Non M.Ed Teachers in DIET : डायटों में गैर एमएड शिक्षकों की तैनाती
1100 Posts of DIET Lecturers are vacant in UP.According to NCTE - Qualification for DIET Lecturers are : Post Graduate Degree with minimum 55% marks + M. Ed + Some Experience
However , Now UP Govt is going to increase qualification level to M. Ed for such lecturers.
According to News -
इटावा, कार्यालय प्रतिनिधि : प्रदेश के प्रत्येक डायट (जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान) में प्रवक्ता एवं वरिष्ठ प्रवक्ता के 18 पद सृजित हैं। इनके लिए एमएड योग्यताधारी शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए लेकिन यह योग्यता न रखने वाले बेसिक शिक्षा परिषदीय शिक्षकों को डायट से संबद्ध किया गया है। प्रदेश में डायटों में प्रवक्ता के 1100 पद रिक्त हैं। इनको भरने के लिए एनसीटीई के अनुसार शिक्षक-प्रशिक्षक की न्यूनतम योग्यता संबंधित विषय में 55 प्रतिशत स्नातकोत्तर के साथ एमएड तथा बेसिक शिक्षक का अनुभव आवश्यक है। इसके बावजूद गैर एमएड शिक्षकों को मनमाने तरीके से डायट से संबद्ध किया जाता है। एमएड योग्यताधारी विभागीय शिक्षकों में इस मनमानी को लेकर कुंठा है। उन्होंने 72,825 शिक्षकों की भर्ती से पूर्व विभागीय शिक्षकों को डायट प्रवक्ता के पदों पर प्रोन्नति की मांग की है। इस संबंध में वे 4 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सैफई में मिलकर उनको मांग पत्र सौपेंगे। अपने अधिकार की लड़ाई मजबूती से लड़ने को बेसिक शिक्षा में कार्यरत एमएड योग्यताधारी शिक्षकों का अधिवेशन आरकेएस एकेडमी विजयनगर में हुआ। अधिवेशन में बेसिक एमएड शिक्षक संघ का गठन किया गया। गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि उप्र सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के प्रशिक्षण में ध्यान देने के बावजूद शिक्षक योग्य व सही तरह से प्रशिक्षित न हो पाने के कारण प्राथमिक शिक्षा का ढांचा किसी से छिपा नहीं है। शिक्षकों के प्रशिक्षण के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है। सरकार द्वारा प्रशिक्षकों की भर्ती न होने के कारण अयोग्य प्राथमिक शिक्षकों को मनमाने तरीके से डायट में संबद्ध किया गया है