

अब इसे कैबिनेट से मंजूरी के लिए भेजने की तैयारी है। राज्य सरकार चाहती है कि नियमावली को यथा शीघ्र संशोधित कर दिसंबर अंत तक प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती शुरू कर दी जाए

शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने सभी राज्यों को टीईटी पास बीएड डिग्री धारकों को प्राइमरी स्कूलों में सीधे सहायक अध्यापक पद पर रखने की अनुमति दी थी। यूपी में 31 मार्च 2014 तक टीईटी पास डिग्री धारकों को प्राइमरी स्कूलों में सीधे सहायक अध्यापक के पद पर रखने जाने की योजना है।

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने पूर्व में तय किया था कि टीईटी पास बीएड डिग्री धारकों छह माह का विशिष्ट बीटीसी की ट्रेनिंग देकर सहायक अध्यापक नियुक्ति किया जाएगा लेकिन एक नवंबर को बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोबिंद चौधरी ने शिक्षा अधिकारियों की बैठक में यह तय किया था कि बीएड पास अभ्यर्थियों को विशिष्ट बीटीसी की ट्रेनिंग न देकर सीधे टीईटी पास बीएड डिग्री धारकों प्राइमरी स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षक के पद नियुक्ति दी जाएगी।

इसके आधार पर बेसिक शिक्षा निदेशालय से प्रस्ताव मांगा गया था। इसमें शिक्षकों का चयन जिलेवार मेरिट के आधार पर किया जाएगा। मेरिट हाई स्कूल, इंटर, स्नातक और बीएड के आधार पर बनाई जाएगी। आवेदन जिलेवार ऑनलाइन लिए जाएंगे।

आवेदन के लिए अभ्यर्थियों को ऐच्छिक छूट होगी। प्रशिक्षु शिक्षकों को सेवाकाल के दौरान छह महीने की ट्रेनिंग प्राप्त करनी होगी। इस अवधि में उन्हें 7300 रुपये निर्धारित मानदेय दिया जाएगा और ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सहायक अध्यापक वेतनमान दिया जाएगा


News Source : Amar Ujala (8.11.12)
*****************************************
If direct recruitment of teacher happens then it is good news for candidates, As I feel their seniority,increment  etc. will be counted from date of direct recruitment.

However recruitment matter is still in court, And according to directions of court advertisement will come before next hearing of court i.e. 7th December 2012.

Wednesday, November 7, 2012

UPTET : भर्ती को अल्टीमेटम



UPTET : भर्ती को अल्टीमेटम

हाईकोर्ट ने तय की सात दिसंबर अंतिम समय सीमा

जागरण ब्यूरो, इलाहाबाद प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में 72 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति किए जाने के मामले में हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। कोर्ट ने इसके लिए सात दिसंबर तक का अंतिम अवसर देते हुए सरकार से कहा है कि इस अवधि तक हर हाल में कार्यवाही पूरी की जाए। भले ही इसके लिए नियमों में परिवर्तन किया जाए या फिर सरकार नियुक्ति विज्ञापन जारी करे। यह आदेश न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने अखिलेश त्रिपाठी व अन्य की याचिका पर दिया है। अदालत में मंगलवार को अपर महाधिवक्ता सीबी यादव ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति से पहले सरकार अध्यापक सेवा नियमावली के कुछ नियमों में परिवर्तन करना चाहती है। इसके लिए कार्यवाही जारी है। इस पर अदालत ने कहा कि जो कुछ करना है, इसे सात दिसंबर के पहले ही किया जाए। अध्यापकों को नियुक्ति को और नहीं टाला जा सकता। उल्लेखनीय है कि बसपा सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करते हुए टीईटी परीक्षा ली, जिसका चयन परिणाम घोषित हुआ, किंतु बीएसए के बजाय नियुक्ति विज्ञापन बेसिक शिक्षा परिषद की तरफ से जारी किए गए, जिसे चुनौती दी गई। सपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद टीईटी को पात्रता परीक्षा घोषित कर दिया और नियम परिवर्तित किए। प्रश्न उठा कि चयनित को सीधे नियुक्त करे या प्रशिक्षण देकर नियुक्त करे, सरकार को इसी पर निर्णय लेना है। वैसे सरकार नियमों में संशोधन कर प्रशिक्षण का प्रावधान करने की बात तय कर चुकी है। इसके लिए जरूरी कार्यवाही होना शेष है


News Source : Jagran (7.11.12)

RTE : आरटीई के अमल की समीक्षा करेगा केंद्र

RTE : आरटीई के अमल की समीक्षा करेगा केंद्र


 नई दिल्ली दो दशक बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जरूरत महसूस कर रही सरकार जरूरी सुधारों की रफ्तार धीमी नहीं होने देना चाहती। लिहाजा, सरकार ने छह से चौदह साल तक के बच्चों की मुफ्त व अनिवार्य पढ़ाई के लिए बने शिक्षा का अधिकार कानून पर अमल की समीक्षा का फैसला किया है। इरादा, उच्च शिक्षा के लिए राष्ट्रीय फ्रेमवर्क (रूपरेखा) भी तय करने की है। केंद्र इन मसलों पर राज्यों के साथ मशविरा करने के साथ ही स्कूलों में धोखाधड़ी और वसूली रोकने एवं सजा के लिए नये कानून पर भी राज्यों की रजामंदी हासिल करने का प्रयास करेगा। शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) में स्कूलों में प्रशिक्षित और योग्य शिक्षकों का प्रावधान किया गया है, लेकिन कानून के अमल को पौने तीन साल बीतने के बाद भी लगभग 8.6 लाख अप्रशिक्षित शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं। वे राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के मापदंड पर खरे नहीं उतरते। सबसे खराब स्थिति पश्चिम बंगाल की है, जहां 1.97 लाख अप्रशिक्षित हैं। बिहार में 1.86 लाख, उत्तर प्रदेश 1.43 लाख, झारखंड में 77 हजार व जम्मू-कश्मीर में 31 हजार अप्रशिक्षित शिक्षक हैं। यही वजह है कि केंद्र सरकार को आरटीई के अमल पर समीक्षा की जरूरत महसूस हुई। मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद शिक्षा (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) की नई टीम कई मुद्दों पर फैसले के लिए केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (कैब) से भी मशविरा करने जा रही है। एजेंडे पर स्कूलों में छात्रों और अभिभावकों से झूठे वादे, दाखिले को लेकर टालमटोल, अवैध वसूली, ज्यादा फीस, भ्रामक विवरणिका जैसे गलत क्रियाकलापों को रोकने के लिए प्रभावी कानून बनाने की बात शामिल है। चूंकि, राज्यों के शिक्षा मंत्री केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड के सदस्य होते हैं और यही शिक्षा से जुड़े फैसलों का सबसे शीर्ष निकाय है। ऐसे में सहमति बनी तो गुरुवार को प्रस्तावित इस बैठक में नये कानून की राह साफ हो सकती है। सरकार की मंशा, उच्च शिक्षा के लिए भी राष्ट्रीय रूपरेखा (फ्रेमवर्क) भी तय करने के लिए कैब सदस्यों की अलग कमेटी बनाने की है। कमेटी बीते दो दशक में विभिन्न देशों में उच्च शिक्षा की राष्ट्रीय रूपरेखा के लिए हुई पहलों का जायजा लेकर अपनी रिपोर्ट देगी। गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय उच्च शिक्षण संस्थान मान्यता नियामक प्राधिकरण बनाने और मान्यता को अनिवार्य बनाने में राज्यों की भूमिका पर विचार भी किया जाना है।


News Source : Jagran (7.11.12)


Tuesday, November 6, 2012

UPTET : एडेड प्राइमरी स्कूलों में भर्ती को 'जंग'



UPTET : एडेड प्राइमरी स्कूलों में भर्ती को 'जंग'

सहारनपुर : इन दिनों अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के एडेड प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक भर्ती 'जंग' जारी है। इसमें बीटीसी/बीएड के साथ ही टीईटी को अनिवार्य पात्रता की श्रेणी में शामिल किया गया है। जिले में एडेड प्राइमरी स्कूलों की संख्या 11 है। कई में तो शिक्षक पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को पूरा क रने के लिए प्रबंधतंत्र जोर-शोर से जुटा है, जबकि टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगाए हैं।

प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत आने वाले परिषदीय प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए बीटीसी/विशिष्ट बीटीसी आदि के साथ टीईटी को अनिवार्य कर दिया गया है। तत्कालीन बसपा सरकार द्वारा वर्ष-2011 की टीईटी की मेरिट को शिक्षक नियुक्ति का आधार माना गया था। हालांकि सरकार द्वारा जुलाई में टीईटी को पात्रता परीक्षा माना था, लेकिन अभी यह पूरा मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है।

इसके विपरीत प्रदेश शासन द्वारा मई में जारी आदेश के बाद अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के एडेड प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति पर लगी रोक समाप्त कर दी थी। नए शैक्षिक सत्र के साथ ही स्कूलों द्वारा रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया आरंभ कर दी। इसमें आरक्षण नियमों के पालन की बाध्यता कई स्कूलों के आड़े आ रही है।

स्कूलों में भर्ती प्रक्रिया

गुरुनानक ग‌र्ल्स इंटर कालेज, जवाहर हायर सेकेंड्री स्कूल व गौरी शंकर इंद्रपाल सिंह इंटर कालेज के प्राइमरी सेक्शन में रिक्त शिक्षक पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। इनमे प्रबंधतंत्र को नियुक्ति का अधिकार है। सूत्रों के मुताबिक , कई अभ्यर्थी निश्चित नियुक्ति की गारंटी के साथ मोटा लेन-देन करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। कई दलाल भी अभ्यर्थियों को सेंटिंग कराने का झांसा दे रहे हैं

प्रक्रिया पर उठाए सवाल

टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय कुमार का कहना है कि जब टीईटी के आधार को लेकर मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है तो ऐसे में एडेड प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती को कैसे सही ठहराया जा सकता है? उनका कहना है कि संगठन टीईटी की मेरिट को भर्ती का आधार बनाने के लिए संघर्षरत है और इसके लिए हर सीमा तक संघर्ष किया जाएगा।


News Source : Jagran (6.11.12) / http://www.jagran.com/uttar-pradesh/saharanpur-9822881.html
****************************************************
What will happen with UPTETians future is unclear in court, I mean time is passed day by day, However it is good news for UPTETians, If recruitment happens with full transparency.
All details of candidates should be put on website of school along with selection procedure.

B. Ed / BTC/VBTC : जूनियर हाईस्कूलों में नहीं रहेगा विज्ञान-गणित के शिक्षकों का टोटा


B. Ed / BTC/VBTC : जूनियर हाईस्कूलों में नहीं रहेगा विज्ञान-गणित के शिक्षकों का टोटा


संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर हाईस्कूलों में गणित और विज्ञान के शिक्षकों टोटा नहीं रहेगा। स्कूलों में अध्यापकों की बंपर नियुक्ति होने वाली है। शासन ने सात वर्ष से रुके अध्यापकों की पदोन्नति को हरी झंडी दे दी है। तकरीबन 1200 सहायक अध्यापकों की वरिष्ठता सूची जारी की गई है। इसके आधार पर शिक्षकों को प्रमोशन दिया जाएगा। गणित व विज्ञान के अध्यापकों को जूनियर हाईस्कूल में नियुक्ति को वरीयता प्रदान की जाएगी।

जनपद के बेसिक स्कूलों में रिक्तियों के आधार पर वरिष्ठता सूची में शामिल प्राइमरी स्कूल के अध्यापकों का प्रमोशन होना है। सहायक अध्यापक पदोन्नति के बाद प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर और जूनियर हाईस्कूल (उच्च प्राथमिक विद्यालय) के सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त किए जाएंगे। जिले के जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षकों का टोटा है। करीब दौ सौ स्कूलों के सापेक्ष मात्र 52 अध्यापक ही हैं। इसमें गणित व विज्ञान पढ़ाने वाले मात्र एक दर्जन शिक्षक कार्यरत हैं। शेष विद्यालयों में पढ़ाई भगवान भरोसे ही है। शासन से मिली वरिष्ठता सूची में गणिव-विज्ञान के शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। उनकी तैनाती जूनियर हाईस्कूलों में होगी, जबकि अन्य विषयों के अध्यापक प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर बनेंगे।

बता दें कि जनपद के सहायक अध्यापकों की पिछले सात वर्षो से पदोन्नति लटकी हुई है। वर्ष 2004 से प्रमोशन का मामला उच्च न्यायालय के विचाराधीन था। उच्च न्यायालय ने विभागीय उच्चाधिकारियों को पदोन्नति के आदेश दिया था। इसके बाद बेसिक शिक्षा निदेशक ने जिले से शिक्षकों की सूची तलब की थी। अब शासन ने जिले को वरिष्ठता सूची सौंप कर पदोन्नति के निर्देश दिए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार का कहना है कि सूची प्राप्त हो गई है। वरिष्ठता क्रम में अध्यापकों को प्रमोशन दिया जाएगा। उनकी तैनाती के लिए क्लक्ट्रेट सभागार में काउंसलिंग की जाएगी। इसकी तिथि जल्द ही घोषित कर दी जाएगी। दिवाली बार प्रक्रिया पूरी करने की उम्मीद है


News Source : Jagran ( 6.11.12)
******************************************
In a news I heard and published earlier that 50% teacher of Science/Math will be directly recruited and 50% posts may be filled through promotion. (Jahann tak mujhe yaad hai, fir bhee aap mere blog par search kar confirm karen/kar sakte hain. As far as I remember, You can also search that news on blog for confirmation)

If direct recruitment also comes then it will be a very good news for UPTETians / UPTET 2011 candidates.

UPTET : Information about UPTET 2011 from Facebook Wall



UPTET : Information about UPTET 2011 from Facebook Wall


Source >> DPuneet Kumar >>>Teacher's Helpdesk
Dileep Gangwar
Sameer Dixit ▶ Legal committee of Tet merit supporters
List Of TET Marks Got By Students
135-140 = 34
130-134 = 168
127-130 = 342
125-127 = 1074
120-124 = 3750
115-119 = 5000
110-114 = 6240
105-109 = 7900
100-104 = 8800
95-99 = 22000
90-94 = 47500
83-89 =168850
total = 271658
I am Not Sure About This News But Got This From The Hindustan News Paper Of Meerut Edition Of March 2012


Again i am saying i am not sure about the authenticity of this News
Thanks.


DPuneet Kumar I think you require this cutting or new paper information so I am sending this page on this group
about a minute ago · Like

*********************************

However many amendments happen after this, therefore variation is possible. And FACEBOOK publisher/writer of this content is not sure about authenticity.

iska matlab hai baad mein number badne ke baad kuch aur bhee change hue hain, aur pass number of candidates bade hain.

UPTET - 7 दिसम्बर तक 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती करे यूपी सरकार: हाईकोर्ट

UPTET - 7 दिसम्बर तक 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती करे यूपी सरकार: हाईकोर्ट

इलाहाबाद. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार को प्रदेश में 72825 प्राथमिक शिक्षकों के पदों के लिए 7 दिसम्बर तक विज्ञापन जारी कर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है। कोर्ट में याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि सरकार इस मामले को 2014 चुनाव तक ले जाकर इसका चुनावी लाभ लेने की फ़िराक में है।
  
गौरतलब है की इसके पहले मायावती सरकार इन पदों के लिए विज्ञापन निकाल कर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन सरकार बदलने के बाद से भर्ती की प्रक्रिया खटाई में पड़ गयी। मायावती सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा कराके 30 नवम्बर 2011 को 72825 प्राथमिक शिक्षकों के पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था लेकिन मामला कोर्ट में पहुँचने के चलते भर्ती  पूरी नहीं हो पायी

News Source : Bhakar.com (6.11.12)
***************************************

Views from FB/Facebook about today's HC hearing -


Uptet Tet-Base Raj
Aaj yah hua court me,,,,,,
.
.
Vikash Ranjan(Up teachers Association)
This is the summary of our case-Karib 1:30p.m. Ho chuke the aur aur revised case number 10 chal raha tha aur apna case number 35 tha.Achanak tondan ji ne kaha ki ye sab chhodiye aur TET wala case laiye bt us waqt court me na to c.b. Yadav the aur na hi khare to apna case karib 1:45 pe start hua aur tondan ne apna pahla sawal c.b. yadav ke uper daga ki vigyapan sath laye ho.Then yadav ne kaha ki nahi sir hum add nahi laye hai to tandan ne kaha ki court ka mazak bna rakha hai kya Abi tumhare princ. sec. Ko court me bulwakar khada kar dunga to samajh me ayega.Ye teesri br maine add lane ko kaha tha bt ap log ne court ka mazak bna rakha hai, aj ko apko add jari me kya technical khami hai batana hi padega.Tb c.b.yadav ne kaha ki sir govab pahle 72825 ki niyukti karna chahti hai aur bad me training karna chahti hai islye sir hume thoda aur waqt chahiye to tandan ji ne khud NCTE KE rule maang kar padhe aur khud kaha ki ncte ke para me ye bat likhi hai ki gov pahle niyukti ya pahle training kara sakti hai to ab gov ko sansodhan karne ki kya jarurat kyu up prt ki bharti b isi act ke tahat aa jati hai.Bt phir bhi agar gov sansodhan karna chahti hai to 15 din ka time de raha hu.15 din me sansodhan karke 15 din me add jari karke 4 dec ko hc. Me hazir karna padega.Agar gov aisa na hu hua to p.s ko khud court me hazir hokar jawab dena padega.Jb c.b.yadav ne ne itni jaldi add jari karne me asamrthta jahir ki to tandan ji ne kaha ki ap ne to ke kewal 9000 ka ad jari karke socha kam khtm ho gaya bt jo 72825 qualified sadko pe ghoom rahe hai unka kya.Gov sirf unki bharti karna chahti hai jo pradhan ke cycle ke piche ghoom rahe hai ya siksha mitra jaise log ke bharti bt jo wastav ne qualified hai unki koi chinta nahi.

**********************************

Pramod PandeyUptet >>> 2011 from Delhi region supreme court
Yadav Umi
न्यायालय की आज की कार्यवाही के बाद आज इन्टरनेट के माध्यम से सूचनाये प्रदान करने वाले, संघर्ष में सत्य पर विश्वास रखकर संघर्ष को सार्थक योगदान करने वाले, अपने साथियों का मार्गदर्शन कर उनका मनोबल बनाये रखने का प्रयास करने वाले, इलाहबाद और लखनऊ तक सरकार को चुनौती देने वाले सभी साथियों को बधाई!चूंकि अभी न्यायालय का आदेश अपलोड नहीं हुआ है, अतः इस समय तो मैं बस आपसे वही बता सकता हूँ जो मुझे भाई विनोद सिंह (इलाहाबाद) जी से ज्ञात हुआ है, जो कि सुनवाई के दौरान न्यायालय में उपस्थित थे.
1. सी.बी. यादव को विज्ञापन या विज्ञापन का ड्राफ्ट न लाने पर जमकर लताड़ लगाई गई.
2. बी.एड. वालों को 31.03.2014 तककी अनुमति की अधिसूचना देखने के बाद न्यायालय पुरानी भर्ती से सैद्धांतिक रूप से सहमत है
.3. अगली तारीख 7 दिसंबर 2012 औरउसके पूर्व सरकार को आवश्यक संशोधनकरके विज्ञापन जारी करने का आदेश दिया गया.
4. नियमावली में संशोधन और नया विज्ञापन केवल केंद्र-राज्य नियमों के विरोधाभास और तकनीकी कमियों को दूर करने के लिए है, न कि नियम बदलने के लिए.
5. न्यायालय ने पुराने विज्ञापन की अनियमितता दूर करते हुए उसके सभी नियमों-आधारों को नए विज्ञापन में समाहित करने के आदेश दिया.
6. विज्ञापन जारी होने के बाद हुए चयन-आधार सम्बन्धी संशोधन प्रभावी नहीं होंगे.
7. न्यायालय ने सरकार से एक ऐसा विज्ञापन लाने की अपेक्षा की है जिस से पुरानी भर्ती प्रक्रिया में आवेदन करने वालोंके हित प्रभावित न हों.
8. आदेश के विपरीत विज्ञापन में परिवर्तित नियम लागू करने पर न्यायालय स्वयं अगली तारीख को विज्ञापन में आवश्यक सुधार करेगा.
9. समय-सीमा के अन्दर विज्ञापन न लाने पर प्रमुख सचिव को कोर्ट में खडा कर देने की चेतावनी दी.
10. शिक्षामित्रों के प्रति सरकार के झुकाव पर न्यायालय ने सरकारी वकील से कहा, (हिंदी में), "वेल-क्वालिफाइड टेट-पास लड़कों का सिलेक्शन करने में आपको प्रॉब्लम है, और आप नौकरी देना चाहते हैं उन को जो केवल सायकिल लेकर प्रधान के पीछे-पीछे घूम सकें.
"11. सरकारी वकील द्वारा नियमावली में संशोधन की बात उठाने पर टंडन जी ने स्पष्ट कहा, "आपके लिए सबसे जरूरी हैकि शिक्षा का अधिकार अधिनयम, 2009 के अनुसार जल्द से जल्द अर्ह और योग्य अध्यापकों की भर्ती की जाय
*********************

Sanjiv Kumar >>> Uptet2011 from Delhi region supreme court
Namaskar dosto....Aap sabhi ko jeet ki khusboo mubarak........
Technical kami tet merit nhi h.....Blki vigyapan nikalne ke adhikar ko lekar thi....
Hc ne ye bhi to kaha h k kisi ka hit prabhavit nhi hona chahiye....
Isliye bhrmit mt hoiye.... Tet merit k liye taiyar ho jaiye..Ab Kijiye pridiction ki merit kitni jayegi....
Hurrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrre....
Jai tet...


What i fee is - Uptet Prt >> U r right , purana advt. technical fault kee vajhe se vaapas leeya gaya thaa. Hit prbhavit na hone ka matlab hee TET merit se bhrtee hai. Pehle hee court TET merit se bhrtee ko spasht kar chukaa hai

UPTET : From Facebook

UPTET : From Facebook



Shakul Gupta>>>>Teacher's Helpdesk>>>
aaj kuch special date hai ....aaj ka din aage aane waali teachers recruitment process par asar daalega . aaj 3 writs ki sunwaai honi hai 

1.-58036/2012 REENA DEVI
is writ se ye pataa chalega ki btc /sbtc ko unke home district me hi job milegi ya sarkaar 1981 ko darkinaar kar apni marzi chalayegi

2.39674/2012 AKHILESH TRIPATHI 
is writ par sabhi tetians ki nazar rahegi aur agar ranjeet bhai ki baat sach nikali to diwali se pehle diwali

3.5025/2012 MANGAL
is writ ko btc 2010 waalo ne daala hai court contempt ke liye ki unka result jaldi nikala jaaye .sarkaar ko aaj jabaab dena hai


**********************
I have open comment system on BLOG, But word verification enabled so that repetitive comment will not publish.
**********************

Monday, November 5, 2012

UPTET / Shiksha Mitra : शिक्षामित्रों के लिए अनिवार्य नहीं होगी टीईटी : वसीम


UPTET / Shiksha Mitra : शिक्षामित्रों के लिए अनिवार्य नहीं होगी टीईटी : वसीम


देवरिया :  
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री वसीम अहमद ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षामित्रों को पूर्ण शिक्षक का दर्जा देगी। शिक्षकों की कमी से निपटने के लिए सूबे में शीघ्र 73 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके शिक्षामित्रों को भी बिना टीईटी अनिवार्य किये ही समायोजित किया जाएगा।

अहमद सोमवार को पीडब्लूडी डाक बंगले में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों के हितों को लेकर गंभीर है। बशर्ते शिक्षक समय से हर रोज स्कूल जाएं और निष्ठापूर्वक शिक्षण कार्य करें। बच्चों के पठन-पाठन में लापरवाही ठीक नहीं है। सपा सरकार चुनाव पूर्व किए अपने वादे रोटी-कपड़ा सस्ती होगी, दवा-पढ़ाई मुफ्ती होगी को लागू कर रही है, ताकि जनता को इसका सीधा लाभ मिले। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पुष्टाहार यदि बेचा जा रहा है तो यह गंभीर मामला है ऐसा करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गत दिनों लखनऊ में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया था कि पुष्टाहार बांटने से पूर्व मुनादी कराई जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें। अधिकारियों को प्रत्येक जनपदों में इसके क्रियान्वयन का सख्त निर्देश दिया गया था। जिस जनपद में इसका अनुपालन नहीं हो रहा है वहां के संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।


News : Jagran (5.11.12) / http://www.jagran.com/uttar-pradesh/deoria-9821597.html
**************************
There are many B. Ed candidates waiting for their job from last year. When will their recruitment advertisement come ??

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने दी आंदोलन की चेतावनी


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने दी आंदोलन की चेतावनी 



•सरकार द्वारा जान बूझकर शिक्षक भर्ती को लटकाया जा रहा 
•बेरोजगारी भत्ता देने की जगह सरकार नौकरी दे 



जौनपुर। टीईटी अभ्यर्थी सरकार द्वारा शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया को सियासी लाभ लेने और अभ्यर्थियों की भर्ती को लटकाए जाने से आक्रोशित हैं। आक्रोशित अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगे न पूरी की गई तो अभ्यर्थी आंदोलन करने को विवश होंगे।
छात्रों ने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षक भर्ती को जानबूझ कर लटकाया जा रहा है। हाईकोर्ट ने भी शिक्षक भर्ती करने के लिए अनुमति दे दी है। इसके बावजूद सरकार भर्ती नहीं कर रही है। छात्रों ने चिंता जताते हुआ कहा कि बहुत से टीईटी छात्रों की आयु सीमा खत्म हो रही है। ऐसी स्थित में छात्र बेरोजगार हो जाएंगे। प्रदेश सरकार को बेरोजगारी भत्ता देने के बजाय टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति करनी चाहिए। माध्यमिक शिक्षा में प्रदेश सरकार अध्यक्ष तथा सदस्यों का चयन भी नहीं कर रही है। छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द ही शिक्षक भर्ती नहीं की तो टीईटी अभ्यर्थियों को आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। बैठक में रमेश कुमार पाल, प्रमोद राना, अमित सिंह, ओम प्रकाश चौहान, सुचित्रा, अरविंद, सीमा सिंह, नरेंद्र यादव, अशोक पाल, अंजली सिंह, रीना दुबे सहित आदि मौजूद रहे।

******************************

लखनऊ में करेंगे आंदोलन

देवरिया। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक शनिवार को टाउनहाल में हुई। बैठक में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति जल्द से जल्द कराये जाने की मांग की गई। नियुक्ति न होनेे पर घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम चलाये जाने का निर्णय लिया गया


******************

भर्ती का आधार तय करे सरकार 

सिद्धार्थनगर। माधव वन बिहार बांसी में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के जिला इकाई की बैठक हुई। संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष आनंद पांडेय ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार का गठन हुए आठ माह का समय बीत गया है। इस अवधि में यह सरकार निश्चय नहीं कर पा रही है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती किस आधार पर की जाए। 
उन्होंने कहा कि सरकार बेरोजगारों को रोजगार दे तो समाज, प्रदेश का विकास होगा। इस मौके पर संतोष पांडेय ने कहा कि शीघ्र ही टीईटी अभ्यर्थी सड़कों पर उतरकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। बैठक में महामंत्री राकेश कुमार राय, उपाध्यक्ष शैलेश उपाध्याय, संयोजक शिवचंद यादव, अष्टभुजा मित्र, राजेश कुमार आदि उपस्थित रहे
****************************


UPTET : टीईटी बेरोजगारों ने चेताया
सरकार से भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने की मांग 

• तैयार हो चुका है भर्ती प्रक्रिया का स्पष्ट प्रारूप 
•शिवहर्ष किसान इंटर कालेज परिसर में बैठक 

बस्ती। शिवहर्ष किसान इंटर कालेज परिसर में रविवार को टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार संघर्ष मोर्चा की बैठक में सरकार को चेताया गया। वक्ताओं ने कहा कि यदि शीघ्र शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो वे आंदोलन कर अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाएंगे।
मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि पिछले एक साल से टीईटी बेरोजगारों के साथ छल किया जा रहा है। बेरोजगार आर्थिक और मानसिक शोषण के शिकार हो रहे हैं। कोई न कोई बहाना बनाकर टीईटी पास बेरोजगारों की भर्ती को उलझा दिया जा रहा है। 
अब जबकि 72825 टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का प्रारूप स्पष्ट रूप सेे तैयार हो चुका है, उसके बाद भी इसे टालना न्याय संगत नहीं है। अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को चाहिए कि दीपावली के पूर्व भर्ती प्रक्रिया शुरू कर बेरोजगारों को तोहफा दे। विनय पांडेय ने कहा कि सरकार प्रशिक्षित बेरोजगारों का दर्द समझने की कोशिश नहीं कर रही है। चयन का नया नया फार्मूला निकाल उन्हें परेशान किया जा रहा है।
इस मौके पर शेषमणि, नित्यानंद पांडेय, हरि प्रसाद त्रिपाठी, राजेंद्र कुमार, सर्वेश कुमार यादव, अनूप श्रीवास्तव, दिनेश चंद्र, आनंद कुमार, धर्मेंद्र कुमार, तेज प्रताप यादव, रामचंद्र दूबे, धर्मेंद्र कुमार चौधरी, विजय कुमार पांडेय, आनंद दूबे, अशोक मिश्र, अजय मिश्र, श्याम सुंदर यादव, भूपेश कुमार, रत्नेश मिश्र, पुष्पेंद्र पाठक, बलराम यादव, श्याम लाल चौधरी, नीरज कुमार श्रीवास्तव तरुण सिंह, संतोष वर्मा आदि मौजूद रहे।


News Source : Amar Ujala( 5.11.2012)
******************************************
TETians are in big trouble for job and daily various kinds of news, various types of selection procedure creates tension among them.
A long time is passed and they don't know what will happen for their future.
Various kinds of rumors spread among them and making them more confuse.

Tomorrow is hearing in court and candidates expected a great relief for early recruitment.

UPTET : शिक्षा के बाजारीकरण पर किया जल सत्याग्रह



UPTET : शिक्षा के बाजारीकरण पर किया जल सत्याग्रह


चित्रकूट। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के युवाओं ने शिक्षा के बाजारीकरण के विरोध में रविवार को सांकेतिक रूप से जल सत्याग्रह किया। परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलघाट पर पयस्वनी नदी में खड़े होकर प्रदर्शन किया। 
परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य आलोक कुमार पांडे की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन का यह अनूठा तरीका निकाला। आलोक ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षकों की भर्ती को टालकर शिक्षा के बाजारीकरण को बढ़ावा दे रही है। आरोप लगाया कि जिन कामों में कमीशन मिलता है, उन फैसलों को तत्काल लिया जाता है। शिक्षक भर्ती का निर्णय सात महीने में नहीं लिया गया। ज्यादातर गरीबों के बच्चे ही सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। जिला संयोजक जयप्रकाश कोटार्यऽ आभास माथुर और विमल गुप्ता ने कहा कि सरकार ने 15 दिन के अंदर तीन लाख पदों के लिए कार्रवाई नहीं की तो टीईटी उत्तीर्ण लोगों के अलावा बीएड, बीपीएड बेरोजगार गांव-गांव जाकर सरकार के खिलाफ बोलेंगे। कुलदीप पांडे ने शिक्षा को राजनीति से मुक्त रखने की बात कही। रवि जायसवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षक भर्ती में भी राजनीति कर रही है। जल सत्याग्रह के दौरान अंकित अग्रवाल, सुरेंद्र रैकवार, अमित सोनी, विनय गुप्ता


News Source : Amar Ujala (5.11.12)
*************************************
Tomorrow hearing in court and lots of candidate waiting for decision.

Sunday, November 4, 2012

UPTET/ Allahabad Highcourt : If TET is mandatory then another JOB on compassionate Ground


UPTET/ Allahabad Highcourt : If TET is mandatory then another JOB on compassionate Ground



HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH

?Court No. - 6
Case :- SERVICE SINGLE No. - 6042 of 2012
Petitioner :- Laxmi Narayan
Respondent :- State Of U.P. Through Secy. Basic Edu. Deptt. Lko. & Ors.
Petitioner Counsel :- Pankaj Pathak
Respondent Counsel :- C.S.C.,Rahul Shukla

Hon'ble Shabihul Hasnain,J.
Heard Sri Vinod Kumar Shukla, learned counsel for the petitioner, Sri Rahul Shukla for opposite party Nos. 2,3 and 5 as well as learned Chief Standing counsel for the opposite party Nos.1 and 4.
Petitioner was granted compassionate appointment after the death of his father on the post of Assistant Teacher on 7.9.2011. He says that the same is being sought to be taken away vide annexure No.2 dated 14.8.2012. Counsel for the opposite party says that that the petitioner has not qualified the Teachers' Eligibility Test (in short T.E.T). Petitioner says that once an appointment has been given to him in pursuance of a statutory law, the same can not be taken away. He further argues that T.E.T. is a written test, which should not be forced upon the petitioner for compassionate appointment.
On the other hand, Sri Rahul Shukla has placed before this Court judgment and order of this Court passed at Allahabad in a petition bearing Writ-A No.33828 of 2012. He says that benefit of this appointment can not be given to the petitioner unless he has qualified T.E.T. as has been held in aforesaid judgment.
Learned counsel for the petitioner has, however, submitted that the said order is under challenge in special appeal and his special appeal is pending before this Court at Allahabad. He says that compassionate appointemnt is a benevolent law which should be interpreted in all possible ways to help a person whose bread earner has been snatched away by the cruel hands of death. The sudden penury which strikes the family is sought to be nullified by the authorities under Dying in Harness Rules.
Under the circumstances, the petition is finally disposed of with a direction to the opposite parties to consider the case of the petitioner for the compassionate appointemnt on another suitable post for which the petitioner is eligible under Dying in Harness Rules applicable for appointment. The same shall be decided expeditiously, say within a maximum period of one month from the date a certified copy of this order is placed before him.
The termination of petitioner's services shall remain subject to the final decision of the special appeal which is pending before this Court at Allahabad.
Order Date :- 19.10.2012/RKM.

Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2164535
****************************************

HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH

?Court No. - 6
Case :- SERVICE SINGLE No. - 5943 of 2012
Petitioner :- Vinay Kumar
Respondent :- State Of U.P., Thru. Secretary Basic Education & Others
Petitioner Counsel :- Vinay Mishra
Respondent Counsel :- C.S.C.,Rahul Shukla

Hon'ble Shabihul Hasnain,J.
Heard Sri Vinay Mishra, learned counsel for the petitioner as well as Sri Rahul Shukla for the Basic Shiksha Adhikari-opposite party No.5 as well as learned Chief Standing counsel for the opposite party Nos.1 and 4.
Petitioner was granted compassionate appointment after the death of his father on the post of Assistant Teacher on 3.9.2011. He says that the same is being sought to be taken away vide annexure No.1 dated 12.6.2012. Counsel for the opposite party says that that the petitioner has not qualified the Teachers' Eligibility Test (in short T.E.T). Petitioner says that once an appointment has been given to him in pursuance of a statutory law, the same can not be taken away. He further argues that T.E.T. is a written test, which should not be forced upon the petitioner for compassionate appointment.
On the other hand, Sri Rahul Shukla has placed before this Court judgment and order of this Court passed at Allahabad in a petition bearing Writ-A No.33828 of 2012. He says that benefit of this appointment can not be given to the petitioner unless he has qualified T.E.T. as has been held in aforesaid judgment.
Learned counsel for the petitioner has, however, submitted that the said order is under challenge in special appeal and his special appeal is pending before this Court at Allahabad. He says that compassionate appointemnt is a benevolent law which should be interpreted in all possible ways to help a person whose bread earner has been snatched away by the cruel hands of death. The sudden penury which strikes the family is sought to be nullified by the authorities under Dying in Harness Rules.
Under the circumstances, the petition is finally disposed of with a direction to the opposite parties to consider the case of the petitioner for the compassionate appointemnt on another suitable post for which the petitioner is eligible under Dying in Harness Rules applicable for appointment. The same shall be decided expeditiously, say within a maximum period of one month from the date a certified copy of this order is placed before him. 
The termination of petitioner's services shall remain subject to the final decision of the special appeal which is pending before this Court at Allahabad. 
Order Date :- 18.10.2012/RKM.
 Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2164539

***********************

Friday, November 2, 2012

UPTET : बीएड डिग्रीधारक बनेंगे प्रशिक्षु शिक्षक



UPTET : बीएड डिग्रीधारक बनेंगे प्रशिक्षु शिक्षक

जागरण ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के संचालित प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 72,825 रिक्त पदों पर अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारकों को चयन के बाद पहले प्रशिक्षु शिक्षक नियुक्त किया जाएगा। प्रशिक्षु शिक्षक के रूप में उन्हें 7300 रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की मंशा के अनुसार प्रशिक्षु शिक्षक जैसे प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में छह महीने की ट्रेनिंग पूरी करते जाएंगे, वैसे-वैसे उन्हें स्थायी शिक्षक की मौलिक नियुक्ति दी जाती रहेगी। मौलिक नियुक्ति होने पर उन्हें स्थायी शिक्षक का वेतनमान मिलने लगेगा। बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी की अध्यक्षता में गुरुवार को विभाग के आला अधिकारियों की बैठक में इस पर सहमति बनी। प्रदेश में पहली बार प्रस्तावित इस व्यवस्था को अमली जामा पहनाने के लिए उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली, 1981 में संशोधन करके परिषदीय स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षक नियुक्त करने और ट्रेनिंग के बाद उन्हें मौलिक नियुक्ति देने का प्राविधान जोड़ा जाएगा। यह भी तय हुआ है कि टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारकों का प्रशिक्षु शिक्षक के तौर पर चयन करने के लिए अभ्यर्थियों के हाईस्कूल के प्राप्तांक प्रतिशत के 10, इंटरमीडिएट के 20, स्नातक के 40 व बीएड के 30 प्रतिशत अंकों को जोड़कर मेरिट तैयार की जाएगी। इसके आधार पर ही चयनित अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग का क्रम तय किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग की मंशा है कि इस व्यवस्था को लागू करने के लिए उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में नवंबर के अंत तक संशोधन किया जाए। फिर दिसंबर से टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारक अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये जाएंगे। इससे पहले यह तय हुआ था कि 72,825 पदों पर भर्ती के लिए टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारकों का मेरिट के आधार पर चयन कर पहले उन्हें छह महीने का विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण दिया जाएगा। विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें नियुक्ति दी जाएगी। यह भी तय हुआ था कि चयन की जो मेरिट बनेगी उसमें अभ्यर्थियों द्वारा हाईस्कूल में प्राप्तांक प्रतिशत के 10, इंटरमीडिएट के 20 व स्नातक के 40 प्रतिशत अंकों को जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, यदि अभ्यर्थी को बीएडके थ्योरी और प्रैक्टिकल में प्रथम श्रेणी प्राप्त हुई है तो उसे प्रत्येक के लिए 12-12, द्वितीय श्रेणी के लिए 6-6 और तृतीय श्रेणी के लिए 3-3 अंक मिलेंगे। मेरिट निर्धारण में बीएड के अंकों को लेकर सवाल उठाये जा रहे थे। कहा जा रहा था कि श्रेणियों के आधार पर मनमाने तरीके से अंक तय करना उचित नहीं है। विभाग को शिक्षकों की भर्ती में नयी व्यवस्था लागू करने के बारे में इसलिए सोचना पड़ा क्योंकि एनसीटीई ने बीएड डिग्रीधारकों को शिक्षक नियुक्त करने के लिए 31 मार्च 2014 तक का समय दिया है। यदि अभ्यर्थियों का पहले विशिष्ट बीटीसी ट्रेनिंग के लिए चयन करने के बाद उन्हें नियुक्ति दी जाती तो प्रदेश में एक बैच में अधिकतम 20,000 अभ्यर्थियों को ही ट्रेनिंग देने की क्षमता है। चार बैच को ट्रेनिंग देने में कम से कम दो वर्ष का समय लगता और तब तक स्वीकृत समयसीमा बीत जाती। समय बीतने के बाद शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाती। दूसरा, जो नयी व्यवस्था सोची गई है, उसमें मेरिट निर्धारण में बीएड के अंकों को लेकर उठायी जा रही आपत्ति भी दूर हो सकेगी


News Source : Jagran (2.11.12)
*****************************************
Recruitment matter may be delayed for some more time.

Thursday, November 1, 2012

BTC/UPTET : परीक्षा परिणाम घोषित करने की उठी आवाज


BTC/UPTET : परीक्षा परिणाम घोषित करने की उठी आवाज


मऊ : बीटीसी 2010 बैच की परीक्षा का परिणाम घोषित करने को लेकर डायट के प्रशिक्षणार्थियों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाधिकारी को पत्रक सौंपकर 12 नवंबर तक परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग की। उन्हें इस दिशा में सार्थक कदम उठाने का आश्वासन मिला।

बीटीसी अंतिम सेमेस्टर के प्रशिक्षु विनय सिंह व अमित सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा सहायक अध्यापक की नियुक्ति हेतु विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। बीटीसी 2010 का परीक्षा परिणाम न आने की स्थिति में विज्ञापित 9600 पदों में आधे से अधिक पद रिक्त रहने की संभावना है। वे प्रशिक्षण पूरा करने के साथ अध्यापक पात्रता परीक्षा भी उत्तीर्ण कर चुके हैं। परीक्षा परिणाम 12 नवंबर तक आ जाता है तो वे भी इस नियुक्ति के लिए पात्र होते। इसलिए परिणाम घोषित किया जाय अन्यथा नियुक्ति हेतु विज्ञापन की तिथि बढ़ाई जाय। ज्ञापन सौंपने वालों में रश्मि राय, पूजा शाही, नूसरत जहां, वंदना विश्वकर्मा, पूनम मौर्या, अनीता यादव, रेखा सिंह, इंद्रजीत, मनोज, रजनीकांत, अरूण मौर्य, सतेंद्र, जितेंद्र, धीरज मौर्य आदि शामिल थे


News Source : Jagran (1.11.12)

UPTET : Fill up primary teachers posts, demand aspirants



UPTET : Fill up primary teachers posts, demand aspirants


ALLAHABAD: Students appearing in competitive examinations along with Teachers Eligibility Test ( TET) aspirants under the banner of Pratiyogi Chatra Morcha took out a procession till the Collectorate on Wednesday and demanded filling up of around 72,825 posts of primary teachers in the state.

They raised slogans against the state government and education department for failing to initiate the process of filling up the vacancies. The protestors blocked the Collectorate road and later handed over a memorandum to the district officials.

Morcha convenor Rajesh Kumar Singh said the state government has failed to fill up the post of primary teachers despite receiving a directive from the high court. This poinst towards their insensitivity towards the candidates who have applied for 72,825 vacancies of primary teachers in the state.

News Source : Times of India (1.11.12)

UPTET : शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को गरजे



UPTET : शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को गरजे

इलाहाबाद। टीईटी उत्तीर्ण बीएड बेरोजगार अभ्यर्थियों ने प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर बुधवार को आजाद पार्क से जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस निकालकर प्रदेश सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कहना था कि न्यायालय की ओर से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की हरी झंडी मिलने के बाद भी प्रदेश सरकार अभी तक प्राथमिक विद्यालयों में खाली पदों की घोषणा नहीं कर रहा है। छात्रों ने अपने ज्ञापन में कहा कि 72823 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया विज्ञापन नहीं होने के कारण बाधित है। बीएड बेरोजगारों ने प्रदेश सरकार से खाली पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बीएड बेरोजगारों ने चक्काजाम किया। ज्ञापन देने वालों में अभिषेक सिंह सोनूसंजय पांडेयदिनेश दुबेपवन मिश्रसुभाष चौधरीअशोक यादवनीरज मिश्रविनय यादवविनय पांडेयहैप्पी सिंह शामिल रहे
टीईटी उत्तीर्ण बीएड बेरोजगारों का जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शनज्ञापन सौंपा
आपस में ही लड़ गईं शिक्षिकाएं
इलाहाबाद। आजाद पार्क में स्कूल आवंटन के विरोध में प्रदर्शन करतीं महिलाएं आपस में झगड़ पड़ी। विवाद आजाद पार्क में स्कूल ज्वाइन कर चुकी शिक्षिकाओं के पहुंचने पर शुरू हुआ। आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए वे शिक्षिकाएं भी पहुंच गईं जो अभी तक प्रदर्शनों में शामिल नहीं थी। शिक्षिकाओं के मुताबिक बीएसए ने आश्वासन दिया है कि पहले आंदोलनरत शिक्षिकाओं को देखा जाएगा। इसके बाद स्कूल ज्वाइन कर चुकी शिक्षिकाओं को देखा जाएगा। पहले से आंदोलरत शिक्षिकाओं का कहना था कि अपना नुकसान होता देख स्कूल ज्वाइन कर चुकी शिक्षिकाएं सामने आईं हैं। शिक्षिकाओं के बीच काफी देर तक बहस चलती रही। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल के लिए पांच सदस्यों को चुना गया।
ऑन लाइन आवेदन की तिथि बढ़ाने की मांग
इलाहाबाद। बीटीसी 2010 बैच के प्रशिक्षुओं ने उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित विद्यालयों में खाली शिक्षकों के पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथि 20 नवंबर से आगे बढ़ाने की मांग की है। बीटीसी 2010 के प्रशिक्षुओं का कहना है कि उनका परीक्षा परिणाम लंबित होने के कारण आवेदन भर्ती प्रक्रिया वह वंचित हो जाएंगे। ऐसे में प्रदेश सरकार बीटीसी 2010 का रिजल्ट जारी होने तक आवेदन की तिथि बढ़ाए।
वेबसाइट से डाउनलोड करें अंकपत्र
इलाहाबाद। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश के अनुसार विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षित जिन अभ्यर्थियों को बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन विद्यालयों में नियुक्ति के लिए आवेदन करना हैवह अभ्यर्थी अपने अंक विभाग की वेबसाइट से डाउनलोड करके संबंधित डायट के प्राचार्य से प्रमाणित करवाकर आवेदन कर सकते हैं।
कलेक्ट्रेट के पास कपड़े उतारकर प्रदर्शन करते टीईटी पास बीएड बेरोजगार छात्र और आजाद पार्क में स्कूल आवंटन का विरोध करतीं शिक्षिकाएं।


News Source : Amar Ujala (1.11.12)
**********************************************

टीईटी उत्तीर्ण ने जताई नाराजगी
मंडी धनौरा। मोहल्ला अट्टा में आयोजित एक बैठक में टीईटी उत्तीर्ण छात्रों ने कहा कि सरकार की मंशा उनको नियुक्ति देने की कम राजनैतिक लाभ उठाने की अधिक दिखाई पड़ रही है। छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। वक्ताओं ने एनसीईआरटी से बीएड के अंक जोड़ने का सुझाव मांगे जाने की आलोचना की गई और कहा गया कि विशिष्ट बीटीसी का आधार ही बीएड है। राज्य सरकार से शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने की मांग की गई। मनित शर्माअंकुर शर्मादिग्विजय सिंहअमित मिश्राराहुल मौजूद थे

News Source : Amar Ujala (1.11.12)
****************************************
UPTET : भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करने को लेकर प्रदर्शन


इलाहाबाद : हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी बेसिक शिक्षा में रिक्त 72,825 पदों पर भर्ती प्रक्रिया अभी तक न शुरू होने से नाराज अभ्यर्थियों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों की मांग है कि रिक्त शिक्षकों के पदों पर विज्ञापन निकालकर जल्द ही भर्ती पक्रिया शुरू की जाए।

बेसिक शिक्षा विभाग में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की टीईटी अभ्यर्थी लगातार मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को अभ्यर्थियों ने डीएम को ज्ञापन सौंपने के लिए कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान एसीएम प्रथम ने आकर ज्ञापन लिया। ज्ञापन में अभ्यर्थियों ने सरकार से शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में भीमसेन चौरसिया, संजय पांडेय, राकेश यादव, सुभाष, पवन मिश्रा, अभिषेक, शिवाकांत यादव, झूंसी प्रसाद, नीरज मिश्र, पीयूष आचार्य, चंद्र प्रकाश सिंह, राजन मिश्र, हरेंद्र यादव, कान्हा तिवारी व हरितोष आदि शामिल रहे


News Source : Jagran ( 1.11.12)
*********************************************
I feel matter is still complicated , and this situation may exists till satisfactory disposal from court.

UPTET : विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया में बीएड के भी जुड़ेंगे अंक


विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया में बीएड के भी जुड़ेंगे अंक
एससीईआरटी ने शासन को भेजा प्रस्ताव

पुराने पैटर्न पर भी करने का दिया सुझाव -

लखनऊ। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने यह साफ कर दिया है कि विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया में बीएड के भी अंक जोड़े जाएंगे। विशिष्ट बीटीसी खासकर बीएड वालों के लिए है, इसलिए इसका अंक जोड़ना अनिवार्य है। एससीईआरटी ने बुधवार को इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। प्रस्ताव में पुराने पैटर्न यानी हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक और बीएड के प्राप्तांकों को सीधे जोड़कर मेरिट बनाने का भी सुझाव दिया गया है। इसमें कहा गया है कि गुणांक के आधार पर भी मेरिट का निर्धारण किया जा सकता है। बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी द्वारा बुधवार को बुलाई गई बैठक अब गुरुवार को होने की संभावना है।
प्रदेश में 72 हजार 825 विशिष्ट बीटीसी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए चयन प्रक्रिया शुरू की जानी है। इसके लिए शासनादेश जारी होना है। शासन स्तर पर पूर्व में हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक और बीएड के अंकों को गुणांक के आधार पर जोड़ते हुए मेरिट बनाने पर सहमति बनी थी, लेकिन बेसिक शिक्षा मंत्री ने इस पर संशोधित प्रस्ताव एससीईआरटी से मांग लिया। इसमें पूछा गया कि विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया में बीएड के अंकों को जोड़ना कहां तक उचित होगा।
सूत्रों का कहना है कि एससीईआरटी ने बुधवार को संशोधित प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इसमें सुझाव दिया गया है कि पूर्व की तरह इस बार भी विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया पूरी की जाए। पूर्व में हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक और बीएड के प्राप्तांकों को सीधे जोड़कर मेरिट बनाई जाती रही है। इसी तरह इस बार भी मेरिट बनाई जा सकती है। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि गुणांक के आधार पर मेरिट बनाई जा सकती है। एससीईआरटी के प्रस्ताव पर अब शासन को अंतिम निर्णय करना है


News Source : Amar Ujala (1.11.12)
********************************************
In new suggestion, B. Ed marks are compulsory to add for Vishisht BTC selection.
Wait and watch to see what will happen in selection process and when will new advertisement come.
What will happen in court on 6th Nov 2012.

Wednesday, October 31, 2012

UPTET : सरकार की सद्बुद्धि के लिए किया यज्ञ


UPTET : सरकार की सद्बुद्धि के लिए किया यज्ञ


जालौन। टीईटी बेरोजगारों ने लौना रोड स्थित छठी माता मंदिर पर सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया। टीईटी बेरोजगारों ने सरकार की नीतियों को कोसते हुए कहा कि भर्तियों को लटके हुए एक वर्ष होेने वाला है फिर भी सरकार उनके बारे में कोई भी विचार नहीं कर रही है। टीईटी बेरोजगारों ने पुराने विज्ञापन को बहाल करने के लिए कई बार लखनऊ में आंदोलन किया, परंतु सरकार ने उनका आंदोलन कुचल दिया। बैठक में विंध्यपाल सिंह, मंगल सिंह, प्रमोद, रामेंद्र, गजेंद्र यादव, प्रवीण, अनुराग, जीत सिंह, नागेंद्र यादव आदि मौजूद रहे


News Source : Amar Ujala ( 31.10.12)
******************************************
Waiting from a long time, Candidates are praying, doing Yagya and so many things to get job. 

Tuesday, October 30, 2012

UPTET : वादे पूरे कर रही है सरकार: राम गोविंद


UPTET : वादे पूरे कर रही है सरकार: राम गोविंद

मंत्री का दावा

•सूबे की सरकार द्वारा किया गया वादा हो रहा पूरा
•टीईटी की समस्या को एक दो माह में कर लिया जाएगा हल
•स्कूलाें में शिक्षकाें की कमी को जल्द किया जाएगा पूरा
•बच्चाें की पसंद से बनेगा पुष्टाहार


मिर्जापुर। सपा ने जनता से जो वादे किए थे उस पर अमलीजामा पहनाने का काम शुरू कर दिया गया है। सरकार शिक्षा में सुधार लाने के लिए तत्पर है। अगले कुछ माह में शिक्षकों की भर्ती की जाएगी, जहां शिक्षकाें की कमी है उन स्थानों को चिह्नित कर तैनाती की प्रक्रिया चल रही है तथा अगले एक दो माह में टीईटी उतीर्ण अभ्यर्थियों की समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। यह बातें सूबे के बेसिक शिक्षा व बाल विकास पुष्टाहार मंत्री रामगोविंंद चौधरी ने लोंहदी स्थित राज्यमंत्री कैलाश चौरसिया के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहीं।
मंत्री ने दावा किया कि बेरोजगारी भत्ता हो, कन्या विद्या धन या अन्य कोई योजना सभी पर गंभीरता से अमल किया जा रहा है। शिक्षा के गिरते स्तर पर कहा कि जनता सरकारी स्कूलाें के प्रति विश्वास रखे तभी इनका स्तर उठेगा। कहा कि निजी स्कूलाें के शिक्षक प्रशिक्षित नहीं होते हैं जबकि सरकारी स्कूलाें में प्रशिक्षित और योग्य शिक्षक तैनात किए जाते हैं। सरकार किताब से लेकर भोजन, वजीफा और ड्रेस सहित तमाम सुविधाएं मुफ्त मुहैया करा रही है जबकि निजी स्कूलों में ऐसा कुछ नहीं है। कहा कि टीईटी उत्तीर्ण लोगों की समस्या अगले एक दो माह में हल कर ली जाएगी।
स्कूलाें में मिड डे मील में गड़बड़ियों के सवाल पर कहा कि अगले कुछ दिनाें से वह गुप्त तरीके से इसकी जांच कराएंगे और जहां भी गड़बड़ी मिलेगी वहां के कर्मचारी व अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुष्टाहार के बारे में कहा कि अब बच्चाें के पसंद के हिसाब से आहार बनवाया जाएगा ताकि बच्चे खुश हो कर उसका सेवन करें। श्री चौधरी ने कहा कि विकलांगों के लिए विशेष शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है और जो विकलांग घर से नहीं निकल पाते हैं उनके लिए घर पर शिक्षा व्यवस्था करने की योजना बनाई जा रही है।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का काम भाजपा कर रही है क्योंकि उसके पास अब कोई अन्य मुद्दा नहीं बचा है। भाजपा अब सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। पत्रकार वार्ता के दौरान नगर विधायक व प्रदेश के राज्यमंत्री कैलाश चौरसिया सहित अन्य सपा नेता मौजूद रहे

News Source : Amar Ujala (30.10.12)
******************************************

टीईटी अभ्यर्थियों से धैर्य की अपील

गाजीपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक लंका मैदान में हुई। रमा त्रिपाठी ने संगठन को मजबूत करने का आह्वान करते हुए कहा कि निराश और हताश होने की आवश्यकता नहीं है। धैर्य का परिचय देने की जरूरत है। कहा कि हमारी मांग शुरू से ही टीईटी मेरिट की रही है और आगे भी रहेगी। हमे नि:स्वार्थ भाव से अपनी मांगपर अडिग रहना है। बैठक में अमित पांडेय, आनंद कुमार सिंह, अरुण यादव, चंद्रमा , सुशील, संजय, बालेश्वर, कुबेर यादव ने विचार रखे
***********************
टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक एक को
शिकोहाबाद (ब्यूरो)। टीईटी महासंघ मोर्चा के अध्यक्ष रवीकांत सिंह के अनुसार अध्यापक पात्रता परीक्षा- 2011 के सभी अभ्यर्थियों की बैठक एक नवंबर को नारायण इंटर कालेज में सुबह साढ़े दस बजे आयोजित की गई है। बैठक में जनपद के समस्त अभ्यर्थियों से भाग लेने को कहा गया है।
********************


टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
भत्ता नहीं रोजगार चाहिए, नहीं तो आंदोलन

आवेदनपत्र के साथ लिए गए सौ रुपए वापस करने की मांग की
•विरोध स्वरूप ज्यादातर युवाओं ने काले कपड़े पहन रखे थे 

चित्रकूट। उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की चित्रकूट इकाई ने सोमवार को भी सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी भत्ता नहीं रोजगार चाहिए के नारे लगाते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे और अपनी नियुक्ति की मांग करते हुए एसडीएम के द्वारा मुख्यमंत्री को अपनी मांगों का ज्ञापन भेजा। विरोध स्वरूप ज्यादातर युवाओं ने काले कपडे़ पहन रखे थे अन्यथा काले रंग के कपडे़ की पट्टी बांधकर विरोध जताया।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में कहा कि लगभग तीन लाख उत्तीर्ण अभ्यर्थी पिछले एक साल से अपनी नियुक्ति की बाट जोह रहे हैं। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार द्वारा आवेदनपत्र के साथ लिए गए सौ रुपए के ड्राफ्ट को कैंसिल कर बेरोजगारों को उनका आवेदन शुल्क वापस करने की मांग की। संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष आलोक कुमार पांडे ने कहा कि उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी जनआंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे। इस अवसर पर रविकुमार, कमलेश कुमार, बीरेंद्र सिंह, अमृतलाल, कुंवर सिंह, चंद्रभूषण सिंह, सुरेंद्र रैकवार, अवधराज, रामदयाल आदि मौजूद रहे

*************************


टीईटी भ्रष्टाचार का मामला भी उठेगा
फर्रुखाबाद। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के सदस्य अरविंद केजरीवाल के सामने टीईटी भ्रष्टाचार का मामला भी उठाएंगे। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक लक्ष्मण सिंह के साथ हुई। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण होने वालों के साथ धोखा नहीं होने दिया जाएगा। संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष धीरेंद्र वर्मा ने कहा कि सरकार से जब भी हक मांगा तो लाठी मिली। अब यह लड़ाई केजरीवाल को सौंपी जाएगी। इस दौरान अनुज कटियार, रवीन्द्र दिवाकर, आलोक पाल, राकेश वाजपेई, अनिल कश्यप, कंचन कटियार, सुखवीर पाल, देवानंद सिंह, संदीप, आलोक दीक्षित, प्रदीप सिंह, पवन पाल, कर्मवीर सिंह, सुशील गुप्ता आदि मौजूद रहे
***********************


टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा का प्रदर्शन
आजमगढ़। बीएड, टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने शहीद कुंवर सिंह उद्यान गेट पर सोमवार को प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। बीएड डिग्री धारकों ने प्रदेश सरकार से सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति हेतु यथाशीघ्र विज्ञापन निकलवाने की मांग की।
टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्री धारकों का कहना है कि वह एक वर्ष से शिक्षक बनने की आस में बैठे हैं। पहले उच्च न्यायालय द्वारा भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी गयी थी, लेकिन अब उच्च न्यायालय और एनसीटीई से प्रतिबंध हटने के बाद भी शिक्षक भर्ती विज्ञापन में टाल मटोल किया जा रहा है। प्रदेश सरकार के शासनकाल में बेरोजगार युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। डिग्री धारकों ने मुख्यमंत्री से तत्काल विज्ञापन प्रकाशित कर उनकी नियुक्ति करने की मांग की

News Source : Amar Ujala (30.10.12)
************************

Day by day TET candidates anxiety increases, What will happen in advertisement, When will advertisement come . Will they get fee/draft amount against old advertisement.

Candidates eagerly waiting HC hearing on 6th November 2012.

UPTET : नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी करे सरकार


UPTET : नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी करे सरकार


आजमगढ़: बीएड टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक सोमवार को कुंवर सिंह उद्यान में हुई। इसमें टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्री धारकों के लिए प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित कराने की मांग की गई। वक्ताओं ने कहा कि पहले सरकार न्यायालय से प्रतिबंध लगने का बहाना कर रही थी। अब न्यायालय और एनसीटीई से प्रतिबंध हटने के बाद भी भर्ती का विज्ञापन नहीं निकाला जा रहा है। बेरोजगार युवकों का उत्पीड़न कर सरकार अच्छा नहीं कर रही है। यदि सरकार विज्ञापन जारी नहीं करती है तो हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर श्रीश यादव, हंसराज यादव, हौशिला प्रसाद कु शवाहा, सुभाष चंद, दिनेश, विजय गुप्ता, विशाल, रेयाज अहमद आदि उपस्थित थे

News Source : Jagran (29.10.12)
********************************************
Recently in NEWS, B. Ed marks shall be add in selection process OR not. Therefore formula for selection still undecided.

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को कब मिलेगी नियुक्ति



UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को कब 


मिलेगी नियुक्ति





मैनपुरी: शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने के लिए भर्ती प्रक्रिया में न्यायालय द्वारा तारीख पर तारीख मिल रही हैं। वहीं शासन अपना स्पष्टीकरण कोर्ट में प्रस्तुत नहीं कर रहा है, जिससे टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया की राह खुल सके लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया जा सका है

उल्लेखनीय है कि टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति का मामला अभी भी न्यायालय की दहलीज पर न्याय की आस में है जबकि शासन अब तक अपना पक्ष स्पष्ट नहीं कर सका है। अभ्यर्थियों का कहना है कि शासन अपना एक निर्णय ले कि शिक्षकों की नियुक्ति गुणांक के आधार पर करनी है या बीएड की मैरिट के आधार पर। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी करीब एक वर्ष से नियुक्ति के इंतजार में है लेकिन शासन नियुक्ति प्रक्रिया का कोई खाका तैयार नहीं कर सका है जिससे 2 लाख 75 हजार परीक्षार्थी मारे-मारे फिर रहे हैं

बता दें कि तत्कालीन बसपा सरकार ने नियुक्ति को टीईटी की मैरिट के आधार पर भर्ती की बात कही थी। जबकि उच्च स्तर पर धांधली के चलते वर्तमान सरकार ने टीईटी के साथ-साथ सामान्य वर्ग के परीक्षार्थियों के लिए 90 अंक, अन्य पिछड़े वर्ग व अनुसूचित जाति के परीक्षार्थियों के लिए 83 अंकों को पात्रता का आधार बनाया है। इसके अलावा नियुक्ति को हाईस्कूल के 10 प्रतिशत, इण्टर के 20 प्रतिशत, स्नातक के 40 प्रतिशत तथा बीएड थ्योरी व प्रयोगात्मक में प्रथम पर 12-12 अंक, द्वितीय श्रेणी में 6-6 अंक दिए जाएगे और तृतीय श्रेणी में 3-3 अंक दिए जाने पर सहमति बनी थी लेकिन अब सरकार ने विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया में बीएड के अंकों को जोड़ने का सुझाव एनसीआरटी से मांगा है। जिससे टीईटी अब सिरदर्द बन गयी है। जिससे टीईटी परीक्षार्थियों को न्यायालय से भी निराशा ही मिल रही है

फिलहाल न्यायालय द्वारा सुनवाई की तारीख 6 नवम्बर कर दी गई है जबकि बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों के लिए वही शिक्षक पात्रता परीक्षा मान्य हो गयी है। जिसके लिए नियुक्ति का शासनादेश भी जारी हो चुका है। जिससे यह तो स्पष्ट है कि शासन ने वर्तमान शिक्षक पात्रता परीक्षा को बहाल कर दिया। बीएड टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की मांग है कि उन्हें भी न्यायालय व सरकार राहत देकर नियुक्ति दे। जिसमें निर्देश कुमार, बृजेश कुमार, शैलेंद्र यादव, ऋषि मिश्रा, हिमांशी यादव, विकास यादव, माधवेंद्र सिंह, सरिता चौहान, अभिषेक यादव आदि शामिल हैं


News Source : Jagran (29.10.12)
********************************************
Some candidates said that advertisement is approved and will be published soon. And nearly one month is going to passed and no news for such advertisement arrives.

What I feel is - Advt. matter may be solved in court and after that it may be released.