टीईटी अभ्यर्थियों ने अनशन किया , नियुक्ति की मांग को लेकर डीएम को दिया ज्ञापन
(UPTET : TET Candidates Performed Anshan , Submitted Memorandum to DM regarding recruitment )
कलेक्ट्रेट में संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हुए अनशन में मौजूद टीईटी अभ्यर्थी
इटावा। टीईटी अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर बुधवार को कचहरी में एक दिवसीय अनशन किया। उ.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हुए इस अनशन में शासन से भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की गई। उनका कहना रहा कि जब तक उनको न्याय नहीं मिल जाता तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।
कचहरी परिसर में सैकड़ों की संख्या में मौजूद टीईटी अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष वैभव यादव ने शासन से मांग की कि भर्ती प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाए। मो. शारिक निसार ने कहा कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक लड़ाई जारी रहेगी। अतुल श्रीवास्तव ने टीईटी मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। हरेंद्र यादव एवं शिवशंकर ने कहा कि नियुक्ति में देरी के कारण छात्र मानसिक तनाव से ग्रसित हो रहे हैं।
डीएम को सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई कि टीईटी परीक्षा किसी भी दशा में निरस्त न की जाए तथा भर्ती प्रक्रिया विज्ञापन के अनुसार अतिशीघ्र प्रारंभ कराई जाए। टीईटी प्रवेश परीक्षा फार्म के आवेदन से लेकर अब तक प्रत्येक अभ्यर्थी 20 हजार या उससे अधिक की धनराशि इस भर्ती के संदर्भ में खर्च कर चुका है। इसलिए प्रक्रिया में हो रही देरी के कारण उत्तीर्ण अभ्यर्थी घोर मानसिक तनाव व अवसाद झेल रहे है।
इस प्रकरण में करीब पांच लाख उत्तीर्ण छात्रों के भविष्य का प्रश्न है। अनशन में विपुल, गौरव कुमार, अभिषेक यादव, आनंद पाल, आलोक कुमार, विजय, विनय, गजेंद्र, प्रियंका कुशवाहा, ज्योति, श्वेता भदौरिया, सीमा यादव, सानिया खान, लवनीन पांडेय, शाहीन सिद्दीकी, अंजली बाथम, महेंद्र सिंह, विपिन कुमार, दिलीप सक्सेना, सुनील यादव, सर्वेश यादव, रामप्रकाश, आलोक कुमार आदि मौजूद रहे।
लोक समिति बेरोजगारी को बनाएगी मुद्दा
टीईटी अभ्यर्थियों को समर्थन देते हुए लोक समिति के अध्यक्ष सुल्तान सिंह ने कहा कि समिति भ्रष्टाचार के साथ-साथ बेरोजगारी को अपने आंदोलन का मुख्य मुद्दा बनाएगी। सिर्फ नौकरी या बेरोजगारी भत्ता देने से इस जटिल समस्या का हल नहीं होगा। जब तक प्रदेश में कृषि आधारित उद्योगों का जाल नहीं फैलेगा तब तक यह समस्या बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि समिति सरकार से उम्मीद करती है कि नौजवान मुख्यमंत्री नौजवानों के दर्द को पहचान कर टीईटी अभ्यर्थियों के साथ न्याय करेंगे। यदि ऐसा नहीं तो लोक समिति 15 सितंबर के बाद टीईटी अभ्यर्थियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। इस दौरान लोकसमिति के जिलाध्यक्ष धीरेंद्र त्रिपाठी, ब्रह्मशंकर गुप्ता, नगर अध्यक्ष प्रताप सिंह कुशवाहा, जेपी यूथ ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष सुम्मीलाल राजपूत, शालू भदौरिया आदि प्रमुख हैं।
गोंडा। बीएड टीईटी बेरोजगार संघर्ष मोर्चा ने 29 मार्च को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि सोमवार को टीईटी बेरोजगारों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ पहुंचा तो उन्हें मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि 29 मार्च को कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद 30 मार्च को विधानसभा के घेराव का निर्णय लिया गया है।
News : Amar Ujala (29.3.12)
(UPTET : TET Candidates Performed Anshan , Submitted Memorandum to DM regarding recruitment )
कलेक्ट्रेट में संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हुए अनशन में मौजूद टीईटी अभ्यर्थी
इटावा। टीईटी अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर बुधवार को कचहरी में एक दिवसीय अनशन किया। उ.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हुए इस अनशन में शासन से भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की गई। उनका कहना रहा कि जब तक उनको न्याय नहीं मिल जाता तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।
कचहरी परिसर में सैकड़ों की संख्या में मौजूद टीईटी अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष वैभव यादव ने शासन से मांग की कि भर्ती प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाए। मो. शारिक निसार ने कहा कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक लड़ाई जारी रहेगी। अतुल श्रीवास्तव ने टीईटी मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। हरेंद्र यादव एवं शिवशंकर ने कहा कि नियुक्ति में देरी के कारण छात्र मानसिक तनाव से ग्रसित हो रहे हैं।
डीएम को सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई कि टीईटी परीक्षा किसी भी दशा में निरस्त न की जाए तथा भर्ती प्रक्रिया विज्ञापन के अनुसार अतिशीघ्र प्रारंभ कराई जाए। टीईटी प्रवेश परीक्षा फार्म के आवेदन से लेकर अब तक प्रत्येक अभ्यर्थी 20 हजार या उससे अधिक की धनराशि इस भर्ती के संदर्भ में खर्च कर चुका है। इसलिए प्रक्रिया में हो रही देरी के कारण उत्तीर्ण अभ्यर्थी घोर मानसिक तनाव व अवसाद झेल रहे है।
इस प्रकरण में करीब पांच लाख उत्तीर्ण छात्रों के भविष्य का प्रश्न है। अनशन में विपुल, गौरव कुमार, अभिषेक यादव, आनंद पाल, आलोक कुमार, विजय, विनय, गजेंद्र, प्रियंका कुशवाहा, ज्योति, श्वेता भदौरिया, सीमा यादव, सानिया खान, लवनीन पांडेय, शाहीन सिद्दीकी, अंजली बाथम, महेंद्र सिंह, विपिन कुमार, दिलीप सक्सेना, सुनील यादव, सर्वेश यादव, रामप्रकाश, आलोक कुमार आदि मौजूद रहे।
लोक समिति बेरोजगारी को बनाएगी मुद्दा
टीईटी अभ्यर्थियों को समर्थन देते हुए लोक समिति के अध्यक्ष सुल्तान सिंह ने कहा कि समिति भ्रष्टाचार के साथ-साथ बेरोजगारी को अपने आंदोलन का मुख्य मुद्दा बनाएगी। सिर्फ नौकरी या बेरोजगारी भत्ता देने से इस जटिल समस्या का हल नहीं होगा। जब तक प्रदेश में कृषि आधारित उद्योगों का जाल नहीं फैलेगा तब तक यह समस्या बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि समिति सरकार से उम्मीद करती है कि नौजवान मुख्यमंत्री नौजवानों के दर्द को पहचान कर टीईटी अभ्यर्थियों के साथ न्याय करेंगे। यदि ऐसा नहीं तो लोक समिति 15 सितंबर के बाद टीईटी अभ्यर्थियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। इस दौरान लोकसमिति के जिलाध्यक्ष धीरेंद्र त्रिपाठी, ब्रह्मशंकर गुप्ता, नगर अध्यक्ष प्रताप सिंह कुशवाहा, जेपी यूथ ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष सुम्मीलाल राजपूत, शालू भदौरिया आदि प्रमुख हैं।
गोंडा। बीएड टीईटी बेरोजगार संघर्ष मोर्चा ने 29 मार्च को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि सोमवार को टीईटी बेरोजगारों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ पहुंचा तो उन्हें मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि 29 मार्च को कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद 30 मार्च को विधानसभा के घेराव का निर्णय लिया गया है।
News : Amar Ujala (29.3.12)
No comments:
Post a Comment
To All,
Please do not use abusive languages in Anger.
Write your comment Wisely, So that other Visitors/Readers can take it Seriously.
Thanks.