UPTET : टीईटी मेरिट के आधार पर भर्ती की मांग
सहारनपुर : प्राइमरी स्कूलों में भर्ती का आधार टीईटी मेरिट हो या एकेडमिक, इस पर जंग छिड़ती नजर आ रही है। टीईटी मेरिट के समर्थकों का तर्क है कि जब आइएएस-पीसीएस में एकेडमिक मेरिट नहीं रखी जाती तो फिर टीचर्स भर्ती में क्यों? मामले में सरकार पर दबाव बनाने के लिए हजारों अभ्यर्थी लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं।
टीईटी (उत्तीर्ण) संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय कुमार का तर्क है कि टीईटी में उन्हीं छात्रों के अधिक अंक हैं, जिनकी यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम की अधिक समझ है। इन्होंने हाईस्कूल, इंटर, स्नातक व बीएड की परीक्षा मेहनत के बल पर पास की है और कई वर्षो से प्राइवेट स्कूलों में टीचर्स के रूप में पढ़ा रहे हैं। मोर्चा के मुजफ्फरनगर उपाध्यक्ष फारुख हसन का कहना है कि आइएएस व पीसीएस में भी एकेडमिक मेरिट नहीं देखी जाती, बल्कि प्रवेश परीक्षा ली जाती है। सीपीएमटी-आइआइटी सहित बैंक व रेलवे आदि में भी परीक्षा ली जाती है ऐसे में टीईटी में एकेडमिक मेरिट का आधार औचित्यहीन है।
News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/saharanpur-9466738.html
**********************************
Problem is not only selection through TET merit, Actual problem is Selection Base is already decided.
Even a little change can create big problem in selection as matter most likely go in Supreme Court, And selection can be delayed for years.
You can see already- advt. matter running in court from a long time due to a technical issue.
As per poll conducted on Blog, most of the TET candidates wanted selection on TET Merit (as they know legal issues/ and technicalities)
It looks some candidates want to create hurdle in selection. If such Acad. candidates want selection through Acad. merit then they should demand selection on next advt. as there are many vacancies are pending in UP.
लखनऊ।। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि भले ही कुछ मौकों पर सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा हो, लेकिन भविष्य में वक्त आने पर जनहित से जुड़े कई बड़े फैसले लिए जाएंगे।
ReplyDeleteलखनऊ स्थित जयनरायण इंटर कॉलेज के सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं। इस दौरान अखिलेश ने यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रकाशित पुस्तक 'हम और हमारा स्वास्थ्य' का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक क्षेत्र विकास निधि से गाड़ी खरीदने का फैसला वापस लेना पड़ा, लेकिन समय आने पर जनहित से जुडे़ कई बड़े फैसले सरकार लेगी। बिजली आपूर्ति पर उन्होंने घोषणा की कि सरकार को बहुमत दिलाने में मुस्लिम समुदाय का बहुत बड़ा योगदान रहा है, इसलिए आगामी रमजान के महीने में पर्याप्त बिजली मुहैया कराई जाएगी।
अखिलेश ने कहा कि सरकार सच्चर कमिटी और रंगनाथ मिश्र कमिटी की सिफारिशें लागू करने पर विचार कर रही है और इस बारे में जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास के लिए कई योजनाओं की रूपरेखा को अंतिम रूप देकर जल्द ही उन पर काम शुरू किया जाएगा।
नगरों में नालियों, सड़कों, अन्य आधारभूत संसाधनों और यातायात व्यवस्था की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में ये व्यवस्थाएं सही नहीं हैं, इसलिए नगरीय व्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार इस दिशा में और काम करेगी।
इस स्टोरी पर अपनी राय दें। राय देने के लिए यहां क्लिक करें। पल-पल की खबर जानने के लिए हमें Facebook पर लाइक और Twitter पर फोलो करें।
इस आर्टिकल को फेसबुक पर शेयर करें।
इस आर्टिकल को ट्वीट करें।