Saturday, July 14, 2012

UPTET - टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज निंदनीय: बीजेपी

UPTET - टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज निंदनीय: बीजेपी

उत्तर प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करने वाले अभ्यर्थियों पर गुरुवार देर रात पुलिस द्वारा किए गए लाठी चार्ज की विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कड़ी निंदा की है.


भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र तिवारी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस की बर्बरता की भाजपा कड़े शब्दों में निंदा करती है. छात्रों पर पुलिस कार्रवाई के लिए राज्य सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है.

तिवारी ने कहा कि सपा सरकार आंदोलन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार करने की बजाय उनके आंदोलन को कुचलने का काम कर रही है, जिसे न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता.


तिवारी ने कहा कि भाजपा टीईटी अभ्यर्थियों की मांगों का पूरी तरह समर्थन करती है. इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. प्रदेश में आए दिन पुलिस बल का प्रयोग कर आंदोलनों को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है.


उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपनी हठधर्मिता को त्याग कर अभ्यर्थियों की मांगें यथाशीघ्र पूरी करे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे. भाजपा राज्य सरकार के ऐसे कारनामों का पदार्फाश करते हुए विरोध प्रदर्शन करेगी.


उल्लेखनीय है कि अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर गुरुवार देर रात पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें महिलाओं सहित कई लोगों को चोटें आई थीं.


News Source : http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/702672/71
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जो एक भय है कि - अगर चयन का आधार बदल जाये और मामला सुप्रीम कोर्ट  पहुँच जाये तो टी ई टी अभ्यर्थी कि चिंताएं कम होने की जगह बढ जायेंगी 
सरकार को उचित हल जल्द से जल्द तलाशना पड़ेगा , अन्यथा अनिश्चितता का माहोल ख़त्म नहीं हो पायगा 



में सोचती हूँ कि - एक अच्छा विकल्प ये भी हो सकता है -
१. चयन टी ई टी मेरिट के आधार पर हो और उसके बाद परफोर्मेंस एक्साम कराया जाये और जो अभ्यर्थी उसमें फेल हो जाएँ उनके इन्क्रीमेंट और अन्य बेनीफिट आदि बंद कर दीये जाएँ |
फिर यह परीक्षा दोबारा से साल भर बाद कराई जाये और अगर अभ्यर्थी दोबारा से फेल हो जाएँ तो उनको नोकरी से हटा दीया जाये , पर अगर वे परीक्षा पास कर लेते हैं तो उनके सभी सेलरी बेनीफिट बहाल कर दीये जाएँ 
२. सरकार - ओ एम् आर की कॉपी की जाँच कर सकती है और भी जांच के आयाम लिए जा सकते हैं , जैसे - बेकग्राउंड इत्यादि 
अभी तक दोषी अभ्यर्थी पकडे नहीं गए इसका मतलब तो ये निकलता है कि - टीईटी परीक्षा पाक साफ़ है , और कोई ठगी वगेराह की घटनाएँ हुई होंगी |


Comment on blog :-
satiyo jail mai band tetians ko chudane ke liye partinidhi mandal adhikariyo se baat karne ja raha hai.isliye lkw ke aaspaas wale jilo ke tetians se anurodh hai ki 9 am charbag pahuchkar apne bhaiyo ki rihai sunischit karen.hame poori shantipurvak apni baat rakhni hai.moh.istyak rampur


जो लोग  कह रहे हैं कि परीक्षा में  धांधली हुई  है , इन लोगो को भी १० वी या १२ वी कक्षा में फेल कर देना चाहिए ,  क्योकि  इनके साथ  में   कभी किसी और ने नक़ल की थी और वो धांधली में पकड़ा गया , और दोबारा से परीक्षा करानी चाहिए , तब तक कराते रहना चाहिए जब तक कि १०० % शुद्धता से परीक्षा संपन्न न हो जाये |
केवल दोषी  विद्यार्थी ही सजा के पात्र होते हैं , सारे  विद्यार्थी नहीं |

UPTET : टीईटी मेरिट के आधार पर भर्ती की मांग


UPTET : टीईटी मेरिट के आधार पर भर्ती की मांग

सहारनपुर : प्राइमरी स्कूलों में भर्ती का आधार टीईटी मेरिट हो या एकेडमिक, इस पर जंग छिड़ती नजर आ रही है। टीईटी मेरिट के समर्थकों का तर्क है कि जब आइएएस-पीसीएस में एकेडमिक मेरिट नहीं रखी जाती तो फिर टीचर्स भर्ती में क्यों? मामले में सरकार पर दबाव बनाने के लिए हजारों अभ्यर्थी लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं


टीईटी (उत्तीर्ण) संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय कुमार का तर्क है कि टीईटी में उन्हीं छात्रों के अधिक अंक हैं, जिनकी यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम की अधिक समझ है। इन्होंने हाईस्कूल, इंटर, स्नातक व बीएड की परीक्षा मेहनत के बल पर पास की है और कई वर्षो से प्राइवेट स्कूलों में टीचर्स के रूप में पढ़ा रहे हैं। मोर्चा के मुजफ्फरनगर उपाध्यक्ष फारुख हसन का कहना है कि आइएएस व पीसीएस में भी एकेडमिक मेरिट नहीं देखी जाती, बल्कि प्रवेश परीक्षा ली जाती है। सीपीएमटी-आइआइटी सहित बैंक व रेलवे आदि में भी परीक्षा ली जाती है ऐसे में टीईटी में एकेडमिक मेरिट का आधार औचित्यहीन है।


News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/saharanpur-9466738.html
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Problem is not only selection through TET merit, Actual problem is Selection Base is already decided.
Even a little change can create big problem in selection as matter most likely go in Supreme Court, And selection can be delayed for years.
You can see already- advt. matter running in court from a long time due to a technical issue.


As per poll conducted on Blog, most of the TET candidates wanted selection on TET Merit (as they know legal issues/ and technicalities)


It looks some candidates want to create hurdle in selection. If such Acad. candidates want selection through Acad. merit then they should demand selection on next advt. as there are many vacancies are pending in UP.

UP News : मुख्यमंत्री देंगे 15 को सौगात


UP News : मुख्यमंत्री देंगे 15 को सौगात


कानपुर। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अब 8 जुलाई के स्थान पर 15 जुलाई को मेहरबान सिंह पुरवा आएंगे। इस दौरान वह कई विकास योजनाओं का शिलान्यास कर कानपुर शहर को नई सौगात देंगे। माना जा रहा है कि विकास कार्यो में लापरवाही करने वाले अफसरों पर गाज भी गिर सकती है।

UPTET : Message By Shyam Dev Mishra to UPTETians


UPTET : Message By Shyam Dev Mishra to UPTETians


मेने यह मेसेज - डेमोक्रसी में अपनी बात रखने के अधिकार के तहत दीया है | 
और हमें ध्यान रखना है की लोकतान्त्रिक मूल्यों की किसी भी प्रकार अवमानना न हो और शांति पूर्ण तरीके से अपनी बात रखें |
अर्थात कानून व नेतिकता के दायरे में रहकर किसी भी प्रकार की हानी  / नुक्सान न कर शांति पूर्ण तरीके से अपनी बात रखें |
आप लोग पड़े लिखे समझदार लोग हैं और निर्णय लेने में सक्षम हैं 
संविधान की रक्षा हर नागरिक का कर्तव्य है 

धन्यवाद 
ब्लॉग एडिटर 



---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: shyamdevmishra@gmail.com <shyamdevmishra@gmail.com>
दिनांक: 14 जुलाई 2012 12:00 pm
विषय: Message for publishing on blog
प्रति: "muskan24by7@gmail.com" <muskan24by7@gmail.com>

TET-ians need to support those who are arrested. It is planned to demand release of arrested TET-ians or offer own arrest with same charges. In case, administration refuses, AMARAN ANSHAN WILL BE STARTED INSIDE AND OUTSIDE THE JAIL.

Manoj Kumar Singh 'Mayank' and bahan Rama Tripathi are committed to NOT LEAVE LUCKNOW TILL DEMANDS ARE FULFILLED.

Please publish this all matter so that other tetians may understand and come to join them to crack the last hurdle.

यू .पी.टी.ई टी :- लखनऊ में मनोज कुमार सिंह "मयंक"का ऐलान...
"अपने टेटियन भाईयों पर नही आने देंगे आँच"

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ग्यारह टीईटी अभ्यर्थी जिन्हें गिरफ्तार किया गया है-
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
(१) हरी प्रसाद त्रिपाठी, बस्ती
(२) राम बाबु सिंह, इलाहाबाद
(३) सुजीत सिंह, इलाहाबाद
(४) अशोक कुमार, अम्बेडकरनगर
(५)बीमुकेश शर्मा, बाराबंकी
(६) देवेन्द्र राय, संत कबीर नगर
(७) अभिषेक कुमार सिंह, संत कबीर नगर
(८) नवीन श्रीवास्तव, मिर्जापुर
(९) अखिलेश कुमार, मिर्जापुर
(१०) राजेश प्रताप सिंह, बलरामपुर
(११) अखिलेश त्रिपाठी, लखनऊ
कुल १४ लोगों के खिलाफ नामजद और ४५० अज्ञात लोगों के खिलाफ सार्वजनिक
संपत्ति को नुकसान पहुचाने के आरोप में एफ आई आर दर्ज की गयी है.


कई राजनीतिक दलों से अपील की गई है कि वो हमारा साथ दें......>>>>

जिसमें भाजपा ,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद , भारतीय कम्युनिष्ट
पार्टी,लोक दल नें समर्थन दिया है....

"मनोज जी व रमा जी ने ऐलान किया है वो तब तक लखनऊ से नही हटेगे जब तक
उनकी माँगें पूरी नही होती
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ है।"
~~~

<<<यदि हमारे साथियों को जल्द ही नही रिहा किया गया तो सामूहिक
गिरफ़्तारी देगें तथा यह भी चाहेगें कि हम पर ठीक वही धारायें लगायी
जायें जो हमारे साथियों पर लगी हैं ऐसी स्थिति न होने पर हम जेल में ही
अमरण अनशन करेगें...>>>

इस आवाहन का प्रदेश भर के अभ्यर्थियों पर जबरजस्त प्रभाव देखने को मिला है और तमाम अभ्यर्थी आधे रास्ते से लखनऊ के लिये लौट चुके हैं १२ जुलाई के 
अन्दोलन से वापस हुये मुजफ़्फ़र नगर के अरविन्द गिरि जो कि विकलांग अभ्यर्थी है वो वापस लखनऊ आ रहे हैं शारीरिक अक्षमता के बावजूद उनका मनोबल बहुत ही ऊंंचा है वो इस आन्दोलन मे सक्रियता से सहभागिता के लिये प्रतिबद्ध है अरविन्द जी ने चित्रकूट विकलांग विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है और उन्होनें चित्रकूट विकलांग विश्वविद्यालय के कई साथियों को हमारे साथ आन्दोलन में सक्रिय सहभागिता करनें के लिये प्रेरित किया है ....

राज सैनी जो कि सहारनपुर के निवासी है कल अपने निवास के लिये प्रस्थान कर चुके थे परन्तु टेटियन्स के आवाहन पर वो मुरादाबाद से लखनऊ वापस आ गये हैं ।

हमारी उन भाई बहनों से यह अपील है कि जो कल व परसों किसी कारणवश लखनऊ नही आ सकें है वो अधिकाधिक संख्या में तुरन्त लखनऊ आ जाये और हमारा सहयोग
करें...||
(Manoj jee ki kalam se)
चलो आज हुँकार करो रे,
दश दिकपति दिगपाल कह रहें,
सिब्बा औ छितिपाल कह रहें .
गरज रहा घनघोर प्रभंजन,
मांग रहा मरू से परिवर्तन.
मरू का सारा रेत उड़ा दो,
मरू को नखलिस्तान बना दो.
जलधर को लाचार करो रे,
चलो आज हुँकार करो रे|

आपका
श्याम देव मिश्रा
मुंबई



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मेने यह मेसेज - डेमोक्रसी में अपनी बात रखने के अधिकार के तहत दीया है | 
और हमें ध्यान रखना है की लोकतान्त्रिक मूल्यों की किसी भी प्रकार अवमानना न हो और शांति पूर्ण तरीके से अपनी बात रखें |
अर्थात कानून व नेतिकता के दायरे में रहकर किसी भी प्रकार की हानी  / नुक्सान न कर शांति पूर्ण तरीके से अपनी बात रखें |
आप लोग पड़े लिखे समझदार लोग हैं और निर्णय लेने में सक्षम हैं 
संविधान की रक्षा हर नागरिक का कर्तव्य है 

धन्यवाद 
ब्लॉग एडिटर 

UPTET : Message By Shyad Dev Mishra to UPTETians


UPTET : Message By Shyad Dev Mishra to UPTETians



---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: shyamdevmishra@gmail.com <shyamdevmishra@gmail.com>
दिनांक: 14 जुलाई 2012 12:00 pm
विषय: Message for publishing on blog
प्रति: "muskan24by7@gmail.com" <muskan24by7@gmail.com>

TET-ians need to support those who are arrested. It is planned to demand release of arrested TET-ians or offer own arrest with same charges. In case, administration refuses, AMARAN ANSHAN WILL BE STARTED INSIDE AND OUTSIDE THE JAIL.

Manoj Kumar Singh 'Mayank' and bahan Rama Tripathi are committed to NOT LEAVE LUCKNOW TILL DEMANDS ARE FULFILLED.

Please publish this all matter so that other tetians may understand and come to join them to crack the last hurdle.

यू .पी.टी.ई टी :- लखनऊ में मनोज कुमार सिंह "मयंक"का ऐलान...
"अपने टेटियन भाईयों पर नही आने देंगे आँच"

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ग्यारह टीईटी अभ्यर्थी जिन्हें गिरफ्तार किया गया है-
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(१) हरी प्रसाद त्रिपाठी, बस्ती
(२) राम बाबु सिंह, इलाहाबाद
(३) सुजीत सिंह, इलाहाबाद
(४) अशोक कुमार, अम्बेडकरनगर
(५)बीमुकेश शर्मा, बाराबंकी
(६) देवेन्द्र राय, संत कबीर नगर
(७) अभिषेक कुमार सिंह, संत कबीर नगर
(८) नवीन श्रीवास्तव, मिर्जापुर
(९) अखिलेश कुमार, मिर्जापुर
(१०) राजेश प्रताप सिंह, बलरामपुर
(११) अखिलेश त्रिपाठी, लखनऊ
कुल १४ लोगों के खिलाफ नामजद और ४५० अज्ञात लोगों के खिलाफ सार्वजनिक
संपत्ति को नुकसान पहुचाने के आरोप में एफ आई आर दर्ज की गयी है.


कई राजनीतिक दलों से अपील की गई है कि वो हमारा साथ दें......>>>>

जिसमें भाजपा ,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद , भारतीय कम्युनिष्ट
पार्टी,लोक दल नें समर्थन दिया है....

"मनोज जी व रमा जी ने ऐलान किया है वो तब तक लखनऊ से नही हटेगे जब तक
उनकी माँगें पूरी नही होती
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ है।"
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<<<यदि हमारे साथियों को जल्द ही नही रिहा किया गया तो सामूहिक
गिरफ़्तारी देगें तथा यह भी चाहेगें कि हम पर ठीक वही धारायें लगायी
जायें जो हमारे साथियों पर लगी हैं ऐसी स्थिति न होने पर हम जेल में ही
अमरण अनशन करेगें...>>>

इस आवाहन का प्रदेश भर के अभ्यर्थियों पर जबरजस्त प्रभाव देखने को मिला है और तमाम अभ्यर्थी आधे रास्ते से लखनऊ के लिये लौट चुके हैं १२ जुलाई के 
अन्दोलन से वापस हुये मुजफ़्फ़र नगर के अरविन्द गिरि जो कि विकलांग अभ्यर्थी है वो वापस लखनऊ आ रहे हैं शारीरिक अक्षमता के बावजूद उनका मनोबल बहुत ही ऊंंचा है वो इस आन्दोलन मे सक्रियता से सहभागिता के लिये प्रतिबद्ध है अरविन्द जी ने चित्रकूट विकलांग विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है और उन्होनें चित्रकूट विकलांग विश्वविद्यालय के कई साथियों को हमारे साथ आन्दोलन में सक्रिय सहभागिता करनें के लिये प्रेरित किया है ....

राज सैनी जो कि सहारनपुर के निवासी है कल अपने निवास के लिये प्रस्थान कर चुके थे परन्तु टेटियन्स के आवाहन पर वो मुरादाबाद से लखनऊ वापस आ गये हैं ।

हमारी उन भाई बहनों से यह अपील है कि जो कल व परसों किसी कारणवश लखनऊ नही आ सकें है वो अधिकाधिक संख्या में तुरन्त लखनऊ आ जाये और हमारा सहयोग
करें...||
(Manoj jee ki kalam se)
चलो आज हुँकार करो रे,
दश दिकपति दिगपाल कह रहें,
सिब्बा औ छितिपाल कह रहें .
गरज रहा घनघोर प्रभंजन,
मांग रहा मरू से परिवर्तन.
मरू का सारा रेत उड़ा दो,
मरू को नखलिस्तान बना दो.
जलधर को लाचार करो रे,
चलो आज हुँकार करो रे|

आपका
श्याम देव मिश्रा
मुंबई

UPTET : टीईटी अभ्यर्थी और नोकरी



टीईटी 
अभ्यर्थी और नोकरी 

अगर हाई कोर्ट चयन के आधार को बदलने की  अनुमति देती है और कारण ठीक होता है तो भी टी ई टी साथीयों के लीय अच्छा अवसर है |
सबसे अच्छा विकल्प - तो टी ई टी मेरिट से भर्ती ही है पर अगर सरकार का  जाँच विभाग / न्याय विभाग प्रक्रिया में कुछ नीतिगत बदलाव की अनुसंशा  करता है तो फिर वो भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है |
अगर उससे भर्ती प्रक्रिया में कोई बाधा  न आये 

सरकार को भी पता है कि - यू पी बोर्ड और सी बी एस ई बोर्ड के मूल्याङ्कन प्रणाली में अंतर है और हाल ही में आई आई टी प्रवेश के लिये यू पी बोर्ड कट आफ ६५ % को सी बी एस ई बोर्ड कट आफ ७८% के बराबर  माना  गया था |
इसी लिए सरकार जो भी फेसला लेगी सोच समझ कर लेगी |


जो एक भय है कि - अगर चयन का आधार बदल जाये और मामला सुप्रीम कोर्ट  पहुँच जाये तो टी ई टी अभ्यर्थी कि चिंताएं कम होने की जगह बढ जायेंगी 
सरकार को उचित हल जल्द से जल्द तलाशना पड़ेगा , अन्यथा अनिश्चितता का माहोल ख़त्म नहीं हो पायगा 

हो सकता है कि हाल ही में जो कुछ टी ई टी अभ्यर्थी नासमझी की वजह से कुछ गलत  कर गए (मुझे सही कारण पता नहीं पर गिरफ्तारी की खबर आयी है  ) और गिरफ्तार हुए हैं , उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए शीघ्रता  से बरी कर दे | क्योंकी कई टी ई टी अभ्यर्थी तनाव के दोर से गुजर रहे होंगे क्योंकि - उनका भविष्य अनिश्चितता के माहोल से जूझ रहा है 

आज एक स्वच्छ मीडिया की बहुत जरुरत है - मीडिया टी ई टी अभ्यर्थीयों की परेशानी को भी दिखाए और हर टी ई टी अभ्यर्थी गुनहगार नहीं हो सकता |

में सोचती हूँ कि - एक अच्छा विकल्प ये भी हो सकता है -
१. चयन टी ई टी मेरिट के आधार पर हो और उसके बाद परफोर्मेंस एक्साम कराया जाये और जो अभ्यर्थी उसमें फेल हो जाएँ उनके इन्क्रीमेंट और अन्य बेनीफिट आदि बंद कर दीये जाएँ |
फिर यह परीक्षा दोबारा से साल भर बाद कराई जाये और अगर अभ्यर्थी दोबारा से फेल हो जाएँ तो उनको नोकरी से हटा दीया जाये , पर अगर वे परीक्षा पास कर लेते हैं तो उनके सभी सेलरी बेनीफिट बहाल कर दीये जाएँ 
२. सरकार - ओ एम् आर की कॉपी की जाँच कर सकती है और भी जांच के आयाम लिए जा सकते हैं , जैसे - बेकग्राउंड इत्यादि 
अभी तक दोषी अभ्यर्थी पकडे नहीं गए इसका मतलब तो ये निकलता है कि - टीईटी परीक्षा पाक साफ़ है , और कोई ठगी वगेराह की घटनाएँ हुई होंगी |

UPTET : पुलिस की रणनीति पर भारी प्रदर्शनकारी



UPTET : पुलिस की रणनीति पर भारी प्रदर्शनकारी


जागरण संवाददाता, लखनऊ : विधान भवन के समक्ष अपनी मांगों को लेकर उग्र प्रदर्शन करने वालों से निपटने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। पहले आयुष डॉक्टरों का हंगामा व उन पर लाठीचार्ज और गुरुवार को टीईटी अभ्यर्थियों का बर्लिग्टन चौराहे पर दिनभर चला प्रदर्शन। दोनों ही मामलों में पुलिस प्रदर्शनकारियों से निपटने में फेल नजर आई है। दोनों प्रदर्शनों से पहले प्रशासन और पुलिस को सूचना थी कि बड़ी तादात में प्रदर्शनकारी विधान भवन की ओर कूच करेंगे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने तैयारी भी की थी, लेकिन हजारों की संख्या में आए प्रदर्शनकारियों को वक्त रहते शहर में दाखिल होने से पहले पुलिस नहीं रोक सकी। प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण के लिए कई थानों की पुलिस, एएसपी, सीओ व पीएसी के जवानों को लगाया गया, लेकिन वे जूझते नजर आए। पुलिस की मौजूदगी में गुरुवार को टीईटी अभ्यर्थियों ने दिनभर बर्लिग्टन चौराहा जाम कर प्रदर्शन किया। हालांकि जाम की स्थित भीषण होती देख वैकल्पिक मार्गो पर यातायात परिवर्तित किया गया, लेकिन इन मार्गो पर यातायात पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था न होने की वजह से हालात लगातार बिगड़ते रहे। गुरुवार रात तक पुलिस ने हजरतगंज से चारबाग की ओर आने वाले यातायात को रोका नहीं था। बर्लिग्टन चौराहे पर पहुंचने के बाद वाहन स्वामियों को जैसे-तैसे वापस होना पड़ रहा था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दूसरी जगह ले जाने के लिए बसें भी मंगवाई थीं, लेकिन वह उन्हें चौराहे से उठाने में नाकाम रही। ऐसे हालात में प्रदर्शनकारी कभी भी उग्र होकर कानून-व्यवस्था व नागरिकों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। हालात बिगड़ने पर गुरुवार रात पुलिस ने टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठियां भी चलाई और 11 अभ्यर्थियों को गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार किया। पूर्व में धरना स्थल के स्थानांतरण को लेकर कई बार हंगामा हो चुका है। शहीद स्मारक पर हुए भारी पथराव के बाद पुलिस की लाठियों से बचने के लिए सैकड़ों प्रदर्शनकारी गोमती में कूद गए थे। इसके बाद झूलेलाल पार्क में धरना स्थल बनाया गया था। अब विधान भवन के समक्ष धरना स्थल फिर से स्थापित करने के बाद शहर के मुख्य मार्ग पर जाम की समस्या बड़ी मुसीबत बनती नजर आ रही है। वहीं एसएसपी आशुतोष पांडेय का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने का अधिकार हर नागरिक को है। धरना स्थल सांकेतिक प्रदर्शन के लिए है। वहां कुछ लोगों को ही अपनी मांगों को लेकर जुटना चाहिए। प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ने पर उनसे निपटने के पर्याप्त बंदोबस्त किए जाएंगे, ताकि नागरिकों को बेवजह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े


News Source : http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-07-14&pageno=8#id=111745292173732384_37_2012-07-14 / Jagran (14.7.12)
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It looks change of Dharna Sthal causes problems. It is very good thinking of SSP Ashutosh Pandey -
People have rights to put their demand peacefully . (Also within constitution, like freedom of expression along with peace)

UPTET : 11 टीईटी अभ्यर्थी गिरफ्तार



UPTET : 11 टीईटी अभ्यर्थी गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, लखनऊ : अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे टीईटी के 11 अभ्यर्थियों को हुसैनगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, मारपीट, 3/4 लोक संपत्ति अधिनियम व 7 सीएलए एक्ट सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने छह अभ्यर्थियों को गुरुवार रात पकड़ा था। पकड़े गए अभ्यर्थियों की पैरवी करने आ रहे पांच अन्य आरोपी अभ्यर्थियों को पुलिस ने शुक्रवार दोपहर गिरफ्तार किया टीईटी के हजारों अभ्यर्थियों ने गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर बर्लिग्टन चौराहे पर दिनभर हंगामा व प्रदर्शन किया था। इस दौरान नागरिकों को तकलीफों का सामना करना पड़ा था। रात करीब 10 बजे कुछ मीडियाकर्मियों व अभ्यर्थियों के बीच हुई मारपीट के दौरान पुलिस ने लाठियां चलाकर अभ्यर्थियों को खदेड़ दिया था। इंस्पेक्टर हुसैनगंज रामप्रदीप यादव व उनके हमराही पुलिस बल ने इस दौरान सिसवा बरुवा बस्ती निवासी हरि प्रसाद त्रिपाठी, मालवीयनगर जार्ज टाउन इलाहाबाद निवासी रामबाबू सिंह, खलीलाबाद संतकबीरनगर निवासी अभिषेक कुमार सिंह, अंबेडकर नगर निवासी अशोक कुमार, संतकबीरनगर निवासी देवेंद्र राय व फतेहपुर बाराबंकी निवासी मुकेश शर्मा को गिरफ्तार किया था। इंस्पेक्टर के अनुसार शुक्रवार दोहपर करीब एक बजे टीईटी के कई अभ्यर्थी चारबाग से कोतवाली आ रहे थे। रास्ते में पुलिस ने इनमें शामिल गोरखपुर निवासी नवीन श्रीवास्तव, मिर्जापुर निवासी अखिलेश सिंह, बलरामपुर निवासी राजेश प्रताप सिंह, आलमबाग लखनऊ निवासी अखिलेश त्रिपाठी और इलाहाबाद निवासी सुजीत सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने 14 नामजद सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। शुक्रवार को पकड़े गए आरोपितों में दो नामजद थे जबकि तीन के नाम प्रकाश में आए थे। पुलिस अब छह अन्य नामजद आरोपितों की तलाश कर रही है


News Source : Jagran (14.7.12) / http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-07-14&pageno=8
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Really a shocking news. 
गाँधी गिरी के सहयोग से अपनी समस्याओं को जनता व सरकार के समक्ष रखा जाना चाहिए |
Comment on blog :-
satiyo jail mai band tetians ko chudane ke liye partinidhi mandal adhikariyo se baat karne ja raha hai.isliye lkw ke aaspaas wale jilo ke tetians se anurodh hai ki 9 am charbag pahuchkar apne bhaiyo ki rihai sunischit karen.hame poori shantipurvak apni baat rakhni hai.moh.istyak rampur


BTC UP --- 6404 शिक्षिकाओं के अंतर जिला तबादले



BTC UP ---  6404 शिक्षिकाओं के अंतर जिला तबादले

Transfer of 6404 Female Teachers in Basic Education Department of UP -

जागरण ब्यूरो, लखनऊ : लंबी जिद्दोजहद के बाद शुक्रवार को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों के शिक्षकों के अंतर जिला तबादले कर दिए गए, लेकिन पुरुष शिक्षकों को इससे मायूसी हुई है। वजह यह है कि इस वर्ष सिर्फ महिला शिक्षकों के ही तबादले किए गए हैं। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव आइपी शर्मा की ओर से जारी स्थानांतरण आदेश में प्राथमिक विद्यालयों की कुल 6404 सहायक अध्यापिकाओं के अंतर जिला तबादले किए गए हैं। स्थानांतरित शिक्षिकाओं की सूची बेसिक शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर भी जारी कर दी गई है। ये तबादले जिलों में रिक्त पदों के सापेक्ष किए गए हैं। सूबे के 10 अति पिछड़े जिलों से सिर्फ विकलांग शिक्षिकाओं का ही तबादला किया गया है। बाकी जिलों में ख्याल रखा गया है कि जिले में जाने वाली और वहां से हटाई जाने वाली शिक्षिकाओं की संख्या यथासंभव बराबर हो। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों से कहा गया है कि वे शिक्षकों के स्थानांतरण और उन्हें कार्यभार ग्रहण कराने के संबंध में सभी जरूरी कार्यवाही सुनिश्चित करें।


News Source : http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-07-14&pageno=1#id=111745289773714720_37_2012-07-14 / Jagran (14.7.12)
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Teachers are awaited transfer from a long time and before teachers recruitment it may going to happen.
Now it is implemented for FEMALE teachers.

UPTET : पांच टीईटी अभ्यर्थी गिरफ््तार, जेल भ्‍ाेजा

UPTET : पांच टीईटी अभ्यर्थी गिरफ््तार, जेल भ्‍ाेजा

उग्र प्रदर्शन कर कानून व्यवस्था ध्वस्त करने का आरोप 

लखनऊ (ब्‍यूरो)। पुलिस ने बृहस्पतिवार को देर रात तक प्रदर्शन करके हंगामा काटने के आरोप में पांच टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। इनके खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है
आईजी/एसएसपी आशुतोष पांडेय ने बताया कि मांगों को लेकर विधानसभा मार्ग पर प्रदर्शन शुरू करने के बाद टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने उग्र रूप धारण कर लिया था। रात को हालात बेकाबू होने पर हुसैनगंज पुलिस ने बर्लिंग्टन चौराहे पर घेराबंदी करके प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें बस्ती के सिसवां बरुआ निवासी हरिप्रसाद त्रिपाठी, संतकबीर के खलीलाबाद निवासी अभिषेक सिंह, देवेंद्र राय, अंबेडकरनगर के अशोक कुमार व बाराबंकी के फतेहपुर निवासी मुकेश शर्मा शामिल हैं
इंस्पेक्टर हुसैनगंज रामप्रदीप यादव ने पांचों आरोपियों व उनके साथियों के खिलाफ बलवा, मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत कई संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। गिरफ्तार पांचों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया। वहां से जेल भेज दिए गए। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
उधर, टीईटी अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को भाजपा नगर के महामंत्री अभिजात मिश्र से मिला। प्रतिनिधिमंडल को महामंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को लेकर भाजपा इस संघर्ष में पूरा साथ देगी। अभिजात ने आरोप लगाया कि सपा सरकार ने युवाओं को धोखा दिया है


News Source : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120714a_007163006&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120714a_007163006
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Really a shocking news. 
गाँधी गिरी व मीडिया के सहयोग से अपनी समस्याओं को जनता व सरकार के समक्ष रखा जाना चाहिए |

Friday, July 13, 2012

UPTET : Dharna Sthal chokes traffic on Charbagh-Ganj route



UPTET : Dharna Sthal chokes traffic on Charbagh-Ganj route


LUCKNOW: Scores of commuters near Husainganj Crossing experienced the same ordeal as thousands of Teacher Eligibility Test (TET) qualified candidates blocked the busy Charbgh-Hazratganj route on Thursday.

"It was difficult to find a way. All I could see was a sea of people raising anti-government slogans. The protestors were not even bothered if there was an ambulance stuck in the jam. I feel the venue of protest should be immediately shifted,'' said Binay Chaudhary, a graphic artist, who too was caught in the jam.

Such traffic snarls have become regular on the Charbagh-Hazratganj route ever since the Dharna Sthal has been restored to its old location - opposite Vidhan Bhawan.

Every time a protest takes place, traffic goes into disarray. On Thursday, many commuters were caught in the traffic jam for more than five hours; office-goers reached their offices late while students had to miss their classes. Among the sufferers were patients heading to hospitals for treatment. Many missed their trains.

After coming to power in March, the Samajwadi Party government reverted the BSP government order and restored the Dharna Sthal to its old venue.

Now, even a small protest at Dharna Sthal throws the traffic out of gear on the route, causing inconvenience to commuters. Since most of the demonstrations take place either in the morning or evening hours, traffic woes double up. At times, the protests are so severe that even the police fail to clear the snarls.

It was owing to regular traffic problems owing to protests on the Vidhan Sabha Road, the Mayawati government had shifted the Dharna Sthal to Shaheed Smarak. Later, the venue was shifted to the Jhulel Lal Park on the banks of the Gomti. The decision came after shiksha mitras clashed with the police on September 14, 2010, and damaged the memorial inside Shaheed Smarak. On the occasion, some protestors had also jumped into the Gomti after police canecharged them. The then police chief DIG Rajeev Krishna was also injured in the clash.

On July 2, Ayush doctors had blocked the Vidhan Sabha Marg for over three hours. They even clashed with the police in which nine police personnel, including women, were seriously injured.

Earlier, on March 20, TET qualified candidates fought pitched battles with the police at Husainganj Crossing. The protest had led to traffic bottlenecks near KKC and Husainganj Crossing. The police had to use water cannons and lathicharge to disperse the mob.


News Source : http://timesofindia.indiatimes.com/city/lucknow/Dharna-Sthal-chokes-traffic-on-Charbagh-Ganj-route/articleshow/14858089.cms / Times of India ( 13.7.12)

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Media should cover problems of TET candidates also. And valid rules etc. should highlight on its news.

जो लोग  कह रहे हैं कि परीक्षा में  धांधली हुई  है , इन लोगो को भी १० वी या १२ वी कक्षा में फेल कर देना चाहिए ,  क्योकि  इनके साथ  में   कभी किसी और ने नक़ल की थी और वो धांधली में पकड़ा गया , और दोबारा से परीक्षा करानी चाहिए , तब तक कराते रहना चाहिए जब तक कि १०० % शुद्धता से परीक्षा संपन्न न हो जाये |
केवल दोषी  विद्यार्थी ही सजा के पात्र होते हैं , सारे  विद्यार्थी नहीं |


 खबरे आती रहती हैं कि - टी ई टी सिर्फ  एलिजीबिलिटी टेस्ट है 

वे लोग इतने  गैर जिमेदाराना बात इतनी आसानी से कह देते हैं जैसे कोई हंसी मजाक हो जब नियम बनाये तब तो कुछ कहते नहीं है , अब आप ही देखीये नियम क्या कहते हैं -
एन  सी  टी ई ने साफ़  शब्दों  में कहा  है  कि टी ई टी अंकों को  चयन  में वेटेज दीया जाये  -

तो साफ है कि ये सिर्फ पात्रता परीक्षा नहीं है , चयन का एक आधार भी देती है

9(b) should give weightage to the TET scores in the recruitment process
however, qualifying the TET would not confer a right on any person for recruitment/employment as it is only one of the eligibility criteria for 
appointment

टी ई टी अंकों के  सुधार  / वृद्धी   हेतु  , अभ्यर्थी पुन : परीक्षा  में   बैठ  सकते -
See :
Frequency of conduct of TET and validity period of TET certificate :-
11 The appropriate Government should conduct a TET at least once every year. The Validity Period of TET qualifying certificate for appointment will be decided by the appropriate Government subject to a maximum of seven years for all categories. But there will be no restriction on the number of attempts a person can take for acquiring a TET Certificate. A person who has qualified TET may also appear again for improving his/her score

अगर ये  ये पात्रता परीक्षा है, तो अंकों के सुधार का क्या मतलब 

इस  समय अभ्यर्थी  वैसे ही मानसिक वेदना से गुजर  रहे हैं और ऐसी गैर जिम्मेदाराना बातें उन पर क्या असर डालती होंगी , कोई मतलब नहीं 



इलाहबाद हाई कोर्ट ने साफ शब्दों में कहा कि -
टी ई टी अंकों से चयन , एन सी टी ई के नियमानुसार है व एक बार प्रक्रिया निर्धारित होने के बाद उसका बदला जाना पक्षपात पूर्ण है (जब गेम / प्रक्रिया शुरू हो चुकी हो

See :http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2011/12/uptet-allahabad-highcourt-dismissed.html



यु पी टीईटी के माध्यम से नियमानुसार अभ्यर्थी (टीईटी  मेरिट  होल्डर)  नोकरी पाने व भर्ती के पात्र थे |
सिर्फ काउंसलिंग के जरिए भर्ती पात्र / नियुक्ति पात्र दीये  जाने बाकि थे |


For the purpose of making selection and appointment as Assistant Teacher the said qualification cannot be made a basis/foundation particularly considering the process of the said test as it amounts to change of rules of the game when the game has already commenced and in support thereof placed reliance on judgements of this Court in K. Manjusree Vs. State of Andhra Pradesh and another (2008) 3 SCC 512 and Hemani Malhotra Vs. High Court of Delhi (2008) 7 SCC 11.


In these circumstances, it cannot be said that rules of the game have been changed afterwards inasmuch the two processes cover different fields and operate totally differently.

In Baloji Badhavath (supra), it was held that a procedure evolved for laying down mode and manner for consideration of a right to be considered for appointment can be interfered with only when it is arbitrary, discriminatory or wholly unfair, which learned counsel for petitioner failed to prove in the case in hand and, therefore, reliance placed thereon is totally misconceived.


9. So far as making of qualifying examination basis of selection is concerned, it is always permissible to the rules framing authority to determine the criteria for selection which may base on the merits of the candidate possessed in various academic qualifications or qualifying test or any other criteria which may otherwise be valid and once it is so determined, unless it can be said that the same amendment in the rule is contrary to any statutory provision or otherwise ultra vires or vitiated in law, the same cannot be interfered.
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काफी  सारे मामलों में कोर्ट ने स्पष्ट किया की - 
टी ई टी अंकों से भर्ती  सराहनीय   है  क्योकि इससे पक्षपात रहित भर्ती होती है , विद्यार्थी चाहे किसी भी बोर्ड के हो , चाहे उनके कितने भी प्रतिशत अंक हो , टी.इ. टी. सारे विद्यार्थियों के लिए समान है  और कोई नियम का उल्लंघन  नहीं हुआ है , पर  मीडिया  इन   सब  खबरों  से दूर  है कारण - बहुमत टी ई टी फेल  वालों व  अन्य  के साथ  है 
सच  को झूठ  व झूठ को सच  में   बदलना असली  खेल है 
देखीये कोर्ट के निर्णय : 


कोर्ट ने  बेवजह  टी ई टी  केंडीडेट्स पर आरोप  लगाने  पर जुरमाना  भी लगाया ,
पर मीडिया ने ऐसी बातें / रिपोर्ट कभी  नहीं दी 

जब भर्ती परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं तो टी ई टी को भर्ती परीक्षा के रूप में स्वीकार कर सकते  है  जब इसके अंकों का महत्व है 
टी ई टी वास्तव में एक टीचर एप्टीटिउयूड   टेस्ट है जो कि एन सी टी ई के नियमानुसार योग्य अभ्यर्थियो  के चयन में मदद  करता है 



जब केंद्र  सरकार  स्केलिंग  पद्दति से चयन करती है तो   U. P.  बोर्ड क्यूँ नहीं -
See :


Percentage Cut-off Marks# of Various State-Boards Result in class XII for
2008, 2009, 2010, and 2011



2008
2009
2010
2011
UP Board
69.2
72.6
77
77
CBSE
91
92.4
91.8
93.2
ICSE
93
93.3
93.2
93.43



Now for selection in IIT, UP Board Cutoff - 65% = CBSE Board Cut-off 78%
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विज्ञापन विषय  :
जब विज्ञापन निकाला गया तब तो किसी विभागीय अधिकारी ने कोई टिप्पणी नहीं की - कि उनके अधिकारों का कोई हनन हुआ है इसका तात्पर्य है कि सभी कार्य - उत्तरदायी अधिकारी ( ( सभी 
जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ) की जानकारी में हुए हैं |
पर लगता है कि किसी एक टीईटी अभ्यर्थी  (जिसके टीईटी परीक्षा में कम अंक आये ) ने मामले को लटकाने के लिये - किसी नियम का गलत सहारा लिया है 



कई लोगो का  मानना है  कि ऐसा हल निकलना चाहिए -
कि लाठी भी न टूटे और सांप भी मर जाये 

जब लाखों अभ्यर्थीओं  ने उत्तर प्रदेश  प्राथमिक / असिस्टेंट शिक्षक में चयन के लिये शासनादेश के आधार पर आवेदन कर ही  दिया  है , तो विज्ञापन संशोधन जैसा कोई आदेश आ जाये |
क्योंकी विज्ञापन के निकलने में  अभ्यर्थियों    की कोई गलती नहीं है |
जिन लोगो ने अभ्यर्थियों   के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है , उन्हें कठोर दंड  दिया  जाना चाहिए , जिससे ऐसी गलती कि पुनरावृति न हो |


Additionally a poll is conducted on this BLOG for base of selection, And its results are -

टीईटी अंक  : -    4486 (64%)
एकेडेमिक अंक : -  1018 (14%)
 टीईटी + एकेडेमिक अंक  : -   1379 (19%)
कोई राय नही :-   53 (0%)


अब तक के वोट: 6936 
पोल बंद कर दिया गया है 
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UPTET : हठधर्मिता को त्याग कर टीईटी अभ्यर्थियों की माँगों को शीघ्र पूर्ण करे : बीजेपी



UPTET : हठधर्मिता को त्याग कर टीईटी अभ्यर्थियों की माँगों को शीघ्र पूर्ण करे : बीजेपी

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने टीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस की बर्बरता पूर्ण कार्यवाही की निन्दा की और इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि सपा सरकार टीईटी अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार करने की बजाय आन्दोलन को ही कुचलने का कार्य कर रही है, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है

तिवारी ने कहा भाजपा टीईटी अभ्यर्थियों की मांगों का समर्थन करते हुए पुलिस द्वारा उनपर किये जुल्म की घोर निन्दा की एवम् इस बर्बरता पूर्ण कार्यवाही के जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की माँग की। उन्होंनें कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में आन्दोलनों को कुचलने का कार्य किया जा रहा है। आये दिन पुलिस बल प्रयोग से आन्दोलनों को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है

अभी कुछ दिन पहले आयुष डॉक्टरों पर पुलिस द्वारा बर्बर लाठी चार्ज किया गया जिसमें अनेकों आंदोलनकारी गंभीर रूप से घायल हो गये थे। बहुतों के सिर पर वार किया गया जो कि शर्मनाक ही नहीं अपितु निन्दनीय एवम् असंवैधानिक कृत्य है।


तिवारी ने अपनी माँगों को दोहराते हुए कहा कि राज्य सरकार अपनी हठधर्मिता नीति को त्याग कर उनकी माँगों को यथाशीघ्र पूर्ण करे, दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करते हुए भुक्तभोगियों को मुआवजा प्रदान करे। भाजपा राज्य सरकार के ऐसे कारनामों का पर्दाफाश करते हुए विरोध करेगी


News Source : http://hindi.pardaphash.com/news/--709522/709522.html
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Blog Editor View : -
BJP is in positive mood to support TET candidates. However BSP who initiated this TET exam not given any view. And SP itself not opens its mouth i.e. TET candidates will be selected through TET merit OR not ?
However earlier some indication comes that they (SP Party) will give justice to TET candidates.

UPTET - टी ई टी - क्या सच क्या झूठ


टी ई टी - क्या सच क्या झूठ 


---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: SS Misra <mishrasanjay777@gmail.com>
दिनांक: 13 जुलाई 2012 4:15 pm
विषय: Wrong news
प्रति: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>, editor@ibnkhabar.com, editor@knp.amarujala.com, editor@mrt.amarujala.com, ajprakashan@yahoo.com, ajpress@satyam.net.in


प्रिंट मीडिया में आज जितनी न्यूज़ आयी है वो सारा सर गलत और मंघरांत है | जिसमे लखनऊ पुलिस और सरकार की टेट वालो को बदनाम करने की पूरी साजिस है. हमने ७ बार लखनऊ में आन्दोलन किये और किसी में भी हम उग्ग्र और अभद्र नहीं हुए | हमे सौख नहीं है रोज रोज अपने घरो और काम को छोड़ कर लखनऊ जाने का, हम तो सिर्फ अपनी जायज मांग के लिए अर्थात पूर्व विज्ञापित टेट मेर्रित से शिक्षक भर्ती अविलम्ब चालू करने के लिए सरकार को अनुरोध करने जाते है |
मै ये जानना चाहता हूँ का आप जो लोग ये पढ़ रहा है क्या हमारी मांगे गलत और नाजायज है | मीडिया ने टेट परीक्षा को इतन बदनाम कर दिया की मै क्या कहू, मै आज आप लोगो सा या पूछना चाहता हूँ की क्या मीडिया पूरी तरहे भ्रस्त नहीं हो गई है. अगर मीडिया सच्ची होती को | आप लोगो ने आज टीवी में एक लड़की के साथ १०- १२ लडको लगातार छेड़खानी करते हाउ लाइव न देखा होता ये घटना जहा तक असम राज्य की है | क्या कर रही थ मीडिया क्या वह कोई मर्द नहीं था की उस लड़की से छेड़चढ़ करने वालो की तस्वीर या विडिओ बनाने की जगहे उस लड़की को बचाते|
किसी भी मीडिया वालो न ये नहीं देखा था वह पर जब पुलिस वाले उग्ग्र हो गई थे तो टेट छात्रों ने ही जनता, बूढी औरतो और छोटे-छोटे बच्चो को लखनऊ पोलिसे की लाठियों से बचाया था | और मै ये भी बता दू की वह पर जिस लड़के को लखनऊ पोलिसे ने पेस किया है छेड़खानी करने वालो में उसे हम लोगो ने सुभाय से कई बार हमारे साथ आय टेट पास लडकियो को परेसान करने के कारन भगाया था बाद में हमने पता लगाया तो पता चले वो लखनऊ पोलिसे के मुखबिर है और पोलिसे ने अराजकता फलने ले लिए वह लगाया था |
आज तक टेट वालो की किसी के साथ गलत तरीके से पेस नहीं आय फिर ये न्यूज़ क्यों निकली गई की हमने अभद्रता की अरे हम शिक्षक है और असली शिक्षक कभी गलत नहीं होता और अशली शिक्षक होने के हमारे पास Certificat टेट है | हम उनलोगों की तरहे नहीं है जो हमेसा अहेसन पर जिन्दगी काटते है पैसा खर्च करे के नंबर १०व, १२व, स्नातक, बी,एड बढ़वाते है. हमने अब तक जो भी हासिल किस अपनी महनत से हासिल किया हम सरकार से भीख नहीं मांगने जाते है हम अपना हक मांगने जाते है |

अगर सरकार का कोई बंद या अकादमिक मेर्रित का समर्थक इसे पढ़ रहा हो तो कान खोल के सुन लो बेसिक सिक्षा विभाग में टेट वालो की पहेले भारती होगी पूर्व प्रकाशित विज्ञापन के अनुसार होगी अर्थात टेट के अंको के अधर पर वर्ना उत्तर परदेस के बेसिक सिक्षा विभाग में कोई भी शिक्षक भारती नहीं होगा | चहै सिक्षा मित्र हो या बी.टी.सी वाले ही क्यों न हो.

उत्तर परदेस सरकार से अनुरोध है की वो हमे शिक्षक ही रहेने दे वर्ना इतहास गवाह है चाणक्य भी एक शिक्षक ही था वो अकेला था हम २.७५ लाख है आगे आप समझदार है | 
जय टेट 

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Good blog comment -
I am reading a formula (some body put on this blog) : -

Selection can be made through TET merit (So that legally candidates will not face problem), And after that performance oriented exam like can be conducted.

If a candidate failed in that exam first time, then punishment - increment etc. is blocked till next performance exam. If a candidate failed once again i.e. 2nd time in that examination then he should be removed from service.


And chances should be given to next candidate in merit along with previous benefits by forfeiting half salary of candidates expelled from system atleast his/her provident fund seized and pass it to new/next candidate who is in waiting.

This performance oriented exam should be conducted for all teachers. And through this all CHEATERS / FAKE candidates expelled from system.

There can be many solutions like checking OMR sheet, background with other details and investigation of such candidates.

TET candidates are waiting for their job from a long time and an early solution is required to solve problems.

UPTET : कब्जे में रही लाइफ लाइन


UPTET : कब्जे में रही लाइफ लाइन

लखनऊ : अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के हजारों अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर राजधानी के एक हिस्से में अघोषित कफ्र्यू जैसे हालात पैदा कर दिए। मेरिट के आधार पर नियुक्ति की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने गुरुवार सुबह करीब आठ बजे से हुसैनगंज चौराहे व उसके बाद बर्लिग्टन चौराहे पर कब्जा जमा लिया। इसके बाद रात 10 बजे तक शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली सड़क (विधान सभा मार्ग) जाम रही।



नतीजतन आसपास के इलाके के लोग अपने घरों में कैद हो गए। अभ्यर्थी अपनी मांगों पर अड़े रहे और पुलिस व पीएसी मूकदर्शक बनी रही। एडीएम व एएसपी पूर्वी ने कई बार अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहे। अधिकारी उन्हें वहां से हटाकर दूसरे स्थान पर ले जाने में भी नाकाम रहे। इस बीच सैकड़ों लोग स्टेशन पहुंचने के लिए जाम से जूझते रहे, बाद में एक वृद्ध महिला को रास्ता देने की बात को लेकर कुछ मीडियाकर्मियों और अभ्यर्थियों के बीच हुई मारपीट के दौरान पुलिस ने मौका पाते ही लाठियां चलाकर अभ्यर्थियों को खदेड़ा। कुछ ही देर में बर्लिग्टन चौराहा जाम से मुक्त हो गया


 पुलिस ने मीडियाकर्मियोंसे मारपीट के आरोप में एक युवक को हिरासत में लिया है। वहीं पूरे घटनाक्रम के दौरान डीएम व एसएसपी मौके पर नहीं आए। प्रदेश के विभिन्न स्थानों से अपने पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार सुबह करीब छह हजार अभ्यर्थी लखनऊ पहुंचे। इनमें महिलाएं भी थीं। वे चारबाग से जुलूस की शक्ल में विधानभवन की ओर कूच कर गए। इधर, कार्यक्रम की पूर्व सूचना के बावजूद पुलिस व प्रशासन वक्त रहते प्रभावी कार्रवाई नहीं कर सका। आखिरकार सुबह करीब 10 बजे अभ्यर्थियों को पुलिस ने हुसैनगंज चौराहे पर रोका। इसके कुछ देर बाद अभ्यर्थी हंगामा करते हुए बर्लिग्टन चौराहे तक पहुंच गए, लेकिन यहां सुरक्षा का घेरा कड़ा होने की वजह से आगे नहीं बढ़ सके। इसके बाद घंटों मान-मनौव्वल चलती रही। अधिकारी काफी मशक्कत के बाद भी अपने मांगों पर डटे अभ्यर्थियों को टस से मस न कर सके। ऊपर से निर्देश न होने की वजह से पुलिस व पीएसी बल प्रयोग करने से बचती रही और अभ्यर्थी नागरिकों को अपनी मनमर्जी से रोकते-टोकते रहे। स्कूल से अभिभावकों के साथ आ रहे बच्चों व स्टेशन जा रही महिलाओं व बुजुर्गो तक को निकलने नहंी दिया गया। पुलिसकर्मियों ने रोके जा रहे वाहनों को रास्ता दिलवाने के बजाए चुपचाप किनारे खड़ा रहना बेहतर समझा। अभ्यर्थियों ने इस दौरान पुतला फूंका और नारेबाजी करते रहे
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गलियों में राह ढूंढते रहे : -


 लखनऊ : प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद यातायात को प्राथमिकता पर लिया गया। एएसपी यातायात से लेकर आइजी और स्पेशल डीजी ट्रैफिक तक ने सड़क पर आकर सुझाव दिए और सुधार की तमाम बातें कीं। गुरुवार को जब परीक्षा की घड़ी आई तो सारी तैयारियां धरी रह गईं। सुबह दस बजे, जिस वक्त टीईटी अभ्यर्थी विधान भवन के सामने जुटना शुरू हुए, तब तक यातायात पुलिस निश्चिंत थी। अपर पुलिस अधीक्षक यातायात अरविंद सेन बताते हैं कि विधान भवन के सामने प्रदर्शन पर सिर्फ रॉयल होटल से हजरतगंज चौराहे के बीच का रास्ता बंद करना पड़ता है और इस रास्ते के कई विकल्प मौजूद हैं, इसलिए प्रदर्शन को लेकर पहले से अतिरिक्त इंतजाम करने का कोई औचित्य नहीं था, लेकिन टीईटी अभ्यर्थियों ने जब चारबाग, केकेसी और बर्लिंगटन होटल चौराहे पर जाम लगा कर प्रदर्शन शुरू किया तो हालात बेकाबू हो गए। गोरखपुर और कानपुर से आने वाले वाहन इसमें उलझ गए। चारबाग से हजरतगंज चौराहे तक रास्ता रुका तो एक घंटे के भीतर इस रास्ते के समानांतर गलियों में भी जाम लग गया। वाहन चालक रास्ता तलाशने के लिए गलियों में समा गए। दोपहिया वाहनों तक फिर भी गनीमत थी लेकिन संकरी गलियों में चौपहिया वाहन आमने-सामने अड़े तो चक्का जाम की नौबत आ गई।

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पैदल आने को हुए मजबूर
जागरण संवाददाता, लखनऊ : चारबाग से हुसैनगंज, विधानसभा और हजरतगंज जाने वाले मुसाफिरों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। चारबाग से गोमतीनगर जाने वाले बसें हुसैनगंज और विधानसभा होते हुए ही निकलती हैं। टीईटी अभ्यर्थियों द्वारा लगाए गए जाम के बाद बसों को केकेसी से सदर के लिए मोड़ दिया गया। चारबाग से विधानसभा आने के लिए मुसाफिरों को कोई साधन उपलब्ध नहीं हो सका। राहगीरों को पैदल ही यह सफर तय करना पड़ा। यातायात की इस समस्या का फायदा रिक्शेवालों ने खूब उठाया। लोगों से मनचाहे पैसे वसूले गए। रिक्शेवालों को भी हजरतगंज पहुंचने के लिए कैसरबाग से होते हुए लंबा चक्कर लगाना पड़ा। इससे बीस मिनट का सफर तय करने में कई घंटे लग गए। जगह-जगह यातायात का डाइवर्जन होने से लोगों को खासी मुसीबत का सामना पड़ा। छूटी यात्रियों की ट्रेनें टीईटी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के कारण लगे जाम ने कई यात्रियों की ट्रेन छुड़वा दी। चारबाग से हजरतगंज तक वाहनों की लंबी लाइन लगने के कारण करीब सौ यात्री अपनी ट्रेन नहीं पकड़ सकें। शताब्दी सहित सात ट्रेनों के इन सौ यात्रियों को अपना टिकट करंट काउंटर पर निरस्त कराना पड़ा। जाम के कारण ट्रेन 12003 शताब्दी एक्सप्रेस के 15 यात्रियों ने अपने टिकट रद कराए। इसी तरह ट्रेन 13307 गंगा सतलज एक्सप्रेस, 13005 पंजाब मेल, 13049 हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस, 14265 वाराणसी-देहरादून जनता एक्सप्रेस और 13009 दून एक्सप्रेस के करीब 85 यात्रियों ने अपने टिकट रद कराए। उधर जाम के कारण सुबह आठ बजे से लखनऊ जंक्शन और चारबाग स्टेशन पर अफरातफरी मच गई थी।


News Source : Jagran (13.7.12) / http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-07-13&pageno=3#id=111745184794175_37_2012-07-13
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About this NEWS : TET candidates made trouble to public,school children etc. It is NOT good to create problems to public.
However TET candidates are worried for their future and life, As till date no concrete step comes. Matter is still running in Highcourt.And now it depends on government to tackle this issue. 


 What will happens TET pass B Ed candidates future ?
NCTE guidelines, Niymavali etc. 7 months passed and no news of counselling (i.e when will it happen OR not happen)


An appeal to TET candidates : Movement should be within law of country as our Rastrpita Gandhiji did.

UPTET : सड़कों पर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कब्जा



UPTET : सड़कों पर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कब्जा


लखनऊ। आम जनता परेशान हो रही थी किसी की ट्रेन छूट रही थी, कोई अपने मरीज को जल्द अस्पताल पहुंचाना चाहता था तो कोई स्कूल से छूटे भूख प्यास से ब्याकुल अपने बच्चों को लेकर जल्द से जल्द घर पहुंचना चाहता था। यह सब हो रहा था क्योंकि टीईटी के उतीर्ण अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर बर्लिंगटन चौराहे के पास सड़क जाम कर बैठे थे। लेकिन प्रशासन को इनमें से किसी की भी चिंता नहीं थी। वह तो बस मूकदर्शक बना इन आंदोलनकारियों को घेर कर उनके थकने का इंतजार कर रहा था। प्रशासन की ओर से बापू भवन चौराहे से बर्लिंगटन चौराहे की ओर आ रहे लोगों को सूचित करने का भी कोई इंतजाम नहीं किया गया। इससे कई लोगों को प्रदर्शनकारियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। इससे पहले प्रदेश भर से सैकड़ों की संख्या में राजधानी पहुंचे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी बृहस्पतिवार को यातायात व्यवस्था के लिए चुनौती साबित हुए। राजधानी की लाइफ लाइन विधानसभा मार्ग-चारबाग रूट पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा होने से यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। इसके रूट के आसपास बने दो से तीन किलोमीटर के दायरे में दिन भर जाम की स्थिति रही। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के धरना प्रदर्शन के चलते पुलिस ने तमाम रास्ते बंद कर दिए। बस-ऑटो, सहित सभी प्राइवेट गाड़ियों को रोक दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने सुबह 10 बजे से चारबाग रेलवे स्टेशन से रैली शुरू की। ऑफिस टाइम होने के पहले ही सड़कों पर गाड़ियों का हुजूम लगा हुआ था। ऐसे में सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों के सड़क पर उतरने से स्थिति और भी बेकाबू हो गई। चारबाग स्टेशन से प्रदर्शनकारियों के सड़क पर उतरते ही चारबाग बस स्टॉप तक पूरी तरह से जाम लग गया। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन का सबसे अधिक खामियाजा दफ्तर जा रहे लोगों को उठाना पड़ा। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण चारबाग से केकेसी की ओर जाने का रास्ता पूरी तरह से ठप हो गया। जैसे-जैसे रैली आगे बढ़ती गई ट्रैफिक की रफ्तार और धीमी होने लगी। उधर, भीड़ को देखते हुए सार्वजनिक वाहन भी बंद कर दिए गए। आलमबाग निवासी सौरभ ने बताया कि उन्होंने इंटरव्यू के लिए गोमती नगर पहुंचना था। सुबह 10 बजे चारबाग स्टेशन पहुंच कर घंटे भर तक ऑटो का इंतजार किया। लेकिन, कोई गोमती नगर जाने को तैयार नही हुआ। वहीं, बसें भी बंद होने के कारण वह अपने दफ्तर भी नहीं पहुंच पाए। इस रूट पर सार्वजनिक वाहन बंद होने से शहरवासियों को एक से दूसरी जगह जाने में पसीने छूट गए। बसें भी हजरतगंज की तरफ जाने से कतराती दिखीं और कैंट के पीछे की तरफ से होते हुए गोमती नगर की ओर गई। सुबह करीब 11 बजे यह रैली हुसैनगंज चौराहे पर पहुंच गई। यहां प्रदर्शनकारियों ने एक घंटे जमकर नारेबाजी और सरकार विरोधी नारे लगाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के चौराहे के चारों ओर बैठ जाने के कारण ट्रैफिक की आवाजाही पूरी तरह से रुक गई। हजरतगंज से चारबाग की ओर जा रहे ट्रैफिक को बर्लिंगटन चौराहे से सदर की ओर मोड़ दिया गया। वहीं, चारबाग , लालकुआं और अन्य दिशाओं से आ रहा ट्रैफिक घंटों जाम में फंसा रहा। हुसैनगंज चौराहे पर प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों ने नमाज भी अदा की।दोपहर करीब साढ़े बारह बजे रैली ने बर्लिंगटन चौराहे पर कब्जा कर लिया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में असफल रहे जिला प्रशासन का खामियाजा बर्लिंगटन चौराहे से निकल रहे आम लोगों को भुगतना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने मानव श्रृंखला बनाकर इस चौराहे से गुजरने वाले ट्रैफिक को रोक दिया। चारबाग, कैंट रोड़, सदर और हजरतगंज से आने वाले वाहनों को चौराहे से ही वापस कर दिया गया

अंकल हमें जाने तो... 
प्रदर्शकारियों ने एक बजे तक बर्लिंगटन चौराहे को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया था। राजधानी के ज्यादातर स्कूलों में इसी समय पर छुट्टी भी होती है। प्रदर्शनकारियों ने स्कूली बच्चों तक को नहीं बख्शा। छोटे-छोटे बच्चों की विनती को भी ठुकरा दी गई। हालांकि, बाद में बाद सभी स्कूली बच्चों, एम्बुलेंस जाने दिया गया


News Source : http://www.amarujala.com/state/Uttar-pradesh/64756-1.html / Amar Ujala (13.7.12)
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About this NEWS : TET candidates made trouble to public,school children etc. It is NOT good to create problems to public.
However TET candidates are worried for their future and life, As till date no concrete step comes. Matter is still running in Highcourt.And now it depends on government to tackle this issue. 


In this news - Problems of  - TET candidates  is not seen. What happens to B Ed candidates future.
NCTE guidelines, Niymavali etc. 7 months passed and no news of counselling (i.e when will it happen OR not happen)


An appeal to TET candidates : Movement should be within law of country.