टीईटी : हाथ में तिरंगा, 30 मार्च को लखनऊ कूच
(UPTET : Lifting Tiranga in Hand , March to Lucknow on 30th March )
लखनऊ: टीईटी भर्ती प्रक्रिया में घोटाले के बाद भविष्य को लेकर योग्य उम्मीदवारों ने आरपार की लड़ाई का एलान कर दिया है। बीते सप्ताह हुए लाठीचार्ज के बावजूद हजारों युवा उत्साहित हैं और तीस मार्च को पहले से बड़े प्रदर्शन की चेतावनी दे रहे हैं। टीईटी कार्यकर्ताओं ने आंदोलन को नई शक्ल देते हुए एक नारा भी गढ़ा है थामे हाथ में तिरंगा, दिल की पुकार, सच्चाई का साथ दो यूपी सरकार।
टीईटी संघर्ष मोर्चा की ओर से अपील की गई है कि एक बड़ा तिरंगा और ५० छोटे तिरंगे के साथ ही टीम लखनऊ पहुंचे। उधर टीईटी और समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी के बीच बातचीत भी तेज हो गई है। प्रदेश सरकार ने फिलहाल पूरा मामले कोर्ट के फैसले पर छोड़ दिया है। सूत्रों के अनुसार सरकार का कहना है कि टीईटी से जुड़ी सभी पत्रावलियां शासन से तलब की गई हैं। टीईटी प्रक्रिया का विज्ञापन करते समय बेसिक शिक्षा नियमावली के सेक्शन 14 का उल्लंघन, टीईटी परीक्षा का आयोजन एनसीटीई के नोटिफिकेशन के दो वर्षो बाद क्यों हुआ। ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब तलाशे जा रहे हैं। गौरतलब है कि सवा दो लाख आवेदकों ने लिखित परीक्षा दी। जबकि 72 हजार से ज्यादा आवेदकों का चयन होना है। ऐसे में अब भर्ती प्रक्रिया निरस्त होने के बाद छात्र आक्रोशित हैं और नई सरकार से राहत की उम्मीद लगाए हैं। हालांकि बीते सप्ताह हुए लाठीचार्ज के बाद बीच का रास्ता निकलता नजर नहीं आ रहा है।
News : Yuvadastak.com (27.03.12)
(UPTET : Lifting Tiranga in Hand , March to Lucknow on 30th March )
लखनऊ: टीईटी भर्ती प्रक्रिया में घोटाले के बाद भविष्य को लेकर योग्य उम्मीदवारों ने आरपार की लड़ाई का एलान कर दिया है। बीते सप्ताह हुए लाठीचार्ज के बावजूद हजारों युवा उत्साहित हैं और तीस मार्च को पहले से बड़े प्रदर्शन की चेतावनी दे रहे हैं। टीईटी कार्यकर्ताओं ने आंदोलन को नई शक्ल देते हुए एक नारा भी गढ़ा है थामे हाथ में तिरंगा, दिल की पुकार, सच्चाई का साथ दो यूपी सरकार।
टीईटी संघर्ष मोर्चा की ओर से अपील की गई है कि एक बड़ा तिरंगा और ५० छोटे तिरंगे के साथ ही टीम लखनऊ पहुंचे। उधर टीईटी और समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी के बीच बातचीत भी तेज हो गई है। प्रदेश सरकार ने फिलहाल पूरा मामले कोर्ट के फैसले पर छोड़ दिया है। सूत्रों के अनुसार सरकार का कहना है कि टीईटी से जुड़ी सभी पत्रावलियां शासन से तलब की गई हैं। टीईटी प्रक्रिया का विज्ञापन करते समय बेसिक शिक्षा नियमावली के सेक्शन 14 का उल्लंघन, टीईटी परीक्षा का आयोजन एनसीटीई के नोटिफिकेशन के दो वर्षो बाद क्यों हुआ। ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब तलाशे जा रहे हैं। गौरतलब है कि सवा दो लाख आवेदकों ने लिखित परीक्षा दी। जबकि 72 हजार से ज्यादा आवेदकों का चयन होना है। ऐसे में अब भर्ती प्रक्रिया निरस्त होने के बाद छात्र आक्रोशित हैं और नई सरकार से राहत की उम्मीद लगाए हैं। हालांकि बीते सप्ताह हुए लाठीचार्ज के बाद बीच का रास्ता निकलता नजर नहीं आ रहा है।
News : Yuvadastak.com (27.03.12)
No comments:
Post a Comment
To All,
Please do not use abusive languages in Anger.
Write your comment Wisely, So that other Visitors/Readers can take it Seriously.
Thanks.