Sunday, January 22, 2012

UPTET : Postal Department snatches Primary Teacher Jobs from Many TET Unemployed Candidates


डाक विभाग ने छीना बेरोजगारों से मौका

(UPTET : Postal Department snatches Primary Teacher Jobs from Many TET Unemployed Candidates)

फीरोजाबाद, निज प्रतिनिधि : इससे तो अच्छा है एक दिन की छुंट्टी ले लेते तथा मैनपुरी जाकर फार्म वहां के डाकघर में डाल आते। अब तो नौकरी का मौका भी हाथ से गया। कुछ यही अलफाज निकल रहे हैं फीरोजाबाद के तमाम युवाओं के मुख से। डाक विभाग की स्पीड पोस्ट पांच दिन में मैनपुरी एवं इटावा भी नहीं पहुंच सकी है। एक के बाद में दूसरा फार्म वापस लौट रहा है।
डाक विभाग के प्रति टीईटी आवेदन कर रहे अभ्यर्थियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। एक के बाद दूसरे आवेदक पर फार्मो के बंडल पहुंच रहे हैं। वहीं चौंकाने वाली बात यह है प्रदेश में 5 दिनों में डाक विभाग रजिस्ट्री एवं स्पीड पोस्ट डिलीवरी नहीं कर पाया है। ऐसे में आवेदकों ने कोर्ट में जाने की तैयारी की है। अगर आवेदकों ने कोर्ट में अपील की तो डाक विभाग के लिए भी दुश्वारियां खड़ी होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
गौरतलब रहे, जब प्रदेश में सिटीजन चार्टर लागू है। उस दौर में डाक विभाग धन लेकर भी सेवा समय सीमा में नहीं दे रहा है। डाक विभाग आज भी पुराने ढर्रे पर नतीजा सामने है। प्राइवेट कॉलेजों में पढ़ाते हुए जैसे-तैसे परिवार चलाने वाले शिक्षकों ने सैकड़ों रुपए खर्च कर टीईटी के फार्म भरे, लेकिन यह फार्म वापस लौट आए हैं। डाक विभाग की इस गलती ने नौकरी का मौका भी इन आवेदकों से छीन लिया है। अब आवेदक इधर-उधर दौड़ रहे हैं। किशन नगर निवासी विवेक उपाध्याय को ही देखें। विवेक ने भारतीय डाक सेवा की स्पीड पोस्ट सेवा से पांच जनवरी को 15 फार्म अलग- अलग जिलों में भेजे थे। विवेक उपाध्याय के पास अब तक 15 फार्म वापस लौट आए हैं। विवेक का कहना है कि नौकरी का मौका मिला। डाक विभाग ने मौके को छीन लिया। कुछ ऐसा ही हाल मुंशी महाराज इंटर कालेज के शिक्षक उपेंद्र कुमार उपाध्याय का है। इन्होने भी 5 जनवरी को स्पीड पोस्ट से 13 जिलों में आवेदन किए थे। अब तक उपेंद्र के नौ फार्म वापस आ गए हैं। चौंकाने वाली बात है फीरोजाबाद के पड़ोसी जिले इटावा एवं मैनपुरी तक के फार्म भी वापस आए हैं।
सूचना अधिकार में भी नहीं देते जवाब

UPTET : Blog Editorial - Selection of Primary Teacher (PRT) in UP through TET (Teacher Eligibility Exam) in various DIETs


UPTET : Blog Editorial
 
About - Selection of Primary Teacher (PRT) in UP through TET (Teacher Eligibility Exam) in various DIETs
 
ब्लॉग सम्पादकीय ,
पाठकों आप सभी लोगों ने काफी सारे कमेन्ट के माध्यम से अपने सुझाव , समस्याएँ रखी, साथ ही इस ब्लॉग में नित नयी न्यूज़ / सूचनाओं का संकलन होता रहा |
अभी काफी सारे शिक्षक उम्मीदवारों में एक घबराहट / अनिश्चितता का माहोल है की हाईकोर्ट का क्या निर्णय आएगा |
हाईकोर्ट एक फरवरी को निर्णय देगा वो एकेडमिक वर्सस टीईटी नहीं है, वो विज्ञापन के निकालने के अधिकार को लेकर है (क्या बोर्ड विज्ञापन जारी करेगा या जिले का डायट)
टीईटी  परीक्षा के बारे में हाईकोर्ट  का क्या कहना है -
So far as making of qualifying examination basis of selection is concerned, it is always permissible to the rules framing authority to determine the criteria for selection which may base on the merits of the candidate possessed in various academic qualifications or qualifying test or any other criteria which may otherwise be valid and once it is so determined
 
कोई भी परीक्षा १०० प्रतिशत शुद्धता से परिपूर्ण नहीं कही जा सकती ( शून्य व् एब्स्लुट १०० की परिभाषा करना अत्यंत जटिल है ) किसी एक्साम में किसी छात्र को २ मिनट एक्स्ट्रा मिल जाते हैं और किसी को २ मिनट कम |
बहुत सारी परीक्षाओं में विसंगतियां होती हैं इसका ये अर्थ नहीं होना चाहिए की समूर्ण प्रक्रिया को ही समाप्त कर दें ( अगर किसी की गर्दन में दर्द हो रहा हो तो उसका इलाज करने की जगह
उसका गला काटना क्या सही है )
अगर कहीं कोई खामियां है, कुछ  गलत किया है तो उसको सुधारना चाहिए |
इस परीक्षा में लाखों छात्रों ने परिश्रम, समय , परीक्षा शुल्क आदि दिया है और सरकार का भी इस प्रक्रिया में समय , धन व्यय हुआ है |
साथ ही सरकार की जिम्मदारी भी है   जल्द से जल्द से शिक्षा के अधिकार को लागु करे व् लाखों लोगों का भविष्य उज्जवल हो सके |
 
 
आदर्श परीक्षा वह है जो एक समानता का अवसर दे सके, काफी समय से ख़बरें रही के यु पी बोर्ड में नोकरी आदि के अवसरों (यदि मेरिट एकेडमिक  मार्क्स के आधार पर बनाई जाती है)   में यु पी बोर्ड पिछड  रहा  है
 

UPTET : Approx. 38500 forms received against 200 PRT/Vishist BTC Seats in Gajrola DIET


सीटे दो सौ, फार्म साढ़े अड़तीस हजार

(UPTET : Approx. 38500 forms received against 200 PRT/Vishist BTC Seats in Gajrola DIET)

गजरौला (ज्योतिबाफुलेनगर)। विशिष्ट बीटीसी के तहत जिले को मिली दो सौ सीटें दावेदारों की भीड़ के सामने ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहीं हैं। डायट को निर्धारित तिथि तक साढ़े अड़तीस हजार फार्म प्राप्त हुए हैं। इनकी एंट्री व फीडिंग का काम चल रहा है।
नए शासनादेश के बाद नौ जनवरी तक विशिष्ट बीटीसी के आवेदन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में जमा हुए। डायट बुढ़नपुर में भी इसी तिथि तक आवेदन लिए गए। हालांकि इस नियुक्ति प्रक्रिया के मामले में सुनवाई करते हुए न्यायालय ने फिलहाल रोक लगा रखी है, मगर भविष्य को देखते हुए विभागीय तैयारिया चल रही हैं जिससे न्यायालय के निर्णय के बाद परेशानी न पैदा हो।
डायट में दो सौ सीटों के सापेक्ष 38 हजार 4 सौ 16 आवेदन पहुंचे हैं। इनमें करीब तीस हजार आवेदनों की एंट्री का काम पूरा हो गया है। विभाग ने हजारों आवेदनों को देखते हुए एक एजेंसी को इसका ठेका दिया है। उसने करीब बीस हजार आवेदन फीड कर दिए हैं।
प्राचार्य डायट डा. प्रवेश यादव का कहना है कि न्यायालय की रोक लगने के बाद ही आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगा
News : Jagran (21.1.12)

UPTET / BTC News : CBCID search University to investigate the matter of forged marksheet for Selection in BTC


विवि में छापा मारेगी सीबीसीआइडी टीम!

(UPTET / BTC News : CBCID search University to investigate the matter of forged marksheet for Selection in BTC)

आगरा, जागरण संवाददाता: फर्जी मार्कशीट के खुलते मामलों ने डॉ. भीमराव अंबेडकर विवि में हलचल मचा दी है। घबराहट इस हद तक है कि मेरठ से जांच को आए सीबीसीआइडी के अधिकारी को भी छात्र-छात्राओं की तरह टहला दिया गया। विवि के इस रुख पर सख्त सीबीसीआइडी की टीम कभी भी विवि में छापा मार सकती है।
पंचशील नगर गाजियाबाद में ऐसे 49 मामले दर्ज हैं, जिसमें अभ्यर्थियों ने फर्जी मार्कशीट के जरिए बीटीसी में नौकरी हथिया ली। फर्जीवाड़ा खुलता जा रहा है। ऐसा ही एक मामला निर्भय सिंह पुत्र रामलाल का पकड़ा गया है। निर्भय ने हाईस्कूल या इंटरमीडिएट नहीं किया। अंबेडकर विवि ने उसे सीधे बीए फाइनल की मार्कशीट दे दी। विवि में परीक्षा विभाग के चार्ट में बकायदा नंबर चढ़े हुए हैं। बीए फाइनल की प्राइवेट परीक्षा आरबीएस कॉलेज से बताई गई है। जब शनिवार को जांच अधिकारी कॉलेज पहुंचे तो यहां कोई रिकॉर्ड नहीं मिला।

UPTET : Primary Teacher Recruitment in UP - CONFUSION continues


शिक्षक भर्ती पर संशय के बादल!

(UPTET : Primary Teacher Recruitment CONFUSION continues)

Another chance can be possible for TET Candidates, whom PRT Application reaches late to DIET

See News :-
बड़ौत (बागपत)। प्राथमिक विद्यालयों में होने वाली शिक्षकों की भर्ती को लेकर असमंजस बरकरार है। हाईकोर्ट ने जहां इसके विज्ञापन को अवैध ठहराते हुए सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है, वहीं भर्ती के लिए अनिवार्य की गई अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के परिणाम की शुचिता भी संदेह के घेरे में है। फिलहाल, सभी की नजरें इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक फरवरी को होने वाली सुनवाई पर हैं, जो शिक्षकों की भर्ती का भविष्य तय करेगी

प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में होने वाली 72,825 सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया के आवेदनों की छंटनी, डाटा फीडिंग और मेरिट सूची बनाने का कार्य सभी डायटों पर द्रुत गति से जारी है। आवेदनों की अंतिम तिथि नौ जनवरी तक बड़ौत डायट पर कुल 29,852 फार्म पहुंचे। इतनी बड़ी संख्या में फार्मो का समायोजन अतिरिक्त स्टाफ की मदद से किया जा रहा है। कमोबेस यही स्थिति अन्य जनपदों की भी है। इस संबंध में शिक्षा निदेशक के मौखिक निर्देश हैं कि आवेदनों से संबंधित सभी औपचारिकताएं अगले आदेशों तक पूर्ण करनी सुनिश्चित की जाएं।
अभ्यर्थियों और शिक्षा विभाग के लिए जी का जंजाल बनी इस भर्ती के परवान चढ़ने पर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। एक ओर जहां विभिन्न आपत्तियों के बीच टीईटी का परीक्षा परिणाम आठ बार संशोधित हो चुका है, वहीं टीईटी में उच्च अंक दिलाने के नाम पर प्रकाश में आई शिक्षा मफियाओं की संलिप्तता पूरी परीक्षा की शुचिता को कठघरे में खड़ा कर रही है। लोगों का मानना है कि अगर प्रक्रिया में अब तक उजागर हुई अनियमितताओं को कोर्ट संज्ञान में लेता है तो इसे निरस्त भी किया जा सकता है।
आवेदन के लिए मिल सकता है एक ओर मौका

UPTET : TET Marksheet/Certificate from 24 Jan 2012 for Merrut Mandal


24 से बंटेंगे 52 हजार टीईटी के सर्टिफिकेट

(UPTET : TET Marksheet/Certificate from 24 Jan 2012 for Merrut Mandal)

मेरठ : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के सर्टिफिकेट राजकीय इंटर कालेज मेरठ में पहुंच गए हैं। मेरठ से मंडल व बाहरी जिलों के परीक्षा देने वाले करीब 52 हजार उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मंगलवार (24 जनवरी) से कालेज के काउंटर से यह बटेंगे।

राजकीय इंटर कालेज से टीईटी के सर्टिफिकेट सुबह 10 बजे से तीन बजे तक वितरित होंगे। सर्टिफिकेट संबंधित अभ्यर्थी को ही मिलेगा। जो उनके प्रवेश पत्र से मिलान करने के बाद दिया जाएगा। सर्टिफिकेट केवल वर्किंग डे पर बांटे जाएंगे। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने की वजह से कालेज में करीब चौदह काउंटर बनाए जा रहे हैं। किस काउंटर से किस रोल नंबर तक का सर्टिफिकेट दिया जाएगा, यह सोमवार को पता चलेगा। राजकीय इंटर कालेज के प्रधानाचार्य वीके सिंह ने बताया कि पहले प्राइमरी स्तर के टीईटी सर्टिफिकेट बांटे जाएंगे, बाद में अपर प्राइमरी के सर्टिफिकेट वितरित होंगे।
असमंजस में अभ्यर्थी

Saturday, January 21, 2012

UPTET : TET Candidates in UP Agitated against Careless Working of Postal Department

डाकघर की लापरवाही से युवाओं में आक्रोश

(UPTET : TET Candidates in UP Agitated against Careless Working of Postal Department)

जसराना। डाकघर की लापरवाही से दर्जनों युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया। टीईटी पास अभ्यर्थियों द्वारा शिकोहाबाद, फीरोजाबाद एवं आगरा से स्पीड पोस्ट द्वारा भेजे फार्म वापिस आने सेे युवाओं में आक्रोश है। डाकघर के खिलाफ युवा अदालत जाने का मन बना रहे हैं। जसराना में स्पीड पोस्ट की सुविधा न होने के कारण अभ्यर्थियों को अन्य शहरों की दौड़ लगानी पड़ती है। सुनील कुमार यादव, नीलम यादव, योगेश कुमार यादव, कृष्णकांत सिंह, हुकुम सिंह यादव, संदीप सिंह चौहान, विवेक कुमार, हरकेश, ललित कुमार, अनिल कुमार, रजनी यादव, शैलेष, मनीष, चंद्रेश कुमार, अनिल कुमार, योगेंद्र कुमार, सुनील कुमार, रघुराज सिंह, सत्यपाल सिंह आदि ने कहा कि उन्होंने शिकोहाबाद, फीरोजाबाद एवं आगरा के डाकघरों से टीईटी के आवेदन फार्म डायटों पर 3 जनवरी से छह जवनरी के मध्य भेजे थे लेकिन उनके आवेदन फार्म वापस लौट आए हैं। फार्म वापस आने से टीईटी पास अभ्यर्थियों में खलबली मच गई है। रोज फार्माें के वापस आने का क्रम जारी है।

UPTET : Another SHOCK to TET Candidates

(UPTET : Another SHOCK to TET Candidates)

Candidates planing to move in court against Postal Department -
See news-
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा के अभ्यर्थियों की मुश्किलें उनका पीछा नहीं छोड़ रही हैं। पहले टीईटी आवेदन के लिए रतजगा करना पड़ा। फिर शुरू हुआ संशोधनों का सिलसिला, जोकि परीक्षा परिणाम तक जारी रहा। अब बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापकों के पदों पर भेजे गए आवेदन पत्र डाक विभाग से वापस आ रहे हैं। अभी तक हजारों की संख्या में आवेदन पत्र वापस आ चुके हैं। विडंबना यह है कि 26 दिसंबर को भेजे गए आवेदन पत्र भी थोक के भाव वापस आ जा रहे हैं। इससे छात्रों के अध्यापक बनने के अरमानों पर पानी फिरता दिख रहा है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया था। 25 नवंबर को परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया। पहले विज्ञप्ति में संशोधन और इसके बाद परीक्षा परिणाम में संशोधनों का सिलसिला। इतने संशोधनों के बाद भी जब अभ्यर्थियों को राहत नहीं मिली तो हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट ने सभी अभ्यर्थियों की आपत्तियां लेने और उनके निस्तारण का आदेश दिया। टीईटी परीक्षा में शामिल होने और सफल होने में अभ्यर्थियों को चकरघिन्नी हो जाना पड़ा। कदम-कदम दुश्वारियों ने रास्ता रोका।

Central Teacher Eligibility Test 2011 (CTET) Solved Paper of Science Group

Central Teacher Eligibility Test 2011 (CTET)
Solved Paper of Science Group

1. The green house effect which is causing an increase in the atmospheric temperature is mainly due to
a) Carbon dioxide
b) Sulphur
c) Oxygen
d) Nitrogen

2. Hormone Adrenaline
a) Helps control height
b) Helps control balance of electrolytes in the body
c) Helps control level of sugar in the blood
d) Helps the body to adjust stress level when one is very angery or worried

3. If the pressure over a liquid increases, its boiling point
a) Does not change
b) First decreases and then increases
c) Decreases
d) Increases 

4. The inner surfaces of food cans are coated with tin and not with zinc because
a) Zinc has a higher melting point than tin
b) Zinc is less reactive than tin
c) Zinc is costlier than tin
d) Zinc is more reactive than tin

5. Non-metallic oxides
a) Are Amphoteric in nature
b) Turn red litmus paper blue
c) Are acidic in nature
d) Are basic in nature 
6. Green plants appear to release oxygen instead of carbon dioxide into the atmosphere during the day time because
a) Green plants respire during the day time but are involved in photosynthesis during the night time
b) The rate of photosynthesis is higher than the rate of respiration during the day time
c) Green plants do not resire during the night time
d) Green plants respire only during the night time 

7. A feather weighing 5gm and a nail weighing 10gm have the same kinetic energy. Which of the following statements is true about the momentum of the two bodies?
a) Both will have equal momentum
b) It is not possible to compare the momentum of two objects
c) The lighter body will have higher momentum
d) The heavier body will have higher momentum.

8. A doctor prescribes a medicine to treat hyperacidity. The main ingredient of the medicine is
a) CaCo3
b) Na2CO3
c) Al(OH)3
d) MgCl2 

9. The thumb of humans moves more freely than other fingers due to the presence of
a) Hinge joint
b) Saddle joint
c) Pivotal joint
d) Gliding joint 

10. Four applicants for a post of TGT (Science) were asked to plan a lesson on “Consequences of Deforestation”. Which one of the following lesson plans reflects the scientific approach?
a) Includes activities that children can perform in groups and draw conclusions through a Power Point Presentation
b) Mentions about the use of ICT to help students understand the concepts
c) Explains in details the consequences of deforestation
d) Provides a variety of examples to explain the concept 

11. The main aim of conducting Mathematics and Science Olympiads is to
a) Help students score high marks in professional examinations
b) Grade schools based on the performance of their students
c) Promote excellence in the subject by nurturing creativity and experimentation
d) Grade students according to their capabilities 

12. Root cap is absent in
a) Mesophytes
b) Halophytes
c) Xerophytes
d) Hydrophytes 

13. Adding salt and sugar to food substances helps in preserving them for a longer duration. It is because excess salt and sugar
a) cause change in the shape of microbial cells
b) remove water from food
c) Plasmolysis the microbial cells
d) cause rupturing of microbial cells 

14. Most Boards of Education have banned the dissection of animals because
a) There is a need to sensitise students to prevention of cruelty to animals
b) They may spread new diseases
c) Animals are no longer available for dissection
d) Procuring animals has become an expensive proposition 

15. A common characteristic feature of plant sieve-tube cells and mammalian erythrocytes is
a) Absence of cell wall
b) Presence of hemoglobin
c) Absence of nucleus
d) Absence of chloroplast 

16. While diluting sulphuric acid, it is recommended that the acid should be added to water because
a) Dilution of acid is highly exothermic
b) Dilution of acid is highly endothermic
c) Acid has strong affinity for water
d) Acid may break the glass container 

17. While selecting a performance task to help students develop research oriented skills in a Science class, a teacher may pick up a topic
a) Which she thinks is important for the students
b) Related to a problem faced by students in their day-to-day functioning and which is a part of the concepts to be covered for this class
c) From the content given in the syllabus which must be completed in time
d) Which majority of the students in a class find interesting 

18. A Science teacher plans group activities to teach “Properties of Air” to her students of Class-VI. Which one set of attributes would she like to have in the students she selects as group leaders?
a) Giving more roles to brighter students to ensure the group finishes first
b) Assigning roles as per capability, motivating and coordinating among the group members
c) Freedom to choose roles, work at their own pace and understanding
d) Ordering students to take roles and deliver in consonance with their understanding 

19. An air bubble inside water behaves like a
a) Plane-convex lens
b) Concave mirror
c) Concave lens
d) Convex lens 

20. Bakelite is used in making electrical appliances because it is a
a) Good conductor of electricity
b) Good insulator of electricity
c) Thermoplastic
d) Good conductor of heat 

21. LED and CFL are very commonly used as sources of light in homes. Which of the following statements is true?
a) Both are equally good
b) Neither of them is good because both contain toxic materials
c) CFL is better because LED contains toxic materials
d) LED is better because CFL contains toxic materials 

22. In which of the following cases of motion, are the distance moved and the magnitude of displacement equal?
a) A pendulum oscillating to and fro
b) The Earth revolving around Sun
c) A car moving on a straight road
d) A car moving in a circular path 

23. While investigating ‘how water affects the germination of seeds’, a teacher asked the students to soak bean seeds on a bed of cotton wool for a few days and observe the changes. What is the guideline that she forgot to mention?
a) Many seeds on dry cotton
b) A few seeds on dry cotton
c) Many seeds on wet cotton
d) A few seeds on wet cotton 

24. While teaching the concept, ‘force can change the shape of an object” to students, a teacher plans the following activities
a) Explain concepts using commonly observed examples.
b) Provide a dough on a plate and ask the students to press it down with the hand.
c) Show an audio-visual film explaining the concept with some examples
The teacher is using different approaches to learning because
1) She wants to prepare students for a test
2) There are different kind of learners in the class and she wants to address multiple intelligence
3) She wants to prove her knowledge
4) She knows she must follow her lesson plan 

25. Ms. Patel, Principle of a School XYZ, is keen about integrated approach to teaching of Science rather than teaching different disciplines separately. The basis of this is
a) Difficulty of students to adjust to different teachers
b) All the disciplines are interlinked and a teacher can draw on cross-curricular linkages.
c) Non-availability of qualified teachers in her school to teach separate disciplines
d) Difficulty to adjust the teachers in the time table 

26. A teacher plans to teach “Components of Food” in Class-VI. Which of the following can be used as an essential question?
a) Does your mother prepare a definite set of food items for lunch every day?
b) Do you eat all the items served in your lunch every day?
c) List the food items your mother serves you in lunch
d) Why does your mother serve you a meal with a variety of food items? 

27. A man goes door to door posing as a goldsmith. He promises to bring back the glitter on dull gold ornaments. An unsuspecting woman gives a set of gold bangles to him which he dips in a particular solution. The bangles sparkle but their weight has considerably reduced. The solution used by the impostor probably is
a) A mixture of conc. HCL and conc. HNO3
b) Conc. HNO3
c) Dil. HCL
d) Conc. HCL

28. When iron nail is dipped in copper sulphate solution, the colour of copper sulphate solution fades and a brownish layer is deposited over the iron nail. This is an example of
a) Double displacement reaction
b) Displacement and redox reaction
c) Combination reaction
d) Decomposition reaction 

29. Bleeding is stopped by the application of alum to a wound because
a) Alum reduces the temperature near the wound
b) Alum is an antiseptic
c) The wound is plugged by the alum chunk
d) Alum coagulates the blood and forms a clot 

30. Which of the following can be assessed when Geeta is using only MCQ as a tool to assess “Nutrition in Humans”?
a) Learners’s ability to apply knowledge and prepare a role play to present in the morning assembly
b) Learner’s ability to comprehend the importance of components of food and write a long essay
c) Analytical ability to classify to food items and make a poster
d) Misconception related to food habits

MEd (Part Time) Admissions 2012 BHU Varanasi Last Date 29-02-2012

Latest/Updated Admission Notice / Alert India 2012 - http://admissionquery.blogspot.com/

Banarus Hindu University, Varanasi
MEd (Part Time) Admissions 2012
Last date for availability of application form from the counter: 29.02.2012

Banarus Hindu University, Varanasi has invited applications for admission to Master of Education MEd (Part time) course consisting of two Semesters open to (in-service) teachers and educational functionaries.

ELIGIBILITY:
1. Post Graduate / Under Graduate degree under 10+2+3 pattern.
2. BEd / BEd (Special) securing a minimum of 50% marks in theory papers.
3. Two years service experience as on 29.02.2012(Certificate to be attached).

UPTET : Candidates shown anger for Not Distributing TET Marksheet/Certificate for PRT/Upper Primary Teacher


टीईटी सर्टिफिकेट न बंटने पर हंगामा

(UPTET : Candidates shown anger for Not Distributing TET Marksheet/Certificate)

Distribution start from 24th Jan 2012
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को सर्टिफिकेट न बांटे जाने पर संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय (जेडी) पर खूब हंगामा किया। नाराज अभ्यर्थियों ने जेडी कार्यालय के सामने जाम लगाने की भी कोशिश की। अभ्यर्थियों ने संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। अभ्यर्थी इस बात से आक्रोशित थे कि जेडी ने शुक्रवार को टीईटी सर्टिफिकेट बांटने की घोषणा तो कर दी पर वितरण नहीं करवाया। इससे दूर-दराज से आए अभ्यर्थियों को नाहक परेशान होना पड़ा।
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में सफल अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट का वितरण जेडी के निर्देशन में राजकीय इंटर कॉलेज से शुक्रवार से किया जाना था। इस आशय की जानकारी संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. अमरनाथ वर्मा ने गुरुवार को दी थी। इस आशय का समाचार अखबारों में प्रकाशित होने के बाद जेडी कार्यालय पर सुबह से ही दूर-दराज के अभ्यर्थियों की भीड़ जमा होने लगी। सर्टिफिकेट का वितरण सुबह 12 बजे तक भी न शुरू होने से नाराज अभ्यर्थियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। नाराज अभ्यर्थियों ने जेडी कार्यालय के समाने सड़क भी जाम करने की कोशिश की। हंगामा देर तक चलता रहा। बाद में अभ्यर्थियों को जल्द ही सर्टिफिकेट बांटे जाने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद अभ्यर्थी कहीं जाकर शांत हुए।
ज्ञातव्य है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव ने टीईटी में सफल अभ्यर्थियों को संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालयों से ही सर्टिफिकेट वितरित करने का प्रदेशभर में जिम्मा दिया है। इलाहाबाद मंडल में प्राथमिक स्तर में करीब 34 हजार अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हुए हैं। उच्च प्राथमिक स्तर में भी 36 हजार के लगभग अभ्यर्थी सफल हुए हैं। दोनों स्तरों को मिलाकर कुल 70 हजार अभ्यर्थियों को टीईटी सर्टिफिकेट बांटा जाना है।
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अब 24 से बंटेगा टीईटी सर्टिफिकेट
शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट का वितरण अब 24 जनवरी से किया जाएगा। इस आशय की जानकारी राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य संदीप चौधरी ने दी। उन्होंने बताया कि सर्टिफिकेट बांटने का तरीका न तय हो पाने से कारण शुक्रवार से वितरण नहीं कराया जा सका। अब मंगलवार से सुबह 11 बजे से सायं 5 बजे तक सर्टिफिकेट का बांटा जाएगा। सर्टिफिकेट अनुक्रमांक के आधार पर बढ़ते हुए क्रम में बांटे जाएंगे। अभ्यर्थियों को अपने साथ स्नातक के अंकपत्र अथवा प्रमाण पत्र की मूल कॉपी व टीईटी का प्रवेश पत्र लाना होगा
News  साभार : Jagran (21.1.12)

Friday, January 20, 2012

UPTET : TET Marksheet/Certificate Distribution Starts from Today


70 हजार टीईटी सर्टिफिकेट का वितरण आज से

(UPTET : TET Marksheet/Certificate Distribution Starts from Today)

वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को ली गई शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट का वितरण शुक्रवार से राजकीय इंटर कॉलेज से किया जाएगा गया है। सर्टिफिकेट का वितरण सुबह 11 बजे से सायं चार बजे तक किया जाएगा। अभ्यर्थी नेट से निकाले गए टीईटी के अंकपत्र को दिखाकर अपना सर्टिफिकेट ले सकते हैं। संयुक्त शिक्षा निदेशक अमरनाथ वर्मा ने बताया कि इलाहाबाद मंडल में प्राथमिक स्तर में करीब 34 हजार अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हुए हैं। उच्च प्राथमिक स्तर में भी 36 हजार के लगभग अभ्यर्थी सफल हुए हैं। दोनों स्तरों को मिलाकर कुल 70 हजार अभ्यर्थियों को टीईटी सर्टिफिकेट बांटा जाएगा।

Thursday, January 19, 2012

TET Qualified Candidates got SHOCK from Postal Department Service , Dreams broken to become PRT


डाक विभाग ने रोकी शिक्षक बनने की राह

(UPTET : This Time Postal Department gives SHOCK to Become Primary Teacher in UP Basic Edu. Dept.)

वाराणसी : यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की मुश्किलें अभी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वैसे इस बार माध्यमिक शिक्षा विभाग नहीं बल्कि डाक महकमा शिक्षक बनने की राह में रोड़ा बन कर सामने आ गया हैबेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों हेतु प्रशिक्षु- शिक्षकों के चयन बाबत आवेदन करने वाले कई अभ्यर्थियों का फार्म वापस आ गया है। वह भी आवेदन करने के दस से बारह दिन बाद।

UPTET : Teacher Recruitment Process Stopped, Data Feeding/Filtering work of TET Qualified Candidates Applications Continues


शिक्षक भर्ती प्रक्रिया रुकी, पर काम जारी

(UPTET : Teacher Recruitment Process Stopped, Data Feeding/Filtering work of TET Qualified Candidates Applications Continues)

वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भले ही हाईकोर्ट के आदेश के बाद रुक गई हो पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में भर्ती प्रक्रिया से संबंधित प्रक्रिया जारी है। इसके पीछे मकसद हाईकोर्ट की अवमानना नहीं वरन आवेदन पत्रों को सुरक्षित करना है। अधिकांश डायट में आवेदन पत्रों की छंटाई का काम हो गया है। अब डाटा फीडिंग का काम हो रहा है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चार जनवरी को दिए गए अपने आदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षकों की भर्ती/चयन प्रक्रिया पर एक फरवरी तक रोक लगा दी थी। न्यायालय ने कहा था कि प्रथम दृष्टया 30 नवंबर 2011 को जारी विज्ञापन नियम 14 के विपरीत है। इस बीच प्रदेश के अधिकांश जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों पर एक लाख से भी अधिक आवेदन पत्र आ गए। ऐसे में आवेदन पत्रों को बंडलों से खोलकर उनको सुरक्षित करना डायट प्राचार्यो के लिए सिरदर्द बन गया। शासन ने इस समस्या को देखते हुए आवेदन पत्रों की छंटाई करने वर्गवार उन्हें अलग करने और डाटा की फीडिंग करने का निर्देश दिया है। प्रदेश के अधिकांश डायट कार्यालयों में आवेदन पत्रों की छंटाई का काम हो चुका है। अब डाटा की वर्गवार फीडिंग का काम चल रहा है। एक फरवरी के पहले ही डाटा फीडिंग का काम भी पूरा हो जाएगा।

UPTET : 10 thousand forged application for Primary Teacher selection in UP through TET Exam


शिक्षक चयन में दस हजार फर्जी आवेदन
 ( UPTET : 10 thousand forged application for Primary Teacher selection in UP through TET Exam.)


अभ्यर्थियों ने नौकरी के लिए लगाए टीईटी के फर्जी मार्कशीट -
इलाहाबाद। टीईटी के सहारे सहायक अध्यापक चयन की आस लगाए कई अभ्यर्थियों ने बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया है। इलाहाबाद, वाराणसी, कानपुर, गोरखपुर, आजमगढ़, बस्ती, मिर्जापुर, फैजाबाद, आगरा मंडलों में स्क्रूटनी में दस हजार ऐसे आवेदन पाए गए जिनमें फर्जी मार्कशीट लगाई गई हैप्रदेश भर में शिक्षक चयन के लिए सवा करोड़ आवेदन पत्र जमा हुए हैं। सर्व शिक्षा अभियान और निदेशालय को मानीटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। निदेशालय और सर्व शिक्षा अभियान ने मंगलवार तक की स्क्रूटनी से जो आंकड़े जुटाए हैं, उसके मुताबिक प्रदेश भर में 10170 आवेदनों के साथ फर्जी सर्टिफिकेट लगे हैं
 
 

UPTET : TET Candidates demanded from Government to clear its Stand on PRT Recruitment in Uttar Pradesh


टीईटी अभ्यर्थियों ने सरकार से मांगा स्पष्टीकरण

(UPTET : TET Candidates demanded from Government to clear its Stand on PRT Recruitment in UP)

इलाहाबाद : टीईटी अभ्यर्थियों ने सरकार से भर्ती प्रर्किया लटकाए जाने और हर स्तर पर की गई लापरवाही के लिए स्पष्टीकरण मांगा है। इस संबंध में बुधवार को टीईटी अभ्यर्थियों ने चंद्रशेखर आजाद पार्क में एक बैठक आयोजित की व मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में आयोजित इस बैठक में अभ्यर्थियों ने कहा कि एक जनवरी 2012 बीत चुकी है और एनसीटीई ने नियुक्ति की समय सीमा बढ़ाई है या नहीं यह सरकार स्पष्ट करे
अभ्यर्थियों को भ्रम में क्यों रखा जा रहा है। क्या यह चयन प्रक्रिया केवल चुनावी लाभ देने के लिए आयोजित की गई है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार ने जानबूझकर विलंब से प्रशिक्षण की विज्ञप्ति जारी की। अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया को लटकाए जाने पर नाराजगी जाहिर की। अभ्यर्थियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया तो बसपा सरकार के खिलाफ चुनाव में प्रचार करेंगे। बैठक में रविशंकर पांडेय, विपिन, गोविंद रेखा, शबाना, सनील व मोहम्मद उमर आदि मौजूद थे।
News : Jagran (18.1.12)
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Vishist BTC Candidates accused government for making delay

Wednesday, January 18, 2012

UPTET / BTC : Good News for TET Qualified Candidates


UPTET / BTC : Good News for TET Qualified Candidates


Many Candidates trapped with forged Marksheets from Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal and Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi for BTC Selection, Criminal Cases put against them

Allahabad Highcourt Suggests TET Exam is a good process for Selections -
We are pleased to note that the system of Teachers' Eligibility Test (TET) examination has been introduced as that will also check dishonest, unqualified candidates with forged degrees securing easy entry into teachers education courses and thereby securing teaching jobs.

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See Case Details
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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD ?Court No. - 46

Case :- CRIMINAL MISC. WRIT PETITION No. - 18498 of 2011
Petitioner :- Sachin Rana And Anr.
Respondent :- State Of U.P. And Others
Petitioner Counsel :- Ram Raj Pandey
Respondent Counsel :- Govt. Advocate
Connected with
Case :- CRIMINAL MISC. WRIT PETITION NO. 18572 of 2011
Petitioner: Nirbhay Singh
Respondent: State of UP and others
Petitioner Counsel : Rajeev Chaddha
Respondent Counsel: Govt Advocate

Hon'ble Amar Saran,J.
Hon'ble Kalimullah Khan,J.
Heard Shri D.R. Chaudhary, learned Government Advocate assisted by Shri Vimlendu Tripathi, learned Additional Government Advocate.
This order will apply to all the connected writ petitions. However, the present Writ petition No. 18498/2011 (District Baghpat) preferred by Sachin Rana and others and Criminal Misc. Writ Petition No. 18572 of 2011, (District Ghaziabad) preferred by Nirbhay Singh shall be treated as the leading petitions.
This case relates to the scam of obtaining fake mark sheets from the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal and the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi for the purpose of getting admission in B.T.C. courses for securing government jobs of primary school teachers.
Pursuant to our earlier order dated 11.10.2011, affidavits of compliance dated 14.11.2011 have been filed on behalf of the Director General of Police , Headquarters, UP, Lucknow and on behalf of SHO Baraut, district Baghpat and affidavit dated 15.11.2011 filed on behalf of the State of UP and SHO, PS Hapur Nagar, district Ghaziabad in the two leading petitions.
Two investigating officers from the two districts, Baghpat (P.S. Baraut) and Ghazaibad (P.S. Hapur Nagar) are present. The Director, Basic Education, U.P. is also present in Court pursuant to the earlier order.
The affidavit of the Director General of Police, UP shows that a letter dated 2.11.2011 has been issued by the DGP directing the Inspector General of Police, Meerut Region, Meerut to ensure that strict and fair investigation be carried out in pursuance of the order of this Court dated 11.10.2011. Consequently, letters have been issued by the Inspector General of Police, Meerut Region, Meerut dated 2/3.11.2011 to the SP, Baghpat and the SP, Panchsheel Nagar for strict and fair investigation in the matter. The Director General, Public Grievance has also written a letter to the SSP, Ghaziabad to the same effect.
The affidavit of the Investigating officer, PS Baraut (Baghpat) shows that as per the list supplied by the Principal, DIET, forged certificates/ mark sheets of 18 candidates whose certificates were purportedly issued by the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal and 59 candidates, whose certificates were purportedly issued by the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi, i.e a total of 77 mark sheets have been found to be forged. The affidavit of SI of PS Hapur Nagar, district Ghaziabad shows that 49 cases have been registered at police station Hapur Nagar, district Ghaziabad, now district Panchsheel Nagar. Out of these 49 cases, 37 cases relate to forged and fabricated mark sheets issued by the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal, whereas 12 cases pertain to forged and fabricated mark sheets issued by the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi. This affidavit further mentions that the CBCID is investigating the case against the employees of Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi, namely Mihir Mishra, posted as Satyapan Sahayak and Vijay Shankar Shukla, Assistant Sub-Registrar (Examination) at case crime No. 69 of 2011, under sections 467, 468 and 471 IPC, PS Chetganj, district Varanasi for issuing fabricated and fake mark sheets. Investigation has been completed or is nearing completion in most of the cases and the charge sheets are ready.
We think that the magnitude of this problem as seen in the 49 cases relating to district Ghaziabad and 77 cases relating to district Baghpat (i.e. a total of 126 cases) suggests that the problem of getting admissions to BTC courses on the basis of forged and fabricated mark sheets has assumed the nature of a scam.
It has begun to appear to this Court that now it is becoming a rarity for candidates try to get admissions to BTC courses in a bona fide manner on the basis of genuine mark sheets, and that trying to get admission to BTC courses on the basis of forged and fabricated mark sheets seems to be looked upon as a very normal and legitimate activity. For this purpose the candidates actively collude with some employees of the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal and Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi.
The modus operandi of the dishonest officials at the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi and the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal appears to be that they issue forged mark sheets by substituting the names of applicants who may be ingratiating or bribing them, which relate to roll numbers of other persons, who have actually written the examinations, and have obtained the marks shown. Thereafter the dishonest officials sitting in the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi and the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal issue certificates certifying that the candidate concerned has actually written the examination and the certificate relates to him. This fact is usually verified by the corrupt officials at the desk at the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi and the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopa when the enquiry is initially made from them, and consequently the dishonest candidates have even succeeded in obtaining admission to the BTC course. Only when a verification was made from the Principals of the concerned colleges whether the named candidates had indeed written the examinations, it was found that the roll numbers on the mark sheets related to other persons and not the petitioners and the other accused at all.
The result is that deserving candidates, who may have qualified on merit loose out their right to admission to BTC courses and consequent employment opportunities to these fraudsters who are engaged in such grave frauds. The standard of teaching in primary education has accordingly declined. There is also great teacher absenteeism in primary schools because there is no honest commitment to their jobs of such teachers who obtain admission to BTC courses and thereafter secure teaching jobs in primary schools on the strength of forged degrees and certificates and consequent failure of teaching at the primary level which is the foundation for a child's education, with grave loss to the child, the society and the nation.
This Court will be failing in its duty if it does not recommend coming down with a heavy hand and taking strict action against the culprits engaged in manufacturing or using forged mark sheets for obtaining admissions to BTC courses.
We also anticipate that some middlemen may be involved, who do not appear to have been identified as yet probably because many orders staying arrests were obtained by candidates seeking admission to BTC courses, on the basis of forged and fabricated mark sheets, in these and connected writ petitions, hence the said candidates could not be interrogated to find out the names of the middlemen involved in promoting these malpractices. As the investigations of the cases against most of the writ petitioners appear to have been completed or are nearing completion, and the interrogation of the accused appears to be imperative for identifying these middle men and other accused who may be conspirators or actors of this larger conspiracy, the orders staying arrests in all the connections petitions are forthwith vacated.
As indicated above the CBCID is also investigating the matter relating to the officials of the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi, who are involved in this crime, we direct that the investigation in all these connected petitions whether they relate to Ghaziabad, Baghpat, Varanasi or any other district to be transferred to the same CB CID investigating agency so that the scam (and the various offenders involved therein) may be unearthed in its totality. Coercive measures may also be taken against the concerned candidates and officials of the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi and Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal, so that they may be interrogated and the middlemen involved in facilitating this offence may be identified.
We also direct that the investigation may be expeditiously concluded by the CB CID against all the accused persons preferably in a period of 3 months.
Here we would like to record our appreciation of the learned Government Advocate Sri D.R. Chaudhary and the AGA, Sri Vimalendu Tripathi, and for their positive suggestions in this non-adversarial litigation and support to the Court in its pious mission of tackling this grave menace of securing admissions to BTC courses by persons relying on forged mark sheets. He was readily agreeable and raised no objection to the investigation being conducted in its totality by the CB CID as directed by the Court.
Looking to the wide language of Article 226 of the Constitution we think that as substantial parts of the cause of action has arisen in the State of UP, where the candidates are applying for admission to the BTC course, there should be no impediment for this Court directing the CBCID to investigate the offences committed by the concerned officials of the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi and also by the concerned officials of the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal, M.P.
But we make it clear that if we are not satisfied with the investigation by the CB CID, or the CB CID faces some impediment in investigating the matter against the accused and middle men (if any) connected with the Madhyamik Shiksha Mandal Bhopal who may also be involved in the crime., the Court may have no option but to transfer the entire investigation to the CBI on some future date.
In any case we are of the opinion that there is no impediment on the DGP or IG (Public Grievances), U.P. communicating with their counterparts in the State of M.P. for carrying out a joint investigation in this case and accordingly we issue a mandamus to the said authorities to comply with this direction. We also direct the Secretaries of Basic, Secondary or Higher Education, U.P., whatever may be applicable, to also communicate with their counterparts in M.P. for ensuring that this problem is jointly investigated and measures for checking the problem are put in place both in M.P and U.P.
We also think it advisable and accordingly direct the Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi and the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal and other examining/ certificate awarding bodies which conduct examinations or issue certificates relating to High School, Intermediate, Graduation and Post Graduation degrees to develop appropriate software for uploading information of the candidates who have actually written the examinations, their parentage and address, date of birth, the year of the examination, the centre from where the examination was written, division and marks obtained, and other relevant details on the website, so that imposters cannot claim to have acquired the said marks by falsely substituting themselves in place of the genuine students in the mark sheets relating to bona fide candidates in collusion with some dishonest examining/ certificate issuing body employees. If possible scanned or digital photographs of the candidates should also be placed on the website. We may mention that by this computerization process, it would be much easier to verify whether any wrong candidate has been able to secure admission to BTC courses or to have obtained job in the said sector on the basis of non-existent or forged mark sheet, which relates to another person.
We are pleased to note that the system of Teachers' Eligibility Test (TET) examination has been introduced as that will also check dishonest, unqualified candidates with forged degrees securing easy entry into teachers education courses and thereby securing teaching jobs.


Similar information regarding all the teaching and non-teaching employees of the Primary, Secondary and Higher Education sector along with photographs, if possible, containing the aforesaid data may also be uploaded on the website, so that unqualified persons working on these teaching jobs on the basis of forged degrees may be identified and removed from their jobs and criminally prosecuted.
Information regarding the different courses offered by the different institutions and their equivalence with other degrees should also be mentioned on the net.
The concerned secretaries and police heads must also take steps for checking other frauds such as the reported practice of transferred employees drawing salaries at the existing place whilst also drawing salaries at the transferred place of work, or another fraudulent person receiving the double salary at the new place of work in the name of the employee on the rolls, by placing information regarding the transfer of the employee on the net and taking other relevant measures and they shall also apprise the Court regarding these other frauds and scams in the education sector on the next date, so that appropriate directions may be issued.
We would like the concerned Education Secretary to take the aforesaid suggestions into consideration for issuing appropriate orders and apprise this Court by the next listing about the steps taken for carrying out the recommendations made hereinabove.
We would like to get a complete report from the investigating agency regarding the progress of investigation and whether the accused persons have been arrested and whether any additional accused persons, such as the middlemen, who have brought about a link between the candidates and the educational bodies, such as Sampurnanand Sanskrit University, Varanasi and the Madhyamik Shiksha Mandal, Bhopal or other bodies and the progress in submission of the charge sheets.
We would like the investigating officer of CB CID entrusted with the investigation as well as his supervisory superior officer of CBCID and also a senior person in the concerned department of Education to appear in this Court for reporting compliance and for informing this Court regarding the progress of investigation and also with regard to the steps taken for placing data on the web site, for improving inter-state co-ordination and carrying out other directions given in the present and earlier orders.
List this case on 16.1.2012 for submission of compliance/ progress reports as directed hereinabove. Orders staying arrests in these petitions as well as in all connected petitions are hereby vacated. On the next date the registry is directed to list these petitions as Criminal PILs.
Order Date :- 15.11.2011
Ishrat

UPTET : Petition against selection on the basis of TET Marks is Dismissed


UPTET : Petition against selection on the basis  of TET Marks is Dismissed
इलाहाबाद हाईकोर्ट : टी ई टी मार्क्स / मेरिट से सेलेक्सन के विरोध की याचिका ख़ारिज

See Case details :
HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD
?Court No. - 33

Case :- WRIT - A No. - 75474 of 2011

Petitioner :- Dr. Prashant Kumar Dubey
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Alok Mishra
Respondent Counsel :- C.S.C.

Hon'ble Sudhir Agarwal,J.
1.��� Learned counsel for the petitioner tried to submit that Rule 14 (1) and (2) of U.P. Basic Education (Teachers) Service Rules, 1981 as amended by notification dated 9th November, 2011 making amendment in U.P. Basic Education (Teachers) Service Rules, 1981 i.e. 12th Amendment is illegal, inasmuch as, it makes the marks obtained in Teacher Eligibility Test (hereinafter referred to as "T.E.T.") as the basis for including a person in the list to be prepared by the appointing authority after advertisement issued for appointment which is to be submitted to the Selection Committee though T.E.T. is only eligibility qualification and cannot be a basis for making selection.

UPTET : Allahabad Highcourt on B. Ed. Distance Education for PRT selection in UP, Next hearing in week commencing from 20th January 2012


UPTET : Allahabad Highcourt on B. Ed. Distance Education for PRT selection in UP, Next hearing in week commencing from 20th January 2012


See Case details : -
HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD
?Court No. - 7

Case :- WRIT - A No. - 74411 of 2011

Petitioner :- Suraj Kumar Tiwari & Others
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Arun Kumar Mishra
Respondent Counsel :- C.S.C.,Ajit Kr. Singh,C.N. Tripathi,R.A. Akhtar

Hon'ble Dilip Gupta,J.
The petitioners, who had appeared at the Teachers Eligibility Test-2011 and were declared successful, have filed this petition for a direction upon the respondents to accept the application forms of the petitioners for the post of Assistant Teachers in the Institutions run by the U.P. Basic Education Board, Allahabad pursuant to the advertisement dated 30th November, 2011.
It is the submission of learned counsel for the petitioners that since the petitioners had obtained the B.Ed. degree by Distance Education, they are not being considered eligible. He has placed reliance upon the interim order dated 12th December, 2011 passed by the Division Bench in Special Appeal No. 2296 of 2011 in which candidates placed similarly were provisionally permitted to submit their application forms, which would be subject to the final decision of the appeal.

UPTET : Allahabad Highcourt - Stay on Primary Teacher Seletion through TET Exam, Next hearing on 1st Feb 2011


UPTET : Allahabad Highcourt - Stay on Primary Teacher Seletion through TET Exam, Next hearing on 1st Feb 2011


 This is an UNCERTIFIED copy for information/reference. For authentic copy please refer to certified copy only.
See case details :-
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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD
Court No. - 33 Case :- WRIT - A No. - 76039 of 2011
Petitioner :- Yadav Kapildev Lal Bahadur
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Alok Kumar Yadav,Rajesh Yadav
Respondent Counsel :- C.S.C.,K.S. Kushwaha

Hon'ble Sudhir Agarwal, J. 1. Pursuant to this Court's order dated 4.1.2012, Sri Anil Sant, Secretary, Basic Education and Sri Indrapal Sharma, Secretary, U.P. Basic Education Board are present. An affidavit has been filed on behalf of respondent no. 1 purported to be in compliance of this Courts' order dated 4.1.2012. Sri K.S. Kushwaha, learned Standing Counsel started his argument by submitting that respondent no. 1 and 2 both were required to justify only how the advertisement was issued on behalf of all District Basic Education Officers and whether it is so permissible under the Rules. He contended that under Rule 13 of U.P. Basic Education Act, 1972 (hereinafter referred to as "Act, 1972") such power is possessed by State Government. He also stated that in purported exercise of power under the aforesaid provision, a Government Order dated 27.9.2011 was issued after a decision was taken to this effect by the Cabinet. A copy of the said Government Order is Annexure 3 to the affidavit of respondent no. 1, Sri Anil Sant, Secretary, Basic Education. He read the aforesaid Government Order, but when enquired as to where this Government Order authorizes the Board of Education to publish an advertisement calling applications for appointment on the post of Assistant Teacher is discard of Rule 14 (1) since though under Rule 14 (1) of Rules, 1981 such power is conferred upon Appointing Authority i.e. District Basic Education Officer, and none else, he firstly said that he shall go through entire Order but when asked whether entire order anywhere authorizes the Board to make such advertisement on behalf of the Appointing Authority, he could not give any reply and said that he would have to obtain further instructions and shall file counter affidavit for which time should be granted. This very question was put to Sri Sant, Secretary himself, and he also stated that on behalf of all District Basic Education Officer, the advertisement was published by Board but ultimately the appointments shall be made by Appointing Authority and therefore in his understanding there is no error in the matter. However, he also could not show whether the Board specifically was authorized by Government in exercise of power allegedly under Section 13 of Act, 1972, to exercise power of Appointing Authority under Section 14 (1) of Rules, 1981 for the purpose of advertisement for making selection and appointment on the post of Assistant Teacher.

UPTET : TET Certificate of qualified candidates send to Joint Director Office


जेडी कार्यालयों को भेजे गए टीईटी सर्टिफिकेट
(UPTET : TET Certificate of qualified candidates send to Joint Director Office)
 
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को ली गई अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में सफल अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट भेजने का काम शुरू कर दिया गया है। सर्टिफिकेट एक-दो दिन में प्रदेश के सभी मंडलों के संयुक्त शिक्षा निदेशक दफ्तर में पहुंच जाएंगे। सर्टिफिकेट का वितरण संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय से ही होगा
    माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम 25 नवंबर को घोषित किया गया था। परिणाम घोषित किए जाने के कुछ दिन बाद बोर्ड ने उत्तर माला जारी की। उत्तर माला जारी होने के बाद अभ्यर्थियों ने कई प्रश्नों पर आपत्ति कर दी। बोर्ड ने कुछ प्रश्नों पर आपत्तियां भी ठीक कर दीं, लेकिन अभ्यर्थी इससे संतुष्ट नहीं हुए और हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट ने 16 दिसंबर को दिए अपने आदेश में अभ्यर्थियों की सभी आपत्तियों का निस्तारण करने को कहा। इस बीच बोर्ड ने प्राथमिक स्तर के अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों को छपने के लिए भेज दिया। प्राथमिक स्तर के करीब तीन लाख टीईटी सर्टिफिकेट छप भी गए। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बोर्ड ने एक बार फिर पूरे परिणाम को संशोधित कर दिया। इसमें प्राथमिक स्तर के अभ्यर्थियों को एक से छह व उच्च प्राथमिक स्तर के अभ्यर्थियों को एक से 10 अंकों का फायदा हुआ। इससे बोर्ड द्वारा छपवाए गए प्राथमिक स्तर के सर्टिफिकेट बेकार हो गए। बोर्ड ने सभी आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद सर्टिफिकेट का संशोधित परीक्षा परिणाम के आधार पर फिर छपवाया है। अब इन्हें सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालयों में भेजा जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव प्रभा त्रिपाठी ने बताया कि सर्टिफिकेट छपकर आ गए हैं। सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों को भेजे जा रहे हैं। एक-दो दिन में सभी जेडी कार्यालयों पर पहुंच जाएंगे। अभ्यर्थी संबंधित जेडी कार्यालयों से अपने सर्टिफिकेट ले सकते हैं
News : Jagran ( 18.1.12)

UPTET : TET students ignored, geting hurdles in selection

टीईटी छात्रों की हो रही उपेक्षा

(UPTET : TET students ignored, geting hurdles in selection)

सैदपुर (गाजीपुर) : नवसृजित 'टीईटी उत्तीर्ण मेधावी छात्र संघ' की सोमवार को नगर के टीएन इंटर कॉलेज के सभागार में हुई बैठक में अध्यक्ष जय सिंह यादव ने कहा कि प्रतिभावान छात्रों द्वारा टीईटी में अच्छे अंक प्राप्त करने के बावजूद राज्य सरकार की उदासीनता व अनावश्यक अवरोधों के चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि राज्य सरकार व भर्ती बोर्ड के सभी निर्देशों का पूर्ण पालन करते हुए अनेक कठिनाइयों के बावजूद हजारों रुपये खर्च कर नौकरी पाने की आस में मेधावी छात्रों ने आवेदन किया। कुछ आवंछनीय तत्व सक्रिय होकर पूरी भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करवाना चाहते हैं। इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। बबलू कुमार सोनकर, सुनील यादव, सचिन कुमार, विजय सोनक, सतीश कुशवाहा, अखिलेश यादव, अजय आदि मौजूद थे।
News : Jagran (17.1.12)
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भर्तियों के नाम पर बेरोजगारों की जेबें ढीली

हर ग्राम पंचायत में एक-एक सफाई कर्मी गांव की सफाई करने के लिये तैनात कर दिया गया है। उनकी तैनाती के बाद उन्होंने एक बार भी यह सफाई विभाग के भ्रष्टाचारियों की तरफ ध्यान नहीं दिया कि जिन पर प्रति माह अरबों रुपये खर्च कर रहे हैं। वे कभी सफाई करने जाते भी हैं या फिर केवल घर बैठे वेतन ही वसूल रहे हैं। आज अगर इनकी जगह पर शिक्षा विभाग को ज्यादा महत्व दिया गया होता तो शिक्षा की दशा में कुछ सुधार हो गया होता। हां इतना जरूर हुआ इन बेरोजगारों के साथ कि कभी बीएड कभी बीटीसी तो कभी टीईटी के फार्म निकाल कर सैकड़ों रूपये परीक्षा शुल्क ( ड्राफ्ट  जमा करवाये गये )के नाम पर जमा करवा लिये उसके बाद उन भर्तियों पर रोक ,

One side government is saying shortage of skilled teacher and conducted so many exams CTET, TET and when so many qualified candidates available then why this delay for RTE.
It is harmful for childrens,unemployed qualified teachers and ultimate impact on public of India.

In these days economy is booming due to education and its outsourcing from India.

Tuesday, January 17, 2012

UPTET : Moallim - Urdu teacher upset with TET Exam


मौअल्लिम को न लागू करें टीईटी

(UPTET : Moallim - Urdu teacher upset with TET Exam)
जागरण संवाददाता, सम्भल : मौअल्लिम-ए -उर्दू वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश संरक्षक आफताब पठान ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की सरकार ने मौअल्लिम उर्दू डिग्रीधारकों के साथ धोखा किया है। इसका परिणाम उसे विधान सभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
सोमवार को बेगम सराय में हुई बैठक में कहा गया कि जिस तरह केन्द्र ने मदरसों को शिक्षा अधिकार कानून के दायरे से बाहर कर दिया उसी तरह सूबे में 1997 तक के मौअल्लिम डिग्रीधारकों को टीईटी परीक्षा लागू न किया जाये।
इस मौके पर संगठन की भीमनगर इकाई का गठन किया गया। अब्दुल कादिर जीलानी जिलाध्यक्ष, इकबाल मौहम्मद वरिष्ठ उपाध्यक्ष, मौ. गुल एजाज उपाध्यक्ष, शफीकुर्रहमान बरकाती महामंत्री, मौ. हाजिक जिला मीडिया प्रभारीके अलावा शहरोज अख्तर, मौ. मुरसलीन, तसद्दुक अली और अजहर कादरी को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया।
News : Jagran (16.1.12)

UPTET : 50000 TET marksheets reached to Joint Director Office


A news recently comes on net -

यूपीटीईटी परीक्षा के 50 हजार अभ्यर्थियों की मार्कशीट पहुंची

(UPTET : 50000 TET marksheets reached to JD Office)

Distribution of TET marksheet may be on 20 OR 21st January 2012
मेरठ। यूपी टीईटी-11 की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए 50 हजार से अधिक अभ्यर्थियों की मार्कशीट सोमवार को संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय को इलाहाबाद से प्राप्त को गयी है। जल्दी ही राजकीय इंटर कॉलेज से मार्कशीट का वितरण किया जाएगा।
यूपीटीईटी परीक्षा वर्ष-11 गत 13 नवंबर को हुई थी जिसमें 99 हजार से अधिक अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे। माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद ने परीक्षा का परिणाम भी गत 25 नवम्बर को घोषित कर दिया था। लेकिन कुछ सवालों के उत्तर गलत होने के कारण संशोधन किये गये। संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में भी करीब साढ़े छह सौ अभ्यर्थियों ने परिणाम में संशोधन के लिए आवेदन किया था। इस कारण उनकी मार्कशीट अभी तक कार्यालय को नहीं भेजी गयी थीं। सोमवार को जेडी कार्यालय को परीक्षा में उत्तीर्ण हुए 50,650 अभ्यर्थियों की मार्कशीट प्राप्त हो गयी है। इनमें 26,390 प्राइमरी व 23260 उच्च प्राथमिक की हैं।

UPTET : Dream to become PRT teacher through TET is broken


टूटा ‘मास्साब’ बनने का सपना

(UPTET : Dream to become PRT teacher through TET is broken)

छाता। डाक विभाग की लापरवाही से हजारों शिक्षकों का भविष्य चौपट हो रहा है। वे विभाग के खिलाफ कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी में हैं। उन्हाेंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से टीईटी के आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाये जाने की मांग की है। डाक विभाग की लापरवाही से हजारों अभ्यर्थियों का शिक्षक बनने का सपना चकनाचूर कर दिया है। अध्यापक पात्रता परीक्षा के भेजे गए आवेदन पत्र रोजाना सैकड़ों लोगों के वापस आ रहे हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि डाक विभाग वैसे तो पूरे देश में स्पीड पोस्ट को पहुंचाने का चौबीस घंटे का दावा करती है। लेकिन जिन अभ्यर्थियों ने हब सेंटर आगरा से ही जाकर पांच और छह जनवरी को आवेदन डाले हैं। वे अंतिम तिथि नौ जनवरी की जगह 11 जनवरी को पहुंचे हैं। अभ्यर्थी सुधीर बाबू, भंवर सिंह, सपना, नेहा, कल्पना, आलोक, रामचंद्र और नीरज ने बताया कि उन्होंने आगरा हब सेंटर से जाकर पांच और छह जनवरी केा टीईटी के आवेदन पत्रों को लिए मैनपुरी, अलीगढ़, पंचशील नगर, प्रबुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद सहित कई अन्य जगहों की जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों को स्पीड पोस्ट किया है। जिन्हें आसानी से दो दिनों के अंदर पहुंच जाना चाहिए था। लेकिन न जाने कैसे उनके अब करीब एक सप्ताह बाद फार्म वापस आ रहे हैं। इससे वे निराश हैं और डाक विभाग के खिलाफ कोर्ट में जाने की तैयारी कर रहे हैं।
News : Amar Ujala (16.1.12)