UPTET / Shiksha Mitra News : टीईटी के नाम पर भड़के शिक्षा मित्र, करेंगे विरोध
लखनऊ। शिक्षा मित्र टीईटी के नाम पर भड़क गए हैं। उनका कहना है कि 13 साल की सेवा के बाद उनके लिए टीईटी की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए। वह पहले से ही बच्चों को पढ़ा रहे हैं और शिक्षक की श्रेणी में आते हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद उन्हें प्रशिक्षित कर समायोजित करते हुए वेतनमान दिया जाना चाहिए न कि टीईटी की अनिवार्यता उन पर लागू की जानी चाहिए। शिक्षा मित्र शीघ्र ही इस संबंध में मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखेंगे। इसके बाद भी इस पर विचार न किया गया तो आंदोलन छेड़ेंगे।
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी स्कूलों में मौजूदा समय करीब 1.76 लाख शिक्षा मित्र बच्चों को पढ़ाते हैं। प्रदेश में शिक्षा मित्रों को रखने की प्रक्रिया वर्ष 2000 से शुरू हुई थी। राज्य सरकार ने वर्ष 2011 में इन्हें दो वर्षीय बीटीसी का प्रशिक्षण देकर सहायक अध्यापक बनाने का निर्णय किया था। पर हाईकोर्ट की ने 30 मई 2013 को यह आदेश दिया है कि प्राइमरी स्कूलों में टीईटी पास ही केवल शिक्षक बनने के लिए पात्र होगा। बेसिक शिक्षा विभाग इसके आधार पर संशोधित नियमावली का प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार शाही और उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष के अध्यक्ष गाजी इमाम आला ने कहा है कि टीईटी नए शिक्षकों की भर्ती के लिए अनिवार्य है।
शिक्षा मित्र तो शिक्षक की श्रेणी में आते हैं, ऐसे में उनके ऊपर टीईटी नहीं थोपा जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि शिक्षा मित्रों का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलेगा और इस संबंध में अपना पक्ष रखेगा
News Sabhaar: अमर उजाला (29.8.13)
sale nalayko govt ne tumhe bharti kar ke bahut badi galti ki aur dekha h tumhe kitna aata h jo 5 class ke bachhe ko apne name ke spelling nahi aate,
ReplyDeletetumhe sab ko nikal kar b.ed +tet ko bharti karna chahiye,tabhi sudhar hoga up ki education ka
ReplyDeleteHm log pagal h jo b ed tet ctet krne k baad bhi ghar baithe h sarkar pagal ho gyi h jo difference nhi dekh pa rhi ki kon better h or kon nhi
ReplyDeletehum log real me pagal hain, agar pagal nahi hote to ab tak teacher ban chuke hote .jitni gussa net ki site par nikalte hain uska aadha bhi roads par nikalte to ab tak joining mil chuki hoti
Deletehum log real me pagal hain, agar pagal nahi hote to ab tak teacher ban chuke hote .jitni gussa net ki site par nikalte hain uska aadha bhi roads par nikalte to ab tak joining mil chuki hoti
DeleteVERY AUTHENTIC SUGGESION VIJAY BHAI.
ReplyDeletebhai shiksha mitra appko kewal sahyog ke liye rakha gaya tha na ki kisi nakari par, aap intermediate paas hokar teacher banane ka khwab dekh rahe hain, aur jo B.Ed. TET,CTET kiya hai ya kar raha hai wo bewkoof hai?????????
ReplyDeletehamaeri sarkar BEWKOOF hai, tum jaise logo ko rakhna hi nahi chahiye tha.
Hath pakdaya to GARDAN hi pakad liye Shikshamitro.
AUKAT HO TO UPTET, CTET PAAS HOKAR DIKHAO, tab ham janenge ki tum log wakai me padhane yogya ho,
DUSARO KA HAK MAT MAARO.
MEHANAT KARO, FREE ME KHANE K LIYE MAT SOCHO.
क्रोधात भवति सम्मोह:,सम्मोहात याति स्मृति विभ्रमः।स्मृति भ्रमात बुध्र्दिनाशो, बुध्र्दिनाशात प्रणश्यति।।
ReplyDeleteDesh ke bhavi shikshko ki ye language thik nhi h sir aap logo ka trk thik h or jayj bhi but hme nhi bhoolna chahiye ki hm pr ek teacher ka label lga h
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