UP News : आगरा में खंडपीठ के लिए ताज पर दिखाया दमखम
Agra a world famous place known for City of Taj comes in News for Demanding High court Bench in Agra.
In ancient times Agra was Capital of India and famous for Education Point
Initially Agra has a high-court which was later on shifted to Allahabad.
I want to add one more thing -
Agra is famous for its tourism industry and it is well known fact that
many international tourist come to India to see a glimpse of Taj.
If international flights possible in Agra then can also possible that Hotel industry of Delhi may face big trouble as many people directly land to Agra instead of Delhi.
खंडपीठ आगरा का हक है। जनता का अधिकार उसेे मिलना चाहिए। हाईकोर्ट पहले आगरा में ही था जिसे बाद में इलाहाबाद में स्थापित कर दिया गया। इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सोमवार को आगरा में वी वांट हाईकोर्ट का नारा बुलंद हुआ। ताज पर ताकत दिखाने निकले अधिवक्ताओं ने पुलिस के छक्के छुड़ा दिए। पुलिस घेराबंदी तोड़ ताज के पाश्र्र्व से लेकर अन्य गेटों तक पहुंच गए और हाईकोर्ट खंडपीठ की आवाज बुलंद की। लगभग चार घंटे तक ताज के रास्तों पर प्रदर्शन का असर दिखाई दिया। पुलिस से हुई झड़प में छह अधिवक्ता चुटैल हो गए।
27 वर्ष से शहर में उच्च न्यायालय की खंडपीठ की स्थापना को लेकर जारी लड़ाई को मंजिल तक पहुंचाने के लिए बुधवार को अधिवक्ताओं के साथ पूरा शहर उमड़ पड़ा। ताजमहल पर प्रदर्शन के साथ ही आर या पार की लड़ाई का ऐलान किया। राजनीतिक दलों, सामाजिक, शैक्षिक और व्यापारिक संगठनों ने वकीलों के कंधे से कंधा मिलाकर आगरा में खंडपीठ लेकर रहेंगे का नारा बुलंद किया। मंडलायुक्त कार्यालय से लेकर पुरानी मंडी तक वकीलों और समर्थकों का सैलाब था। हर तरफ ‘वी वांट हाईकोर्ट’ के नारे की गूंज थी
इसके पहले पिछले वर्ष पांच दिसंबर को अधिवक्ताओं ने ताज का घेराव किया था। आगरा में हाईकोर्ट खंडपीठ को लेकर चल रहे आंदोलन में सोमवार को ताजमहल के घेराव का कार्यक्रम था। आगरा और अलीगढ़ मंडल के अधिवक्ताओं के पहुंचने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया। ताज पर प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए थे। सुबह लगभग दस बजे अधिवक्ताओं की टोली ताज के पाश्र्र्व में मेहताब बाग पहुंची और प्रदर्शन किया। सूचना पर पुलिस ने उन्हें वहां से हटाया, तो जमकर तकरार हुई।
इधर, दीवानी और तहसील में तालाबंदी के बाद अधिवक्ता, राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के लोग कमिश्नरी पहुंचे। दोपहर लगभग 12 बजे यहां से जुलूस रवाना हुआ। पुलिस ने जुलूस को पुरानी मंडी चौराहे पर रोकने के पूरे इंतजाम कर रखे थे, मगर बैरियर तोड़ते हुए अधिवक्ताओं की टोली गुरिल्ला अंदाज में पश्चिमी और पूर्वी गेट तक पहुंच गई। दूसरी टोली ने शाहजहां गार्डन की पाबंदी को तोड़ दिया। रास्ते में पुलिस से जमकर झड़प हुई, जिसमें आधा दर्जन अधिवक्ता चुटैल हो गए। बाद में अधिकारियों ने स्थिति संभाल ली। पुरानी मंडी चौराहे पर खंडपीठ आंदोलन संघर्ष समिति की सभा हुई, जिसमें अधिवक्ताओं और राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने पूरी ताकत से आंदोलन को बढ़ाने का संकल्प लिया।
अधिवक्ताओं के आंदोलन को देखते हुए पर्यटकों ने रास्ते बदल लिए। पुरानी मंडी चौराहे की पार्किंग और सड़क पर दुकानें नदारद थीं। पर्यटकों की गाड़ियां भी यहां से नहीं गुजरीं। ताज पर पर्यटकों की भीड़ सामान्य दिनों से कम नजर आई। पुलिस की अतिरिक्त सुरक्षा को देखते हुए पर्यटक भी विचलित नजर आए, मगर आंदोलन कारियों ने उन्हें कहीं नहीं रोका। प्रदर्शन में आगरा अलीगढ़ मंडल के अधिवक्ताओं के अलावा आगरा के जनप्रतिनिधि व सामाजिक संगठन शामिल रहे।
संघर्ष समिति संयोजक केडी शर्मा ने बताया कि दीवानी में हड़ताल फिलहाल जारी रहेगी। मंगलवार को बुलाई गई बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी
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