Saturday, June 22, 2013

UPTET 2013 : परीक्षा में पारदर्शिता बरतें


UPTET 2013 :  परीक्षा में पारदर्शिता बरतें

टीईटी परीक्षा को लेकर डीएम का निर्देश


महराजगंज। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को लेकर शुक्रवार को केंद्र व्यवस्थापकों और पर्यवेक्षकों की बैठक कलेक्ट्रेट के बुद्धा सभागार में हुई। इसमें डीएम सौम्या अग्रवाल ने 27, 28 जून को होने वाली परीक्षा में पारदर्शिता बरतने का निर्देश दिया।

डीएम ने कहा कि कोई भी परीक्षार्थी केंद्र के अंदर मोबाइल सेट, लैपटॉप और कैलकुलेटर नहीं ले जा सकेगा। यदि किसी स्टाफ का रिश्तेदार परीक्षा दे रहा हो तो उसे परीक्षा कार्य से दूर रखा जाए। उन्होंने मानक के अनुसार परीक्षार्थियाें को बैठने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। डीएम ने केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षा के एक दिन पूर्व व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।

डीआईओएस अनिल मिश्रा ने बताया कि जिले में 4474 परीक्षार्थियों के लिए तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा 27 और 28 जून को दो पालियों में राजकीय गर्ल्स इंटर कॉलेज, जवाहरलाल नेहरू स्मारक पीजी कॉलेज और गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक इंटर कॉलेज में होगी। प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे से 12:30 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा 2:30 बजे से पांच बजे तक होगी। इस दौरान जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी राजू पटेल, आरपी नागवंशी, गिरीश कुमार सिंह सहित केंद्र व्यवस्थापक उपस्थित रहे




News Sabhaar : Amar Ujala (22.6.13)


Anudeshak Samvida Teacher Recruitment : काउसलिंग में सुस्ती से अनुदेशक परेशान


Anudeshak Samvida Teacher Recruitment  काउसलिंग में सुस्ती से अनुदेशक परेशान

UPTET  / टीईटी / TET Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News




•कहा, विद्यालय चयन को लेकर हो रही सेटिंग-गेटिंग
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में डीएम को ज्ञापन देने पहुंचे शिक्षक



रायबरेली। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अनुदेशकों के विद्यालय चयन प्रक्रिया अभी तक नहीं शुरू कराई गई है। इससे चयनित अनुदेशकों में आक्रोश व्याप्त है। शुक्रवार को अनुदेशकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से मिलकर काउंसलिंग प्रक्रिया जल्द शुरू कराने की मांग की है।
प्रदेश सरकार की ओर से परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कला शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा, कार्य शिक्षा में महिला, निशक्तों व पुरुषों की नियुक्ति के लिए चयन किया गया। चयन प्रक्रिया तो पूरी कर ली गई है। वहीं अब अभ्यर्थियों को विद्यालय में नियुक्ति के लिए जोर-आजमाइश करनी पड़ रही है। बीएसए की ओर से काउंसलिंग की तिथि निर्धारित न करने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। ईश्वर चंद, रमन कुमार, प्रीती का कहना हे कि प्रदेश के अमेठी, सीतापुर, चित्रकूट, बांदा, फतेहपुर आदि जनपदों में विद्यालय चयन के लिए काउंसलिंग करा दी गई है अथवा विकल्प लिए गए हैं। यहां पर अभी ऐसा कुछ नहीं है। गुड़िया, दलपति, सुजीत ने कहा कि कई जिलों में विद्यालय चयन के पहले फाइनल सूची निकाली गई और प्रत्यावेदन का समय दिया गया है। बीएसए अभी तक विद्यालय चयन की काउंसलिंग और विकल्प न देकर दलालों के माध्यम से मनमाने तरीके से विद्यालय चयन की सूची बनवा रहे हैं। राधे, गायत्री, राकेश अग्निहोत्री आदि ने डीएम से हस्तक्षेप कर नियमानुसार विद्यालय में नियुक्ति की सूची तैयार कराने की गुहार लगाई है।


News Sabhaar : अमर उजाला (22.6.13)

UPTET मंशा पूरी होने में शिक्षकों की कमी बनी अड़ंगा


UPTET  मंशा पूरी होने में शिक्षकों की कमी बनी अड़ंगा

2464 विद्यालयों के सापेक्ष में रहेंगे 1716 शिक्षक

•748 विद्यालयों पर लटक जाएगा ताला, कई होंगे एकल,नए शिक्षा सत्र में मिलेंगे महज 40 शिक्षक

•280 ने मांगा तबादला, 50 हो जाएंगे सेवानिवृत्त


सोनभद्र। सरकार की मंशा में शिक्षकों की कमी अड़ंगा बनी हुई है। यही स्थिति रही तो शिक्षकों की भारी कमी के कारण नए शिक्षा सत्र में परिषदीय स्कूलों की व्यवस्था लड़खड़ा जाएगी। वजह, जिले में तैनात 2006 शिक्षकों में से 280 ने गैर जनपद तबादले की अर्जी लगाई है। करीब 50 शिक्षक 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं जबकि नए शिक्षा सत्र में महज 40 नए शिक्षक ही मिले हैं। ऐसे में 2464 विद्यालयों के सापेक्ष महज 1716 शिक्षकों पर पठन-पाठन की जिम्मेदारी रहेगी। वहीं 748 विद्यालय शिक्षक विहीन हो जाएंगे।

प्राथमिक शिक्षा प्रतिभा को निखारने की बुनियादी जरूरत है, लेकिन जब पूरी व्यवस्था ही गड़बड़ हो तो शिक्षा का स्तर कैसा होगा, यह सवाल गंभीर है। कुछ ऐसा ही हाल जिले की परिषदीय शिक्षा व्यवस्था का है। जिले में समायोजन में गड़बड़ी, मनमाना संबद्धीकरण और इन सबके बीच शिक्षकों की भारी कमी के चलते दर्जनों विद्यालय महज शिक्षामित्रों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। दरअसल जिले में परिषदीय शिक्षा व्यवस्था के तहत 1810 प्राथमिक और 654 पूर्व माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। इनमें साढे़ तीन लाख के करीब छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन विद्यालयों के सापेक्ष कुल 2006 शिक्षक ही तैनात हैं। इसमें भी खास यह है कि इन तैनात शिक्षकों की मनमानी पोस्टिंग का नतीजा है कि कहीं एक विद्यालय पर चार-पांच शिक्षक हैं तो कहीं महज शिक्षामित्र ही पूरी व्यवस्था संचालित कर रहे हैं। जंगली और पहाड़ी इलाकों में शिक्षक जाना ही नहीं चाहते और विभाग भी उनके सामने किसी न किसी वजह से नतमस्तक हैं। ऐसे में वर्ष 2012 में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था गड़बड़ हो गई थी। अब परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था और भी लड़खड़ा जाने की आशंका है।

उपलब्ध अध्यापक से ही चलेगा काम

बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रभुराम चौहान का कहना है कि शिक्षकों की कमी का मुद्दा सिर्फ सोनभद्र नहीं बल्कि पूरे यूपी का है। सरकार नए शिक्षकों की तैनाती करने में जुटी है। उनके पास जितने टीचर उपलब्ध हैं, उन्हीं से विद्यालयों का पठन-पाठन ठीक रखना है।

स्थानांतरित शिक्षक नहीं होंगे कार्यमुक्त

बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि गैर जिलों में स्थानांतरण कराने वाले शिक्षकों को कार्यमुक्त नहीं करेंगे। इसके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया गया है। उनका कहना है कि जब तक नए शिक्षक जिले को नहीं मिल जाते, पुराने शिक्षक यहां से नहीं छोड़े जाएंगे।

News Source / Sabhaar : अमर उजाला (22.6.13)

UPTET दो हजार शिक्षकों के सापेक्ष नई नियुक्ति ऊंट के मुंह में जीरा


UPTET / BTC :  दो हजार शिक्षकों के सापेक्ष नई नियुक्ति ऊंट के मुंह में जीरा
मात्र 60 शिक्षक कैसे कमी को करेंगे पूरा
•डायट पर 60 शिक्षकों के सापेक्ष 287 की काउंसिलिंग
टीईटी-सीटीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी हुए शामिल
28 जून को दूसरे जनपद के अभ्यर्थियों की होगी काउंसिलिंग

UPTET  / टीईटी / TET Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News




ज्ञानपुर। करीब दो हजार शिक्षकों की कमी झेल रहे जिले को ऊंट के मुंह में जीरा के समान 60 शिक्षक जल्द मिलेंगे। डायट पर शुक्रवार को टीईटी, सीटीईटी उत्तीर्ण बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी के 287 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई। 28 जून को दूसरे जिले के अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होगी।
जनपद के एक हजार प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पहले से जगजाहिर है। पिछले दिनों अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के चलते शिक्षकों की कमी का ग्राफ और बढ़ गया। चार हजार के सापेक्ष मात्र डेढ़ हजार शिक्षक जिले में बचे हैं। शासन के निर्देश पर पिछले दिनों डायट की ओर से शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर पत्र शासन को भेजा गया था। इसी के तहत जिले में टीईटी-सीटीईटी उत्तीर्ण विशिष्ट बीटीसी और बीटीसी अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराने का दिशा-निर्देश दिया गया। उसी क्रम में शुक्रवार को काउंसिलिंग कराई गई। 60 शिक्षकों के सापेक्ष 287 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई।काउंसिलिंग के बाद सिर्फ 60 शिक्षकों को विद्यालयों में तैनाती मिलनी है। इससे नए सत्र में 60 नए शिक्षकों की तैनाती जिले में हो जाएगी। शासन स्तर से अन्य अभ्यर्थियों की तैनाती का निर्देश आने के बाद उनको भी तैनाती का लाभ मिल सकता है।
डायट के आंकड़ों के अनुसार 28 जून को दूसरे जनपद के टीईटी-सीटीईटी अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराई जाएगी। प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रमा प्रसाद ओझा ने कहा कि शिक्षकों की जरूरत और कमी के बीच खाई काफी बड़ी है। शासन के निर्देश के क्रम में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है।



News Sabhaar : अमर उजाला (22.6.13)

UPTET टीईटी की तैयारी में आवेदकों ने झोंकी ताकत


UPTET  टीईटी की तैयारी में आवेदकों ने झोंकी ताकत


हाथरस (ब्यूरो)। शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी में जिले के युवा रात-दिन एक किए हुए हैं। इसके लिए कुछ युवाओं ने तो हाथरस में ही नहीं, अलीगढ़ और आगरा के अच्छे सेंटरों में कोचिंग भी शुरू कर दी है, लेकिन कुछ युवा स्वाध्याय से ही इस परीक्षा को पास करने के लिए रात दिन मेहनत कर रहे हैं। परीक्षा की तैयारी के लिए अधिकांश युवा अनसॉल्वड पेपर को ही सबसे बेहतर विकल्प मान रहे हैं। प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा के सिलेबस की किताबों से भी यह युवा नोट्स तैयार कर रहे हैं।
27 जून को बेसिक शिक्षा परिषद का शिक्षक बनने के लिए बीटीसी और समकक्ष योग्यता वाले आवेदकों की शिक्षक पात्रता परीक्षा होगी, जबकि 28 जून को माध्यमिक शिक्षा परिषद का शिक्षक बनने के लिए बीएड और समकक्ष डिग्री वालों की परीक्षा होगी, जिसमें भाग लेने के लिए जिले के 6,679 युवाओं ने आवेदन किए हैं, लेकिन अभी तक इन आवेदकों को न तो डाक विभाग के माध्यम से ही प्रवेश पत्र प्राप्त हो रहे हैं।

दूसरे विकल्प के रूप में इंटरनेट से भी जिले में ओएफसी कटने की वजह से युवाओं को ऑनलाइन प्रवेश पत्र मिलने में दिक्कत हो रही है, जोकि इन युवाओं के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।


UPTET / BTC / VBTC Recruitment : 270 शिक्षकों की भर्ती की फिर से कसरत


UPTET / BTC / VBTC Recruitment : 270 शिक्षकों की भर्ती की फिर से कसरत



आगरा। टीईटी पास बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी और उर्दू बीटीसी अभ्यर्थियों से पिछले वर्ष ही बेसिक स्कूलों के 300 पद भरे जानी थे। अभ्यर्थियों के कम पहुंचने से महज 70 पद ही भरे जा सके थे। शेष रिक्त पदों को इस वर्ष भरे जाने की कसरत चल रही है। शुक्रवार को बीएसए ने डायट परिसर में अभ्यर्थियों की काउंसलिंग कराई।
बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र प्रकाश ने बताया कि बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी और उर्दू बीटीसी के साथ टीईटी पास अभ्यर्थियों को शुक्रवार को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। 230 में से 200 अभ्यर्थी ही उपस्थित हुए। इनके प्रमाणपत्रों की जांच के बाद अलग-अलग कैटेगरी की मेरिट तैयार की जाएगी। काउंसलिंग 28 जून को की जाएगी। कोशिश की जाएगी कि 29 जून को काउंसलिंग में शामिल अभ्यर्थियों का चयन कर सूची नेट पर फीड कर दी जाए।
शासन का निर्देश है कि बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी और उर्दू बीटीसी के रिक्त पदों को भरकर एक जुलाई तक शिक्षकों को स्कूलों में भेज दिया जाए


News Source / Sabhaar : Amar Ujala (22.6.13)

UPTET / LT GRADE BUMPER RECRUITMENT : UP GOVT GOING TO FILL 7000 VACANCIES (likely to increase ) OF PRINCIPAL , LT GRADE TEACHER , LECTURER


UPTET / LT GRADE BUMPER RECRUITMENT : UP GOVT GOING TO FILL 7000 VACANCIES (likely to increase ) OF PRINCIPAL , LT GRADE TEACHER , LECTURER


सात हजार शिक्षकों की होगी भर्ती इलाहाबाद (एसएनबी)।
प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने का सपना संजोए प्रतियोगियों की बल्ले-बल्ले होने वाली है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक सेवा चयन बोर्ड एक साल के भीतर करीब सात हजार शिक्षकों की चयन करेगा। रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए चयन बोर्ड तेजी से जुट गया है। करीब 1900 क्षिक्षकों के पदों को भरने के लिए अगस्ति  सतम्बर महीने में चयन बोर्ड लिखित परीक्षा का आयोजन करने जा रहा है। इसके साथ ही जुलाई-अगस्त में पांच हजार और पदों को भरने के लिए विज्ञापन जारी करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षकों से अधियाचन मांगे जा रहे हैं। अब तक 4400 रिक्त पदों के अधियाचन चयन बोर्ड के पास आ भी चुके हैं। कुछ जिला विद्यालय निरीक्षक अधियाचन भेजने में कोताही बरत रहे हैं, जिन्हें तलब करने की तैयारी चल रही है। चयन बोर्ड को उम्मीद है कि रिक्तियों का आकड़ा पांच हजार पहुंचेगा। प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य, एलटी ग्रेड एवं प्रवक्ता बनने की ललस लिए बैठे अभ्यर्थियों की बल्ले-बल्ले होनी वाली है। तीनों ही पदों पर चयन बोर्ड बड़े पैमाने पर भर्ती करने जा रहा है। इसी कड़ी में अगस्त-सितम्बर माह मे एलटी ग्रेड के 1479 एवं प्रवक्ता के 383 पदों को भरने के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की जा रही है। इसके साथ ही 30 जून, 2014 तक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में भी रिक्त हो रहे प्रधानाचायरे, एलटीग्रेड एवं प्रवक्ता के रिक्त हो रहे पदों को भी एक साल के भीतर भरने की तैयारी चल रही है। इसके लिए चयन रिक्त पड़े पदों को पूरा ब्योरा चयन बोर्ड जिला विद्यालय निरीक्षकों से मंगा रहा है। जून तक रिक्त पड़े पदों का अधियाचन मिलने के बाद जुलाई-अगस्त तक विज्ञापन जारी कर देगा। चयन बोर्ड को अब तक 4400 रिक्त पदों का अधियाचन मिल चुका है। जिसमें प्रधानाचायरे के 585, प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों के 3165 एवं प्रवक्ताओं के साढ़े छह सौ पद शामिल हैं। जून के अंत तक इन रिक्तियों की तादाद पांच हजार पहुंचने की संभावना है। रिक्तियां बढ़ने के पीछे चयन बोर्ड का तर्क भी है




News Source / Sabhaar : एसएनबी
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Friday, June 21, 2013

Uttrakhand Kedarnath Disaster उत्तराखंड में तबाही


Uttrakhand Kedarnath Disaster उत्तराखंड में तबाही


News
हेमकुंड में 50 यात्री बह गए: हेमकुंड साहिब में तबाही का मंजर क्या था यह वहां से लौटे एक यात्री सुखप्रीत ने मीडिया को बताया। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने 200 से ज्यादा मोटरसाइकलों को नदी में समाते देखा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि बच्चों समेत करीब 50 यात्री नदी में गिरे हैं

पति के शव के साथ गुजारे दो दिन: सबसे दर्दनाक दास्तां सहारनपुर निवासी सविता नागपाल की है। सविता अपने पति सुरेंद्र नागपाल के साथ बद्रीनाथ यात्रा पर गई थीं। सोमवार रात अचानक होटेल में पानी घुसने के बाद यह बुजुर्ग दंपती ठौर की तलाश में सड़क पर आ गया। मलबे की चपेट में आकर पति सुरेंद्र नागपाल की मौत हो गई। सविता दो दिन तक अपने पति के शव के पास रोती-बिलखती रहीं। तीसरे दिन बेटे मुकेश के पहुंचने पर पति का अंतिम सस्कार किया जा सका। मुकेश को देहरादून में ही पिता के मरने की खबर मिल गई थी। वह मीडिया के सामने बद्रीनाथ जाने की गुहार लगाते देखे गए थे। बाद में वह किसी तरह वहां पहुंचे





Some People said this story : -
Kya Aap Isko Prakritik Aapda Manenge Ya Deveey Aapda

Ham logo ko Science / Nature ki Power Samjhnee Chahiye. Positive Powers Ke Liye Bhagwaan Mein Aastha Banaye Rakhen Par nakratmak VichaarDhara na Rakhen

Vishvash Karen Ki Bhagwaan Achhe Karya Karte Hain.

I got this story from internet -
केदारनाथ में तबाही के पीछे एक सामान्य प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि धारी देवी का अभिशाप है -

श्री केदारनाथ में तबाही का कारण
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एक पहाड़ी बुजुर्ग से गहरी और लंबी बातचीत के आधार पर निष्कर्ष ये निकला कि ये प्रत्यक्ष देवी विपदा है.
यहाँ पर देवी विपदा से मेरा वो मतलब नहीं जैसा कि सरकार समझती है या आमतौरपर समझा जाता है.
ये प्रत्यक्ष देवी का प्रकोप है. यो लोग पहाड के निवासी है वो ये बात जानते है कि पहाड के देवी देवता कितने जल्दी रुष्ट होते है.
जिस दिन ये देवी आपदा हुई , मतलब शनिवार की शाम को, उसी दिन शाम को "धारी देवी" के मंदिर को विस्तापित किया गया था. लगभग शाम को ६ बजे और केदारनाथ में जो भरी तबाही हुई वो भी लगभग ८ बजे शुरू हुई. मौसम विभाग के अनुसार जहा जून के मानसून में 70mm बारिश का अनुमान होता है परन्तु वहा 300mm बारिश हुई. वो भी सिर्फ ३० घंटो में.
माँ धारी देवी बड़ी प्रत्यक्ष शक्ति हैउस क्षेत्र की. वो दिन में 3 बार अपना रूप बदलती है. वहां के निवासी ये सब जानते है. किन्तु कांग्रेस सरकार वह पर एक बाँध बना रही है जिससे मंदिर को uplift करने की जरुरत थी. स्थानीय लोग दो गुटो में बाते हुए थे. एक मंदिर को हटाना चाहता था और एक गुट नहीं.
पर सरकार ने मंदिर की मूर्ति को विस्थापित कर ही दिया. जिसका परिणाम आपके सामने है.
मेरा मानना है कि यदि ऐसी स्थिति किसीमस्जिद या माजर को लेकर होती टो सारकार कोई दूसरा रास्ता खोजती.
जैसा दिल्ली में सुभाष मेट्रो station के पास किया.
मित्रों हम माँ धारी देवी से क्षमाप्रार्थना करते है कि वो हम सबकोक्षमा करे व सरकार को अकल दे.
जय माता जी 

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Thursday, June 20, 2013

UPTET / ALLAHABAD HIGHCOURT : DOES UP GOVT MADE ANY CIRCULAR - REQUIREMENT OF PASSING TET EXAM BY WORKING TEACHERS WITHIN 5 YEARS


UPTET / ALLAHABAD HIGHCOURT : DOES UP GOVT MADE ANY CIRCULAR - REQUIREMENT OF PASSING TET EXAM BY WORKING TEACHERS WITHIN 5 YEARS



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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD 

?Court No. - 33 

Case :- WRIT - A No. - 54362 of 2011 

Petitioner :- Indrasan Singh 
Respondent :- State Of U.P. And Others 
Petitioner Counsel :- R.P.Dubey,Manoj Kumar Singh 
Respondent Counsel :- C.S.C.,V.K.Kushwaha 

Hon'ble Arun Tandon,J. 
Shri K.S.Kushwaha, learned Standing Counsel made an attempt to suggest to this Court that in view of Section 2 (n) read with Section 23 and Section 38 of the Right to Free and Compulsory Education Act, 2009 along with the notification issued by the Central Government dated 31.03.2010 appointing National Council for Teachers Education (N.C.T.E.) as the academic authority to lay down the minimum qualifications for a person to be eligible to be appointed as teacher along with Rule 15 of the U.P. Right to Free and Compulsory Education Rules, 2011 submits that no teacher in any institution covered within the definition of School under Section 2(n) of the Act, 2009 which will include all institutions run by the Basic Shiksha Parishad namely Junior Basic Schools and Senior Basic Schools as well as recognised and aided Junior High School, can be appointed unless he has passed teacher's eligibility test. In view of the recital in the notification dated 27.07.2011 pertaining to the Rules, 2011 all earlier Rules on the subject with regard to the qualification of teachers in Schools stand superceded. Therefore, the district level authorities are justified in refusing to nominate a nominee to the Selection Committee to be constituted under the Rules, 1978 for the Junior High Schools concerned in as much as in the Advertisement it had not been mentioned that the persons with T.E.T. qualification alone can apply. 
This Court will address to the contentions so raised later. But on reading of Section 23 of Act, 2009 proviso, this Court finds that it has further been provided that if a teacher already working and is not possessed of the minimum qualification as is laid down under Section 23 shall acquire minimum qualification within a period of five years. 
The question, therefore, arises as to whether the State after framing the Rules of 2011 has issued any direction/notification to all education authorities of the State of U.P. asking them to ensure that the teachers already working in various institutions run and managed by the Basic Shiksha Parishad as well as those which are recognized and aided Junior High Schools are made aware of the said requirement of passing the TET examination within five years from the date the said qualification has come into force
Let the Secretary (Secondary Education) file his personal affidavit disclosing whether any such letter/circular with reference to Section 23(3) has been issued by the State till date and, if not, reasons for the same must be stated. He also explain as to how the statutory Rules framed in exercise of powers under Section 19 of the U.P. Basic Education Act can be superceded by framing of Rules in exercise of powers under Section 38 of Act No. 35 of 2009. 
Prima facie this Court is of the opinion that both the Acts operate in separate fields. 
Put up for further hearing on 01.05.2012. 
Dated :17.04.2012 
VR/54362/11 



UPTET : ALLAHABAD HIGHCOURT CASES


UPTET : ALLAHABAD HIGHCOURT CASES





HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD 

?Court No. - 30 

Case :- WRIT - A No. - 28616 of 2013 

Petitioner :- Smt. Chandra Kala Bharati 
Respondent :- State Of U.P.& 2 Ors. 
Petitioner Counsel :- Ajay Kumar Yadav 
Respondent Counsel :- C.S.C.,Sanjay Chaturvedi 

Hon'ble Amreshwar Pratap Sahi,J. 
Heard learned counsel for the petitioner. 
The petitioner is claiming salary for the period he has worked on the ground that the petitioner was not aware of any such Rule applying the TET to the petitioner as well. It is undisputed that the petitioner was appointed after 23.8.2010 which is date of the Notification of the National Council for Teacher Education. 
In the circumstances, ignorance cannot be pleaded in law by the petitioner. If his appointment was void without having possessed the qualifications prescribed then in that event, the petitioner cannot claim salary as a matter of right. 
The petitioner has relied on the order passed by the Coordinate Bench on 14.12.2012 in Writ Petition No.65146 of 2012. I am unable to persuade myself to accept the view expressed therein and, therefore, the matter may require a reference. However, Sri Sanjay Chaturvedi informs that this Court has already entertained a Special Appeal No.1467 of 2012 in such a matter and the same is pending consideration. 
List after the judgment in the aforesaid Special Appeal. 
Order Date :- 21.5.2013 
Irshad 

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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD 

?Court No. - 30 

Case :- WRIT - A No. - 26841 of 2013 

Petitioner :- Akhilesh Kumar Singh 
Respondent :- State Of U.P.& 3 Ors. 
Petitioner Counsel :- Dr. G.S.D.Mishra 
Respondent Counsel :- C.S.C.,Jay Ram Pandey 

Hon'ble Amreshwar Pratap Sahi,J. 
Heard learned counsel for the petitioner and Sri Jai Ram Pandey for the respondents. 
The petitioner claims himself to be the rightful claimant to be awarded the benefit of compassionate appointment after the death of his father Bans Bahadur Singh, who is said to have died on 29.12.2011 while working as Assistant Teacher in a Junior High School. The petitioner claims that he is duly qualified and has also passed the TET
In the circumstances, let the petitioner approach the respondent No.2 alongwith a certified copy of this and the respondent No.2 shall examine the claim of the petitioner and pass appropriate orders in accordance with law within 6 weeks from the date of production of a certified copy of this order before him after calling for a report in case so required from the concerned authority. 
With the aforesaid observations, the writ petition is disposed of. 
Order Date :- 14.5.2013 
Irshad