Shiksha Mitra Counslling : शिक्षामित्र काउंसिलिंग : नियमों को लेकर गुस्सा रुकवाई काउंसिलिंग
इलाहाबाद : शिक्षामित्रों की काउंसिलिंग में नियमों को थोपने से अभ्यर्थी गुस्से में दिखे। ऐन मौके पर कई अभिलेख मांगने पर शिक्षामित्र संघ ने काउंसिलिंग रुकवा दी। बीएसए को आवेदन पत्र से बिंदु सात को हटाने पड़े, तब काउंसिलिंग शुरू हो सकी। 1बुधवार को काउंसिलिंग में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में शिक्षामित्र पहुंचे थे। दस में हिस्सा नहीं ले सके। बाकी सभी ने अपने अभिलेखों की जांच करवाई। सूबे भर में प्रदेश सरकार ने करीब 58 हजार शिक्षामित्रों का समायोजन करने का फरमान जारी किया है। समायोजन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इलाहाबाद में शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए 1459 पद हैं। इन्हीं को भरने के लिए मम्फोर्डगंज स्थित सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना कार्यालय में बुधवार सुबह दस बजने के पहले से ही शिक्षामित्रों एवं उनके परिजनों की भीड़ जुट गई थी। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नौ जुलाई 1977 तक की जन्मतिथि वाले करीब पांच सौ शिक्षामित्रों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया था। उनमें से 490 ने अपने अभिलेखों की जांच कराई। दस शिक्षामित्र किन्हीं वजहों से नहीं पहुंच सके। अभ्यर्थी काउंसिलिंग में शैक्षिक अभिलेख, बीटीसी प्रमाणपत्र, जाति व निवास प्रमाणपत्र लेकर पहुंचे थे, लेकिन वहां पर खंड शिक्षा अधिकारी ने अद्यतन प्रमाणपत्र, दस रुपये के स्टांप पर नोटरी हलफनामा के साथ-साथ काउंसिलिंग फार्म में बिंदु सात पर टीईटी व सीईटी का उल्लेख करने का दबाव बनाया।
शिक्षामित्रों ने इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वसीम अहमद से की। संगठन ने मनमानी का विरोध किया और बीएसए के आने तक काउंसिलिंग रुकवा दी। वसीम का आरोप है कि विज्ञप्ति के अनुसार अभिलेख न लिए जाने से शिक्षामित्रों को परेशानी हुई। बीएसए राजकुमार ने आवेदन पत्र से बिंदु सात को हटवा दिया, उसके बाद काउंसिलिंग शुरू हो सकी। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसियेशन के अश्विनी कुमार आदि ने भी बीएसए के समक्ष यह मामला उठाया था।
1981 तक जन्मतिथि वाले आज आएंगे 1 काउंसिलिंग प्रक्रिया के दूसरे दिन गुरुवार को उन शिक्षामित्रों को बुलाया गया है जिनकी जन्मतिथि तीस जून 1981 तक है। ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या करीब पांच सौ है।
News Sabhaar : जागरण(17.07.2014)
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इलाहाबाद : शिक्षामित्रों की काउंसिलिंग में नियमों को थोपने से अभ्यर्थी गुस्से में दिखे। ऐन मौके पर कई अभिलेख मांगने पर शिक्षामित्र संघ ने काउंसिलिंग रुकवा दी। बीएसए को आवेदन पत्र से बिंदु सात को हटाने पड़े, तब काउंसिलिंग शुरू हो सकी। 1बुधवार को काउंसिलिंग में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में शिक्षामित्र पहुंचे थे। दस में हिस्सा नहीं ले सके। बाकी सभी ने अपने अभिलेखों की जांच करवाई। सूबे भर में प्रदेश सरकार ने करीब 58 हजार शिक्षामित्रों का समायोजन करने का फरमान जारी किया है। समायोजन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इलाहाबाद में शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए 1459 पद हैं। इन्हीं को भरने के लिए मम्फोर्डगंज स्थित सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना कार्यालय में बुधवार सुबह दस बजने के पहले से ही शिक्षामित्रों एवं उनके परिजनों की भीड़ जुट गई थी। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नौ जुलाई 1977 तक की जन्मतिथि वाले करीब पांच सौ शिक्षामित्रों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया था। उनमें से 490 ने अपने अभिलेखों की जांच कराई। दस शिक्षामित्र किन्हीं वजहों से नहीं पहुंच सके। अभ्यर्थी काउंसिलिंग में शैक्षिक अभिलेख, बीटीसी प्रमाणपत्र, जाति व निवास प्रमाणपत्र लेकर पहुंचे थे, लेकिन वहां पर खंड शिक्षा अधिकारी ने अद्यतन प्रमाणपत्र, दस रुपये के स्टांप पर नोटरी हलफनामा के साथ-साथ काउंसिलिंग फार्म में बिंदु सात पर टीईटी व सीईटी का उल्लेख करने का दबाव बनाया।
शिक्षामित्रों ने इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वसीम अहमद से की। संगठन ने मनमानी का विरोध किया और बीएसए के आने तक काउंसिलिंग रुकवा दी। वसीम का आरोप है कि विज्ञप्ति के अनुसार अभिलेख न लिए जाने से शिक्षामित्रों को परेशानी हुई। बीएसए राजकुमार ने आवेदन पत्र से बिंदु सात को हटवा दिया, उसके बाद काउंसिलिंग शुरू हो सकी। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसियेशन के अश्विनी कुमार आदि ने भी बीएसए के समक्ष यह मामला उठाया था।
1981 तक जन्मतिथि वाले आज आएंगे 1 काउंसिलिंग प्रक्रिया के दूसरे दिन गुरुवार को उन शिक्षामित्रों को बुलाया गया है जिनकी जन्मतिथि तीस जून 1981 तक है। ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या करीब पांच सौ है।
News Sabhaar : जागरण(17.07.2014)
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