बीएड की दूसरी काउंसलिंग पांच से
झांसी(ब्यूरो)। सुप्रीम कोर्ट से बीएड की द्वितीय काउंसलिंग को हरी झंडी मिलने के बाद बुंदेलखंड विश्वविद्यालय तैयारियों में जुट गया है। पांच अक्तूबर से शुरू होने वाली काउंसलिंग में विश्वविद्यालय एक से अंतिम रैंक तक के छूटे अभ्यर्थियों को भी मौका देगा। कक्षाएं 16 अक्तूबर से शुरू कर दी जाएंगी।
अभी तक एक से एक लाख सत्तर हजार रैंक तक के अभ्यर्थियों की काउंसलिंग की जा चुकी है जिसके बावजूद प्रदेश भर में बीएड की करीब 70 हजार सीटें खाली रह गईं हैं। इनको भरने के लिए द्वितीय काउंसलिंग कराने को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश स्ववित्त पोषित कॉलेज प्रबंधक वेलफेयर एसोसिएशन समेत राज्य सरकार ने भी काउंसलिंग के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने द्वितीय काउंसिलिंग को हामी भर दी। इसके बाद बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किए गए कार्यक्रम के मुताबिक पांच से दस अक्तूबर तक अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की जाएगी। राज्य काउंसिलिंग समन्वयक प्रो. ओपी कंडारी ने बताया कि पांच और सात अक्तूबर को एक लाख सत्तर हजार एक से दो लाख चौदह हजार रैंक तक के छात्र-छात्राओं की काउंसिलिंग की जाएगी। वहीं, नौ और दस अक्तूबर को एक से दो लाख चौदह हजार रैंक तक के छूटे अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग का मौका दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नौ को एक से एक लाख दस हजार और दस अक्तूबर को एक लाख दस हजार एक से दो लाख चौदह हजार रैंक तक के अभ्यर्थियों की काउंसलिंग और कॉलेज एलॉट होने से छूट गए अभ्यर्थियों की बुलाया जाएगा।
समस्या का समाधान 11 से
झांसी। प्रदेश भर में काउंसिलिंग करा चुके कई अभ्यर्थियों ने बैंक में फीस जमा करने के बजाए कॉलेज में फीस जमा कर दी है, इससे उनके प्रवेश में बाधा उत्पन्न हो गई है। इसके साथ ही कई अभ्यर्थियों की भी अलग-अलग समस्याएं हैं, जिनके समाधान के लिए संबंधित अभ्यर्थी 11 अक्तूबर से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय आकर विभागीय अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
झांसी(ब्यूरो)। सुप्रीम कोर्ट से बीएड की द्वितीय काउंसलिंग को हरी झंडी मिलने के बाद बुंदेलखंड विश्वविद्यालय तैयारियों में जुट गया है। पांच अक्तूबर से शुरू होने वाली काउंसलिंग में विश्वविद्यालय एक से अंतिम रैंक तक के छूटे अभ्यर्थियों को भी मौका देगा। कक्षाएं 16 अक्तूबर से शुरू कर दी जाएंगी।
अभी तक एक से एक लाख सत्तर हजार रैंक तक के अभ्यर्थियों की काउंसलिंग की जा चुकी है जिसके बावजूद प्रदेश भर में बीएड की करीब 70 हजार सीटें खाली रह गईं हैं। इनको भरने के लिए द्वितीय काउंसलिंग कराने को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश स्ववित्त पोषित कॉलेज प्रबंधक वेलफेयर एसोसिएशन समेत राज्य सरकार ने भी काउंसलिंग के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने द्वितीय काउंसिलिंग को हामी भर दी। इसके बाद बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किए गए कार्यक्रम के मुताबिक पांच से दस अक्तूबर तक अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की जाएगी। राज्य काउंसिलिंग समन्वयक प्रो. ओपी कंडारी ने बताया कि पांच और सात अक्तूबर को एक लाख सत्तर हजार एक से दो लाख चौदह हजार रैंक तक के छात्र-छात्राओं की काउंसिलिंग की जाएगी। वहीं, नौ और दस अक्तूबर को एक से दो लाख चौदह हजार रैंक तक के छूटे अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग का मौका दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नौ को एक से एक लाख दस हजार और दस अक्तूबर को एक लाख दस हजार एक से दो लाख चौदह हजार रैंक तक के अभ्यर्थियों की काउंसलिंग और कॉलेज एलॉट होने से छूट गए अभ्यर्थियों की बुलाया जाएगा।
समस्या का समाधान 11 से
झांसी। प्रदेश भर में काउंसिलिंग करा चुके कई अभ्यर्थियों ने बैंक में फीस जमा करने के बजाए कॉलेज में फीस जमा कर दी है, इससे उनके प्रवेश में बाधा उत्पन्न हो गई है। इसके साथ ही कई अभ्यर्थियों की भी अलग-अलग समस्याएं हैं, जिनके समाधान के लिए संबंधित अभ्यर्थी 11 अक्तूबर से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय आकर विभागीय अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
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