Monday, May 14, 2012

UPTET - Article By Mr. Ranjan - टी ई.टी परीक्षा निरस्त करवाने वाले मीडिया की झूठी ख़बरों का खंड


UPTET - Article By Mr. Ranjan - टी ई.टी परीक्षा निरस्त  करवाने वाले मीडिया की झूठी ख़बरों का खंडन  



प्रेषक: admin <bedtopper@gmail.com>
दिनांक: 14 मई 2012 3:40 pm
विषय: लोक तंत्र का चौथा स्तम्भ या अंधे अंधा ठेलिया दोनों कूप पडंत
प्रति: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>






कुछ समय पहले इस तरह की खबरें आ रही थी कि -
एंटीकरप्शन की टीम ने - जेडी माया निरंजन के कार्यालय में न मिलने पर विभाग के बाबुओं से प्रश्न पत्रों की गोपनीयता, प्रश्न पत्र रखने के स्थान, परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पहुंचाने और ओएमआर शीट को सील बंद करने की प्रक्रिया के बारे में पूछा




अब जरा टी ई टी के मार्गदर्शी  जी.ओ. (इसे आप  http://www.scertup.org/TET_RELATED_GOVT_ORDERS.pdf  पर डाउनलोड कर सकते है।  )में लिखे शब्दों पर गौर करे -
पेज संख्या
परीक्षा का आयोजन - 10 मद संख्या 12
"शिक्षक पात्रता परीक्षा -उत्तर प्रदेश "  मंडल मुख्यालय के जिलाधिकारी की अध्यक्षता एवं देख-रेख में   
मंडलीय मुख्यालयों पर आयोजित कराई जायेगी. जनपद स्तर पर परीक्षा संचालन हेतु समीति पूर्णतः सक्षमं एवं उत्तरदायी होगी. इस हेतु परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण निम्नलिखित समिति द्वारा किया जायेगा 
(क) जिलाधिकारी                                                                                                   अध्यक्ष 
(ख) मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक                                                                        सदस्य  सचिव 
(ग)जिला विद्यालय निरीक्षक(मंडलीय मुख्यालय )                                               सदस्य
(घ ) प्राचार्य डायट (मंडलीय मुख्यालय )                                                                सदस्य
(च )   मंडलीय सहायक  शिक्षा निदेशक बेसिक                                                      सदस्य



अब जरा मेरे द्वारा निकाले गए निष्कर्षो पर ध्यान दे  :

1. जैसाकि  बार बार  लिखा जाता है की 800 लोगो लिए शिक्षा विभाग के एक उच्च अधिकारी द्वारा अलग केंद्र बनवाया गया था .आज तक ना ही उस केंद्र ,शहर और उस अधिकारी का नाम उजागर किया गया है। क्या पांच सदस्यीय समित्ति जिसका प्रमुख मंडल का जिलाधिकारी है ,से एक केंद्र अपने मनमाफिक बनवाया जा सकता है? इसी जी ओ. के पेज 13 पर मद 21 देखे जिसमे लिखा है कि  यह एक संवेदनशील परीक्षा है।यदि मान ले  कि  एक मनमाफिक केंद्र बन भी गया तो क्या एल्फाबेटिक  क्रम  आवंटित अनुक्रमाकों को वहा  किस प्रकार भेजा गया .आप किसी भी मंडल का कोई भी नाम www.uptet2011.com  पर चेक  करे आपको अनुक्रमांक  एक  एल्फाबेटिक क्रम में मिलेंगे।


2.जब मेरे जैसा साधारण व्यक्ति इस जी ओ. को scert  की वेब साईट  से प्राप्त कर सकता है तो सर्व सामर्थ्यवान  विजिलेंस विभाग को ये जी ओ. लेने के लिए जे डी  कार्यालय के बाबुओ से  क्यों बात करनी पडी।


3. जैसाकि  बार बार  ख़बरों में आता  है कि  फॉर्म बिक्री घोटाला .संजय मोहन ने पंजाब नेशनल  बैंक में एक खाता  खुलवाया गया. अब जरा इसी जी ओ. के पेज संख्या 7 के मद संख्या 5(2) को पढ़े "परीक्षा हेतु राष्ट्रिय कृत बैंक में अलग से एक खाते का संचालन किया जायेगा। ये  खाता पद नाम से खोला गया है ना की संजय मोहन के व्यक्तिगत नाम से।


4. ऊपर समाचार में आपने पढ़ा होगा की OMR शीट शील बंदी प्रक्रिया ,प्रश्न पत्र रखने का स्थान आदि के बारे में बाबुओ से पूछ ताछ किया गया।इसके लिए कृपया जी ओ. के पेज 11 का मद 14 और 15 को  देखे।इसमें साफ़ साफ़ लिखा है की जिलधिकारी प्रश्न पत्रों को दोहरे ताले मे कोषागार  में सुरक्षित  रखवायेंगे।और OMR को भली भांति  शील्ड करा के जिलाधिकारी निर्दिष्ट स्थान पर भेजेंगे।


5. रही बात OMR पर सफ़ेद फ्लूड  लगाने की बात तो OMR  में साफ़ साफ़ लिखा था यदि कोई अभ्यर्थी एक से ज्यादा उत्तर देता है दो उसे अंक नहीं दिए जायेंगे. यदि ऐसा OMR  जांचने वाली संस्था ने फ्लूड  लगे OMR  पर अंक दिए है तो ऐसे लोग आसानी से चिन्हित किये जा सकते है।क्योकि OMR  की एक प्रति राज्य सरकार के पास सुरक्षित है।एक बात और राज्य स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी के अध्यक्ष  संजय मोहन नहीं थे .इसके अध्यक्ष सचिव बेसिक शिक्षा थे (देखे जी ओ. का पेज 13 मद 18) थे।ये कमेटी TET  की शुचिता बनाये रखने की जिम्मेदार है।




अब एक बात  निश्चित तौर पर कही जा सकती है कि  क्यों  दैनिक जागरण ने अपने सहारनपुर के 04 मई के अंक में निम्न  लेख क्यों लिखा 
परीक्षा का आधार बदलना टेढ़ी खीर : 
सहारनपुर : टीइटी से प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति का आधार बदलने या उसे रद करने की कोशिश सरकार को भारी पड़ेगी। बसपा सरकार ने टीइटी के पात्रता परीक्षा के आधार को बदलकर मेरिट की श्रेणी में शामिल किया था। अब सपा सरकार परीक्षा के आधार को दोबारा पात्रता परीक्षा करने की कसरत में जुटी है। पूरे मामले में कानूनी राय अहम होगी और इसे नजरअंदाज करना सरकार के गले की फांस बन सकता है। इन दिनों टीइटी से प्राथमिक शिक्षकों की भर्त्ती पर परीक्षा में उत्तीर्ण रहे 2.70 लाख अभ्यर्थियों की निगाहें लगी हैं। स्कूलों में नियुक्ति मिलेगी या फिर कानूनी जंग लड़नी होगी? मामले को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन भेजने व विभिन्न जिलों में धरना-प्रदर्शन का क्रम जारी है। प्रदेश सरकार भी टीइटी को लेकर खासी चुस्त नजर आ रही है। मामले में पहले गठित बेसिक शिक्षा विभाग की एक कमेटी ने टीइटी को रद करने की सिफारिश की थी। बाद में मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी द्वारा टीइटी को रद्द न करने की बात कही थी। कमेटी ने मेरिट के आधार को बदलकर टीइटी को केवल पात्रता परीक्षा बनाने पर सहमति दी है। हालांकि इस बारे में अभी कोई अंतिम निर्णय नही हुआ है। जाल का नहीं कोई तोड़बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों का दावा है कि टीइटी परीक्षा की गाइडलाइन का कोई तोड़ नहीं है। उनका दावा है कि बसपा सरकार ने टीइटी को पात्रता की श्रेणी से हटाकर मेरिट के आधार में बदलने का जो निर्णय लिया था वह मंत्रिमंडल का सामूहिक निर्णय था। उनका तर्क है कि एक मामले में पूर्व में हुआ निर्णय इसमें भी मील का पत्थर साबित हो सकता है। इसके मुताबिक परीक्षा से एक दिन पूर्व तक ही सरकार परीक्षा/नियुक्ति को बनाए नियमों में बदलाव कर सकती है। बाद में किसी भी प्रकार का बदलाव नियुक्ति के आधार के संबंध में नहीं किया जा सकता। टीइटी प्रक्रिया में कानूनी जंग से बचने के लिए प्रदेश सरकार के लिए कानूनी राय अहम होगी।

*****************
However I have made some little changes.
Media plays its crucial role and each / every media puts its efforts to provide information.
Some times information can be wrong, And it is on us to decide its authenticity/usefulness/correctness.

UPTET : Article / Information By Mr. Manoj Singh


UPTET : Article / Information By Mr. Manoj Singh 


Information sent through email

सर्व शिक्षा जन अधिकार यात्रा के उद्देश्य एवं उसकी आवश्यकता 

हम सभी यह जानते हैं की सरकारे शिक्षा कों लेकर कितनी गंभीर हैं ?
युपीटीईटी उत्तीर्ण करने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी ने जिस तरह का मानसिक संत्रास और पीड़ा भोगी है,वह किसी से छिपा नहीं है | सर्व शिक्षा अभियान एक तरफ तो गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की बात करता है,शिक्षा के
सार्वभौमीकरण की बात करता है और दूसरी तरफ अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को तिगनी का नाच नचा देता है| मैं पूछता हूँ की सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत शिक्षा के मद में महज ३५ प्रतिशत योगदान करने वाली राज्य सरकारों को इतनी बड़ी तादाद में सफल अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का क्या हक है?शिक्षा का इतना बड़ा अवमूल्यन आज तक कभी नहीं हुआ|आपको अवैधानिक ढंग से नियुक्त शिक्षा मित्रों के नियमतीकरण को लेकर चिंता है किन्तु आप इतनी बड़ी राज्य स्तरीय कवायद (युपीटीईटी
परीक्षा) कों सिरे से ख़ारिज कर देना चाहते हैं|अब और नहीं सहा जाता |

मैंने टीइटी आंदोलन में हमेशा सक्रिय तौर पर भाग लिया है लेकिन नतीजा सिफ़र रहा है|अब हम अपनी पीड़ा कों जनता जनार्दन के सामने व्यक्त करना चाहते हैं| इस निमित्त मैंने वाराणसी से दिल्ली तक की पद यात्रा का संकल्प लिया है और मुझे पूरा विश्वास है की यात्राओं से तख्त हिल जाता है,ताज डोलने लगता है
क्योंकि जनता जब सिंहनाद करती है तो शासन डर के मारे थर्रा उठता है|


मेरी यात्रा दिनांक २० जून २०१२ को महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ (वाराणसी) स्थित भारत माता मंदिर से सायं ५ बजे प्रारम्भ होगी|यात्रा निम्लिखित
जिलों को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करेगी –
१)वाराणसी
२)भदोही
३)इलाहाबाद
४)कौशाम्बी
५)फतेहपुर
६)कानपूर (नगर)
७)कानपूर (देहात)
८)कन्नौज
९)मैनपुरी
१०)एटा
११)महामाया नगर
१२)अलीगढ
१३)बुलंदशहर
१४)गौतम बुद्ध नगर (नोएडा)
१५)गाजियाबाद
१६)नई दिल्ली
यात्रा भारत सरकार से इस मामले में रुचि दर्शाते हुए मामले के अविलम्ब निस्तारण की मांग करती है|साथ ही सर्व शिक्षा जन अधिकार यात्रा के निम्नांकित उद्देश्य हैं –
१)केन्द्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा सहित अन्य राज्यों में शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों का अविलम्ब समायोजन करते हुए तब तक  नयी पात्रता परीक्षा आयोजित न की जाय जब तक समस्त उत्तीर्ण अभ्यर्थियों
को नियुक्ति नहीं मिल जाती|
२)पैराटीचर्स (शिक्षा मित्रों) को सहायक अध्यापक नियुक्त करने से पहले उनके शैक्षिक अभिलेखों की गहन पड़ताल कराई जाय और यह देखा जाय की कहीं किसी शिक्षा मित्र ने अपना कार्य करते हुए बिना मानदेय कटवाए स्नातक अथवा शिक्षा स्नातक तो उत्तीर्ण नहीं किया है|

यदि ऐसा है तो उनके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाय
३)शिक्षक चयन हेतु टीईटी बाध्यकारी हो और पहले से टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट दी जाय|
४)शिक्षक चयन का बेहतर विकल्प टीईटी प्राप्तांक ही हैं अतः योग्यता के उचित संरक्षण के लिए सीटीईटी सहित अन्य राज्यों के शिक्षक पात्रता परीक्षा को भी अनिवार्य अर्हता मानते हुए टीईटी इंडेक्स के आधार पर ही
चयन होना चाहिए |
५)उत्तर प्रदेश के विशेष संदर्भ में अभ्यर्थियों को जिस तरह के मानसिक संत्रास का सामना करना पड़ा है उसे देखते हुए चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्त मानते हुए उन्हें प्रशिक्षण के समय भी पूरा वेतन दिया जाय और
अभ्यर्थियों द्वारा शिक्षक चयन हेतु किये गए अनावश्यक खर्च को मय सूद उन्हें वापस लौटाया जाय|
६)सरकार द्वारा शिक्षा के मद में सकल घरेलु उत्पाद का न्यूनतम ८% खर्च किया जाय|
८)एक ही देश में अलग अलग तरह के शैक्षिक मापदंडों का होना राष्ट्रीय एकता
के लिए खतरा है अतः शिक्षा के राष्ट्रीयकरण के प्रभावी उपाय किये जाय|
९)विधायिका में शिक्षक विधायकों के अनुपात को बढ़ाया जाय ताकि प्रशासनिक
निर्णयों में शिक्षकों के हितों की उपेक्षा न होने पाए|
१०)शिक्षा कों राष्ट्रीय हित में समवर्ती सूची से हटा कर संघ सूची में शामिल किया जाय|
११)शिक्षा का अपराधीकरण न होने पाए इसलिए शिक्षा के क्षेत्र में पनप रहे भ्रष्टाचारियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए सरकार कठोर दंडात्मक  प्रावधान करे|देश में प्राथमिक,उच्च प्राथमिक,  माध्यमिक,विश्वविद्यालयीय और शिक्षक शिक्षा तथा प्रशिक्षण के पृथक पृथक मंत्रालय बने और तत्संबंधित
आयोगों का भी गठन किया जाय|

जो भी मित्र इससे सहमत हैं और मुझे सहयोग देना कहते हैं वे कृपया मेरे मोबाइल नंबर ९८०७१२२५६९ पर अपने सन्देश भेंजे|


~ Information / Article By Manoj Singh

UPTET : टीईटी पर फैसला जल्द ?


UPTET : टीईटी पर फैसला जल्द ?

Good News for TET Rankers / Merit Holders

सहारनपुर : अब टीइटी की बंद मुट्ठी खुलेगी और हो जाएगा बेड़ा पार। 
यह बात अटपटी जरूर लगेगी, लेकिन यह सच है कि प्रदेश सरकार मामले में जल्द ही निर्णायक फैसला करने की तैयारी में है। मामले में कई विकल्पों पर मंथन पूरा हो चुका है और इसमें पुराने फामरूले को ही अधिक समर्थन मिला। अब इसी के लागू की संभावना है। 


चार बिन्दु इस फामरूले का आधार बनेंगे।बेरोजगारी भत्ते को प्रदेश सरकार द्वारा अनुमोदन दिए जाने के बाद अब टीइटी के अनुमोदन की बारी है। 
टीइटी में अधिकारियों द्वारा किया गया 'होमवर्क' अब सिरे चढ़ने के आसार बन गए हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रक्रिया को हरी झंडी देने के लिए कई विकल्पों पर कई दौर तक मंथन चला, 


जिसमें तीन फामरूले रखे गए। माना जा रहा है कि अगले तीन दिन के भीतर सरकार द्वारा मामले में निर्णायक फैसला लिया जा सकता है।


फामरूला-1 इसमें विशिष्ट बीटीसी की तर्ज पर हाईस्कूल, इंटर, स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों को जोड़कर मेरिट बनाई जानी थी। 


फामरूला-2 इसमें 25-25 प्रतिशत स्नातक व बीएड के तथा 50 प्रतिशत में टीइटी के प्राप्तांकों का जोड़ा जाना था।


फामरूला-3 इसमें टीइटी की मेरिट के आधार पर सीधे नियुक्ति दिए जाने का प्रावधान है। 


बता दें कि यह प्रक्रिया तत्कालीन सरकार द्वारा पहले ही घोषित की गई थी।इसे मिला समर्थनविभागीय सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों द्वारा तीनों फामरूलों पर गहन मंथन किया गया। 


फार्मूला-1 व 2 को यह कहते हुए खारिज कर दिया गया कि ऐसा किए जाने की स्थिति में कानूनी पेचीदगियां आएंगी। 


बताते हैं कि अंतिम रूप से तय हुआ कि सारी उलझनों का हल केवल फामरूला-3 को लागू करने में ही है। 


इसे अपनाने की स्थिति में चार बिंदुओं को आधार बनाने की बात कही गई है।
क्या है चार प्राण 
बिन्दु 1- ओएमआर शीट की कार्बन प्रति
2- टीइटी का अंक प्रमाणपत्र
 3- इंटरनेट की आंसरशीट
4- परीक्षा की प्रश्न पुस्तिका  मूल ओएमआर शीट से मिलान


यदि प्रदेश सरकार टीइटी की मेरिट के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया करती है तो आवेदक के पास ओएमआर शीट की कार्बन प्रति का एजेंसी के पास मौजूद मूल ओएमआर शीट से मिलान किया जाएगा। मिलान में इंटरनेट की आंसरशीट भी आधार बनेगी। बताते हैं जिस एजेंसी को ओएमआर की जांच का जिम्मा सौंपा गया था उसे केवल 25 फीसदी का भुगतान ही हो सका है। जांच की इस प्रक्रिया में कड़ी निगरानी रहेगी। यदि किसी आवेदक की ओएमआर शीट के मिलान में गड़बड़ी मिलती है तो उसे प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।

News : http://in.jagran.yahoo.com/epaper/article/index.php?choice=show_article&location=25&Ep_relation=6&Ep_edition=2012-05-14&articleid=10297101574744

UPTET : कई जिलों में बवाल


भड़के टीईटी अभ्यर्थी, कई जिलों में बवाल , बरेली में शव यात्रा निकालने के दौरान लाठीचार्ज, मुरादाबाद में घंटों जाम रखा नेशनल हाईवे 

न्यूज़ साभार - Amar Ujala 
लखनऊ। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास अभ्यर्थियों ने चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है। बरेली में शव यात्रा निकालने के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। मुरादाबाद में घंटों नेशनल हाई-वे को जाम रखा गया। रायबरेली, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, सीएसएमनगर (अमेठी), देवरिया और बहराइच में प्रदर्शन, चक्का जाम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। फैजाबाद में टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक में अविलंब नियुक्ति करने की मांग की गई।
टीईटी पास अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से मेरिट के आधार पर शिक्षक बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शनिवार को सैफई गए हुए थे। टीईटी पास अभ्यर्थियों ने उनका वहां घेराव कर लिया। उनकी गाड़ी के आगे खड़े हो गए। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है। इसके तहत बरेली में टीईटी अभ्यर्थियों के भविष्य की शव यात्रा निकाली जा रही थी। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। बात न बनने पर उन पर लाठी चार्ज कर दी गई। इसी तरह मुरादाबाद में नेशनल हाईवे जाम कर दिया गया।
अंबेडकरनगर में टीईटी संघर्ष मोर्चा जिला इकाई ने कलेक्ट्रेट के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने अकबरपुर बसखारी मुख्य मार्ग पर पहुंचकर पटेलनगर तिराहे पर सड़क जाम कर दिया। इससे लगभग आधा घंटा यातायात प्रभावित हुआ। जाम की सूचना पर पहुंचे सदर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। उनके आश्वासन के बाद जाम समाप्त किया।
फैजाबाद में टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सदस्यों की बैठक हुई। इसमें शासन से अविलंब नियुक्ति करने की मांग की गई।
रायबरेली में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने प्रांतीय आह्वान पर चक्का जाम की रणनीति बनाई। कुछ देर में बरगद चौराहा पहुंच लखनऊ-इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम कर दिया। पुलिस को भनक लगी तो सुरक्षा बल भेजा गया। काफी समझाने के बाद अभ्यर्थियों ने जाम खोला और डीएम को ज्ञापन सौंपा।
सीतापुर में टीईटी संघर्ष मोर्चा ने बैठककर राज्य मंत्री अभिषेक मिश्र को मांग पत्र दिया गया। मांग पत्र के जरिये प्राथमिक विद्यालयों में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए उनकी नियुक्त शीघ्र कराने की मांग की गई। वहीं,
मुख्यमंत्री के बाराबंकी दौरे के ठीक एक दिन पहले मेरिट बनाने की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियाें ने जोरदार प्रदर्शन किया। शहर में जुलूस निकालकर बैनर के साथ नारेबाजी कर अभ्यर्थी नेशनल हाईवे पहुंचे और सड़क पर लेट गए। इस प्रदर्शन के चलते काफी देर तक जाम लगा रहा। तहसीलदार द्वारा ज्ञापन लेने के बाद ही अभ्यर्थियाें ने जाम हटाया। गौरीगंज में रेलवे स्टेशन परिसर में धरना दिया गया। आक्रोशित बेरोजगारों ने वाराणसी से लखनऊ जा रही बीपीएल पैसेंजर को 10 मिनट रोके रखा। स्टेशन अधीक्षक के अनुरोध पर ट्रेन के सामने से हटे। यही नहीं, शहर में शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। समझाने पर शांत हुए टीईटी अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।



****************

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने रोकी ट्रेन 




•सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्ति की मांग 
•जिला प्रशासन को सौंपा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन 




गौरीगंज। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के प्रति सरकार के रवैये से नाराज बेरोजगारों ने रविवार को रेलवे स्टेशन परिसर में धरना दिया। आक्रोशित बेरोजगारों ने वाराणसी से लखनऊ जा रही बीपीएल पैसेंजर को करीब दस मिनट रोके रखा। स्टेशन अधीक्षक के अनुरोध पर ट्रेन के सामने से हटे बेरोजगारों ने शहर में घूमकर शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। समझाने पर शांत हुए टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंप सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्ति दिलाने की मांग की। धरना सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अखिलेश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि सरकार टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों के साथ दोहरा रवैया अपना रही है। टीईटी उत्तीर्ण को सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्त किया जाए। उपाध्यक्ष सत्येंद्र मिश्र ने अकेडमिक शिक्षा की मेरिट के आधार पर होने वाली नियुक्ति को गलत बताया।

****************

UPTET : हक के लिए टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने लगाया जाम

अंबेडकरनगर। टीईटी संघर्ष मोर्चा जिला इकाई ने कलेक्ट्रेट के समक्ष रविवार को जोरदार प्रदर्शन किया। कहा गया कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की उपेक्षा अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अपना हक हर हाल में पाकर रहा जाएगा। बाद में अभ्यर्थियों ने अकबरपुर बसखारी मुख्य मार्ग पर पहुंचकर पटेलनगर तिराहे पर सड़क जाम कर दिया। इससे लगभग आधा घंटा यातायात प्रभावित हुआ। जाम की सूचना पर पहुंचे सदर तहसीलदार को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। उनके आश्वासन के बाद अभ्यर्थियों ने जाम समाप्त किया।
कलेक्ट्रेेट के समक्ष आयोजित प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे टीईटी संघर्ष मोर्चा जिलाध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा ने कहा कि शासन द्वारा टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया यदि पूर्व विज्ञप्ति के अनुसार अविलंब आरंभ नहीं की जाती है, तो अभ्यर्थी उग्र आंदोलन छेड़ेंगे। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में हजारों शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं, लेकिन सरकार उन पर तैनाती करने के लिए समुचित प्रयास नहीं कर रही है।
*************
टीईटी : जुलूस-प्रदर्शन  डाक बंगले पर पहुंचे टीईटी अभ्यर्थी 

•अभ्यर्थी सड़कों पर धरना देकर बैठे 
•मांगों के समर्थन में जमकर की नारेबाजी 
 
मुजफ्फरनगर। सपा के राष्ट्रीय महासचिव शाहिद सिद्दीकी और राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप को ज्ञापन देने पहुंचे टीईटी के अभ्यर्थियों ने डांक बंगले पर जमकर नारेबाजी की तथा सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। 
रविवार को डांक बंगला परिसर में सपा का कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान टीईटी अभ्यर्थी नारेबाजी करते हुए वहां पहुंचे। अभ्यर्थी सपा राष्ट्रीय महासचिव को ज्ञापन सौंपने की मांग पर अड़ गए तथा रास्ते में ही दरी डालकर धरने पर बैठ गए। कई अभ्यर्थी कार्यक्रम स्थल पर ही पहुंच गए। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रतिनिधिमंडल मंच पर ही शाहिद सिद्दीकी से मिला तथा ज्ञापन को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने व टीईटी अभ्यर्थियों को नौकरी दिलाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मांग शीघ्र पूरी नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने के लिए विवश होना पड़ेगा। शाहिद सिद्दीकी ने आश्वासन दिया कि वह उनकी समस्या से मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे। वैसे भी अखिलेश यादव युवाओं के रोजगार को लेकर बेहद गंभीर हैं। 
इसके बाद सभी अभ्यर्थी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी को भी ज्ञापन देने पहुंच गए। ज्ञापन देने वालों में राजीव कौशिक, नेहा शर्मा, पिंकी, प्रियंका, संगीता, रचना, ममता, मोनिका, भावना, सलमा, मनोज, पंकज, शाकिद आदि रहे। 
**************
UPTET : बैठक में रणनीति बनाई 

बड़ौत। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रेलवे पार्क में आयोजित की गई, जिसमें उच्च न्यायालय में विचाराधीन कई रिट याचिकाओं के संदर्भ में चर्चा की गई। 
रविवार को बैठक में जिलाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि गत 28 अप्रैल को लखनऊ में किए गए धरना-प्रदर्शन से शासन को अभ्यर्थियों ने ताकत का एहसास कराया और शासन ने टीईटी पास अभ्यर्थियों की ओर अपना रुख किया। अब अभ्यर्थियों ने 15 मई को होने वाली सुनवाई पर ध्यान लगा लिया है। बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि अगर सरकार हमारे हित को ध्यान में रखकर फैसला नहीं लेती तो आगामी 17 मई को लखनऊ में विशाल धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में अनिल कुमार, कर्मवीर सिंह, अमित, विकास, राममेहर मान, भूपेंद्र मान, संदीप, हरीश आदि रहे।
**************
टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की बैठक
फैजाबाद। टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सदस्यों की बैठक गुलाबबाड़ी में हुई। इसमें शासन से अविलंब नियुक्ति करने की मांग की गई। अध्यक्षता अनिल कुमार मौर्य ने की तथा संचालन अमृतांश श्रीवास्तव ने किया। इसमें सुरेंद्र कुमार मौर्य, संतोष सिंह, मोहम्मद मुश्ताक, दिनेश सिंह, अजय पांडेय आदि ने विचार व्यक्त किए।
*****************
UPTET : ज्ञापन सौंपे

सहारनपुर। सपा केपूर्व महानगर अध्यक्ष फैसल सलमानी ने चिकित्सा एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री शंखलाल मांझी को ज्ञापन सौंपकर जिला चिकित्सालय में ट्रामा सेंटर सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की। सलमानी ने कहा कि जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर बना हुआ है, लेकिन न्यूरो सर्जन, आर्थोपेडिक और जनरल सर्जन के अभाव में जनता को सुविधाएं नहीं मिल पर रही हैं। उधर, टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के संयोजक संजय कुमार, मनोज यादव, प्रदीप पोडवाल सहित अन्य पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपते हुए अपनी समस्याएं बताईं। 
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 72 हजार से अधिक रिक्त पदों पर टीईटी के माध्यम से होने वाले शिक्षकों की भर्ती में अभ्यर्थियों का भविष्य अब तक अधर में हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि यदि अकादमिक मेरिट के हिसाब से चयन किया जाएगा तो सीबीएसई बोर्ड वाले अभ्यर्थी आगे निकल जाएंगे।
और बाकी पीछे रहे जाएंगे। इसलिए टीईटी में योग्यता सिद्ध करने वालों को अवसर से वंचित न किया जाए।
************
UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने मंत्री को दिया मांगपत्र

सीतापुर। रविवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक महावीर पार्क में आयोजित की गयी। इसके बाद राज्य मंत्री अभिषेक मिश्र को अभ्यर्थियों द्वारा एक मांग पत्र दिया गया। मांग पत्र के जरिये प्राथमिक विद्यालयों में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए उनकी नियुक्त शीघ्र कराने की मांग की गई। बैठक को इलाहाबाद से आये सुजीत सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों को अपने हक के लिए बड़े पैमाने पर संघर्ष करने की जरूरत है। इस मौके पर बृज मोहन मिश्रा, दिलीप श्रीवास्तव, सुनील तिवारी, सर्वेश जोशी, संतोष, अनूप, काव्य शर्मा आदि रहे। 
*****************
UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों का अनशन स्थगित 

शामली। एसडीएम उदय सिंह के आश्वासन पर टीईटी संघर्ष मोर्चा का धरना व क्रमिक अनशन रविवार शाम स्थगित हो गया। 
अग्रसेन चौक पर धरने के तीसरे दिन रविवार को क्रमिक अनशन पर मोर्चा के प्रवीण, रोहित, प्रदीप, सौरभ और विक्की क्रमिक अनशन पर बैठे। पूर्व प्राचार्य मोहनलाल, राजेंद्र गोयल, डॉक्टर मुकुट मोहन संगल व सद्भावना समाज कल्याण समिति केअध्यक्ष उधम सिंह, सेंट आरसी कांवेट स्कू ल के चेयरमैन अरविंद संगल ने इन्हें अपना समर्थन जताया। टीईटी जिलाध्यक्ष रश्मि शर्मा ने महिलाओं की धरने में भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया। शाम के समय एसडीएम उदय सिंह ने ज्ञापन लेकर इनकी मांगें शासन स्तर पर पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद अनशन स्थगित कर दिया गया। धरनास्थल पर आफताब, फुरकान, राजेश, सुधीर, पंकज, सोनू, दीपक, सुमित आशीष अजेंद्र कुमार मौजूद रहे। 
********************
UPTET : एक सप्ताह में भर्ती नहीं तो आंदोलन  , टीईटी उत्तीर्ण एकता मोर्चा की बैठक में चेतावनी 

•प्रदेश सरकार की उदासीनता पर जताया आक्रोश 

महराजगंज। सदर बीआरसी परिसर में रविवार को टीईटी उत्तीर्ण एकता मोर्चा की बैठक र्हुई। इसमें शिक्षक भर्ती को लेकर बरती जा रही सरकारी उदासीनता पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया गया। एक सप्ताह के भीतर भर्ती शुरू नहीं होने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुमार वर्मा ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थी पांच महीने से धैर्य और अनुशासन की परीक्षा दे रहे हैं। किंतु अब धैर्य की सीमा पार हो गई है। अगर एक सप्ताह के भीतर विज्ञापन के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो मोर्चा पूरे प्रदेश में उग्र प्रदर्शन करने को विवश होगा। जिला उपाध्यक्ष ब्रजेश यादव ने कहा कि अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बने दो महीने बीत गए, लेकिन अभी तक शिक्षक भर्ती मामले में चुप्पी साधे हैं। उनको स्पष्ट करना चाहिए कि सरकार का नजरिया क्या है। इस मौके पर गिरिजेश मिश्र, हरिकेश विश्वकर्मा, हरिप्रकाश, राजेश कुमार, संतोष, उमेश चन्द्र मिश्र, मनीष पटेल, अवधेश कुमार, विजय कुमार, सदानंद पासवान और संजय कुमार समेत अन्य अभ्यर्थी मौजूद रहे।
************
UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने रेलवे ट्रैक पर की नारेबाजी

मौके पर पहुंची पुलिस ने अभ्यर्थियों को समझाया
•शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरू न होने पर आंदोलन की चेतावनी
 
देवरिया। नियुक्ति की मांग को लेकर टीईटी उतीर्ण अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सदर रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर आधा घंटा तक नारेबाजी की। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने समझाबुझा कर अभ्यर्थियों को हटाया। इसके बाद स्टेशन के बाहर सभा कर प्रदेश सरकार पर अपनी भड़ास निकाली।
उत्तर प्रदेश टीईटी उतीर्ण संघर्ष मोर्चा के लोग टाउनहाल में इकट्ठा हुए। वहां से नारेबाजी करते हुए माल गोदाम के सामने रेलवे ट्रैक पर नारेबाजी करने लगे। आधे घंटे तक वहां शासन विरोधी नारे लगते रहे। 
इस दौरान कोई ट्रेन नहीं आयी। गोरखनाथ सिंह ने कहाकि टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रकिया शुरू न करना सरकार की संवेदनहीनता और निर्णय लेने में अक्षमता है। पूरे प्रदेश में अभ्यर्थियों का आंदोलन उग्र होता जा रहा है। प्रदेश सरकार योग्य अध्यापकों को बाहर का रास्ता दिखाना चाहती है। अगर जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो अभ्यर्थियों के आंदोलन को रोक पाना मुश्किल होगा। रघुवंश शुक्ला ने कहाकि सरकार तुष्टीकरण की व्यवस्था अपना रही है। जबकि प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए टीईटी अनिवार्य है। यदि सरकार भेद भाव करती है तो मोर्चा इसका पुरजोर विरोध करेगा। इस मौके पर मृगेन्द्र सिंह, दीपक सिंह, गौरीशंकर पाठक, अनुराग मल्ल, सच्चिदानंद मिश्र, राजीव दीक्षित, अजय पांडेय, राकेश कुमार, विकास पांडेय, मनोज कुमार, आत्म प्रकाश मिश्र, रामभरोसे कन्नौजिया, अंजनी सिंह, चंद्रप्रकाश कुशवाहा आदि उपस्थित रहे। 

न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)

UPTET : टेट बेरोजगारों ने रोडवेज पर लगाया जाम



UPTET : कड़ी धूप के बीच जाम में फंसे लोग बिलबिलाए , टेट बेरोजगारों ने रोडवेज पर लगाया जाम 


•प्रदेश सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
•रोड मार्च निकाल कर किया प्रदर्शन


बस्ती। अधर में लटके भविष्य को लेकर टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों के सब्र का बांध टूट गया। रविवार को वे सड़क पर उतरे और अपने तेवर दिखाए। मंशा थी प्रदेश सरकार अपनी आर ध्यान आकृष्ट कराना ताकि उनके बारे में त्वरित और पारदर्शी निर्णय लिया जाए। इस क्रम में टीईटी बेरोजगारों ने चिलचिलाती धूप में रोडवेज तिराहे पर जाम लगाकर नारेबाजी की। दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतार लग गई। धूप और गर्मी से जाम में फंसे लोग अकुलाने लगे। एडीएम को मौके पर बुलाने की मांग पर बेरोजगार अड़े रहे। हालांकि सीओ सिटी के पहुंचने और मांगों को सीएम तक पहुंचाने की बात पर जाम हटाया।

इससे पहले कटेश्वर पार्क में बैठक कर हक मिलने तक चैन से नही बैठने का ऐलान किया गया। बाद में रोड मार्च निकाल कर विरोध का इजहार किया गया। इस दौरान संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा यदि 72825 शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया जल्द पूरी नहीं हुई तो हम वृहद आंदोलन छेड़ने को बाध्य होंगे। कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 15 मई तक चयन प्रक्रिया प्रारंभ कराकर टीईटी को शामिल करने का आश्वासन दिया है। लेकिन यदि इसके बाद भी हमारी मांग पूरी नही की गई तो जिले स्तर के प्रदर्शन के बाद 19 मई को लखनऊ में आरपार की लड़ाई के लिए बेरोजगार एकत्रित होंगे। विनय पांडेय ने कहा कि लंबे समय तक इंतजार के बाद अब हमारे धैर्य की सीमा जवाब दे रही है। यदि सीएम के आश्वासन पर अमल नहीं हुआ तो हम किसी भी स्तर पर संघर्ष को तैयार हैं।
इस अवसर पर नित्यानंद पांडेय, शेषमणि, विद्यासागर चौधरी, अशोक मिश्र, दिनेश यादव, आनंद कुमार, जयप्रकाश, रामचंद्र द्विवेदी, श्याम लाल चौधरी, महेश चंद्र चौधरी, पतिराम, जयप्रकाश पांडेय, विश्वनाथ अग्रहरि, हरिओम गुप्त समेत कई बेरोजगार मौजूद रहे।



न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)

UPTET : टीईटी पास अभ्यर्थियों ने की सीधी भर्ती की मांग



UPTET : टीईटी पास अभ्यर्थियों ने की सीधी भर्ती की मांग 

 पुखरायां। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने परिषदीय विद्यालयों के लिए घोषित सहायक अध्यापकों के 72 हजार 805 पदों पर अर्ह मानते हुए बिना विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण के ही भर्ती किये जाने की मांग की है।
रविवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आयोजित बैठक में अभ्यर्थी सौंदर्य शर्मा ने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं में हेराफेरी करके जिनके अंक बढ़ाये गए हैं, उनको नियुक्ति प्रक्रिया से बाहर रखते हुए मेरिट के आधार पर भर्तियां न की गईं, तो प्रदेश के 72 हजार 805 दावेदार निराश होंगे। कहा कि नियुक्तियों के लिए निर्धारित शुल्क सहित आवेदनपत्र लिये जाने के बाद सेवा का अवसर न दिया जाना अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा।
बैठक में मौजूद टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी विनोद कुमार, राजीव कुमार, पंकज सचान, रोहित, सोनम, सुनील यादव, रोहित गुप्ता व सीमा ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि टीईटी परीक्षा को अर्ह मानते हुए बगैर विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण के ही सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जाएं।


न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने रोकी ट्रेन


UPTET : टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने रोकी ट्रेन

गौरीगंज। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के प्रति सरकार के रवैये से नाराज बेरोजगारों ने रविवार को रेलवे स्टेशन परिसर में धरना दिया। आक्रोशित बेरोजगारों ने वाराणसी से लखनऊ जा रही बीपीएल पैसेंजर को करीब दस मिनट रोके रखा। स्टेशन अधीक्षक के अनुरोध पर ट्रेन के सामने से हटे बेरोजगारों ने शहर में घूमकर शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। समझाने पर शांत हुए टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंप सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्ति दिलाने की मांग की

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार सुबह से ही स्थानीय रेलवे स्टेशन परिसर में टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों की भीड़ जुटने लगी। मौजूद बेरोजगारों ने धरना देकर सरकार से अपने रवैये में बदलाव लाने की मांग की। धरना सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अखिलेश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि सरकार टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों के साथ दोहरा रवैया अपना रही है। टीईटी उत्तीर्ण को सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्त किया जाए। उपाध्यक्ष सत्येंद्र मिश्र ने अकेडमिक शिक्षा की मेरिट के आधार पर होने वाली नियुक्ति को गलत बताया। कहा जब चपरासी से लेकर आईएएस तक की भर्ती प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से हो रही है तो अध्यापक की क्यों नहीं। आक्रोशित बेरोजगारों ने वाराणसी से लखनऊ जा रही वीपीएल पैसेंजर ट्रेन को दस मिनट तक रोक कर शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। स्टेशन अधीक्षक के अनुरोध पर ट्रेन के सामने से हटे बेरोजगारों ने शहर में घूम कर नारेबाजी की। अंत में मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र जिला प्रशासन को सौंपा गया। इस मौके पर जागेश्वर तिवारी, रामेंद्र गुप्त, संतोष तिवारी, वीर विक्रम सिंह, आशुतोष शुक्ल, पवन सरोज, अशोक दुबे, माया वर्मा, वंशीलाल, राजेश तिवारी, रामबहादुर, रामतीरथ, जयप्रकाश शुक्ल समेत कई मौजूद रहे

न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)

UPTET : ‘सरकार धैर्य की परीक्षा न ले’ नाराज टीईटी डिग्रीधारकों ने फूंका शिक्षामंत्री का पुतला



UPTET : ‘सरकार धैर्य की परीक्षा न ले’
नाराज टीईटी डिग्रीधारकों ने फूंका शिक्षामंत्री का पुतला



शाहजहांपुर। यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा ने बेसिक शिक्षामंत्री के उस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, जिसमें उन्होंने भर्ती विज्ञापन निरस्त करने को कहा है। आक्रोशित टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने बयान की कड़ी निंदा करते हुए शिक्षा मंत्री का पुतला भी फूंका।
लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में हुई बैठक में जिलाध्यक्ष सतीश सिंह ने कहा कि सरकार टीईटी डिग्री धारकों के धैर्य की परीक्षा न ले। सरकार की ओर से भर्ती संबंधित कोई ठोस निर्णय न लिया जाना तंत्र की उदासीनता दर्शाता है। यदि शीघ्र भर्ती प्रक्रिया आरंभ नहीं की गई तो डिग्रीधारक लखनऊ में आंदोलन करने को विवश होंगे। बैठक के बाद डिग्रीधारकों ने शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी का पुतला फूंका।
इस अवसर पर मनोज शर्मा, रघुवीर सिंह, अमित कश्यप, सिकंदर अली, पारुल रस्तोगी, शीबा बेगम, अरफा तजीम, मोनिका श्रीवास्तव आदि डिग्रीधारक मौजूद रहे।

21 को निकालेंगे धन्यवाद रैली ः
शाहजहांपुर। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन की रोटी गोदाम में बैठक हुई। जिसमें जिलाध्यक्ष यदवीर सिंह यादव ने कहा कि 21 मई को जिले के सभी शिक्षामित्र धन्यवाद रैली निकालेंगे। टाउन हाल में सुबह 8.30 बजे इकट्ठा होकर पैदल डीएम कार्यालय जाएंगे। साथ ही तीन सूत्रीय ज्ञापन देंगे। बैठक में नीरज यादव, ओमकार सिंह, आदर्श भारद्वाज, अनूप सिंह, भुवनेश्वर सिंह, कुलदीप, संदीप सक्सेना थे


न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)

UPTET : कन्नौज उपचुनाव में दर्ज कराएंगे विरोध



UPTET : कन्नौज उपचुनाव में दर्ज कराएंगे विरोध



•यूपीटीईटी शिक्षक महासंघ में उबाल
टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ के लोगो ने किया प्रदर्शन




लखीमपुर खीरी। यूपीटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ के सदस्य रवि शुक्ला ने कहा कि दो लाख बहत्तर हजार टीईटी परिवार अपने रिश्तेदारों, मित्रों और शिक्षकों के साथ मिलकर प्रदेश सरकार के फैसले चयन प्रक्रिया बदलने का विरोध करेंगे। खासकर आगामी कन्नौज उपचुनाव से इस विरोध कार्य की शुरुआत होगी।
नसीरुद्दीन मेमोरियल हाल में टीईटी महासंघ की बैठक हुई, जिसमें तहसील इकाई गोला का गठन किया गया। अरविंद जायसवाल को अध्यक्ष तथा संदीप वर्मा को संयुक्त मंत्री चुना गया। बैठक में अन्य तहसील इकाइयों के गठन पर विचार विमर्श हुआ। टीईटी अभ्यर्थ्यों ने प्रभावी रणनीति बनाते हुए कहा कि यदि सरकार शिक्षकों की चयन प्रक्रिया नहीं बदलती है तो संघर्ष के लिए तैयार होकर सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। इस बैठक में दीपक गुप्ता, रंजीत दीक्षित, अखिलेश कुमार, पंकज मिश्रा, नागेंद्र वर्मा, रुपचंद, कौशल किशोर, अनुपम तिवारी आदि मौजूद रहे।



न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)

UPTET : शासन के निर्णय के पहले तनातनी , टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति में शैक्षिक मेरिट की मांग


UPTET : शासन के निर्णय के पहले तनातनी , टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति में शैक्षिक मेरिट की मांग 


• अमर उजाला ब्यूरो
प्रतापगढ़। टीईटी अभ्यर्थियों को लेकर शासन अभी तक कोई भी फैसला नहीं कर सका है। लेकिन बेल्हा में अभ्यर्थियों के दो गुटों में तनातनी हो गई है। रविवार को दोनों गुटों ने शक्ति प्रदर्शन कर अलग-अलग मांगें रखीं।
प्राइमरी स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रदेश स्तर पर शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया। बसपा कार्यकाल में हुई परीक्षा पर सवाल उठने के बाद शासन नए सिरे से जांच करा रहा है। लेकिन बेल्हा के अभ्यर्थी दो गुटों में विभक्त हो गए हैं। एक गुट शिक्षक पात्रता परीक्षा को मेरिट के आधार पर जबकि दूसरा गुट शैक्षिक मेरिट के आधार पर चयन की मांग कर रहा है। सोमवार को दोनों गुटों ने शक्ति प्रदर्शन कर अपनी मांगें रखीं।
यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष विवेक सिंह की अध्यक्षता में कचहरी में हुई बैठक में शिक्षक पात्रता परीक्षा को ही चयन का आधार बनाने की मांग की गई। इस मौके पर राघवेंद्र सिंह, आशीष सिंह, सुनील कुमार, राज कुमार, सुजीत, सुनील, फूलचंद्र, हरिकेश, चंद्र प्रकाश, संदीप, आशीष आदि थे। दूसरी बैठक कचहरी में विशिष्ट बीटीसी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हुई। इसमें अध्यक्ष अभिषेक मिश्र ने भर्ती प्रक्रिया शैक्षिक मेरिट के आधार पर करने की मांग की। इस मौके पर विनीत सिंह, शिव प्रताप सिंह, हिमांशु, शिव प्रसाद सिंह, विक्रम, सुनील आदि थे।

न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)
******************
If selection process changed then matter can go again in court / supreme court, And candidates may face one more stay.
Lakhs of Candidates passed TET exam and if anyone challenged change in process then candidates can face stay again as it happened earlier.

UPTET : टीईटी पर अंतिम निर्णय 10 दिनों में


UPTET : टीईटी पर अंतिम निर्णय 10 दिनों में

लखनऊ। राज्य सरकार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पर अंतिम निर्णय 10 दिनों में ले लेगी। मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में गठित हाई पावर कमेटी ने मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंप दी है। इसका परीक्षण न्याय विभाग से कराया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि टीईटी निरस्त न करने की संस्तुति की गई है। न्याय विभाग से राय मिलने के बाद इस संबंध में अंतिम निर्णय किया जाएगा

यूपी में 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नवंबर 2011 में टीईटी आयोजित कराई थी। टीईटी में धांधली के आरोप में माध्यमिक शिक्षा परिषद के तत्कालीन निदेशक संजय मोहन को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से टीईटी पास अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल मिला था और इसे निरस्त न करने का अनुरोध किया था। ब्यूरो

मुख्यमंत्री ने इसके बाद मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी बना दी थी। इसमें प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव न्याय, सचिव माध्यमिक शिक्षा और सचिव बेसिक शिक्षा सदस्य नामित किए गए। कमेटी को जांच कर रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी से मिली रिपोर्ट का न्याय विभाग से परीक्षण कराया जा रहा है। सरकारी प्रवक्ता ने कहा है कि टीईटी प्रकरण से संबंधित पहलुओं का शासन परीक्षण करा रहा है। इस संबंध में अंतिम निर्णय लेने में कम से कम 10 दिन का समय और लग जाएगा। प्रवक्ता ने यह भी कहा है कि टीईटी पास अभ्यर्थियों की समस्याओं का निराकरण करने के लिए यथोचित निर्णय किया जाएगा।

न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)

UPTET : टीईटी पास अभ्यर्थियों पर लाठियां भांजी , गांधी उद्यान से निकाल रहे थे ‘शव यात्रा’


UPTET : टीईटी पास अभ्यर्थियों पर लाठियां भांजी , गांधी उद्यान से निकाल रहे थे ‘शव यात्रा’


बरेली। प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाल रहे टीईटी पास अभ्यर्थियों को खदेड़ने के लिए बरेली में चौपुला चौराहे पर पुलिस ने लाठियां भांजी। ये अभ्यर्थी कई दिनों से टीईटी की मेरिट के आधार पर शिक्षक बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। रविवार को वे गांधी उद्यान से अयूब खां चौराहे होते हुए चौपुला चौराहा पहुंचे तो वहां जाम लग गया। मुरादाबाद, देवरिया और बहराइच में भी चक्का जाम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।
दोपहर 11 बजे बरेली, शाहजहांपुर और बदायूं के करीब दौ सौ टीईटी पास अभ्यर्थी गांधी उद्यान में इकट्ठा हुए। करीब 12.30 बजे उन्होंने यहां से प्रतीकात्मक शव यात्रा शुरू की। ये अभ्यर्थी चौपुला चौराहा पहुंचे। वहां से उन्हें कलक्ट्रेट पहुंचना था। इसी बीच वहां पहुंची कोतवाली पुलिस ने अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए लाठियां भांजनी शुरू कर दी। कई अभ्यर्थी नाले में गिर गए। लाठियां पड़ने से अरुण कुमार, मयंक, शाहरुख और अजय कुमार घायल हो गए। बाद में तमाम अभ्यर्थी गांधी उद्यान में इकट्ठा हुए। उन्होंने तय किया कि शिक्षक भर्ती के लिए हुई टीईटी परीक्षा के मामले में कोर्ट के फैसला इंतजार करेेंगे।

***************

‘हुकूमत हमें सख्ती से दबा नहीं सकेगी’ , टीईटी पास अभ्यर्थियों ने 16 मई को बुलाई बैठक 


•अब 16 मई को फिर गांधी उद्यान में जुटेंगे 
• सिटी रिपोर्टर
बरेली। पुलिस के लाठियां भांजने के बाद तितर बितर हुए टीटीई पास अभ्यर्थी गांधी उद्यान में इकट्ठा हुए। वहां उन्होंने संघर्ष की रणनीति बनाई और तय किया कि अब 16 मई को सुबह दस बजे फिर गांधी उद्यान में जुटेंगे।
यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा के नेता विकास ने कहा कि पुलिस लाठियां चलाए या गोलियां, हम अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष नहीं छोड़ेंगे। सुशील कुमार ने कहा कि सरकार को टीईटी पास अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। जरूरत पड़ी तो हम विधानसभा घेरने से भी नहीं चूकेंगे। कहा कि सभी को कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। बैठक में हरीश गंगवार, अवनीत सिंह, संजय यादव, रश्मि श्रीवास्तव, सरला मौर्य आदि मौजूद रहे।


न्यूज़ साभार - Amar Ujala (14.5.12)

Sunday, May 13, 2012

UPTET : रेलवे ट्रैक जाम कर टीईटी अभ्यर्थियों ने जताया विरोध


UPTET : रेलवे ट्रैक जाम कर टीईटी अभ्यर्थियों ने जताया विरोध


देवरिया: नियुक्ति की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने रविवार को रेलवे ट्रैकजाम कर विरोध जताया। कसया ढाले पर आधा घंटे के इस जाम के चलते जहां उधर से आने-जाने वाले लोगों को परेशानियां उठानी पड़ी वहीं पुलिस के हस्तक्षेप के बाद अभ्यर्थियों ने जाम समाप्त किया।

टीईटी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले चक्का जाम कार्यक्रम के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश मुख्य संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू न करना सरकार की संवेदनहीनता का द्योतक है। यही कारण है कि पूरे प्रदेश में टीईटी अभ्यर्थियों ने आंदोलन की राह पकड़ ली है।

श्री सिंह ने चेतावनी दी कि यदि फिर से पुराने विज्ञापन के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं होती तो अभ्यर्थी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।

मोर्चा नेता रघुवंश शुक्ला ने कहा कि सरकार तुष्टीकरण की व्यवस्था अपना रही है। टीईटी अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने से रोक रही है। जबकि यह सर्वविदित है कि प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए टीईटी अनिवार्य है। यदि सरकार ने भेदभाव बंद नहीं किया तो मोर्चा इसका जबरदस्त विरोध करेगा।


सभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कुशवाहा व संचालन संदीप कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर दीपक सिंह, गौरीशंकर पाठक, अनुराग मल्ल, सच्चिदानंद मिश्र, राजीव दीक्षित, अजय पाण्डेय, राकेश कुमार, मनोज कुमार, आत्म प्रकाश मिश्र, रामभरोसे कन्नौजिया, चन्द्र प्रकाश कुशवाहा, विकास पाण्डेय, शैलेष मणि त्रिपाठी, अनिल कुमार सिंह, शाहिद अंसारी, अभिमन्यु, रामप्रीत सिंह, शमशेद अहमद, अशोक, त्रिलोकी, संजय हरिनारायण तथा सत्येन्द्र कुमार तिवारी आदि समेत अनेक टीईटी अभ्यर्थी मौजूद थे

News : Jagran (13.5.12)

UPTET - टीईटी: सड़क से सुप्रीम कोर्ट तक संघर्ष की रणनीति


UPTET - टीईटी: सड़क से सुप्रीम कोर्ट तक संघर्ष की रणनीति


बलिया: टीईटी उत्तीर्ण सैकड़ों अभ्यर्थियों की जनपद स्तरीय बैठक में शिक्षकों के नियुक्ति के संदर्भ में सरकार के अस्पष्ट एवं कपटपूर्ण रूप पर व्यापक चर्चा की गई। साथ ही विज्ञापन में घोषित टीईटी मेरिट के माध्यम से शिक्षक चयन हेतु सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हक व न्याय की लड़ाई लड़ने की कार्य योजना तैयार की गई। सरकार अपनी तुगलकी घोषणाओं, विरोधाभासी वादों तथा हाई पावर कमेटी की गुप्त योजना की सच्चाई को हमें स्पष्ट रूप से बताए जिससे कि शिक्षक नियुक्ति पर फैलाए जा रहे अनावश्यक भ्रम व अफवाहों पर विराम लग सके। सरकार का यह नैतिक कर्तव्य है कि वह टीईटी प्राप्तांकों की मेरिट पर प्रतिभा देखकर ही शिक्षक नियुक्ति करे न कि केवल घोषणा बाजी के आधार पर नौकरी को खैरात में रूप में बांटकर। मात्र टीईटी परीक्षा की हो रही संदेहास्पद जांच की बजाय समूचे शिक्षा तंत्र पर ही सबसे पहले स्पष्ट ठोस पारदर्शी नीति बनाने की प्राथमिकी को सरकार द्वारा तय किया जाना चाहिए। अध्यक्षता विद्यानंद चौहान व संचालन राम विचार यादव ने किया। सभा में सुरेन्द्र सिंह, नागेन्द्र यादव, सतीश सिंह, राजेश पाण्डेय, कमलेश यादव, मंजीत सिंह, मनोज कुमार, राजीव कुमार पाण्डेय आदि लोग उपस्थित रहे

News : Jagran (13.5.12)

UPTET : शामली में दुसरे दिन भी धरना जारी


UPTET : शामली में दुसरे दिन भी धरना जारी


प्रेषक: aftab saif <saif.aftab.aftab817@gmail.com>
दिनांक: 12 मई 2012 6:24 pm
विषय: dharna
प्रति: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>

प्रबुद्ध्नगर ;शामली में दुसरे दिन भी धरना  जारी  है ! कल धरने का तीसरा दिन है !कल हमारी संख्या एक हज़ार होने की उम्मीद है

UTET / Uttrakhand TET : Naineetal Highcourt Disposed All 371 writ petitions



UTET / Uttrakhand TET : Naineetal Highcourt Disposed All 371 writ petitions

See Cases ( Information provided by Blog Visitor Mohd. Rashid )
For Authentic Details , Contact Highcourt of Uttrakhand/ Relevant Authority


IN THE HIGH COURT OF UTTARAKHAND AT NAINITAL
Writ Petition No. 1582 (SS) of 2011
Himanshu Upadhyay and others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Deepak Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1586 (SS) of 2011
Bharti Bisht and another …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Kishore Kumar, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1590 (SS) of 2011
Neeraj Kumar Pal & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Deep Chand Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1593 (SS) of 2011
Chandan Ram and others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Sandeep Tiwari, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
2
With
Writ Petition No. 1594 (SS) of 2011
Mukund Ballabh Pandey and others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Chetan Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1595 (SS) of 2011
Uma Pandey & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. D.S. Mehta, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1597 (SS) of 2011
Rajesh Pandey & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. D.K. Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1598 (SS) of 2011
Kripal Singh & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. H.S. Rawal, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
3
With
Writ Petition No. 1601 (SS) of 2011
Himanshu Kumar Bhaisora & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Deepak Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1602 (SS) of 2011
Vijay Kumar & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. S.S. Chaudhary, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1603 (SS) of 2011
Murari Lal & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Jaivardhan Kandpal, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1604 (SS) of 2011
Suraj Singh Dasila & …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. S.S. Chaudhary, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
4
With
Writ Petition No. 1606 (SS) of 2011
Manoj Kumar & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. D.K. Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1607 (SS) of 2011
Sanjay Kumar Sandoya & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Rakesh Kunwar, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1608 (SS) of 2011
Vikram Singh & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Ravindra Singh Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1609 (SS) of 2011
Smt. Meena Mahar …Petitioner
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. S.S. Chaudhary, Advocate present for the petitioner.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
5
With
Writ Petition No. 1610 (SS) of 2011
Arvind Kumar & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Raveendra Singh Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1612 (SS) of 2011
Mahipal Chand and another …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Bhuvnesh Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1615 (SS) of 2011
Suresh Chandra Singh & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Sandeep Tiwari, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1617 (SS) of 2011
Bishan Singh & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Rajesh Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
6
With
Writ Petition No. 1618 (SS) of 2011
Neelam & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Bhupendra Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1619 (SS) of 2011
Pushpa and another …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Rajeev Sharma, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1621 (SS) of 2011
Suresh Chandra & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Rakesh Kumar Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1623 (SS) of 2011
Rajeev Rawat & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Deepak Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
7
With
Writ Petition No. 1627 (SS) of 2011
Sompal Singh Bavaria & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Anil Dabral, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1628 (SS) of 2011
Jaywant Singh & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Rakesh Kunwar, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1629 (SS) of 2011
Harish Kumar and & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Deepa Arya, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1630 (SS) of 2011
Mukesh Chandra Upadhyay & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Navnish Negi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
8
With
Writ Petition No. 1631 (SS) of 2011
Rajiv Rawat & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. D.C.S. Rawat, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1632 (SS) of 2011
Chandra Shekhar & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Raveendra Singh Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1633 (SS) of 2011
Pranil Kumar Joshi & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Rakesh Kumar Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1637 (SS) of 2011
Bishan Ram & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Puran Singh Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
9
With
Writ Petition No. 1639 (SS) of 2011
Bhupendra Mohan Pant & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Yogesh Pacholia, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1642 (SS) of 2011
Manoj Pant & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Chetan Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1643 (SS) of 2011
Jagdamba Khanduri & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. T.P.S. Takuli, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1646 (SS) of 2011
Dalveer Kaur …Petitioner
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Abhishek Verma, Advocate present for the petitioner.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
10
With
Writ Petition No. 1647 (SS) of 2011
Ravi Kumar …Petitioner
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Raveendra Singh Bisht, Advocate present for the petitioner.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1648 (SS) of 2011
Vinod Khulbe & another …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Swapnil Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1651 (SS) of 2011
Neeraj Kumar & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Ajay Veer Pundir, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1652 (SS) of 2011
Rajendra Kumar & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. T.P.S. Takuli, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
11
With
Writ Petition No. 1655 (SS) of 2011
Ragini Joshi …Petitioner
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. P.C. Petshali, Advocate present for the petitioner.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1656 (SS) of 2011
Om Prakash & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Rakesh Kunwar, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1658 (SS) of 2011
Rajesh Chandra & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Shivanand Bhatt, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1659 (SS) of 2011
Rakesh Kumar & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. P.C. Petshali, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
12
With
Writ Petition No. 1661 (SS) of 2011
Pradeep Chandra Pandey & others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Abhishek Verma, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1662 (SS) of 2011
Pushpa Kumar & another …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Raveendra Singh Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1664 (SS) of 2011
Gaurav Kumar …Petitioner
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Manish Arora, Advocate present for the petitioner.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1667 (SS) of 2011
Sundar Singh …Petitioner
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Rakesh Kumar Joshi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
13
With
Writ Petition No. 1669 (SS) of 2011
Kailash Chandra Gwasikoti & another …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Bhagwat Mehra, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1670 (SS) of 2011
Sanjay Kumar …Petitioner
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Narain Dutt, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1671 (SS) of 2011
Usha Rani …Petitioner
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Narain Dutt, Advocate present for the petitioner.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1672 (SS) of 2011
Sikha Gupta and another …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. H.S. Rawal, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
14
With
Writ Petition No. 1673 (SS) of 2011
Bitina Kumar and others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Navnish Negi, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1675 (SS) of 2011
Rajeev Kandpal …Petitioner
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Amish Tiwari, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1676 (SS) of 2011
Manish Bagdwal and others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Deepak Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
With
Writ Petition No. 1679 (SS) of 2011
Rajesh Nautiyal and others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Jayvardhan Kandpal, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
15
And
Writ Petition No. 1680 (SS) of 2011
Berendra Singh Chauhan and others …Petitioners
Versus
State of Uttarakhand and others …Respondents
Mr. Deepak Bisht, Advocate present for the petitioners.
Mr. Anil Bisht, Brief Holder present for the State of Uttarakhand.
Ms. Seema Sah, with Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocate for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad.
Mr. T.A. Khan, Advocate for National Council for Teacher Education.
Hon’ble Sudhanshu Dhulia, J. (Oral)
1. Heard Mr. Deepak Bisht, Advocate for the petitioners, Mr. Anil Bisht, Brief Holder for the State of Uttarakhand, and Ms. Seema Sah, Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, respectively for “Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad” as well as Mr. T.A. Khan, Advocate present for National Council for Teacher Education.
2. In all these connected writ petitions a common question is involved and the respective counsels appearing for the “Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad”, namely, Ms. Seema Sah, Ms. Geeta Parihar, and Mr. Asif Ali, Advocates, which is the necessary party in the present writ petitions fairly submit that the writ petitions be disposed of at the admission stage itself for the peculiar facts and circumstances of the case.
3. Although all the writ petitions are being disposed of by the present orders, the facts of the case which has been mentioned are of Writ Petition No. 1582 (SS) of 2011, only for the sake of convenience.
4. All the petitioners before this Court are the candidates for an examination known as Teachers Eligibility Test (hereafter referred to as “TET”). This examination was conducted under the directions of a Central Body known as National Council for Teacher Education (hereinafter referred to as “NCTE”) by which the State Government was to conduct such an examination, which is known as Uttarakhand Teachers Eligibility Test (hereinafter referred to as “UTET”). A candidate who is desirous to become a teacher in an elementary school must qualify with at least 60% of marks (for General Category candidates), and for the reserved category candidates they must qualify this examination with a minimum 50% marks. This would be one of the eligibilities for a teacher in elementary schools, in the State of Uttarakhand. This has been done after the Right to Education being incorporated in Constitution of India under Article 21-A vide Constitution (Eighty Sixth Amendment Act) and consequently, the Parliament enacting an Act known as “Right to Education Act, 2009” whereby, inter alia, it has been stipulated that it is the Right of a child not only to get an elementary education but a “meaningful elementary education.” Pursuant to the direction of NCTE the State of Uttarakhand invited the applications from eligible candidates to appear in “TET” examination. One of the conditions imposed by the State Government in the examination (under the direction of NCTE) is that a candidate who possesses B.Ed. qualification will only be eligible to appear in the present examination, if he has at least 50% in graduation, for general category candidates and 45% for reserved category candidates.
5. Thereafter, a large number of writ petitions were filed before this Court challenging both the authority of the NCTE as well as the State Government to conduct such an examination (i.e. TET), and more particularly the imposition of a condition of having a minimum percentage of marks in graduation a candidate having
B.Ed. qualification. These writ petitions were filed by the petitioners in which leading case was Writ Petition No. 772 (SS) of 2011 (Baldev Singh and others Vs. State of Uttarakhand and others) was decided by an order dated 20.8.2011, holding the validity of TET and rejecting the claim of the petitioners regarding holding of such examination. At the same time, this Court also held that fixing the minimum percentage of marks in graduation for this examination has actually no nexus with the object sought to be achieved and therefore, the writ petitions were disposed of with certain directions. It was held that such a restriction (of having minimum percentage in graduation) is both unreasonable, unjust and violative of Article 14 of the Constitution of India. Therefore, this Court declared such a condition of asking a minimum percentage of marks in graduation from candidates having B.Ed. qualification was violative of Article 14 of the Constitution of India. Further this Court directed the respondent to permit the petitioners to appear in TET, Examination treating them to be qualified.
6. At this juncture, it is necessary to state that Board, NCTE and consequently, the State Government had also during the pendency of the above writ petitions had reduced the percentage of marks from 50% to 45% for general category candidates and from 45% to 40% for the reserved category candidates.
7. This Court has also been informed that State Government as well as NCTE has not filed any special appeal against this judgment before this Court nor any petition before the Hon’ble Apex Court. Therefore, the above referred judgment has attained a finality. As such, candidates are held to be eligible to appear in the examination and there is no reason to withhold the result of such candidates merely because the petitioners were not party in the above writ petitions. This Court has been informed that such candidates who have appeared in the examination are either being treated to be disqualified or their results have been withheld who have less than minimum prescribed percentage in their graduation. It has further been submitted before this Court that all these candidates are being compelled to obtain orders from this Court, hence these writ petitions.
8. In view of this, this inaction on the part of the respondents is highly unreasonable and has caused undue hardship to the petitioners. The judgment of this Court passed in Writ Petition No. 772 (SS) of 2011 was a judgment of the candidates having judgment in rem and not a judgment in persona.
9. Counsel appearing for the Uttarakhand Vidyalayi Shiksha Parishad has filed a letter dated 23.11.2011, which is taken on record, which has been received through Secretary, “Uttarakhand Vidyalayi Shiksah Parishad” in which the respondents state that to a certain extent the Board has accepted its mistake and clarified its position now and on a mere representation by the petitioners the result of such candidates (like the present petitioners) is liable to be declared. However, there should be no such need for any such formality being asked from the petitioners, in case the petitioners had a recognized B.Ed. qualification, they shall be treated to be qualified irrespective of the marks they had obtained in their graduation provided they are graduates from a duly recognized University. Nothing, further needs to be stated by this Court.
10. With the aforesaid direction, the writ petitions are allowed.
11. No order as to costs.
12. Certified copy of this order be issued today itself.
(Sudhanshu Dhulia, J.)
Dated: 25.11.2011


Source :
From: rashid azad <rashid.khurshid@gmail.com>
Date: 2012/5/13
Subject: HIGH COURT OF UTTARAKHAND- NAINITAL
To: rajesh rao <rajeshrow86@gmail.com>, nnitinmehta1982@rediffmail.com, dev02019654@gmail.com, Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>,
**********************
One more information file sent by Mr. Rashid is  :


WPSS No. 1888 of 2011
With
CLMA No. 41 of 2012
CLMA No. 163 of 2012
CLMA No. 167 of 2012
Hon’ble Tarun Agarwala, J.
Mr. Sandeep Tiwari, Advocate for the petitioners.
Mr. H.M. Raturi, Standing Counsel for the State.
Mr. Rajendra Dobhal, Senior Advocate assisted by Mr. Paresh Tripathi, Advocate for the intervener.
The petitioners will file counter affidavit to the impleadment applications as well as intervention application within a week.
The learned Standing Counsel appearing for the respondents is allowed a week’s time to file the counter affidavit.
The learned counsel appearing for N.C.T.E. is also allowed a week’s time to file the counter affidavit.
This order will apply in all the connected writ petitions and separate order need not be passed.
List immediately after the expiry of the aforesaid period.
Interim order, if any, will continue till the next date of listing.
(Tarun Agarwala, J.)
Dated 22.02.2012
Shiv

UPTET : 19 को विधानसभा घेरेंगे टीईटी अभ्यर्थी


UPTET : 19 को विधानसभा घेरेंगे टीईटी अभ्यर्थी

मेंहदावल/संतकबीरनगर। स्थानीय कस्बे के विवेक कोचिंग सेंटर पर शनिवार को टीईटी अभ्यर्थियों ने बैठक कर सरकर के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। बैठक में 19 मई को विधानसभा को घेराव करने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संगठन के जिलाध्यक्ष देवेंद्र राय ने कहा कि 18 मई तक सरकार यदि टीईटी अभ्यर्थियों के संबंध में अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो 19 मई को हजारों की संख्या में टीईटी अभ्यर्थी विधानसभा का घेराव करेंगे। सरकारी उपेक्षा से टीईटी अभ्यर्थी अपने भविष्य के प्रति आशंकित हैं। बैठक में अभिषेक, पंकज मिश्र, परवेज अख्तर, कौशल, संजय राय, पीयूष, रामधनी शर्मा, सतीश, सोहनलाल, इरशाद, अब्दुल्ला, धर्मेंद्र आदि मौजूद रहे। (ब्यूरो)

****************
UPTET : बैठक में एकता पर बल दिया

निचलौल। ब्लाक परिसर में शनिवार को टीईटी उत्तीर्ण एकता मोर्चा की बैठक हुई। मुख्य अतिथि जिलाध्यक्ष महेन्द्र वर्मा ने संगठन की मजबूती पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उनकी नियुक्ति को लेकर सरकार उदासीनता बरत रही है। लिहाजा सभी अभ्यर्थी प्रदेश स्तरीय धरना में पहुंचे। राजकुमार पटेल ने कहा कि सरकार शैक्षिक मेरिट की बात कहकर चयन प्रक्रिया लोकसभा चुनाव 2014 तक टालना चाहती है। जिला उपाध्यक्ष बृजेश कुमार यादव ने कहा कि अगर सरकार नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं करती तो जोरदार धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। अध्यक्षता ब्लाक अध्यक्ष गोविंद कुमार गुप्त ने किया। इस मौके पर संजय साहनी, शैलेश गुप्त, आशुतोष मिश्र, ब्रह्मानंद, शैलेन्द्र गुप्त, अरविंद गौतम, प्रमोद सिंह और राजेश आदि रहे।

***********
Jhansi - शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) मोर्चा की महारानी लक्ष्मीबाई पार्क में बैठक प्रात: 9 बजे।
**********

उर्दू शिक्षकों की भर्ती में खत्म होगी टीईटी की अनिवार्यता!
•शैलेंद्र श्रीवास्तव
लखनऊ।बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की अनिवार्यता खत्म करने की तैयारी है। शासन में इस संबंध में उच्चाधिकारियों की बैठक हो चुकी है। यूपी सरकार इस संबंध में शीघ्र ही राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से अनुरोध करेगी। वहां से अनुमति मिलने के बाद मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लोमा इन उर्दू टीचिंग करने वालों के लिए टीईटी की अनिवार्यता समाप्त कर छह माह की ट्रेनिंग देकर 3480 पदों पर उर्दू सहायक अध्यापक के पर भर्ती की जाएगी।
प्रदेश में वर्ष 1994-95 में प्राइमरी स्कूलों में उर्दू के सहायक अध्यापक रखे गए थे।
बेसिक शिक्षा विभाग ने मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लेमा इन उर्दू टीचिंग उपाधि को इसके लिए पात्र माना था। लेकिन बाद में इन उपाधियों को अपात्र मान लिया गया। इस संबंध में मोअल्लिम-ए-उर्दू वालों ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल किया और सुनवाई के बाद फैसला उनके पक्ष में हुआ।
•रखे जाएंगे 3480 उर्दू सहायक अध्यापक

***************

मुख्यमंत्री के काफिले का रोका रास्ता


इटावा। मुख्यमंत्री का काफिला चौधरी चरणसिंह डिग्री कालेज से लोकनिर्माण विभाग के डाक बंगले पर पहुंचा तो वहां पहले से ही मौजूद बीएड बेरोजगार, पैरामेडिकल स्टाफ, बीपीएड बेरोजगारों, बिजली विभाग के संविदा कर्मियों, टीईटी अभ्यर्थियों एवं आम फरियादियों ने उनके काफिला रोक लिया। बाद में सिक्योरिटी के जवानों ने लोगों को धकियाते हुए रास्ता साफ कराया और मुख्यमंत्री को गेस्ट हाउस तक पहुंचाया।
मुख्यमंत्री के जनपद भ्रमण की जानकारी पर उनसे अपनी समस्या को रखने के लिए बीएड बेरोजगार, बीपीएड बेरोजगार, टीईटी अभ्यर्थी तथा बड़ी तादाद में आम फरियादी सैफई पहुंच गए। जब मुख्यमंत्री का काफिला चौधरी चरण सिंह डिग्री कालेज से लोकनिर्माण विभाग के गेस्ट हाउस की ओर बढ़ा तो सभी लोग गेस्ट हाउस के करीब जमा हो गए। जिसमें पैरामेडीकल का स्टाफ भी शामिल हुआ। लोगों की भीड़ के जरिए रास्ता अवरुद्ध देख मुख्यमंत्री का काफिला कुछ दूरी पर रुक गया। सिक्योरिटी के जवान नीचे उतर आए। मुख्यमंत्री भी कार से उतरकर पैदल चलने लगे। इस दौरान लोगों ने उन्हें अपने ज्ञापन सौंपे। 

****************

शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका
जालौन। टीईटी उत्तीर्ण छात्रों ने जुलूस निकालकर देवनगर चौराहे पर शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका और सरकार विरोधी नारे लगाए। संघ के अध्यक्ष मनोज बाथम, रविंद्र राठौर, पवन मिश्रा, जितेंद्र, सुभाष, राघवेंद्र, गजेंद्र, सत्यप्रकाश, अवशेश कुमार, शैलेंद्र सिंह, आशीष श्रीवास्तव, आशुतोष पांडेय, नागेंद्र सिंह, शिवपाल, संदीप सिंह, वेदप्रकाश, शैलेंद्र सिंह सेंगर आदि ने शिक्षा मंत्री के बयान मेरिट के आधार पर अगर टीईटी की नियुक्ति नहीं की गई तो आरपार की लड़ाई की जाएगी, पर रोष जताया।

************

बैठक आज
अंबेडकरनगर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की एक बैठक रविवार 13 मई को कलेक्ट्रेट के समक्ष आहूत की गई है। यह जानकारी मोर्चा अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा ने देते हुए बताया कि बैठक में टीईटी उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की अविलंब नियुक्त की मांग प्रदेश सरकार से की जाएगी। कहा कि मौजूदा समय में पूरे प्रदेश में हजारों की संख्या में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। इससे पठन पाठन कार्य प्रभावित हो रहा है। कहा कि बैठक के माध्यम से सरकार से परिषदीय विद्यालयों में टीईटी अभ्यथियों के हितों को देखते हुए नियुक्ति कराने की मांग की जाएगी। इसके अलावा बैठक में कई अन्य बिन्दुओं पर चर्चा होगी। उन्होंने सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से बैठक में पहुंचने की अपील की है। 

**************

बैठक आज
बड़ौत। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को रेलवे स्टेशन स्थित पार्क में दोपहर दो बजे होगी। यह जानकारी अनिल कुमार ने दी। 

************

उर्दू शिक्षकों की भर्ती में खत्म होगी टीईटी की अनिवार्यता!
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की अनिवार्यता खत्म करने की तैयारी है। शासन में इस संबंध में उच्चाधिकारियों की बैठक हो चुकी है।

***********

टीईटी की सभा
मेरठ। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने चौ. चरण सिंह पार्क में सभा का आयोजन किया। सभा में अभ्यर्थियों ने सरकार के प्रति रोष जताया गया। अभ्यर्थियों ने कहा कि यदि जल्दी भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो वह सामूहिक आत्मदाह को विवश होंगे। इस दौरान गौरव यादव, धर्मेंद्र पंवार आदि मौजूद रहे। 

News : Amar Ujala (13.5.12)

UPTET : टीईटी मेरिट के आधार पर भर्ती कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते अभ्यर्थी



UPTET टीईटी मेरिट के आधार पर भर्ती कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते अभ्यर्थी

धरना स्थल पर बैठे प्रदीप शर्मा की हालत खराब हो जाने पर उन्हें प्राईवेट चिकित्सक के यहां उपचार हेतु भेजा गया


शामली। टीईटी की मेरिट के आधार पर नियुक्ति किए जाने की मांग को लेकर दूसरे दिन कलक्ट्रेट कार्यालय पर बेमियादी धरना जारी रहा है। धरना स्थल पर सभी कान्वेंट स्कूलाें के अध्यापकों ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया। मोर्चा रविवार को नगर के अग्रसेन चौक पर धरना देगा।
शनिवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा का बेमियादी धरना कलक्ट्रेट कार्यालय में दूसरे दिन जारी रहा। धरना स्थल पर बैठे प्रदीप शर्मा की हालत खराब हो जाने पर उन्हें प्राईवेट चिकित्सक के यहां उपचार हेतु भेजा गया। टीईटी अभ्यर्थियों ने प्राईवेट स्कूलों का भ्रमण करके उनके शिक्षकों से धरना स्थल पर शामिल होने के लिए अपील की है। टीईटी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष आफताब सिंह ने चेतावनी दी है कि मांगे पूरी होने तक बेमियादी धरना जारी रहेगा। रविवार को टीईटी अभ्यर्थियाें का बेमियादी धरना अग्रसेन चौक में आयोजित किया जाएगा। प्रदीप शर्मा, रवि शर्मा, रोहित, पवन, विजय, सौरभ मलिक, मनोज, दिनेश विक्की, प्रमोद, प्रवीण, अमित, अब्दुल सत्तार, आजाद शर्मा, दीपक, सुरेंद्र कुमार, सतेंद्र मलिक, डाक्टर नीरज, देवी सिंह आदि रहे। 


News : Amar Ujala (13.5.12)