Saturday, May 19, 2012

UPTET : Article / Information Given By Mr. Shyam Dev Mishra


UPTET : उत्तर प्रदेश प्रशिक्षु प्राथमिक अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया के सम्बन्ध में 16 मई 2012 अपराह्न 1 बजे जन्तर-मंतर, नई दिल्ली में हुई मीटिंग का कार्य-वृत्त

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आदरणीया मुस्कान जी के ब्लॉग के माध्यम से कुछ जागरूक टी.ई.टी. अभ्यर्थियों में से एक, हमारी गीतू बहन (दिल्ली) के प्रयासों से उत्तर प्रदेश प्रशिक्षु प्राथमिक अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया में हो रहे विलम्ब से दिन-पर-दिन अभ्यर्थियों में बढती बेचैनी, आक्रोश, इसके सम्बन्ध में फैलती और फैलाई जा रही भ्रांतियों को दूर करने तथा न्यायालय में विचाराधीन मामले की कानूनी स्थिति की वास्तविकता को समझ कर उचित और प्रभावी रणनीति तय करने के उद्देश्य से एक उक्त बैठक का प्रस्ताव किया गया था.


 इस बैठक में वास्तविक स्थिति की जानकारी देने के लिए टी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा के सक्रिय व अग्रणी सदस्य देवेन्द्र भाई (दिल्ली) ने, जो विगत 15 मई को इलाहाबाद हाईकोर्ट में उपस्थित थे, इस बैठक में आना स्वीकार किया. साथ ही बैठक में, मनोज यादव जी (दिल्ली), अभिषेक जी (दिल्ली), विष्णु जी (दिल्ली), संजय जी (दिल्ली) के अलावा उत्तर प्रदेश से  नवीन जी, अरविन्द जी, मनोज शर्मा जी, तथा जयपुर से संदीप जी और मुंबई से आपका यह भाई, कुल मिलाकर 11 सदस्य उपस्थित थे.


 हम इस संख्या से निराश नहीं हैं बल्कि अपनी एक बहन के इस प्रयास को पूर्णतया सफल इलिए मानकर संतुष्ट हैं कि मात्र ब्लॉग पर उसकी एक आवाज पर बिना एक दूसरे को जानने वाले लोग जब इतनी दूर दूर से आ सकते हैं तो फिर एक बार इस प्रकार के सफल आयोजन के बाद हमारे बाकि साथियों में भी, जो वाकई में अपने भविष्य, अपने अधिकार अपनी आजीविका ही नहीं, अपने कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक हैं, इस पहल में हमारे साथ जुड़ेंगे और संगठन को मजबूती देंगे क्यूंकि यह संगठन जितना मजबूत होगा, आपके ही हक़ की लड़ाई उतनी मजबूती से  लड़ी जा सकेगी


आप पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी विचार के साथ-साथ कर्म की महत्ता को भी समझेंगे और तदनुसार इस अभियान को अपना बहुमूल्य समय देंगे, इसी आशा और विश्वास  और विश्वास के साथ हमारी लगभग 3  घंटे चली बैठक के निष्कर्ष आपके लिए प्रस्तुस कर रहा हूँ.  

उत्तर प्रदेश प्रशिक्षु प्राथमिक अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया में कानूनी स्थिति के बारे में देवेन्द्र भाई ने जो जानकारी दी, वह संक्षेप में इस प्रकार है:
1. कोर्ट में इस मामले की पैरवी करने के लिए टी.ई.टी. मोर्चा के सदस्य नितिन मेहता जी, शिव कुमार पाठक जी, वरुण शर्मा जी, विवेकानंद जी, ज्ञानेश जी, देवेन्द्र जी और राजेश राव जी आदि सक्रिय हैं, टी.ई.टी. अभ्यर्थियों के योगदान के साथ-साथ इनके स्वयं के समय और योगदान से टी.ई.टी.संघर्ष मोर्चा इस केस में थर्ड पार्टी (लिस्टेड) है जिसकी ओर से न्यायालय में इस मामले के प्रभावित पक्ष के रूप में टी.ई.ई. उत्तीर्ण बी.एड. डिग्रीधारियों का पक्ष रखने के लिए हाईकोर्ट के दिग्गज वकील आर.एन. सिंह जी और अशोक खरे जी को हायर किया गया है. यह भी स्पष्ट हुआ कि केवल संवादहीनता के कारन गलतफहमिया पैदा हुई जिस से तमाम अन्य ब्लॉग विजिटर्स के साथ साथ स्वयं मेरे द्वारा भी इस मुद्दे पर टी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा के उपरोक्त नेताओं के बारे में नकारात्मक टिप्पणिया की गई थीं, जिस के लिए मैं खेद व्यक्त करता हूँ.


2. 2  मई से लेकर 15  मई तक की हर तारीख हमारे लिए देरी का कारण नहीं, बल्कि हमारे मार्ग की बाधाओं को एक-एक कर हटाने का जरिया साबित हो रही हैं. इस केस में माननीय न्यायाधीश महोदय द्वारा स्वयं रुचि ली जा रही है तथा सरकार से हर बिंदु पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए हलफनामे-पे-हलफनामे लिए जा रहे हैं ताकि एक बार प्रक्रिया से स्टे हटने बाद बाद में किसी बाधा के आने की सम्भावना शेष न रहे. इस प्रकार इस केस की सुनवाई अब सही रास्ते पर और सही गति से है जिसमे किसी विपरीत परिस्थिति के आने पर हमारी और से बात रखने के लिए दो प्रतिष्ठित वकील उपस्थित हैं. भारत की अदालतों में केसों के अम्बर को ध्यान में रखते हुए हमे वास्तविकता स्वीकारने और इस में लग रहे समय के मुद्दे पर धैर्य रखने की वास्तव में जरूरत है.


3. 15 मई को कोर्ट में सरकारी वकील ने स्पश किया कि सरकार विशिष्ट बी.टी.सी./बी.टी.सी. तथा टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए अलग से भर्ती करेगी क्यूंकि वर्तमान विज्ञप्ति 72825 प्रशिक्षु प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए थी न कि सहायक अध्यापकों के लिए, इस से भी टी.ई. टी.  उत्तीर्ण बी.एड. डिग्रीधारियों के साथ-साथ विशिष्ट बी.टी.सी./बी.टी.सी. तथा टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए भी लाभ की स्थिति बनती है. बी.एड. वालों को जहाँ इस भर्ती से बी.टी.सी./वि.बी.टी.सी. उत्तीर्ण सभी उम्मीदवारों को अलग किये जाने से पूरी 72825 रिक्तियां उपलब्ध हो रही है, वहीँ बी.टी.सी./वि.बी.टी.सी. उत्तीर्ण सभी उम्मीदवारों को बिना बी.एड.डिग्रीधारियों से टी.ई.टी.मेरिट के आधार पर प्रतिस्पर्धा किये नौकरी मिलने की राह बन रही है. इस मुद्दे पर स्वयं न्यायाधीश महोदय ने सरकार से विशिष्ट बी.टी.सी./बी.टी.सी. तथा टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए अलग से भर्ती के लिए निकाले जाने वाली विज्ञप्ति की तिथि 25 मई को स्पष्ट करने को कहा है.


4. कुछ आधारहीन ख़बरों के कारण  अकादमिक और टी.ई.टी. मेरिट समर्थकों के बीच मचे घमासान को लेकर सिर्फ इतना ध्यान दे कि और अभी तक सरकार की मंशा पर ऊँगली उठाने की कोई वजह सामने नहीं आई है बल्कि सरकार आजतक कोर्ट में इस विज्ञापन और इसमें दी गई सभी बातों का, जिसमे चयन प्रक्रिया और चयन का आधार शामिल है, बचाव करती आई है और आज भी वह इस मुद्दे की पेचीदगियां और कानूनी बाधाएं एक-एक कर दूर करने के लिए हलफनामे दे रही है. अगर सरकार को भर्ती न करनी होती तो वह सत्ता में आते ही इस केस को लड़ने के बजाय विज्ञापन को गलत स्वीकार कर लेती और भर्ती स्वतः रद्द हो जाती. अगर सरकार को आधार बदलना होता तो अबतक वह कोर्ट में दाखिल हलफनामों में आधार बदलने का जिक्र करती पर अब तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. 


5. इस केस में अब साफ़ हो चुका है कि वर्तमान भर्ती प्रक्रिया निरस्त होने के कोई आसार नहीं हैं बल्कि इस केस से जुड़े अलग-अलग मुद्दों के निराकरण के लिए प्रक्रिया में केवल आवश्यक परिवर्तन व संशोधन ही किये जायेंगे. इस केस में चयन के आधार को लेकर आपत्ति की न कोई बात उठी है न ही इस में परिवर्तन की कोई आवश्यकता और सम्भावना है. चूंकि इस भर्ती से सम्बंधित सभी याचिकाएं इस याचिका से सम्बद्ध की जा चुकी हैं, इस लिए अब किसी और पक्ष/व्यक्ति/याचिका की वजह से प्रक्रिया में आगे बाधा आने की सम्भावना भी समाप्त हो गई है. इस लिए या तो कोर्ट के आदेश से वर्तमान विज्ञप्ति में मात्र विचाराधीन बिन्दुओं के निराकरण के लिए संशोधन किया जायेगा, या वर्तमान विज्ञापन की जगह एक नया और सभी बिन्दुओं को समाविष्ट करता हुआ नया विज्ञापन निकाला जायेगा. अतः भर्ती-प्रक्रिया को लेकर निराश होने की आवश्यकता नहीं है.


5. उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा 2011 के निरस्त होने के बारे में फैलाई जा रही भ्रांतियों, अफवाहों और सुनी-सुनाई बातों पर आँख-मूंदकर भरोसा करने के बजाय सभी अभ्यर्थियों को केवल इस बात पर ध्यान देना है कि स्वयं उत्तर प्रदेश सरकार और न्याय-विभाग ने इस परीक्षा पर लगे धांधली के आरोपों और तथाकथित सबूतों को और रमाबाई नगर पुलिस की जांच रिपोर्ट को अपर्याप्त माना है तथा इसके आधार परीक्षा रद्द होने की कोई सम्भावना शेष नहीं है. सरकार द्वारा हलफनामों में भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में दिए जा रहे स्पष्टीकरण स्वयं इस बात की पुष्टि करते हैं कि सरकार टी.ई.टी. परीक्षा निरस्त होने की सम्भावना तक पर विचार नहीं कर रही है बल्कि हर बाधा का निराकरण कर इस भर्ती-प्रक्रिया को पूरी करने में लगी है.


6. सरकार इस बात से वाकिफ है कि प्रदेश में प्रशिक्षु अध्यापकों की विज्ञापित पद-संख्या के तुलना में गैर-बी.एड. डिग्रीधारक आवेदकों की संख्या बहुत कम है और विज्ञापन रद्द करने की सूरत में समय-सीमा प्रतिबन्ध के कारण आनेवाले सालों में भी नियुक्ति पूरी होना संभव न होगा, अतः इस भर्ती-प्रक्रिया को बचाना सरकार के लिए भी अत्यंत आवश्यक है. अतः अभ्यर्थियों को भी व्यर्थ के राजनैतिक गुणाभाग व गैर-जरूरी संभावनाओ को टटोलने के बजाय संगठन को मजबूती देने का काम करना चाहिए


7. बैठक में इस बात पर भी सहमति हुई कि वर्तमान में हमारा मामला पटरी पर है और न्यायालयों में मुकदमों की भीड़ की वजह से होनेवाली अवश्यम्भावी देरी से घबराये बिना थोडा धैर्य रखना है और किसी तरह का नया कानूनी कदम उठाना तब तक ठीक नहीं जबतक ऐसा करना जरूरी न हो जाये. सुप्रीम कोर्ट में जाने के पक्षधर लोगों से अनुरोध है की जब हाईकोर्ट किसी केस की सुनवाई अब लगातार कर रहा है, निर्देश दे रहा है, सरकार भी निर्देशों को मानकर चल रही है, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट जाने का कोई औचित्य व आवश्यकता नहीं है, अगर जरूरत हुई तो उसके लिए भी प्रभावी कदम उठाने के लिए संगठन को मजबूत कने पर ही बल देना है, इसी पर ध्यान देना है.


8. जब हमने देवेन्द्र भाई से इस मामले में हो रहे खर्चों की पूर्ति के लिए जरुरी धन के बारे में पूछा तो भले ही उन्होंने विनम्रतापूर्वक मना किया पर बैठक में तय किया गया कि हर अभ्यर्थी को इसमें संघर्ष मोर्चा के सक्रीय सदस्यों क समय और अबतक के योगदान को स्वीकार करते हुए अब स्वयं भी योगदान करना चाहिए. यह राय बनी कि किसी भी प्रकार की कानूनी समस्याओं से बचने के लिए किसी एक व्यक्ति के खाते में पैसा डालने के बजाय बेहतर होगा कि जिलाध्यक्ष अगर चाहें तो अपने साथियों से धन इकठ्ठा करे और व्यक्तिगत रूप से संघर्ष मोर्चा के उपरोक्त व्यक्तियों से मिलकर उन्हें सौंपे. हम आप सबसे अपील करते हैं कि इस प्रकार की आवश्यकता का पता लगाकर हमे स्वयं आगे बढ़कर अपना योगदान देना है क्यूंकि हमारे स्वाभिमानी भाई इस आन्दोलन के लिए आवश्यकता पड़ने पर भी आर्थिक सहयोग के लिए स्वयं कुछ नहीं कहेंगे. अतः सभी जिलाध्यक्षो से निवेदन है कि इनके सतत संपर्क में रहें और ऐसी आवश्यकता महसूस होने पर ब्लॉग के माध्यम से तथा अन्य माध्यमों से जरुरी सूचनाएं सबतक पहुचाये, इनके अलावा किसी अन्य व्यक्ति के बहकावे में न आयें. बेहतर होगा कि जो जिलाध्यक्ष कुछ योगदान करे, उसकी सूचना ब्लॉग पर डाले ताकि सभी लोगो तक ये सूचनाये पहुच सके और किसी प्रकार के संदेह की सम्भावना न रहे.

9. जहाँ तक टी.ई.टी. उत्तर पुस्तिकाओं में white-fluid के प्रयोग के परनाम का सवाल है, यह एक अमान्य, परन्तु सामान्य रूप से सभी अभ्यर्थियों द्वारा अपनाया जाने वाला तरीका है जिसके प्रयोग के कारण अधिक-से-अधिक आपको सम्बंधित प्रश्न के अंक नहीं दिए जा सकते है. पर ये कोई आपराधिक कृत्य नहीं है जिसके लिए आपको किसी कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़े या आपको परीक्षा से बाहर किया जाये. अतः इस मुद्दे पर भयभीत होने की कोई आवश्यकता नहीं है.   


आपकी जानकारी के लिए यह बताना भी जरुरी समझता हूँ कि इस मीटिंग के बाद मैंने इस मामले से जुड़े सरे दस्तावेजों के साथ और अबतक के घटनाक्रम को लेकर दिल्ली की एक प्रतिष्ठित कानूनी सलाहकार फर्म के सदस्य से व्यक्तिगत रूप से चर्चा की तो उन्होंने उपरोक्त सभी बातों पर हमारे रूख को सही ठहराते हुए, हमारे पक्ष को मजबूत बताते हुए हमे हाईकोर्ट के निर्णय की प्रतीक्षा करने की सलाह दी और विश्वास व्यक्त किया कि हम अपनी लड़ाई में कामयाब होंगे. पर हमारी इन बातों का यह मतलब नहीं है कि हम केवल स्वयं को संतोष देने के लिए ऐसी बात कर रहे हैं. 
इस बैठक में सभी लोग इस बात पर एकमत हुए कि यदि कोई निर्णय हमारे विपरीत आता है, जिसकी कोई सम्भावना नहीं है, तो हम इस लड़ाई को सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में लड़ने से पीछे नहीं हटेंगे, बस अगर आवश्यकता है तो एकजुट रहने की, एक दूसरे पर विश्वास करने की सौ बातों के साथ साथ दो-एक काम भी कर गुजरने के इरादे की

जल्दबाजी में अगर कोई बात मैं शामिल न कर पाया हूँ तो बैठक में मौजूद साथियों से अनुरोध है कि कृपया कमेन्ट के माध्यम से उसे भी बाकि साथियों की जानकारी के लिए पोस्ट करे. आपकी प्रतिक्रिया और सुझावों से हमे निश्चित रूप से बल और प्रेरणा मिलेगी. आशा है कि 27  मई की प्रस्तावित बैठक को और सफल बनाने के लिए आप भी स्वयं अपने अधिक से अधिक मित्रों के साथ शामिल होकर इस लड़ाई को शक्ति प्रदान करेंगे. बैठक में आने वाले सभी साथियों को हार्दिक धन्यवाद !  


आपका भाई,
श्याम देव मिश्रा
मुंबई
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CLARIFICATION



I have faced some serious accusatione regarding the fund-raising today, which is perhaps due to misunderstanding. I request you to please publish the following clarification just below my latest article regarding the meeting of 16th May in Delhi, so that the scope of doubt can be eradicated regarding fund-raising and its misuse.


 प्रिय मित्रों, कृपया लेख के बिंदु स.8 पर ध्यान दें जिसमे मैंने लिखा है "हर अभ्यर्थी को इसमें संघर्ष मोर्चा के सक्रिय  सदस्यों के समय और अबतक के योगदान को स्वीकार करते हुए अब स्वयं भी योगदान करना चाहिए. यह राय बनी कि किसी भी प्रकार की कानूनी समस्याओं से बचने के लिए किसी एक व्यक्ति के खाते में पैसा डालने के बजाय बेहतर होगा कि जिलाध्यक्ष अगर चाहें तो अपने साथियों से धन इकठ्ठा करे और व्यक्तिगत रूप से संघर्ष मोर्चा के उपरोक्त व्यक्तियों से मिलकर उन्हें सौंपे. हम आप सबसे अपील करते हैं कि इस प्रकार की आवश्यकता का पता लगाकर हमे स्वयं आगे बढ़कर अपना योगदान देना है क्यूंकि हमारे स्वाभिमानी भाई इस आन्दोलन के लिए आवश्यकता पड़ने पर भी आर्थिक सहयोग के लिए स्वयं कुछ नहीं कहेंगे. अतः सभी जिलाध्यक्षो से निवेदन है कि इनके सतत संपर्क में रहें और ऐसी आवश्यकता महसूस होने पर ब्लॉग के माध्यम से तथा अन्य माध्यमों से जरुरी सूचनाएं सबतक पहुचाये, इनके अलावा किसी अन्य व्यक्ति के बहकावे में न आयें. बेहतर होगा कि जो जिलाध्यक्ष कुछ योगदान करे, उसकी सूचना ब्लॉग पर डाले ताकि सभी लोगो तक ये सूचनाये पहुच सके और किसी प्रकार के संदेह की सम्भावना न रहे."

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Blogger ratnesh tripathi said...




bhai ap ne to isthiti hi ispast kar di hai..........
man ko tasalli mil gayi aap ke artikal se thanks you.........
Thursday, May 17, 2012 10:04:00 PM
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Blogger ratnesh tripathi said...







27 ko meeting kahan par hogi
Thursday, May 17, 2012 10:05:00 PM
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Blogger prakash said...







hamare bujurg basic edu.ministar rasra (balia) me bar bala ka dance dek rahe hai,ab aap hi socho up k basic edu. ka kya hoga.
Thursday, May 17, 2012 10:26:00 PM
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Blogger Mukesh said...







Shyamdev mishra ji apki baatein sahi hai aur hame positive sochne aur unite rahne ki jaroorat hai lekin hame yatharth ka bhi dhyan rakhna hai. Pichhle kuchh dino me jis tarah se javed usmani ne apni report saupi aur shiksha mantri ram govind ne bayan diya usne tet passed candidate ko hairani me daal diya. Mantri aur afsar hamari nabj tatol rahe hain. Aur mai poorn vishwas ke sath kahna chahata hoon ki ye mantri aur afsar academic merit hi lana chahate hain kyunki upboard yearly exam me nakal karane ke liye arbo rupaye ki hera feri shiksha mantri,bsa aur basic shiksha sachiv tak hoti hai. Isliye hame positive to rahna hi hai sath me atyadhik chaukanna bhi.
Thursday, May 17, 2012 10:35:00 PM
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Blogger Ramesh verma said...







Bhai shyam dev mishra ji aap ke lekh ko padhkar aasha jagi hai. Aap agar tet ke manch par se bolenge to asha hai sabhi tetians aqko follow karenge.
Thursday, May 17, 2012 10:35:00 PM
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Blogger Ramesh verma said...







Bhai shyam dev mishra ji aap ke lekh ko padhkar aasha jagi hai. Aap agar tet ke manch par se bolenge to asha hai sabhi tetians aqko follow karenge.
Thursday, May 17, 2012 10:36:00 PM
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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन

TET candidates demanded full salary from the start of training including extra fee to be returned back with interest -

महराजगंज: पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने सड़क पर उतर कर शुक्रवार को प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने सरकार विरोधी नारे बुलंद किए। प्रदर्शन के उपरांत अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अभ्यर्थी पीजी कालेज में एकत्र हुए। यहां संगठन के जिलाध्यक्ष महेंद्र वर्मा ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की चयन प्रक्रिया पर हमारी पांच मांगे हैं। टीईटी मेरिट के आधार पर ही हमारी नियुक्ति प्रक्रिया अतिशीघ्र शुरू की जाय, अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों को अविलंब समायोजन करते हुए तब तक नई पात्रता परीक्षा आयोजित न की जाय जब तक समस्त टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं की जातीहम लोगों को सरकार मानसिक, आर्थिक व सामाजिक रूप से परेशान कर रही है। चयनित अभयर्थियों को नियुक्ति मानते हुए उन्हे प्रशिक्षण के समय से पूरा वेतन दिया जाय और अभ्यर्थियों द्वारा शिक्षक चयन के लिए किये गए अनावश्यक खर्च को व्याज सहित वापस लौटाया जाय। शासन के द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया में जिन अभ्यर्थियों का देहांत हो गया है उनके आश्रितों को आर्थिक सहायता प्रदान किया जाय ताकि उनका जीवन निर्वाह हो सके।

इस मौके पर रामकुमार पटेल, राजेश कुमार, उमेश मिश्रा, मदन यादव, राजेश यादव, प्रवीण पाण्डेय, सुनील वर्मा, रामबेलास सिंह, सीता राम पटेल, निरंजन चौरसिया, अवधेश जायसवाल, अनिल कन्नौजिया, रामा प्रताप, जयंत्री प्रसाद, त्रिभुवन नाथ गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।


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टीईटी से मुक्त हों मृतक आश्रित

बिसौली : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले क्षेत्र से जुड़े तीन विधायकों को सम्मानित किया गया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चंद्र पाण्डेय ने मृतक आश्रितों को टीईटी परीक्षा से मुक्त करने की सरकार से मांग की।

जूनियर हाईस्कूल प्रांगण में आयोजित सम्मान समारोह में सहसवान विधायक ओमकार सिंह यादव ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा यदि सही मिल जाए तो छात्र किसी भी कंपटीशन की बाधा को पार कर सकते हैं। बिसौली के विधायक आशुतोष मौर्य ने कहा कि पूर्व सरकार ने पांच सालों में प्रदेश में शिक्षा की स्थिति बदतर कर दी है। चंदौसी की विधायक लक्ष्मी गौतम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के दुख दर्द वही जान सकता है जो उस परिवेश में रहा हो। उन्होंने एक कम्प्यूटर देने की घोषणा की। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चंद्र पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश के शिक्षकों का वेतन वित्त नियंत्रक कार्यालय से आन लाइन हो जाएगा।

बीएसए कृपाशंकर वर्मा ने कहा कि शिक्षक अपने दायित्व का भली भांति निर्वहन करें। संघ के जिलाध्यक्ष सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों को जुलाई माह से ही पेंशन का भुगतान किया जाए। शिक्षकों का अप्रैल मई का वेतन 10 जून तक दिलाया जाए। समारोह में तीनों विधायकों व अतिथियों को प्रतीक चिह्न भेंट किए गए। इस अवसर पर दिनेश चंद्र शर्मा, नरेश चंद्र शर्मा, अनिल गुप्ता, महेंद्र प्रताप सिंह यादव, मधु सक्सेना, धनश्याम माहेश्वरी, सौरभ शर्मा, हरीश शर्मा, कुंवरसेन, हरपाल सिंह, सिरजुल हसन, कैलाश यादव, कौशल जौहरी, सुबोध मिश्रा, वीरेंद्र सिंह, प्रभाकर सक्सेना आदि मौजूद रहे। अनुज शर्मा ने आभार व्यक्त किया।

विधायकों को दिया ज्ञापन

बिसौली : उत्तर प्रदेश विशेष शिक्षक एसोसिएशन ने नियमतीकरण की मांग लेकर तीनों विधायकों को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में 2931 विशेष शिक्षक हैं। जिनको नियमित नहीं किया गया है। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह, संतोष राम, रजनेश कुमार सिंह, राजवीर सिंह, असलम, सुनीता यादव, प्रतिभा अग्रवाल, तरुण आदि शामिल थे। विधायक ओमकार सिंह ने दो माह में समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया।
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News : Jagran (19.5.12)

Friday, May 18, 2012

UPTET / Allahabad Highcourt : Is TET Mandatory for Primary Section Attached to Intermediate School ?


UPTET / Allahabad Highcourt : Is TET Mandatory for Primary Section Attached to Intermediate School ?


HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

?Court No. - 33

Case :- WRIT - A No. - 21225 of 2012

Petitioner :- C/M Arya Kanya Pathshala I.C.,M.Nagar Thru'Manager & Another
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- P.N. Ojha
Respondent Counsel :- C.S.C.

Hon'ble Arun Tandon,J.
Let respondent no. 2 file his personal affidavit by the next date categorically stating as to how for appointment of Assistant Teacher in primary section attached to Intermediate College the respondent authorities can insist that one of the essential qualifications would be the T.E.T. Examination, specifically when there has been no amendment in the provisions of the Intermediate Education Act including the regulations framed thereunder.
List on 10.05.2012.
Order Date :- 1.5.2012
Pkb/


Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1834163

UPTET / Allahabad Highcourt : BTC / VBTC Candidates Selection Through TET Matter


UPTET / Allahabad Highcourt : BTC / VBTC Candidates Selection Through TET Matter

I am looking for latest decision, if anybody have link then please provide it.
This case is of 2nd May 2012 Hearing : -


HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

?Court No. - 33

Case :- WRIT - A No. - 76039 of 2011

Petitioner :- Yadav Kapildev Lal Bahadur
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Alok Kumar Yadav,Rajesh Yadav
Respondent Counsel :- C.S.C.,K.S. Kushwaha

Hon'ble Arun Tandon,J.
Matter has been heard at length.
The issue which needs clarification is as to whether the persons like the petitioners, who have already undergone B.T.C. Training and are graduate and have also cleared T.E.T., would further be required to be appointed as Teachers' Trainee in terms of the advertisement and the corrigendum issued on 02.12.2011 or else they would be appointed directly in Parishadiya Vidyalaya as Assistant Teachers, being possessed of all prescribed minimum qualification in terms of U.P. Basic Education Teachers Service Rules, 1981 or not. 
Sri K.S. Kushwaha, Standing Counsel seeks time to file an affidavit of the Secretary. 
Let him do so by the next date. 
List on 15.05.2012 along with Writ Petition No. 29 of 2012. 
Interim order to continue till then.
Order Date :- 2.5.2012
Pkb/


Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1841708
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PRT Teacher Selection on Compassionate Ground


HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH

?Court No. - 10

Case :- SERVICE SINGLE No. - 2096 of 2012

Petitioner :- Mohammad Abid
Respondent :- State Of U.P. Thru Its Secy. Basic Education & Others
Petitioner Counsel :- Ishraq Farooqui,Sandeep
Respondent Counsel :- C.S.C.,B.L. Verma

Hon'ble Devendra Kumar Upadhyaya,J.
Learned counsel for the petitioner prays for and is permitted to implead the Secretary Basic Shiksha Parisah, Allahabad as opposite party no.5.
In view of the aforesaid prayer being made, necessary incorporation in the array of opposite parties be made in the writ petition during course of the day.
Petitioner's mother, who was working as Headmistress in Purva Madhyamik Kanya Vidyalaya, Chinhat, Lucknow, unfortunately, passed away in the month of May, 2010. The petitioner applied for being given compassionate appointment on the post of Assistant Teacher. However, the said application has been rejected by Basic Shiksha Adhikari, Lucknow by means of the impugned order dated 11.11.2011 for the reason that as per the present prescription regarding eligibility for appointment on the post of Assistant Teacher a candidate should have qualified the Teachers Eligibility Test (in short TET). Since the petitioner has not cleared the said TET, it is not possible to appoint him as Assistant Teacher on compassionate grounds. 
Learned counsel for the petitioner has drawn attention of this Court on a government order dated 04.09.2000 wherein it has been provided that the dependents of the deceased employees working in the Institutions under Basic Shiksha Parishad can be given appointment against the post of Assistant Teacher or against any Class-III non-teaching posts under the Parishad on the basis of qualification. Since the petitioner, as per the impugned order passed by Basic Shiksha Adhikari dated 11.11.2011 cannot be appointed as Assistant Teacher, in terms of Clause-2 of the aforesaid government order dated 04.09.2000, his case will be considered for appointment on any Class-III posts under Basic Shiksha Parishad if the petitioner fulfills the requisite qualifications for the said post. In this regard, the petitioner is permitted to make a detailed representation to the Secretary, Basic Shiksha Parishad, Allahabad annexing therewith a copy of government order dated 04.09.2000 and other relevant orders applicable in case of compassionate appointment in relation to the institutions being managed and run by Basic Shiksha Parishad with a prayer to make appointment against any Class-III posts on compassionate grounds.
If such a representation is made by the petitioner within a period of ten days from today, the same shall be decided by a speaking and reasoned order by the Secretary, Basic Shiksha Parishad,� Allahabad within a further period of six weeks from the date a certified copy of this order along with representation is presented before him. While deciding the case of the petitioner for giving him compassionate appointment, the Secretary, Basic Shiksha Parishad, shall take into account all the relevant government orders and law applicable thereto including clause-3 of the government order dated 04.09.2000 (if it has not been superseded), which, inter alia, provides that in case of non-availability of post the appointment on compassionate ground shall be given against a supernumerary posts. 
With the aforesaid observations and directions, the writ petitions stands disposed of finally.
Order Date :- 4.5.2012
Akhilesh/-


Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?method=W&judgmentID=1844500

UPTET : शैक्षणिक मेरिट के आधार पर किया जाय चयन


UPTET :  शैक्षणिक  मेरिट के आधार पर किया जाय चयन

आजमगढ़ : शैक्षणिक मेरिट के आधार पर नियुक्ति करने सहित अन्य मांगों को लेकर शुक्रवार को टीईटी पात्रता संघर्ष मोर्चा ने कुंवर सिंह उद्यान में धरना दिया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से ले। जो भी मांगे हैं वह जायज हैं। जो लोग शैक्षणिक मेरिट के आधार पर नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं वह कहीं से भी ठीक नहीं है।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार को अपने निर्णय पर शीघ्र अमल करना चाहिए। नियुक्ति न होने के कारण उनके सामने अनेकों तरह की समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। वक्ताओं ने शैक्षणिक मेरिट के आधार पर नियुक्ति करने, एनसीटीई के अनुसार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने की मांग की। अंत में राज्य सरकार के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया। इस दौरान सूर्यभान यादव, राजकिशोर गुप्ता, सीताराम यादव, रामनयन, राजेश्वर प्रसाद, राकेश यादव, गया प्रसाद, कमलेंद्र यादव, धीरेंद्र यादव, अवनीश राय, अमित सिंह, जावेद अहमद, मनोज, चंद्रजीत यादव, चंद्रेश सिंह, अमरेश सिंह आदि उपस्थित थे।

News : Jagran (18.5.12)
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Kya IAS / PCS / SSC / Railway mein aptitude exam ( required qualitative exam for particular post) khatm kar dena chahiye,
Aur jo log select ho chuke , unko nikalkar kisee aur kee bhrtee kar Acadmic basis par kar dee janee chahiye.

You can give your valuable comment.

BTC / Allahabad highcourt : Inform the Court as to how it is possible to run all these courses simultaneously - B.T.C. 2004, B.T.C. Urdu Special Selection 2006, B.T.C. Training Urdu 2006, B.T.C. Special Training Urdu, Special B.T.C. 2007


BTC / Allahabad highcourt : Inform the Court as to how it is possible to run all these courses simultaneously - B.T.C. 2004, B.T.C. Urdu Special Selection 2006, B.T.C. Training Urdu 2006, B.T.C. Special Training Urdu, Special B.T.C. 2007 

Next Hearing : 18th May 2012


HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

?Court No. - 33

Case :- WRIT - A No. - 18467 of 2012

Petitioner :- Sudesh Kumar
Respondent :- The Director, State Council Of Education Research & Another
Petitioner Counsel :- F.A. Ansari
Respondent Counsel :- C.S.C.

Hon'ble Arun Tandon,J.
From the instructions, which has been produced today before this Court, it is apparent that at least following courses are being run in every DIET in the State of Uttar Pradesh: 
B.T.C. 2008 Special Selection, B.T.C. 2008 Regular Selection, B.T.C. 2010, B.T.C. 2011 and training of Shiksha Mitra through correspondence. 
In addition to the aforesaid courses, which are being run in every DIET, the records further establish that in various DIETs, training in B.T.C. 2004, B.T.C. Urdu Special Selection 2006, B.T.C. Training Urdu 2006, B.T.C. Special Training Urdu, Special B.T.C. 2007 and, Special B.T.C. 2007 are also being simultaneously undertaken. 
The details of the teachers / educators available in each DIET is still awaited. The Secretary, Basic Education shall with reference to the permission granted by NCTE for running of the aforesaid education training courses shall inform the Court as to how it is possible to run all these courses simultaneously and what strength of educators/ teachers is actually required in accordance with NCTE norms for running of all these courses simultaneously. Petitioner is permitted to implead the Secretary, Basic Education, U.P. Shashan, Lucknow as respondent no.4. He is also permitted to implead NCTE Northern Region through its Chairman as respondent no.4 and serve a copy of this petition upon Standing Counsel for NCTE, who shall obtain instructions in the matter by the next date. 
List on 18.05.2012. On the next date name of counsel for NCTE shall be shown as one of the counsel for the respondents. 
Order Date :- 3.5.2012
N.S.Rathour


Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1853562

BTC (Basic Training Certificate) Institutes in Uttar Pradesh


BTC (Basic Training Certificate) Institutes in Uttar Pradesh







List of BTC (Basic Training Certificate) Institutes in Uttar Pradesh


Name of the InstituteAddress
Acme Institute of Management and TechnologyNear Sudhir Dharamkanta Sikandara, Agra-282005
Akbarpur Degree CollegeNear Tehseel Bhawan Mati Road, Akbarpur, Kanpur Dehat-209101
Amar Shaheed Kancan Singh MahavidyalayaShivpuri Post Gharwasipur Tehseel, Khaga Fatehpur
Ambrish Sharma College of Edn.TechnologyHapur Road Ghosipur Meerut
Amogha Institute of Professional & Technology Edn.25.5 Km. Meerut Road Morta Ghaaziabad 201006
Aryan Institute of MNGT. & Computer ScienceSector 13 Avas Vikas Colony, Sikandra Badla Road Agra-282007
Astron College of Edn.89-C, Gali No.1 Thapar Nagar Meerut
Dau Dayal Mahila (P.G.) CollegeBye Pass Road Firozabad 283203
Dayanand Bachhrawan Degree CollegeBachhrawan Rai Bareilly-1
Deen Dayal College745, Lane No. 8 Gandhi Colony Muzaffar Nagar -250001
Dewanshu Samaj Kalyan Sewa MahavidyalayaMahadev Nagar Sourikh Kannauj - 209728
Beni Madhav Singh MahavidyalayaMadhav Nagar, Bigahiya Allahabad
Bhalchandra Institute of Education & MNGT.530/121,Chota Sheikhapur Opp. Lda Aliganj Lucknow
Cosmos College of EducationK.No. 173, Village - Mohiyapur Gautam Budh Nagar Noida
Bureau of Psychology2 Lowther Road Allahabad 211002
District Institute of Education & TrainingVivek Nagar Sultanpur District 228001 

Sitapur 261001 

Gorakhpur District 273001 

Bhogaon Mainpuri District 205001 

Faridpur Bareilly District 

Fatehpur District 212601 

Chhitramau Farukhabad Dist. 209721 

Nagla Aman Firozabad Dist. 283203 

R.I. Education Muzaffar Nagar 251001 

Bansi Sidharth Nagar 

Sarnath, Varanasi Dist. 221001 

Babu Ganj Unnao District 209801 

Doorbhash Nagar Raibareli 229001 

Dadraul Shahjahanpur Dist. 242001 

Attarsand Pratapgarh 230001 

Kanth Moradabad District 244501 

Shahganj Agra District 282010 

Ajitmal Etawah District 206121 

Government School Hardoi District 241001 

Government School Pakwai Nagar Balia District 

Government School Paryagpur Behraich Dist. 271871 

Government School Hapur Ghaziabad Dist. 245101 

Government School Shivrampur Bandara 210205 

Saidpur Ghazipur Distt. 233304 

Governement School, Narwal Kanpur 209401






































































Name of the InstituteAddress
District Institute of Education & TrainingNishant Ganj Lucknow District 226007 

Zafarpur Azamgarh 276001 

Government School, Baruasagar Jhansi 284001 

Government School, Baad Mathura District 281001 

Government School Lalitpur 284403 

Government School Alfestinganj, Near Kotwali Jaunpur District 200001 

Government School (W) Bulandshahar 203001 

Government School Bilaspur Pilibhit District 262201 

Government School , Haider Ganj Faizabad 224001 

Patni Chilkana Saharanpur 247001 

Government School Bahram Ghat, Ganeshpur Barabanki 225201 

Civil Lines Badaun 243601 

Jalaun 285123 

Rampur, Hathras Aligarh Distt. 244901 

Ismailpur via Chandanpur Bijnor 

Bhaisau, Kanpur Dehat 

Lakhimpur Kheri 

Govt. Normal School (M) Manjhanpur Allahabad 212207 

Rampur, Karkhana Deoria 

Chota Mewana Meerut 250401 

Patehera P.O. Kubori Kalan Mirjpur 231309 

Govt. Diksha Vidyalaya Gyanpur Bhadoi 

Harichandpur Chhchhana, Etah 

Government School Padrauna 

Charkari Mahobad 

Government School Rampur Distt. 244901 

Mahatma Gandhi Marg Allahabad 211001 

Basti
Doon Collge of EducationDehradun Road Village, Sunderpur, Saharanpur
Govt. Normal SchoolPadaraunas Kushinagar 274394
Havard Instt. Of Management And Technology8, Institutional Area, Greator Noida G.B. Nagar Greater Noida 201306
Inderprastha Engineering College63, Site IV Industrial Area, Sahibabad Ghaziabad 201010
Institute of Teacher EducationMeerut Delhi Road Kadrabad Modi Nagar Ghaziabad -201201
Kanchan Singh Booli Devi MahavidyalayaNinayan Vill Bhikhnapur Post Sarwankhera Kanpur Dehat 209221
Krishna Pal Singh Degree CollegeTown & Post, Tambaur Sitapur
Modern Collge of Professional Studies137, Navyug Market Ghaziabad
Niti Shree Degree CollegeD-94 B, Sector -55 Noida 201301
Nayab Abbasi Girls Degree CollegeKailsa Road, Amroha J.P. Nagar 244221
Noida College of Physical Edn.1, Block Market Main Road Sector 22 Noida 201303
Northern India Engineerng CollegeSector II Dr. Akhilesh Das Nagar Faizabad Road Lucknow
Prithwi Raj Chauhan MahavidyalayaPo. Maunath, Bhanjan Mau
Purvanchal Degree CollegeRam Sunderpur Rani ki Sarai Azamgarh 1 (U.P.)
Saheed Bhagat Singh Degree CollegeSubedar Nagar Kanpur Nagar 201209
Shatabdi Institute of Edn .Mohinddinpur Meerut 250250
Shri Faiyaz Hussain P.G. CollegeNidhauli Kalan Etah 207122
Shri Megh Singh Degree CollegeAbigarh, Tarrukpur Agra
Shri Parshavanath Institute of Edn. & Research18th Kms. Stone Meerut Delhi Road Mohiuddinpur
Smt. Rama Devi Mahila MahavidyalayaJhinjhak Distt. Kanpur Dehat Kanpur Dehat 209302
Teerthanker Mahaveer Institute of MNGT & Tech.Delhi Road Moradabad 244001
Tirupati Institute of Science & TechnologyG.T. Road Mohiuddinpur Opp. Sugar Sugar Mill Meerut
Trident College of EducationAt Khasra No. 554 Baral Partapur By Pass Meerut
Venkateshwara Institute of Computer Science & Tech208A, Saket
Vivek College of EducationNoorpur Bijnor Road Garhwala Tahseel Bijnor
Vivekanand College of EducationDhora Palan Gownda Road Aligarh 202001


UPTET : टीईटी को लेकर न हो राजनीति



UPTET : टीईटी को लेकर न हो राजनीति

घोसी (मऊ) : प्रदेश सरकार टीईटी को लेकर राजनीति कर रही है। परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ प्रदेश सरकार का यह खिलवाड़ महंगा साबित होगा। मुरादाबाद में टीईटी उत्तीर्ण युवकों के शांति जुलूस पर लाठी चार्ज सरकार की दमन नीति का प्रमाण है। सरकार टीईटी परीक्षा के बाबत अपना वायदा निभाए। यह बातें नरोखर पोखरा पर गुरुवार को आयोजित बैठक में सुनील गावस्कर ने कही

शिक्षा पात्रता परीक्षा एवं शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर उन्होंने राजनीति न किये जाने को कहा। अरुण कुमार गौतम ने जायज मांगों को दबाने की बजाय विचार करने को कहा।

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने जनपद मुख्यालय पर 21 मई को धरना दिये जाने का निर्णय लिया। बैठक का संचालन राजीव यादव ने किया। बैठक में दीन दयाल, तबरेज, संतोष यादव, संजय भारती, राजकुमार राजभर, सुबाष मौर्य, मुनीर अहमद, बृजेश चौहान, अच्छेलाल चौहान उपस्थित रहे।


News : Jagran (18.5.12)

UPTET : टीईटी पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति की मांग


UPTET : टीईटी पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति की मांग


सोनभद्र (ब्यूरो)। बीएड/ बीपीएड बेरोजगार संघर्ष समिति की राबर्ट्सगंज स्थित कैंप कार्यालय पर हुई बैठक में टीईटी पास अभ्यर्थियों को शिक्षक के रूप में नियुक्ति की मांग की गई। चेतावनी दी गई कि ऐसा नहीं किया गया तो वे आंदोलन करेंगे।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के पद वर्षों से रिक्त है। जुलाई माह में नया सत्र भी शुरू हो जाएगा। देश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हो गया है, लेकिन जब स्कूलों में शिक्षक ही नहीं रहेेंगे तो ऐसे विद्यालयों में अभिभावक बच्चोंको क्यों भेजेंगे। ऐसे में यह अधिनियम सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह जाएगा। समिति के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार वर्मा का कहना है कि सरकार टीईटी पास अभ्यर्थियों में फूट डालना चाहती है। चयन प्रक्रिया के आधार पर जो विवाद की स्थिति बनी है वह सरकार की ही देन है।

वक्ताओं ने कहा कि सरकार भर्ती प्रक्रिया में चाहे जो नीति अपनाएं उसमें टीईटी पास अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाए। चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार बीएड पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति में हीलाहवाली करती है बैठक कर आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। बैठक में सत्यप्रकाश शुक्ल, रूपेश, विनय सिंह, आलोक जायसवाल, शिव यादव, कृष्णकांत पांडेय, अजीत, सुनील, जनेश्वर पाठक आदि उपस्थित थे

News : Amar Ujala (18.5.12)

Thursday, May 17, 2012

UPTET : Article / Information Given By Mr. Shyam Dev Mishra


UPTET : उत्तर प्रदेश प्रशिक्षु प्राथमिक अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया के सम्बन्ध में 16 मई 2012 अपराह्न 1 बजे जन्तर-मंतर, नई दिल्ली में हुई मीटिंग का कार्य-वृत्त

आदरणीया मुस्कान जी के ब्लॉग के माध्यम से कुछ जागरूक टी.ई.टी. अभ्यर्थियों में से एक, हमारी गीतू बहन (दिल्ली) के प्रयासों से उत्तर प्रदेश प्रशिक्षु प्राथमिक अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया में हो रहे विलम्ब से दिन-पर-दिन अभ्यर्थियों में बढती बेचैनी, आक्रोश, इसके सम्बन्ध में फैलती और फैलाई जा रही भ्रांतियों को दूर करने तथा न्यायालय में विचाराधीन मामले की कानूनी स्थिति की वास्तविकता को समझ कर उचित और प्रभावी रणनीति तय करने के उद्देश्य से एक उक्त बैठक का प्रस्ताव किया गया था.


 इस बैठक में वास्तविक स्थिति की जानकारी देने के लिए टी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा के सक्रिय व अग्रणी सदस्य देवेन्द्र भाई (दिल्ली) ने, जो विगत 15 मई को इलाहाबाद हाईकोर्ट में उपस्थित थे, इस बैठक में आना स्वीकार किया. साथ ही बैठक में, मनोज यादव जी (दिल्ली), अभिषेक जी (दिल्ली), विष्णु जी (दिल्ली), संजय जी (दिल्ली) के अलावा उत्तर प्रदेश से  नवीन जी, अरविन्द जी, मनोज शर्मा जी, तथा जयपुर से संदीप जी और मुंबई से आपका यह भाई, कुल मिलाकर 11 सदस्य उपस्थित थे.


 हम इस संख्या से निराश नहीं हैं बल्कि अपनी एक बहन के इस प्रयास को पूर्णतया सफल इलिए मानकर संतुष्ट हैं कि मात्र ब्लॉग पर उसकी एक आवाज पर बिना एक दूसरे को जानने वाले लोग जब इतनी दूर दूर से आ सकते हैं तो फिर एक बार इस प्रकार के सफल आयोजन के बाद हमारे बाकि साथियों में भी, जो वाकई में अपने भविष्य, अपने अधिकार अपनी आजीविका ही नहीं, अपने कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक हैं, इस पहल में हमारे साथ जुड़ेंगे और संगठन को मजबूती देंगे क्यूंकि यह संगठन जितना मजबूत होगा, आपके ही हक़ की लड़ाई उतनी मजबूती से  लड़ी जा सकेगी


आप पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी विचार के साथ-साथ कर्म की महत्ता को भी समझेंगे और तदनुसार इस अभियान को अपना बहुमूल्य समय देंगे, इसी आशा और विश्वास  और विश्वास के साथ हमारी लगभग 3  घंटे चली बैठक के निष्कर्ष आपके लिए प्रस्तुस कर रहा हूँ.  

उत्तर प्रदेश प्रशिक्षु प्राथमिक अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया में कानूनी स्थिति के बारे में देवेन्द्र भाई ने जो जानकारी दी, वह संक्षेप में इस प्रकार है:
1. कोर्ट में इस मामले की पैरवी करने के लिए टी.ई.टी. मोर्चा के सदस्य नितिन मेहता जी, शिव कुमार पाठक जी, वरुण शर्मा जी, विवेकानंद जी, ज्ञानेश जी, देवेन्द्र जी और राजेश राव जी आदि सक्रिय हैं, टी.ई.टी. अभ्यर्थियों के योगदान के साथ-साथ इनके स्वयं के समय और योगदान से टी.ई.टी.संघर्ष मोर्चा इस केस में थर्ड पार्टी (लिस्टेड) है जिसकी ओर से न्यायालय में इस मामले के प्रभावित पक्ष के रूप में टी.ई.ई. उत्तीर्ण बी.एड. डिग्रीधारियों का पक्ष रखने के लिए हाईकोर्ट के दिग्गज वकील आर.एन. सिंह जी और अशोक खरे जी को हायर किया गया है. यह भी स्पष्ट हुआ कि केवल संवादहीनता के कारन गलतफहमिया पैदा हुई जिस से तमाम अन्य ब्लॉग विजिटर्स के साथ साथ स्वयं मेरे द्वारा भी इस मुद्दे पर टी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा के उपरोक्त नेताओं के बारे में नकारात्मक टिप्पणिया की गई थीं, जिस के लिए मैं खेद व्यक्त करता हूँ.


2. 2  मई से लेकर 15  मई तक की हर तारीख हमारे लिए देरी का कारण नहीं, बल्कि हमारे मार्ग की बाधाओं को एक-एक कर हटाने का जरिया साबित हो रही हैं. इस केस में माननीय न्यायाधीश महोदय द्वारा स्वयं रुचि ली जा रही है तथा सरकार से हर बिंदु पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए हलफनामे-पे-हलफनामे लिए जा रहे हैं ताकि एक बार प्रक्रिया से स्टे हटने बाद बाद में किसी बाधा के आने की सम्भावना शेष न रहे. इस प्रकार इस केस की सुनवाई अब सही रास्ते पर और सही गति से है जिसमे किसी विपरीत परिस्थिति के आने पर हमारी और से बात रखने के लिए दो प्रतिष्ठित वकील उपस्थित हैं. भारत की अदालतों में केसों के अम्बर को ध्यान में रखते हुए हमे वास्तविकता स्वीकारने और इस में लग रहे समय के मुद्दे पर धैर्य रखने की वास्तव में जरूरत है.


3. 15 मई को कोर्ट में सरकारी वकील ने स्पश किया कि सरकार विशिष्ट बी.टी.सी./बी.टी.सी. तथा टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए अलग से भर्ती करेगी क्यूंकि वर्तमान विज्ञप्ति 72825 प्रशिक्षु प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए थी न कि सहायक अध्यापकों के लिए, इस से भी टी.ई. टी.  उत्तीर्ण बी.एड. डिग्रीधारियों के साथ-साथ विशिष्ट बी.टी.सी./बी.टी.सी. तथा टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए भी लाभ की स्थिति बनती है. बी.एड. वालों को जहाँ इस भर्ती से बी.टी.सी./वि.बी.टी.सी. उत्तीर्ण सभी उम्मीदवारों को अलग किये जाने से पूरी 72825 रिक्तियां उपलब्ध हो रही है, वहीँ बी.टी.सी./वि.बी.टी.सी. उत्तीर्ण सभी उम्मीदवारों को बिना बी.एड.डिग्रीधारियों से टी.ई.टी.मेरिट के आधार पर प्रतिस्पर्धा किये नौकरी मिलने की राह बन रही है. इस मुद्दे पर स्वयं न्यायाधीश महोदय ने सरकार से विशिष्ट बी.टी.सी./बी.टी.सी. तथा टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए अलग से भर्ती के लिए निकाले जाने वाली विज्ञप्ति की तिथि 25 मई को स्पष्ट करने को कहा है.


4. कुछ आधारहीन ख़बरों के कारण  अकादमिक और टी.ई.टी. मेरिट समर्थकों के बीच मचे घमासान को लेकर सिर्फ इतना ध्यान दे कि और अभी तक सरकार की मंशा पर ऊँगली उठाने की कोई वजह सामने नहीं आई है बल्कि सरकार आजतक कोर्ट में इस विज्ञापन और इसमें दी गई सभी बातों का, जिसमे चयन प्रक्रिया और चयन का आधार शामिल है, बचाव करती आई है और आज भी वह इस मुद्दे की पेचीदगियां और कानूनी बाधाएं एक-एक कर दूर करने के लिए हलफनामे दे रही है. अगर सरकार को भर्ती न करनी होती तो वह सत्ता में आते ही इस केस को लड़ने के बजाय विज्ञापन को गलत स्वीकार कर लेती और भर्ती स्वतः रद्द हो जाती. अगर सरकार को आधार बदलना होता तो अबतक वह कोर्ट में दाखिल हलफनामों में आधार बदलने का जिक्र करती पर अब तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. 


5. इस केस में अब साफ़ हो चुका है कि वर्तमान भर्ती प्रक्रिया निरस्त होने के कोई आसार नहीं हैं बल्कि इस केस से जुड़े अलग-अलग मुद्दों के निराकरण के लिए प्रक्रिया में केवल आवश्यक परिवर्तन व संशोधन ही किये जायेंगे. इस केस में चयन के आधार को लेकर आपत्ति की न कोई बात उठी है न ही इस में परिवर्तन की कोई आवश्यकता और सम्भावना है. चूंकि इस भर्ती से सम्बंधित सभी याचिकाएं इस याचिका से सम्बद्ध की जा चुकी हैं, इस लिए अब किसी और पक्ष/व्यक्ति/याचिका की वजह से प्रक्रिया में आगे बाधा आने की सम्भावना भी समाप्त हो गई है. इस लिए या तो कोर्ट के आदेश से वर्तमान विज्ञप्ति में मात्र विचाराधीन बिन्दुओं के निराकरण के लिए संशोधन किया जायेगा, या वर्तमान विज्ञापन की जगह एक नया और सभी बिन्दुओं को समाविष्ट करता हुआ नया विज्ञापन निकाला जायेगा. अतः भर्ती-प्रक्रिया को लेकर निराश होने की आवश्यकता नहीं है.


5. उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा 2011 के निरस्त होने के बारे में फैलाई जा रही भ्रांतियों, अफवाहों और सुनी-सुनाई बातों पर आँख-मूंदकर भरोसा करने के बजाय सभी अभ्यर्थियों को केवल इस बात पर ध्यान देना है कि स्वयं उत्तर प्रदेश सरकार और न्याय-विभाग ने इस परीक्षा पर लगे धांधली के आरोपों और तथाकथित सबूतों को और रमाबाई नगर पुलिस की जांच रिपोर्ट को अपर्याप्त माना है तथा इसके आधार परीक्षा रद्द होने की कोई सम्भावना शेष नहीं है. सरकार द्वारा हलफनामों में भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में दिए जा रहे स्पष्टीकरण स्वयं इस बात की पुष्टि करते हैं कि सरकार टी.ई.टी. परीक्षा निरस्त होने की सम्भावना तक पर विचार नहीं कर रही है बल्कि हर बाधा का निराकरण कर इस भर्ती-प्रक्रिया को पूरी करने में लगी है.


6. सरकार इस बात से वाकिफ है कि प्रदेश में प्रशिक्षु अध्यापकों की विज्ञापित पद-संख्या के तुलना में गैर-बी.एड. डिग्रीधारक आवेदकों की संख्या बहुत कम है और विज्ञापन रद्द करने की सूरत में समय-सीमा प्रतिबन्ध के कारण आनेवाले सालों में भी नियुक्ति पूरी होना संभव न होगा, अतः इस भर्ती-प्रक्रिया को बचाना सरकार के लिए भी अत्यंत आवश्यक है. अतः अभ्यर्थियों को भी व्यर्थ के राजनैतिक गुणाभाग व गैर-जरूरी संभावनाओ को टटोलने के बजाय संगठन को मजबूती देने का काम करना चाहिए


7. बैठक में इस बात पर भी सहमति हुई कि वर्तमान में हमारा मामला पटरी पर है और न्यायालयों में मुकदमों की भीड़ की वजह से होनेवाली अवश्यम्भावी देरी से घबराये बिना थोडा धैर्य रखना है और किसी तरह का नया कानूनी कदम उठाना तब तक ठीक नहीं जबतक ऐसा करना जरूरी न हो जाये. सुप्रीम कोर्ट में जाने के पक्षधर लोगों से अनुरोध है की जब हाईकोर्ट किसी केस की सुनवाई अब लगातार कर रहा है, निर्देश दे रहा है, सरकार भी निर्देशों को मानकर चल रही है, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट जाने का कोई औचित्य व आवश्यकता नहीं है, अगर जरूरत हुई तो उसके लिए भी प्रभावी कदम उठाने के लिए संगठन को मजबूत कने पर ही बल देना है, इसी पर ध्यान देना है.


8. जब हमने देवेन्द्र भाई से इस मामले में हो रहे खर्चों की पूर्ति के लिए जरुरी धन के बारे में पूछा तो भले ही उन्होंने विनम्रतापूर्वक मना किया पर बैठक में तय किया गया कि हर अभ्यर्थी को इसमें संघर्ष मोर्चा के सक्रीय सदस्यों क समय और अबतक के योगदान को स्वीकार करते हुए अब स्वयं भी योगदान करना चाहिए. यह राय बनी कि किसी भी प्रकार की कानूनी समस्याओं से बचने के लिए किसी एक व्यक्ति के खाते में पैसा डालने के बजाय बेहतर होगा कि जिलाध्यक्ष अगर चाहें तो अपने साथियों से धन इकठ्ठा करे और व्यक्तिगत रूप से संघर्ष मोर्चा के उपरोक्त व्यक्तियों से मिलकर उन्हें सौंपे. हम आप सबसे अपील करते हैं कि इस प्रकार की आवश्यकता का पता लगाकर हमे स्वयं आगे बढ़कर अपना योगदान देना है क्यूंकि हमारे स्वाभिमानी भाई इस आन्दोलन के लिए आवश्यकता पड़ने पर भी आर्थिक सहयोग के लिए स्वयं कुछ नहीं कहेंगे. अतः सभी जिलाध्यक्षो से निवेदन है कि इनके सतत संपर्क में रहें और ऐसी आवश्यकता महसूस होने पर ब्लॉग के माध्यम से तथा अन्य माध्यमों से जरुरी सूचनाएं सबतक पहुचाये, इनके अलावा किसी अन्य व्यक्ति के बहकावे में न आयें. बेहतर होगा कि जो जिलाध्यक्ष कुछ योगदान करे, उसकी सूचना ब्लॉग पर डाले ताकि सभी लोगो तक ये सूचनाये पहुच सके और किसी प्रकार के संदेह की सम्भावना न रहे.

9. जहाँ तक टी.ई.टी. उत्तर पुस्तिकाओं में white-fluid के प्रयोग के परनाम का सवाल है, यह एक अमान्य, परन्तु सामान्य रूप से सभी अभ्यर्थियों द्वारा अपनाया जाने वाला तरीका है जिसके प्रयोग के कारण अधिक-से-अधिक आपको सम्बंधित प्रश्न के अंक नहीं दिए जा सकते है. पर ये कोई आपराधिक कृत्य नहीं है जिसके लिए आपको किसी कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़े या आपको परीक्षा से बाहर किया जाये. अतः इस मुद्दे पर भयभीत होने की कोई आवश्यकता नहीं है.   


आपकी जानकारी के लिए यह बताना भी जरुरी समझता हूँ कि इस मीटिंग के बाद मैंने इस मामले से जुड़े सरे दस्तावेजों के साथ और अबतक के घटनाक्रम को लेकर दिल्ली की एक प्रतिष्ठित कानूनी सलाहकार फर्म के सदस्य से व्यक्तिगत रूप से चर्चा की तो उन्होंने उपरोक्त सभी बातों पर हमारे रूख को सही ठहराते हुए, हमारे पक्ष को मजबूत बताते हुए हमे हाईकोर्ट के निर्णय की प्रतीक्षा करने की सलाह दी और विश्वास व्यक्त किया कि हम अपनी लड़ाई में कामयाब होंगे. पर हमारी इन बातों का यह मतलब नहीं है कि हम केवल स्वयं को संतोष देने के लिए ऐसी बात कर रहे हैं. 
इस बैठक में सभी लोग इस बात पर एकमत हुए कि यदि कोई निर्णय हमारे विपरीत आता है, जिसकी कोई सम्भावना नहीं है, तो हम इस लड़ाई को सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में लड़ने से पीछे नहीं हटेंगे, बस अगर आवश्यकता है तो एकजुट रहने की, एक दूसरे पर विश्वास करने की सौ बातों के साथ साथ दो-एक काम भी कर गुजरने के इरादे की

जल्दबाजी में अगर कोई बात मैं शामिल न कर पाया हूँ तो बैठक में मौजूद साथियों से अनुरोध है कि कृपया कमेन्ट के माध्यम से उसे भी बाकि साथियों की जानकारी के लिए पोस्ट करे. आपकी प्रतिक्रिया और सुझावों से हमे निश्चित रूप से बल और प्रेरणा मिलेगी. आशा है कि 27  मई की प्रस्तावित बैठक को और सफल बनाने के लिए आप भी स्वयं अपने अधिक से अधिक मित्रों के साथ शामिल होकर इस लड़ाई को शक्ति प्रदान करेंगे. बैठक में आने वाले सभी साथियों को हार्दिक धन्यवाद !  


आपका भाई,
श्याम देव मिश्रा
मुंबई

UPTET/BTC : टी ई टी और नया विज्ञापन


UPTET/BTC : टी ई टी और नया विज्ञापन 

बहुत से अभ्यर्थी , इलाहबाद हाई कोर्ट के निर्णय से बेचेन हैं कि बी टी सी / विशिष्ट  बी टी सी की अभ्यर्थीयों के लीए  अलग विज्ञापन निकले जाने का क्या मतलब है |
मेरा मानना है कि बी टी सी / विशिष्ट  बी टी सी  भी बी. एड . की तरह एक कोर्स है और हो सकता है कि टी ई टी पात्रता मान कर छूट सिर्फ उन्ही अभ्यर्थीयों को मिली हो , जिनके बी टी सी साथी / बेचमेट पहले ही नियुक्ति  
पा चुके हैं पर टी ई टी अनिवार्यता के चलते उन्हें इस पात्रता परीक्षा को पास करना था |
परन्तु नयी नियमावली के अनुसार शिक्षकों का चयन टीईटी मेरिट के अनुसार है |

साथ ही नए विज्ञापन से बीटीसी अभ्यर्थीयों के चयन की बात , टी ई टी परीक्षा को पास करने वालों के लीए एक खुश खबरी की तरह है कि अब टी ई टी परीक्षा निरस्त होने की बात करना बेबुनियाद है क्यूंकि 
बिना टी ई टी परीक्षा के प्राथमिक शिक्षकों का चयन आर टी ई / एन सी टी ई के नियमों का उल्लंघन है और शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लीए इस को पूरे देश में समानता के साथ लागु कर दिया गया है 

अब हो सकता है कि बी.एड अभ्यर्थी यों के लीए खुश  खबरी भी हो क्योंकी अगर बी टी सी / विशिष्ट  बी टी सी अभ्यर्थीयों का चयन अलग से किया जाता है अर्थात ७२८२५ के अतिरिक्त नयी वेकेंसी पर किया जाता है ,
तो कई और अभ्यर्थी यों को अवसर मिल सकता है |
कारण - अगर बी टी सी अभ्यर्थी कम अंक पा कर सिर्फ टी ई टी पात्रता को मानते हुए भर्ती हो जाता है , और बी एड अभ्यर्थी अधिक अंक पा कर भर्ती नहीं हो पता है तो समानता के नियम का उल्लंघन कहलायेगा 
इसको संतुलन में लाने के लीए नयी रिक्तिओं पर भर्ती का विज्ञापन निकला जा सकता है  |

वैसे भी यु पी सरकार, शिक्षकों की बेहद कमी से जूझ रहा है और उसको इस सत्र में बहुत सारे योग्य शिक्षक  मिलने जा रहे हैं  , एक साथ इतने सारे टी ई टी क्वालीफइड  शिक्षक मिलने से उत्तर प्रदेश सरकार की खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा और शिक्षक छात्र अनुपात भी सुधर जायेगा |
कह सकते हैं - नयी सरकार के लीए सोने पे सुहागा और प्राथमिक शिक्षा का कल्याण होने जा रहा है 

UPTET / Urdu Teachers : उर्दू डिग्रीधारकों के लिए टीईटी से छूट ?


UPTET / Urdu Teachers : उर्दू डिग्रीधारकों के लिए टीईटी से छूट ?

Relaxation for Urdu Degree Holders from TET Exam :-

सहारनपुर : उर्दू डिग्रीधारकों को सीधे बेसिक स्कूलों में शिक्षक पद पर नियुक्ति के लिए एक बार फिर कसरत शुरू हो गई है। खास बात यह है कि एनसीटीई का पेच इन सब पर भारी नजर आ रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत आने वाले प्राइमरी स्कूलों में बीटीसी प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्त किया जाता रहा है, लेकिन टीईटी लागू होने से मामले में नया पेंच फंस गया है। नवंबर में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा कराई गई टीईटी परीक्षा में उर्दू डिग्रीधारक(मोअल्लिम डिग्री जो कि बीएड के समकक्ष) शामिल हुए थे। नियमानुसार परीक्षा में केवल वर्ष 1997 से पूर्व के डिग्रीधारक ही शामिल हो सकते थे

फिर शुरू हुई सुगबुगाहट 
मुस्लिमों को सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए प्रदेश सरकार ने इन दिनों कोई कोर कसर बाकी नही छोड़ रखी है। इसी जुगत में शासन के करीबी अधिकारियों ने उर्दू डिग्रीधारकों को शिक्षक नियुक्त करने का राग अलापना शुरू कर दिया है। कोशिश है कि बगैर टीईटी के इन्हें शिक्षक नियुक्त कराने की प्रक्रिया शुरु की जाए।

मामले में फंसेगा पेंच - 
 उर्दू डिग्रीधारकों को सीधे शिक्षक बनाने के मामले में एनसीटीई(राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद)का पेच फंसेगा। टीईटी की गाइडलाइन एनसीटीई द्वारा ही तैयार की गई है जो देश भर में समान रूप से लागू है। सूत्रों का कहना है कि उर्दू डिग्रीधारकों की नियुक्ति के लिए उन्हें टीईटी से एनसीटीई से छूट की मांग जल्द ही की जा सकती है। यहां से छूट मिलेगी या नही यह भविष्य के गर्भ में है। छूट न मिलने की दशा में सरकार नया रास्ता तलाश सकती है

उर्दू अनुवादक होगा नया रास्ता

उर्दू डिग्रीधारकों की नियुक्ति के मामले में प्रदेश सरकार का नया रास्ता उन्हें सरकारी नौकरी देने का विकल्प हो सकता है। पहले भी सपा शासन के दौरान उर्दू डिग्रीधारकों को सरकारी विभागों में उर्दू अनुवादक के पदों पर नियुक्तियां दी गई थी।

News : Jagran (16.5.12)
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I felt NCTE gives powers to State Govt. for relaxation in TET for some categories for which TET exam not
 prescribed. And relaxation request can accept from state government, if sufficient qualified teachers are not available.

UPTET / BTC / VBTC : उत्तर प्रदेश में ट्रेनिंग पाने वाले अभ्यर्थी बनेंगे शिक्षक


 UPTET / BTC / VBTC : उत्तर प्रदेश में ट्रेनिंग पाने वाले अभ्यर्थी बनेंगे शिक्षक 

बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी की ट्रेनिंग करने के बाद शिक्षक बनने का इंतजार करने वालों के लिए अच्छी खबर है। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पर निर्णय होने के बाद सीधे जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा और पात्रता के आधार पर तैनाती दी जाएगी

इस संबंध में शासन स्तर पर उच्चाधिकारियों के बीच काफी हद तक सहमति बन गई है। बस इंतजार है तो केवल टीईटी पर अंतिम निर्णय का। हालांकि अभी तक मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में गठित हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट पर न्याय विभाग से राय नहीं मिल पाई है।

यूपी में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने से पहले दो वर्षीय बीटीसी या फिर छह माह का विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को बेसिक शिक्षा विभाग के प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक की सीधी नियुक्ति दी जाती रही है पर शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए टीईटी अनिवार्य कर दिया गया

इसके चलते लेट सत्र के कारण करीब 8000 बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त और हाईकोर्ट के निर्देश पर 1500 विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी सीधे शिक्षक बनने से वंचित रह गए। बेसिक शिक्षा विभाग ने यह अनिवार्य कर दिया कि टीईटी उत्तीर्ण करने वाले ही शिक्षक बनने के लिए पात्र होंगे। बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों ने टीईटी उत्तीर्ण तो कर ली लेकिन विवादों के चलते उनकी भी नियुक्ति रुक गई

मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पिछले दिनों बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी मिले थे। मुख्यमंत्री ने इसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग से इनके प्रत्यावेदन पर विचार करने को कहा था। 
सूत्रों की मानें तो उच्चाधिकारियों की बैठक में आम राय बनी है कि टीईटी पर निर्णय होने के बाद बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त उन अभ्यर्थियों को सहायक अध्यापक की नियुक्ति दे जाए तो पात्रता में आते हैं

News : Amar Ujala (17.5.12)

BTC : 13 बीटीसी अभ्यर्थियों पर दर्ज होगा मुकदमा


BTC : 13 बीटीसी अभ्यर्थियों पर दर्ज होगा मुकदमा

सुल्तानपुर, फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर बीटीसी में चयन पाने वाले 13 अभ्यर्थियों पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराएगा। इन अभ्यर्थियों ने संपूर्णानंद संस्कृत विद्यालय वाराणसी के कई प्रमाणपत्र लगाकर 2010 बैच के बीटीसी में आवेदन किया था। चयन के बाद प्रमाणपत्र फर्जी होने पर इनका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया गया है। अब जांच में पुष्टि होने पर मुकदमें की तैयारी की गई है। सभी सुल्तानपुर जिले के रहने वाले हैं

प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए वर्ष 2010 में बीटीसी प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया गया था। तब बनारस के संपूर्णानंद विश्वविद्यालय की संस्कृत में पूर्व मध्यमा, मध्यमा व शास्त्री के डिग्रीधारकों को अर्ह माना गया था। उसी में चयनित हुए यातेंद्र प्रताप सिंह निवासी बहादुरपुर जामों, ललिता सिंह संभई गौरीगंज, हेमेंद्र सिंह अचलपुर जामों, प्रतिभा सिंह बहादुरपुर जामों, प्रदीप सिंह हारीमऊ जगदीशपुर, रजनी कौशल वार्ड नंबर 6 मुसाफिरखाना, नीलम कोइरीपुर, दुर्गेश कुमार सुब्बा पांडेय का पुरवा गौरा जामों, दिनेश कुमार पूरे जगधर जगदीशपुर, राकेश कुमार कोदई शिकहुला गौरीगंज, गीता देवी अवसानपुर लम्भुआ, अमित शुक्ला भेंटुआ अमेठी व राजेश कुमार तिवारी अल्हदादपुर जयसिंहपुर के आवेदन पत्रों के साथ लगे प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए थे। डायट प्राचार्य नीलम ने प्रमाणपत्रों के प्रथम दृष्टया फर्जी होने पर 2 साल पहले ही इन सबको प्रशिक्षण से हटा दिया था। वाराणसी के बेसिक शिक्षा अधिकारी से जांच कराई तो उनके फर्जी होने की पुष्टि हो गई। डायट प्राचार्य नीलम ने सभी तेरह के खिलाफ जालसाजी व धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के लिए नगर कोतवाली में तहरीर भेजी है। प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र गिरि ने बताया कि डायट से जांच रिपोर्ट मिलते ही मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जाएगी।

News : Jagran (17.5.12)

Wednesday, May 16, 2012

UPTET / BTC बीटीसी अभ्यर्थियों के चयन का रास्ता साफ


UPTET / BTC बीटीसी अभ्यर्थियों के चयन का रास्ता साफ

उत्तर प्रदेश के 72825 टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के सहायक अध्यापक पद पर चयन और नियुक्ति के मामले में बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी उर्दू अभ्यर्थियों के चयन का रास्ता साफ हो गया है। बेसिक शिक्षा सचिव द्वारा अदालत में दिए हलफनामे में कहा गया है कि 1 दिसंबर 2011 को जारी संशोधित विज्ञापन को रद करके बीटीसी अभ्यर्थियों के अलग चयन के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा। शपथपत्र में चयन प्रक्रिया का भी विस्तृत उल्लेख किया गया है। 


मामले की सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने कहा कि सचिव के शपथपत्र में अधूरी सूचनाएं दी गई हैं। इसमें यह नहीं बताया गया है कि विज्ञापन किस तिथि को जारी होगा। कोर्ट ने 25 मई तक विज्ञापन जारी की तिथि बताने का निर्देश दिया है


उल्लेखनीय है कि इस मामले की पिछली सुनवाई के दौरान न्यायालय ने सचिव बेसिक शिक्षा को यह स्पष्ट करने का निर्देश दिया था कि बीटीसी अभ्यर्थियों को छह माह के प्रशिक्षण हेतु बाध्य नहीं किया जाएगा। सचिव बेसिक शिक्षा की ओर से कहा गया है कि बीटीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति के नए सिरे से विज्ञापन जारी करने के लिए सभी जिलों के जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को निर्देश जारी किए गए हैं। विज्ञापन जारी होने के बाद उनकी नियुक्ति का रास्ता साफ हो जाएगा


उल्लेखनीय है कि प्रदेश में वर्तमान में करीब 30 हजार बीटीसी अभ्यर्थी हैं। यदि इनकी नियुक्ति के लिए पहले विज्ञापन जारी कर दिया जाता है तो 72825 पदों के सापेक्ष सभी टीईटी चयनित बीटीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति होने की संभावना है क्योंकि इस श्रेणी की मेरिट बनाने की भी आवश्यकता नहीं होगी

News : Amar Ujala (15.5.12)
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Agar Court ne BTC Candidates ke leeye Vigyapan jaree karne ko kaha hai, to iska Matlab hai TET Exam safe hai,
Kyunki without TET, Teachers kee niyukti possible nahin hai.

UPTET/BTC : बीटीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया पर रुख स्पष्ट करे सरकार


UPTET/BTC : बीटीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया पर रुख स्पष्ट करे सरकार


विधि संवाददाता, इलाहाबाद

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) चयन के तहत नियुक्ति पर रोक की मांग में दाखिल याचिका की सुनवाई की अगली तिथि 25 मई नियत की है। आज राज्य सरकार की तरफ से न्यायालय में हलफनामा दाखिल कर बताया गया कि उर्दू बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी व बीटीसी डिग्रीधारकों को टीईटी मेरिट आधार पर चयन प्रक्रिया से अलग रखा गया है। इन डिग्रीधारकों को भी अन्य टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के चयन में शामिल करने का फैसला लिया था जिसे सरकार ने वापस ले लिया है। अब इन डिग्रीधारकों का अलग से चयन किया जाएगा

सरकार के इस हलफनामे के बाद न्यायालय ने पूछा कि इनकी चयन प्रक्रिया कब शुरू होगी। इन डिग्रीधारकोंने याचिका दायर कर मांग की है कि उन्हें दुबारा प्रशिक्षण लेने के लिए बाध्य न किया जाय और चयनित अभ्यर्थियों की सीधी नियुक्ति कर दी जाय। इस पर न्यायालय ने सरकार का रुख जानना चाहा। कपिलदेव व अन्य की याचिका की सुनवाई न्यायमूर्ति अरुण टण्डन कर रहे हैं।

न्यायालय में मा.शि.चयन बोर्ड ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की तरफ से नियुक्ति का आदेश जारी किया था जिसकी वैधता को याचिका में चुनौती देते हुए कहा गया कि सक्षम प्राधिकारी बीएसए हैं। याची के अधिवक्ता आलोक यादव का कहना था कि बोर्ड द्वारा जारी आदेश विधि विरुद्ध है। इस पर न्यायालय ने नियुक्ति पर रोक लगा दी है। सरकार ने अब उपरोक्त बीटीसी डिग्रीधारकों की भर्ती का अलग से विज्ञापन निकालने का फैसला लिया है। इस पर न्यायालय ने अगली सुनवाई की तिथि 25 मई नियत की है

News : Jagran  (15.5.12)
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I hope you know this news.

Tuesday, May 15, 2012

UPTET - Allahabad High Court - Hearing on 15th May 2012 - टी ई टी अभ्यर्थीयों के निर्णय का दिन


UPTET - Allahabad High Court - Hearing on 15th May 2012 regarding Stay on Primary Teacher Recruitment in UP



टी ई टी अभ्यर्थीयों के निर्णय का फेसला आज  -
अभ्यर्थी पल पल इन्तजार कर रहे हैं कि कब उनकी इन्तजार की घड़ियाँ समाप्त हों और रुकी हुई नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ हो |
संभव है आज उनकी सारी परेशानीयां समाप्त हो जाएँ व  अब और इन्तजार न करना पड़े 



CAUSE LIST ALLAHABAD

Cause List
15/05/2012

AT 10.00 A.M.
                    COURT NO. 7

                    HON'BLE MR. JUSTICE ARUN TANDON
                                   For Further Hearing
 WRIT - A                                
 238. DF-PH 76039/2011 YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR      ALOK KUMAR YADAV         
                                                       RAJESH YADAV
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 76355/2011 SARASWATI SRIVASTAVA            SAROJ YADAV              
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             C.N.TRIPATHI
                                                       R.A.AKHTAR
 WITH WRIA- 76392/2011 SHIVANI                         ABHISHEK SRIVASTAVA      
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             RAJEEV JOSHI
                                                       C.N.TRIPATHI
 WITH WRIA- 76595/2011 SABA ANJUM & OTHERS             INDRASEN SINGH TOMAR     
                                                       AMIT KUMAR SRIVASTAVA
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 1442/2012  VASUDEV CHAURASIA & OTHERS      RAVINDRA PRAKASH SRIV.   
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       AKHILESH KUMAR
                                                       R.A. AKHTAR
 WITH WRIA- 75392/2011 VIJAY KUMAR TRIPATHI & ANOTHER  AJOY KUMAR BANERJEE      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.A. USMANI
 WITH WRIA- 2614/2012  MAHESH CHANDRA                  BHUPENDRA PAL SINGH      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       S.S. BHADAURIYA
 WITH WRIA- 2608/2012  MOHD. SADAB                     SYED IRFAN ALI           
                                                       MOHD. NAUSHAD
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       ILLEGIBLE
 WITH WRIA- 6826/2012  VIMLESH KUMAR                   ALOK KUMAR YADAV         
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       R.S. PRASAD
                                                       R.A. AKTAR
 WITH WRIA- 17607/2012 PAWAN KUMAR                     BHAWESH PRATAP SINGH     
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
 WITH WRIA- 29/2012    SHIV PRAKASH KUSHWAHA           S.K. MISHRA              
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       RAJESHWAR SINGH
                                                       R.A. AKTAR
                                                       K.S.KUSHWAHA





UPTET : टीईटी अप-टू डेट: न्याय विभाग की राय पर होगा फैसला


UPTET : टीईटी अप-टू डेट: न्याय विभाग की राय पर होगा फैसला


सहारनपुर। टीईटी पर अंतिम फैसला अब न्याय विभाग की राय पर लिया जायेगा। कानूनी पेचीदगियों से बचने के लिए सरकार द्वारा मामले को न्याय विभाग में भेजा गया है। माना जा रहा है कि अगले दस दिन में सरकार अपना निर्णय सुना देगी।

अध्यापक पात्रता परीक्षा को उठा तूफान अब थमने की ओर बढ़ रहा है। इसी के साथ परीक्षा में उत्तीर्ण रहे अभ्यर्थियों की बैचेनी बढ़ने लगी है। मामले में अभी तक जो किरण दिखाई दे रही है उसमें टीईटी की मेरिट के आधार पर नियुक्ति ही अन्य सभी विकल्पों पर भारी पड़ रही है। ऐसा किए जाने की स्थिति में कानूनी पेचीदगियों से निजात मिलने की संभावना है। उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि मामले में सरकार की ओर से निर्णय 15 मई को घोषित किए जाने के संकेत थे। लेकिन सलाहकार बोर्ड के सुझाव के बाद मामले को अंतिम रूप से न्याय विभाग के पास भेजने का निर्णय लिया गया। लखनऊ में एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि भी की है। कि अब न्याय विभाग की राय के बाद ही अगला निर्णय लिया जायेगा। माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया में थोड़ी देरी जरूर होगी लेकिन सारी उलझनों का निपटारा पहले ही कर लिया जायेगा

सूत्रों का कहना है कि सरकार मामले में राजनैतिक नफे नुकसान को भी ध्यान में रखकर चल रही है। वह ऐसा कोई निर्णय नही लेगी जिससे एक बड़े वर्ग की नाराजगी उसे झेलनी पड़े

News : Jagran (15.5.12)

UPTET : संजय मोहन ने स्कूल में लगाए थे छह करोड़


UPTET : संजय मोहन ने स्कूल में लगाए थे छह करोड़ 

लखनऊ(ब्यूूूरो)। टीईटी घोटाले में गिरफ्तार माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्व निदेशक संजय मोहन ने छह करोड़ रुपये वृंदावन स्थित स्कूलों में लगाए हैं। डीआईजी आशुतोष पांडेय ने सोमवार को इसका खुलासा किया। इसके साथ ही डीआईजी ने एनजीओ का कामकाज देख रहे संजय मोहन के बेटे व अन्य लोगों से पूछताछ करने की तैयारी भी की है। जल्द ही इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।

मालूम हो कि, बीते तीन मई को डीआईजी ने टीईटी घोटाले के 17 लाख रुपये पूर्व निदेशक के करीबी देव कुमार पंाडेय के घर से बरामद किए थे। पूछताछ के बाद पुलिस संजय मोहन के खास कारिंदे अशफाक व उसके बहनोई फारुक की तलाश कर रही थी। इसके साथ ही संजय मोहन द्वारा एनजीओ संचालित करने की बात भी उजागर हुई थी। एलपीएस के लोकेश सिंह ने गाजीपुर को दस्तावेज सौंप कर बताया था कि संजय मोहन ने एनजीओ के जरिए अपनी काली कमाई से वृंदावन के सेक्टर-4 एलपीएस शाखा में 30 हजार स्क्वॉयर फीट तथा वृंदावन कालोनी 2ए के एलपीएस शाखा के लिए 30 हजार स्क्वॉयर फीट जमीन खरीदी। डीआईजी की मानें तो मौजूदा समय में सेक्टर-4 की जमीन की कीमत क्रमश: दो करोड़ तथा 2 ए में जमीन की कीमत चार करोड़ रुपये है। डीआईजी आशुतोष पांडेय ने बताया कि पुलिस टीम मामले की तहकीकात कर रही है। एनजीओ के संचालकों से पूछताछ के लिए तैयारी की जा रही है।

News : Amar Ujala (15.5.12)