Monday, June 24, 2013

UPTET 2013 : टीईटी को लेकर माफिया सक्रिय, प्रशासन चौकन्ना


UPTET 2013 : टीईटी को लेकर माफिया सक्रिय, प्रशासन चौकन्ना


पडरौना, (कुशीनगर): शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में सेंध लगाने को लेकर माफियाओं ने जोर आजमाइश तेज कर दी है। परीक्षा प्रक्रिया में सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन पर्दे के पीछे सक्रिय ये माफिया परीक्षार्थियों को बखूबी उनके अंजाम तक पहुंचाने का भरोसा दिला रहे। पास फेल के माफियाओं के इस खेल मे परीक्षा केंद्रों से जुड़े कुछ जिम्मेदार व कर्मचारी भी शामिल हैं।

27 व 28 जून को होने वाली टीईटी परीक्षा में अभ्यर्थियों को लाभ पहुंचाने के लिए जिले के कुछ शिक्षा माफिया सक्रिय हैं। परीक्षा केंद्र स्तर पर जिम्मेदारों से मिली भगत कर इन माफियाओं ने सजगता के साथ नायाब तरकीब अपनाया है। इसके तहत केंद्र व्यवस्थापक से तालमेल बनाकर संबंधित अभ्यर्थी को कक्ष-निरीक्षक के जरिए मौखिक नकल करा उन्हें मदद पहुंचाने का बंदोबस्त किया जा रहा।

शिक्षक बनने की राह में रोड़ा बनकर सामने आए टीईटी को पास करने के लिए अभ्यर्थी भी येन-केन-प्रकरेण का तरीका अपना रहे। ऐसे अभ्यर्थियों की जिले में अच्छी खासी संख्या है जो परीक्षा में सफलता दिलाने का आश्वासन दे रहे इन माफियाओं के संपर्क में हैं। इन छात्रों को लाभ दिलाने में कोई कसर ना रह जाय इसके लिए माफियाओं द्वारा परीक्षा केन्द्रों पर गहरा तालमेल बैठा व्यवस्था में शामिल विद्यालय से जुड़े लोगों को सेट किया जा रहा, ताकि कोई अड़चन न आने पाएं और चिन्हित अभ्यर्थियों वाले कक्ष में उन्हीं कक्ष-निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई जाए, जिससे उन्हें मौखिक मदद पहुंचाई जा सके।

सूत्रों की मानें तो इस खेल में शामिल तथा पूरी तरह प्रोफेशनल इन माफियाओं द्वारा इस लाभ के बदले अभ्यर्थियों से सत्तर हजार से एक लाख रुपए वसूल किये जा रहे।

सूत्र बताते है कि पास-फेल के खेल में शामिल माफियाओं का फैला जाल इतना सघन है कि इन्हे भेदना आसान नहीं। किंतु रविवार को विदेश दौरे से वापस आए जिलाधिकारी आर सैम्फिल द्वारा आते ही जिले के अधिकारियों को दिए गए सख्त निर्देश से वह सकते में है

UPTET 2013 : यूपी टीईटी ः हर सेंटर पर होंगे दो मजिस्ट्रेट


UPTET 2013 : यूपी टीईटी ः हर सेंटर पर होंगे दो मजिस्ट्रेट
प्रवेश परीक्षा 27-28 जून को, बैठेंगे 12 हजार परीक्षार्थी


बुलंदशहर। 27-28 जून को उत्तर प्रदेश टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (यूपी टीईटी) की परीक्षा आयोजित होने जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से दस परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। हर परीक्षा केंद्र पर दो मजिस्ट्रेटों तैनाती कराई गई है। जनपद के करीब 12 हजार परीक्षार्थी यूपी टीईटी की परीक्षा देंगे।
शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में डीएम की अध्यक्षता में यूपी टीईटी की परीक्षा को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई। इसमें परीक्षा से संबंधित सभी अधिकारी मौजूद रहे। डीएम जीएस प्रियदर्शी ने परीक्षा को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जिले में दस सेंटर बनाए गए हैं। प्रत्येक सेंटर पर दो मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।
सारी परीक्षा उनकी निगहबानी में होगी। परीक्षा में किसी प्रकार की कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी। बता दें कि जनपद में दस परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें बुलंदशहर शहर में छह, खुर्जा में दो, सिकंदराबाद और गुलावठी में एक-एक परीक्षा केंद्र हैं




UPTET 2013 : टीईटी अभ्यार्थियों को भारी पड़ेगी लेटलतीफी


UPTET 2013 :  टीईटी अभ्यार्थियों को भारी पड़ेगी लेटलतीफी


अमरोहा। टीईटी (शिक्षक पात्रता ) परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यार्थियों को लेटलतीफी भारी पड़ सकती है। देर से आने वाले परीक्षार्थी को केंद्र में घुसने नहीं दिया जायेगा। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने इस बाबत विभाग को आदेश जारी किए हैं।

मालूम हो कि जिले में पहली बार टीईटी परीक्षा हो रही है। इसमें सात हजार परीक्षार्थी बैठेंगे। जिला स्तर पर परीक्षा तैयारियां चाक चौबंद की जा रही हैं। वहीं उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से परीक्षा संबंधी दिशा निर्देश भी जारी कर दिये गये हैं। इसमें बताया गया कि किस तरह से परीक्षा आयोजित कराई जानी है। इसमें हिदायत दी गयी है कि देर से आने वाले परीक्षार्थी को केंद्र में न घुसने दिया जाए। यानि देर से पहुंचे तो परीक्षा में भाग लेने का मौका नहीं मिलेगा। इसके साथ ही विभाग को निर्देशित किया गया है कि परीक्षा से एक घटा पूर्व केंद्र व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक तथा दो कक्ष निरीक्षकों की मौजूदगी में प्रश्न पत्र संबंधी बंडल खोला जाए। परीक्षा समाप्त होने के बाद ही परीक्षार्थी को केंद्र से बाहर जाने दिया जाए। परीक्षा से पूर्व 26 जून को सभी केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक तथा पर्यवेक्षकों की संयुक्त बैठक आयोजित की जाए।

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परीक्षा संबंधी तैयारियां को पूर्ण कराया जा रहा है। पर्यवेक्षकों की तैनाती हो चुकी है।

-रवि दत्त, डीआईओएस अमरोहा



UPTET : शिक्षकों के पद खाली, कैसे आए शिक्षा की हरियाली


UPTET :  शिक्षकों के पद खाली, कैसे आए शिक्षा की हरियाली



आजमगढ़ : सर्वशिक्षा अभियान के तहत सरकार भले ही करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही हो और शिक्षा को सुधारने का प्रयास कर रही हो, लेकिन जिले में जूनियर व प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापकों की कमी का आंकड़ा सच साबित कर रहा है। जिले में लक्ष्य के सापेक्ष 5658 शिक्षकों की कमी है। डेढ़ सौ से अधिक प्राथमिक व जूनियर विद्यालय एकल अध्यापकों के भरोसे चल रहे हैं। यानी कुल मिलाकर शिक्षा व्यवस्था के लिए सरकार की सारी योजनाओं पर पानी फिरता जा रहा है। अब जूनियर व प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का प्रमोशन भी हुआ है, ऐसे में कई ऐसे और विद्यालय एकल हो गए हैं

जिले में प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 2186 तथा जूनियर हाईस्कूल की संख्या 980 के करीब है। प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 3,27,465 है तो जूनियर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1,05674 है। इन्हें पढ़ाने के लिए कुल 7965 शिक्षकों की तैनाती की गई है। इसके अलावा जिले में कुल शिक्षा मित्रों की संख्या 3458 है। यानी 4,33,139 छात्रों को पढ़ाने के लिए पूरे जिले में 11,423 शिक्षक हैं। शासनादेश के अनुसार 35 छात्रों पर एक टीचर की नियुक्ति होनी चाहिए लेकिन जिले के ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश विद्यालयों पर एक-एक अध्यापकों व प्रधानाध्यापकों के भरोसे 150-150 छात्र हैं। ऐसे में प्रधानाध्यापक व अध्यापक अकेले छात्रों को पढ़ाकर कितनी शिक्षा की गुणवत्ता को बरकरार रख सकते हैं। इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

दूसरी तरफ सरकार प्राथमिक व जूनियर के छात्रों को मुफ्त कापी, किताब, ड्रेस व छात्रवृत्ति आदि का वितरण कर रही है। इसके बावजूद प्राथमिक व जूनियर शिक्षा की हालत बिगड़ती जा रही है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकार करोड़ों रुपये रैली व बैनर पर खर्च कर रही है।

इसके बावजूद प्राथमिक विद्यालयों व जूनियर विद्यालयों के शिक्षा व्यवस्था में बेहतर सुधार नहीं हो रहा है। कान्वेंट स्कूलों की तरफ लोगों का रूझान कुछ ज्यादा ही दिख रहा है। कोई भी विद्यालय ऐसा नहीं है, जिस पर कागजों में 80-100 छात्रों की संख्या दर्शाई न गई हो। जून माह में 194 प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का प्रमोशन करके जूनियर विद्यालय में भेजा गया है। इसी प्रकार 337 जूनियर के विद्यालयों को प्रमोशन कर हेड मास्टर बनाया गया है। ऐसे में जिन जगहों पर यह शिक्षक तैनात रहें होंगे, वहां के विद्यालय एकल हो जाएंगे। ऐसे में जुलाई माह से शुरू हो रहे सत्र से पहली परेशानी विभाग के लिए यही बनेगी।

इनसेट..

जूनियर विद्यालयों की स्थिति

स्वीकृत पद- कार्यरत- रिक्ति

प्रधानाध्यापक 969 646 325

सहायक अध्यापक 2978-2786-192

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प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति :

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प्रधानाध्यापक 1668-1652-16

सहायक अध्यापक 8006-2881- 5125

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कुल संख्या 13,721-7965-5658

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इनसेट..

शिक्षकों के खाली पदों को ट्रांसफर कर भरा जाएगा लेकिन प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है। जुलाई माह में कुछ शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी लेकिन इससे व्यवस्था पूरी तरह नहीं सुधरेगी। जूनियर विद्यालयों में प्रमोशन के बाद सभी पद तो भर दिए गए हैं लेकिन यहां भी शिक्षकों की कभी अभी बरकरार है। कुल मिलाकर शिक्षा की गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए हर विद्यालयों पर शिक्षकों की आवश्यकता है। सोमारू प्रधान : बेसिक शिक्षा अधिकारी।

इनसेट..

माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापकों का टोटा

आजमगढ़ : प्राथमिक व जूनियर के विद्यालयों को छोड़ दिया जाए तो माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापकों कमी हो गई है। इसकी वजह से एक शिक्षक व प्रवक्ता पर आठ-आठ घंटिया पढ़ाने का बोझ पड़ रहा है। इससे शिक्षा की व्यवस्था भी दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। जिले में कुल 559 इंटरमीडिएट तक के विद्यालय में हैं। इसमें 97 सरकारी विद्यालय और 462 प्राइवेट विद्यालय हैं। विभाग की मानें तो काफी संख्या में अध्यापक रिटायर्ड हुए हैं, लेकिन उनकी जगह पर कोई और अध्यापक की नियुक्ति नहीं हुई है। मानदेय पर शिक्षकों को रखकर किसी तरह संबधित विद्यालयों के प्रधानाचार्य शिक्षा व्यवस्था को संभाले हुए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक रामचेत ने बताया कि वैसे आयोग की तरफ से शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। अभी 30 जून को बहुत से शिक्षक रिटायर्ड होंगे। इसके बाद माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों भारी कमी होगी

News Source / Sabhaar : Jagran (23 Jun 2013)


Sunday, June 23, 2013

Bumper Recruitment in Bank and Airlines will happen


बैंक और एयरलाइंस में होंगी बंपर भर्तियां / Bumper Recruitment in Bank and Airlines will happen



बैंकिंग और एयरलाइंस सेक्टर में बंपर भर्तियां शुरू होने वाली है। इसके तहत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और एयरलाइंस कंपनियां जल्द ही अपने यहां हजारों लोगों को नौकरियां देंगी।

भारतीय स्टेट बैंक अपनी कारोबार विस्तार योजना के तहत चालू वित्त वर्ष में 10 हजार अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नियुक्त करेगा।

स्टेट बैंक इसमें 1,500 प्रोबेशनरी अधिकारी शमिल होंगे। इसके लिए भर्ती प्रक्रिया अप्रैल में शुरू हो गई है।

बैंक के अध्यक्ष प्रतीप चौधरी ने बताया कि बैंक ने पिछली तिमाही में अपनी शाखाओं में पर्याप्त कर्मचारियों को तैनात किया है और अपनी विभिन्न शाखाओं में 20 हजार सहायक ग्रेड के कर्मचारियों की भर्ती की है।

बैंक के करीब 7,500 कर्मचारी और अधिकारी चालू वित्त वर्ष में सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

एयरलाइंस में 5 हजार भर्तियां
एयरलाइन कंपनियां विस्तार की आक्रामक रणनीति अपनाते हुए आने वाले महीनों के दौरान 5,000 से अधिक कर्मचारियों की भर्तियां करने जा रही हैं।

विमानन उद्योग में यह नियुक्तियां एयरएशिया जैसी नई एयरलाइन कंपनियों के आने और आने वाले दिनों में ज्यादा संख्या में फ्लाइटों का संचालन किए जाने के चलते की जा रही हैं।

एयरएशिया ने अपने ग्राउंड स्टाफ व केबिन क्रू की भर्ती के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में साक्षात्कार व रोड शो का आयोजन भी शुरू कर दिया है। इसके अलावा जेट एयरवेज, इंडिगो व स्पाइस जेट ने भी भर्तियां शुरू कर दी 



Anudeshak recruitment in UP : सीएमजे के अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया से बाहर


Anudeshak recruitment in UP : सीएमजे के अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया से बाहर

•मेघालय गई समिति ने बीएसए को सौंपी रिपोर्ट
•यूनीवर्सिटी में लगे मिले ताले, सीबीआई कर रही जांच


ललितपुर। सीएमजे विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों की मान्यता की सत्यता जानने को मेघालय राज्य भेजी गई जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी है। इसमें चौंकाने वाले तथ्य उभरकर सामने आए हैं। सीएमजे विश्वविद्यालय को बीएड एवं बीपीएड पाठ्यक्रम कराने की मान्यता नहीं है। वहीं, विश्वविद्यालय को अन्य प्रदेशों में स्टडी सेंटर चलाने की भी अनुमति नहीं है। इस रिपोर्ट के आने के बाद सीएमजे संस्था के अभ्यर्थियाें का भविष्य अधर में लटक गया है।
परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के उद्देश्य से जिले में 750 अनुदेशकों के पदों पर भर्ती प्रक्रिया अपनाई जा रही है, इसमें सीएमजे विश्वविद्यालय से बीएड व बीपीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी जताई।
बीते दिनों इस संस्था के प्रमाण पत्रों की प्रमाणिकता पर ही सवाल उठने लगे थे, इस पर बीएसए विनोद कुमार मिश्रा ने एबीआरसी हेमंत तिवारी को मेघालय भेजकर इस संस्था के पाठ्यक्रमों की मान्यता की वास्तविकता पता करने के निर्देश दिए। शनिवार को उन्होंने जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी। रिपोर्ट में बताया गया है कि विश्वविद्यालय में ताले लगे हुए हैं। यहां के कुलपति की सीबीआई तलाश कर रही है। स्थानीय समाचार पत्रों में इस बात का प्रकाशन भी हो चुका है। जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत एक व्यक्ति ने पाठ्यक्रमों की मान्यता संबंधी जानकारी मांगी थी, इसके जवाब में बताया गया कि इस विश्वविद्यालय को कैंपस में ही मान्यता दी गई है, अन्य कहीं भी इसके स्टडी सेंटर संचालित नहीं किए जा सकते हैं। इसके अलावा बीएड एवं बीपीएड के पाठ्यक्रमों को मान्यता नहीं है। इधर, बीएसए का कहना है कि इस संस्था के तैंतीस अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया से ही बाहर रखा जाएगा। शेष 556 चयनित अभ्यर्थियों की सूची एक जुलाई के पहले जारी कर दी जाएगी।






News Source / Sabhaar : अमर उजाला (23.6.13)

UPTET 2013 : टीईटी-पीसीएस परीक्षा में एक से वंचित हो सकते हैं कई अभ्यर्थी


UPTET 2013 : टीईटी-पीसीएस परीक्षा में एक से वंचित हो सकते हैं कई अभ्यर्थी

Many Candidates may deprived of one of exam PCS OR UPTET 2013



इलाहाबाद(ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा एक दिन के अंतराल पर होने से अभ्यर्थियों को भारी परेशानी उठानी पड़ सकती है। पीसीएस परीक्षा 26 जून को पड़ रही है जबकि टीईटी 27 और 28 को है। परीक्षा केंद्र काफी दूर-दूर जिलों में बनाए गए हैं। पीसीएस परीक्षा के बाद दूसरे ही दिन सुबह दूरदराज के दूसरे जिले में पहुंचना तमाम अभ्यर्थियों के लिए काफी मुश्किल भरा होगा। इसे लेकर अभ्यर्थी काफी तनाव में हैं। कई अभ्यर्थियों की एक परीक्षा छूटने का खतरा उत्पन्न हो गया है।

पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में ऐसे परीक्षार्थी हैं, जिन्होंने टीईटी और पीसीएस दोनों परीक्षाओं के लिए आवेदन किया है। उनकी परेशानी यह है कि दोनों परीक्षाओं के केंद्र अलग-अलग जिलों में पड़ गए हैं। एक दिन के अंतराल पर दोनों परीक्षा तिथि पड़ने से इन छात्रों ने आयोग और सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का घेराव करके परीक्षा तिथि बदलने का आग्रह किया है। मालूम हो कि लोकसेवा आयोग ने पिछले दिनों ही परीक्षा तिथि में बदलाव किया था। उनका तर्क था कि पीसीएस परीक्षा में आवेदन पत्रों की संख्या चार लाख पार पहुंच गई है। अभ्यर्थियों के लिए अतिरिक्त परीक्षा केंद्र की व्यवस्था में वक्त लगेगा। यह तो लगभग तय है कि आयोग अब तिथि नहीं बदलेगा, ऐसे में टीईटी परीक्षा के लिए दबाव बन रहा है। शासन स्तर पर 22 जून को टीईटी परीक्षा तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई गई है। बताया गया कि बैठक में तिथि का मुद्दा भी उठेगा। हालांकि यह कहना मुश्किल है कि तिथियों में कोई बदलाव होगा। बताया गया कि आयोग की ओर से ऑनलाइन मिले आवेदन में परीक्षार्थी का मूल निवास देखे बिना ही केंद्र आवंटित कर दिया गया
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Is Baar UP Ki Samajvadi Party , BSP se bhee jyada  Nakal Rokne Va Pardarshita Rakhne Ki Kosish Kare

UPTET 2011 Ka Exam Ek Misaal Ban Gaya Jab OMR Ki 3 Copy Ki Vyavasthaa Ki Gayee ( Ek Carbon Copy Candidate Ke Pas, Ek Sarkar Ke pas Aur Ek Record Room Mein Rakhee Gayee)

Answer Key Online Jaree Ki Gayee, Aur Har Candidate Ko Kisee Bhee Shikayat Par Nistaran Ka Chance Diya Gayaa

Ek Bhee Candidate Dhandlee Mein Dosee Nahin Payaa Gayaa

Ab Sapa Sarkar Ka Time Hai , Aur is Baar Ka UPTET 2013 Ka Result Kaisa Rehtaa Hai Aur Kitnee Pardarshita Va Nakal Rokne Ke Saath Exam Hota Hai , Kaisee Vyavasthaa Rehtee Hai, Wait and Watch -




UPTET 2011 exam happened with good transparency by maintaining 3 copies of OMR Answer Sheet, One for Candidate, One for Record Room and One for Evaluation.And after some time Answer Key displayed ONLINE, so that candidate can check themselves for mistakes and can brought to notice of authorities to rectify the same.

Now Candidates are awaiting better transparency in UPTET 2013 exam with NO CHEATING in Exams.
So we have to wait and watch , How much better this UPTET 2013 exam happen in comparison to UPTET 2011 exam?


UPTET 2013 /STET: टीईटी में प्रतिबंधित रहेगा मोबाइल फोन


UPTET 2013 /STET: टीईटी में प्रतिबंधित रहेगा मोबाइल फोन 

परीक्षा की तैयारियां पूरी, सचिव बेसिक ने ली पूरी जानकारी


 जाब्यू, इलाहाबाद : राज्य शैक्षिक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की तैयारियां पूरी हो गई हैं। 27-28 जून को होने वाली इस परीक्षा की तैयारियों के बारे में सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने शनिवार को पूरी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि परीक्षा की निगरानी के लिए सचल दस्ते बनाए जाएं जो आकस्मिक रूप से विभिन्न केंद्रों पर पहुंचकर निरीक्षण करें। परीक्षा में नकल को हर कीमत पर रोका जाए। केंद्रों पर मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाया जाए।टीईटी में प्रदेश के सात लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी जिलाधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक पर होगी। बेसिक शिक्षा सचिव को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि सभी जिलों में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, जहां सभी सूचनाएं एकत्र होंगी


UPTET 2011 : टीईटी घोटाला


UPTET 2011 : टीईटी घोटाला

संजय मोहन को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

प्रभारी जिला न्यायालय कोर्ट में पत्नी ने दी अर्जी


कानपुर। सुप्रीम कोर्ट ने टीईटी घोटाले में पूर्व माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन को जमानत दे दी है। उनकी पत्नी ने शनिवार को प्रभारी जिला जज/एडीजे 1 मो. असलम की कोर्ट में अर्जी लगाई। कोर्ट ने पांच-पांच लाख की दो जमानतें और इतनी राशि के निजी बंधपत्र दाखिल करने को कहा है।
टीईटी घोटाले में संजय मोहन पूर्व निदेशक माध्यमिक शिक्षा, विनय कुमार सिंह शिक्षक आगरा, रतन कुमार मिश्र शिक्षक आगरा, अमरेंद्र कुमार जायसवाल, देशराज सिंह, अशोक मिश्र, मनीष उर्फ मोहन चतुर्वेदी शिक्षक औरेया, माधव उर्फ माधवेंद्र सिंह शिक्षक बंदायू, हेमंत कुमार शाक्य, योगेश कुमार लोधी, रमाशंकर मिश्र, नरेंद्र प्रताप सिंह एपीसी साक्षरता मिशन लिटरेसी हाउस लखनऊ, बिजनेश पाल जेल में हैं।

अशोक मिश्र और बिजनेश पाल जमानत पर हैं। ब्रजेश पाल और दिनकर मिश्र की पत्रावली अलग कर दी गई है। पूर्व शिक्षा निदेशक की जमानत हाईकोर्ट से खारिज हो गई थी। इस पर सुप्रीम कोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई गई थी। जिला शासकीय अधिवक्ता शंभू सिंह यादव ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एके पटनायक और जस्टिस रंजन गगोई की कोर्ट ने पूर्व शिक्षा निदेशक की जमानत मंजूर कर दी है। संजय मोहन की पत्नी ने जिला जज कानपुर देहात की कोर्ट में अर्जी के साथ सुप्रीम कोर्ट का आदेश लगाया। इसकी सुनवाई प्रभारी जिला जज/एडीजे 1 की कोर्ट में हुई। कोर्ट ने पांच-पांच लाख की दो जमानतें और इतनी ही राशि के निजी बंध पत्र दाखिल करने का आदेश दिया है






News Source  / Sabhaar :अमर उजाला  (23.6.13)
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TET scam case is running from last one and half year and still Sanjay Mohan is not accused,
If he will not convicted then its impact on selection process will be very high.

Saturday, June 22, 2013

News सोमनाथ की तरह केदारनाथ फिर बसाने का मोदी संकल्प


सोमनाथ की तरह केदारनाथ फिर बसाने का मोदी संकल्प


सोमनाथ का पुनरुद्धार कर अमर हो गए सरदार पटेल के नक्शे कदम पर चलते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ के जीर्णोद्धार का बीड़ा उठाया है। प्रकृति की विनाशलीला में तबाह हुए बाबा केदारनाथ धाम को दोबारा बसाने के प्रस्ताव से मोदी की प्रखर हिंदुत्व की छवि पर भगवा रंग और गाढ़ा हो गया है।




गुजरात में अरब सागर स्थित सोमनाथ के उद्धारक सरदार पटेल की दुनिया में सबसे बड़ी मूर्ति स्थापित करने का काम मोदी पहले ही शुरू कर चुके हैं। इसके लिए उन्होंने देश के हर गांव से खेती-किसानी के काम में इस्तेमाल किया हुआ थोड़ा-थोड़ा लोहा मांगा है। इस लोहे को गलाकर ही लौहपुरुष की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई जानी है। लौहपुरुष पटेल की ही तर्ज पर मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से गुजरात सरकार की तरफ से केदारनाथ पुनरुद्धार की पेशकश की है।

बहुगुणा से मुलाकात के बाद मोदी ने कहा कि चारों धामों में एक बाबा केदारनाथ मंदिर परिसर पूरी तरह बर्बाद हो गया है। गुजरात सरकार उसका फिर से निर्माण करेगी। अगर उत्तराखंड सरकार हमें जिम्मेदारी सौंपेगी तो हम अत्याधुनिक तरीके से उसका निर्माण कराएंगे। करोड़ों हिंदुओं की आस्था से जुड़े बाबा केदारनाथ स्थल का हाल भी आजादी के समय बाबा सोमनाथ मंदिर से कुछ जुदा नहीं है। आजादी के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल 13 नवंबर 1947 में सोमनाथ गए थे। तब वह एकदम ध्वस्त था। उसके पुनर्निर्माण का बीड़ा उन्होंने उठाया और 11 मई 1951 को तत्कालीन राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद ने मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की।

सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर अब हिमालय की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ के पुनरुद्धार के मोदी के संकल्प पर उत्तराखंड और केंद्र सरकार का रुख देखना है। वैसे केदारनाथ धाम समिति के संत और उसके सदस्य पुनर्निर्माण पर फैसला लेंगे। चूंकि आपदा राहत कार्यो के बीच बाबा केदारनाथ को बसाने का सबसे पहला प्रस्ताव मोदी ने ही दिया है इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि उत्तराखंड या केंद्र की कांग्रेस शासित सरकारें क्या फैसला लेती हैं? करोड़ों देशवासियों की भावनाओं से जुड़े बाबा केदारनाथ के पुनरुद्धार की पेशकश को यूं ही ठुकराना उनके लिए आसान नहीं होगा। खुद ही केंद्र सरकार इसकी कमान संभाले या फिर कोई दूसरा रास्ता निकालेगी, यह देखना होगा



News Source / Sabhaar : Jagran (22 Jun 2013 )

UPTET 2013 : शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी पूरी






गाजीपुर : जिला प्रशासन की ओर से शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की तैयारी पूरी कर ली गई है। जिलाधिकारी चंद्रपाल सिंह ने कैंप कार्यालय में परीक्षा की तैयारी के संबंध में समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि नकलविहीन एवं शांतिपूर्वक परीक्षा संपन्न कराने के लिए 10 केंद्रों के लिए केंद्र व्यवस्थापकों की नियुक्ति की गई है। शासनादेश का पालन कड़ाई से होना चाहिए। पुलिस अधीक्षक डा. उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि शांतिपूर्ण व्यवस्था के लिए यातायात व्यवस्था सुदृढ़ की दी गई है। समस्त परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त फोर्स की व्यवस्था कर दी गई है। 27 जून से परीक्षा शुरू होगी।

अपर जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार ने कहा कि सचल दस्ता पर्वेक्षक मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। प्रश्न पत्रों को कोषागार में सुरक्षित डबल लाक में रखने की व्यवस्था है। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक रामकरन यादव, समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक आदि उपस्थित थे

UPTET 2013 : टीईटी परीक्षा में डालेंगे अड़ंगा


UPTET 2013 : टीईटी परीक्षा में डालेंगे अड़ंगा





गाजीपुर : पीजी कालेज में पिछले दिनों हुई मारपीट के मामले में दर्ज प्राथमिकी वापस न लेने कर्मचारी टीईटी परीक्षा न कराने पर बाध्य होंगे। अपनी मांगों को लेकर समस्त शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का धरना शनिवार को 12वें दिन भी जारी रहा। साथ ही अन्य संगठनों ने धरने को पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया है। उधर छात्रों ने बैठक कर धरना एवं भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है।

कर्मचारी नेता रामानुज राय ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते इसका कोई हल नहीं निकलता है तो आंदोलन वृहद रूप ले सकता है। कर्मचारी नेता विवेक कुमार ने इस लड़ाई को आर-पार लड़ने का आह्वान किया। जिलाध्यक्ष गोपालजी तिवारी ने सभी शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को 24 जून को शत-प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया जिससे महाविद्यालय की एकजुटता प्रदर्शित हो सके