Saturday, April 27, 2013

UPTET : बीएड बेरोजगारों के दिल पर चोट


UPTET : बीएड बेरोजगारों के दिल पर चोट

   
- यूपी टीईटी प्राइमरी में बीएड को जगह नहीं

मेरठ: यूपीटीईटी शिक्षक पात्रता परीक्षा की आनलाइन आवेदन शुरू हो गई है। इस बार प्राइमरी शिक्षकों की अर्हता में बीएड बेरोजगारों को जगह नहीं मिली है। यानी एक से पांचवीं कक्षा तक शिक्षक बनने वाले बीएड डिग्रीधारी टीईटी की परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे।

लाखों रुपये फाइनेंस कालेजों को भरने के बाद बीएड डिग्री हासिल करने वाले युवक और युवती यूपीटीईटी करके प्राइमरी शिक्षक बनने का सपना देख रहे थे, जिसे प्रदेश सरकार ने चकनाचूर कर दिया है। यूपीटीईटी में प्राइमरी शिक्षक की अर्हता के लिए बीटीसी, एटीटी, दो वर्षीय बीटीसी उर्दू आदि किए अभ्यर्थियों को आनलाइन आवेदन करने की अर्हता है। बीएड को प्राइमरी शिक्षक से बाहर कर दिया गया है। ऐसे में काफी संख्या में बीएड बेरोजगारों के भविष्य पर संकट गहरा गया है। सेल्फ फाइनेंस कालेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. नरेंद्र तोमर ने बताया कि सरकार के इस फैसले से बीएड बेरोजगारों को काफी निराशा हुई है। पहले से जिन्होंने जूनियर स्कूल के लिए टीईटी निकाला है, उनके लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहंी हुई, ऐसे में अब केवल जूनियर में बीएड अभ्यर्थियों को टीईटी की परीक्षा देने का विकल्प बचा है। जो बीएड डिग्रीधारियों को बेरोजगार बनाएगा


News Source / Sabhaar : Jagran ( Updated on: Sat, 27 Apr 2013 02:17 AM (IST))
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Last time in UPTET 2011 exam aaprox. 2.5 Lakh candidates Qualified/cleared Upper Primary Level UPTET 2011 exam, And till now no advt. comes for their selection.

And this time in UPTET 2013 exam, B. Ed candidates are not shown eligible for UPTET-Primary Level
and their dreams are shattered as they pay hefty amount of fee in self finace colleges etc. and most of teachers vacancies exist in Primary Level.

UPTET : टीईटी के लिए स्नातक में 50 प्रतिशत जरूरी नहीं


UPTET : टीईटी के लिए स्नातक में 50 प्रतिशत जरूरी नहीं
http://naukri-recruitment-result.blogspot.com
लखनऊ (ब्यूरो)। अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में बीटीसी डिग्रीधारकों के लिए स्नातक में 50 प्रतिशत अंकों की शर्त समाप्त कर दी गई है। अब स्नातक में 50 प्रतिशत से कम अंक पाने वाले बीटीसी, डीएडधारक भी आवेदन कर सकेंगे।
विभागीय जानकारों के अनुसार 2001 से पहले प्रदेश में बीटीसी में प्रवेश के लिए परीक्षा होती थी। बाद में मेरिट की व्यवस्था की गई जिसमें स्नातक में 50 प्रतिशत अंक की बाध्यता कर दी गई। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने भी अपने नियमों में स्नातक में 50 प्रतिशत से कम अंकों की छूट दे रखी है। शासनादेश के अनुसार यदि कोई अभ्यर्थी केवल भाषा शिक्षक केलिए टीईटी करना चाहता है तो वह सिर्फएक भाषा के लिए टीईटी दे सकेगा। यदि कोई उर्दू केलिए फार्म भर देता है तो वह अन्य किसी भाषा के लिए आवेदन नहीं कर पाएगा। शासन ने मंडल मुख्यालय से 15 किमी दूर भी परीक्षा केंद्र बनाने की अनुमति दे दी है


News Source / Sabhaar : Amar Ujala (27.4.2013)
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Doubts/Queries/Answer Needed - 

UPTET  exam is going to conduct as per NCTE norms, As NCTE is Acadmic Authority to Specify Rules for TET as per RTE Act.

However it is still unclear to me that UPTET marks are only qualifying in nature OR its marks can be used for weighatage in selection as in Government Order for UPTET 2013 it may be not mentioned.)
(I have not seen in UPTET 2013 G.O.)

Earlier TET exam made as only Qualifying exam and new advt. for 72825 comes with UPTET 2011 as only Qualifying exam and its marks has no significance.

One side marks are also given in exam and other side certificate of eligibility is going to given.

Candidates are discussing that there is relaxation for B. Ed candidates till 2014 but in new advt. they are unable to see B. Ed qualification for UPTET-Primary level Exam.
And they are under impression that relaxation is for recruitment purpose and not for TET purpose as a large quantity of B. Ed candidates already passed TET exam and State can take relaxation if insufficient number of candidates available after 1st Jan. 2012.


If anybody have better knowledge, then please share his/her views on Blog through Comments.

BTC / SBTC UP: 10,800 शिक्षकों की भर्ती का शासनादेश जारी


BTC / SBTC UP: 10,800 शिक्षकों की भर्ती का शासनादेश जारी

 सूबे के बेसिक स्कूलों में दस हजार आठ सौ शिक्षकों की भर्ती संबंधी शासनादेश जारी कर दिया है। इसके लिए तीन मई को जिलेवार विज्ञापन जारी किया जाएगा। भर्ती प्रक्रिया 30 जून तक पूरी करने की तैयारी है। यह शासनादेश प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने जारी किया।
शासनादेश के अनुसार बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी और दो वर्षीय उर्दू प्रवीणताधारी अभ्यर्थी इन पदों के लिए पात्र होंगे। तीन मई को जिलेवार पूरे प्रदेश में एक साथ विज्ञापन जारी होगा। एक हफ्ते बाद ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी। आवेदन के लिए 21 दिन का मौका दिया जाएगा। फार्म भरने की अंतिम तिथि केएक सप्ताह बाद मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी। सामान्य व अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपये और एससी-एसटी के लिए 200 रुपये तय किया है। निशक्त अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क नहीं देना होगा



कहां कितने पदों पर होगी भर्ती -मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, लखनऊ, बलरामपुर, कानपुर नगर में से प्रत्येक में 10
-एटा में 30
-मिर्जापुर, सोनभद्र व हमीरपुर में प्रत्येक में 40
-लखीमपुर खीरी-45
-श्रावस्ती, औरैया, जालौन व महोबा में प्रत्येक में 50
-संत रविदास नगर, बांदा व महाराजगंज में प्रत्येक में 60
-चंदौली व महाराजगंज में प्रत्येक में 70
-सिद्धार्थनगर में 80
-पीलीभीत व गोंडा में प्रत्येक में 85
-सीतापुर व संत कबीर नगर में प्रत्येकमें 90
-कुशीनगर में 95
-मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बहराइच, रामपुर, अमरोहा, इटावा व कानपुर देहात में प्रत्येक में 100
-संभल में 105
-शाहजहांपुर व चित्रकूट में प्रत्येकमें 110
-कासगंज में 115
-शामली व ललितपुर में प्रत्येक में 120
-फिरोजाबाद व कौशाम्बी में प्रत्येक में 125
-हाथरस में 135
-मथुरा व सहारनपुर में प्रत्येक में 140
-झांसी में 145
-सुल्तानपुर, अमेठी, फर्रुखाबाद, कन्नौज में प्रत्येक में 150
-अंबेडकरनगर में 160
-मैनपुरी व मऊ में प्रत्येक में 180
-वाराणसी में 190
-अलीगढ़ में 195
-गाजीपुर, फतेहपुर, बस्ती में प्रत्येक में 200
-प्रतापगढ़, बदायूं में प्रत्येक में 215
-बाराबंकी में 220
-आगरा, हरदोई में प्रत्येक में 230
-फैजाबाद में 235
-गोरखपुर में 245
-बिजनौर में 250
-बरेली में 275
-देवरिया में 285
-रायबरेली में 290
-उन्नाव में 310
-आजमगढ़ में 330
-बलिया में 350
-इलाहाबाद में 485
-बुलंदशहर में 500
-जौनपुर में 580

Friday, April 26, 2013

UPTET : 10,800 शिक्षकों की भर्ती को आवेदन अगले महीने


UPTET : 10,800 शिक्षकों की भर्ती को आवेदन अगले महीने 

-टीईटी/सीटीईटी उत्तीर्ण बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी और बीटीसी उर्दू प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे आवेदन
-30 जून तक पूरी होगी भर्ती प्रक्रिया


 लखनऊ : प्रदेश में बेसिकशिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में 10,800 शिक्षकों की भर्ती के लिए तीन मई को जिलावार विज्ञापन प्रकाशित किये जाएंगे। इन पदों पर भर्ती के लिए राज्य या केंद्र द्वारा आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी/सीटीईटी) उत्तीर्ण करने वाले वे अभ्यर्थी पात्र होंगे जिन्होंने स्नातक के साथ विशिष्ट बीटीसी, दो वर्षीय बीटीसी या बीटीसी उर्दू प्रवीणताधारी प्रशिक्षण प्राप्त किया हो। शिक्षकों की भर्ती के लिए अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये जाएंगे। इस संबंध में शुक्रवार को जारी शासनादेश में भर्ती प्रक्रिया 30 जून तक पूरी करने का निर्देश दिया गया है।

मेरिट के आधार पर चयन : अभ्यर्थियों काचयन मेरिट के आधार पर होगा। मेरिट के लिए गुणवत्ता अंक का निर्धारण हाइस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक और प्रशिक्षण परीक्षा के प्राप्तांकों के आधार पर किया जाएगा।
अभ्यर्थियों की आयुसीमा : आवेदन करने के लिए पहली जुलाई 2013 को अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम 35 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
ऐसे करना होगा आवेदन : अभ्यर्थी विज्ञापन प्रकाशन की तारीख के एक हफ्ते बाद निर्दिष्ट वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। रजिस्ट्रेशन के बाद ई-चालान से जिले में भारतीय स्टेट बैंक की किसी भी शाखा में सचिव उप्र बेसिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद के नाम निर्धारित आवेदन शुल्क जमा करना होगा। आवेदन शुल्क जमा करने के दो बैंकिंग कार्यदिवस बाद अभ्यर्थी को ऑनलाइन ई-आवेदन पत्र भरना होगा। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू होने से 21 दिन तक ई-आवेदन पत्र भरे जा सकेंगे। ई-आवेदन पत्र ई-आवेदन पत्र भरने की अंतिम तारीख से दो दिन पहले तक ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और ई-चालान जमा किये जा सकेंगे।
रिजल्ट जून में : मेरिट के आधार पर जिले में चुने गए अभ्यर्थियों की श्रेष्ठता सूची ई-आवेदन पत्र भरने की अंतिम तारीख के एक हफ्ते बाद यानी जून में वेबसाइट पर जारी कर दी जाएगी। चयनित अभ्यर्थियों की काउन्सिलिंग श्रेष्ठता सूची जारी होने के तीन दिन बाद शुरू हो जाएगी। अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन और उनका चिकित्सीय परीक्षण काउन्सिलिंग की तारीख से अगले 10 दिनों में कराया जाएगा।
यह होगी फीस : सामान्य और पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को ई-चालान के जरिये 500 रुपये तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के अभ्यर्थियों से 200 रुपये बतौर आवेदन शुल्क जमा करना होगा। विकलांग अभ्यर्थियों को शुल्क में छूट होगी।
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कहां कितने पदों पर होगी भर्ती -मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, लखनऊ, बलरामपुर, कानपुर नगर में से प्रत्येक में 10
-एटा में 30
-मिर्जापुर, सोनभद्र व हमीरपुर में प्रत्येक में 40
-लखीमपुर खीरी-45
-श्रावस्ती, औरैया, जालौन व महोबा में प्रत्येक में 50
-संत रविदास नगर, बांदा व महाराजगंज में प्रत्येक में 60
-चंदौली व महाराजगंज में प्रत्येक में 70
-सिद्धार्थनगर में 80
-पीलीभीत व गोंडा में प्रत्येक में 85
-सीतापुर व संत कबीर नगर में प्रत्येकमें 90
-कुशीनगर में 95
-मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बहराइच, रामपुर, अमरोहा, इटावा व कानपुर देहात में प्रत्येक में 100
-संभल में 105
-शाहजहांपुर व चित्रकूट में प्रत्येकमें 110
-कासगंज में 115
-शामली व ललितपुर में प्रत्येक में 120
-फिरोजाबाद व कौशाम्बी में प्रत्येक में 125
-हाथरस में 135
-मथुरा व सहारनपुर में प्रत्येक में 140
-झांसी में 145
-सुल्तानपुर, अमेठी, फर्रुखाबाद, कन्नौज में प्रत्येक में 150
-अंबेडकरनगर में 160
-मैनपुरी व मऊ में प्रत्येक में 180
-वाराणसी में 190
-अलीगढ़ में 195
-गाजीपुर, फतेहपुर, बस्ती में प्रत्येक में 200
-प्रतापगढ़, बदायूं में प्रत्येक में 215
-बाराबंकी में 220
-आगरा, हरदोई में प्रत्येक में 230
-फैजाबाद में 235
-गोरखपुर में 245
-बिजनौर में 250
-बरेली में 275
-देवरिया में 285
-रायबरेली में 290
-उन्नाव में 310
-आजमगढ़ में 330
-बलिया में 350
-इलाहाबाद में 485
-बुलंदशहर में 500
-जौनपुर में 580


News Source : Jagran (Updated on: Fri, 26 Apr 2013 09:11 PM (IST))
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TET a Mandatory Qualification is Required for BTC/SBTC candidates.

Earlier when Non-TET judgement comed by Allahabad DB, then many rumors/news was that this selection does not require TET.

Now You can asume what may be the decision of Triple Bench about TET Qualification.

UPTET 2013 - Apply ONLINE FOR SHIKSHAK PATRTA PARIKSHA UP

UPTET 2013 - Apply ONLINE FOR SHIKSHAK PATRTA PARIKSHA UP


To See GO ( Government Order) , Visit Here - http://upbasiceduboard.gov.in/TETMANUAL/TET-GO-946_25042013.pdf

शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तर प्रदेश (UP-TET) 2013
1.  सामान्य दिशा निर्देश
2. तकनीकी ऑपरेशनल दिशा निर्देश
3. रजिस्ट्रेशन का प्रारूप
4. शासनादेश



To Apply ONLINE, Click Here - http://upbasiceduboard.gov.in/main.aspx

STEP-1आवेदन पत्र भरने हेतु महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश
ऑनलाइन आवेदन करने से पूर्व दिशा निर्देश ध्यान पूर्वक पढ़ लें एवं आवेदन के प्रारूप को भी ध्यानपूर्वक पढ़ लें |
समस्त प्रविष्टियाँ अंग्रेजी भाषा में ही मान्य होंगी
STEP-2आवेदन पत्र के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (पंजीकरण) करेंअंतिम तिथि 13/05/2013
STEP-3आवेदन शुल्क जमा करने हेतु ई- चालान फॉर्म प्रिंट करेंअंतिम तिथि 13/05/2013
STEP-4ई- चालान फॉर्म द्वारा आवेदन शुल्क जमा करनाअंतिम तिथि 15/05/2013
STEP-5फोटो अपलोड करके आवेदन पत्र पूर्ण करेंअंतिम तिथि 18/05/2013
STEP-6अपना भरा हुआ आवेदन पत्र प्रिंट करें




HELPLINE

NOTE - For Any Clarification, You can contact to Helpline Numbers, Given on UP Govt. Website - http://upbasiceduboard.gov.in/main.aspx OR Contact Relevant Authority.

Information Given Here is For PUBLIC INTEREST ONLY.

Thursday, April 25, 2013

UPTET 2013 Exam Schedule | UPTET 2013 Exam Dates | Online Application Schedule


UPTET 2013 Exam Schedule | UPTET 2013 Exam Dates | Online Application Schedule


टीईटी: इंतजार खत्म, आज से करें आवेदन

Applications are invited for most awaited Utter Pradesh Teacher Eligibility Test (UPTET) 2013 from interested and eligibly candidates. The UPTE 2013 will be held as per following given schedule.

1.
Online registration starts from
26.04.2013
2.
Submission of registration fee through e-challan starts from
27.04.2013
3.
Last date of online registration
13.05.2013
4.
Last date for Submission of registration fee through e-challan
15.05.2013
5.
Last date of Online Application
18.05.2013



टीईटी की महत्वपूर्ण तिथियां
--------------- -
* 26 अप्रैल से ऑनलाइन पंजीकरण।
* 27 अप्रैल से ई-चालान से आवेदन शुल्क जमा करने की प्रक्रिया।
* 13 मई पंजीकरण की अंतिम तिथि।
* 15 मई ई-चालान से आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि।
* 18 मई आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि



UPTET 2013 Will be Held in May/June 2013

श्री सुनील कुमार, प्रमुख सचिव, उ0प्र0 शासन के आदेश शिक्षा अनुभाग-11 लखनउ दि0 17 अप्रैल 2013 के द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ष 2013 आयोजित कराये जाने के सम्‍बन्‍ध में शासनादेश पारित कर दिया गया है। नि:शुल्‍क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 में प्राविधानित व्‍यवस्‍थाओं के क्रम में शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP-TET) कराये जाने की अनिवार्यतानुसार राष्‍ट्रीय अध्‍यापक शिक्षा परिषद द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार शिक्षक पात्रता परीक्षा कराई जानी है, उक्‍त परीक्षा का संचालन परीक्षा नियामक प्राधिकारी, उ0प्र0 इलाहाबाद द्वारा कराया जायेगा।

शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 23 की उपधारा-1 द्वारा प्रदत्‍त शक्तियों के अनुक्रम में राष्‍ट्रीय अध्‍यापक शिक्षा परिषद की अधिसूचना दि0 23-08-2010 एवं संसोधित अधिसूचना दि0 29-07-2011 के द्वारा कक्षा 1 से 08 तक के शिक्षकों हेतु न्‍यूनतम अर्हता निर्धारित की गई है, जिसके द्वारा शिक्षक के रूप में
नियुक्ति हेतु न्‍यूनतम निर्धारित शैक्षिक अर्हता के साथ-2 राज्‍य सरकार द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP-TET) या केन्‍द्र सरकार द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा ( CTET) उत्‍तीर्ण करना अनिवार्य होगा। उक्‍त परीक्षा का आयोजन प्रत्‍येक जनपद स्‍तर पर आयोजित कराया जायेगा, जिस क्रम में एक समिति का गठन किया गया है।

टी0ई0टी0 का विज्ञापन अप्रैल 2013 माह के अन्तिम सप्‍ताह में कराया जाना है। सभी आवेदन ऑनलाइन लिये जायेगें, जिस हेतु शासन से बेवसाईट का प्रकाशन एन0आई0सी0 के माध्‍यम से किया जायेगा। परीक्षा का आयोजन वर्ष में एक बार आयोजित की जायेगी, शासन के निर्देशानुसार एक से अधिक बार भी आयोजित की जा सकती है। उक्‍त प्रमाण पत्र पॉच वर्ष के लिए मान्‍य होगा।

यूपीटीईटी-2013 के लिए विज्ञापन इसी महीने के आखिरी हफ्ते में निकाला जाएगा। टीईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। आवेदन के लिए तीन हफ्ते का समय मिलेगा।
विज्ञापन के चार सप्ताह बाद परीक्षा होगी और चार सप्ताह में परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा।
टीईटी के लिए ढाई घंटे का समय दिया जाएगा, यह पिछली बार की अपेक्षा एक घंटे अधिक है। बीएड वाले उच्च प्राइमरी के लिए पात्र होंगे।

  • भाषा शिक्षकों संस्कृत, अंग्रेजी और उर्दू के लिए अलग से परीक्षा होगी।
  • इस बार टीईटी चार स्तर पर आयोजित की जाएगी। प्राथमिक कक्षा 1 से 5, भाषा शिक्षा प्राथमिक, उच्च प्राथमिक कक्षा 6 से 8 तथा भाषा शिक्षा उच्च प्राथमिक स्तर की होगी। 
  • इसके लिए 50 फीसदी अंक वाले पात्र होंगे। अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, नि:शक्त, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित, भूतपूर्व सैनिक (स्वयं) को 5 प्रतिशत अंक में छूट होगी। 
  • इसके लिए सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे और चार विकल्प होंगे। निगेटिव मार्किंग नहीं की जाएगी। अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए आवेदन शुल्क 150 और अन्य के लिए 300 होगा। 
  • .शुल्क ई चालान से बैंकों में जमा किए जाएंगे। अलग-अलग परीक्षा के लिए अलग-अलग शुल्क देने होंगे। नि:शक्तों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
  • टीईटी में 60 प्रतिशत अंक पाने वाला पास माना जाएगा। अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित और भूतपूर्व सैनिक स्वयं तथा नि:शक्त को 55 प्रतिशत पर पास माना जाएगा। 
  • टीईटी आयोजित कराने के लिए जिला स्तर पर जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। यह केवल पात्रता परीक्षा होगी। टीईटी पास करने वाला केवल भर्ती प्रक्रिया के लिए पात्र होगा। 
  • टीईटी रोजगार का अधिकार नहीं देता है। इसका प्रमाण पत्र पांच साल के लिए वैध होगा। इसके खोने पर 300 रुपये जमा करके नया प्राप्त किया जा सकेगा।
  • कक्षा 1 से 5 तक: स्नातक के साथ बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी, शिक्षा शास्त्र (विशेष शिक्षा), डीएड, सीटी नर्सरी, एनटीटी, दो वर्षीय बीटीसी उर्दू, 11 अगस्त 1997 से पूर्व मोअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारक (केवल उर्दू शिक्षक के लिए) व एएलएड।
  • कक्षा 6 से 8 तक: स्नातक के साथ बीटीसी, शिक्षा शास्त्र (विशेष शिक्षा), बीएड विशेष शिक्षा, बीएड, बीएससीएड, बीएएड, बीएलएड।
  • भाषा शिक्षा संस्कृत तथा अंग्रेजी कक्षा 1 से 5 तक: स्नातक के साथ बीटीसी, शिक्षा शास्त्र (विशेष शिक्षा), डीएड, सीटी नर्सरी तथा एनटीटी।
  • भाषा शिक्षा कक्षा 6 से 8 तक संस्कृत तथा अंग्रेजी: स्नातक के साथ बीटीसी, सीटी नर्सरी, शिक्षा शास्त्र (विशेष शिक्षा), बीएड विशेष शिक्षा व बीएड। 
  • उर्दू भाषा शिक्षा कक्षा 1 से 5 तक: उर्दू विषय में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण, बीटीसी, दो वर्षीय बीटीसी उर्दू, अलीगढ़ मुस्लिम विवि से डिप्लोमा इन टीचिंग तथा 11 अगस्त 1997 के पूर्व मोअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारक।
  • उर्दू भाषा शिक्षा कक्षा 6 से 8 तक: उर्दू में स्नातकोत्तर, बीटीसी, बीटीसी उर्दू विशेष प्रशिक्षण, अलीगढ़ मुस्लिम विवि से डिप्लोमा इन टीचिंग तथा 11 अगस्त 1997 से पूर्व मोअल्लिम वाले। 

उत्‍तर प्रदेश सरकार की ओर से हरी झंडी मिलने के साथ ही सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने टीईटी 2013 के ऑनलाइन आवेदन की विज्ञप्ति जारी कर दी है। 

विज्ञापन जारी होने के साथ ही लाखों बीएड, बीटीसी, उर्दू बीटीसी प्रशिक्षितों का इंतजार खत्म हो गया। 

नवंबर 2011 के बाद सरकार ने यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा कराने का निर्णय ले ही लिया। ऑनलाइन आवेदन पत्र के लिए शैक्षिक अर्हता, आवेदन शुल्क, पाठ्यक्रम, परीक्षा अवधि और स्वरूप से संबंधित सभी दिशा निर्देश बेसिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर हैं।

आन लाइन पंजीकरण 26 अप्रैल से शुरू होगा। ई-चालान द्वारा आवेदन शुल्क जमा करने की प्रक्रिया 27 अप्रैल से शुरू होगी। पंजीकरण की अंतिम तिथि 13 मई निर्धारित की गई है। 

सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बताया कि ई-चालान द्वारा आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 15 मई है। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 18 मई है। 

परीक्षा से संबंधित सभी सूचनाएं समय-समय पर परिषद की वेबसाइट पर लोड की जाती रहेंगी।

सामान्य और ओबीसी वर्ग के आवेदकों को 300 रुपये और एससी-एसटी को 150 रुपये का शुल्क देना होगा। विकलांग आवेदकों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। प्रदेश में नवंबर 2011 में पहली बार टीईटी कराई गई थी। 

परीक्षा कराने की जिम्मेदारी यूपी बोर्ड को दी गई। परिणामों की घोषणा होते ही परीक्षा में हुई धांधली भी सबसे सामने आई गई। इसके बाद टीईटी पर विवाद बढ़ता ही चला गया। 

जिस वजह से दुबारा टीईटी कराई ही नहीं जा सकी। जबकि साल पर दो बार टीईटी कराने कराने का निर्णय लिया गया था
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टीईटी: इंतजार खत्म, आज से करें आवेदन
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का लंबा इंतजार अब खत्म हो गया। परीक्षा आयोजन को लेकर शासन ने विज्ञप्ति जारी कर दी है। आवेदन कीप्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो जाएगी।
शिक्षक भर्ती को टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है। परीक्षा सचिव नियामक प्राधिकरण नीना श्रीवास्तव ने टीईटी 2013 के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी है। अब जिले के हजारों बीएड, बीटीसी, उर्दू बीटीसी प्रशिक्षितों का इंतजार खत्म हो गया। ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया 26 अप्रैल से शुरू हो जाएगी। 18 मई तक आवेदन जमा होंगे। सामान्य और ओबीसी वर्ग के आवेदकों को 300 रुपए तथा अनुसूचित जाति व जनजाति के आवेदकों को 150 रुपए का शुल्क जमा करना होगा। वहीं विकलांग आवेदकों से कोई शुल्क नहीं लगेगा। बताते चलें कि प्रदेश में बसपा सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2011 में नवंबर के महीने में पहली बार टीईटी परीक्षा का आयोजन कराया गया था। परीक्षा की जिम्मेदारी यूपी बोर्ड को सौंपी गई थी। उस समय परीक्षा में धांधली हुई थी। जिसके कारण तत्कालीन शिक्षा निदेशक संजय मोहन को जेल तक जाना पड़ा। इसके बाद टीईटी पर विवाद बढ़ता ही चला गया। इस समय मामला कोर्ट में चल रहा है। जिसके कारण दुबारा परीक्षा का आयोजन न हो सका।शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्रत्येक 6 माह पर परीक्षा का आयोजन कराना अनिवार्य किया गया है।
टीईटी की महत्वपूर्ण तिथियां
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* 26 अप्रैल से ऑनलाइन पंजीकरण।
* 27 अप्रैल से ई-चालान से आवेदन शुल्क जमा करने की प्रक्रिया।
* 13 मई पंजीकरण की अंतिम तिथि।
* 15 मई ई-चालान से आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि।
* 18 मई आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि

UPTET : शिक्षकों का वार, धरने का दिया धार


UPTET : शिक्षकों का वार, धरने का दिया धार

   Ajab Gajab Duniaa -

शिक्षकों का वार, धरने का दिया धार



आजमगढ़ : वेतन विसंगति, पुरानी पेंशन बहाली आदि मांगों को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा गुरुवार को उप बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना दिया गया। मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा गया। संघ के चौधरी यादव ने कहा कि सरकार ने शिक्षकों को धोखा दिया है। शिक्षक समस्याओं के निराकरण के बजाय हीलाहवाली की जा रही है। पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल होनी चाहिए। प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय में टीईटी की अनिवार्यता समाप्त कर तत्काल शिक्षकों की भर्ती शुरू की जाए। शिक्षकों की अनदेखी करने वाली सरकार को जनता सत्ता से दूर कर देगी। जिला मंत्री जयराम सिंह ने कहा कि एमपी, एमएल को पेंशन की आवश्कता है तो देश के शिक्षक और कर्मचारियों को पेंशन से वंचित करना कहां का न्याय है। पेंशन शिक्षक और कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा है। श्रीपति यादव ने कहा कि सरकार वेतन विसंगति दूर करे ताकि शिक्षकों के साथ न्याय हो। इस मौके पर केके उपाध्याय, मनोज त्रिपाठी, अतुल सिंह, अतुल यादव, अविनाश कुमार, अनीता साइलेस, संजय पांडेय, योगेंद्र यादव, विनोद यादव, अभिमन्यु यादव आदि उपस्थित थे

News Source : Jagran (Updated on: Thu, 25 Apr 2013 07:50 PM (IST))
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TET is Mandatory made by NCTE as per RTE Act, And Not Made By State Govt.

What is the fear with TET.

Kya Yogya Teacher Nahin Chune Jaane Chaiyhe.

UPTET : टीईटी: इंतजार खत्म, आज से करें आवेदन


UPTET 2013 : टीईटी: इंतजार खत्म, आज से करें आवेदन

निज प्रतिनिधि, एटा: शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का लंबा इंतजार अब खत्म हो गया। परीक्षा आयोजन को लेकर शासन ने विज्ञप्ति जारी कर दी है। आवेदन की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो जाएगी।

शिक्षक भर्ती को टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है। परीक्षा सचिव नियामक प्राधिकरण नीना श्रीवास्तव ने टीईटी 2013 के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी है। अब जिले के हजारों बीएड, बीटीसी, उर्दू बीटीसी प्रशिक्षितों का इंतजार खत्म हो गया। ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया 26 अप्रैल से शुरू हो जाएगी। 18 मई तक आवेदन जमा होंगे। सामान्य और ओबीसी वर्ग के आवेदकों को 300 रुपए तथा अनुसूचित जाति व जनजाति के आवेदकों को 150 रुपए का शुल्क जमा करना होगा। वहीं विकलांग आवेदकों से कोई शुल्क नहीं लगेगा। बताते चलें कि प्रदेश में बसपा सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2011 में नवंबर के महीने में पहली बार टीईटी परीक्षा का आयोजन कराया गया था। परीक्षा की जिम्मेदारी यूपी बोर्ड को सौंपी गई थी। उस समय परीक्षा में धांधली हुई थी। जिसके कारण तत्कालीन शिक्षा निदेशक संजय मोहन को जेल तक जाना पड़ा। इसके बाद टीईटी पर विवाद बढ़ता ही चला गया। इस समय मामला कोर्ट में चल रहा है। जिसके कारण दुबारा परीक्षा का आयोजन न हो सका। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्रत्येक 6 माह पर परीक्षा का आयोजन कराना अनिवार्य किया गया है।

टीईटी की महत्वपूर्ण तिथियां

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* 26 अप्रैल से ऑनलाइन पंजीकरण।
* 27 अप्रैल से ई-चालान से आवेदन शुल्क जमा करने की प्रक्रिया।
* 13 मई पंजीकरण की अंतिम तिथि।
* 15 मई ई-चालान से आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि।
* 18 मई आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि



News Source : Jagran (Updated on: Thu, 25 Apr 2013 06:51 PM (IST))
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From tomorrow onwards, You can apply for UPTET 2013 on Up Education Department website.

Get in touch with this BLOG, We will provide you all updates regarding UPTET 2013 exam.






LT Grade / TET / Uttrakhand TET News : एलटी नियुक्ति को टीईटी-दो अनिवार्य


LT Grade / TET / Uttrakhand TET News : एलटी नियुक्ति को टीईटी-दो अनिवार्य



   
 देहरादून

प्रदेश में एलटी शिक्षक के रूप में नियुक्ति की राह तक रहे हजारों बीएड प्रशिक्षितों को केंद्र सरकार ने झटका दिया है। उन्हें शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) से निजात नहीं मिलने वाली। रोजगार के लिए उन्हें भी टीईटी-दो अनिवार्य रूप से पास करना होगा। केंद्र सरकार के इस फरमान के बाद अब राज्य को एलटी नियमावली में संशोधन करना होगा। शिक्षा महकमा इस कवायद में जुट गया है। इस वजह से टीईटी परीक्षा भी अब जल्द कराने की तैयारी है।

प्रदेश में एलटी शिक्षकों के चार हजार से ज्यादा पद रिक्त हैं। सिर्फ राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत खुले 228 स्कूलों में शिक्षकों के तकरीबन दो हजार पद रिक्त हैं। इन पदों पर नियुक्ति के लिए भी अब बीएड प्रशिक्षितों को टीईटी-दो पास करना होगा। दरअसल, एलटी शिक्षक कक्षा छह से दसवीं कक्षा तक पढ़ाते हैं। छठवीं, सातवीं और आठवीं कक्षा इसके दायरे में होने के कारण केंद्र सरकार ने एलटी नियुक्तियों में भी टीईटी-दो को अनिवार्य किया है। इस बाबत राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र भेजा। अब केंद्र सरकार ने राज्य को पत्र भेजकर इस संबंध में स्थिति साफ कर दी है। केंद्र सरकार ने एलटी नियुक्तियों के लिए टीईटी-दो को अनिवार्य बताया है। मौजूदा व्यवस्था में एलटी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीईटी-दो पास करने का प्रावधान नहीं है। कक्षा छह से आठवीं तक अध्यापकों के सीटी संवर्ग को काफी पहले मृत संवर्ग घोषित कर एलटी संवर्ग में समायोजित किया जा चुका है।

एलटी नियुक्तियों के लिए टीईटी-दो पास करने की व्यवस्था अभी एलटी नियमावली में नहीं है। लिहाजा नियमावली में संशोधन किया जाएगा। केंद्र का फरमान मिलने के बाद राज्य सरकार के लिए फिलहाल असहज स्थितियां बन गई हैं। सरकार अब बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन कार्य निपटने के बाद टीईटी और टीईटी-दो जल्द आयोजित करने की तैयारियों में जुट गई है। शिक्षा सचिव मनीषा पंवार ने एलटी नियुक्तियों के लिए टीईटी-दो अनिवार्य किए जाने के केंद्र सरकार के निर्देशों की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि एलटी की नई नियुक्तियां नई व्यवस्था के तहत होंगी। इसके लिए नियमावली में संशोधन किया जा रहा है। उन्होंने स्वीकार किया कि टीईटी जल्द आयोजित की जाएगी


News Source : Jagran (Updated on: Thu, 25 Apr 2013 07:34 AM (IST))
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KVS, DSSSB also require TET Qualification for TGT Post.

However as per NCTE guidelines , TET is MUST for 1st to 8th Class Teachers.

But Many states conducted TET exam for upper classes teachers ( TGT, PGT) eg Gujarat, Harayana etc.

Wednesday, April 24, 2013

UPTET / UP Basic Edication / RTE News : सरकारी शिक्षा को बदनाम कर रहा है केंद्र


UPTET / UP Basic Edication / RTE News : सरकारी शिक्षा को बदनाम कर रहा है केंद्र
रामगोबिंद बोले-शिक्षा पर सरकारी नियंत्रण जरूरी, नियंत्रण खत्म हुआ तो मच जाएगी अफरातफरी


लखनऊ। बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोबिंद चौधरी का गुबार मंगलवार को फट पड़ा। सर्व शिक्षा अभियान के बजट में की गई कटौती से वह भरे हुए थे। 
केंद्रीय अधिकारियों की उपस्थिति में चौधरी ने कहा कि सरकार को बदनाम किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं हो रहा...। सरकारी योजनाएं खराब हैं...।
 सरकारी शिक्षा खराब है...। प्राइवेट स्कूलों में अच्छी पढ़ाई हो रही है...। यह सब साजिश है। 
यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में नकल होने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है और सीबीएसई परीक्षाओं की चर्चा तक नहीं होती। सरकार को बदनाम करने का ट्रेंड शुरू हो गया है, ताकि सरकारी नियंत्रण समाप्त कर निजीकरण किया जा सके। सरकारी नियंत्रण जिस दिन खत्म हुआ, उस दिन अफरा-तफरी मच जाएगी। बेसिक शिक्षा मंत्री इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार को शैक्षिक नियोजन एवं प्रशासन विषय पर शिक्षा अधिकारियों की दो दिवसीय राज्य स्तरीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय दिल्ली के कुलपति प्रो. आर. गोविंदा को पहले तो इस कार्यक्रम के लिए बधाई दी। कहा कि वे खुद चाहते थे कि सभी अधिकारी एक छत के नीचे जुटें और शिक्षा में सुधार के लिए रणनीति बनाएं। शिक्षा में क्रांति की जरूरत है। 
प्रधानमंत्री ने भी माना है कि गणित और विज्ञान के शिक्षकों की कमी है। उनकी चिंता जायज है। 
शिक्षा में वाकई सुधार की जरूरत है, पर अधिकारियों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। प्रो. गोविंदा की तरफ इशारा करते हुए चौधरी ने कहा कि आप तो मानव संसाधन विकास मंत्रालय की केंद्रीय सलाहकार कमेटी में हैं। आपने मुझे और मैंने आपको सुना है। कहना तो नहीं चाहता, लेकिन कहे देता हूं कि
 हमने अधिकारियों की गाड़ियों के लिए पैसा मांगा पर नहीं दिया गया। सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूल की तरह ड्रेस देने का पैसा मांगा, पर नहीं दिया गया। प्रति बच्चा 200 रुपये दिया जाता है। इससे बच्चे जो ड्रेस दिया जाता है उसे वे पहनकर ही गरीब लगते हैं। ऊपर ड्रेस होता है और नीचे जूता-मोजा नहीं होता। स्कूलों में विद्युतीकरण, शौचालय, हैंडपंप का पैसा मांगा गया, वह केंद्र सरकार ने नहीं दिया।


शिक्षकों को दुश्मन न मानें अफसर
लखनऊ (ब्यूरो)। राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलपति प्रो. आर. गोविंदा ने कहा कि शिक्षा के बिना आर्थिक प्रगति संभव नहीं है। पूरे विश्व में हमारे ज्ञान की तरीफ की जाती है, लेकिन शिक्षा को जितना महत्व दिया जाना चाहिए, वह नहीं मिला। देश में 100 में मात्र 50 बच्चे ही आठवीं की परीक्षा पास कर पाते हैं। ऐसा नहीं है कि हमारे देश में शिक्षा में प्रगति नहीं हुई है, पर जितनी होनी चाहिए, उतनी नहीं हुई। अधिकारियों को शिक्षकों को दुश्मन नहीं मानना चाहिए। शिक्षक ही शिक्षा व्यवस्था को सुधार सकते हैं।
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UP Education Minister Ram Govind Chowdry Ka Bayaan - 
Kendra Sarkaar ( Central Government) to Kuber hain Agar Vahee Paise Ka Rona Roye to Ho Chukaa Kaam, Agar Vo Paisa De to Ham UP Ko Education Mein Number -1 , Banaa Denge




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प्रो. गोविंदा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार को शैक्षिक नियोजन एवं प्रशासन विषय पर शिक्षा अधिकारियों की दो दिवसीय राज्य स्तरीय संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वीकार किया कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। बच्चों को अच्छी सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। स्कूली गतिविधियां ठीक नहीं हैं। मैनेजमेंट की व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है। वर्ष 1992 में शिक्षा के लिए जिला प्लान बनाया गया था, यह कितना सफल हुआ। अब सर्व शिक्षा अभियान की क्या स्थिति है, इस पर विचार की जरूरत है। यह सच है कि पहले सरकारी स्कूलों से बीच सत्र में 50 फीसदी बच्चे पढ़ाई छोड़ देते थे, अब 42 प्रतिशत छोड़ रहे हैं।
प्रो. गोविंदा ने कहा कि केवल सुविधा देने से ही प्रगति नहीं होती है। मौजूदा शिक्षा व्यवस्था से सभी संतुष्ट नहीं हैं। हम सब इसका कारण जानते हैं। पूछने पर कहा जाता है कि हमारा सिस्टम ही ऐसा है।


सूबे के 1.70 लाख शिक्षा मित्र बनेंगे शिक्षक ः ः उस्मानी

प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने बताया कि 1.70 लाख शिक्षा मित्रों को दो वर्षीय ट्रेनिंग देकर सहायक अध्यापक बनाया जाएगा। इस वर्ष 60 हजार, अगले वर्ष 64 हजार और शेष 46 हजार को जून 2015 तक सहायक अध्यापक बना दिया जाएगा। 72,825 टीईटी पास बीएड वालों को तथा 10,800 विशिष्ट बीटीसी को विधिक अड़चन दूर होने के बाद शिक्षक बनाया जाएगा। डायट में प्रवक्ता के खाली पदों पर भी शीघ्र भर्ती की जाएगी। सभी स्कूलों में पेयजल व शौचालय की सुविधा उपलब्ध है। बच्चों को प्रवेश देने के लिए स्कूल चलो अभियान चल रहा है। लड़कियों के लिए 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चल रहे हैं। आशीर्वाद योजना के तहत स्कूली बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए गए हैं। मानक के अनुसार स्कूल खोले जा रहे हैं। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कन्या विद्या धन योजना शुरू की गई है। नवीन सूचना और संचार तकनीकी से परिचित कराने के लिए 50 लाख छात्र-छात्राओं को मुफ्त लैपटॉप व टैबलेट दिए जाएंगे। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री योगेश प्रताप सिंह, कैलाश चौरसिया, वसीम अहमद, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल ने भी विचार रखे



News Source / Sabhaar : Amar Ujala / अमर उजाला (24.4.2013)
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News Review on Blog -

Ab abhibhavak, chhatr , shikshak bhrtee ke abhyarthee jaagruk ho chuke hain aur ve jaante hain ki -

Kya Ho rahaa hai, Kon See Education Achhee Hai, Kon Se Teacher Achhe Hain

Ab log facebook par bhee debate karne lage hain 

NCTE ne RTE (Sarva Shiksha Abhiyaan) ke liye jo maanak banaye us kee achhayee burayee par aaye din debate ho raheee hai

UP mein B. Ed qualified TET candidates lambe samay se job ka intjaar kar rahe hain
Upper Primary TET pass bhee bahut se log hain

Private verses Govt. Education mein kitne Govt. Minister / Public Server (IAS , PCS,  Class 1, Class 2 officers), Apne Bachhon ko Govt. Schools mein Education Dilwaate hain.



Tuesday, April 23, 2013

UPTET / UP EDUCATION SYSTEM : सरकारी शिक्षा को बदनाम करने की हो रही साजिश


UPTET / UP EDUCATION SYSTEM : सरकारी शिक्षा को बदनाम करने की हो रही साजिश


  
-जब वाहन नहीं हैं तो अफसर कैसे करें स्कूलों में पढ़ाई की निगरानी : रामगोविंद

-संसाधन मुहैया न कराने के लिए केंद्र पर भी साधा निशाना

News Sabhaar : जागरण / Jagran Epaper (Popular North India News Paper)

लखनऊ : बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने मंगलवार को यहां शिक्षा अधिकारियों की राज्य स्तरीय संगोष्ठी में यह कहकर चौंका दिया कि सुनियोजित षडयंत्र के तहत सरकारी स्कूलों और शिक्षा व्यवस्था को बदनाम करने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षाओं में नकल का हल्ला हर साल होता है लेकिन कोई यह नहीं जानता कि कब सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं हो जाती हैं और कौन उनकी कॉपियां जांचता है। सरकारी स्कूलों की दुर्दशा पर उन्होंने केंद्र सरकार को पर्याप्त संसाधन मुहैया न कराने के लिए भी कठघरे में खड़ा किया। यह कहते हुए कि सिर्फ सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए योजनाओं को लागू कर देने भर से शिक्षा का भला नहीं होगा

बेसिक शिक्षा मंत्री नई दिल्ली के राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय (न्यूपा) और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता पर तो बहस होती है लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास वाहन ही नहीं हैं कि वे स्कूलों में जाकर पढ़ाई की निगरानी कर सकें। केंद्र यदि संसाधन मुहैया कराकर शिक्षा अधिकारियों को चिंतामुक्त कर दे तो समस्या का समाधान हो जाएगा। मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के बच्चों की तो यूनिफॉर्म भी गरीब होती है। केंद्र सरकार एक सेट यूनिफॉर्म के लिए मात्र 200 रुपये स्वीकृत करती है जो नाकाफी है। केंद्रीय शिक्षा सलाहकार परिषद (कैब) की बैठक में यूनिफॉर्म की धनराशि बढ़ाने तथा बच्चों को टाई व जूता-मोजा उपलब्ध कराने की उनकी मांग को केंद्र ने अनसुना कर दिया। यदि केंद्र सरकार सिर्फ शत प्रतिशत सरकारी स्कूलों में विद्युतीकरण कार्य कराने के साथ शौचालय व पेयजल का प्रबंध करा दे तो हम पब्लिक स्कूलों को यह साबित कर देंगे कि प्रतिद्वंद्विता क्या होती है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि महकमे के अधिकारी यदि अपनी सोच बदलकर मनोयोग से जुट जाएं तो शिक्षा का बिगड़ा काम सुधारा जा सकता है।

माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चाहते हैं कि बच्चे 'क' से कबूतर की बजाय 'क' से कंप्यूटर पढ़ें। वहीं बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री योगेश प्रताप सिंह ने शिक्षा में गुणवत्ता के साथ नैतिकता पर भी जोर दिया। इससे पहले न्यूपा की प्रो.नजमा अख्तर ने बताया कि संगोष्ठी का उद्देश्य शिक्षा अधिकारियों में ऐसा प्रबंध और प्रशासकीय कौशल विकसित करना है जिससे कि वे अपने चुनौतीपूर्ण दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन कर सकें। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने कहा कि संगोष्ठी से निकलने वाले सकारात्मक निष्कर्षों को फील्ड में क्रियान्वित किया जाएगा।

----- इनसेट -----

सिस्टम को दोष देने से नहीं होगा सुधार : गोविंदा

न्यूपा के कुलपति प्रो.आर गोविंदा ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि स्कूलों में बच्चों के नामांकन पर जोर है लेकिन उपस्थिति पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उप्र बेसिक एजुकेशन प्रोग्राम के लागू होने के 20 साल बाद भी आज 42 फीसद बच्चे ड्रॉप आउट होते हैं। यह जानने की कोशिश नहीं होती कि क्या आज शिक्षक बेहतर पढ़ा रहे हैं, क्या बच्चो के सीखने-समझने का स्तर बढ़ा है। शिक्षा में सुधार न आने के लिए सिस्टम पर दोष मढ़ने से काम नहीं चलेगा। निचले स्तर के अधिकारी भी इतने असहाय नहीं कि वे कुछ नहीं कर सकते। देश में 50 फीसद बच्चे आठवीं की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते। बच्चे आगे बढ़ना चाहते हैं लेकिन 19वीं-20वीं सदी की हमारी शिक्षा प्रणाली उन्हें पीछे धकेल रही है। शिक्षा के लिए बनायी गई नीतियों से लोग भले संतुष्ट हों लेकिन वे सुधार की रफ्तार से संतुष्ट नहीं हैं। वे योजनाओं के परिणाम जानना चाहते हैं। ब्रिटिशकाल से विरासत में मिली शैक्षिक प्रबंधन व्यवस्था में भी वे बदलाव चाहते हैं।

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दूर होगी शिक्षकों की कमी

मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने कहा कि प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के तकरीबन तीन लाख पद रिक्त हैं लेकिन 2013-14 के अंत तक यह कमी काफी हद तक दूर कर दी जाएगी। इनमें से 1.7 लाख पदों पर शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण देकर समायोजित करने वाला उप्र पहला राज्य बनेगा। विधिक अड़चनें दूर होने के बाद 72,825 पदों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी दो तीन महीने में पूरी कर ली जाएगी। डायट में प्रवक्ताओं और वरिष्ठ प्रवक्ताओं के खाली पदों को शीघ्र लोक सेवा आयोग के जरिये भरने के लिए कार्यवाही के निर्देश दिये गए हैं। 38 जिलों के अल्पसंख्यक व अनुसूचित जाति बहुल ब्लाकों में ब्लॉक इन्स्टीट्यूट ऑफ टीचर्स एजुकेशन की स्थापना की जा रही है

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होगी अच्छे स्कूल की तलाश

प्रो.आर.गोविंदा ने बताया कि देश में ऐसे हजारों सरकारी स्कूल हैं जो अच्छा काम कर रहे हैं। न्यूपा 'अच्छे स्कूल की तलाश' नामक प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत अच्छा काम करने वाले 1000 स्कूलों को हर साल चुनकर उनकी उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। जमीनी स्तर पर काम करने वाले शिक्षा अधिकारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए न्यूपा एक और प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत कठिन परिस्थितियों में भी शिक्षा में नवाचार लाने वाले ब्लॉक और न्याय पंचायत स्तर के अधिकारियों को चिन्हित कर उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा



News Source  / Sabhaar : Jagran (Updated on: Tue, 23 Apr 2013 07:31 PM (IST))
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News Review -

Lagta hai UP mein Nakal ka Theekra Kendra Sarkar Par Fod Diya Hai , 
Shiksha Adhikariyon ke Pas Gadeeyan nahin hain, Aur Agar Kendra Sarkaree Vehicle / Gadeeyan Muhayaa Karay to Schools kee Nigraanee Kar Sakenge

Sansaadhan Kon Prdaan kare ???

Dusree Taraf , 72825 Teachers kee Post Jald Bhar Jayengee, Court se Maamla Nipat te hee 2-3 Mahine Mein Prakriya Pooree Kar Lee Jayegee.

Shiksha Mitron Ka Samayojan Kiya Jayegaa, Magar Jab Shiksha Mitron Ke Liye TET se Choot Milegee Tabhee to unkee bhrtee ho payegee.

Jab 3 lakh post vacant hain to UP mein bahut saare TET Qualified / B. Ed Dharee log Job Ke Intjaar mein bethe hain , 
Upper primary UPTET Qualified ke bhee bahur saare log Nokri Ka Intjaar Kar rahe hain.

Ku6 bhee ho samasyaa ka samadhaan hona chahiye.