UPTET : यूपी टीईटी के करोड़ों का नहीं मिल रहा हिसाब
अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2011 के पैसों का हिसाब नहीं मिल पा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग पिछले तीन महीनों से लगातार पत्राचार कर रहा है कि टीईटी फार्म भरने वालों से मिले पैसे का हिसाब कर दिया जाए। यह बताया जाए कि परीक्षा कराने पर कितने खर्च हुए और अभी कितना बचा हुआ है, लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग है कि हिसाब देने को तैयार नहीं है।
कहा तो यह भी जा रहा है कि टीईटी के पैसों का पूरा हिसाब नहीं मिल रहा है। तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक जेल में हैं और उस समय की सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रभा त्रिपाठी कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पा रही हैं। इसके चलते माध्यमिक शिक्षा परिषद बेसिक शिक्षा विभाग को बचे हुए पैसे का हिसाब नहीं दे पा रहा है।
यूपी में वर्ष 2011 में पहली बार टीईटी आयोजित कराई गई थी। बेसिक शिक्षा विभाग से आयोजित होने वाली परीक्षा माध्यमिक शिक्षा विभाग को सौंप दी गई थी। उस समय टीईटी के लिए करीब 14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए। सामान्य और पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों से 500 और अनुसूचित जाति व जनजाति से 250 रुपये परीक्षा शुल्क लिया गया।
माध्यमिक शिक्षा विभाग को इससे करीब 16 करोड़ रुपए की आय हुई। जानकारों का कहना है कि परीक्षा कराने के लिए प्रत्येक मंडलों को 30 से 32 लाख रुपए दिए गए। इस हिसाब से इसके आयोजन पर करीब 5 करोड़ 75 लाख रुपए के आसपास खर्च हुआ। इसके अलावा परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने वाली कंप्यूटर कंपनी को करीब 5 करोड़ रुपए दिए जाने की बात प्रकाश में आई है। इसके अलावा अन्य पैसे कहां गए इसका पता नहीं चल रहा है। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए है।
प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने माध्यमिक शिक्षा विभाग को सितंबर 2012 में पहला पत्र लिखा कि टीईटी के आयोजन की जिम्मेदारी परीक्षा नियामक प्राधिकारी को सौंप दी गई है। इसलिए टीईटी 2011 के आयोजन के बाद जो पैसा बचा है, उसे परीक्षा नियामक प्राधिकारी को सौंप दिया जाए। प्रमुख सचिव के इस पत्र के बाद भी टीईटी के पैसों का हिसाब नहीं दिया जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस संबंध में पुन: माध्यमिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है कि पैसा वापस कर दिया जाए।
News Source : http://www.amarujala.com/news/samachar/national/financial-irregularity-may-be-in-up-tet/ / Amar Ujala ( 27.11.12)
*********************************
How candidates will get their extra money back, If similar problem arises for apply in 5 district / 5 DD and after court's instruction extra money will be back to candidates.
Add. 7 dec. Tak aane ki ummid nahi ,Agar court me new date aati hai to sarkar aur court hum logo ko milkar bebkuf bana rahe hai.
ReplyDelete29 nov. ko dharna kis base per hoga
ReplyDeletemain sirf ek kai sath hoo! bharti ho per jo gov. chahai wahi base ho court ki writ nahi padni chahia
Jai sree sai
ReplyDeleteHello dosto, Sarkaar aur court ek dusare ke khilaf kaise ja sakte hai. Ye to kewal hume jhutha dilasa de rahe hai. Agar court ne sarkar ki nahi mani to tondon sahab ka transfer maovadiyon ke gao me ho jayega so plz govt ko patao.
ReplyDeleteHamara nara (vigyapan nikalo)
ReplyDelete29 Nov lucknow chalo
29 Nov lucknow chalo
29 Nov lucknow chalo
29 Nov lucknow chalo
age min.18 year honi chahiye warna fir bharti par stay ayega kyun k ye bharti 3rd grade ki ha or 3rd & 4rth grade ke liye min.age limit 18 hoti ha.
ReplyDelete"1st & 2nd grade (officiar rank) ke liye min. age 21year hoti ha chahe Qualificatin 12th hi kyun na ho."
vishwas na ho to anya bhartiyon k vegyapan dekho.
jo lag ye kahte hai k age 18 nahi honi chahi ye wo ye bataye ke --
ReplyDelete1- B.T.C K LIYE GRADUATION AGE 18YEAR
2- SSC K LIYE GRADUATION AGE 18 YEAR
3- P.R.T. K LIYE GR.+ B.T.C (CENTRAL TEACHER) AGE 18
4 - RAILWAY (ASM & GOODS GUARD) K LIYE GRADUATION AGE 18
5- BANK K LIYE GRADUATION AGE 18
in sabi k liye age 18 kyun ha...........?
kyun k (after 1st ) pdhne k liye koi age boundesan nahi ha fir aap log apni taraf se pdhne k age kese tay kar sakte hai.kuch student class jum b to karte hai to fir aap sabhi ko ek taraju me ek saman kyun tol rahe hai.
jawab awasya de...