Thursday, March 29, 2012

UPTET : If Recruitment Process Changed, then Move to Court

टीईटी भर्ती प्रक्रिया बदली तो कोर्ट जाएंगे
(UPTET : If Recruitment Process Changed, then Move to Court )

फतेहपुर। उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण एकता संघर्ष मोर्चा ने नहर कालोनी परिसर में धरना दिया और कलेक्ट्रेट तक मौन जुलूस निकाला। लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए
टीईटी अभ्यर्थियों ने कहा यदि सरकार भर्ती प्रक्रिया में संशोधन करती है तो छात्र न्यायालय का दरवाजा खटखटा कर मुआवजा मांगेंगे।बुधवार को राजेन्द्र चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में बीच मार्च को लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की गई। टीईटी मेरिट के आधार पर शिक्षकों की भर्ती तत्काल शुरू किए जाने की मांग करते हुए अभ्यर्थियों ने कहा यदि भर्ती प्रक्रिया में किसी प्रकार का संशोधन किया जाता है तो तीस मार्च को लखनऊ में प्रस्तावित प्रदेश स्तरीय आंदोलन के दौरान मोर्चा के सदस्य छात्र आमरण अनशन करेंगे। सदस्यों ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत संबंधित सूची भी सरकार से मांगने का निर्णय लिया जिसके आधार पर भर्ती प्रक्रिया में संशोधन किया जा रहा है। राजेन्द्र चौधरी ने कहा यदि सरकार बेरोजगार टीईटी अभ्यर्थियों को नौकरी दिलाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाती है अभ्यर्थी विधानसभा के सामने आत्मदाह करेंगे। धरना सभा को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व नहर कालोनी से कलेक्ट्रेट तक मौन जुलूस निकाल कर टीईटी अभ्यर्थियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर अनिल, रामू कटियार, धर्मेन्द्र साहू, रामबाबू, कुलभास्कर, शिवशंकर, प्रदीप सिंह, मनीष श्रीवास्तव, सुरेन्द्र कुमार और शिवशंकर गुप्ता आदि मौजूद रहे।
News : Amar Ujala (29.3.12)

आत्मदाह /Sucide is of coward step, What their family thinks. People should avoid such step and made effort through court / RTI to know process is going to change OR NOT, Any draft for such change is prepared OR NOT.
Their are many ways, Government functioning is on rules . And Court protects constitutional rights.

UPTET : TET Candidates Performed Anshan , Submitted Memorandum to DM regarding recruitment

टीईटी अभ्यर्थियों ने अनशन किया , नियुक्ति की मांग को लेकर डीएम को दिया ज्ञापन
(UPTET : TET Candidates Performed Anshan , Submitted Memorandum to DM regarding recruitment )


कलेक्ट्रेट में संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हुए अनशन में मौजूद टीईटी अभ्यर्थी
इटावा। टीईटी अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर बुधवार को कचहरी में एक दिवसीय अनशन किया। उ.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हुए इस अनशन में शासन से भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की गई। उनका कहना रहा कि जब तक उनको न्याय नहीं मिल जाता तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।
कचहरी परिसर में सैकड़ों की संख्या में मौजूद टीईटी अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष वैभव यादव ने शासन से मांग की कि भर्ती प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाए। मो. शारिक निसार ने कहा कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक लड़ाई जारी रहेगी। अतुल श्रीवास्तव ने टीईटी मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। हरेंद्र यादव एवं शिवशंकर ने कहा कि नियुक्ति में देरी के कारण छात्र मानसिक तनाव से ग्रसित हो रहे हैं।
डीएम को सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई कि टीईटी परीक्षा किसी भी दशा में निरस्त न की जाए तथा भर्ती प्रक्रिया विज्ञापन के अनुसार अतिशीघ्र प्रारंभ कराई जाए। टीईटी प्रवेश परीक्षा फार्म के आवेदन से लेकर अब तक प्रत्येक अभ्यर्थी 20 हजार या उससे अधिक की धनराशि इस भर्ती के संदर्भ में खर्च कर चुका है। इसलिए प्रक्रिया में हो रही देरी के कारण उत्तीर्ण अभ्यर्थी घोर मानसिक तनाव व अवसाद झेल रहे है।
इस प्रकरण में करीब पांच लाख उत्तीर्ण छात्रों के भविष्य का प्रश्न है। अनशन में विपुल, गौरव कुमार, अभिषेक यादव, आनंद पाल, आलोक कुमार, विजय, विनय, गजेंद्र, प्रियंका कुशवाहा, ज्योति, श्वेता भदौरिया, सीमा यादव, सानिया खान, लवनीन पांडेय, शाहीन सिद्दीकी, अंजली बाथम, महेंद्र सिंह, विपिन कुमार, दिलीप सक्सेना, सुनील यादव, सर्वेश यादव, रामप्रकाश, आलोक कुमार आदि मौजूद रहे।
लोक समिति बेरोजगारी को बनाएगी मुद्दा

UPTET : TET Enquirey , Investigation reveals 33 teachers gets salary at their HOME

जैतपुर के एबीएसए पर शिकंजा कसा - 33 अध्यापकों पर घर बैठे पगार लेने का आरोप
(UPTET : TET Enquirey , Investigation reveals 33 teachers gets salary at their HOME)
•सीओ (बाह) कर रहे हैं मामले की जांच
•सीडीओ ने एसडीएम से सप्ताहभर में मांगी रिपोर्ट
•एबीएसए से की जा रही है पूछताछ

बाह। टीईटी परीक्षा पास कराने को लेकर धीरे-धीरे परतें खुलती नजर आ रही हैं। नई जांच में अब घर बैठे शिक्षकों को वेतन दिए जाने का मामाल गर्मा गया है। परीक्षा पास कराने के नाम पर 84 लाख की रकम के साथ रमाबाई नगर में जैतपुर ब्लाक के दो शिक्षक रतन मिश्रा और विनय सिकरवार के पकड़े जाने के बाद ब्लाक के परिषदीय स्कूलों में घर बैठकर पगार देने का मामला तूल पकड़ गया है। अब जैतपुर के खंड शिक्षा अधिकारी संजय सिंह पर दोहरी जांच का शिकंजा कस गया है। मामले की जांच कर रहे सीओ, बाह सिद्धार्थ पूछताछ में जुटे हैं। सीडीओ राजकुमार श्रीवास्तव ने एसडीएम से सप्ताहभर में रिपोर्ट तलब की है।
टीईटी प्रकरण में रतन मिश्रा और विनय सिकरवार का नाम आने के बाद से प्रशासन ने गंभीर रुख अपना लिया हैजैतपुर के खंड शिक्षाधिकारी पर महीनेदारी वसूलकर विकास खंड के कई शिक्षक-शिक्षिकाओं को घर बैठकर तनख्वाह दिलाने का आरोप लगाया गया है।
सूत्रों का कहना है कि सीओ बाह ने खंड शिक्षाधिकारी से पूछताछ की है। मामले में आरोपी शिक्षक-शिक्षिकाओं के नाम भी दर्ज कराए गए हैं।
जल्द ही शिक्षक-शिक्षिकाओं के बयान दर्ज किए जाने की तैयारी है। सूत्र बताते हैं कि मामले की लीपापोती के प्रयास भी शुरू हो गए हैं।
News : Amar Ujala (29.3.12)

UPTET : PRT Teacher Recruitment / TET May be Cancelled


शिक्षक भर्ती प्रक्रिया हो सकती है निरस्त
(UPTET : PRT Teacher Recruitment / TET May be Cancelled )

लखनऊ, 28 मार्च (जागरण ब्यूरो) : बेसिक शिक्षा परिषद के संचालित प्राथमिक स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती के सिलसिले में लंबित चयन प्रक्रिया निरस्त की जा सकती है। शिक्षकों की भर्ती के लिए अनिवार्य अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के परीक्षा परिणाम में धांधली उजागर होने से इसकी शुचिता तार-तार हो चुकी है।

ऐसे में शासन स्तर पर बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के बीच शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने के बारे में सहमति बनी है। सूत्रों के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया को रद करने के बारे में बेसिक शिक्षा निदेशालय से प्रस्ताव मांगा गया है।

 भर्ती प्रक्रिया को रद करने के बाद नए सिरे से शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीईटी की मेरिट को ही चयन का आधार बनाने के बसपा सरकार के निर्णय को भी बदला जाना तय है।

शासन स्तर पर बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच विचार विमर्श में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने पर सहमति बनी है। एनसीटीई की अधिसूचना के मुताबिक इन 72,825 पदों पर बीएड डिग्रीधारक अभ्यर्थियों की नियुक्ति एक जनवरी 2012 तक हो जानी चाहिए थी जो कि न हो सकी। शिक्षकों की भर्ती में भ्रष्टाचार उजागर होने से बेसिक शिक्षा विभाग की काफी किरकिरी हो चुकी है। इस मुद्दे पर कई महीनों से गतिरोध व अनिर्णय की स्थिति बने रहने से अभ्यर्थी भी संशय और दुविधा का सामना कर रहे हैं। यह भी माना जा रहा है कि बसपा सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया पर भ्रष्टाचार के जो दाग लगे हैं, नई सरकार उससे दामन दागदार नहीं करना चाहेगी। इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग ने त्वरित कार्यवाही करने का मन बनाया है।

News : Jagran (29.3.12)

UPTET : सीएम से फरियाद- भत्ता नहीं, नौकरी दो


UPTET : सीएम से फरियाद- भत्ता नहीं, नौकरी दो

बांदा। भत्ता नहीं, नौकरी दो। शिक्षित बेरोजगारों की यह मांग तूल पकड़ने लगी है। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण बेरोजगारों ने इसी नारे के साथ मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजते हुए नौकरी की मांग की है। उन्होंने बेरोजगारी भत्ते की जगह रोजगार देने की गुहार लगाई है।

बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर ‘भत्ता नहीं, नौकरी दो’ नारों से गूंजता रहा। पचास से ज्यादा टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। इसमें कहा गया है कि प्रदेश में 72 हजार 800 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती पिछले वर्ष होनी थी, लेकिन कुछ कारणों से प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। बेरोजगारों ने कहा कि उनका भविष्य अधर में है। मुख्यमंत्री से फरियाद की है कि अध्यापक भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए। ज्ञापन देने वालों में महेंद्र सिंह, अरविंद यादव, मनीराम, राजकुमार, संजय गुप्ता, गोपाल बाबू, आनंद कुरील, रमेश यादव, अखिलेश यादव, रामबहोरी, विश्राम, मकसूद अहमद, मोहम्मद रफीक, केके मिश्रा शामिल रहे।

News : Amar Ujala (29.3.12)

UPTET : रोड से कोर्ट तक लड़ेंगे टीईटी प्रशिक्षित



UPTET : रोड से कोर्ट तक लड़ेंगे टीईटी प्रशिक्षित


शाहजहांपुर: शासन की ओर से कोई भाव न दिए जाने से खफा टीईटी प्रशिक्षितों ने आरपार की लड़ाई लड़ने की तैयारी कर ली है। 30 मार्च को लखनऊ में एकजुट होकर सरकार की जोरदार मुखालफत का आह्वान किया गया है।

यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा की कोर कमेटी की एक बैठक जिला कार्यालय में हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि यदि सरकार ने शिक्षक भर्ती के संबंध में कोई स्पष्ट निर्णय न लिया तो फिर आंदोलन ही आखिरी रास्ता बचेगा। मोर्चे के महामंत्री मनोज शर्मा ने बताया कि आज पदाधिकारियों को सीएम से वार्ता का आश्वासन दिया गया था लेकिन ऐन वक्त कोई भाव नहीं दिया गया। इससे पहले भी टीईटी मांगने पर लाठियां ही मिली थीं। आह्वान किया गया कि सड़क से लेकर न्यायालय तक लड़ी जाएगी। बैठक में संतोष पाल, लईक अहमद, हरिकिशोर दीक्षित, मो.हसीब, सिकंदर अली, शाहिद, जोगिंदर, राहुल प्रियदर्शी, अमित कश्यप, सतीश चौहान, सतीश सिंह आदि मौजूद रहे।


News : Jagran (28.3.12)

BTC 2011 Koshambi : Tightening screws on BTC Forgery


बीटीसी फर्जीवाड़े में कसा शिकंजा
(BTC 2011 Koshambi : Tightening screws on BTC Forgery )

कौशाम्बी : बीटीसी में प्रवेश के लिए हुए फर्जीवाड़े पर डीएम ने शिकंजा कस दिया है। एक माफिया का नाम उजागर हो गया है। कार्रवाई के खौफ से घबराए माफिया ने बुधवार को डायट के एक कर्मचारी से घंटों बंद कमरे में वार्ता की। इस बैठक में केसर विद्यापीठ का एक जिम्मेदार भी शामिल था। कागजों को दुरुस्त कराने के लिए यह अहम वार्ता रात में हुई है। इसकी भनक जिलाधिकारी को लग चुकी है

बीटीसी में प्रवेश के लिए हुए फर्जीवाड़े पर जिला प्रशासन की निगाह लगी हुई है। डीएम ने निगहबानी के लिए खुफिया तंत्र भी सक्रिय कर रखा है। डीएम ने बीटीसी में प्रवेश को लेकर जितनी भी शिकायतें हुई हैं या फिर हो रही हैं उनको गंभीरता से लेकर जांच शुरू करा दी है। इससे डायट में सक्रिय रैकेट के पांव उखड़ गए हैं। कई प्रशिक्षुओं पर गाज भी गिर सकती है। अब जिला प्रशासन इस मामले में किसी तरह की ढील नहीं देना चाहता। जो भी लोग फर्जीवाड़े में लिप्त पाए जाएंगे उनके खिलाफ सदर कोतवाली में मामला दर्ज कराया जाएगा। इसका फरमान जारी कर दिया गया। इसकी भनक लगते ही एक माफिया के होश उड़ गए। यह माफिया केसर विद्यापीठ के एक जिम्मेदार के साथ डायट के एक कर्मचारी से बुधवार की रात आठ बजे मिला।

BTC 2011 : 465 BTC Candidates Selected Through Forge Markshhets


फर्जी मार्कशीट पर 465 ने लिया बीटीसी में दाखिला
(BTC 2011 : 465 BTC Candidates Selected Through Forge Markshhets )

इलाहाबाद। बीटीसी चयन 2011 में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। प्रदेशभर में डायट और प्राइवेट संस्थानों के लिए बीस हजार अभ्यर्थियों में से 465 ने फर्जी मार्कशीट पर दाखिला लिया है और पांच महीने का प्रशिक्षण भी कर चुके हैं। केंद्रीय और राज्य शिक्षा परिषदों तथा विश्वविद्यालयों से अंकपत्रों के सत्यापन के बाद साफ हुआ कि अभ्यर्थियों ने मेरिट में शामिल होने के लिए असली रोलनंबर पर फर्जी मार्कशीट तैयार कराई। गड़बड़ी करने वालों में 117 युवतियां भी हैं जिनमें से 94 ने सीबीएसई और सीआईएससीई के फर्जी अंकपत्र लगाए। ताज्जुब यह कि फर्जीवाड़ा करने वाली ज्यादातर युवतियों को काउंसलिंग में अच्छी रैंकिंग मिली और प्रशिक्षण में भी लगातार हिस्सा ले रही हैं। सत्यापन के बाद गड़बड़ी सामने आने पर अभ्यर्थियों का चयन रद करने के साथ उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई के लिए ब्योरा तैयार करने का जिम्मा सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारियों को सौंपा गया है। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि गड़बड़ी करने वालों में से 86 अभ्यर्थी शिक्षा विभाग के ही अधिकारियों, कर्मचारियों की संतानें हैं। उनमें से 29 अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनके अभिभावक यूपी बोर्ड दफ्तर, क्षेत्रीय कार्यालय या निदेशालय में तैनात हैं। अधिकारियों, कर्मचारियों ने अपने पाल्यों के चयन के लिए फर्जी मार्कशीट तैयार कराई।

रोलनंबर के आधार पर असली मार्कशीट की जांच हुई तो पता चला कि उनमें से ज्यादातर को द्वितीय श्रेणी के अंक मिले हैं। उन्हें और अभिभावकों को पता था कि 70 फीसदी से कम अंक होने पर चयन मुश्किल है इसलिए उसी रोलनंबर, वर्ग, विषय में नंबर बढ़ाकर नई मार्कशीट तैयार करा ली। बताया गया कि कुछ अभ्यर्थियों को लेकर लिखित शिकायतें भी थीं इसलिए जांच में उप निदेशक स्तर के अधिकारियों को लगाया गया। गड़बड़ी में पकड़े गए अभ्यर्थियों पर कार्रवाई के लिए ब्योरा तैयार करने वाले सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारी वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि संबंधित डायट और संस्थानों को लिस्ट अगले हफ्ते तक भेज दी जाएगी। उनका चयन रद्द करने के साथ ही प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी, साथ ही उन्हें ब्लैकलिस्ट कर रोलनंबर कम्प्यूटर में फीड कर दिए जाएंगे ताकि आगे के किसी चयन में शामिल न हो सकें।


News : Amar Ujala (26.3.12)

UPTET / BTC : 165 BTC Teachers Fake, Performed forgery in Marksheet

बीटीसी: 165 निकले गुरू घंटाल
(UPTET / BTC  : 165 BTC Teachers Fake, Performed forgery in Marksheet )

आगरा, जागरण संवाददाता: गुरू बनने के लिए होने वाली बीटीसी प्रवेश परीक्षा उन्होंने पास कर ली। परंतु शक हो गया कि उनके सर्टिफिकेट नकली हैं। जांच हुई तो यह सही निकला और अब ये अभ्यर्थी गुरु बनने से पहले ही गुरू घंटाल में तब्दील हो गये हैं। 165 अभ्यर्थियों ने गुरुकुल विवि के फर्जी दस्तावेजों के जरिए चयन सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया।

सत्र 2011-12 में बीटीसी के लिए जनपद में करीब 14000 अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरे थे। किसी ने ग्वालियर के विवि के दस्तावेज लगाए तो किसी ने वृंदावन के गुरुकुल विवि और बनारस के संपूर्णानंद विवि के दस्तावेजों को संलग्न किया। चूंकि बीटीसी में इससे पहले भी फर्जी दस्तावेजों से नौकरी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लिहाजा डायट प्राचार्या को संदेह हुआ। इसके बाद जिन छात्रों ने गुरुकुल विवि के प्रमाण और अंकपत्र लगाए थे, उनके सत्यापन की प्रकिया शुरू की गई। प्रशासन ने डीआइओएस को जिम्मेदारी सौंपी और डीआइओेएस ने छात्रों के प्रमाणपत्र गुरुकुल विवि भेजे

इस दौरान चुनाव आचार संहिता होने के चलते बीटीसी की चयन सूची जारी नहीं की गई। अब गुरुकुल विवि की ओर से इन अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट के अनुसार बीटीसी चयन सूची में जारी सभी 165 छात्रों के दस्तावेज पूरी तरह फर्जी हैं। इनके विवि से जारी होने का कोई अभिलेख भी मौजूद नहीं है। साथ ही विवि के कुलपति आचार्य स्वदेश ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की सलाह दी है। रिपोर्ट आने के बाद अधिकारियों के माथे पर बल पड़ गए हैं

पहले भी हो चुकीं फर्जीवाड़े की घटनाएं
बीटीसी चयन में फर्जीवाड़े का खेल नया नहीं है। हाल में ही बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे एक शिक्षक के अभिलेखों के भी फर्जी होने के आरोप लगे हैं। अंबेडकर विवि के साथ ही पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।

पहले बीटीसी से ही बनते थे शिक्षक
आगरा में बीटीसी की कुल 725 सीटें हैं। शासन ने सरकारी प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में नौकरी के लिए टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) को अनिवार्य कर दिया है। लेकिन एक साल पहले तक बेसिक टीचर्स सर्टिफिकेट (बीटीसी) ही अहम योग्यता मानी जाती थी। इसमें चयन का आधार अभ्यर्थी के अंक हैं। लिहाजा अभ्यर्थी अच्छी मेरिट के लिए फर्जीवाड़े का सहारा लेते हैं

'विवि जांच रिपोर्ट अभी मेरे पास नहीं आई है। हमने संदेह होने पर पहले ही 165 छात्रों के नाम हटा दिए थे। रिपोर्ट आने के बाद इसे निदेशालय को भेजा जाएगा और संबंधित अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।'
- नीना कटियार, प्राचार्या डायट

News : Jagran (29.3.12)

UPTET : TET Sangarsh Morcha Performed Dharna Pradarshan , Submitted Memorandum


टीईटी संघर्ष मोर्चा ने धरना देकर सौंपा ज्ञापन
(UPTET : TET Sangarsh Morcha Performed Dharna Pradarshan , Submitted Memorandum )

देवरिया : टीईटी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थियों ने अपनी नियुक्ति से संबंधित मांगों को लेकर बुधवार को सुभाष चौक पर धरना दिया। इसके साथ ही मेरिट के आधार पर प्रक्रिया अविलम्ब शुरू करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सदर को सौंपा।

धरना स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए राकेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि अगर मूल विज्ञापन के साथ किसी तरह का बदलाव किया गया और नियुक्ति प्रक्रिया में देरी हुई तो अभ्यर्थियों का संयम टूट जाएगा और उग्र आंदोलन किया जाएगा। रुपेश मिश्र ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर जल्द ही भूख हड़ताल किया जाएगा। भृगुवेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि हमारे साथ न्याय नहीं किया गया तो सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने पडे़ंगे। राजिश दीक्षित ने कहा कि सरकार शिक्षा माफियाओं के चंगुल में फंस गई है और पूर्वाग्रह से ग्रसित है। अध्यक्षता चन्द्रप्रकाश कुशवाहा तथा संचालन संदीप कुशवाहा ने किया। इसके पश्चात टीईटी अभ्यर्थी सिविल लाइंस रोड पर प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां मांगों से संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर अजय कांत सैनी को सौंपा।

Wednesday, March 28, 2012

Right to Education Act (RTE)


Right to Education Act (RTE)


Education is a fundamental human right, essential for the empowerment and development of an individual and the society as a whole. According to the UNESCO's 'Education for All Global Monitoring Report 2010 (File referring to external site opens in a new window)'  , about 135 countries have constitutional provision for free and non-discriminatory education for all. In 1950, India made a Constitutional commitment to provide free and compulsory education to all children up to the age of 14, by adding this provision in article 45 of the directive principles of state policy.

With the 86th Constitutional amendment on 12th December 2002, Article 21A was amended  by the Constitution in order to introduce Right to Education as a fundamental right.

The Right of Children to Free and Compulsory Education Act (File referring to external site opens in a new window)  finally came into force on 1st April 2010. The Act provides for free and compulsory education to all children in the age group of six to fourteen years. It is now a legally enforceable duty of the Centre and the states, to provide free and compulsory education.

*********************
See Gazette of India Extra Ordinary / RTE Implementation / Rules Making Authority - 
http://www.india.gov.in/allimpfrms/allacts/3119.pdf
Page No. 8 , Qualification , Terms & Conditions of Teachers.
******************

The Act has the following major provisions

UPTET : TET Candidates Meet with Chief Minister UP



टीईटी अभ्यर्थी मिले मुख्यमंत्री से
(UPTET : TET Candidates Meet with Chief Minister UP)

लखनऊ। टीईटी पास अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल शिव कुमार पाठक और नितिन मेहता के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके आवास पर मिला। मुख्यमंत्री ने उन्हें विस्तृत वार्ता के लिए बाद में बुलाया है। अपने ओएसडी गंगाराम से कहा है कि इन्हें वार्ता के लिए समय दे दिया जाए।


News : Amar Ujala (28.3.12)

CBSE versus UP Board Acadmic Marks Weightage

CBSE versus UP Board Acadmic Marks Weightage


See
Ministry of Science and Technology
Department of Science and Technology
INSPIRE Scholarship



Percentage Cut-off Marks# of Various State-Boards Result in class XII for
2008, 2009, 2010, and 2011



2008
2009
2010
2011
UP Board
69.2
72.6
77
77
CBSE
91
92.4
91.8
93.2
ICSE
93
93.3
93.2
93.43


You can see easily a difference between UP Board Marks and Other Board Marks.

Some years back (10-20 years ), UP Board Pass percentage was very low, And that time difference is very high between UP Board Marks and other board marks.

However I am NOT oppsing any board, but justify the stand of common examination. Additionally I felt
multistage examination can be a good option to select right candidate. As it happens Rajasthan.

Teacher Eligibility Test (TET)  for UP PRT is an aptitude examination for Primary Teachers and Not a selection of Scientists. If somebody is genius then their are many places where he/she can utilize his/her skills.
Many organizations (Railway, Bank, Defense , SSC Central Govt., CSE ) take aptitude examinations as per their requirements.


But , In UP PRT Teacher Process was already decided and any change can make a longer (indefinite period as we don't know if matter goes in court then how much time it takes for decision.) in selection.

UPTET : Blog Editorial 2


UPTET : Blog Editorial 2


ब्लॉग सम्पादकीय ,
आज जिस प्रकार आये दिन ख़बरें आ रही हैं कि टीईटी  निरस्त हो जायेगी या भर्ती का आधार बदल जायेगा |
ऐसे लोगों को मेरा कहना है कि नियुक्ति व्  सरकारी कार्य नियमों के आधार पर होती है , अगर भर्ती का आधार बदला  जाता है (जो की बहुत मुश्किल है) तो समस्त चयन प्रक्रिया अनिश्चितकालीन के लिए 
स्थगित हो सकती है , इसका कारण -
लोग न्यायलय में पूर्व निर्धारित  नियमों का हवाला देंगे और जिन अभ्यर्थिओं  ने इस परीक्षा को मेहनत व् इमानदारी से उत्तीर्ण की व् निर्धारित अहर्ता रखते हैं उनका क्या दोष है |

अदालत ने लगता है की  टीईटी  परीक्षा के विरुद्द लगभग सभी याचिकाएं निरस्त की हैं , साथ ही इस के द्वारा चयन की प्रसंशा भी की है , देखिये -
लेकिन अब एक विज्ञापन निकालने के अधिकार को लेकर एक मामला अदालत में विचाराधीन है , जिसमें अभ्यर्थिओं की कोई गलती नहीं है -

और अगर इसमें कुछ गड़बड़ हुई है तो दोषी लोगों के ऊपर ही कार्यवाही की जानी चाहिए और लोगों को आशा है की देश की न्यायलय जनहित में मामले को  जल्द से जल्द  निपटा देगी 


कुछ लोगों का तर्क है इसमें धांधली हुई अत : टीईटी  परीक्षा निरस्त कर दी जानी चाहिए | परन्तु क्या हर चीज को निरस्त करने से समस्या हल हो जायेगी |
धांधली में कितने लोग अदालत में दोषी पाए गए , अगर कुछ अभ्यर्थी नंबर बढवाने में शामिल थे तो उन पर क्या कार्यवाही हुई | विभाग में कितने लोग शामिल थे |
युपी टीईटी में लोगों को    ओ एम् आर की कार्बन कॉपी भी दी गयीं और वेब साईट पर उत्तर कुंजी भी दी गयी | अगर किसी के मार्क्स गलत दीये गए हों तो उसको अदालत ने सही करने का अवसर भी दीया |
उसके बाद भी अगर कहीं बेईमानी होती है तो उस की जाँच कर कार्यवाही की जानी चाहिए 
जब तक धांधली पुख्ता रूप से साबित नहीं हो जाती ऐसा कहना जल्दबाजी है की धांधली हुई है और अगर ऐसी कोई धांधली  सुधारने योग्य नहीं  है तभी टीईटी  परीक्षा निरस्त करने का आधार बनता है 

उसके बाद भी निर्दोष लोगों का क्या होगा , ये भी बहुत जरूरी है | वरना तो करे कोई और भरे कोई जैसी  कहावत की लोग याद करेंगे 


कुछ लोग कहते हैं की टीईटी सिर्फ पात्रता परीक्षा है चयन का आधार नहीं , 
लेकिन देखीये एन सी टी ई  ने अपने नियमों में स्पष्ट कहा है की -
टीईटी मार्क्स को भर्ती प्रक्रिया में महत्व (वेटेज ) दिया जाये और शिक्षक भर्ती के लिए टीईटी  क्वालीफाई होना जरूरी है , इसका मतलब -
ये सिर्फ पात्रता परीक्षा नहीं है , चयन का एक आधार भी देती है 
(specified clearly weightage of TET marks in selection , See pt No. 9(b))
साथ ही ये भी नहीं कहती की इसके (टीईटी मार्क्स ) मार्क्स का कितना वेटेज , चयन के लिए उपयोग में लिया जाये | अभी हाल ही में केवीएस ने अपने सेलेक्सन में टीईटी मार्क्स  को कट - ऑफ़ में लिया |
एसएसए चंडीगढ़ ने ५० प्रतिशत टीईटी मार्क्स को  सेलेक्सन में  वेटेज दिया , राजस्थान ग्रेड थ्री अध्यापक के चयन में २० प्रतिशत टीईटी मार्क्स  के  वेटेज को लिया जा रहा है ( http://exam.rajpanchayat.gov.in/files/01.पीडीऍफ़ , पड़ें 15. चयन का आधार )
पर उत्तर प्रदेश में कई लोग टीईटी परीक्षा को पात्रता परीक्षा  बताते हैं 
पूर्व में कई बार खबर आयी  (एल टी ग्रेड टीचर सेलेक्सन , बी टी सी चयन आदि ) की उत्तर प्रदेश में यु पी बोर्ड के लोग पिछड़  जाते हैं और कुछ घोठाले भी उजागर हुए हैं ( सम्पूर्णानन्द यूनीवर्सिटी आदि द्वारा और अदालत ने इस पर तल्ख़ टिप्पणी भी की है ) देखीये -

वास्तव में अकादमिक रिकोर्ड एक समान अवसर नहीं देता क्योंकी भिन्न भिन्न बोर्डो  / यूनिवर्सिटी  के मार्क्स देने में अंतर होता है , और रेलवे , बैंक , आर्मी अपने अपने एप्टीउड परीक्षाओं का आयोजन करते हैं 
 आप सरकार द्वारा स्कोलरशिप के लिए भी देख सकते हैं की कैसे भिन्न भिन्न बोर्ड के कट - ऑफ़ / स्केलिंग पद्दति में अंतर है - 
अगर समूची प्रक्रिया देखी जाये तो ऐसा लगता है की अधिकांश लोगों ने ( या सभी लोगों ने , क्योंकी अदालत से क्या निर्णय आता है , कितने लोग दोषी पाए जाते हैं इसका पता नहीं है ) अपनी मेहनत व् इमानदारी से इस परीक्षा को उत्तीर्ण किया और कुछेक बेईमान लोगों ने धांधली की , तो जिन लोगो ने नियमानुसार परीक्षा उत्तीर्ण की व् भर्ती की शर्तों को पूरा करते हैं वे चयन के लिए पात्र हैं 
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आप लोग अपनी राय  दें सकते हैं 
If I am wrong anywhere then you can suggest through comments.As we human beings can be wrong at some places and NOT comparable to God.
Thanks

UPTET : दिन भर भूखे रहे यूपीटीईटी उत्तीर्ण अभ्य



UPTET  : दिन भर भूखे रहे यूपीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी


उन्नाव, जागरण संवाददाता : हाल ही में नियुक्ति की मांग कर प्रदर्शन कर रहे यूपीटीईटी परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर लखनऊ में हुए बर्बर लाठीचार्ज और भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाये जाने के विरोध में मंगलवार टीईटी उत्तीर्ण छात्रों द्वारा निराला उद्यान में एक दिवसीय अनशन व धरना दिया गया। इस बीच अभ्यर्थियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए नियुक्ति प्रक्रिया को बहाल किये जाने की मांग की है।

मंगलवार यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार के निर्णय के विरोध स्वरूप एक दिवसीय अनशन व धरना दिया। इसकी अगुवाई कर रहे अमित त्रिपाठी ने कहा कि 20 मार्च को शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे निर्दोष टीईटी अभ्यर्थियों के साथ पुलिस ने बर्बरता पूर्वक व्यवहार किया। प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह इस घटना के दोषी अधिकारियों के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई करे। वैसे भी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर सरकार द्वारा लगायी गई रोक को तत्काल हटाया जाये ताकि अभ्यर्थियों को मानसिक, आर्थिक और शारीरिक शोषण का सामना न करना पड़े। वहीं शिक्षकों की भर्ती भी केवल टीईटी मेरिट के आधार पर ही की जाये क्यों कि प्रदेश में विभिन्न बोर्ड से उत्तीर्ण छात्रों की मेरिट भी भिन्न होती है इससे मूल्यांकन प्रक्रिया में जमीन आसमान का अंतर आ जाता है।

अनशन का संचालन कर रहे अतुल तिवारी ने सरकार के मौजूदा रवैये को टीईटी उत्तीर्ण छात्र विरोधी करार देते हुए कहा कि हम सभी को इसके खिलाफ आंदोलन चलाना होगा यह आंदोलन न्याय मिलने तक जारी रहेगा।

इस मौके पर राकेश शुक्ल, जितेंद्र विश्वकर्मा, देवेंद्र सिंह, मनोज गुप्ता, संध्या, किरन, मो. निजाम, अजय पोरवाल, अतुल गिरी, मनमोहन तिवारी आदि मौजूद रहे।


News : Jagran (27.3.12)

UPTET : Teachers Selection NOT Through TET Merit

टीईटी मेरिट पर नहीं होगी शिक्षकों की भर्ती
(UPTET : Teachers Selection NOT Through TET Merit )

Recruitment on the basis of TET Merit is a valid reason ( A Valid Ground as per NCTE Guidelines , Government Order).
But if process changes in Middle then it can be a Big Shock to Merit Holder Candidates. How many candidates jailed, proved to culprit/convicted ?

Even a case is running in court, It is a fault of system , Who issued such advertisement and play with the life of candidates. Only culprit / convicted / guilty should be punished. TET Merit a equal chance for every candidates to perform on a common platform and eliminates Nakal Mafia System , Bogus University, Disparity among different boards/universities.



Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
Is it easily possible to fulfill their demands ?
If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.

See News :



यूपी में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए मायावती सरकार द्वारा किए गए एक महत्वपूर्ण निर्णय को पलटने की तैयारी है। इन स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) मेरिट के आधार पर न करके शैक्षणिक मेरिट के आधार पर पूर्व की तरह ही की जाएगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली को संशोधित किया जाएगा

माया सरकार भर्ती के लिए मानक बदल दिया
सचिव बेसिक शिक्षा सुशील कुमार ने मंगलवार को विभागीय अधिकारियों के साथ पहली बैठक में इस संबंध में निर्देश दे दिया है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी अनिवार्य किया है। एनसीटीई की 23 अगस्त, 2010 को जारी अधिसूचना में स्पष्ट कहा गया है कि यह पात्रता परीक्षा होगी। इसे पास करने वाला ही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकता है, लेकिन मायावती सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती के लिए मानक ही बदल दिया।
(NCTE Clearly specify Weightage of TET Marks in Selection, KVS, Rajasthan Teacher Recruitment, SSA Chandigarh also taken a weightage of TET Marks )


माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरफ्तार किए गए
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली में शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट के आधार पर करने की व्यवस्था कर दी गई। टीईटी में पात्रता के स्थान पर अर्हता किए जाने के बाद हुई धांधली के चलते माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं। सचिव बेसिक शिक्षा ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ बैठक में सबसे पहले समीक्षा के दौरान टीईटी और शिक्षकों की भर्ती के बारे में जानकारी प्राप्त की।

People don't know - How many allegations proved on Sanjay Mohan, And after that what happens with culprit candidates / convicted persons.

इस पर उन्होंने निर्देश दिया कि पात्रता को अर्हता किया जाना गलत है। टीईटी पात्रता परीक्षा है। इसलिए शिक्षकों की भर्ती शैक्षणिक मेरिट के आधार पर ही पूर्व की तरह की जाए। इसके लिए बेसिक शिक्षा निदेशालय से नियमावली में संशोधन का प्रस्ताव बनाकर भेजने को भी कहा है। शिक्षकों की भर्ती के संबंध में निर्देश दिया है कि हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

News : Amar Ujala (28.3.12)
**************
See A supreme court verdict on this BLOG - Which turn down State Government corrigendum / advertisement. Which gives advatnage to guest teachers and supreme court found it inappropriate.And it simply helps to make permanent such guest teachers.


It looks Selection may be suspended for a long time. 

Tuesday, March 27, 2012

Supreme Court Judgement : Writ against Teacher Eligibility Test (TET) is Dismissed And Weightge of Experience is Quashed, Petition Dismissed

Supreme Court Judgement : Writ against Teacher Eligibility Test (TET) is Dismissed And Weightge of Experience is Quashed, Petition Dismissed

Teacher Eligibility Test is Compulsory , And Guest Teacher Experience weightage quashed ( A decision of Highcourt Punjab & Haryana Maintained )

Due to the FACT - Guest faculty experience is obtained in contractual service and weightage of experience give in corrigendum after 15 days of original advertisement and it looks -
Indirect methodology to make permanent Guest Teachers.
See case details and any better explanation welcom through comment and can be incorporate in blogpost.

1
ITEM NO.55 COURT NO.6 SECTION IVB
S U P R E M E C O U R T O F I N D I A
RECORD OF PROCEEDINGS
Petition(s) for Special Leave to Appeal (Civil) No(s).29755/2010
(From the judgement and order dated 06/04/2010 in CWP
No.13045/2009 of The HIGH COURT OF PUNJAB & HARYANA AT CHANDIGARH)
MAHENDER KUMAR & ORS. Petitioner(s)
VERSUS
STATE OF HARYANA & ORS. Respondent(s)
(With prayer for interim relief and office report)
WITH SLP(C) NO. 24882 of 2010
(With appln.(s) for intervention and permission to file rejoinder
affidavit and with prayer for interim relief and office report)
with
I.A.No.1162 (Appln.for intervention)
SLP(C) NO. 24884 of 2010
(With appln.(s) for deletion of the name of petitioner and office
report)
SLP(C) NO. 24883 of 2010
(With office report)
SLP(C) NO. 25010 of 2010
(With office report)
Date: 21/02/2012 These Petitions were called on for hearing today.
CORAM :
HON'BLE MR. JUSTICE G.S. SINGHVI
HON'BLE MR. JUSTICE SUDHANSU JYOTI MUKHOPADHAYA
For Petitioner(s) Mr.Shish Pal Laler, Adv.
Mr.N.P.Midha, Adv.
Mr. Balbir Singh Gupta,A.O.R.(Not Present)
For Respondent(s) Mr.P.P.Rao,Sr.Adv.
For RR Nos.1 & 3 Dr. Monika Gusain,Adv.
Mr.Hari Om Yaduvanshi, Adv.
For RR No.4 Mr.D.S.Chauhan, Adv.
Mr.Rajinder Juneja, Adv.
For RR No.2 Mr. John Mathew,Adv.
Mr. Kamal Mohan Gupta,Adv.

UPON hearing counsel the Court made the following
O R D E R
2
The IA No. 38 for deleting the name of petitoner no.
2852, i.e., Chaman S/o Dharamvir in SLP(C) No. 24884 of 2010 is
allowed in terms of the prayer.
These petitions are directed against order dated
06.04.2010 passed by the Division Bench of the Punjab and Haryana
High Court whereby the exemption granted to the Guest Faculty (Lecturers / Teachers) from passing the requirement of School Teachers Eligibility Test (for short, 'STET') for the purpose of regular appointment to Group 'B' posts and the grant of weightage
of 24 marks in lieu of the experience gained by working as Guest
Faculty was quashed.
With a view to ensure that the education of students does not suffer due to non-availability of teachers the Government of Haryana, Department of Education framed policy for recruitment of
Guest Faculty. For this purpose detailed guidelines were issued on 18.9.2006. After one year and two months, the State Government issued instructions vide circular dated 17.11.2007 to all the concerned officers to stop engaging Teachers on the Guest Faculty basis. On 2.12.2008, the Government issued guidelines for temporary adjustment of displaced Guest Teachers by way of stop gap arrangement. By circular dated 2.3.2009, the Government amended
the terms and conditions enshrined in letters dated 29.11.2005, 16.12.2005 and 27.9.2006 for engaging the Teachers on Guest Faculty.

In furtherance of the requisition received from the concerned department, the Haryana Public Service Commission (for 3 short, 'the Commission') issued advertisement no. 3 which was published in newspapers on 18.6.2009 for recruitment of 1317 Temporary Lecturers (School Cadre), HES-II (Group-B) were as under:
"Essential Qualification:
1.Essential Qualifications for the Lecturers of all Subjects except Lecturer in Chemistry, History, Maths and Pol. Science:
(i)Post Graduate Degree in relevant subject from a recognized university alongwith at least 50% marks.
(ii) Certificate of having qualified School Teacher's Eligibility Test.
(iii) Matric with Hindi / Sanskrit."

The relaxation clauses contained in the advertisement did not provide for exemption to any class / category of candidates from passing STET. However, after 15 days of the publication of
advertisement, the Commission issued corrigendum dated 3.7.2009 incorporating therein the decision taken by the State Government to give exemption to the Guest Teachers from passing STET and age relaxation apart from giving additional 6 marks for six months' experience subject to the maximum of 24 marks. The relevant portions of the corrigendum are reproduced below:

"Besides as per the decision of the State Government the guest teachers applying for these posts will be given exemption from passing the School Teachers Eligibility Test (STET) and age relaxation in the upper age limit in additional weightage for having served the department as guest teacher will be given as under:
"No weightage will given to a person who has served for less than six months.
For the six months experience 6% additional marks to be given and one percent additional will be given for every additional month of engagement subject to maximum 24 marks."

Necessary Stipulation:
In case the Hon'ble Punjab and Haryana High Court does not agree to the grant of relaxation to the guest teachers, the same will not be given to them at the time of final selection."
Respondent no. 2, viz., Ashok Kumar challenged the corrigendum in Writ Petition No. 13045 of 2009 mainly on the ground that the so-called policy decision taken by the State Government to exempt the Teachers engaged as Guest Faculty from passing STET and grant of weightage of additional marks is ultra vires the provisions of the Haryana State Educational Lecturer School Cadre (Group 'C') Service Rules, 1998 (for short, 'the Rules') and Articles 14 and 16 of the Constitution because that would amount to indirect regularisation of the services of the Teachers who were engaged as the Guest Faculty.

In the counter filed by the State Government the exemption granted to the Guest Faculty from clearing the STET was justified on the premise that such test had not been conducted in the State for many years. The grant of weightage of additional marks was also defended on the premise that the members of the Guest Faculty had acquired sufficient experience by working as Lecturers / Teachers.

The Division Bench of the High Court referred to the policy framed by the State Government to recruitment to Guest Faculty, the relevant provisions of the Rules, the orders passed in Writ Petition Nos. 2743/2006, 387/2007 and 5289/2007 filed by Teachers appointed as the Guest Faculty and observed:

UPTET : Lifting Tiranga in Hand , March to Lucknow on 30th March

टीईटी : हाथ में तिरंगा, 30 मार्च को लखनऊ कूच
(UPTET : Lifting Tiranga in Hand , March to Lucknow on 30th March )

लखनऊ: टीईटी भर्ती प्रक्रिया में घोटाले के बाद भविष्‍य को लेकर योग्‍य उम्‍मीदवारों ने आरपार की लड़ाई का एलान कर दिया है। बीते सप्‍ताह हुए लाठीचार्ज के बावजूद हजारों युवा उत्‍साहित हैं और तीस मार्च को पहले से बड़े प्रदर्शन की चेतावनी दे रहे हैं। टीईटी कार्यकर्ताओं ने आंदोलन को नई शक्‍ल देते हुए एक नारा भी गढ़ा है थामे हाथ में तिरंगा, दिल की पुकार, सच्‍चाई का साथ दो यूपी सरकार।
टीईटी संघर्ष मोर्चा की ओर से अपील की गई है कि एक बड़ा तिरंगा और ५० छोटे तिरंगे के साथ ही टीम लखनऊ पहुंचे। उधर टीईटी और समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी के बीच बातचीत भी तेज हो गई है। प्रदेश सरकार ने फिलहाल पूरा मामले कोर्ट के फैसले पर छोड़ दिया है। सूत्रों के अनुसार सरकार का कहना है कि टीईटी से जुड़ी सभी पत्रावलियां शासन से तलब की गई हैं। टीईटी प्रक्रिया का विज्ञापन करते समय बेसिक शिक्षा नियमावली के सेक्‍शन 14 का उल्‍लंघन, टीईटी परीक्षा का आयोजन एनसीटीई के नोटिफिकेशन के दो वर्षो बाद क्‍यों हुआ। ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब तलाशे जा रहे हैं। गौरतलब है कि सवा दो लाख आवेदकों ने लिखित परीक्षा दी। जबकि 72 हजार से ज्‍यादा आवेदकों का चयन होना है। ऐसे में अब भर्ती प्रक्रिया निरस्‍त होने के बाद छात्र आक्रोशित हैं और नई सरकार से राहत की उम्‍मीद लगाए हैं। हालांकि बीते सप्‍ताह हुए लाठीचार्ज के बाद बीच का रास्‍ता निकलता नजर नहीं आ रहा है।

News : Yuvadastak.com (27.03.12)

UPTET : New Date for hearing : 05 April 2012 (Likely ) regarding Stay on PRT Teachers Selection in UP

UPTET : New Date for hearing : 05 April 2012 (Likely ) regarding Stay on PRT Teachers Selection in UP


Pending
Writ - A : 76039 of 2011 [Varanasi]
Petitioner:
YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR
Respondent:
STATE OF U.P. & OTHERS
Counsel (Pet.):
ALOK KUMAR YADAV
Counsel (Res.):
C.S.C.
Category:
Service-Writ Petitions Relating To Primary Education (teaching Staff) (single Bench)-Appointment
Date of Filing:
21/12/2011
Last Listed on:
22/03/2012 in Court No. 33
Next Listing Date (Likely):
05/04/2012

Source : http://allahabadhighcourt.in/casestatus/caseDetailA.jsp?type=WRIA&num=76039&year=2011

For more details, confirm from relevant authority, authentic copy.

UPTET : राज्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

UPTET : राज्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

महमूदाबाद में एसडीएम को ज्ञापन सौंपते टीईटी छात्र

रामपुरमथुरा। खंड विकास अधिकारी कार्यालय परिसर में रविवार को प्रदेश के राज्यमंत्री रामपाल राजवंशी व सपा विधायक महेेंद्र सिंह झीन बाबू का स्वागत व अभिनंदन किया गया। राज्यमंत्री ने कहा, बसपा सरकार के कुशासन से जनता ऊब चुकी थी। इसके चलते उसका सूपड़ा साफ हो गया। पूर्ण बहुमत से बनी सपा सरकार अपने वायदों को समय से पूरा करेगी। प्रदेश सरकार ने मौजूदा समय में शासन एवं प्रशासनिक अधिकारियों को जनता के हितों के लिए कार्य करने के आदेश दे दिए गए हैं।
होली मिलन समारोह में टीईटी संघर्ष मोर्चा द्वारा प्रदेश के खाद्य, रसद एवं कारागार राज्यमंत्री रामपाल राजवंशी व क्षेत्रीय विधायक महेंद्र कुमार सिंह झीन बाबू का स्वागत संघ के सदस्य महेंद्र प्रताप सिंह द्वारा माल्यार्पण कर किया गया। इसके बाद टीईटी संघर्ष मोर्चा द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में पूर्ववर्ती सरकार द्वारा सहायक अध्यापकों के पदों पर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती की मांग सहित विभिन्न बिंदुओं को लेकर ज्ञापन दिया गया। इस दौरान साकेंद्र प्रताप सिंह, राजू सिंह, उमेश, बबलू मौर्य, चरन सिंह, दिनेश सिंह, गुड्डू शर्मा, मेराज अहमद, शिव बालक यादव, वीरेंद्र प्रताप सिंह आदि मौजूद थे।

News : Amar Ujala (27.03.2012)

UPTET Hardoi : गुरुजी बनने को भूखे रहे अभ्यर्थी

UPTET Hardoi : गुरुजी बनने को भूखे रहे अभ्यर्थी

•विकास भवन के परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी

हरदोई। शिक्षक बनने का सपना लेकर एक बार फिर से सोमवार को विकास भवन के प्रांगण में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी दिखाई दिए। अपनी मांगों की ओर ध्यान आकर्षित करवाने को सैकड़ों अभ्यर्थियों ने भूख हड़ताल रखी। इसके बाद सीएम को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।

टीईटी उत्तीर्ण संघ मोर्चा के बैनर तले जुटे उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा कि मोर्चे द्वारा लंबित प्रशिक्षु शिक्षक चयन प्रक्रिया में जो आचार संहिता लागू होने से हाईकोर्ट के आदेशानुसार जो रोक लगा दी गई थी, उसे पुन: शुरू कराकर उत्तीर्ण अभ्यर्थी जो पात्र हैं, उनको शिक्षक बनने का अधिकार देने की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ अराजकतत्व व अनुत्तीर्ण अभ्यर्थियों द्वारा द्वेष भावना ने प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाया, इसलिए मोर्चे मांग करता है कि शासनादेशों की अवमानना करने वालों को दंडित किया जाए और इस प्रक्रिया में जो भी दोषी पाए जाएं उनको कठोर दंड दिया जाए।

जिससे भविष्य में कोई भी अभ्यर्थी, अधिकारी व कर्मचारी ऐसी परीक्षाओं के साथ छेड़खानी करने की हिम्मत न कर सके। उपाध्यक्ष तारीक शफी खां ने कहा कि यदि किसी भी तरह से यह परीक्षा निरस्त की जाती है, तो दोषियों का हौसला और बढ़ जाएगा और सपने संजोए बैठे अभ्यर्थियों को मानसिक आघात पहुंचेगा। इसके बाद भूख हड़ताल में शामिल अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट लालमणि मिश्रा को सौंपकर जल्द से जल्द भर्ती कराने की मांग की। ज्ञापन में शासनादेश में कोई भी परिवर्तन न करते हुए और जल्द विज्ञप्ति के अनुसार व एनसीटीई द्वारा दिए गए दो माह के समय के तहत चयन पूरा करने की मांग की गई।
इस मौके पर विपिन चंद्र , पिंकल यादव, कुलदीप कुमार शुक्ल, अरुण कुमार बाजपेई, हृदेश श्रीवास्तव, खुशबू श्रीवास्तव, देवेश सिंह, सविता, वीरभद्र, अनिल पांडे, प्रवीन सिंह आदि मौजूद थे।
सपने संजोने वाले बोले
‘सीएम अखिलेश यादव के हर निर्णय युवाओं के हित में ही लिए गए हैं। पूरी उम्मीद है कि टीईटी के मुद्दे पर भी उनका निर्णय युवाओं के पक्ष में ही होगा।’ हृदेश श्रीवास्तव

‘टीईटी की परीक्षा में भ्रष्टाचार पनपने का हवाला देकर पूरी तरह से निरस्त कर दिया गया तो इससे प्रक्रिया में अराजकता फैलाने वालों के हौसले बढ़ेंगे। कोई भी निर्णय लेते समय इसका ध्यान रखा जाए।’
खुशबू श्रीवास्तव

‘शिक्षक भर्ती में टीईटी के अंकों को ही आधार बनाया जाए। यदि कोई ऐसा निर्णय लिया जा रहा हो कि सिर्फ इसे पात्रता रखा जाए तो यह न्याय संगत नहीं होगा। टीईटी के नंबरों का वेटेज अभ्यर्थियों को मिलना ही चाहिए।’ देवेश सिंह।

News : Amar Ujala (27.03.2012)

UPTET : नौकरी के लिए किया प्रदर्शन

UPTET : नौकरी के लिए किया प्रदर्शन

•टीईटी पास अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट पर दिया धरना


इटावा। भर्ती प्रक्रिया शुरू न होने से खफा टीईटी पास अभ्यर्थियों ने सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित वटवृक्ष के नीचे प्रदर्शन किया। उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा संघर्ष मोर्चा के बैनर तले एकत्रित हुए अभ्यर्थियों ने अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
धरने के दौरान उनका कहना था कि प्रदेश के पांच लाख छात्रों का भविष्य टीईटी परीक्षा से जुड़ा है। सरकार को परीक्षा किसी भी दशा में निरस्त नहीं करनी चाहिए। उनका कहना रहा कि टीईटी प्रवेश परीक्षा फार्म के आवेदन से लेकर अब तक प्रत्येक अभ्यर्थी बीस हजार या उससे अधिक की धनराशि खर्च कर चुका है। प्रक्रिया में हो रही देरी से अभ्यर्थी तनाव में हैं। इस दौरान मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की गई। बाद में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया जिसमें परीक्षा निरस्त न करके जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की गई। धरने में वैभव सिंह यादव, अनुज कुमार, वीर बहादुर, मनोज कुमार, आशू गुप्ता, रामजी शर्मा, राहुल यादव, सत्यप्रकाश, रामवीर, मो. इमरान अंसारी, विनय, परवेज आलम आदि मौजूद रहे।
मांगों को लेकर प्रदर्शन करते टीईटी पास अभ्यर्थी।

News : Amar Ujala (27.03.2012)

BTC : बीटीसी पास बेरोजगारों ने सीएम से लगाई गुहार

BTC : बीटीसी पास बेरोजगारों ने सीएम से लगाई गुहार

2004 बैच के प्रशिक्षितों की अब तक तैनाती नहीं

बस्ती। 2004 में बीटीसी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर तैनात करने की मांग की है। प्रशिक्षितों का कहना है कि टीईटी उत्तीर्ण करने के बाद भी पूर्व बीएसए ने उनकी तैनाती नहीं की।
सपा की सरकार से 2004 में बीटीसी प्रशिक्षितों को भी नौकरी की आस जगी है। जिले के दर्जनों बीटीसी बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज जल्द से जल्द सहायक अध्यापक बनाने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि 2004 में ट्रेनिंग के लिए उनका चयन किया गया, लेकिन उच्च न्यायालय से स्टे आर्डर निर्गत होने के कारण मामला लंबित हो गया। 2009-11 में उनको दो साल का प्रशिक्षण कराया गया। प्रथम बैच की नियुक्ति आदेश जुलाई में दिया गया। जबकि दूसरे के लिए कहा गया कि टीईटी पास करने के बाद तैनाती मिलेगी। नवंबर 11 में इसे पास करने के बाद भी तत्कालीन बीएसए देवी सहाय तिवारी ने तैनात नहीं किया। अब जबकि सपा की सरकार बन चुकी है और बीएसए भी हटाए जा चुके हैं, बेरोजगारों को शीघ्र प्राथमिक स्कूलों में तैनात किया जाए। ज्ञापन देने वालों में आलोक नाथ वर्मा, नीलेश कन्नौजिया, अभिलाषा, अनुराधा, शिखा श्रीवास्तव, विजय लक्ष्मी, अनूप कुमार, राकेश, सतीश चंद्र, मनोज चौधरी, कुलदीप त्रिपाठी आदि शामिल हैं।

News : Amar Ujala (27.03.2012)

UPTET : टीईटी मेरिट से भर्ती की मांग

UPTET : टीईटी मेरिट से भर्ती की मांग


इलाहाबाद। उप्र टीईटी उत्तीर्ण एकता संघर्ष मोर्चा की चंद्रशेखर आजाद पार्क में सोमवार को हुई बैठक में टीईटी मेरिट के आधार पर प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की मांग की गई। प्रतियोगी भर्ती प्रक्रिया को जल्द से जल्द स्पष्ट करने तथा टीईटी मामले की जांच कराने और दोषियों को दंडित करने की भी मांग कर रहे थे। बैठक में लखनऊ में आंदोलन के दौरान हुई लाठीचार्ज की भी निंदा की गई। उनका कहना था कि यदि मंगलवार को उनकी मांग पर फैसला नहीं हुआ तो पूरे प्रदेश में आंदोलन चलाया जाएगा। बैठक में विवेकानंद, रामपूजन तिवारी, सुरेशमणि त्रिपाठी, अभिषेक सिंह, संजय, दीनदयाल, आरबी सिंह, आरसी तिवारी, आलोक, राजकुमार, एलिशा प्रकाश, सुल्तान आदि मौजूद रहे। इसी को लेकर टीईटी उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं की 29 मार्च को 10 बजे आजाद पार्क में सभा की घोषणा की गई है।

News : Amar Ujala (27.03.2012)

UPTET : टीईटी अभ्यर्थी मुख्यमंत्री को देंगे पत्रक


UPTET : टीईटी अभ्यर्थी मुख्यमंत्री को देंगे पत्रक
जौनपुर। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने सोमवार को टीडी कालेज के मारुति मंदिर परिसर में बैठक कर 28 मार्च को शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया। बैठक में कहा गया कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा टीईटी परीक्षा में संशोधन के नाम पर अनियमितता बरती गई। सरकार से यह उम्मीद है कि वह टीईटी अभ्यर्थियाें को उनका हक जरूर दिलाएगी। सभी टीईटी पास अभ्यर्थियों से अपील की गई कि 28 मार्च को लखनऊ पहुंचे। झूलेलाल पार्क में इकट्ठा होकर मोर्चे को सफल बनाने में अपना सहयोग दें। बैठक में संघर्ष मोर्चा के सदस्य अरविंद यादव, बृजेश पांडेय, बृजेश कुमार गुप्ता, संदीप सिंह, ध्रुवनंद यादव, प्रदीप यादव, पंकज पांडेय, प्रमोद मौर्य, सत्यम गुप्ता, अजय त्रिपाठी, सुरेंद्र यादव, बबिता सिंह, निकेता त्रिपाठी, रूबी मिश्रा आदि उपस्थित

News : Amar Ujala (27.03.2012)