Saturday, October 4, 2014

LT Grade Teacher Recruitment UP News: शिक्षक भर्ती में यूपी को केंद्रीय बोर्ड की चुनौती

LT Grade Teacher Recruitment UP News: शिक्षक भर्ती में यूपी को केंद्रीय बोर्ड की चुनौती


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 Blog Vichaar : Pichle Kuch Saalon mein Huee GIC / GGIC Bhrtee Mein Cut Off Samanyta 90 se Oopar Hee Rahee thee, Jismen 15 Marks PG ke Jud Kar ban Rahe The, Agar Isko Hata Dete Hain to 
90-15 = 75 tak Cut-off Jane Kee Ummeed Hai.
Pichle Kuch Saalon mein B Ed Candidates Kee Tadad Bhee Badee Hai, Aur UP Board , Management Colleges, Degree Colleges mein Percentage Ka Graph Bhee Bada hai
To Iske Chalte 75 ke Aaspas Hee Cut-off Jane kee Ummeed Hai
Ek Hee Candidate Kai SaaRE Mandal Mein Form Bharta hai, Iske Chalte 1st Cut-off Bahut High Rehtee Hai, Uske Baad Bhrtee ki Process Bahut Slow Ho Jaatee Hai.
GIC va GGIC kee Pichle Saalon mein Huee Bhrtee Kai Saalon Mein Bhee Complete Nahin Ho Payee Thee.
Lekin shayad is Baar Aisa Nahin Hoga, Vivadaspad PG marks ke weightage system ko hata diya gaya hai.
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परीक्षार्थियों के निजी प्राप्तांक प्रतिशत में यूपी बोर्ड हमेशा से पीछे रहा है। इसीलिए मेरिट के आधार पर होने वाले प्रवेश व नियुक्तियों में यूपी बोर्ड फिसड्डी साबित होता है। अभ्यर्थियों की चिंता जायज है।
-डॉ. एलपी पांडे, पूर्व निदेशक माध्यमिक शिक्षा




शिक्षक भर्ती में यूपी को केंद्रीय बोर्ड की चुनौती

Fri, 03 Oct 2014 11:16 PM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता : यूपी बोर्ड से संबद्ध राजकीय इंटर कालेजों में हो रही शिक्षक-शिक्षिकाओं की भर्ती में यूपी बोर्ड से पढ़े अभ्यर्थियों का पिछड़ना तय है। इसे लेकर यूपी बोर्ड के अभ्यर्थी तनाव में हैं और मेरिट में प्राथमिकता देने की मांग कर रहे हैं
शासन ने प्रदेश के राजकीय इंटर कालेजों में एलटी वेतनमान के हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान समेत कई और विषयों के शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। परीक्षाओं के प्राप्तांकों की मेरिट के आधार पर हो रहीं नियुक्तियों में सीबीएसई और आईसीएसई से हाईस्कूल-इंटर उत्तीर्ण अभ्यर्थी आगे आ जाएंगे। छात्रों का कहना है कि इसके रास्ते दूसरे शिक्षा बोर्ड के वह अभ्यर्थी अधिकतम सीटों पर कब्जा कर लेंगे जिन्हें यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम की न तो कोई जानकारी है और न ही वह हिंदी माध्यम से पढ़ाने की दक्षता रखते हैं


ऐसे तैयार होगी मेरिट
हाईस्कूल के अंकों का प्रतिशत बटे 10, इंटरमीडिएट के अंकों का प्रतिशत का गुणा दो बटे दस, स्नातक डिग्री के अंकों का प्रतिशत गुणा चार बटे दस के साथ प्रशिक्षण डिग्री लिखित में प्रथम श्रेणी के 12, द्वितीय श्रेणी के 5 व तृतीय श्रेणी के लिए 3 अंक निर्धारित हैं। प्रैक्टिकल के लिए क्रियात्मक में प्रथम श्रेणी को 12, द्वितीय श्रेणी के लिए 6, तृतीय श्रेणी 3 अंक निर्धारित हैं।
यूपी बोर्ड का संकट
इधर यूपी बोर्ड ने सीबीएसई व आईसीएसई के प्राप्तांक प्रतिशत पाने की कोशिश की है परंतु वर्तमान में हो रही नियुक्तियों के अभ्यर्थियों ने जिन वर्षो में हाईस्कूल व इंटर किया उस समय प्राप्तांक प्रतिशत इतना ऊंचा नहीं था। डेढ़ से दो प्रतिशत छात्रों को ही 75 प्रतिशत तक अंक मिलते थे जबकि दूसरे बोर्ड में आधे से अधिक को 80 फीसद अंक आसानी से मिल जाते थे।
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परीक्षार्थियों के निजी प्राप्तांक प्रतिशत में यूपी बोर्ड हमेशा से पीछे रहा है। इसीलिए मेरिट के आधार पर होने वाले प्रवेश व नियुक्तियों में यूपी बोर्ड फिसड्डी साबित होता है। अभ्यर्थियों की चिंता जायज है।
-डॉ. एलपी पांडे, पूर्व निदेशक माध्यमिक शिक्षा


News Sabhaar : Jagran (Fri, 03 Oct 2014 11:16 PM (IST))

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