Friday, July 20, 2012

UP GGIC LT Grade Merit / Cut Off List


UP GGIC LT Grade Merit / Cut Off List 


UP RegionSubjectCategoryHighest Cut-offLowest Cut-off
AgraHindiGen91.1588.49
OBC90.8988.27
S.C.86.8582.86
S.T.73.1673.16
EnglishGen94.3190.83
OBC90.8486.53
SC85.9584.17
ST70.5170.51
SanskritGen91.9490.6
OBC92.4187.55
SC86.8585.1
BiologyGen97.1993.3
OBC94.991.06
SC92.5387.96
ST73.9873.98
Home ScienceGen95.4790.02
OBC90.3987.76
SC86.2883.11
Gen – OPH84.4184.41
Math’s / ScienceGen97.591.88
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SC89.9687.84
ST59.6559.65
GeneralGen91.7868.38 EXM
OBC92.0688.44
SC91.383.99
Physical EducationGen88.4286.52
SC81.3881.38





To See Complete Cut-Off List of All Mandals , Visit : - http://upmsp.nic.in/List_of_selected_LT_teachers.pdf
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When I was checking  cut-off list, I found a lot of candidate NOT joined GGIC (esp. in Lucknow Mandal), And at most of places joining details is not specified. It means cut-off will be futhur dropped , If lower cut-off candidate(next in waiting) challenge their appointment OR Recruitment process continued to give chance in waiting list. (Selection is based on merit) See a glimpse of Joining Report




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UPTET : कैबिनेट क ी बैठक 23 को


UPTET : कैबिनेट क ी बैठक 23 को



लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 23 जुलाई को कैबिनेट की बैठक बुलाई हैै। इसमें शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2011 पर निर्णय लेने संबंधी प्रस्ताव रखा जा सकता है। प्रस्ताव में तीन विकल्प दिए हैं। इसमें शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट पर करने या फिर टीईटी को पात्रता परीक्षा मानते हुए शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट पर करने तथा टीईटी को निरस्त करने संबंधी तीन विकल्पों का प्रस्ताव है। बेसिक शिक्षा विभाग के अन्य प्रस्ताव के तहत रेग्यूलर स्नातक शिक्षा मित्रों को ट्रेनिंग देने संबंधी बेसिक शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को कैबिनेट मंजूरी के लिए रखा जा सकता है। मायाराज में छ जिलों में रखे गए नामों को बदल कर मूल नाम रखे जाने के प्रस्ताव पर भी मुहर लग सकती है


News Source : Amar Ujala (20.7.12)
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Decision on TET will be on 23rd July 2012  in Cabinet meeting of UP.

Thursday, July 19, 2012

Merrut TET Candidates Meeting on 18th July 2012


Merrut TET Candidates Meeting on 18th July 2012

From: nitin <kan_nin@rediffmail.com>
Date: 2012/7/19
Subject: Fw: Meerut Meeting Photo's
To: muskan24by7@gmail.com





















































Meeting was held on 18/07/2012 at meerut college park. In this meeting it was  decided dat necessary steps will b take n to strentghn the organisation and some activities  will b done on regular basis. Meerut TET morcha will be restructered on block level, maximum
no of peoples will go to lucknow on 20th july to support the movement.


Meeting was hosted by Mr. Anil Kundu. Sukhdev panwar,Dheerendra chauhan, nitin arora gaurav
yadav ,kapil, mukesh, anil ,subhash, sudheer, rakesh,rajeev also were there
.
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Good Blog Comment : -

Priyaranjan Verma > On facebook Uptet अब जरा टी ई टी के मार्गदर्शी जी.ओ. (इसे आप http:// www.scertup.org/TET_RELATED_GOVT_ORDERS.pdf पर डाउनलोड कर सकते है। )में लिखे शब्दों पर गौर करे - पेज संख्या परीक्षा का आयोजन - 10 मद संख्या 12 "शिक्षक पात्रता परीक्षा -उत्तर प्रदेश " मंडल मुख्यालय के जिलाधिकारी की अध्यक्षता एवं देख-रेख में मंडलीय मुख्यालयों पर आयोजित कराई जायेगी. जनपद स्तर पर परीक्षा संचालन हेतु समीति पूर्णतः सक्षमं एवं उत्तरदायी होगी. इस हेतु परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण निम्नलिखित समिति द्वारा किया जायेगा (क) जिलाधिकारी अध्यक्ष (ख) मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक सदस्य सचिव (ग)जिला विद्यालय निरीक्षक(मंडलीय मुख्यालय ) सदस्य (घ ) प्राचार्य डायट (मंडलीय मुख्यालय ) सदस्य (च ) मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक सदस्य अब जरा मेरे द्वारा निकाले गए निष्कर्षो पर ध्यान दे 1. जैसाकि बार बार कमर खुजाला द्वारा लिखा जाता है की 800 लोगो लिए शिक्षा विभाग के एक उच्च अधिकारी द्वारा अलग केंद्र बनवाया गया था .आज तक ना ही उस केंद्र ,शहर और उस अधिकारी का नाम उजागर किया गया है। क्या पांच सदस्यीय समित्ति जिसका प्रमुख मंडल का जिलाधिकारी है ,से एक केंद्र अपने मनमाफिक बनवाया जा सकता है? इसी जी ओ. के पेज 13 पर मद 18 देखे जिसमे लिखा है कि यह एक संवेदनशील परीक्षा है।यदि मान ले कि एक मनमाफिक केंद्र बन भी गया तो क्या एल्फाबेटिक क्रम आवंटित अनुक्रमाकों को वहा किस प्रकार भेजा गया .आप किसी भी मंडल का कोई भी नाम www.uptet2011.com पर चेक करे आपको अनुक्रमांक एक एल्फाबेटिक क्रम में मिलेंगे। 2.जब मेरे जैसा साधारण व्यक्ति इस जी ओ. को scert की वेब साईट से प्राप्त कर सकता है तो सर्व सामर्थ्यवान विजिलेंस विभाग को ये जी ओ. लेने के लिए जे डी कार्यालय के बाबुओ से क्यों बात करनी पडी। 3. जैसाकि बार बार कमर खुजाला लिखता है कि फॉर्म बिक्री घोटाला .संजय मोहन ने पंजाब नेशनल बैंक में एक खाता खुलवाया गया. अब जरा इसी जी ओ. के पेज संख्या 7 के मद संख्या 5(2) को पढ़े "परीक्षा हेतु राष्ट्रिय कृत बैंक में अलग से एक खाते का संचालन किया जायेगा। ये खाता पद नाम से खोला गया है ना की संजय मोहन के व्यक्तिगत नाम से। 4. ऊपर समाचार में आपने पढ़ा होगा की OMR शीट शील बंदी प्रक्रिया ,प्रश्न पत्र रखने का स्थान आदि के बारे में बाबुओ से पूछ ताछ किया गया।इसके लिए कृपया जी ओ. के पेज 11 का मद 14 और 15 को देखे।इसमें साफ़ साफ़ लिखा है की जिलधिकारी प्रश्न पत्रों को दोहरे ताले मे कोषागार में सुरक्षित रखवायेंगे।और OMR को भली भांति शील्ड करा के जिलाधिकारी निर्दिष्ट स्थान पर भेजेंगे। 5. रही बात OMR पर सफ़ेद फ्लूड लगाने की बात तो OMR में साफ़ साफ़ लिखा था यदि कोई अभ्यर्थी एक से ज्यादा उत्तर देता है दो उसे अंक नहीं दिए जायेंगे. यदि ऐसा OMR जांचने वाली संस्था ने फ्लूड लगे OMR पर अंक दिए है तो ऐसे लोग आसानी से चिन्हित किये जा सकते है।क्योकि OMR की एक प्रति राज्य सरकार के पास सुरक्षित है।एक बात और राज्य स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी के अध्यक्ष संजय मोहन नहीं थे .इसके अध्यक्ष सचिव बेसिक शिक्षा थे (देखे जी ओ. का पेज 13 मद 18) थे।ये कमेटी TET की शुचिता बनाये रखने की जिम्मेदार है।

PSTET : टीईटी पास अध्यापकों की नियुक्ति के फैसले का स्वागत


PSTET : टीईटी पास अध्यापकों की नियुक्ति के फैसले का स्वागत


श्री मुक्तसर साहिब : टीईटी पास बेरोजगार अध्यापक यूनियन की बैठक वीरवार को रेडक्रास भवन में हुई। यूनियन के जिला प्रधान तेगबीर सिंह की अगुवाई में हुई इस बैठक दौरान राज्य सरकार द्वारा एक माह के भीतर टीईटी पास अध्यापकों की नियुक्ति के सरकार के फैसले का स्वागत किया गया

इस अवसर पर जिला प्रधान ने बताया कि 16 जुलाई को मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ उनके निवास पर यूनियन के शिष्टमंडल की बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने एक माह के भीतर पांच हजार नए अध्यापक भर्ती करने और गत वर्ष घोषित 3442 पदों के लिए नियुक्ति पत्र देने का आश्वासन दिया। जिला प्रधान ने यूनियन की मांगों का समर्थन करने वाले कर्मचारी भलाई बोर्ड के चेयरमैन सुरिंदर सिंह पहलवान व अध्यापक दल के प्रधान हरदेव सिंह जवंदा का भी आभार जताया गया। इस मौके पर प्रदीप मित्तल, तेज राम, परमात्मा सिंह, गुरप्रीत गुरुसर, रिंकू, बलविंदर मलोट, सरबजीत सिंह लंबी, सुखदीप सुखना अबलू, कुलजीत कौर व डोली वधवा सहित अन्य लोग मौजूद थे


News Source : http://www.jagran.com/punjab/muktsar-9484864.html / Jagran (19.7.12)
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After all PSTET (Punjab State Teacher Eligibility Test ) pass candidate's effort works, And Punjab Government  agreed to appoint 5000 new teaches + 3442 posts announced last year, in a month.


We hope UP Government also take a good decision considering future of TET candidates.

UPTET - टीईटी ः कैबिनेट के पास अब तीन विकल्प

टीईटी ः कैबिनेट के पास अब तीन विकल्प

लखनऊ। राज्य सरकार के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) आफत बन गई है। उसके लिए न तो यह निगलते बन रहा है और न ही उगलते।


टीईटी ः
बेसिक शिक्षकों की भर्ती के लिए बना नया प्रस्ताव
कैबिनेट के पास अब तीन विकल्प


•टीईटी 2011 को निरस्त भी कर सकती है सरकार
•6 अगस्त से पहले निर्णय करना होगा सरकार को


लखनऊ। राज्य सरकार के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) आफत बन गई है। उसके लिए न तो यह निगलते बन रहा है और न ही उगलते। इसलिए पूर्व में कैबिनेट के लिए तैयार प्रस्ताव को निरस्त करते हुए नए सिरे से तैयार किया गया है। नए प्रस्ताव में तीन विकल्प दिए गए हैं

पहला विकल्प शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट पर करने का है। पर साथ में यह भी कहा गया है कि टीईटी मेरिट पर भर्ती से ऐसे अभ्यर्थियों का चयन हो सकता है, जिन्होंने धांधली कर अंक बढ़वाए हैं और प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए यह ठीक नहीं होगा।


 दूसरा शैक्षिक मेरिट पर भर्ती करने और 


तीसरा टीईटी 2011 को निरस्त करने का प्रस्ताव है।


 बेसिक शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। कैबिनेट तीनों विकल्पों में किसी एक पर निर्णय करेगी

शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद टीईटी पास करने वाला ही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिए पात्र माना गया है। यूपी में नवंबर 2011 में तत्कालीन बसपा सरकार ने शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट के आधार पर कराने का निर्णय करते हुए इसका आयोजन कराया।

 टीईटी में करीब 11 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए, जिसमें 2 लाख 92 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की। टीईटी में धांधली की शिकायत के बाद रमाबाई नगर की पुलिस ने पूर्व माध्यमिक शिक्षा निदेशक समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया। सत्ता परिवर्तन के बाद टीईटी पास अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। राज्य सरकार ने पूरे मामले की जांच कराई, पर किसी अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंच पा रही है। इसलिए बार-बार प्रस्ताव में संशोधन किया जा रहा है।


बेसिक शिक्षा विभाग ने मुख्य सचिव की जांच रिपोर्ट के आधार पर शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट के आधार पर न कराकर शैक्षिक मेरिट पर कराने के लिए प्रस्ताव तैयार करते हुए कैबिनेट को भेजा था। इसकी जानकारी होने के बाद टीईटी पास अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। सूत्रों का कहना है कि हंगामे के बाद तीन विकल्पों पर विचार करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। पहले विकल्प के रूप में शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट पर करने का है। पर प्रस्ताव में यह भी तर्क दिया गया है कि यदि टीईटी मेरिट के अंकों पर शिक्षकों का चयन किया जाता है, तो कई ऐसे अभ्यर्थी जो अनियमितता और भ्रष्टाचार में संलिप्त थे वे शिक्षक बन जाएंगे और ऐसे शिक्षकों के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दिलाया जाना उचित नहीं होगा।
दूसरे विकल्प के रूप में कहा गया है कि टीईटी को पात्रता परीक्षा मानते हुए शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट के आधार पर की जाए। शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट के आधार पर करने के लिए वर्तमान बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली को संशोधित करते हुए पूर्व की नियमावली को बहाल करना होगा।
इसके साथ ही वर्तमान में नियुक्ति के लिए जारी विज्ञापन निरस्त करते हुए संशोधित नियमावली के आधार पर जिला स्तर पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकालना होगा। तीसरे विकल्प के रूप में टीईटी 2011 को निरस्त करने का प्रस्ताव है। इसमें कहा गया है टीईटी निरस्त किए जाने के बाद धोखाधड़ी कर पास होने वालों के शिक्षक बनने की संभावना पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। टीईटी निरस्त किए जाने की स्थिति में अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट दिया जाना और टीईटी 2011 में शामिल होने वालों को पुन: परीक्षा में शामिल होने के लिए शुल्क माफ किया जाना चाहिए। बेसिक शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव पर कैबिनेट 6 अगस्त से पहले निर्णय लेगी। शिक्षा विभाग इसके आधार पर ही 6 अगस्त को हाईकोर्ट को इसकी जानकारी देगा।
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इन प्रस्तावों पर होगा विचार :-
ये हैं विकल्प
1= पहला विकल्प शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट पर कराने का है। पर साथ में यह भी तर्क दिया गया है कि यदि टीईटी मेरिट को शिक्षक चयन का आधार बनाया जाता है, तो कई ऐसे अभ्यर्थी शिक्षक बन जाएंगे जिन्होंने गड़बड़ी कर परीक्षा पास की है।
2= टीईटी को पात्रता परीक्षा मानते हुए शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट के आधार पर किया जाए। इसके लिए बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन कर जिले स्तर पर नए सिरे से भर्ती का विज्ञापन निकालना होगा।
3 = टीईटी को निरस्त कर नए सिरे से परीक्षा करा ली जाए। इससे गड़बड़ी कर पास होने वालों के शिक्षक बनने की संभावना पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। इसके लिए आयुसीमा में छूट देने के साथ नई परीक्षा में शामिल होने वालों का शुल्क पूरी तरह से माफ कर दिया जाए।



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As per my feedback about this NEWS : -

1= पहला विकल्प शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट पर कराने का है। पर साथ में यह भी तर्क दिया गया है कि यदि टीईटी मेरिट को शिक्षक चयन का आधार बनाया जाता है, तो कई ऐसे अभ्यर्थी शिक्षक बन जाएंगे जिन्होंने गड़बड़ी कर परीक्षा पास की है

This is best choice for selection. News is blaming that some wrongdoers / cheaters can also select.
I don't know what investigation is performed by UP Govt. But why education department made 3 copies of OMR sheeet.


And even if as per news claim that some cheater is also selected, 
I felt that they can again filter out by taking screening/performance test. And these test should be conducted for all teachers even for those who are selected earlier through Acad. Merit/ OR By some other means.


It is a biggest insult of TET candidate, they spend time, studied hard to get clear this TET exam, spend too much money (compare money spend in other exams).
They did everything according to Government and Law.


I felt they Questioned on TETians Quality, And I believe they (TETians)will prove to Government, If once again screening/performance exam is conducted (It should be conducted along with earlier selected candidates /All teachers) BUT selection should be through TET else whole may halted for several years.


TET (Teacher Eligibility Test ) Primary Level = Special Teacher Aptitude Test for Primary Teachers.
Selection through TET Merit is NOT CONTRARY to NCTE RULES. (And I felt it a BEST choice,
Because emphasis on this test is for Primary Teachers Ability NOT for Scientists/ Professorial )
However after this  every 1/2 year performance test should be conducted OR as TET is conducted every year then teachers can have to sit again & again in this examination.
And teacher who failed two times in such exam then he should expelled from job OR drop his/her seniority etc.
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2= टीईटी को पात्रता परीक्षा मानते हुए शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट के आधार पर किया जाए। इसके लिए बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन कर जिले स्तर पर नए सिरे से भर्ती का विज्ञापन निकालना होगा।

Pt. No. 2 is NOT possible especially for this recruitment (72825 PRT JOBS) process and it may lead to halt entire process. As matter can escalate upto Supreme Court and may take several years to solve.
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3 = टीईटी को निरस्त कर नए सिरे से परीक्षा करा ली जाए। इससे गड़बड़ी कर पास होने वालों के शिक्षक बनने की संभावना पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। इसके लिए आयुसीमा में छूट देने के साथ नई परीक्षा में शामिल होने वालों का शुल्क पूरी तरह से माफ कर दिया जाए।

2nd time examination can be a solution. But to avoid legal problems SELECTION should be through TET Merit and after this screening test can be performed.
Additionally I think such chances should be given to a candidate 2 times, Sometimes circumstances play a role like -
1. Causality in  Family
2. Illness
3. Some other reasons
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I also want to add this -
1.Earlier several candidates trapped using forge mark-sheets of Sampoornanand Univ. etc. Are these selection fair.
2. Difference between CBSE/ UP Board marking, Which is accepted by IIT itself in its selection process
Where 65 % UP  Board Cutoff = 78% UP Board Cut off


But in UP itself , Selection choice was academic merit. ( Where will go poor people, who taught their children in UP Board)


जब केंद्र  सरकार  स्केलिंग  पद्दति से चयन करती है तो   U. P.  बोर्ड क्यूँ नहीं -
See :


Percentage Cut-off Marks# of Various State-Boards Result in class XII for
2008, 2009, 2010, and 2011



2008
2009
2010
2011
UP Board
69.2
72.6
77
77
CBSE
91
92.4
91.8
93.2
ICSE
93
93.3
93.2
93.43



बड़े अधिकारी  (जो निर्णय लेते हैं) उनके बच्चे सी बी एस ई / आई सी एस ई बोर्ड में पड़ते हैं तो वो 
  U. P.  बोर्ड वालों  की क्यों सोचें 

Wednesday, July 18, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन


टीईटी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन

लखनऊ में लाठीचार्ज का विरोध, गिरफ्तार अभ्यर्थियों को रिहा करने की मांग
न्यूज़ साभार  :  Amar Ujala (18.7.12)

I am publishing collected news published at various places in UP. If some places left then pardon me.
News is for your review and feedback.(Many of news related pics not published. But some of them will be publish in next 30-60 min. )
Thanks.

मुजफ्फरनगर/शामली।
परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट पर ही किए जाने की मांग को लेकर संघर्ष मोर्चा ने जोरदार प्रदर्शन किया।
मंगलवार को टाउन हॉल परिसर में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने शिक्षकों की भर्ती को टीईटी मेरिट पर ही किए जाने की मांग को दोहराया। जिलाध्यक्ष बलकेश चौधरी ने कहा कि शैक्षिक मेरिट पर भर्ती किया जाना बेहद निराशाजनक है। लखनऊ में 12 जुलाई को मोर्चा पदाधिकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर बेहद निंदनीय कार्य किया है। मोर्चा पदाधिकारियों पर लगाई गईं आपराधिक धाराएं अगर जल्द ही वापस नहीं ली गई तो प्रदेशभर में आंदोलन चलाया जाएगा। फारूख हसन, संजय राजपूत, राजीव कौशिक, साकिद अली, अमित बालियान, अलंकार शर्मा, दीपक मित्तल, आतिश गुप्ता, पिंकी, मोनिका, आरती, पूनम मित्तल, रुचि, श्वेता सिंह, नईमुद्दीन, मोहित, नदीम, नीरज, कपिल शर्मा, मनोज, विनोद, देवदत्त आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।




शामली। टीईटी संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार को मोर्चा के सचिव आफताब और प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में टीईटी अभ्यर्थी शामली रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा हुए। यहां से वे जुलूस के रूप में अग्रसेन पार्क, सुभाष चौक होते हुए सपा कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया, लेकिन सपा जिलाध्यक्ष किरणपाल कश्यप के हरिद्वार में होने के कारण टीईटी अभ्यर्थी एसडीएम शामली रामकेवल तिवारी के आवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और लखनऊ में हुए लाठीचार्ज का विरोध किया।
अभिलाष नवेद, अमित, रोहित, सुधीर, रवि शर्मा, जितेंद्र, राजू, प्रदीप, महिपाल मलिक, पकंज, मनोज, मुजम्मिल, रोहित, प्रदीप मौजूद थे।
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बेसिक शिक्षा विभाग की मांग पर डायट ने जताई बेबसी
शिक्षकों को तरसेेंगे स्कूल

सहारनपुर। नया शिक्षा सत्र शुरू हो चुका है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकांश स्कूलों में निशुल्क पुस्तकें भी वितरित कर दी गई हैं। सबसे बड़ी समस्या सुलझने का नाम नहीं ले रही है। विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरे होने के आसार दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। हाल यह है कि बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से की गई मांग पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पटनी ने अपनी बेबसी जाहिर कर दी है।
डायट के मुताबिक करीब 150 शिक्षक प्रशिक्षण ले रहे हैं, मगर उनकी यह ट्रेनिंग सितंबर अक्टूबर तक ही पूरी हो पाएगी। इतना ही नहीं इस ट्रेनिंग के बाद भी नए शिक्षक उपलब्ध कराना आसान नहीं होगा। क्योंकि इन प्रशिक्षुओं को प्रदेश सरकार की शिक्षक पात्रता परीक्षा से गुजरना होगा।
इससे यह बात साफ है कि बेसिक शिक्षा विभाग की गुहार के बावजूद अगले तीन चार माह तक तो नए शिक्षक मिलने की कोई गुंजाइश है ही नहीं। नए शिक्षा सत्र में शिक्षकों की यह समस्या इसलिए खड़ी हुई है कि बीते सत्र से बेसिक स्कूलों में 210 अध्यापकों को सेवानिवृत्त किया गया है। इतने शिक्षकों के रिक्त पदों को पूरा करने के लिए अब विभाग के पास अध्यापकों के स्थानांतरण या समायोजन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। बेसिक स्कूलों के शिक्षकों में खलबली मची हुई है कि कहीं अध्यापकों की कमी के चलते उन्हें दूरदराज और आवागमन में जटिल क्षेत्रों के स्कूलों में न भेज दिया जाए
ट्रेनिंग ही पूरी नहीं तो कहां से देंगे टीचर
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों के लिए शिक्षक तो मांगे जा रहे हैं, लेकिन समस्या यह है कि डायट के प्रशिक्षु अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण ही पूरा नहीं हुआ है, जबकि सन् 2004 के अभ्यर्थियों के मामले न्यायिक स्तर पर विचाराधीन है। इसलिए पहले ट्रेनिंग पूरी होने और फिर टीईटी में एग्जाम क्लीयर करने के बाद ही यहां के प्रशिक्षुआें को नए शिक्षक के रूप में स्कूलों को भेजा जा सकेगा
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काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
रामपुर। टीईटी संघर्ष मोरचा के कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर लाठीचार्ज का विरोध जताया। उन्होंने टीईटी अभ्यर्थियों को रिहा करने की मांग की। ऐसा न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी
मोरचा के कार्यकर्ता अंबेडकर पार्क में एकत्र हुए। उन्होंने प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। कार्यकर्ता ने लाठीचार्ज के विरोध में नारेबाजी की और काली बांधकर जुलूस की शक्ल में कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होेंने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा, जिसमें गिरफ्तार अभ्यर्थियों को रिहा करने, शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की। मोहम्मद सलीम, प्रवेश कुमार, भुवनेश गंगवार, हरजीत सिंह, जितेंद्र सिंह, रामसरन लाल, प्रेम, गुरपाल, मुर्तजा, कासीम अली, सिफ्ते अली, आशीष, रेहान, प्रेमशंकर, शंकर लाल, रिजवान, दानेश, हरजीत, प्रशांत, संजय शर्मा भी थे
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टीईटी मेरिट पर नियुक्ति की मांग
यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने सौंपा ज्ञापन

यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के धरने को संबोधित करते उमेश कुमार
आजमगढ़। टीईटी मेरिट के आधार पर प्राथमिक अध्यापक नियुक्ति को लेकर मंगलवार को यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के प्रदेश कमेटी के आह्वान पर यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा जिला इकाई ने रिक्शा स्टैंड पर धरना दिया। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
धरने को संबोधित करते हुए अध्यक्ष उमेश कुमार ने कहा कि हम अपनी नियुक्ति को लेकर पिछले कई महीनों से जिले और लखनऊ में धरना-प्रदर्शन किए। जब हम सब लखनऊ में नियुक्ति की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे, तब हमारे ऊपर बर्बर तरीके से लाठियां बरसाई जाती है। अपनी मांगों को लेकर शांति पूर्वक प्रदर्शन करना क्या अपराध है,जो हमारे भाइयों के ऊपर तमाम धाराएं लगाकर जेल में बंद कर दिया गया। उन्होंने सरकार से टीईटी उत्तीर्ण भाईयों के ऊपर से सारी धाराएं हटाते हुए उन्हें ससम्मान छोड़ने की मांग की। साथ ही प्राथमिक अध्यापक नियुक्ति टीईटी मेरिट के आधार पर करवाने की मांग की। धरने में उमेश वर्मा, दीनानाथ शुक्ला, ताड़केश्वर उपाध्याय, वीरेंद्र कुमार राजभर, रीतेश दूबे, अरूण प्रजापति, सोनू निगम, सूबेदार यादव, प्रशांत कुमार गुप्ता, रामजनम यादव, रविंद्र यादव, सुशील, प्रेमचंद यादव, वृजराज यादव, अजय सिंह, अवनीश कुमार त्रिपाठी, चंद्रभान, अरविंद यादव, सुरेश सिंह, सुरेश, रूबी और पंकज आदि शामिल थे।

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सपा सरकार पर छलावा का आरोप

खमरिया। नगर के मनऊरवीर में मंगलवार को टीईटी अभ्यर्थियाें ने बैठक प्रदेश सरकार पर अभ्यर्थियों के साथ छलावा करने का आरोप लगाया है। वक्ताओं ने कहा कि बसपा सरकार ने संतोष जनक कार्यवाही न करने से अभ्यर्थियों को पूर्ण योग्यता के बाद भी प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति नहीं मिल सकी। वक्ताओं ने  अभ्यर्थियों की नियुक्ति उसी विज्ञापन के आधार पर मेरिट से करने, उच्च न्यायालय के आदेश को संज्ञान में लेकर सहित अन्य बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए नियुक्ति करने की मंाग की। बैठक में सौरव मौर्य, सुलभ मौर्य, अमित मौर्य, हेमंत , अखिलेश, विनोद यादव, कैलाशनाथ, ओम प्रकाश मौर्य, विजय यादव, नीतू मौर्य, श्वेता, सरिता, अनीता, ज्ञान प्रकाश आदि मौजूद रहे
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टीईटी अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन कर भरी हुंकार
कहा हक के लिए चलाया जाएगा उग्र आंदोलन
• साथियों की जल्द रिहाई की मांग की
•जेल भरो आंदोलन की दी चेतावनी

गाजीपुर। मेरिट के आधार पर भरती प्रक्रिया को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने मंगलवार को सरजू पांडेय पार्क में धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने इसी मांग को लेकर लखनऊ गए अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज की निंदा की। सरकार को चेतावनी दी गई कि आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।

धरना सभा को संबोधित करते हुए रमा त्रिपाठी ने कहा कि हम अपने हक की मांग कर रहे हैं। टीईटी अभ्यर्थियों पर सपा की सरकार अब तक तीन बार लाठीचार्ज करा चुकी है। डंडे के बल पर हमें अपनी आवाज उठाने से रोका जा रहा है। राधेश्याम सिंह कुशवाहा ने कहा कि हमारे 12 साथियों पर फर्जी मुकदमे लाद कर उन्हें जेल में बंद कर दिया गया है। सत्य कभी पराजित नहीं होता
अन्य वक्ताओं ने कहा कि अखिलेश सरकार पूरी तरह से तानाशाही रवैया अपना रही है। यह कृत्य पूरी तरह से कायरता का प्रतीक है। चेतावनी दी गई कि अगर सरकार गिरफ्तार अभ्यर्थियों को तत्काल रिहा कर उनके मुकदमे वापस नही लेती तो अब हम जेल भरो आंदोलन करेंगे। इस मौके पर आनंद सिंह, सुशील, संजय, मनोज, बृजेशमणि, अजय गिरी, अनिल देव, रमाकांत, देवेन्द्र प्रमोद कुशवाहा, चंद्रजीत गौतम आदि ने विचार व्यक्त किया

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सरकार ने दिया तानाशाही का परिचय

•लखनऊ में लाठीचार्ज के विरोध में टीईटी अभ्यर्थियों ने दिया धरना

मऊ। लखनऊ में शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन करने के दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के विरोध में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही जमकर नारेबाजी भी की।
धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राजीव यादव ने कहा कि सरकार की पूर्वाग्रह से ग्रसित मानसिकता की वजह से आज तक टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। टीईटी परीक्षा का रिजल्ट निकलने के काफी समय बाद भी भर्ती प्रक्रिया को शुरू नहीं की जा सकी है। टीईटी मेरिट के आधार पर सहायक अध्यापकों की भर्ती अविलंब शुरू करने के लिए गत 12 जुलाई को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के दौरान लाठीचार्ज और अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर तानाशाही मानसिकता का परिचय दिया है। इसी क्रम में मुहम्मद अहमद ने कहा कि टीईटी मेरिट के आधार पर ही भर्ती की जाए। शैक्षणिक मेरिट के आधार पर भर्ती नहीं करने दिया जाएगा। धरने में रणवीर सिंह, अरुण कुमार, संतोष यादव, स्वामीनाथ शर्मा, धनंजय, राजकुमार, शिवकुमार शर्र्मा, प्रमोद प्रजापति, संजय भारती, बबलू कुमार सोनकर आदि उपस्थित रहे

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माफियाओं की भर्ती पर निगाहें : मिश्रा
टीईटी उत्तीर्ण परीक्षार्थी अनशन पर बैठे, नारेबाजी भी की

पीलीभीत। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती में हो रहे विलंब के खिलाफ टीईटी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण परीक्षार्थियों ने नेहरू पार्क में एक दिवसीय अनशन पर बैठे। अनशनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंप कर शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की।
मंगलवार को नेहरू पार्क में बैठे अनशनकारियों को संबोधित करते हुए मोर्चा के अध्यक्ष सुधांशु मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राइट टू एजूकेशन लागू हुए तीन वर्ष बीत गए, मगर अब तक रिक्त पदों पर शिक्षकों की भर्ती नहीं की जा रही है। जबकि लाखों लोग बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीईटी परीक्षा का परिणाम घोषित हुए काफी समय बीत चुका है, मगर शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हुई। शिक्षा माफियाओं की भर्ती प्रक्रिया पर पुरी निगाह लगी हुई है और लगातार व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने कहा शिक्षकों की नियुक्ति न होने से टीईटी उत्तीर्ण डिग्री धारक अभ्यार्थियों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। अनशनकारियों ने शाम को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। अनशन पर बैठने वालों में हरिपाल सिंह, हेमंत यादव, रणविजय सिंह, सत्यपाल, आकाश, जीशान, अमित कुमार, नीलेश सक्सेना, नागेंद्र दीक्षित, सुमित माथुर, वीरेंद्र कुमार, अमरेंद्र कुमार, अफसर हुसैन, महबूब, मुकेश, नारायण गुप्ता सहित काफी लोग थे
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टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों का विरोध प्रदर्शन
गोरखपुर। 12 जुलाई को लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियोें पर लाठीचार्ज तथा प्रदेश संयोजक नवीन श्रीवास्तव और प्रदेश संचालक राजेश प्रताप सिंह समेत 11 लोगों पर मुकादमा दर्ज करने के विरोध में प्रदर्शन किया। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले टीईटी बेरोजगार पंत पार्क से रैली निकालकर गांधी प्रतिमा पहुंचे और एक दिन का उपवास रखकर अपना ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। (ब्यूरो)
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टीईटी संघर्ष मोर्चा ने सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन

•दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लेने और गिरफ्तार अभ्यर्थियों की रिहाई की  मांग
सीतापुर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक मंगलवार को लोहारबाग नेहरू पार्क में हुई। बैठक में गत 12 जुलाई को राजधानी लखनऊ में अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियाें पर बर्बर लाठीचार्ज और हुसैनगंज के थानाध्यक्ष द्वारा फर्जी मुकदमे कायम किए जाने की निंदा की गई।
बैठक के बाद टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट में मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा जिसमें टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाने और जेल में निरुद्ध टीईटी अभ्यर्थियों की शीघ्र रिहाई की मांग की गई।
इस मौके पर सर्वेश जोशी, दिलीप श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव, सुनील तिवारी, बृजमोहन मिश्रा, नवीन सिंह, सत्य प्रकाश, बृजमोहन आदि उपस्थित थे।

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टीईटी अभ्यर्थियों पर दर्ज केस वापस हो
फैजाबाद। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के अभ्यर्थियों की एक बैठक गुलाबबाड़ी उद्यान में हुई। इस दौरान बीती 12 जुलाई को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठी चार्ज की निंदा की गई। जेल में बंद अभ्यर्थियों को रिहा करने तथा मुकदमा वापस लेने की मांग भी की गई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे अनिल कुमार मौर्या ने कहा कि यदि शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं होगी तो व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा। संचालन कोषाध्यक्ष अमृतांश श्रीवास्तव ने किया। बैठक को आदिबंश, मिर्जा, खादिम मुकेश कुमार, उमाशंकर गौतम, राजकुमार, अतीक, अनिल तिवारी, संतोष कुमार चौधरी आदि ने संबोधित किया
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युवाओं का दमन कर रही है सरकार’
सुलतानपुर। लखनऊ में 12 जुलाई को हुए लाठीचार्ज के विरोध में मंगलवार को टीईटी अभ्यर्थियों ने धरना दिया। कहा कि लाठीचार्ज से आंदोलन थमने वाला नहीं है। मांगें पूरी होने तक यह जारी रहेगा। तिकोनिया पार्क में धरना दे रहे टीईटी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि सूबे की सरकार युवाओं का दमन करने में लगी है। जिलाध्यक्ष राकेश अग्रहरि ने कहा कि उन्हें छोड़ा जाए एवं उनकी मांगों को पूरा किया जाए। अभ्यर्थियों ने एसडीएम सदर को ज्ञापन सौंपा
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टीईटी संघर्ष मोर्चा का समर्थन
सुल्तानपुर। एसएफआई ने टीईटी संघर्ष मोर्चा का समर्थन करने की घोषणा की है। जिलाध्यक्ष विवेक विक्रम सिंह ने इस आशय की जानकारी बयान जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री की ओर से टीईटी अभ्यर्थियों के पक्ष में उनकी नियुक्ति के लिए कदम नहीं उठाए गए तो एसएफआई जिला से लेकर प्रदेश स्तर तक आंदोलन करेगी

News Source : Amar Ujala (18.7.12)

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After seeing these news, You can found that almost everywhere candidates demanded selection through TET Merit, which is also approved by Allahabad Highcourt.


TET candidates aware that if process is changed then whole process of selection may be halt/stuck. 
Already TET candidates facing stay given by the Allahabad High court.


If you people have any opinion then please share on blog through comments.

NCTE Going to Give Relaxation for B Ed Candidates upto 2015 to Appoint as Primary Teacher


NCTE Going to Give Relaxation for B Ed Candidates upto 2015 to Appoint as Primary Teacher


Earlier B Ed Candidates are eligible for Primary Teacher upto 1st Jan 2012
Now date can be extended upto 2015 for UP and Uttrakhand

See news : http://paper.hindustantimes.com/epaper/viewer.aspx (Lucknow Edition / Page no. 16 / 18.07.2012)
OR Click Below Link -







UPTET : बेसिक स्कूलों में भर्ती होंगे 41 हजार संविदा शिक्षक


UPTET : बेसिक स्कूलों में भर्ती होंगे 41 हजार संविदा शिक्षक



बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को विशेष शिक्षा देने के लिए 41 हजार संविदा शिक्षक रखे जाएंगे। इन शिक्षकों को 7000 रुपये फिक्स मानदेय दिया जाएगा। भर्ती में डिप्लोमा इन फिजिकल एजुकेशन (डीपीएड), बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड) व बीएड वालों को मौका मिलेगा

सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय से भेजे गए प्रस्ताव पर वित्त विभाग ने सहमति दे दी है। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी है। संविदा शिक्षकों की जिला स्तर पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। इसमें सदस्य सचिव जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्राचार्य होंगे।


उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को कला की शिक्षा देने के लिए 13 हजार 769, शारीरिक व स्वास्थ्य शिक्षा के लिए 13 हजार 769 और कार्य अनुभव की शिक्षा के लिए 13 हजार 769 संविदा शिक्षक रखे जाएंगे। इन शिक्षकों की भर्ती जिला स्तर पर की जाएगी और इन्हें प्रतिमाह 7000 रुपये मानदेय दिया जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक माह का मानदेय 28.91 करोड़ रुपये मंजूर कर दिया है। राज्य परियोजना निदेशालय ने इसके आधार पर प्रस्ताव भेजा था, जिसे शासन के वित्त विभाग ने मंजूर कर दिया है। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी है।


गौरतलब है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों की शिक्षा अनिवार्य कर दी गई है। इस अधिनियम के तहत उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को विशेष शिक्षा देने की व्यवस्था दी गई है। इसमें कला, शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य और कार्य अनुभव की शिक्षा देने की व्यवस्था दी गई है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत पिछले साल ही इसके लिए संविदा शिक्षकों की भर्ती की जानी थी, लेकिन नहीं की गई


News Source : http://www.amarujala.com/national/contracts-will-be-recruiting-41-thousand-teachers-in-basic-schools-29791.html / Amar Ujala (18.4.12)
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To implement RTE (Right To Education), UP Govt. faces high shortage of teachers. And now to accommodate this 41000 Contract Basis teachers are going to appointed.


TET candidates matter is still UNCERTAIN.

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों की रिहाई की मांग उठाई


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों की रिहाई की मांग उठाई

इटावा, हमारे प्रतिनिधि : जिले के टीईटी अभ्यर्थियों ने मंगलवार को कचहरी में अपने साथियों की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंप कर उन पर लगी समस्त धाराओं को समाप्त कराने की मांग भी की

प्रदर्शनकारी वैभव यादव, वेदप्रकाश यादव, दिलीप सक्सेना, प्रिया गोयल, मीनाक्षी वर्मा, सीमा यादव, उदयवीर यादव, शैलेंद्र कुमार, अमित तोमर, सुनील यादव, मनीष कुमार सहित अनेक अभ्यर्थियों ने बताया कि गत 12 जुलाई को लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों के आंदोलन के दौरान उन पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज के बाद दर्जनों साथियों को विभिन्न झूठी धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया।


उपस्थित अभ्यर्थियों ने शासन से पकडे़ गए सभी अभ्यर्थियों को रिहा करने तथा उन पर थोपे गए गलत मामले वापस लेने की मांग की। अभ्यर्थियों ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने का उल्लेख करते हुए ज्ञापन दिया

News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/etawah-9478984.html / Jagran ( 17.7.12)
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UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने भरी हुंकार


गोरखपुर : जिले के दूरदराज क्षेत्रों से आए टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मंगलवार को जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने मुंह पर पट्टी बांधकर जुलूस निकाला और टाउनहाल स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। इस दौरान उन्होंने आंदोलन की हुंकार भरी और कहा कि फर्जी मुकदमें वापस नहीं लिए गए तो हम सभी रमजान के पाक महीने में ही विधान सभा के सामने आमरण अनशन पर बैठेंगे

टीईटी अभ्यर्थियों का जुलूस पंत पार्क से शुरू होकर शहर के विभिन्न मुहल्लों से होते हुए टाउनहाल पहुंचा। अभ्यर्थियों ने वहां गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। धरने को संबोधित करते हुए टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष तुफैल अहमद ने कहा कि सरकार अगर नौजवानों का हित चाहती है तो 11 लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमा तत्काल वापस ले। प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवम श्रीवास्तव ने कहा कि नौजवानों को जेल भर कर सरकार टीईटी आंदोलन को और तेज कर रही है। आनंद कुमार ने कहा कि सरकार की नीतियां नौजवान विरोधी है। सरकार हमें शिक्षक नहीं बल्कि अपराधी बना रही है। इसके साथ ही सभी अभ्यर्थियों ने लखनऊ के बर्लिगटन पर टीईटी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज की घोर निंदा की। अंत में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। उन्होंने दिन भर उपवास भी रखा। इस मौके पर प्रभात शुक्ला, जिज्ञासा श्रीवास्तव, नीलम यादव, प्रिया मद्धेशिया, भानु प्रताप सिंह, पुरुषोत्तम मौर्या, महफूज आलम, वैरिष्टर राय, प्रवीण कुमार, रमेश मौर्य आदि मौजूद थे


News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/gorakhpur-city-9480460.html / Jagran (17.7.12)
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टीईटी अभ्यर्थियों को रिहा करे सरकार


रामपुर । टीईटी संघर्ष मोर्चा की आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए अभ्यर्थियों को शीघ्र ही रिहा कराने की मांग की है। इसको लेकर मोर्चा की ओर से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।


टीईटी अभ्यर्थी मंगलवार दोपहर को एकत्र होकर अंबेडकर पार्क आ गए। इसके बाद बैठक हुई, जिसमेंमें लखनऊ में हुए अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की निंदा की गई। इस दौरान मोहम्मद सलीम ने कहा कि उम्मीद है कि सरकार की ओर से शीघ्र ही भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। आंदोलन के दौरान गिरफ्तार साथियों और प्रक्रिया को जल्द पूरा करने की मांग की। इस मौके पर प्रवीण कुमार, भुवनेश कुमार, हरजीत सिंह, जितेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे


News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/rampur-9480230.html
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UPTET : साथियों की रिहाई को टीईटी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन


मीरजापुर : जिला मुख्यालय पर मंगलवार को प्रदर्शन कर टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को पत्रक देकर लखनऊ जेल में बंद अपने 11 साथियों को छुड़ाने की मांग की। इस अवसर पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि लखनऊ में उनके प्रदर्शन पर अकारण ही लाठीचार्ज किया गया और इसके बाद भी मन नहीं भरा तो रात्रि में शांतिपूर्ण ढंग से सो रहे उनके साथियों को उठाकर हुसैनगंज थाना ले जाया गया और झूठे आरोप लगाकर जेल भेज दिया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राहुल गुप्ता, अरविंद गुप्ता, प्रदीप तिवारी, आनंद मोहन, सोहन, उमेश श्रीवास्तव, संतोष कुमारी व अन्य थे

News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/mirzapur-9478772.html
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टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला कैंडल मार्च


 सुल्तानपुर : राजधानी लखनऊ में प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज के विरोध में टीईटी अभ्यर्थियों ने मंगलवार को शहर की सड़कों पर कैंडल मार्च निकाला। टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले धरना सभा आयोजित की गई। जिसमें मोर्चा ने चेतावनी दी है कि यदि सपा सरकार ने अपना रवैया नहीं बदला तो लोस चुनाव में यूपी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे

मंगलवार को टीइटी अभ्यर्थी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले तिकोनिया पार्क से जिलाध्यक्ष राकेश अग्रहरि की अगुवाई में नगर में कैंडिल मार्च निकाला गया। जो प्रमुख मार्गो से होकर गुजरा। तदुपरांत मार्च कलेक्ट्रेट के समक्ष पुन: धरनास्थल में तब्दील हो गया। इस दौरान गत 12 जुलाई को राजधानी में अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की गई। वक्ताओं ने मेरिट के आधार पर टीइटी अभ्यर्थियों को नियुक्त किए जाने की मांग की गई। मोर्चा ने मांग की लखनऊ में जिन अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है उन्हें सरकार तत्काल रिहा करे। धरने में अजय ठाकुर, संगीता वर्मा, सुरेश मिश्र, शालिनी मिश्रा, मालती, जगेश्वर तिवारी आदि मौजूद रहे। मोर्चा के सदस्यों ने विधायक अनूप संडा व प्रशासन के प्रतिनिधियों को अपना ज्ञापन सौंपा


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टीईटी अभ्यथियों ने निकाला शांति मार्च



देवरिया : टीईटी संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार को टीईटी अभ्यर्थियों ने शांति मार्च निकाला। इस दौरान अभ्यर्थियों ने नारेबाजी करते हुए लखनऊ में गिरफ्तार साथियों के रिहाई की मांग की

तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार शांतिमार्च टाउनहाल से निकलकर शहर के सिविल लाइंस, मुख्य डाकघर, कचहरी व जिला पंचायत होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा। जहां अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। बाद में शांति मार्च सभा में तब्दील हो गया। जिसे संबोधित करते हुए मोर्च के विकास पांडेय ने कहा कि सरकार लोकतांत्रिक तरीके से किए जा रहे हमारे आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है। गौरीशंकर पाठक ने कहा कि सरकार आंदोलन को कुचलने का कुचक्र रच रही है।


शांतिमार्च व सभा में अनुराग मल्ल, राजीत दीक्षित, बालेंदु तिवारी, सुरेंद्र कुमार, दिव्य प्रकाश तिवारी, रमेश चंद्र शर्मा, योगेश पटेल आदि मौजूद थे

News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/deoria-9479469.html



Through FB/ News, It apperas TET candidates still in Police custody. And bail etc. is not granted to them.
Yesterday some people informed through blog comments that by 6 PM, TET candidates will be released.


TET candidates went Lucknow on 12th July 2012 to know Govt. stand on Primary Teacher recruitment process and gave Dharna Pradarshan etc. in Lucknow. And 11 TET candidates were arrested by Lucknow Police. 

Tuesday, July 17, 2012

UPTET : शैक्षिक प्रमाण पत्रों की मेरिट को न माना जाए आधार

UPTET : टीईटी छात्रों को छल रही प्रदेश सरकार

खमरिया (भदोही): टीईटी योग्यताधारी छात्रों की बैठक मनऊबीर खमरिया में मंगलवार को हुई। इसमें प्रदेश सरकार पर टीईटी छात्रों के साथ छलावा करने का आरोप लगाया गया।


वक्ताओं ने राज्य सरकार से चार प्रमुख बिन्दुओं पर विचार कर निर्णय लेने की मांग उठाते हुए कहा कि टीईटी की नियुक्ति उसी विज्ञापन पर मेरिट के आधार पर की जाय। साथ ही कोर्ट के आदेशों को संज्ञान में लेकर तत्काल कार्रवाई करने व प्रदेश व्यापी प्रदर्शन के 12 छात्रों को बिना शर्त रिहा करने की मांग की। कहा कि अंतरजनपदीय स्थानांतरण आदेश के बाद जिले में तैनात करीब चार सौ शिक्षिकाओं ने गृह जनपद के विद्यालयों की राह पकड़ ली है। इस समय जिले में 663 प्रा.वि व 346 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पहले से ही एक हजार शिक्षकों की कमी रही है जो और बढ़ गई है। बैठक में सुलभ कुमार मौर्य अमित कुमार मौर्य, हेमंत, अखिलेश, विनोद यादव, कैलाशनाथ, ओमप्रकाश मौर्य, विजय कुमार यादव, नीतू मौर्य, श्वेता, सरिता, अनिता व ज्ञानप्रकाश मौर्य व अन्य थे


News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/bhadohi-9479958.html / Jagran (17.7.12)
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UPTET : शैक्षिक प्रमाण पत्रों की मेरिट को न माना जाए आधार

•प्रमुख सचिव के सुझाव से टीईटी उत्तीर्णों में रोष 
मैनपुरी। प्रमुख सचिव जावेद उस्मानी के शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को शैक्षिक प्रमाण पत्रों की मेरिट के आधार पर कराने के सुझाव को लेकर टीईटी उत्तीर्णों में असंतोष व्याप्त है। उनका कहना है कि टीईटी परीक्षा की मेरिट को आधार बनाकर शिक्षकों की भर्ती की जाए। शैक्षिक प्रमाण पत्रों की मेरिट से कई योग्य युवाओं का शिक्षक बनने का सपना पूरा नहीं होगा
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी भोले भदौरिया का कहना है कि मुख्य सचिव का सुझाव मेहनत से टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों के हित में नहीं है। मुख्यमंत्री को टीईटी परीक्षा की मेरिट को आधार मानकर शिक्षकों की भर्ती करनी चाहिए। जया मिश्रा का कहना है कि यदि सरकार को पुरानी भर्ती प्रक्रिया ही रखनी थी तो टीईटी परीक्षा ही क्यों कराई गई
नीलेश त्रिपाठी का कहना है कि युवा मुख्यमंत्री को टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भावना को समझते हुए शैक्षिक भर्ती प्रक्रिया में टीईटी की मेरिट बनानी चाहिए। अजय मिश्रा का कहना है कि यदि सरकार पिछली सरकार के निर्णय के विरुद्ध ही कार्य करना चाहती है तो सरकार को राजस्थान सरकार की तरह से टीईटी अभ्यर्थियों का एक और योग्यता टेस्ट कराना चाहिए, जिससे योग्य शिक्षक ही शिक्षा के क्षेत्र में आ सकें। शिवओम सिंह चौहान का कहना है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी पूर्व और वर्तमान सरकार के निर्णय के बीच में फंसे हैं। टीईटी उत्तीर्णों की परेशानियों को समझते हुए सरकार को मेरिट के आधार पर चयन करना चाहिए
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टीईटी अभ्यर्थियों ने दिया धरना
बीसलपुर। नगर के टीईटी अभ्यर्थियों ने 12 जुलाई को लखनऊ में अपने साथियों पर किए गए बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज के विरोध में सोमवार को अंबेडकर पार्क में धरना दिया। धरने पर सुधांशु मिश्रा, अफसर मियां, दिलीप कुमार, कामता प्रसाद, हरपाल सिंह, रण विजय, नरायन लाल, कामता प्रसाद, दिलीप कुमार, संतोष कुमार मौर्य, जयपाल गंगवार, वीरेंद्र कुमार, रवि सक्सेना, रवि गंगवार, राजेंद्र कुमार और हरिओम गंगवार आदि अभ्यर्थी बैठे।
धरना स्थल पर हुई बैठक में तय किया गया कि प्रदेश कोर कमेटी के आवाहन पर जिले भर के टीईटी अभ्यर्थी 17 जुलाई को नेहरू पार्क पीलीभीत में एक दिवसीय अनशन करेंगे। अपरान्ह चार बजे धरना खत्म कर दिया गया।
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टीईटी मोर्चा दो फाड़!

•एक कर रहा सपा की भर्त्सना, दूसरा सराहना
•एक दिन मेंेे हो रही दोनों की अलग-अलग बैठकें

हरदोई। उनकी सबकी मांगे एक ही थी और सपना था शिक्षक बनने का। इसी सपने को लेकर कदम से कदम मिलाकर एक साथ चलते व आवाज बुलंद करते नजर आ रहे थे, पर उनकी आवाज अभी ठीक तरह से सुनकर सरकार फैसला भी न ले पाई थी कि यही अभ्यर्थी दो हिस्सों में बंट गए।
एक ही दिन अलग-अलग हो रही बैठकों में एक सरकार की भर्त्सना कर रहा, तो दूसरा सराहना। लोगों में इस बात को लेकर चर्चा रही कि यदि यही हाल रहा तो टीईटी का भविष्य क्या होगा। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की एक बैठक स्थानीय शहीद उद्यान में संपन्न हुई, जिसमें बेसिक शिक्षकों की नियुक्ति शैक्षिक मेरिट के आधार पर करने की बात कही गई। बैठक में सर्वसम्मति से शोभित सिंह तोमर को जिलाध्यक्ष बनाया गया। बैठक को संबोधित करते हुए तोमर ने कहा कि सरकार शीघ्र ही शैक्षिक मेरिट के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करें।
जिससे टीईटी अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो सके
विनय सिंह ने कहा कि टीईटी को पात्रता परीक्षा मानकर सरकार शीघ्र शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को प्रारंभ करें। टीईटी उत्तीर्ण मानसिक पीड़ा से गुजर रहे हैं। अंत में सभी ने एक स्वर में सीएम अखिलेश यादव की सराहना की। इस मौके पर मनीष मिश्र, सुधीर अवस्थी, निर्मल वैश्य, बाल मुकुंद सिंह, दुर्गेश सिंह, आनंद विशारद आदि मौजूद थे। उधर, इसी क्रम में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर प्रदेश सरकार ने जिस तरह साजिश करके टीईटी मेरिट से अपनी नियुक्ति की मांग कर रहे होनहार युवा शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया है वह घोर निंदनीय है।
टीईटी उत्तीर्ण सरकार से यह मांग करते हैं कि जल्द ही निर्दोष साथियों पर लगाई गई झूठी धाराए वापस लेते हुए उनको छोड़ा जाए और शिक्षक भर्ती को शुरू करें।
अन्यथा सभी सामूहिक आत्मदाह को मजबूर होंगे। 17 जुलाई को सभी 10 बजे कंपनी बाग में बैठक करने के बाद सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौपेंगे। इस मौके पर आशुतोष शुक्ल, सतीश सिंह, अनुज कुमार, विद्याराम, सुमित कुमार, राजीव पांडे आदि मौजूद थे।
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17 को प्रदर्शन करेंगे
लाठीचार्ज को लेकर भड़के टीईटी अभ्यर्थी

मुजफ्फरनगर/शामली। मुजफ्फरनगर और शामली जिला मुख्यालय पर टीईटी अभ्यर्थी लखनऊ में हुए लाठीचार्ज के विरोध में 17 जुलाई (कल) टाउन हॉल में धरना प्रदर्शन करेंगे।
टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक में लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की गई। रविवार को कार्यालय पर हुई बैठक में जिलाध्यक्ष बलकेश चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार टीईटी उत्तीर्ण छात्रों को शिक्षक बनने का मौका नहीं दे रही है। उन्होंने लखनऊ में गिरफ्तार किए गए टीईटी अभ्यर्थियों को तुरंत रिहा किए जाने की मांग की। अरविंद गिरि, अलंकार शर्मा, नवीन, महेंद्र सैनी, नईमुद्दीन, सुनील पंवार, भारत, अंकुर शर्मा, नदीम, सुषमा और रजनी मौजूद रहे।
शामली में भी श्री मंदिर हनुमान धाम पर टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में 17 जुलाई को प्रबुद्धनगर जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। रवि शर्मा, आफताब, प्रदीप, जावेद जंग, प्रवीण, सुमित, दीपक, प्रवेश, सुुधीर, अनिल मौजूद रहे
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टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज निंदा

सहारनपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर रविवार को गांधी पार्क में बैठक कर अभ्यर्थियों ने लखनऊ में लाठीचार्ज किए जाने की निंदा की। साथ ही प्रदेश सरकार से इस प्रकरण में जिन अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें बिना शर्त वापस लिए जाने और जेल भेजे जाने वालों को रिहा करने की मांग की
मोर्चा अध्यक्ष संजय कुमार और संरक्षक प्रदीप धीमान ने कहा कि लखनऊ में अभ्यर्थियों के विरोध और जाम के कारण जनता को परेशानी तो हुई, लेकिन अपना दुख जाहिर करने के लिए उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं था। अभ्यर्थियों ने इससे पहले एक या दो बार नहीं बल्कि छह बार शांतिपूर्वक मांगें रखने के प्रयास किए, मगर उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
इस बार अभ्यर्थी आश्वासन की बजाय सरकार से टीईटी मेरिट आधार पर ही शिक्षकों की नियुक्तियां करने की मांग कर रहे थे। सरकार को उनकी मांगों को जल्द पूरा कर लाठीचार्ज के शिकार हुए अभ्यर्थियों को राहत देनी चाहिए। अनिल कुमार, हरिपाल सिंह, रूपचंद, प्रवेश कुमार, मांगेराम, आवेश कुमार मौजूद रहे



न्यूज़ साभार  : Amar Ujala (16/17.7.12)

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मुझे ये समझ नहीं आता कि - 
चयन का आधार बदलने से धांधली कैसे ख़त्म हो जायेगी | अगर चयन का आधार बदल जाता है तब तो मामला और पेचीदा हो जाएगा , कई टी ई टी अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट तक जाने की बात कह रहे हैं , ऐसे में तो पूरी चयन प्रक्रिया बाधित हो जायगी | इस बारे में कोई तार्किक रूप से बताये और ऐसे सुझाव ब्लॉग पर इस लेख के साथ पब्लिश कर दिए जायेंगे 

हालाँकि अगर चयन का आधार आगामी भर्ती के लिए बदला जा रहा है , मसलन - आगामी ८० हज़ार प्राथमिक शिक्षको के पदों के लिए , जो कि इस सत्र से बेसिक शिक्षा विभाग में उपलब्ध हो गयी हैं या ३५ हज़ार उच्च प्राथमिक शिक्षको के पदों के लिए ( पदों की संख्या कम ज्यादा भी हो सकती है , परन्तु हाल में उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से २.८६ लाख शिक्षको के लिए भर्ती समय सीमा २०१५ तक की मांग की थी )
आर टी ई के तहत ही    पद २०१२ तक हैं , साथ ही काफी सारे शिक्षक सेवा निवृत भी हो रहे हैं |
तब तो शायद कोई समस्या न आये |

मेरा  व्यक्तिगत  रूप से सोचना  है कि -
अब यू पी टी ई टी  के सामने २ ही रस्ते   हैं - 1. टी ई टी परीक्षा  निरस्त  हो   या फिर २.  अगर टी ई टी निरस्त नहीं होती  तब चयन का आधार टी ई टी मृत ही हो सकता  है क्योंकि  हाई कोर्ट पहले  ही कह चुका है कि गेम    के रूल , गेम शुरू  होने  से पहले बनाये  जाते  हैं उसके  बाद  नहीं| हालाँकि परीक्षा निरस्त होना भी बेहद मुश्किल है क्योंकि अभ्यर्थीयों  के पास अपनी बेगुनाही का सबूत - ओ एम् आर की कॉपी  भी है और 
सारे टी ई टी पास अभ्यर्थी बेईमान नहीं हो सकते | अभी तक एक भी बेईमान अभ्यर्थी का नाम सामने नहीं आया , कुछ ठगी के मामले सुने गए हैं परन्तु आरोप सिद्द हो पाए कि नहीं , अभी तक कुछ इस बारे में खबर नहीं आयी |

अब आये दिन  ब्लॉग पर तर्क  आते  हैं कि - चयन का आधार -
अकादमिक  वालों  की बात सुने तो   -
हाई स्कूल  + इंटर  + ग्रेजुएसन   + बी  एड  
ग्रेजुएसन + बी एड + टी ई टी ( क्योंकि यू पी  बोर्ड vale सी बी एस ई बोर्ड वालों से tulnatmak रूप से कम ank paate हैं )
बी  एड  + टी ई टी 

हर अभ्यर्थी की मांग उसके मुताबिक  है
हालाँकि यू पी बोर्ड  वालों की स्थिति  को  तो  केंद्र  सरकार ने भी ध्यान  में रखते  हुए  आई  आई टी प्रवेश  में - 65% यू पी बोर्ड कट  ऑफ  = 78% सी  बी एस  ई बोर्ड कट ऑफ 
(इससे पहले भी स्कोलरशिप आदि देने में यू पी बोर्ड के कम अंको को , सी बी एस ई / आई सी एस ई बोर्ड का अधिक अंको की बराबरी दी गयी , अर्थात स्केलिंग पद्दति से चुनाव किया गया )
और अगर इस ब्लॉग पर पोलिंग  को देखा  जाये  तो पता  चलता  है कि - साडे  चार  हज़ार लोगो  ने टी ई टी मेरिट  से चयन  का समर्थन  किया है और लगभग  1000 लोगो ने अकेडमिक  मेरिट से चयन का समर्थन  किया  है |
बहुत से अकादमिक मेरिट चाहने  वाले  अभ्यर्थी भी समझ रहे हैं कि अगर चयन का आधार बदला तो मामला बेहद पेचीदा हो जाएगा और भर्ती कई सालों  तक लटक  सकती है अगर विवाद  सुप्रीम कोर्ट चला  जाये तो 

अब अगर आगे दोबारा टी ई टी परीक्षा होती है और सी टी ई टी / बी ई टी ई टी की तरह उत्तीर्ण प्रतिशत ४-५ प्रतिशत आता है या अगर कई अभ्यर्थी ओवर एज हो जाते हैं तो भी बहुत सारे अभ्यर्थीयों को नोकरी से वंचित होना पड़ सकता है |
एक हल ये भी हो सकता है कि - या फिर इस भर्ती यू पी टी ई टी २०११ परीक्षा से टी ई टी मेरिट आधार पर  हो और उसके बाद दोबारा स्क्रीनिंग परीक्षा करा कर अयोग्य अभ्र्थीयों को बहार किया जाये



टी ई टी परीक्षा विशेषकर कक्षा १ से ५ तक के शिक्षकों के लिए एक योग्यता परिक्षण था और कोई विशेष विषय के विशेषज्ञ के लिए नहीं |
मान लीजिये कोई इतिहास का प्रकांड पंडित है , परन्तु वह कक्षा १ से ५ तक के छात्रों की समस्या हल नहीं कर सकता , तब क्या ऐसे शिक्षकों का चुनाव करना ठीक होगा |
और यही कारण होगा कि - एन सी टी ई ने टी ई टी अंकों को चयन में महत्व देने की बात कही है |
आप लोगो ने रामानुजम और आइन्स्टीन के बचपन के बारे में नहीं पड़ा होगा या ३ इडीयट मूवी नहीं देखी होगी |
यह  शेक्षणिक मनोविज्ञान के महत्व को बताता है | और टी ई टी जैसी परीक्षाएं  अच्छे  शिक्षकों के चुनाव के लिए बेहद जरूरी है 


ये भी तो हो सकता है कि - ७२८२५ की भर्ती अदालत के आदेश तक सुरक्षित रख ली जाए और नए नियम आगामी / अतिरिक्त ८० हज़ार प्राथमिक व लगभग ३५ हज़ार उच्च प्राथमिक शिक्षको के लिए हो |
इसलिए कुछ भी  बिना सरकारी आदेश / नए नियमों देखे बिना गलत होगा 
आप लोगो के सुझाव आमंत्रित है , पर वे तर्क आधारित होने चाहिए