Tuesday, June 11, 2013

Full Syllabus UPTET Paper 2 Upper Primary Teachers (Classes VI-VIII)


Full Syllabus UPTET Paper 2 Upper Primary Teachers (Classes VI-VIII)


Latest Updated Exam / Guess / Model Solved Papers - Answer Keys - http://syllabus123.blogspot.com/

Download UPTET Question Paper(2011)-PDF
In UPTET, there will be two exams on one day in two shifts :-
  • Paper 1 – Exam for eligibility of Primary Teachers (Classes I-V)
  • Paper 2 – Exam for eligibility of Upper Primary Teachers (Classes VI-VIII)

Exam pattern for Paper 1

  • In this paper, there will be 150 objective type questions, carrying 150 marks . It means one QUESTION consist of only one mark .
  • There is no negative marking in this exam .
  • You can take the QUESTION paper and the last part of answer sheet ( OMR ) with you, it will help you to calculate your marks with the help of answer key .
  • The time duration for the exam is only 150 minutes; It means you will get a very short time of less than a minute for a QUESTION .
  • During the examination; Calculator, log table, mobile phone or any other digital device will not be allowed .
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Note - Many sites still giving fake details of exam timing of 90 Minutes which is changed to 150 Minutes.
Kindly verify all details from UP Edu Dept. website also.
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Format of the QUESTION paper ( Paper 1 )

There will be four parts in the QUESTION paper :-
  1. Pedagogy
  2. Languages ( Hindi & English/Urdu )
  3. Mathematics
  4. EVS
SubjectNo. of QuestionsNo. of Marks
Pedagogy30 questions30 marks
Hindi30 questions30 marks
English / Urdu30 questions30 marks
Mathematics30 questions30 marks
Environmental Studies30 questions30 marks

Exam pattern for Paper 2

  • In this paper, there will be 150 objective type questions, carrying 150 marks . It means one QUESTION consist of only one mark .
  • There is no negative marking in this exam .
  • You can take the QUESTION paper and the last part of answer sheet ( OMR ) with you, it will help you to calculate your marks with the help of answer key .
  • The time duration for the exam is only 90 minutes; It means you will get a very short time of less than a minute for a QUESTION .
  • During the examination; Calculator, log table, mobile phone or any other digital device will not be allowed .

Format of the QUESTION paper ( Paper 2 )

Basically there will be three parts in the QUESTION paper :-
  1. Pedagogy
  2. Languages ( Hindi & English/Urdu )
  3. Mathematics & Science / Social Studies
In the third part; A maths & science teacher will go for Mathematics & Science and a social study teacher will go for social studies .
Take a look on the marks & questions for each part/subject :-
Pedagogy30 questions30 marks
Hindi30 questions30 marks
English / Urdu30 questions30 marks
Maths & Science / Social Studies60 questions60 marks




UPTET : Recruitment Process and Your Views

UPTET : Recruitment Process and Your Views


Aagamee Bhrteeeyan Agar - TET 50% weightage + Gunank 50% weightage ko lekar hotee hain, to kya aap log isko sahee manenge.
Ye baat aagamee bhrtee ko lekar hai na ki 72825 ko lekar



RTE Act : सर्व शिक्षा अभियान में 8913 करोड़ मंजूर


RTE Act : सर्व शिक्षा अभियान में
8913 करोड़ मंजूर
1497 प्राइमरी, 237 उच्च प्राइमरी को मंजूरी नहीं

केंद्र ने राज्य सरकार के प्रस्ताव पर भेजी मंजूरी

मुफ्त यूनिफार्म देने के कपड़े का तय होगा मानक


UPTET - Teacher Eligibility Test Updates / Recruitment / UP News

लखनऊ। भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत राज्य सरकार के प्रस्ताव पर 8913 करोड़ रुपये की मंजूरी देते हुए सहमति भेज दी है। पर यूपी में 1497 प्राइमरी, 237 उच्च प्राइमरी और 14 आवासीय स्कूलों को मंजूरी नहीं दी गई है
राज्य सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए 11 हजार करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा था। इसमें मुख्य रूप से शिक्षा मित्रों का मानदेय 3500 से बढ़ाकर 5000 करने, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने, परिषदीय स्कूलों के बच्चों को यूनिफॉर्म के साथ जूते व मोजे देने, आश्रयहीन बच्चों के लिए आवासीय स्कूल खोलने और नक्सल प्रभावित जिलों के शिक्षकों को 1500 रुपये प्रति माह प्रोत्साहन भत्ता देने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने 6 से 10 वर्ष तक के बच्चों को प्रशिक्षण देने के लिए 30758 लाख और 11 से 14 वर्ष तक के बच्चों को प्रशिक्षण देने के लिए 33684 लाख रुपये मंजूर किए हैं।

News Source / Sabhaar : अमर उजाला  (11.6.13)

पत्राचार बीएड वालों को प्रशिक्षण देने का रास्ता साफ


पत्राचार बीएड वालों को प्रशिक्षण देने का रास्ता साफ


•वर्ष 2004 की मेरिट में आने वाले होंगे पात्र
•बेसिक शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया






लखनऊ। राज्य सरकार ने वर्ष 2004 में विशिष्ट बीटीसी की मेरिट में आने वाले पत्राचार बीएड वालों को प्रशिक्षण देने का रास्ता साफ कर दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने सोमवार को आदेश जारी करते हुए एससीईआरटी के निदेशक को इसका अनुपालन करने को कहा है। इसमें कहा गया है कि 26 अप्रैल 2013 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी आदेश का पालन किया जाए। एससीईआरटी इसके आधार पर प्रशिक्षण संबंधी कार्यक्रम जारी करेगा। वर्ष 2004 में पत्राचार बीएड वाले करीब 2000 विशिष्ट बीटीसी की मेरिट में आए थे।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2004 में 46000 सीटों पर विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण देने के लिए बीएड डिग्रीधारकों से आवेदन मांगे गए थे। इसमें पत्राचार बीएड वालों ने भी आवेदन किया था। एससीईआरटी ने इन्हें यह कहते हुए बाहर कर दिया कि शासनादेश के मुताबिक केवल संस्थागत बीएड वाले ही पात्र थे। पत्राचार बीएड वालों ने इसके खिलाफ इलाहाबाद डबल बेंच में याचिका दाखिल की और 14 सितंबर 2004 को इन्हें भी प्रशिक्षण प्रक्रिया में शामिल करने का आदेश हुआ


News Source / Sabhaar : Amar Ujala (11.6.13)


51 फीसदी ने किया बीएड से किनारा


51 फीसदी ने किया बीएड से किनारा
राजधानी के तीनों केंद्रों पर 6848 में से 3454 अभ्यर्थियों ने ही कराया वेरीफिकेशन

 टीईटी पास करने की बाध्यता और शिक्षकों की नियुक्ति की रुकी हुई प्रक्रिया अभ्यर्थियों की बेरुखी का कारण हो सकती है




लखनऊ। शिक्षक बनने के लिए बीएड की पढ़ाई से अब अभ्यर्थियों का मोहभंग शुरू हो चुका है। इसका साफ असर इस बार संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड-2013 की काउंसलिंग प्रक्रिया में देखने को मिल रहा है। राजधानी के आर्ट्स कालेज में बनाए गए तीनों केंद्रों पर बीते तीन दिन में 51 फीसदी अभ्यर्थी वेरीफिकेशन प्रक्रिया से किनारा कर चुके हैं। दूसरी आर्ट्स कॉलेज के तीनो केंद्रों पर सोमवार को वेरीफिकेशन की प्रक्रिया में कोई खास बाधा नहीं आई। केवल सुबह की पाली में सर्वर काफी धीमा रहा। दोपहर बाद सर्वर की रफ्तार ठीक रही जिससे प्रकिया शाम 6.45 तक समाप्त भी हो गई।
बीएड दाखिले के लिए काउंसलिंग प्रदेश के 27 केंद्रों पर 8 जून को शुरू हुई थी। काउंसलिंग के लिए शैक्षिक प्रमाणपत्रों का वेरीफिकेशन कराने के लिए आर्ट्स कॉलेज के तीनो केंद्रों पर सर्वाधिक अभ्यर्थियों का आवंटन हुआ। सेंटर नंबर -1 पर 8 से 10 जून के बीच 2900 अभ्यर्थियों को अपने प्रपत्रों को वेरीफाई कराना था। वहीं सेंटर नंबर-2 पर 2036 और सेंटर नंबर- 3 पर 1905 अभ्यर्थियों को प्रपत्रों के वेरीफिकेशन के लिए रिपोर्ट करना था। तीन दिन में सेंटर नंबर- 1 पर 1123, सेंटर नंबर- 2 पर 1118 और सेंटर नंबर - 3 पर कुल 1086 अभ्यर्थियों ने ही रिपोर्ट किया। तीनों केंद्रों को मिलाकर कुल 6841 अभ्यर्थियों के बजाय महज 3454 अभ्यर्थियों ने ही बीएड काउंसलिंग का हिस्सा बनना मंजूर किया। इससे 3387 अभ्यर्थियों ने प्रक्रिया से दूरी बना ली जो, 51 फीसदी है। काउंसलिंग का काम देख रहे अधिकारियों ने बताया कि ऊंची मेरिट वाले अभ्यर्थियों ने ही वेरीफिकेशन कराया। अधिक रैंक वाले अभ्यर्थियों की रुचि कम रही। अभ्यर्थियों की घटती संख्या के बारे में लविवि के शिक्षा संकाय के डॉ. दिनेश कुमार कहते हैं कि काउंसलिंग के लिए सरकारी कॉलेज 7 से 8 हजार रैंक के बाद नहीं मिलते हैं। वहीं प्राइवेट कॉलेजों की फीस सरकारी के मुकाबले सर्वाधिक है।

 टीईटी पास करने की बाध्यता और शिक्षकों की नियुक्ति की रुकी हुई प्रक्रिया अभ्यर्थियों की बेरुखी का कारण हो सकती है


News Source / Sabhaar : Amar Ujala (11.6.13)

Sunday, June 9, 2013

UPTET : 72825 Teacher Recruitment and TET Marks Weightage Vs Gunank

UPTET : 72825 Teacher Recruitment and TET Marks Weightage Vs Gunank





UP mein 72825 ki bhrtee TET merit se hee hogee , kyonki TB ne kaha hai ki -
Uniformity in selection process. Alag alag college/steram se aane vaalon ke liye ek samaan chayan prkriya aur ise TB ne bade hee behtar dhang se bataya hai ki TET kaise basic school ke bachhon ke liye special exam hai.

Yahee mere Blog ne apne articles/views bataya thaa. Ki har recruitment ke liye special aptitude exam hota hai. Clerk ke liye Clerical Aptitude, Officer ke Liye Officer Aptitude Exam, Vaise hee Basic School Teacher ke liye TET Exam.

Aage ki Bhrteeyon mein Gunank + TET weightage chalne ke Aasaar Hain.

Ye Aaklan Triple Bench Ke Decision ko Padne Ke Baad Diya Hai.


Wednesday, June 5, 2013

UP Board Intermediate Result Declared यूपी: 12वीं का रिजल्ट घोषित,लड़कियों ने मारी बाजी


UP Board Intermediate Result Declared यूपी: 12वीं का रिजल्ट घोषित,लड़कियों ने मारी बाजी

 यूपी बोर्ड की 12 वीं क्लास का रिजल्ट तय समय पर घोषित कर दिया गया. इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी. करीब 96.32 प्रतिशत छात्राएं और 89.79 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं. कुल मिलाकर 92.68 प्रतिशत छात्र यूपी बोर्ड में पास हुए हैं


 To see Result , Visit following website  - http://upresults.nic.inwww.upmsp.nic.in , www.results.nic.inwww.up.nic.in 

राजधानी लखनऊ के हर्षित श्रीवास्तव ने टॉप किया'

एसकेडी एकेडमी के इस छात्र ने 96.80 फीसदी अंकों के साथ पूरे प्रदेश में टॉप किया है। हर्षित ने अभावों का से लड़ कर  सफलता का इतिहास रचा है।

वर्ष 2009 में पिता सुनील श्रीवास्तव के गुजरने के बाद परिवार के इकलौते सहारा हर्षित को अपनी मां की उम्मीदों पर खरा उतरने पर बेहद खुशी है।

तीन साल पहले छूट गया पिता का साथ
राजाजीपुरम में रहने वाले हर्षित श्रीवास्तव के पिता सुनील श्रीवास्तव की मृत्यु 2009 में एक हादसे में हो गई थी। वह निजी संस्थान में नौकरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे।

पिता सुनील श्रीवास्तव की मृत्यु के बाद मां रश्मि श्रीवास्तव ने घर की कमान संभाली। वह एक निजी स्कूल में बतौर शिक्षक कार्यरत हैं।

कोचिंग पर निर्भर नहीं रहा
हर्षित कहते हैं कि वह रिजल्ट से बहुत खुश हैं। इसके लिए उन्होंने काफी मेहनत की थी। बकौल हर्षित, वह कभी कोचिंग पर निर्भर नहीं रहा। निर्धारित समय सारिणी के मुताबिक, आठ से नौ घंटे तक सेल्फ स्टडी की।

वैज्ञानिक बनने की तमन्‍ना
स्कूल में शिक्षकों का अच्छा सहयोग मिला और घर पर नियमित पढ़ाई ने सफलता दिलाई। हर्षित वैज्ञानिक बनना चाहते हैं। लेकिन, पहले बीटेक करके इंजीनियर बनने की तमन्ना है। जेईई (मेन) और यूपी एसईई में बेहतर नतीजे न सामने आने के चलते हर्षित ने एक साल रुककर तैयारी करने का फैसला किया है।

हर्षित कहते हैं कि सफलता की इस राह में उसकी बड़ी बहन प्रतीक्षा ने एक दोस्त की तरह साथ दिया। हर मुश्किल समय में राह दिखाई। वह अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी मां, बहन और शिक्षकों को देते हैं

इंटरमीडिएट परीक्षा में इस साल 26 लाख 40 हजार 776 परीक्षार्थियों ने भाग लिया था। इनमें से 25 लाख 48 हजार 814 ने परीक्षा पास की है। इस बार लखनऊ के एसकेडी अकादमी राजाजीपुरम के हर्षित श्रीवास्तव, आरएस यादव स्मारक इंटर कलेज बाराबंकी की अर्पिता वर्मा तथा त्रिवेणी काशी इंटर कलेज उन्नाव के मनु सिंह 96.30 प्रतिशत अंक के साथ संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पाने में सफल रहे हैं


हापुड़ जिला 97.45 प्रतिशत उत्तीर्ण परीक्षार्थियों के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि राजधानी लखनऊ इस मामले में 15वें स्थान पर है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक वासुदेव यादव के मुताबिक इस वर्ष हाईस्कूल और इंटरमीडिएट को मिलाकर लगभग 57 लाख बच्चों ने परीक्षा दी थी। हाईस्कूल के रिजल्ट 8 जून को मुख्यालय में ही दोपहर 12:30 बजे तक घोषित किए जाएंगे। 


हाईस्कूल का रिजल्ट 8 जून को घोषित किया जाएगा

UP Board High school Result will Be Declared on 8th June 2013

UPTET : मुश्किल में उत्तर प्रदेश सरकार की शिक्षक भर्ती नियमावली


UPTET : मुश्किल में उत्तर प्रदेश सरकार की शिक्षक भर्ती नियमावली 




आजकल जिस तरह से फेस बुक पर भर्ती नियमावली की चर्चा चल रही है वह सरकार की भर्ती नियमवाली के लिए नयी समस्या खडी कर रही है ,
फेस बुक के कुछ सदस्यों ने आज के हिंद्स्तान न्यूज़ पेपर की कटिंग डाली हैं जो की सरकार के टी ई टी मार्क्स का वेटेज देने का इशारा करती हैं -
See






कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने टी ई टी परीक्षा को सिर्फ पात्रता परीक्षा करार दिया था और शिक्षक भर्ती नियमावली संसोधित कर दी थी ।

लेकिन इलाहबाद हाई कोर्ट की ट्रिपल बेंच ने एन सी टी ई की १ १ फरवरी २ ०१ १ का हवाला देते हुए कहा की टी ई टी परीक्षा के अंको की उपेक्षा करने न  करने की बात कही है  है और एन सी टी ई को भर्ती मानक तय करने वाला बताया है और राज्य सरकार एन सी टी ई के नियमों का पालन करने को बोला  है , see -
To See Triple Bench Decision , Click Here -

To Read Complete Judgement of Triple Bench , Click Here -


We wish to clarify that the binding effect of the notifications and the guidelines is such that the weightage which is contemplated under the guidelines dated 11th February, 2011 cannot be ignored. The minimum score that is required of a candidate is 60% to pass the teacher eligibility test. A concession of 5% has been made in favour of the reserved category candidates including the physically challenged and disabled persons.
This norm therefore cannot be diluted. Apart from this, the State Government has to take notice of the fact that weightage has to be given in the recruitment process as well. It is for the State Government to suitably adopt the said guidelines and we do not wish to add anything further at this stage as we are only concerned with the essentiality of the qualification of the teacher eligibility test to be possessed by any candidate aspiring to be appointed as a teacher. 

We wish to make it clear that the law has to be followed in the manner in which it has been legislated. It cannot be diluted on account of the inaction of the State. In such circumstances all teachers whose appointment relate to the period after 23.8.2010 have to be possessed of TET.


NCTE Guideline dated 11 February 2011 is -http://www.ncte-india.org/RTE-TET-guidelines[1]%20(latest).pdf
 9(b) should give weightage to the TET scores in the recruitment process
however, qualifying the TET would not confer a right on any person for recruitment/employment as it is only one of the eligibility criteria for 
appointment

टी ई टी अंकों के  सुधार  / वृद्धी   हेतु  , अभ्यर्थी पुन : परीक्षा  में   बैठ  सकते -
See :
Frequency of conduct of TET and validity period of TET certificate :-
11 The appropriate Government should conduct a TET at least once every year. The Validity Period of TET qualifying certificate for appointment will be decided by the appropriate Government subject to a maximum of seven years for all categories. But there will be no restriction on the number of attempts a person can take for acquiring a TET Certificate. A person who has qualified TET may also appear again for improving his/her score



हमारे ब्लॉग ने शुरू से एन सी टी ईकी इस गाइड लाइन को बताया था जिसमे -
१. अभ्यार्थीयों को टी ई टी परीक्षा में पुन : बेठ कर अंक सुधारने की बात है
२. टी ई टी परीक्षा के मार्क्स को नियोक्ता द्वारा चयन में शामिल करने को बोला  है

इलाहबाद हाई कोर्ट ने अपने एक निर्णय में टी ई टी मेरिट से भर्ती एन सी टी ई नियमो के विरुद्द नहीं माना था
http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2012/01/uptet-petition-against-selection-on.html

अब भर्ती  मामला इलाहबाद हाई कोर्ट की डबल बेंच में दोबारा चला गया है जहाँ अकादमिक मेरिट से भर्ती व टी ई टी मेरिट से भर्ती  के विवाद का फेसला होना है ।

Triple Bench also told -
TET exam is good for Uniform Evaluation  (Ek Samaan Mulyankan) of Candidates from different stream.
See -

There also the word qualification came up for consideration and the apex court after having noticed the requirement came to the conclusion that there has to be a uniform scrutiny of all the candidates as they are possessed of educational and training qualifications from different sources. 

The eligibility test therefore is to ensure that candidates coming with diverse educational and training qualifications acquired from different sources are assessed uniformly for the purpose of being selected as the best material for being appointed as a teacher. This is another essential ingredient of a eligibility test, which has been designed as in the present case to ensure an even method of selection. It is for this reason that the curriculum of the teacher eligibility test at the national level has been prescribed by the National Council for Teacher Education for it being implemented throughout the country. It is therefore not only to get the best available candidates for teaching but also to ensure a uniform pattern throughout the nation for employing teachers to provide quality education at the elementary level. 


TRIPLE BENCH appreciate contents of TET exam which is specific to handle children at basic  education level.
The next is the structure and content of the test which has five sections in relation to examination for Classes 1 to 5 with which we are presently concerned. These five sections are Child Development and Pedagogy, Language 1 - focussing on proficiency relating to medium of instruction, Language 2- an optional language, Mathematics and Environmental Studies. The test items for the last two subjects should be correlated with concepts of problem solving ability and pedagogical understanding of the subject. 

The scheme of the said examination therefore is not limited to one particular course of study like an individual subject or a B. Ed. Course. The argument of Sri Agrawal was to compare the curriculum of the higher educational qualifications possessed by a candidate under Clause 3 of the Notification dated 23.8.2010 to indicate that it is inclusive of everything that may be required of a teacher and which qualification has been acquired by a due process, recognised in law. Having perused the curriculum as enumerated hereinabove, we have no doubt that the structure and content of the teacher eligibility test is of a comprehensive character not narrowed down to any individual subject but relates to the overall performance of a candidate to test his capacity and attribute as a teacher. The curriculum therefore cannot be compressed so as to be compared with the claim of possession of a higher qualification of graduation or a B. Ed. Degree


The subject of Child Development and Pedagogy assumes importance and consequently a teacher eligibility test no longer remains a mere eligibility test but becomes the most essential qualification to be possessed for being appointed as a teacher. The word Pedagogy is derived from the word Pedagogue. It originates from the combination of two Greek words, Piados which means Boy and Agogos which means leading or guiding. In ancient times a Greek Slave who was charged with the care of his master's child in his youth with a job to escort the child, to and fro, from school, was known as a pedagogue. Slowly with the passage of time the said word came to be adopted as a synonym for a person who taught in a class room, and was a tutor as he was supposed to lead or guide a child. Thus Pedagogy came to be acknowledged as a science that related to the skill of teaching. It became a scientific art and was developed for the very purpose and aim of Child Development.

Many children are victims of apathy and wrongly motived parental treatment. Their emotional and skilful assessment, and proper treatment, has to be handled within the clinic of an elementary school where the sole physician is none else than a trained teacher. A candidate possessing a mere educational or a training qualification without any genuine attribute may not necessarily be a good teacher

कुछ लोग इस भर्ती को सपा सरकार वर्सस मायावती सरकार वर्सस केंद्र सरकार बता रहे हैं
वैसे देखा जाये तो इस भर्ती में तीनो सपा, बसपा व कोंग्रेस का सम्मिलत रूप दिखाई देता है -
पुराना भर्ती का विज्ञापन बसपा सरकार ने निकला , कोंग्रेस या केंद्र सरकार एन सी टी ई की नियमावली /आर टी ई एक्ट के तहत भर्ती नियम /सैलरी का हिस्सा देने के तोर मोजूद है , और सपा या वर्तमान सरकार इस भर्ती को नए सिरे से पूरा करने के तोर पर मोजूद है ।
आर टी ई एक्ट में बताया गया है कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत होने वाली भर्ती में राज्य व केंद्र सरकार दोनों की सहभागिता होगी

Monday, June 3, 2013

UPTET : Best Parts of Triple Bench Decision


UPTET : Best Parts of Triple Bench Decision 

When I read decision, I felt Anivarya Yogyata (TET ek anivarya yogyta hai) means -
TET is One of the essential Qualification Just Like Graduation, B. Ed etc.

Yachee ke adhivakta ka kehna thaa ek TET sirf ek Test hai, Shikshak Bhrtee ke liye Anivary Yogyaton mein  to Degree , B.Ed etc. hote hain.

Tab Triple Bench ne NCTE / RTE Act kee Guidelines ka havala dete hue TET ko Anivarya Yogyata maana.
Matlab Bhrtee ke liye TET Pass hona jarooree hai.

Dusree Baat TB ne Kaha ki TET ek Visesh Pariksha Hai, Ho Ek Samaan Roop Se Sabhee Tare Ke Shikshakon Ka Mulyankan Keren Ke Liye Behad Jarooree Hai.

Chote Bachho Ko Samjhne Ke Liye " pedagogical understanding" Behad Jarooree Hai. Aur TET pariksha mein aise sabhee vishyaon ka samvaesh hai.


Court ne ye Bhee Maana ki NCTE ka 11 Feb 2011 vaalee Guidelines Division Bench Se Choot Gayee Thee, Dekheeye  -
To further understand as to why the teacher eligibility test is a qualification one can refer to the guidelines dated 11th February, 2011 where the background and rationale for conducting the said test has been referred. We may mention at the outset that the said guidelines had totally escaped the notice of the division bench and its ingredients while proceeding to treat the teacher eligibility test to be not necessary for the candidates falling under Clause 3 of the Notification dated 23.8.2010. The guidelines provide that persons to be recruited as teachers should possess the essential aptitude and ability to meet the challenges of teaching at the elementary level. The consequences were explained by the rationale that it would bring about national standards and bench mark of teacher quality in the recruitment process. It would further induce teacher education institutions to improve their performance standards and a positive signal to all stake holders that the Government lays special emphasis on teacher quality. This rationale therefore justifies the teacher eligibility test as an additional norm apart from the educational and training qualifications


Isee Guidelines mein TET marks weightage dene ki Baat Bhee Likhee Hai, Jisko TB ne Ignore nahin karne Ko Bolaa hai.

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There also the word qualification came up for consideration and the apex court after having noticed the requirement came to the conclusion that there has to be a uniform scrutiny of all the candidates as they are possessed of educational and training qualifications from different sources

The eligibility test therefore is to ensure that candidates coming with diverse educational and training qualifications acquired from different sources are assessed uniformly for the purpose of being selected as the best material for being appointed as a teacher. This is another essential ingredient of a eligibility test, which has been designed as in the present case to ensure an even method of selection. It is for this reason that the curriculum of the teacher eligibility test at the national level has been prescribed by the National Council for Teacher Education for it being implemented throughout the country. It is therefore not only to get the best available candidates for teaching but also to ensure a uniform pattern throughout the nation for employing teachers to provide quality education at the elementary level


I will Publish More Details About Triple Bench Judgement shortly as I am busy during these days.

UPTET : उच्च प्राथमिक में भर्ती का रास्ता साफ..


 UPTET : उच्च प्राथमिक में भर्ती का रास्ता साफ...
*रिक्तियों के 50 प्रतिशत पदों को सीधी भर्ती से भरा जाएगा..
*आवेदकों से लिया जाएगा एफिडेविड..
*शिक्षा निदेशालय में तैयार किया जा रहा शासनादेश का ड्राफ्ट..



इलाहाबाद। यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीइटी) 2011 देने के बाद नियुक्ति का इंतजार करने वालों के लिए राहत भरी खबर है। बेसिक शिक्षा परिषद उच्च प्राथमिक कक्षाओं में खाली पड़े विज्ञान,गणित शिक्षकों के पदों पर जल्द ही नियुक्तियां करेगा। इसके लिए सीधी भर्ती होगी। शिक्षा निदेशालय मेंशासनादेश का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है, जिसे शासन के पास भेजा जाएगा। इसमें अगर जरूरत हुई तो संशोधन कर शासनादेश जारी कर दिया जाएगा।
प्रदेश के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 29,334 पद कला और विज्ञान के हैं, जिसमें 14,667 पद कला और 14a,667 पद विज्ञान एवं गणित के हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान एवं कला के रिक्त पदों के 50 प्रतिशत पर सीधी भर्ती जिलेवार की जाएगी। नवंबर 2011 में हुए टीईटी उच्च प्राथमिक स्तर में कुल 519665 अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिसमें से 209789 उत्तीर्ण हुए थे। तभी से ही आवेदक भर्ती का इंतजार कररहे हैं। खास यह कि इसके लिए टीईटी 2013में होेने वाली उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षाएं पास करने वाले आवेदकों को भी मौका दिया जा रहा है। टीईटी 2013 की परीक्षाएं 27 और 28 जून को हैं। इसके बाद ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है।
टीईटी 2011 में विवाद के बाद सारे साक्ष्य पुलिस के पास हैं। पास परीक्षार्थियों के सत्यापन के लिए बेसिक शिक्षा परिषद के पास कोई साक्ष्य नहीं है। ऐसे में प्रक्रिया शुरू होने पर सभी आवेदकों से एफिडेविड लिया जाएगा। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा का कहना है कि एफिडेविड में आवेदकों को यह लिखना होगा कि उनके द्वारा उपलब्ध कराई गई सभी सूचनाएं सही हैं। उनके द्वारा उपलब्ध कराई गई किसी भी तरह की सूचना में कुछ भी गलत हुआ तो सीधे कार्रवाई की जाएगी।



Note : Source of this Information is My Facebook Group

Shiksha Mitra News : सुप्रीम कोर्ट जाएंगे शिक्षामित्र


Shiksha Mitra News : सुप्रीम कोर्ट जाएंगे शिक्षामित्र

इलाहाबाद : शिक्षामित्रों पर टीईटी अनिवार्यता की कानूनी लड़ाई लंबी खिंचसकती है। प्रदेश भर के शिक्षामित्र टीईटी अनिवार्य किए जाने की स्थिति में सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री अनिल कुमार यादव ने कहा कि शिक्षामित्रों की भर्ती शिक्षा का अधिकार कानून के अस्तित्व में आने से पहले हुई है। इसके चलते शिक्षा मित्रों पर टीईटी की अनिवार्यता लागू नहीं होती। शिक्षामित्र संघ ने 18 जून को नई दिल्ली में धरना आयोजित किया है। गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक निर्देश में शिक्षक भर्ती के लिए टीईटी अनिवार्य किए जाने की बात कही है