Anudeshak recruitment in UP : सीएमजे के अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया से बाहर
•मेघालय गई समिति ने बीएसए को सौंपी रिपोर्ट
•यूनीवर्सिटी में लगे मिले ताले, सीबीआई कर रही जांच
ललितपुर। सीएमजे विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों की मान्यता की सत्यता जानने को मेघालय राज्य भेजी गई जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी है। इसमें चौंकाने वाले तथ्य उभरकर सामने आए हैं। सीएमजे विश्वविद्यालय को बीएड एवं बीपीएड पाठ्यक्रम कराने की मान्यता नहीं है। वहीं, विश्वविद्यालय को अन्य प्रदेशों में स्टडी सेंटर चलाने की भी अनुमति नहीं है। इस रिपोर्ट के आने के बाद सीएमजे संस्था के अभ्यर्थियाें का भविष्य अधर में लटक गया है।
परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के उद्देश्य से जिले में 750 अनुदेशकों के पदों पर भर्ती प्रक्रिया अपनाई जा रही है, इसमें सीएमजे विश्वविद्यालय से बीएड व बीपीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी जताई।
बीते दिनों इस संस्था के प्रमाण पत्रों की प्रमाणिकता पर ही सवाल उठने लगे थे, इस पर बीएसए विनोद कुमार मिश्रा ने एबीआरसी हेमंत तिवारी को मेघालय भेजकर इस संस्था के पाठ्यक्रमों की मान्यता की वास्तविकता पता करने के निर्देश दिए। शनिवार को उन्होंने जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी। रिपोर्ट में बताया गया है कि विश्वविद्यालय में ताले लगे हुए हैं। यहां के कुलपति की सीबीआई तलाश कर रही है। स्थानीय समाचार पत्रों में इस बात का प्रकाशन भी हो चुका है। जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत एक व्यक्ति ने पाठ्यक्रमों की मान्यता संबंधी जानकारी मांगी थी, इसके जवाब में बताया गया कि इस विश्वविद्यालय को कैंपस में ही मान्यता दी गई है, अन्य कहीं भी इसके स्टडी सेंटर संचालित नहीं किए जा सकते हैं। इसके अलावा बीएड एवं बीपीएड के पाठ्यक्रमों को मान्यता नहीं है। इधर, बीएसए का कहना है कि इस संस्था के तैंतीस अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया से ही बाहर रखा जाएगा। शेष 556 चयनित अभ्यर्थियों की सूची एक जुलाई के पहले जारी कर दी जाएगी।
News Source / Sabhaar : अमर उजाला (23.6.13)
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