BTC : 13 बीटीसी अभ्यर्थियों पर दर्ज होगा मुकदमा
सुल्तानपुर, फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर बीटीसी में चयन पाने वाले 13 अभ्यर्थियों पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराएगा। इन अभ्यर्थियों ने संपूर्णानंद संस्कृत विद्यालय वाराणसी के कई प्रमाणपत्र लगाकर 2010 बैच के बीटीसी में आवेदन किया था। चयन के बाद प्रमाणपत्र फर्जी होने पर इनका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया गया है। अब जांच में पुष्टि होने पर मुकदमें की तैयारी की गई है। सभी सुल्तानपुर जिले के रहने वाले हैं।
प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए वर्ष 2010 में बीटीसी प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया गया था। तब बनारस के संपूर्णानंद विश्वविद्यालय की संस्कृत में पूर्व मध्यमा, मध्यमा व शास्त्री के डिग्रीधारकों को अर्ह माना गया था। उसी में चयनित हुए यातेंद्र प्रताप सिंह निवासी बहादुरपुर जामों, ललिता सिंह संभई गौरीगंज, हेमेंद्र सिंह अचलपुर जामों, प्रतिभा सिंह बहादुरपुर जामों, प्रदीप सिंह हारीमऊ जगदीशपुर, रजनी कौशल वार्ड नंबर 6 मुसाफिरखाना, नीलम कोइरीपुर, दुर्गेश कुमार सुब्बा पांडेय का पुरवा गौरा जामों, दिनेश कुमार पूरे जगधर जगदीशपुर, राकेश कुमार कोदई शिकहुला गौरीगंज, गीता देवी अवसानपुर लम्भुआ, अमित शुक्ला भेंटुआ अमेठी व राजेश कुमार तिवारी अल्हदादपुर जयसिंहपुर के आवेदन पत्रों के साथ लगे प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए थे। डायट प्राचार्य नीलम ने प्रमाणपत्रों के प्रथम दृष्टया फर्जी होने पर 2 साल पहले ही इन सबको प्रशिक्षण से हटा दिया था। वाराणसी के बेसिक शिक्षा अधिकारी से जांच कराई तो उनके फर्जी होने की पुष्टि हो गई। डायट प्राचार्य नीलम ने सभी तेरह के खिलाफ जालसाजी व धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के लिए नगर कोतवाली में तहरीर भेजी है। प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र गिरि ने बताया कि डायट से जांच रिपोर्ट मिलते ही मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जाएगी।
News : Jagran (17.5.12)
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