Monday, April 16, 2012

UPTET Azamgarh : टीईटी मेरिट के आधार पर भर्ती की मांग


UPTET Azamgarh : टीईटी मेरिट के आधार पर भर्ती की मांग

•मोर्चा के सदस्यों ने कैंडल मार्च निकाला
आजमगढ़। टीईटी अंकों के आधार पर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू कराए जाने की मांग को लेकर यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने रविवार की शाम मेहता पार्क से कैंडल शांति मार्च निकाला।
कैंडल मार्च नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए मेहता पार्क पहुंचकर संपन्न हुआ। इस दौरान दो मिनट का मौन रखकर संतकबीर नगर जिले के अंगद चौरसिया और बुलंदशहर के महेंद्र सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया। उमेश वर्मा ने कहा कि टीईटी परीक्षा पास करने के बावजूद स्व. अंगद और स्व. महेंद्र अभी तक भर्ती न होने से सदमे में थे। गत ग्यारह अप्रैल को स्व. अंगद और 21 मार्च को स्व. महेंद्र की इसी सदमे से मौत हो गई। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया मेरिट के आधार पर शुरू कराई जाए। ताकि ऐसी अनहोनी से बचा जा सके। कैंडिल मार्च में आजाद यादव, रवींद्र यादव, अजय कुमार सिंह, रामकृष्ण तिवारी, बृजभान यादव, ओंकार उपाध्याय, रवि कुमार, गरिमा अस्थाना, सुरेश सरोज, रमेश यादव आदि थे।

News : Amar Ujala (16.4.12)

UPTET Etawah : टीईटी अभ्यार्थियों ने प्रार्थना कर और कैण्‍डल मार्च नि‍काल दी श्रद्धांजलि



UPTET Etawah : टीईटी अभ्यार्थियों ने प्रार्थना कर और कैण्‍डल मार्च नि‍काल दी श्रद्धांजलि

इटावा- पिछले वर्ष अध्यापक की भर्ती के लिये शुरू हुयी अध्यापक पात्रता परीक्षा सरकार के लिये नासूर बनती जा रही है! शुरू हुआ भर्ती विवाद थमने की वजय दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है! पहले परीक्षा प्रक्रिया को लेकर, फिर परीक्षा पत्रों की जाँच को लेकर और अब सम्पूर्ण परीक्षा को ही निरस्त किये जाने को लेकर उठ रहा विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है! गोरतलब हो कि लगभग 76 हजार पदों के लिये 13 लाख अभ्यर्थियों ने 13 नवम्वर 2011 को अध्यापक पात्रता परीक्षा दी थी! परीक्षा के पश्चात इसके परिणाम को लेकर प्रदेश भर में लगभग दस हजार अभ्यर्थियों ने नए सिरे से आपतियाँ दाखिल की! कई परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया कि उन्हें पहले परीक्षा परिणाम में 110 या अधिक अंक मिले जबकि संशोधन में उन्हें फेल कर दिया गया!

 इसी क्रम में रविवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा के बैनर के तहत पक्के तालाब पर एक कैंडल मार्च एवं प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया! कैडल मार्च पक्के तलब से शुरू होकर शास्त्री चौराहे पर आकार समाप्त हुआ, जिसमें दिवंगत दो छात्रों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी! मोर्चा के अध्यक्ष वैभव यादव ने कहा कि टीईटी निरस्त होने की खबर से अभ्यर्थी निराशा एवं मानसिक उत्पीडन का शिकार हो रहे है! बी.एड. छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष मो. शारिक निसार ने कहा कि सभी बीएड अभ्यर्थियों ने कठिन परिश्रम करके परीक्षा पास की है! इसलिए सरकार को शिक्षक भर्ती के सम्बन्ध में जल्द और उचित निर्णय लेना चाहिये! अतुल श्रीवास्तव और गजेन्द्र तिवारी ने सभी से संघर्ष जारी रखने की अपील की! सभा में इटावा और ओरैया जनपद के समस्त टीईटी अभ्यार्थी ने श्रद्धांजलि दी! इस दौरान मोहन यादव, शिवशंकर पाण्डेय, विपुल, हरेन्द्र प्रताप और विजय ने अपने विचार व्यक्त किये!


News : EtawahLive.in
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UPTET Gorakhpur : टीईटी अभ्यर्थियों ने जलाया कैंडिल

गोरखपुर। टीईटी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी के कारण लखनऊ में हुए अनशन के दौरान दो अभ्यर्थियों की मृत्यु के लिए अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। पंतपार्क में हुई बैठक के बाद शाम छह बजे अभ्यर्थियों की शहादत पर टाउनहाल गांधी प्रतिमा के समक्ष कैंडिल जलाकर श्रद्धांजलि दी गई ।
टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संयोजक नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार भर्ती प्रक्रिया को टाल रही है। इसके सदमे में आकर अभ्यर्थी मौत के गाल में समाते चले जा रहे हैं। दो अभ्यर्थियों अंगद चौरसिया (संतकबीरनगर) और महेंद्र कुमार (बुलंदशहर) की शहादत ने मजबूत बना दिया है। समय रहते यदि सरकार नहीं चेती तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष मिश्र ने किया कि प्राथमिक विद्यालयों में चार लाख शिक्षकों के पद खाली है। यदि शीघ्र नियुक्ति नहीं हुई तो प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर आमरण अनशन किया जाएगा। इस अवसर पर शिवम श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार सिंह ‘प्रभुजी’, आनंद कुमार, शंभू यादव, प्रभात शुक्ल, मनोज चौबे, कुसुम पांडेय, संतोष शर्मा, सुरेश मद्देशिया, सहित कई लोग उपस्थित रहे ।


News : Amar Ujala (16.4.12)

UPTET Moradabad: टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च


UPTET Moradabad: टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च

मुरादाबाद : टीईटी संघर्ष मोर्चा ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी के विरोध में अंबेडकर पार्क से कैंडल मार्च निकाला। साथ ही ब्रेन हेमरेज से हुई दो साथियों की मौत पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मोर्चा के जिलाध्यक्ष शहजाद हुसैन ने बताया कि परीक्षा रद्द होने की खबर पढ़कर संत कबीर नगर निवासी अंगद चौरसिया व बुलंदशहर निवासी महेंद्र को इतना आघात लगा कि ब्रेन हेमरेज से उनकी मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि टीईटी को जबरन रद्द कराने की कोशिश की जा रही है। अधिकारी अपनी गर्दन बचाने को निर्दोषों को बलि का बकरा बना रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्व निदेशक के पास से केवल 167 अभ्यर्थियों की सूची पकड़ी गई है। अधिकारी इसे आधार बनाकर पूरी परीक्षा निरस्त कराने की तैयारी कर रहे हैं, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारी शिक्षा माफियाओं को लाभ पहुंचाने को एकेडमिक मेरिट प्रक्रिया से भर्ती कराना चाहते हैं। मोर्चा ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्य सचिव को इस संबंध में एक ज्ञापन भी भेजा है।

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UPTET Sitapur : टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च


सीतापुर, टीईटी मोर्चा की एक बैठक की रमेश चंद्र यादव की अध्यक्षता में नेहरू पार्क लोहारबाग सीतापुर में हुई। बैठक में टीईटी के पास अंगद चौरसिया, संत कबीर नगर तथा महेंद्र सिंह बुलंदशहर के शिक्षक भर्ती प्रक्रिया विलंब होने के कारण मानसिक अवसाद से ग्रस्त होकर ब्रेन हेमरेज से मृत्यु हो गई। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए एक शोकसभा का दो मिनट का मौन रखा गया तथा नेहरू पार्क से लालबाग तक कैंडिल मार्च निकाला।

बैठक को संबोधित करते हुए अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे टीईटी अभ्यर्थियों की मृत्यु के दोषी वर्तमान सरकार है। शिक्षक भर्ती में देरी होने के कारण कारण दोनों की मृत्यु हुई। सरकार को मृतक परिवार को 20-20 लाख का मुआवजा दे। बैठक को दिलीप श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी आदि ने संबोधित किया

इस अवसर पर राजेश मिश्रा, विवेक, नरेंद्र सिंह, काव्य शर्मा, अमित, रामप्रताप, कृष्ण प्रकाश, रामसागर, इरफान अंसारी, प्रदीप, विवेक मिश्रा, भारती मिश्रा, नाहिद अख्तर, आरिफ अंसारी, सालिहा, श्रीकांत भास्कर, राजीव कुमार, संदीप कुमार, ओमप्रकाश, संदीप त्रिपाठी, संजीव आदि उपस्थित थे।

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UPTET Firozabaf : कैंडल लेकर सड़क पर उतरे टीईटी उत्तीर्ण

फीरोजाबाद, निज प्रतिनिधि : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी परेशान हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक चक्कर काट रहे हैं। मेहनत से मिले नंबर के बाद भी भर्ती निरस्त होने की खबरों के विरोध में आंदोलन हो रहे हैं। रविवार की शाम को टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले टीईटी धारकों ने कैंडल जुलूस निकाल कर हुंकार भरी। उन्होने कहा मानसिक तनाव से टीईटी धारक बीमार हो रहे हैं। मृत टीईटी धारकों को कैंडल जुलूस के साथ में श्रद्धांजलि अर्पित की।

गांधी पार्क से शहर में निकाला गया कैंडल जुलूस विभिन्न मार्गो से होकर गुजरा। हाथों में तख्तियां थामे टीईटी धारकों ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती की निरस्त होने की खबरों से हो रही वेदना का दर्द उजागर किया। इस अवसर पर टीईटी धारकों ने कहा कईयों के परिवार मानसिक रूप से तनावग्रस्त हो गए हैं। संत कबीर नगर नवासी अभ्यर्थी अंगद तथा बुलंदशहर के महेंद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा इन लोगों के निधन में भी कहीं न कहीं मानसिक तनाव का योगदान है। इन भाइयों को श्रद्धांजलि के रूप में यह कैंडल जुलूस निकाला है।

वहीं प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को शुरु कराने की मांग की, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। सभा में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कहा अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर खासे मानसिक तनाव में हैं। कैंडल मार्च में धर्मवीर भारती, अमित कुमार, अंबरीश शर्मा, महेश पासवान, अनुज कुमार, रवींद्र कुमार सहित समस्त टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी मौजूद थे।

News : Jagran (16.4.12)

UPTET : 2. 86 lakh Vacancies of Teacher in UP


2.86 Lakh Teacher vacancies in UP, UP CM Akhilesh Yadav ji meets with PM Manmohan Singh to demand B.Ed teachers recruitment upto 31st March 2012

Source : http://information.up.nic.in/View_Hindinews.aspx?id=57 (Page 4)



2.86 Lakh Teacher vacancies in UP, UP CM Akhilesh Yadav ji meets with PM Manmohan Singh to demand B.Ed teachers recruitment upto 31st March 2012

Sunday, April 15, 2012

UPTET : कैंडिल मार्च निकाल साथियों को श्रद्धांजलि


UPTET : कैंडिल मार्च निकाल साथियों को श्रद्धांजलि

लखीमपुर, यूपी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ ने अपने दिवंगत साथियों की याद में कैंडिल मार्च निकालकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। नसीरुद्दीन मौजी भवन के प्रांगण से सदर चौराहा होकर हीरालाल धर्मशाला पहुंचा जुलूस एक जनसभा के रूप में बदल गया। इस कैंडिल मार्च में सैकड़ों की संख्या में टीईटी शिक्षक शामिल थे। बुलंदशहर व संत कबीर नगर के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की टीईटी निरस्त होने की सूचना पाकर हुई मौत पर रविवार को शिक्षक महासंघ ने नसीरुद्दीन मौजी भवन के प्रांगण में बैठक कर शोक सभा की। इसके बाद शाम करीब सात बजे प्रांगण से विशाल कैंडिल मार्च निकाला गया। यह मार्च कचहरी रोड होकर सदर चौराहा तथा कोतवाली के सामने से होकर हीरालाल धर्मशाला चौराहे पर खत्म हुआ। धर्मशाला चौराहा पर यह जुलूस एक सभा में तब्दील हो गया, जिसमें अध्यक्ष देवेश चंद्र त्रिवेदी, उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता, विनय कुमार वर्मा, रवि शुक्ला ने सभी दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि दी। इस कैंडिल मार्च में विधि सलाहकार बूटा सिंह, शत्रुंजय मिश्र, आनंद मिश्र, धर्मेद्र कुमार, शिशिर ंिसह, रामकुमार सिंह चौहान, सर्वेश गुप्ता, कमल किशोर समेत सैकड़ों लोग शामिल

News : Jagran (15.4.12)

UPTET : TET Candidates Pay Homage to Fellow Candidates and shown anger over irresponsible attitude of Government


टीईटी अभ्यर्थियों ने साथियों को दी श्रद्धांजलि
(UPTET : TET Candidates Pay Homage to Fellow Candidates and shown anger over irresponsible attitude of Government)

बुलंदशहर : महेंद्र सिंह और अंगद चौरसिया की याद में टीईटी अभ्यर्थियों ने राजेंद्र बाबू पार्क में शोकसभा कर दोनों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कालाआम स्थित शहीद चौक तक कैंडल मार्च निकाला। इस मौके पर अभ्यर्थियों ने दोनों की मौत का जिम्मेदार प्रदेश सरकार के गैरजिम्मेदाराना रवैये को बताया।

टीईटी अभ्यर्थी अरविंद शर्मा ने रविवार को कहा कि समस्त अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया के लंबित होने के कारण मानसिक तनाव में जी रहे हैं। इसी के चलते महेंद्र सिंह और अंगद चौरसिया की मौत हुई है। अभ्यर्थी सुधा आर्य ने कहा कि महेंद्र सिंह को टीईटी प्राप्तांकों के आधार पर प्राथमिक शिक्षक बनने का पूर्ण विश्वास था, लेकिन प्रदेश सरकार के गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी व उदासीनता के चलते 21 मार्च को उनका निधन हो गया। बता दें कि महेंद्र सिंह अहमदगढ़ के खुदादिया गांव के निवासी थे। आर्य ने कहा कि सरकार की चुप्पी की वजह से 11 अप्रैल को संतकबीरनगर जिले में अंगद चौरसिया की भी मौत हो गई। इस अवसर पर हरवेंद्र सिंह, देवेंद्र लोधी, रामवीर शर्मा, अमरपाल लोधी व राजीव चौधरी आदि अभ्यर्थी मौजूद रहे।

News : Jagran (15.4.12)

UPTET Azamgarh : Pay Homage with Peace March


शांति मार्च कर दी श्रद्घांजलि
(UPTET Azamgarh : Pay Homage with Peace March)

आजमगढ़: टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने रविवार को मेहता पार्क से सायंकाल शान्तिमार्च निकाला। यह मार्च दिवंगत साथी अंगद चौरसिया व महेन्द्र सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए निकाला गया था। शान्तिमार्च मेहता पार्क से निकला मार्च सिविल लाइन, मातबरगंज आदि जगहों से होते हुए पुन: पार्क लौटकर सभा तब्दील हो गया। इस दौरान वक्ताओं ने दिवंगत साथियों द्वारा संगठनहित में किये गये कार्यो पर प्रकाश डाला। इस दौरान उमेश वर्मा, आजाद यादव, मो. शाहनवाज, रविन्द्र यादव, अजय कुमार, रामकृष्ण, बृजभान यादव, रवि कुमार, संजीव, रमेश, गरिमा, ओकार, आदि उपस्थित थे।

News : Jagran ( 15.4.12)

Uncertain Future of Trend BTC Candidates


अधर में है ट्रेंड बीटीसी कैंडिडेट्स का फ्यूचर
( Uncertain Future of Trend BTC Candidates )

यूपी सरकार की अनदेखी की वजह से वर्ष 2004 बैच और उर्दू बीटीसी 2006 बैच के प्रशिक्षित बीटीसी कैंडिडेट का भविष्य अधर में लटका हुआ है। इस मामले में बीटीसी कैंडिडेट ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा के सामने तीन दिवसीय धरना शुरू किया है

बीटीसी 2004 बैच और उर्दू बीटीसी 2006 बैच के अभ्यर्थी 12 अप्रैल से ही विधानसभा के सामने धरना दे रहे हैं। यह धरना 14 अप्रैल तक चलेगा। उत्तर प्रदेश प्रशिक्षित बीटीसी संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक प्रभाकर सिंह ने बताया कि शासन और विभाग के निर्णयों के लंबित होने के कारण पिछले सात वर्षों से हम अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। हम अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस बार भी मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को अपनी मांगों के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा जाएगा

उन्होंने बताया कि 2004 बैच के लगभग 70 फीसदी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्राथमिक विद्यालयों में की जा चुकी है, जबकि करीब 30 फीसदी लोग आज भी अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि हमारी मांग है कि बीटीसी 2004 और विशिष्ट बीटीसी 2007-08 बैच और उर्दू बीटीसी 2006 के प्रशिक्षितों की नियुक्ति प्रक्रिया पर लगी रोक हटाते हुए उनकी नियुक्ति सुनिश्चित की जाए।

News : Navbharat Times ( 14.4.12)

UPTET Mainpuri : TET Candidates Parformed Candle March and pay Homage


टीइटी अभ्यर्थियों ने कैंडल जुलूस निकाल दी श्रद्धाजंलि
(UPTET Mainpuri : TET Candidates Parformed Candle March and pay Homage )


मैनपुरी: शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने अपने एक अन्य सह अभ्यर्थी के आकस्मिक निधन पर एक जुट होकर कैंडल जुलूस निकाला कर श्रद्धांजलि दी।

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संत कबीर नगर निवासी अंगद चौरसिया का निधन विगत दिवस हृदय घात से हो गया था। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए टीईटी अभ्यर्थियों ने नगर के घंटा घर चौराहे स्थित शहीद पार्क से कैंडल मार्च निकाला जो कि घंटा घर चौराहा, टांगा स्टैंड, संतबसंता चौराहा, बड़ा चौराहा, किशना टाकीज होते हुए। शहीद पार्क में सभा तब्दील हो गई जहां त्रिभुवन मिश्रा ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा टीइटी अध्यापक भर्ती प्रक्रिया निरस्त होने से ही अंगद चौरसिया को धक्का लगा जिसके चलते उनका निधन हो गया। भर्ती प्रक्रिया निरस्त होने के कारण अभ्यर्थियों के धैर्य का बांध टूट चुका है और वह अवसादग्रस्त हो रहे हैं। इसी का नतीजा है कि इस प्रकार की दुखद घटनाएं सामने आ रही हैं। सभा में मौजूद टीइटी अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक स्वर में विज्ञप्ति में लगी रोक को तत्काल हटवाने की मांग कीं। अध्यापक भर्ती प्रक्रिया शुरू करायें ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति न हो सके। इस अवसर पर गोविंद, योगेन्द्र, सौरभ, संजय, देवेन्द्र कुमार, रमेश चन्द्र आदित्य सक्सेना, नरेन्द्र कुमार, हरवीर सिंह यादव, प्रदीप कुमार सिंह, कमलेश तिवारी, मनोज, अभिषेक कुमार, दिनेश बाबू, डॉलचन्द्र शाक्य, रवीशचन्द्र मिश्रा और इन्द्रभान सिंह यादव आदि मौजूद थे।


News : Jagran (15.4.12)

भद्दा मजाक (Article By - मनोज कुमार सिँह 'मयंक' )

भद्दा मजाक  (Article By - मनोज कुमार सिँह 'मयंक' )

Article related to UPTET (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test )
Published on Jagran Blog (Informed to me by Mr. Surypratap through email to publish this article)


अब तक परिस्थितियां बहुत ही बदल चुकी हैं|आज योग्यता पर संकट है और अयोग्यों ने सारे विधान को अपने पक्ष में करने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए हैं|न्यायपालिका का आश्रय लेकर टीइटी की वैधानिकता पर प्रश्न चिन्ह खड़े किये जा रहे हैं|मीडिया को भी बरगलाया जा रहा है और खेद का विषय है की मीडिया ने जिस तरह की नकारात्मकता इस परीक्षा को लेकर दर्शायी है उससे लोकतंत्र के इस चौथे स्तम्भ से टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का मोहभंग होता जा रहा है|

”नहीं दरिद्र सम दुःख जग मांही” और ‘बुभुक्षितं कीं न करोति पापं” की तर्ज पर टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का एक बड़ा वर्ग आंदोलन की राह पकड़ने पर आमादा है|
कई सभाओं में खुलेआम आत्मदाह की धमकी दी जा रही है| आंदोलनकारी अभ्यर्थियों में से अधिकांश अंदर से निराश और टूटे हुए नजर आते हैं|यह तीव्र विप्लव का संकेत है, मैंने देखा है की अनेक ऐसे अभ्यर्थी हैं जो उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और जिनके आने से वास्तव में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आने की संभावना है|

ख़बरों के मामले में जल्दबाजी के चक्कर में एक प्रतिष्टित समाचार पत्र ने अभ्यर्थियों के मन में जिस तरह के संशय का निर्माण किया है उसके लिए उस पर मानहानि का मुकदमा चलाया जाना चाहिए|

आज प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में १ लाख ९० हजार शिक्षकों की आवश्यकता है|मात्र इस वर्ष तकरीबन ८० हजार शिक्षक सेवामुक्त हो जायेंगे|इस तरह इस प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान कैसे चलेगा यह राम ही जाने|

उत्तर प्रदेश का शिक्षा विभाग याचिकाओं का दंश झेल रहा है|इनमे से कुछ याचिकाएं तो केवल प्रचार पाने के लिए अथवा दुर्भावनाओं से प्रेरित होकर प्रक्रिया में जानबूझ कर अडंगा लगाने के उद्देश्य से दायर की गयी हैं और कुछ याचिकाएं ऐसी हैं जिनमे वास्तव में गंभीरतम समस्या परिलक्षित होती है किन्तु वे साक्ष्यों के अभाव में दम तोड़ देती हैं|

देश के विभिन्न राज्यों में शिक्षा के अलग अलग मानदंडों का होना इसी तरह की एक समस्या है जिस पर किसी ने भी कभी भी गंभीर होकर विचार नहीं किया|उदहारण के लिए कई राज्यों में प्रशिक्षित स्नातक प्रवक्ता सामाजिक विज्ञान के लिए अभ्यर्थी के भूगोल,राजनीती शास्त्र,इतिहास और अर्थशास्त्रमें से किसी भी एक विषय के साथ स्नातक और शिक्षा स्नातक होने को मान्यता दी गयी है और कई राज्यों में इनमे से दो विषयों के साथ स्नातक को अर्ह माना गया है|क्या यह विसंगति नहीं है?

केन्द्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में अब बी.एड. डीग्री धारकों को अर्ह नहीं माना जा  रहा है,क्या २०१२ आते ही बी.एड. डीग्री धारक अयोग्य हो गए हैं?उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा में टीइटी प्राप्तांको को ही चयन का आधार माना गया|इस पर अकादमिक में अच्छा प्रदर्शन करने वाले किन्तु टीइटी परीक्षा में असफल लोगों का तर्क है की टीइटी प्राप्तांको को चयन का आधार मानना विधि का उल्लंघन है|
यह बात हमारी समझ में नहीं आती|विश्व के समस्त देशों में किसी भी सेवा के लिए चयन का आधार प्रतियोगी परीक्षाएं ही हुआ करती हैं|
क्या उत्तर प्रदेश की विधि संहिता इस नियम का अपवाद बनना चाहती है ? यदि हां, तो यह सरासर अन्याय है|चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी की तरफ से यह कहा गया था की वह सत्ता में आते ही टीइटी को निरस्त कर देगी|
उस समय वजह अनुत्तीर्ण छात्रों का मत पाना ही रहा होगा और इस तरह की लोक लुभावन चुनावी घोषणाओं के दम पर आज समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की राजनीती में सत्ता के शीर्ष पर है,किन्तु क्या ऐसा करना लोक कल्याणकारी होगा?कदापि नहीं|

कतिपय असफल विद्यार्थी इस परीक्षा में संजय मोहन द्वारा की गयीं धांधलियों के आधार पर इस परीक्षा को निरस्त किये जाने की मांग करने लगे हैं|
आज हालत यह हो गयी है की शिक्षा से नितांत असंबद्ध लोग भी युपीटीइटी को जानते हैं और उसमे तथाकथित घोटाले की चक्कलस में आसमान सर पर उठाये हुए हैं|
सच पूछिए तो इस परीक्षा में कोई धांधली हुई ही नहीं| वास्तविकता तो यह है की इतने बड़े पैमाने पर और इतनी सफल परीक्षा तो आज तक हुई ही नहीं|प्रत्येक अभ्यर्थी को उत्तर पुस्तिका के OMR शीट की कार्बन प्रतिलिपि साथ ले जाने को मिली ताकि अभ्यर्थी स्वतः और बाद में परिषद द्वारा जारी उत्तर कुंजी से अपने उत्तरों का मिलान कर स्वतः संतुष्ट हो सके अब इस पर भी यदि कोई यह कहे परीक्षा में धांधली हुई है तो फिर उसकी बुद्धि का भगवान ही मालिक है|

संजय मोहन ने जो कुछ भी किया परीक्षा के बाद माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में किया और सुनने में आ रहा है की इस आदेश का लाभ उठा कर कतिपय अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाये गए|
हालांकि मैंने स्वतः हजारों अभ्यर्थियों के अनुक्रमांक जांचे और किसी भी अभ्यर्थी के अनुक्रमांक में मुझे कोई भी अभूतपूर्व परिवर्तन देखने को नहीं मिला|

अब प्रश्न यह उठता है की यह कैसी धांधली है जिसमे अंक बढ़ाने के लिए पैसे भी लिए जाएँ और दाता के अंकों में इजाफा भी न हो|
अनुत्तीर्ण छात्रों के पास इसका भी जवाब है, उनका कहना है की धांधली अत्यंत ही न्यून स्तर पर हुई है और किसी के मुताबिक ८०० तो किसी के मुताबिक १५० अभ्यर्थी लाभान्वित हुए हैं|
यहाँ पर ध्यान देने योग्य बात यह है की परीक्षा में २ लाख ७० हजार अभ्यर्थी प्राथमिक स्तर पर सफल घोषित किये गए हैं और यदि कहीं कोई धांधली हुई है तो लाभार्थी इन दो लाख सत्तर हजार अभ्यर्थियों में से ही कोई होगा|
अब मजे की बात यह है की शासन के पास अभ्यर्थियों का उत्तर पत्रक और अभ्यर्थी के पास उसकी कार्बन कॉपी है…
कुछेक लोगों का कहना है की संजय मोहन के पास से ८०० अभ्यर्थियों की सूची भी बरामद हुई है और लाभार्थी यही है|
यदि इस बात में सत्यता है तो क्या परीक्षा निरस्त किये बिना उन ८०० अभ्यर्थियों  के  उत्तर पत्रक का पुनर्मूल्यांकन नहीं करवाया जा सकता?

क्या अखिलेश यादव वास्तव में बदले की राजनीती करते हुए इस परीक्षा को निरस्त करना चाहेंगे?
क्या अखिलेश यादव के चाहने मात्र से यह परीक्षा निरस्त की जा सकती है?
 क्या गारंटी है की अगली बार परीक्षा आयोजित किये जाने पर कोई धांधली नहीं होगी? 
अब इतनी बड़ी परीक्षा का पुनरायोजन कौन करवाएगा? 
क्या शिक्षा स्नातक अगली बार इस परीक्षा के लिए अर्ह होंगे?
 क्या उत्तर प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान का दारोमदार अप्रशिक्षित शिक्षा मित्र ही संभालेंगे ? 
क्या अगली बार यह परीक्षा अर्हता न होकर मात्र एक पात्रता परीक्षा ही होगी? क्या अगली परीक्षा के स्वरुप को लेकर अब कोई याचिका नहीं पड़ेगी? 
अगले सत्र में उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा क्या होगा?

फिलहाल यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है और आगामी १६  अप्रेल  को इस पर सुनवाई होनी है किन्तु अभ्यर्थियों के धैर्य का बांध टूटने लगा है और यदि १६  अप्रेल   को कोई निर्णय नहीं आता है तो आगे क्या होगा यह कहना मुश्किल है|
मुझे तो यह लगता है की यह मुद्दा जनहित और सीधे सीधे रोजगार से जुडा होने के कारण आगामी सरकार के लिए लिटमस परिक्षण सरीखा है और 
यदि मामले का अभ्यर्थियों के हित में उचित हल न निकाला गया और पूर्व विज्ञप्ति के आधार पर शीघ्र ही नियुक्ति न की गयी तो तो स्थिति विस्फोटक हो सकती है|


Article by - मनोज कुमार सिँह 'मयंक'

UPTET : RTE implementation is Big Challenge


आरटीई लागू करना बड़ी चुनौती  
(UPTET : RTE implementation is Big Challenge )

देहात ही नहीं शहरी क्षेत्र के स्कूलों की दशा भी है खराब
बिजनौर।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राइट टू एजूकेशन को जहां निजी स्कूलों में लागू करने की चुनौती बनी हुई है वहीं सरकारी पाठशालाओं में भी इस पर अमल करना कठिन लग रहा है। आलम यह है कि देहात के स्कूलों में ही नहीं बल्कि शहरी क्षेत्रों के स्कूलों की दशा भी खराब है। यहां कई पाठशालाएं किराए के भवन में चल रही हैं तो कई भवनहीन हो गई है।
शिक्षा अधिकार अधिनियम को निजी स्कूलों में लागू करना तो चुनौती है ही ,लेकिन सरकारी पाठशालाओं में भी कम मुसीबत नहीं हैं। सरकारी स्कूलों में कहीं शिक्षक हैं तो कहीं छात्र नहीं। नगर के स्कूलों में खेल के मैदान तो दूर अपने भवन तक नहीं हैं। कई भवन जर्जर हाल पड़े हैं। ऐसे में आरटीई लागू करने में भारी समस्या होगी। प्राइमरी पाठशाला नई बस्ती दो व चार नंबर किराए के भवन में चल रही है जबकि रामलीला मैदान में भी किराए के भवन में स्कूल चलाया जा रहा है। बाजार शंभा प्राइमरी स्कूल एक व दो भवनहीन होने के कारण दूसरे स्कूलों में शिफ्ट कर दिए गए हैं। मुहल्ला अचारजान व प्राइमरी मुहल्ला जाटान का स्कूल भी भवनहीन हो गया है, जिन्हें दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया गया है। उधर धामपुर के नगर क्षेत्र में प्राइमरी स्कूल बिना छत के खुले आसमान में चल रहे हैं। जबकि तिलक भवन में चार प्राइमरी स्कूल एक साथ संचालित किए जा रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की माने तो कई बार इन स्कूलों की स्थिति के बारे में शासन को लिखा गया है, लेकिन अभी तक दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं।

जिले में हैं शिक्षकों का टोटा -
बिजनौर। टीईटी परीक्षा विवाद में पड़ जाने से सरकारी स्कूलों में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। शिक्षा सत्र 2011-12 की 20 मई को समाप्ति के बाद जिले में 30 जून को करीब 225 अध्यापक व अध्यापिकाएं सेवानिवृत्त हो रहे हैं जबकि नई शिक्षक भर्ती की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही। ऐसे में परिषदीय स्कूलों में शिक्षक ों की पूर्ति होना संभव नहीं है


News : Amar Ujala (15.4.12)

UPTET Jhansi : TET Passed Candidates Demanded to Solve Their Matter At the Earliest



टीईटी मसले के निराकरण की मांग
(UPTET Jhansi : TET Passed Candidates Demanded to Solve Their Matter At the Earliest )

रानीपुर (झांसी)। टीईटी अभ्यर्थियों की एक बैठक हरिओम कुशवाहा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में अभ्यर्थियों ने सरकार से इस मसले को अतिशीघ्र निपटाने की मांग की

हरिओम कुशवाहा ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र शुरू किया जाए तथा जो अभ्यर्थी इसमें दोषी पाए जाएं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। पुष्पेन्द्र यादव ने कहा कि टीईटी का भविष्य तारीखों के माध्यम से आगे बढ़ता जा रहा है। एक समय आएगा कि उस अंकपत्र की वैद्यता के वर्ष पूरे हो जाएंगे या फिर अभ्यर्थियों की आयु सीमा 40 वर्ष से अधिक हो जाएगी। बताया गया कि समिति की 18 अप्रैल को लखनऊ में दोबारा बैठक होनी है। बैठक टीईटी अभ्यर्थियों के भविष्य का निर्णय करेगी। यदि उक्त तारीख को कोई निश्चित निर्णय नहीं होता है तो मजबूरन अभ्यर्थी कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे तथा शांतिपूर्ण धरना व प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
बैठक में मनोज श्रीधर, राजेश लिटौरिया, भूपेन्द्र, संतोष तोमर, श्यामलाल लुहरगांव, पंकज, महेन्द्र, नेहा, नारायणदास श्रीवास, रवि रायकवार, गौतम खोइया, चांद खान, रिंकू खरे, नरेन्द्र कुशवाहा, योगेश सोनी, देवेन्द्र सिंह, गनेश आर्य आदि उपस्थित रहे। संचालन पुष्पेन्द्र यादव ने व आभार व्यक्त राजेश लिटौरिया ने किया।


News : Amar Ujala (15.4.12)

UPTET : TET Candidates are under tension about NO DECISION regarding recruitment


निर्णय न आने पर टीईटी पास अभ्यर्थी हैं तनाव में
(UPTET : TET Candidates are under tension about NO DECISION regarding recruitment)

 •टीईटी संघर्ष मोर्चा की कार्यालय पर हुई बैठक
•परीक्षा निरस्त होने पर आंदोलन की दी चेतावनी

बदायूं। यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा की कार्यालय पर हुई बैठक में संतकबीर नगर के अंगद चौरसिया के निधन पर शोक जताया। जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने कहा कि श्री चौरसिया टीईटी का निर्णय नहीं आने से तनाव में थे और हार्टअटैक से निधन हो गया। बुलंदशहर के टीईटी पास अभ्यर्थी महेंद्र सिंह ने मानसिक तनाव से तंग आकर ट्रेन के आगे कूदकर जान देने की कोशिश की। इस हादसे में उसके पैर कट गए। कहा कि तमाम टीईटी पास अभ्यर्थी तनाव में हैं।
श्री सिंह ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों की बात सरकार नहीं सुन रही है। निर्णय को टालमटोल कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार टीईटी परीक्षा निरस्त करने का विचार कर रही है, इससे लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर लग जाएगा। जिला उपाध्यक्ष दीपेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की मनमानी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यदि परीक्षा निरस्त कर दी गई तो अभ्यर्थियों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। इसका खामियाजा प्रदेश सरकार को लोकसभा और निकाय चुनाव में भुगतना पड़ेगा। महामंत्री भीष्मदेव मिश्र ने भी विचार रखे। इस मौके राहुल दीक्षित, विनय चौहान, राहुल राठौर, पवन शंखधार, सविता रानी, अर्चना शाक्य, संजय शर्मा, सुमनबाला, दिग्वेंद्र राठौर आदि मौजूद रहे।

News : Amar Ujala (15.4.12)

UPTET : Candle March for Homage / श्रद्दांजलि to Death of Candidates

UPTET : Candle March for Homage / श्रद्दांजलि to Death of Candidates



आज निकलेगा कैंडिल शांति मार्च
आजमगढ़। यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने मांगों को लेकर 15 अप्रैल को शाम छह बजे मेहता पार्क से कैंडल शांति मार्च निकालेगा। यह जानकारी उमेश वर्मा ने दी। उन्होंने टीईटी उत्तीर्णों से कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इसे सफल बनाने का आह्वान किया।



नदवासराय (सं.)। स्थानीय बाजार में टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। इसमें टीईटी अभ्यर्थियों के साथ किए जा रहे बरताव पर रोष प्रकट किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों का जानबूझकर कर शोषण किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि संतकबीर नगर जिले का टीईटी अभ्यर्थी अंगद चौरसिया ब्रेन हैमरेज का शिकार हो गया। सरकार ने यदि हमारे साथ सकारात्मक व्यवहार नहीं किया तो शीघ्र ही आंदोलन किया जाएगा।



कैंडल मार्च आज :
फीरोजाबाद (ब्यूरो)। यूपीटीईटी संघर्ष मोरचा की बैठक गांधी पार्क में हुई। जिलाध्यक्ष धर्मवीर भारती ने आम सहमति से निर्णय लिया कि संत कबीर नगर के अभ्यर्थी अंगद चौरसिया और बुलंदशहर के महेंद्र की मृत्यु यूपीटीईटी की भर्ती प्रक्रिया में विलंब होने के कारण मानसिक तनाव से हुई है। उनकी आत्म शांति के लिए 15 अप्रैल को शाम पांच बजे कैंडल मार्च निकाला जाएगा। अमित कुमार, अंबरीश शर्मा, महेश पासवान, अनुज कुमार और रवींद्र कुमार आदिथे



Allahabad : टीईटी अभ्यर्थियों की आजाद पार्क में बैठक शाम पांच बजे।


टीईटी संघर्ष मोर्चा का कैंडिल मार्च आज
बरेली। यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की शनिवार को गांधी उद्यान में हुई बैठक मेें जानकारी दी गई कि परीक्षा रद्द होने की अफवाह सुनकर संत कबीर नगर और बुलंदशहर के दो अभ्यर्थियों की मौत हो गई। मोर्चा के अंगद चौरसिया ने कहा कि 15 अप्रैल को गांधी उद्यान में कैंडिल मार्च निकालकर इन अभ्यर्थियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। बैठक में विकास कुमार, सुशील कुमार सिंह, धीरेंद्र कुमार, हरीश गंगवार, पवन सक्सेना, राजेश प्रताप सिंह, राणा प्रताप आदि मौजूद रहे




टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक आज
संभल। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक 15 अप्रैल को सरदार भगत सिंह पार्क में शाम चार बजे से आयोजित की जाएगी। यह जानकारी जिला उपाध्यक्ष मुहम्मद तसलीम ने दी है।



टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक 16 को
मुजफ्फरनगर। टीईटी संघर्ष मोर्चा के वरिष्ठ जिलाध्यक्ष बलकेश चौधरी ने बताया कि कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय लिया गया है कि 16 अप्रैल को टाउन हाल में अभ्यर्थियों की बैठक आयोजित की जाएगी। इस मौके पर हरेंद्र मलिक, अमित बालियान, उस्मान चौधरी, नैनपाल, पुष्पेंद्र काकड़ा, संजीव बालियान, रविंद्र कुमार, जियाउल हसन, साकिद अली आदि उपस्थित रहे।


News : Amar Ujala (15.4.12)

Saturday, April 14, 2012

UPTET : B. Ed Berojgar gives Dharna to Cancel TET Exam due to scam


बीएड बेरोजगारों ने दिया धरना
(UPTET : B. Ed Berojgar gives Dharna to Cancel TET Exam due to scam)

You can see how many people gives this dharana. What a laugh on these people , they are NOT saying to punish culprits.But it looks they are going to blame others for their failure.


If they failed, It is their mistake OR somebody else. If they are really eligible then show their OMR sheets to others and what they did in exam.

पल्हना(आजमगढ़): बीएड बेरोजगारों ने शनिवार को प्राथमिक विद्यालय कोटा खुर्द में एक दिवसीय धरना दिया। इसमें पूर्ववर्ती सरकार द्वारा संपन्न कराई गई 'टीईटी' परीक्षा को निरस्त करने की मांग की गई।

बीएड बेरोजगार संघ के ब्लाक अध्यक्ष उमेश मौर्या ने कहा टीईटी की जो परीक्षा संपन्न कराई गई थी उसमें व्यापक पैमाने पर धांधली उजागर हुई। प्रदेश सरकार से मांग की गई कि बीएड बेरोजगारों का चयन विगत वर्षो की भांति मेरिट के आधार पर किया जाए। संचालन कर रहे प्रमोद सरोज ने कहा कि संपन्न हुई टीईटी परीक्षा की पारदर्शिता को अधिकारियों ने ताक पर रख दिया। अंत में निर्णय लिया गया कि बीएड बेरोजगारों की नियुक्ति यदि मेरिट के आधार पर नहीं होती है तो वे सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेंगे।

इस अवसर पर राजदेव राम, अरुण सिंह, तेजबहादुर सिंह, जित्तू कन्नौजिया, संतोष यादव, रमेश यादव, बबलू चौरसिया, संतोष यादव, अजय सिंह, अजय राम, अशोक मौर्य, राजबहादुर, स्मृता सिंह आदि उपस्थित थे

News :  Jagran (14.4.12)

UPTET : Memorandum Letter Received Through Email Regarding Homage / श्रद्दांजलि to Death of Candidates


UPTET : Memorandum Letter Received  Through Email Regarding Homage / श्रद्दांजलि to Death of Candidates


प्रेषक: dilip maurya <dilip100982@gmail.com>दिनांक: 14 अप्रैल 2012 4:56 pmविषय: letter about uptet2012प्रति: uptetabhishek@rediffmail.comप्रति: muskan24by7@gmail.com

send by : abhishek singh, allahabad
mob. 09793132477, 09236252562

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Big News UPTET : B.Ed candidates recruitment for Primary Teacher can be demanded upto 2015



शिक्षा के मुद्दों पर भी होगी बात
(Big News UPTET : B.Ed candidates recruitment for Primary Teacher can be demanded upto 2015)


Teachers retirement age can be demand to extend upto 65 years

See News :
लखनऊ, 13 अप्रैल (जाब्यू) : शनिवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मुलाकात के दौरान शिक्षा से जुड़े कई मसलों पर चर्चा होने के आसार हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री राज्य विश्वविद्यालयों, राजकीय व अनुदानित कालेजों के शिक्षकों और पुस्तकालाध्यक्षों को छठे वेतनमान के एरियर के भुगतान के लिए केंद्र से बकाया 855 करोड़ की धनराशि जारी करने की मांग कर सकते हैं

इसके अलावा वह सर्व शिक्षा अभियान के तहत वित्तीय वर्ष 2011-12 में राज्य के लिए स्वीकृत की गई 1600 करोड़ रुपये की धनराशि को भी जारी करने का अनुरोध करेंगे। केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने पहली जनवरी 2006 से केंद्रीय विश्वविद्यालयों में छठा वेतनमान लागू करने के साथ ही राज्यों को भी राज्य विश्वविद्यालयों में इसे लागू करने को कहा था। इसके लिए केंद्र ने विश्वविद्यालय शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु को 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष करने समेत कुछ अन्य शर्तें भी लगाई थीं। केंद्र ने कहा था कि यदि राज्य सरकार इन शर्तों को पूरा करती है कि तो एक जनवरी 06 से लेकर 31 मार्च 2010 तक पुनरीक्षित वेतन देने के कारण होने वाले अतिरिक्त खर्च का 80 प्रतिशत भार केंद्र सरकार वहन करेगी। प्रदेश सरकार राज्य विश्वविद्यालयों, राजकीय व अनुदानित कॉलेजों के शिक्षकों और पुस्तकालाध्यक्षों को छठा वेतनमान पहली जनवरी 2006 से अनुमन्य कर चुकी है। राज्य मंत्रिमंडल ने विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के शिक्षकों व पुस्तकालाध्यक्षों को छठे वेतनमान के एरियर का भुगतान पहली जनवरी 2006 से देने का फैसला इस शर्त के साथ किया था कि यदि यूजीसी इसके लिए अपने हिस्से की 80 प्रतिशत धनराशि दे देता है तो राज्य सरकार शेष 20 फीसद धनराशि दे देगी। उच्च शिक्षा विभाग के आकलन के मुताबिक शिक्षकों व पुस्तकालयाध्यक्षों को छठा वेतनमान देने पर एक जनवरी 2006 से 31 मार्च 2010 तक लगभग 1065 करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्ययभार पड़ रहा था। इसमें केंद्र की हिस्सेदारी 855 करोड़ रुपये है। राज्य सरकार ने केंद्र से एरियर की धनराशि मांगी थी, लेकिन केंद्र ने इस आधार पर अब तक यह धनराशि नहीं दी है कि राज्य विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 से 65 वर्ष नहीं की गई है। यह मसला मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की बैठक में उठने की संभावना है। बीएड डिग्रीधारकों के लिए मांगेंगे तीन साल समय : प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री बीएड डिग्रीधारकों को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में शिक्षक नियुक्त करने की अवधि को 31 मार्च 2015 तक बढ़ाने की मांग भी कर सकते हैं। परिषदीय स्कूलों में शिक्षक की नियुक्त के लिए शैक्षिक योग्यता स्नातक व बीटीसी है। परिषदीय स्कूलों में पौने दो लाख शिक्षकों की कमी तो है ही, राज्य में हर साल लगभग 15000 शिक्षक रिटायर भी हो जाते हैं। शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पर्याप्त संख्या में बीटीसी प्रशिक्षणप्राप्त अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं हैं। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने पहली जनवरी 2012 तक बीएड डिग्रीधारकों को शिक्षक नियुक्त करने की छूट दी थी। निर्धारित अवधि में बीएड डिग्रीधारकों को शिक्षक नियुक्त न कर पाने के कारण राज्य सरकार यह समय सीमा बढ़ाकर 30 जून 2012 करने की मांग कर चुकी है, लेकिन अब मुख्यमंत्री के जरिए इसे बढ़ाकर 31 मार्च 2015 करने की मंशा है


News : Jagran (14.4.12)

Email By Blog Visitor reg. UPTET


Email By Blog Visitor reg. UPTET


---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: ravi kant trivedi <trivediravi12344@gmail.com>दिनांक: 13 अप्रैल 2012 11:48 pmविषय: regarding pil in scप्रति: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>

@ ALL

BHAI JAB KHARE JI KO PAISE DE KAR  SLP HO SAKTI HAI TO SC ME PIL KU NHI JABKI SAB KO PTA HAI KI PIL SE JALDI NYAYA MILEGA AGAR KAL PIL FILE HOTA HAI TO 7 DIN KE ANDER RAHAT MILEGI AUR AISA KEVAL IS LIYE NHI KI MAI DEENGE MAR RHA HU BALKI AAP NUPUR TALWAR KA CASE DEKH SAKTE HAI COURT NE UNKO EK HI DIN ME RAHAT DI HAI TO AB AAP LOG APNE NETA LOGO SE SAMPARK SAADHE AUR PAISE KI KOI KILLAT NHI HAI JAHA TAK MERE KO PTA HAI KI 3 LAKH HAI FUND PEHLE SE SO TO AB DER KIS BAT KI HAI 


HC PEHLE RN SINGH KO PHIR KHARE SAHAB KO AUR RAWAI COURT KA AISA HAI KI POOCHO NA HAMESA TARIKH PE TARIKH


AGAR SC ME PIL ME TET MERIT SE LAEKAR SARE POINT RAKHE JAYE TO 1 MONTH KE ANDER SAB KHATAM HO JAYEGA SC SAKT HAI RTE KE IMPLEMENTATION PE JABKI HC ME SHAYAD JUDGE PAGAL HO GYE HAI UNKO PRIORITY KA AADESH BHI NHI SAMAJ AATA HAI BHALE HI WO KITNA IMAANDAR HO LEKINB TAMAM SAARE CASE SE ACCHA HAI KI EK PIL SABHI MUDDO KO INCLUDE KARTE HUE 

JASE -
STAY---TET MERIT---TET KO RAAD KARNA AUR JITNE HAI SAB INCLUDE KARA KE FILE KARNE KA KAST KARE AUR AISA HAR JILE KE LOG APNE JILE KE NETA SE BOLE .

NITIN MEHTA JI TO GHAZIABAD SE HAIN UNHE TO AUR AASAANI HOGI WAHI SE DELHI JANE ME AUR VIVEKANAND JI BHI SAMAJH LE KI TET KE LOGO KO SC SE HI RAHAT MILEGI HC SE SC BHI NARAZ HAI FAISLE ME DERI AUR BHARSTACHAAR SE 

AB AAP LOGO PE DEPEND HAI AGAR PRAYAS NA KIYA TO ZINDGI BHAR PACHTAOGE AAGE CHALNE WALE LOGO KO JAGAO YE JIMEDARI AAP KI HAI KU KI YE FUTURE BHI AAP KA HI HAI..........


UPTET : टीईटी को रद न किया जाए



UPTET : टीईटी को रद न किया जाए

सोनभद्र। बीएड, बीपीएड बेरोजगार संघर्ष समिति की बैठक शुक्रवार को समिति के जिलाध्यक्ष संतोष वर्मा के आवास पर आयोजित हुई। जिसमें श्री वर्मा ने कहा कि सरकार को गड़बड़ी का बहाना बना कर टीईटी को रद नहीं करना चाहिए, अन्यथा सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इसी क्रम में शादाब आलम ने 15 अप्रैल को राबर्ट्सगंज के रामलीला मैदान में साथियों समेत उपस्थित होने की बात कही। बैठक में संतोष यादव, विनय सिंह, चांद नईम, मिराज अहमद, संदीप तिवारी, राहुल आदि उपस्थित थे।

टीईटी पास अभ्यर्थियों की बैठकः
कांधला। कस्बे के टीईटी पास अभ्यर्थियों द्वारा बैठक आयोजित कर सरकार से टीईटी बचाने की गुहार लगाई।
बैठक में सरकार से टीईटी बचाने की मांग की गई तथा भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र की शुरु करने की मांग की। साथ ही टीईटी अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी यदि टीईटी को निरस्त किया गया तो वह सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस दौरान रविंद्र चौहान, सोनू शर्मा, नीरज जयंत, दीपक, सुधीर, अमित, विपिन शर्मा, गोपाल, जावेद, आसमां, रुही, तनु, हीना, बबली, सोनिया, रविकांत उपस्थित रहे।


News : Amar Ujala (14.4.12)

UPTET : टीईटी अंकों से मेरिट बनाने की मांग



UPTET : टीईटी अंकों से मेरिट बनाने की मांग 

शिकोहाबाद (ब्यूरो)। बेरोजगारों ने टीईटी आधारित मेरिट बनाने की मांग करते हुए कहा कि इससे 40-45 आयु के बेरोजगारों को नौकरी मिल सकेगी।
ऐसे बीएड बेरोजगार जो 40 या 45 वर्ष के हैं जिनका शिक्षण काल 1980 और 1990 के मध्य था। विशिष्ट बीटीसी चयन से मेरिट कम होने के कारण वंचित रह गये। अब पात्रता परीक्षा को अच्छे अंकों से उत्तीर्ण किया है। अत: हजारों वरिष्ठ बेरोजगार टीईटी आधारित मैरिट से सेवा का अवसर प्राप्त कर सकते है। टीईटी प्राप्त अंको की मैरिट बनाने की मांग ऐसे बेरोजगारों द्वारा की गई है।



अनुचित साधनों के प्रयोग पर जताई चिंता
मऊरानीपुर (झांसी)। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में अके डमिक परीक्षाओं में अनुचित साधनों के प्रयोग पर चिंता व्यक्त की गई । एच के राजपाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि परीक्षाओं में अनुचित साधनों का प्रयोग होने से योग्यता एवं प्रतिभाओं का शोषण होता है। सरकारी भर्तियों में चयन का आधार अनुचित तरीकों से प्राप्त की गई डिग्रियों को नहीं बनाना चाहिए। बैठक में वक्ताओं ने टीईटी में सफल हुए अभ्यर्थियों को चयनित किए जाने की मांग की है।
बैठक में राजीव ताम्रकार, पंकज मिश्रा, महेंद्र शर्मा, महेंद्र सिंह गौर, सरताज अली, हेमंत दौदेरिया, पियूष भारद्वाज, पुष्पेंद्र यादव, अजय तिवारी, हरिओम कुशवाहा, अंशुमान सूरौठिया, कालका प्रसाद, अनूप अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में टीईटी अभ्यर्थी उपस्थित रहे।



सरकार को खूब कोसा
देवरिया। अखिल भारतीय नौजवान सभा ने युवाआें और छात्रों की समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट में सभा किया। डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को आठ सूत्रीय ज्ञापन दिया गया। समस्याओं के निस्तारण न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है। बैठक को संबोधित करते हुए सभा के जिलाध्यक्ष आनंद प्रकाश चौरसिया ने कहा कि चंद दिनों की सपा सरकार ने अपनी करनी और कथनी में अंतर दिखा दिया है। वहीं, युवा नेता गोरखनाथ सिंह ने कहा कि जो सरकार टीईटी परीक्षा पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं कर कर सकती। वह युवाओं को बेरोजगारी भत्ता कैसे देगी। विजय प्रकाश श्रीवास्तव ने दोहरी शिक्षा पद्धति और शिक्षा के बाजारीकरण पर रोक लगाने की मांग की। मुन्ना चौरसिया ने अध्यक्षता तथा संचालन जिला मंत्री जयप्रकाश कुशवाहा ने किया। सभा में राजीव दीक्षित, कपिलदेव यादव, चक्रपाणि तिवारी, कमलेश चौरसिया, बृजकिशोर चौरसिया, रामहरख यादव आदि मौजूद रहे।



उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक कल
रायबरेली। जिले के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक 15 अप्रैल को विकास भवन में होगी। इसमें नियुक्ति को लेकर संघर्ष की रूपरेखा तैयार की जाएगी। यह जानकारी शशांक त्रिवेदी ने दी। उन्होंने सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से बैठक में पहुंचने का आह्वान किया है।



सपा सरकार अपने ही बुने जाल में फंसेगी: डीपी
रुदायन(बदायूं)। विधानसभा चुनाव के बाद रापद मुखिया एवं पूर्व विधायक डीपी यादव शुक्रवार को नगर में पहली बार कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुए। श्री यादव ने कहा कि सपा सरकार अपने ही बुने हुए जाल में खुद फंसकर रह जाएगी।
नगर में श्री यादव का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने अपनी समस्याएं भी रखीं। श्री यादव ने कार्यकर्ताओं को ढांढस बंधाते हुए कहा कि संगठित होकर कार्य करें। कहा कि सपा सरकार ने जनता को छला है। युवाओं को भी धोखा देने का काम कर रही है। बेरोजगारी भत्ता पाने के असल हकदार 18 से 35 वर्ष तक के युवा थे। क्योंकि इस उम्र के बीच पैसे की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी भत्ता, कन्या विद्या धन, वित्त विहीन शिक्षकों को मानदेय सरीखी योजनाओं को धन की आवश्यकता होगी। यह धन जनता से ही वसूल किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि सरकार टीईटी अभ्यर्थियों को मूर्ख बना रही है। यह सरकार भी बसपा सरकार की तरह टीईटी पास अभ्यर्थियों को लटकाए रखना चाहती है।
•चुनाव बाद पहली बार कार्यकर्ताओं से मिले


News : Amar Ujala (14.4.12)

UPTET : If TET Cancelled then Matter will be Serious


टीईटी रद हुआ तो परिणाम गंभीर
(UPTET : If TET Cancelled then Matter will be Serious )

सोनभद्र : बीएड, बीपीएड बेरोजगार संघर्ष समिति की बैठक शुक्रवार को जिलाध्यक्ष के आवास पर हुई। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संतोष वर्मा ने की। संगठन की मांगों को लेकर गहन विचार विमर्श हुआ।

जिलाध्यक्ष श्री वर्मा ने कहा कि सरकार को टीईटी रद नहीं करनी चाहिए। सरकार गड़बड़ी का बहाना करके टीईटी रद करती है तो इसके गंभीर परिणाम सरकार को भुगतने होंगे। शादाब आलम ने कहा कि 15 अपै्रल को रामलीला मैदान में सभी साथी एकत्र होंगे। अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराएं ताकि सरकार हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार करे। इस मौके पर संदीप तिवारी, सत्यप्रकाश, हसीब अंसारी, राहुल आदि मौजूद थे।

News : Jagran (13.4.12)

Friday, April 13, 2012

UPTET : दो टीईटी अभ्यर्थियों की मौत पर शोक



UPTET : दो टीईटी अभ्यर्थियों की मौत पर शोक

जलाकर दी गई श्रद्धांजलि
देवरिया। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने वृहस्पतिवार की शाम छह बजे शहर के सुभाष चौक पर एक शोकसभा का आयोजन किया। जिसमें दो टीईटी अभ्यर्थियों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया।
टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति न होने से संतकबीरनगर जिले के अंगद चौरसिया और सहारनपुर के महेंद्र सिंह की मौत हो गई। अभ्यर्थियों का कहना है कि नियुक्ति न होने से अभ्यर्थी अवसाद में हैं। इसी के चलते दोनों अभ्यर्थियों की मृत्यु हुई है। शोकसभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि टीईटी में अधिकतर लोग पास हुए हैं। मेरिट के आधार छटने वाले अभ्यर्थियों को इस मौका मिला है। इसके बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। इससे पूर्व सभी अभ्यर्थियों ने दो मिनट का मौन रख मृतकों को श्रद्धांजलि दी और उनकी याद में कैंडिल जलाया। शोकसभा में मुख्य रुप से विकास पांडेयरतेंद सिंहआनंद चौरसियाजयप्रकाश कुशवाहारघुवंश शुक्लादिलीप मौजूद रहे।


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बैठक 15 अप्रैल को
मऊ। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक 15 अप्रैल को सोनीधापा छात्रावास के निकट स्थित मैदान में बुलाई गई है। यह जानकारी संगठन के सर्वेश कुमारसुनील गावस्कर आदि ने दी।


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अपात्र अभ्यर्थियों को बाहर करे सरकार

टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में उठी मांग
बहराइच। छोटी बाजार में टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। बैठक में टीईटी परीक्षा के परिणामों को निरस्त करने संबंधी सरकार की योजना का विरोध किया गया। बैठक में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने जांच कराकर अपात्र उम्मीदवारों को बाहर करने की बात कही।
संगठन के जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह हिंद ने कहा कि सरकार टीईटी परीक्षा को निरस्त करने पर विचार कर रही है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि यदि परीक्षा निरस्त की जाती है तो मामला कोर्ट में जाएगा और भर्ती प्रक्रिया लंबित हो जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सैकड़ों विद्यालय शिक्षकों के अभाव में बंद पड़े हैं। टीईटी अभ्यर्थियों की भर्ती न होने से शिक्षकों का अभाव बढ़ जाएगा। बैठक में उपस्थित टीईटी अभ्यर्थियों ने जांच कराकर अपात्रों को बाहर किये जाने तथा पूर्व सचिव संजय मोहन को दंडित किये जाने की मांग की।


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पूर्व विज्ञापन के आधार पर हो शिक्षकों की भर्ती
गोंडा। टीईटी बेरोजगार संघर्ष मोर्चा ने खाली पड़े प्राथमिक शिक्षकों के पदों पर पूर्ववर्ती विज्ञापन से ही भर्तीँ करने की मांग की है।
बीएड टीईटी बेरोजगार संघर्ष मोर्चा की गुरुवार को गांधी पार्क में हुई बैठक में मोर्चा के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार 21 दिन के भीतर बीएड टीईटी बेरोजगारों की समस्याओं का निराकरण नहीं करती है तो मजबूर होकर आन्दोलन की राह पर जाना पड़ेगा। इस मौके पर गयानाथ यादवसुरेश चौधरीदिलीप शर्माअमितएनके सिंहमुहम्मद अलीराजेश भाष्करचन्द्रशेखरदिवाकरराज बहादुरउमाशंकर तिवारी सहित अन्य मौजूद थे।
गांधी पार्क में बैठक करते टीईटी बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारी

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बैठक 16 को
रायबरेली। प्रशिक्षित स्नातक संघ की ओर से टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों की 16 अप्रैल को विकास भवन परिसर में बैठक होगी। यह जानकारी संघ के जिलाध्यक्ष करुणेंद्र मिश्र ने दी। उन्होंने बताया कि इसमें शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।

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एकेडमिक चयन प्रणाली का विरोध
शामली। शहर केटीईटी पास अभ्यर्थियों की बैठक में एकेडमिक आधार पर चयन प्रणाली का विरोध किया गया। अमित यादव ने कहा कि एकेडमिक चयन प्रणाली से अच्छी लिखित आधार पर मैरिट प्रणाली है। प्रीतिअंकितास्मिता शर्मानूरजहांराजशेखरअनुज बालियानसुरेंद्र नागरप्रमोद आदि रहे।

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अविलंब नियुक्ति की मांग
बिलरियागंज। शिवपार्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जलालपुर होलपुर के परिसर में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक हुई। दिनेश यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने शासन से शैक्षणिक मेरिट के साथ टीईटी मेरिट को जोड़कर अविलंब नियुक्ति करने का मार्ग प्रशस्त किए जाने की मांग की। इस मौके पर सुभाष प्रसादराकेश मौर्यअनिल गुप्तादेवेंद्र दूबेरमाकांत यादवसेराज अहमदप्रदीप कुमारजितेंद्र प्रसादश्रवण यादवविजय प्रतापरामचंद्रमीरा पटेलसुनीता सिंह आदि उपस्थित थे

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सीएम को दी बधाई

UPTET Allahabad Highcourt : Bad News For UPTET Candidates - Stay Furthur Extended upto 30th April 2012


UPTET Allahabad Highcourt : Bad News For UPTET Candidates - Stay Furthur Extended upto 30th April 2012

New Date for Hearing in Allahabad Highcourt is : 30th April 2012
See Case Details :
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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

?Court No. - 33

Case :- WRIT - A No. - 76039 of 2011

Petitioner :- Yadav Kapildev Lal Bahadur
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Alok Kumar Yadav,Rajesh Yadav
Respondent Counsel :- C.S.C.,K.S. Kushwaha

Hon'ble Arun Tandon,J.
In view of the order of the Division Bench of this Court dated 06.04.2012 passed in Appeal (Defective) No. 280 of 2012, let all these matters be listed as the first case at 2 PM under the heading of case for hearing on 30th April, 2012.
Interim order, if any, to continue till the next date of listing.
Order Date :- 13.4.2012
Shekhar


This is an UNCERTIFIED copy for information/reference. For authentic copy please refer to certified copy only. In case of any mistake, please bring it to the notice of Deputy Registrar(Copying).

Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1795385
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What a coincidence , Allahabad highcourt decision comes after UP State Govt. decision (3 week time of UPTET matter investigated by UP Govt. )

UPTET 2011 : Committee meets to probe anomalies in Teachers Eligibility Test on Wednesday : 13-Apr-2012

UPTET 2011 : Committee meets to probe anomalies in Teachers Eligibility Test on Wednesday : 13-Apr-2012


LUCKNOW: Following chief minister Akhilesh Yadav's orders, the high-level committee appointed to investigate the anomalies in the Teachers Eligibility Test (TET)- 2011 met on WednesdayChaired by Uttar Pradesh chief secretary Jawed Usmani, the closed-door meeting was also attended by principal secretary, Home, Rajendra Mohan Srivastava, principal secretary, law, Zakiullah Khan, director general of police, AC Sharma, secretary, secondary education, Pankaj Kumar and secretary, department of primary education, Sunil Kumar.

The meeting, sources said, was convened to take stock of the teachers' recruitment racket that rocked the state in November 2011. The committee was also made responsible for recommending, within 3 weeks, ways to solve the issue of the TET controversy, and present its views on whether the 2011 exam should be cancelled as a result of the anomalies that were discovered.

After the TET results were declared on November 26, last year, the state government discovered that money was collected from several unemployed persons by assuring them they would clear the TET. During a probe by the Special Task Force (STF) the police named as co-accused, Sanjay Mohan, who was then director of Uttar Pradesh Board of Secondary Education.

Mohan was subsequently arrested, after his role, in allegedly collecting money from candidates who appeared in the 2011 Teacher Eligibility Test, was confirmed. The money, the police said, was taken to facilitate candidates' selection.

In the first week of April, the CM had appointed the committee, asking it to consider the possibility of cancelling the results of the TET 2011. Objections, however, were raised by many persons who qualified the test, saying the wrongdoings'' of a few candidates and officers could not be used as reason to punish others.

After agitating in Lucknow for many days, a delegation of successful candidates also met CM Akhilesh Yadav.

News : Times of India (13.4.12)

Thursday, April 12, 2012

Mr. Sudhir Tiwari (Blog Visitor ) drafted content related to UPTET for PIL information to Supreme Court


Mr. Sudhir Tiwari (Blog Visitor ) drafted content related to UPTET for PIL  information to Supreme Court

Dear Friends,

A draft was send to Blog Editor in respect of PIL(Public Interest Litigation) to be send to Supreme Court. Contents are as pasted below:

Honourable CJI,
Supreme Court of India, New delhi

Sub: PIL in respect of delay in recruitment of teaching staff in BASIC EDUCATION DEPARTMENT, Uttar Pradesh

References:

1. RTE (Right to Education) has been implemented in our Country and States/UTs have been instructed to follow the guidelines issued by NCTE (National Counsil for Teacher Eduaction) and Human Resource Department to ensure compulsory and free education to children age between 6-14 years.

2. To ensure quality of teaching staff, TET (Teacher eligibility test) has to be conducted by State Govt. and any person scoring at least 60% of the total marks are considered to be eligible to become a teacher. States/ UTs were authorized to provide reservation based of their policies.

Sir,

1. Based on above references it is brought to your kind information that Teacher Eligibility Test(UPTET-2011) was conducted by U P Govt. on 13 Nov 2011 and result was declared on 25 Nov 2011. Result was updated by Department several times on instruction of High Court, Allahabad as answer of some question were found wrong/ ambiguous. Aprox 11,50,000 candidates appeared in the test and 2,50,000 were declared successful in primary level.

2. Advertisement for filling 72,825 teaching staff in Primary Level was also published in various News papers during the month of Nov-2011 and application were invited for filling of these teaching posts.

3. Recruitment of teaching could not be taken place due to election in Uttar Pradesh and electoral code of conduct was implemented in state.

A writ was also submitted in High Court, Allahabad on 21/12/2011 by YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR questioning about validity of Advertisement to create obstacle in recruitment process. Writ is still pending in High Court, Allahabad.

Now, election is over, code of conduct is also over but recruitment process could not be started.

4. Each Candidate has spend Approx Rs. 10,000-12,000 in submission of Application including Demand Draft, photocopying of documents, Speed-post expenses etc and still they are facing the state of dilemma about their recruitment. They are facing extremely sorrowfulness since long and waiting for the recruitment process to be started.

5. Other than 2,50,000 candidates which are waiting for recruitment, the delay in recruitment will also affect Primary Education is the state. The future of approx 72,825X30 = 21,84,750 students ( 30 students is a class) is also on the stake.

6. There are approx 25,000 candidates which are on the edge of the competitive age i.e. 35 years.

Day by day news is coming - TET is going to cancel, Rules are going to change etc.,
We did each and every thing as per NCTE guideline and Government order, But now we are mentally depressed and facing problems.

7. Leaving children in hand of untrained teachers/ Shiksha Mitras will be not a wise idea when approx 2,50,000 trained, TET (Teacher Eligibility Test) qualified candidates waiting for their recruitment. 

8. Considering the bread and butter of 72,825 X 5 = 3,64,125( 5 members in a family approx) and future of approx 21,84,750 students age between 6-14 years, you are requested instruct High Court, Allahabad to clear the obstacles in recruitment process without further delay based on the original advertisement(without change) considering matter of mass interest.

Lets have a group efforts to correct/edit the draft. All willingly 


blog visitors are requested to put their view in respect of 


above draft. 




I have decided to post this PIL after hearing of court dated 16.4.2012. please comment.
By - Mr. Sudhir Tiwari