LT Grade Teacher Uttar Pradesh : एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में खत्म होगा पीजी का वेटेज
PG Weightage is Not Bad, But If Weightage is given in concerned subject in which candidate did PG (Post Graduation) and is selection happens to particular subject teacher.
Suppose Selection is for Maths teacher, then weightage of M.A.M.Sc (Maths) is a good step.
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एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में खत्म होगा पीजी का वेटेज
लखनऊ : राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षकों के चयन में परास्नातक को वेटेज देने की व्यवस्था खत्म होगी। इसके लिए नियमावली में संशोधन कराया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस बारे में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। प्रस्ताव को लेकर शासन स्तर पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। जल्दी ही इस प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूर कराया जाएगा।
राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती के लिए वर्ष 1992 में नियमावली अधिसूचित की गई थी।
नियमावली के मुताबिक राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए अनिवार्य शैक्षिक योग्यता स्नातक है। नियमावली में यह भी प्रावधान है कि यदि कोई अभ्यर्थी स्नातक के साथ परास्नातक है तो उसे अंकों का वेटेज दिया जाएगा। यदि अभ्यर्थी ने परास्नातक प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया है तो उसे 25 अतिरिक्त अंक दिये जाने की व्यवस्था है। वहीं द्वितीय और तृतीय श्रेणी से परास्नातक उत्तीर्ण करने पर क्रमश: 15 व 10 अतिरिक्त अंक देने का प्रावधान है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत जूनियर हाईस्कूलों से उच्चीकृत किये गए राजकीय हाईस्कूलों में जब शिक्षकों की भर्ती शुरू हुई तो परास्नातक को वेटेज दिये जाने के प्रावधान को लेकर कुछ अभ्यर्थी कोर्ट चले गए। 1अभ्यर्थियों का तर्क था कि यदि भौतिकी विषय के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी ने स्नातक स्तर पर बीएससी करने के बाद अंग्रेजी में परास्नातक किया हो तो उसे वेटेज देने का क्या औचित्य है। इस पर अदालत ने शिक्षकों की भर्ती पर रोक लगा दी थी। इस गतिरोध को समाप्त करने के लिए शासन ने माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से प्रस्ताव मांगा है। सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार ने बताया कि इस बारे में निदेशालय से प्रस्ताव प्राप्त हो गया है। प्रस्ताव में परास्नातक को वेटेज का प्रावधान समाप्त करने की सिफारिश की गई है। उन्होंने कहा कि शासन इससे सैद्धांतिक तौर पर सहमत है। प्रस्ताव को जल्द ही कैबिनेट से मंजूरी दिलायी जाएगी।जागरण ब्यूरो, लखनऊ : राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षकों के चयन में परास्नातक को वेटेज देने की व्यवस्था खत्म होगी। इसके लिए नियमावली में संशोधन कराया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस बारे में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। प्रस्ताव को लेकर शासन स्तर पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। जल्दी ही इस प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूर कराया जाएगा। 1राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती के लिए वर्ष 1992 में नियमावली अधिसूचित की गई थी। नियमावली के मुताबिक राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए अनिवार्य शैक्षिक योग्यता स्नातक है। नियमावली में यह भी प्रावधान है कि यदि कोई अभ्यर्थी स्नातक के साथ परास्नातक है तो उसे अंकों का वेटेज दिया जाएगा। यदि अभ्यर्थी ने परास्नातक प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया है तो उसे 25 अतिरिक्त अंक दिये जाने की व्यवस्था है। वहीं द्वितीय और तृतीय श्रेणी से परास्नातक उत्तीर्ण करने पर क्रमश: 15 व 10 अतिरिक्त अंक देने का प्रावधान है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत जूनियर हाईस्कूलों से उच्चीकृत किये गए राजकीय हाईस्कूलों में जब शिक्षकों की भर्ती शुरू हुई तो परास्नातक को वेटेज दिये जाने के प्रावधान को लेकर कुछ अभ्यर्थी कोर्ट चले गए।
अभ्यर्थियों का तर्क था कि यदि भौतिकी विषय के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी ने स्नातक स्तर पर बीएससी करने के बाद अंग्रेजी में परास्नातक किया हो तो उसे वेटेज देने का क्या औचित्य है। इस पर अदालत ने शिक्षकों की भर्ती पर रोक लगा दी थी। इस गतिरोध को समाप्त करने के लिए शासन ने माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से प्रस्ताव मांगा है। सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार ने बताया कि इस बारे में निदेशालय से प्रस्ताव प्राप्त हो गया है। प्रस्ताव में परास्नातक को वेटेज का प्रावधान समाप्त करने की सिफारिश की गई है। उन्होंने कहा कि शासन इससे सैद्धांतिक तौर पर सहमत है। प्रस्ताव को जल्द ही कैबिनेट से मंजूरी दिलायी जाएगी
News Sabhaar : Jagran (21.8.13)
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In LT Grade Teacher Weightage of teacher is given as following -
PG 1st Div - 15 Marks
PG 2nd Div - 10 Marks
PG 3rd Div - 5 Marks
Earlier LT Grade Female Teacher selection happens also using weightage of Post Gradutae marks,
But many candidate taken wrong benefit as per following -
For Science teacher , weighatge of P.G in M.A/ any subject was given which is not concerned with science subject.
So many rounds of Counslling happens but as per some sources , its recruitment process was not yet completed.
Problem is - There was no centralized recruitment process in UP, and candidate applied in hardcopy application format separately Mandalwise, And many candidate applied in 10-15 mandals and therefore counslling happens again and again.
There was no ONLINE SYSTEM, And therefore candidates was unable to know Cut-off marks of each mandal with an ease.
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