UP News : मुख्यमंत्री देंगे 15 को सौगात
कानपुर। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अब 8 जुलाई के स्थान पर 15 जुलाई को मेहरबान सिंह पुरवा आएंगे। इस दौरान वह कई विकास योजनाओं का शिलान्यास कर कानपुर शहर को नई सौगात देंगे। माना जा रहा है कि विकास कार्यो में लापरवाही करने वाले अफसरों पर गाज भी गिर सकती है।
मंडलायुक्त के यहा शहर के कायाकल्प पर बैठक के बाद अफसरों ने योजनाओं को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। गंगा बैराज के रास्ते शुक्लागंज-उन्नाव होते हुए लखनऊ मार्ग के विकास के लिए तीन विभागों की टीम ने निरीक्षण किया है तो नगर निगम ने दो सौ करोड़ से दो सौ किलोमाीटर सड़कें बनाने के साथ नालिया व इंटरलाकिंग टाइल्स लगाने की तैयारी की है। ट्रासपोर्ट नगर के स्थानातरण के लिए केडीए ने ट्रासपोर्टरों को भाऊसिंह पनकी में प्रस्तावित न्यू ट्रासपोर्ट नगर की योजना का निरीक्षण कराया है।
बैराज स्थल देखा, बनाई रिपोर्ट-
विकास कार्यो की उच्च स्तरीय समिति के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव की अगुवाई में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता जितेन्द्र बग्गा, सहायक अभियंता अरुण कुमार व अवर अभियंता कमलेश यादव, यूपीएसआईडीसी के सहायक अभियंता नागेन्द्र सिंह और सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता एसके पाल ने शुक्रवार को शुक्लागंज की तरफ से बैराज स्थल का निरीक्षण किया।
शुक्लागंज में जहा आजाद मार्ग को बैराज सड़क से जोड़ना प्रस्तावित है, वहा टीम ने पाया कि बाएं मार्जिनल बाध के अंतिम छोर पर 500 मीटर का बाध अनिर्मित है। माना गया है कि यहा बाध को 30 डिग्री मोड़ दिया जाए तो मार्ग सीधे रेलवे क्रासिंग से जुड़ जायेगा। हालाकि इस रेलवे क्रासिंग पर आगे चल कर रेलवे ओवर ब्रिज [आरओबी] प्रस्तावित है। तय हुआ कि आचार संहिता खत्म होते ही सिंचाई विभाग पाच सौ मीटर बाध बनाना शुरू कर देगा। इस क्षेत्र में जमीन का अधिग्रहण कर मुआवजे की प्रक्रिया पहले ही की जा चुकी है। कानपुर की तरफ से लोक निर्माण विभाग ने टेंडर मागने के लिए निर्वाचन विभाग से अनुमति मागी है।
समन्वयक ने निरीक्षण रिपोर्ट शाम को नगर आयुक्त व मंडलायुक्त शालिनी प्रसाद को सौंप दी। गंगा बैराज से शुक्लागंज की दूरी -10.2 किलोमीटर है।
इसमें काम किया जाना है -
बंधा, ड्रेनेज व सड़क
पीडब्ल्यूडी कानपुर का हिस्सा- 3.5 किलोमीटर
निर्माण की लागत- 7.92 करोड़
पीडब्ल्यूडी उन्नाव का हिस्सा- 6.7 किलोमीटर
निर्माण की लागत- 15.74 करोड़
सिंचाई विभाग का हिस्सा - 7.5 किलोमीटर
निर्माण की लागत - 13.38 करोड़
जुड़ने वाले गाव- लक्ष्मीखेड़ा, मुरलीपुर, कन्हवापुर शकरपुर, सरैया, फत्तेखेड़ा व गरेरेपुरवा।
बैराज के निकट बनेगा एसईजेड-
बंधा व ड्रेनेज बनते ही दौड़ेंगे वाहन-
गंगा बैराज से सड़क द्वारा शुक्लागंज को जोड़ने के लिए 7.5 किलोमीटर में बंधा व ड्रेनेज बनते ही वाहन फर्राटा भर सकेंगे। लेकिन काम बारिश बाद ही तेजी पकड़ पाएगा। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता जेके बागा ने बताया जल्द टेंडर कराकर बैराज से आजाद मार्ग शुक्लागंज होते बाइपास लखनऊ तक सड़क बनाई जाएगी।
200 करोड़ से बनेंगी 200 किमी सड़कें-
नगर निगम 200 करोड़ में 200 किमी सड़कों के निर्माण के साथ नाली व इंटरलाकिंग के काम कराने का खाका बना रहा है। इसे नौ जुलाई को मुख्यसचिव के साथ बैठक में रखा जाएगा।
शहर में अधिकतर गलिया व सड़कें बिना नालियों के बनी हैं। जलनिकासी व्यवस्था न होने से बरसात में क्षेत्र टापू बन जाते हैं। कई सड़कें वर्षो से टूटी पड़ी हैं। इसे देखते हुए नगर निगम टूटी नालियों, इंटरलाकिंग टाइल्स व सड़कों के निर्माण की योजना बनाने में जुटा है। नगर आयुक्त नरेंद्र कुमार सिंह चौहान ने अभियंत्रण विभाग को आदेश दिए हैं कि 200 किमी सड़कों के चौड़ीकरण, सुंदरीकरण व नवीनीकरण का प्रस्ताव तैयार किया जाए। इसके लिए अभियंता अपने क्षेत्र में निरीक्षण करें।
मिलेगी बेहतर बिजली-
कानपुर विजन योजना में बने बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार होगा। कार्यक्रम से त्वरित ऊर्जा सुधार एवं उच्चीकरण योजना [एपीडीआरपी] को जुड़वाने की कवायद तेज हो गयी है। 700 करोड़ की इस योजना को स्वीकृति मिलने के बाद सुधार कार्यक्रम तेजी से चलेंगे।
केस्को एपीडीआरपी योजना में पहले ही शामिल हो गया है। इस बीच कानपुर विजन में भी शहर की बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने पर मंथन देखते हुए दोनों योजनाओं का काम एक साथ कराने पर विचार चल रहा है। केस्को प्रबंध निदेशक आरएस पाडेय ने बताया कि कानपुर विजन में एपीडीआरपी को जुड़वाने का प्रयास किया जा रहा है। एपीडीआरपी में शहर में नये सबस्टेशन निर्माण, 6.6 केवी सिस्टम बदलाव के अलावा ओवरलोड ट्रासफार्मर बदलने के साथ फीडर ओवरहेड कराने समेत कई कार्य होने हैं। योजना के पहले चरण की शासन से स्वीकृति मिलने के बाद सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों को सर्वे कार्य में लगाया जाएगा। इसमें कनेक्शन धारकों के चिह्नाकन के साथ खंभे, ट्रासफार्मर व सबस्टेशन की कोडिंग कराई जाएगी ताकि बिजली खपत की पूरी जानकारी मिल सके।
ट्रासपोर्टरों ने देखी न्यू ट्रासपोर्ट नगर की भूमि-
घनी आबादी से ट्रासपोर्ट नगर को शहर के बाहर करने के लिए पहली बार ट्रासपोर्टरों ने केडीए अफसरों के साथ भाऊसिंह पनकी व कालपी रोड बाइपास के पास तीन भागों में बनने वाली न्यू ट्रासपोर्ट नगर योजना की भूमि का निरीक्षण किया। ट्रासपोर्टरों ने प्रस्तावित स्थल पर एटूजेड के डंपिंग ग्राउंड से आने वाली बदबू पर आपत्ति जताते हुए सजारी व रुमा में जमीन देने की माग रखी।
केडीए के मुख्य अभियंता ओमचंद व तहसीलदार डीडी वर्मा के साथ ट्रासपोर्टरों की तरफ से यूपी मोटर ट्रासपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कुंवर पदम सिंह कुशवाहा व महामंत्री सतीश गाधी तथा किसानों की तरफ से पूर्व पार्षद दिनेश वाजपेयी ने भाऊसिंह पनकी व कालपी रोड बाइपास के पास न्यू ट्रासपोर्ट नगर योजना की जमीन देखी। योजना के पार्ट एक में 30.92 हेक्टेएर, पार्ट दो में 24 हेक्टेएर और पार्ट तीन में 12.23 हेक्टेएर जमीन ली गई है।
News Source : http://in.jagran.yahoo.com/news/national/general/visionkanpur-faceupliftmentkanpur-akhilesh-yadav-start-development-project_5_1_9421114.html
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Many people want to meet with CM Akhilesh Yadav to share problems.
TET candidates also in line to meet him.
One of TET candidate inform about this news and request to share with TET brothers, As TET candidates are facing problems , I publish this news fir theri information.
लखनऊ।। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि भले ही कुछ मौकों पर सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा हो, लेकिन भविष्य में वक्त आने पर जनहित से जुड़े कई बड़े फैसले लिए जाएंगे।
ReplyDeleteलखनऊ स्थित जयनरायण इंटर कॉलेज के सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं। इस दौरान अखिलेश ने यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रकाशित पुस्तक 'हम और हमारा स्वास्थ्य' का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक क्षेत्र विकास निधि से गाड़ी खरीदने का फैसला वापस लेना पड़ा, लेकिन समय आने पर जनहित से जुडे़ कई बड़े फैसले सरकार लेगी। बिजली आपूर्ति पर उन्होंने घोषणा की कि सरकार को बहुमत दिलाने में मुस्लिम समुदाय का बहुत बड़ा योगदान रहा है, इसलिए आगामी रमजान के महीने में पर्याप्त बिजली मुहैया कराई जाएगी।
अखिलेश ने कहा कि सरकार सच्चर कमिटी और रंगनाथ मिश्र कमिटी की सिफारिशें लागू करने पर विचार कर रही है और इस बारे में जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास के लिए कई योजनाओं की रूपरेखा को अंतिम रूप देकर जल्द ही उन पर काम शुरू किया जाएगा।
नगरों में नालियों, सड़कों, अन्य आधारभूत संसाधनों और यातायात व्यवस्था की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में ये व्यवस्थाएं सही नहीं हैं, इसलिए नगरीय व्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार इस दिशा में और काम करेगी।
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