Thursday, May 10, 2012

UPTET : 1,000 निजी स्कूल अनुदान पर लिए जाएंगे


UPTET : 1,000 निजी स्कूल अनुदान पर लिए जाएंगे

लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त निजी क्षेत्र के 1000 स्कूलों की तकदीर बदलने वाली है। राज्य सरकार इतने स्कूलों को अनुदान पर लेने जा रही है। इसके बाद इन स्कूलों में सरकारी स्कूलों के समान सुविधाएं दी जाएंगी। इनमें पढ़ाने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को सरकारी स्कूलों के समान वेतनमान मिलेगा। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। हालांकि, अनुदान पर स्कूलों को लेने की संख्या घट बढ़ सकती है, क्योंकि अंतिम निर्णय अभी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को करना है।
सपा ने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सत्ता में आने पर बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों को अनुदान पर लिया जाएगा। नई सरकार बनने के बाद मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने सभी विभागों से प्रस्ताव मांगा।
सूत्रों के मुताबिक बेसिक शिक्षा निदेशालय ने इसके आधार पर ही प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। इससे सरकार को वेतन मद में करीब 10 करोड़ रुपये मासिक खर्च उठाना होगा। गौरतलब हो कि मुलायम सरकार के कार्यकाल में 1000 उच्च प्राथमिक स्कूूलों को अनुदान पर लिया गया था।
स्कूलों के चयन का आधार
कक्षा 6 से 8 तक के ऐसे स्कूलों को अनुदान पर लिया जाएगा जो बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त होंगे। पहले निजी स्कूलों से आवेदन मांगे जाएंगे, इसके बाद वरिष्ठता क्रम में सूची तैयार कर स्थलीय सत्यापन होगा। मानक पर सही उतरने वाले स्कूलों को चयनित किया जाएगा
---------
अनुदान पाना आसान नहीं
बेसिक शिक्षा निदेशालय ने शासन को भेजा प्रस्ताव
शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद निजी स्कूलों को अनुदान पाना आसान नहीं है। स्कूल का निर्माण नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार होना चाहिए। स्कूल में खेल का मैदान के साथ ही विषयवार शिक्षक जरूरी है। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास वाले ही शिक्षक रखे जाएंगे। उपरोक्त मानक पूरा होने पर ही चयन के लिए विचारणीय होगा

News : Amar Ujala (10.5.12)

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा का जोरदार प्रदर्शन



UPTET : टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा का जोरदार प्रदर्शन



देवरिया। नियुक्ति की मांग को लेकर टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने जोरदार प्रदर्शन किया। खून से लिखा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। मोर्चा के वक्ताओं ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति शीघ्र हो। वरना यह आंदोलन रौद्र रुप धारण कर लेगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।
पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ता टाउनहाल में इकट्ठा हुए। वहा से जुलूस निकाल नारेबाजी करते हुए सुभाष चौक पहुंचे और बीच सड़क में ही बैठ गए। जिसके चलते सड़क के दोनो तरफ जाम लग गया। मौके पर मौजूद सदर एसडीएम को मोर्चा कार्यकर्ताओं ने खून से लिखा खत सौंपा। संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति पूर्व में प्रकाशित विज्ञापन के आधार पर हो। चयन का आधार टीईटी अध्यापक पात्रता परीक्षा के प्राप्तांकों के आधार पर हो। इससे समाज में शिक्षा का स्तर बढ़ेगा और नकल पर रोक लगेगा। साथ ही फर्जी डिग्री वाले बाहर होंगे। इस मौके पर चंद्रप्रकाश कुशवाहा, अनुराग मल्ल, रघुवंश शुक्ला, गौरीशंकर पाठक, विकास पांडेय, शैलेंद्र तिवारी, अनिल, हरीश भारती, जितेंद्र सिंह, मनोज मिश्रा, अनुपम मद्वेशिया, रामाशीष वर्मा, आनंद गुप्ता, जयप्रकाश, अभिमन्यु, अमरजीत, रमेश गौड़, जयप्रकाश, रामजी, विजय तिवारी, धन्नजय, असगर अली, प्रकाश नाथ, भालेंदु तिवारी, हरेंद्र पुरी, विजय बहादुर, राजेश त्रिपाठी, सत्यप्रकाश, चंद्रभूषण और यशवंत आशा सिंह कुशवाहा, प्रीति सिंह, आकांक्षा मल्ल, देवी चक्रवर्ती, नूरजहां, सितारा खातून, सोनी गुप्ता, रामा इनायत आदि उपस्थित रहे।




*************
कपड़े उतारकर सड़क पर उतरे टीईटी अभ्यर्थी


महोबा। टीईटी मामले में प्रदेश सरकार की चुप्पी से नाराज टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी सड़क पर उतर आए और कपड़े उतारकर अर्धनग्न अवस्था में प्रदर्शन करते हुए सड़क पर नारेबाजी की। इससे करीब आधा घंटे तक जाम लग गया। बाद में सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर पहुंचकर अभ्यर्थियाें ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा।
टीईटी शिक्षकाें की भर्ती में प्रदेश सरकार द्वारा कोई सकारात्मक कदम न उठाए जाने से टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियाें का गुस्सा सातवें आसमान पर है। सरकार के इस रवैये से नाराज टीईटी अभ्यर्थियाें ने बुधवार को आल्हा चौक पर कपड़े उतारकर अर्धनग्न अवस्था में प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी विंध्यवासिनी राय को सौंपा। ज्ञापन में टीईटी अभ्यर्थियाें ने बताया कि उनके द्वारा शिक्षक पद के लिए दिए गए आवेदन पत्र तमाम जिलाें में पड़े हुए हैं। टीईटी उत्तीर्ण बीएड बेरोजगाराें का कहना था कि अभ्यर्थियाें के एक डिमांड ड्राफ्ट के अलावा सभी ड्राफ्ट वापस किए जाने थे। इस बारे में भी सरकार का कोई फैसला नहीं आया। ज्ञापन में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 12 मई तक प्रदेश सरकार ने मौन नहीं तोड़ा और टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियाें के पक्ष में कोई निर्णय न लिया तो प्रदेश स्तरीय अभियान चलाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। प्रदर्शन दौरान अखिलेश साहू, दीपक कौशल, रामकुमार प्रजापति, योगेंद्र कुमार, राजेश कुमार, दीपू गुप्ता, विनोद कुमार, पवन कुमार मौर्य, हरीराम, सुरेंद्र, नारायणदास, देवेंद्र सोनी, शंकरलाल, विनय कुमार, देवसिंह राजपूत, उमेश कुमार, चंद्रशेखर, अजीत, अरविंद सिंह सहित तमाम टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी मौजूद रहे। उधर टीईटी अभ्यर्थियाें के प्रदर्शन से आल्हा चौक में जाम लग गया जिससे तमाम स्कूली बसें, टेंपो, चार पहिया वाहन फंस गए लेकिन पुलिस की मौजूदगी के चलते आवागमन बहाल करा दिया गया।


************
टीईटी अभ्यर्थियों ने राष्ट्रीय राज मार्ग पर लगाया जाम


सीतापुर। बुधवार को टीईटी की मेरिट के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों में टीईटी पास अभ्यर्थियों की भर्ती को लेकर आवेदन कर्ताओं ने राष्ट्रीय राज मार्ग पर जाम लगा दिया। आधे घंटे तक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को जाम खुलवाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर टीईटी अभ्यर्थियों ने जाम हटाया। तब जाकर मार्ग का यातायात बहाल हो सका। 
आज टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में लोहार बाग स्थित नेहरू पार्क में एक बैठक का आयोजन किया गया। इसके बाद रोडवेज होते हुए सैकड़ों टीईटी अभ्यर्थी वैदेही वाटिका के निकट राष्ट्रीय राज मार्ग पहुंचे। यहां पर अभ्यर्थियों ने मार्ग को जाम कर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। सभी अभ्यर्थी पुराने विज्ञापन के आधार पर टीईटी की मेरिट के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती की मांग करने लगे। कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे बृज मोहन मिश्रा ने कहा कि सरकार को टीईटी पास अभ्यर्थियों का हित देखते हुए न्यायालय में सही ढंग से पैरवी करवानी चाहिए। उनका कहना है कि जब तक टीईटी के बेस पर चयन प्रक्रिया नहीं शुरू की गयी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आधे घंटे के इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय राज मार्ग पर वाहनों की कतारें लग गयी। जानकारी होने पर सीओ सदर व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर गये। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को देख टीईटी अभ्यर्थी भड़क उठे और शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह आक्रोशित भीड़ को शांत कराया। मामला ठंडा होने पर जाम हटा। इसके बाद अभ्यर्थियों ने खून से लिखे एक पत्र को प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा। संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी ने कहा कि आगामी 13 मई को हम सभी लोग लखनऊ में आंदोलन करेंगे। यदि तब भी प्रदेश सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूरी न की गई तो 19 मई को व्यापक आंदोलन किया जायेगा

News : Amar Ujala (10.5.12)

Wednesday, May 9, 2012

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने बनाई मानव शृंखला



UPTET : टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने बनाई मानव शृंखला

जोरदार प्रदर्शन, रास्ता जाम कर दिया ज्ञापन


लखीमपुर खीरी। यूपी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ ने मांगों को लेकर सदर चौरहा पर मानव शृंखला बनाई। जोरदार प्रदर्शन करते हुए रास्ता जाम कर दिया। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा। 
ज्ञापन में मांग की गई है कि टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का टीईटी की मेरिट के आधार पर यथाशीघ्र चयन किया जाए। 
टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ ने बुधवार को शहर के सदर चौराहे पर एकत्र होकर मानव शृंखला बनाई। अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन करते हुए घंटों रास्ता जाम रखा। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया गया। ज्ञापन में टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने मांग की कि सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश शासन के पूर्व में जारी विज्ञापन, जिस पर उन्होंने आवेदन किया था, टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की मेरिट के आधार पर यथाशीघ्र नियुक्ति की जाए। 
यह भी कहा गया कि टीईटी की मेरिट से शिक्षा विभाग को शिक्षकों का चयन करने में आसानी होगी। इससे विभाग करीब एक माह में ही चयन प्रक्रिया पूरी कर लेगा। कहा गया कि अभ्यर्थी चार माह से नियुक्ति पर रोक से आर्थिक, मानसिक और शारीरिक शोषण से परेशान हो चुके हैं। वे कुछ भी करने को तैयार हैं। शिक्षा मंत्री और प्रमुख सचिव के बयानों से टीईटी अभ्यर्थी मानसिक रूप से इतना पीड़ित हो चुके हैं वे आत्महत्या तक करने के लिए राष्ट्रपति को इच्छामृत्यु का मांगपत्र भेज चुके हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि टीईटी मेरिट चयन का सर्वोत्तम आधार है क्योंकि आईएएस, पीसीएस, डाक्टर्स, इंजीनियर्स का चयन प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर ही होता है एकेडमिक आधार पर नहीं। अत: सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के हित में टीईटी मेरिट पर करीब 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी प्रक्रिया को यथाशीघ्र पूर्ण कराने की कार्रवाई की जाए।


News : Amar Ujala (9.5.12)

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन



UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन


आजमगढ़: राज्य सरकार द्वारा मेरिट के आधार पर नियुक्ति के आश्वासन पर अब तक कोई कार्रवाई न किए जाने से क्षुब्ध टीईटी अभ्यर्थियों ने बुधवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।

गिरजाघर चौराहे पर लगाए गए जाम से यात्रियों को काफी परेशानियों को सामना भी करना पड़ा। इससे पूर्व कुंवर सिंह उद्यान में आयोजित बैठक के दौरान अभ्यर्थियों ने कहा कि राज्य सरकार के मुखिया ने यह आश्वासन दिया था कि उनकी नियुक्ति मेरिट के आधार पर कराई जाएगी। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने भर्ती के लिए निकाले गए विज्ञापन को निरस्त कर मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन पर उनके सपने को चकनाचूर कर दिया। आखिर विज्ञापन को क्यों निरस्त किया गया इसके बारे में स्पष्ट करना चाहिए। यदि उनके साथ न्याय नहीं किया गया तो वे वृहद आंदोलन छेड़ने के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान रविंद्र यादव, जयसिंह यादव, राजनेत, उमेश वर्मा, संजय भारती, महेश चंद, अनिल कुमार, रणवीर सिंह, कृष्णमुरारी राय, महेंद्र कुमार, दीनदयाल, सर्वदानदं, धनंजय कुमार, विंध्यवासिनी, सुशील कुमार, अरुण कुमार, प्रवेश कुमार, अभय प्रताप, धर्मेद्र कुमार, जयशंकर आदि उपस्थित थे।


News : Jagran (9.5.12)

UPTET : टीईटी संघर्ष मोर्चा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन


UPTET : टीईटी संघर्ष मोर्चा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन


-चयन प्रक्रिया की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

शाहजहांपुर, जागरण कार्यालय : टीईटी संघर्ष मोर्चा ने विभिन्न मांगों को लेकर पीडब्लूडी तिराहा पर जाम लगाया और कचहरी में प्रदर्शन करके एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

मोर्चा के अध्यक्ष सतीश सिंह के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल एसडीएम जयनाथ यादव से मिला। उन्होंने बताया कि टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर सहायक अध्यापकों के पद पर नियुक्ति हेतु चार माह पूर्व प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आवेदन किये थे। लेकिन अभी तक भर्ती प्रक्रिया में कोई भी प्रगति नहीं हुई है। श्री सिंह ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया 30 नवम्बर 11 को प्रकाशित विज्ञापन के आधार पर ही पूर्ण की जाए। चयन का आधार टीईटी मेरिट हो। एकेडमिक मेरिट को चयन का आधार किसी भी परिस्थिति में न बनाया जाए। भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में चयन प्रक्रिया पूर्ण की जाए। पूर्व में डाक बंगला परिसर में हुई बैठक में संघ के महामंत्री मनोज शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में अभी तक कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के हितों को लेकर बिल्कुल भी गम्भीर नहीं है। सदस्य हरिकिशोर दीक्षित ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों द्वारा शासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए लखनऊ में कई आंदोलन किये गये हैं। मोहम्मद फुरकान, मनोज शर्मा, अरुण कुमार, अनिल कुमार, वीरेन्द्र पाल सिंह, मोहम्मद अरशद, दीपक कुमार, अमित कुमार, गनेश कुमार, शरद कुमार, निगम कुमार, अमित चौहान, खालिद खान, सुरेश, राविन्दर पाल, विवेक कुमार, अशीष मिश्रा, विकास कुमार मौजूद रहे।


पुलिस से हुई नोकझोंक

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने कचहरी गेट पर प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया तो पुलिस ने कलेक्ट्रेट का मुख्य द्वार बंद कर दिया। इस दौरान मोर्चा के कार्यकर्ताओं की पुलिस से जमकर नोकझोंक हुई।

News : Jagran (9.5.12)

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने फूंका शिक्षा मंत्री का पुतला



UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने फूंका शिक्षा मंत्री का पुतला


जौनपुर: टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक मंगलवार को टीडी कालेज के सन्निकट मारुति मंदिर पर हुई। इस बैठक में शिक्षक भर्ती विज्ञापन निरस्त करने के बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी के बयान पर सभी आक्रोशित रहे। उन्होंने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका।

इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान गैर जिम्मेदाराना है। इससे टीईटी अभ्यर्थियों को मानसिक पीड़ा पहुंची है। अभ्यर्थियों ने कहा कि मामला न्यायालय में लंबित होने के बाद भी उस पर बयान देना न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है। सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया लटकाने तथा मंत्री के गैर जिम्मेदाराना बयान से अभ्यर्थी शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक पीड़ा झेल रहे हैं। ऐसे में यदि कोई आत्महत्या कर ले तो इसकी जिम्मेदारी भी सरकार की होगी।

इस बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के जिलाध्यक्ष अजीत यादव, मृत्युंजय सिंह, अवनीश मौर्य, अरुण तिवारी, मनोज सेठ, संजय सिंह, मंगला यादव, शैलेष विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।


News : Jagran (9.5.12)

UPTET : नेता विपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य से मिले टीईटी पदाधिकरी


UPTET : नेता विपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य से मिले टीईटी पदाधिकरी



जागरण संवाददाता,पडरौना / कुशीनगर । टीईटी संघर्ष मोर्चा जनपद कुशीनगर के पदाधिकारी नेता विपक्ष एवं बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य से छावनी स्थित मौलाना आज़ाद लाइब्रेरी हाल में मिले। पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपा और टीईटी की मेरिट के आधार पर तत्काल नियुक्ति की मांग की। नेता विपक्ष, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पडरौना के सदर विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा की सपा सरकार युवाओं की विरोधी है एवं राजनीतिक बदले की भावना से कम कर रही है। उन्होंने वादा किया की वो युवाओं की आवाज़ सदन में उठाएंगे और सभी टीईटी अभ्यर्थियों को न्याय दिलाएंगे।

इस अवसर पर अखिलेश मिश्र, प्रेमनाथ मिश्रा, अनूप श्रीवास्तव, मु. सैफ लारी, छोटेलाल, राहुल सिंह, कृष्णानन्द चौहान, सत्येन्द्र सिंह, विनोद कुमार गुप्ता, रामेश्वर मिश्र, वकील अंसारी, मन्नान, दयानन्द शर्मा, संतोष कुमार, रत्‍‌नेश कुमार शर्मा, इस्तियाक अहमद, नीलम पाण्डेय, श्वेता मिश्र, निशा गुप्ता, ज्योति जायसवाल, मृत्युंजय कुमार, सत्येन्द्र कुमार, शम्भू नाथ चौहान, उदयभान यादव, महेश सिंह, कमलेश कुमार सिंह, दिनेश कुमार यादव, विनोद कुमार शर्मा आदि सैकड़ो टीईटी अभ्यर्थी मौजूद रहे।








News : Jagran

Source of Info - From: Saif Lari <mohd.saif.lari@gmail.com>
Date: 2012/5/9
Subject: SP Maurya ko gyapan dete TET Abhyarthi
To: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>

UTET : टीईटी के खिलाफ याचिकाएं खारिज



प्रशिक्षु अध्यापकों की भर्ती का रास्ता खुला , 
UTET : टीईटी के खिलाफ याचिकाएं खारिज

Uttrakhand TET News :

अमर उजाला ब्यूरो
देहरादून। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास कर चुके बीएड उपाधिधारकों के प्रशिक्षु शिक्षक बनने का रास्ता खुल गया है। नैनीताल हाईकोर्ट ने टीईटी परीक्षा और ट्रेनी शिक्षकों की भर्ती को चुनौती देने वाली सभी 371 याचिकाएं खारिज कर दी
जस्टिस तरुण अग्रवाल की अदालत में चल रहे इस प्रकरण में विद्यालयी शिक्षा विभाग के पक्ष को वाजिब माना गया। पिछले दिसंबर में इस भर्ती प्रक्रिया को अदालत ने स्टे कर दिया था। नियमित बीटीसी कर रहे प्रशिक्षुओं ने नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती दी थी। उनका कहना था कि जिन पदों के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उन्हीं पदों को विद्यालयी शिक्षा विभाग टीईटी के जरिए भर रही है। वहीं कुछ याचिकाएं टीईटी में पूछे गए प्रश्नों को लेकर थीं। कुल 371 रिटें थी।
विद्यालयी शिक्षा निदेशालय की ओर अदालत को बताया गया कि महकमे में शिक्षकों के कुल 4805 पद रिक्त हैं। जिसमें से करीब 1200 पद नियमित बीटीसी प्रशिक्षुओं के लिए आरक्षित रखा गया है। शेष पदों में से 700 पदों पर शिक्षा आचार्य और 868 पत्राचार बीटीसी प्रशिक्षुओं की भर्ती होनी है। इसके अलावा जितने पद बचते हैं उन पर बीएड उपाधिधारकों को टीईटी के माध्यम से नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस नियुक्ति प्रक्रिया में नियमित बीटीसी कर रहे प्रशिक्षुओं का हित कहीं भी प्रभावित नहीं हो रहा है। महकमा नए सिरे से प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया अब जल्द शुरू कर देगा।

यह होगी भर्ती व्यवस्था
टीईटी उत्तीर्ण कर चुके बीएड उपाधिधारकों को डायट वार और वर्षवार अपने-अपने जिले में चयनित किया जाएगा। चयन के बाद उन्हें छह महीने का विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रशिक्षण पास करने वाले अभ्यर्थियों को उस समय की प्रचलित नियमावली के अनुसार नियुक्ति दी जाएगी।


News : Amar Ujala (9.5.12)

UPTET Meetings


UPTET Meetings

Allahabad : उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण एकता संघर्ष मोर्चा की आजाद पार्क में बैठक सुबह 10 बजे
******

छात्र संघर्ष मोर्चा की बैठक कल
मैनपुरी (ब्यूरो)। टीईटी उत्तीर्ण छात्र संघर्ष मोर्चा की बैठक 10 मई को प्रात: 9.30 बजे तिकोनिया पार्क कलक्ट्रेट में आयो



Source :Amar Ujala (9.5.12)





Tuesday, May 8, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया उग्र प्रदर्शन का ऐलान


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया उग्र प्रदर्शन का ऐलान

एटा, निज प्रतिनिधि: अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को निरस्त किए जाने पर आमादा राज्य सरकार के विरूद्ध टीईटी अभ्यर्थियों ने मोर्चाबंदी तेज कर दी है। टैट अभ्यर्थी संघर्ष की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। मंगलवार को शहीद पार्क में सभा आयोजित कर शासन को आगाह किया कि यदि अध्यापक पात्रता परीक्षा निरस्त की गई तो इसके परिणाम गंभीर होंगे।

धरना सभा को संबोधित करते हुए टीईटी संघर्ष मोर्चा के सूर्यप्रकाश कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सरकार के वर्तमान रूख को देखते हुए ऐसा आभास होने लगा है कि सरकार टीईटी परीक्षा को निरस्त करने का मन बना रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि टीईटी अभ्यर्थियों की पात्रता परीक्षा यदि निरस्त की गई तो इससे उत्पन्न उग्र आंदोलन की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। बजरंग दल के विभाग संयोजक अरविंद चौहान ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थी मानसिक उत्पीड़न के साथ-साथ तनाव भी झेल रहे हैं। यदि सरकार ने जल्द ही कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो बड़ा आंदोलन छेड़ दिया जायेगा।

धरने के दौरान मनोज शर्मा, गीता शर्मा, वैभव राजपूत, धीरज, सूर्यप्रकाश कुलश्रेष्ठ, हिम्मतसिंह, आदित्या, अजीत कुमार, सोहन सिंह, मुरारी बघेल, रामकिशोर, रमेश एमएलसी, हरिश्चन्द्र, योगेन्द्र, उमेश, नीरज कुमार, मयंक तिवारी, रवेन्द्र सैनी, तपेश, चेतन कुमार, अजंट प्रताप सिंह, देवेश, चंद्रेश, नवीन, सुशील, एलके खान, संतोष यादव, राजकुमार, आकाश जैन, विशाल शर्मा आदि अनेक लोग मौजूद थे।

News : Jagran (8.5.12)

UPTET : टीईटी संघर्ष मोर्चा का आंदोलन कल से


UPTET : टीईटी संघर्ष मोर्चा का आंदोलन कल से

सीतापुर। उत्तर प्रदेश टीईटी संघर्ष मोर्चा मांगो को लेकर 9 मई से आंदोलन शुरू करेगा। इस बात की जानकारी जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी ने दी। इसका निर्णय रविवार को लखनऊ के ड्रीम अर्पाटमेंट लालबाग में हुई प्रांतीय बैठक में लिया गया है। पूरे प्रदेश से आये जिलाध्यक्षों एवं जिला प्रतिनिधियों ने मोर्चा के संगठन पर विस्तार से चर्चा की तथा आगे की रणनीति तैयार की है। 

बैठक में 9 मई को जिला मुख्यालय पर चक्का जाम तथा एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा जायेगा। 13 मई को रेलवे ट्रेक रोकी जायेगी और 19 मई को पूरे प्रदेश से टीईटी पास अभ्यर्थी लखनऊ में धरना प्रदर्शन करेंगे। टीईटी पास अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि पूर्व में प्रेषित विज्ञापन के आधार पर टीईटी पास अभ्यर्थियों का चयन नहीं हुआ तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जायेगा। वहीं टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी ने सभी टीईटी पास अभ्यर्थियों से 9 मई को प्रात: 11 बजे लोहार बाग स्थित नेहरू पार्क में एकत्रित होने की अपील की।

************
UPTET - सीएम को भेजेंगे खून से लिखा खत 

देवरिया। उत्तर प्रदेश टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक कैंप कार्यालय पर हुई। जिसमें संगठन की मजबूती और अपने हक की अगली लड़ाई तय करने की रणनीति बनी। बैठक में गोरखनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ की बैठक में आंदोलन की रणनीति तय हो गई है। नौ मई को प्रदेश के सभी जिलों में चक्का जाम कर खून से लिखा ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। 13 मई को रेलवे ट्रैक रोका जाएगा। 19 मई को पूूरे प्रदेश से लखनऊ पहुंचे टीईटी अभ्यर्थी धरना देंगे। बैठक में भूपेंद्र राय, नवीन श्रीवास्तव, देवेश त्रिवेदी, विवेक मिश्रा, गणेश दीक्षित, राजेश कुमार राव, राजेश पांडेय, दिलीप श्रीवास्तव, मुके श शर्मा, सुरेंद्र अर्कवंशी, सुशील तिवारी, देववर्धन, मनोज मौजूद रहे।

**********
टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक कल

 मुजुरी। टीईटी संघर्ष मोर्चा के ब्लाक इकाई पनियरा की बैठक बुधवार को पनियरा ब्लाक सभागार में दोपहर 12 बजे से होगी। यह जानकारी ब्लाक अध्यक्ष सुनील कुमार वर्मा ने दी। उन्होंने सभी अभ्यर्थियों से बैठक में समय से पहुंचने की अपील की है।

**************
कुंवर सिंह उद्यान में धरना नौ को
आजमगढ़ (ब्यूरो)। प्रदेश कमेटी टीईटी संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर नौ मई को अपराह्न 12 बजे कुंवर सिंह उद्यान में जिले के टीईटी अभ्यर्थी धरना देंगे। यह जानकारी आजाद यादव ने दी।
***********
टीईटी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की एक बैठक अचलताल पर हुई। इसमें सपा सरकार द्वारा प्राथमिक भर्ती प्रक्रिया में टीईटी मेरिट आर्हता न मामने पर रोष व्यक्त किया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर टीईटी में मेरिट पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो निकाय चुनावों को विरोध करेंगे। इस मौके पर प्रवीन सक्सेना,अमित दुबे,सुधीर कुमार, संजय सिंह आदि मौजूद थे।
**********
शिक्षामंत्री के बयान से नाराजगी
फतेहपुरचौरासी (उन्नाव)। टीईटी उत्तीर्ण प्रशिशु शिक्षकों ने शीतला मंदिर परिसर में बैठक कर की। इसमें शिक्षा मंत्री के प्रदेश सरकार 72825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर एवं अध्यापन नियमावली में संशोधन कर शैक्षिक आधार पर भर्ती करने के बयान पर नाराजगी जताई गई। टीईटी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रकुमार मिश्र ने कहा कि सरकार फिर से परीक्षा कराकर नकल को बढ़ावा दे रही है। बैठक में महामंत्री राजीव कुमार, उपाध्यक्ष अतुल कुमार आदि ने भी शिक्षा मंत्री के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। इस मौके पर आशुतोष मिश्रा, सुरेंद्र कुमार, मिथलेश कुमार, संतराम, रामशंकर, रामनारायण, अनुराग त्रिपाठी, नूरआलम, विवेक कुमार, अजय द्विवेदी सहित काफी संख्या में अभ्यार्थी मौजूद रहे।
***********
टीईटी पास अभ्यर्थियों ने दिया विधायक को ज्ञापन
हरदोई। टीईटी मेरिट पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग को लेकर टीईटी पास लोगों ने सीएम को संबोधित ज्ञापन सदर विधायक नितिन अग्रवाल को दिया।
सदर विधायक ने आश्वासन दिया कि वे सभी की बात को सीएम तक पहुंचाएंगे एवं युवाओं के लिए हर स्तर पर सहयोग करेंगे। सदर विधायक ने कहा कि प्रदेश के सीएम युवाओं के हितों लिए विशेष रूप से काम करते हुए समाज के हर वर्ग के भले को काम कर रहे हैं, ऐसे में किसी को भी निराश होने की जरूरत नहीं है। इस मौके पर राजेश यादव, जेपी गुप्ता, खुशबू श्रीवास्तव, हिमांशु मिश्रा, ज्योति गुप्ता, प्रतिभा वर्मा, बीना, सोनी, शिखापाल, रामकिशन शुक्ला, संजीव यादव आदि ने सदर विधायक से टीईटी को लेकर बात की।

News : Amar Ujala (8.5.12)

Monday, May 7, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थी बोले भर्ती करें वरना जान देंगे


UPTET : टीईटी अभ्यर्थी बोले भर्ती करें वरना जान देंगे


हरदोई। शिक्षक बनने का सपना देखने वाले टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। रविवार को बैठक कर अभ्यर्थियों ने निर्णय ले लिया कि यदि सरकार भर्ती समय रहते न कर पाई तो अभ्यर्थियों की आत्महत्याओं की जिम्मेदारी कुछ समय बाद उसी को लेनी होगी।

शहीद उद्यान में हुई टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा कि दो मई को टीईटी संघर्ष मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिला। जिसमें कई बिंदुओं पर वार्ता हुई। इस वार्ता में उनके द्वारा सार्थक आश्वासन दिया गया। जनता दरबार में भी तीन हजार से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए। कहा कि इसके बाद उनके आश्वासनों को सुनकर संतोष तो हुआ, पर अब तक उन पर अमल होते नजर नहीं आया। बताया कि सीएम ने टीईटी अभ्यर्थियों को 14 मई का समय दिया है, जिसमें उनके द्वारा कोई सार्थक परिणाम निकलने का पूरा भरोसा दिलाया गया है।

हिमांशु मिश्रा ने कहा कि यदि सरकार अभ्यर्थियों का सहयोग करती है तो वह सभी सरकार के आभारी होंगे और उनके ऋणी रहेंगे। यही नहीं समय आने पर सरकार का ऋण भी उतार देंगे। यदि सरकार इसका विरोध करती है और भर्ती आदि क ो निरस्त करती है तो टीईटी अभ्यर्थियों की आत्महत्याओं की जिम्मेदार होगी। साथ ही इसके अन्य गंभीर परिणाम होंगें। इस मौके पर रजनीश, देवेंद्र, निखिल गुप्ता, संजीव यादव, जितेंद्र कनौजिया आदि मौजूद थे

News : Amar Ujala (7.5.12)

UPTET : सरकार ! रुपये तो लौटा दो


UPTET : सरकार ! रुपये तो लौटा दो

अमरीश शुक्ल, इलाहाबाद :

नाम-राकेश सिंह। वर्ग-जनरल पेशा-बेरोजगार। सुनीता राय। वर्ग-जनरल। पेशा-बेराजगार। अभिषेक यादव। वर्ग-ओबीसी। पेशा-बेरोजगार। धर्मेद्र कुमार सिंह। वर्ग-एससी। पेशा-बेराजगार। प्रदेश में ऐसे एक दो हजार नहीं, दो लाख 70 हजार से भी अधिक बेरोजगार हैं, जिनके आवेदन शुल्क के पैसे सरकार के पास फंसे हैं। कब वापस मिलेंगे कुछ पता नहीं।

शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में नौकरी का सपना दिखाकर बेरोजगारों को कदम-कदम पर ठगा गया। सूबे की तत्कालीन सरकार भी पीछे नहीं रही। अभ्यर्थियों को पांच जिलों से आवेदन की छूट देकर खजाने में करोड़ों रुपये तो भर लिए, पर जब रकम वापस करने की बारी आई, तो वह चुप्पी मारकर बैठ गई। नई सरकार में भी बेरोजगारों को रुपये मिलने की पहल होती नहीं दिख रही

बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में 30 नवंबर,2011 को सहायक अध्यापकों के 72,825 पदों पर आवेदन मांगे थे। पहले हर आवेदक को पाच जिलों में आवेदन की छूट दी गई थी। सामान्य व पिछड़ी जाति के लिए एक जिले में आवेदन का शुल्क 500 रुपये। अनुसूचित जाति/जनजाति अभ्यर्थी का शुल्क 200 रुपये व विकलाग अभ्यर्थी निशुल्क रखा गया था। प्राथमिक स्तर की टीईटी परीक्षा में 2 लाख 70 हजार से अधिक आवेदन हुए थे

12 दिसंबर,2011 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने आदेश में पांच जनपदों में आवेदन करने संबंधी आदेश को निरस्त कर दिया। अभ्यर्थियों को मनचाहे जिलों से आवेदन करने की छूट दी गई। कहा गया कि जिन अभ्यर्थियों ने एक से अधिक जिलों में आवेदन करते समय एक से अधिक बैंक ड्रॉफ्ट जमा किए हैं, उनके एक बैंक ड्रॉफ्ट को रोकते हुए शेष राशि वापस कर दी जाएगी। इसके लिए सरकार अलग से आदेश जारी करेगी। टीईटी निरस्त होगी या रहेगी, यह अलग मुद्दा है, पर इस आदेश को भी सात महीने बीत गए हैं और बेरोजगारों का पैसा अभी तक वापस नहीं किया गया


-----------------------------------


सामान्य व ओबीसी के 40 करोड़


-एक अनुमान के मुताबिक सामान्य व पिछड़ी जाति के दो लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। प्रत्येक अभ्यर्थी के हिसाब से दो-दो हजार रुपये वापस करने थे। इस तरह सामान्य व ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को 40 करोड़ रुपये वापस होना है।


एसटी-एससी के 4.4 करोड़


अनुसूचित जाति/जनजाति के 55 हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। सभी ने 5-5 जिलों में आवेदन किया तो एक अभ्यर्थी ने 200 रुपये के हिसाब से 1000 रुपये शुल्क भरा। कुल शुल्क 5.50 करोड़। इसमें से सरकार को 800 रुपये प्रत्येक अभ्यर्थी के हिसाब से 4.4 करोड़ रुपये आवेदन शुल्क के वापस करने हैं

News : Jagran (7.5.12)

UPTET : टीईटी के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करे सरकार



UPTET : टीईटी के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करे सरकार


देवरिया: प्रदेश सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के साथ लुका-छिपी का खेल, खेल रही है। कभी हमें आश्वासन देती है तो कभी विज्ञान प्रक्रिया रद्द करने की बात करती है। सरकार जब तक टीईटी में प्राप्त अंकों के आधार पर शिक्षकों की भर्ती नहीं करती, यह आंदोलन जारी रहेगा।

यह बातें टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कुशवाहा ने कही। वह रविवार को टाउन हाल परिसर में मोर्चा की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक का संचालन करते हुए संदीप कुशवाहा ने कहा कि हम सरकार से अपना हक लेकर रहेंगे। चाहे इसके लिए भले ही लंबी लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े।

बैठक को संबोधित करते हुए संरक्षक रघुवंश शुक्ला ने जनता दरबार में मुख्यमंत्री के साथ अभ्यर्थियों के साथ हुई वार्ता से अवगत कराया। साथ ही उन्हें लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से हरेंद्र पुरी, आत्म प्रकाश मिश्र, जय प्रकाश यादव, प्रज्ञानंद, ईश्वर प्रसाद, जंमेजय सिंह, दीपक सिंह, गौरीशंकर पाठक, अनुराग मल्ल, श्रीनिवास कुशवाहा, राकेश कुमार, मनोज कुमार, मदन यादव, रामानंद कुशवाहा तथा राजेश मणि आदि मौजूद थे।


News : Jagran (6.5.12)
******************

टीईटी बेरोजगारों ने लगाया उत्पीड़न का आरोप

मिर्जापुर (ब्यूरो)। टीईटी उर्त्तीण छात्रों की बैठक रविवार को नगर के बरियाघाट स्थित रामटेक मंदिर में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि सरकार के मुख्य सचिव ने जो रिर्पोट तैयार किया है वह मुख्यमंत्री के आश्वासन के अनुरूप नहीं है, जबकि मुख्यमंत्री ने कहा था कि टीईटी बेरोजगारों के साथ न्याय होगा और टीईटी निरस्त नहीं होगा। शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट के अनुसार होगी। किंतु ऐसा नही होने से टीईटी बेरोजगारोें का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। जिसके कारण आगामी 13 मई को प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगें। बैठक में जिलाध्यक्ष राहुल, महामंत्री सत्यानंद, नागेंद्र विश्वकर्मा, दिनेश सिंह, अफजल, रिंकू, आनंद मोहन, सोहन आदि मौजूद रहे।


News : Amar Ujala (7.5.12)
***************************

जब प्रक्रिया एक बार निर्धारित हो जाती है तो उसे बदलना बेहद मुश्किल होता है |
कुछ अभ्यर्थी सोच रहे हैं कि धांधली के आधार पर टीईटी पात्रता परीक्षा हो जायगी , ये बहुत ही  कठिन  है 
या  तो प्रकिया  पूर्ण   रूप  से निरस्त   होगी  या  पूर्व  निर्धारित प्रक्रिया से  ही भर्ती   होगी  कि बीच  का  रास्ता  बहुत ही  कठिन   है 

हालाँकि  नयी  भर्ती में प्रक्रिया में बदलाव उतनी  मुश्किल पैदा  नहीं  करेगा  , जबकि  इस  भर्ती  प्रक्रिया में  बदलाव नामुमकिन  है 
अगर  कोई  बदलव  होता भी  है तो टी ई टी मेरिट होल्डर  लोग  न्यायिक  प्रक्रिया के दोरान  विजयी  होंगे  

UPTET : बेसिक शिक्ष्‍ाा मंत्री का पुतला फूंका



UPTET : बेसिक शिक्ष्‍ाा मंत्री का पुतला फूंका


•शिक्षक भर्ती में टीईटी को आधार न बनाए जाने पर फूटा गुस्सा
•साकेत नगर पार्क में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने धरना दिया

न्यूज़ साभार -  अमर उजाला ब्यूरो

कानपुर। परिषदीय स्कूलों में नियुक्त होने वाले शिक्षकों की भर्ती में टीईटी को आधार न बनाए जाने के विरोध में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने रविवार को साकेत पार्क में बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कहा 10 दिन के भीतर उनके पक्ष में निर्णय नहीं आया तो आर-पार का आंदोलन छेड़ा जाएगा।
साकेत पार्क में धरने की अध्यक्षता करते हुये मोर्चा के दिनेश पाठक और रत्नेश पाल ने कहा कि 28 अप्रैल को शासन ने शिक्षकों की भरती में टीईटी को आधार बनाए जाने की बात कही थी। बाद में बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने शैक्षिक योग्यता के आधार पर भरती करने की बात कही। इससे पूर्व सैकड़ों अभ्यर्थियों ने बर्रा 2, नदंलाल चौराहा से होते हुए साकेत पार्क तक पैदल जुलूस निकाला। प्रदर्शन में मंजूषा, रेनू सचान, दीपिका, पूनम, अर्चना, परवीन, विजय सिंह तोमर, सर्वेश राठौर, प्रवीण शामिल रहे।


*********************

एकेडिमक मैरिट के आधार पर चयन प्रक्रिया का विरोध होगा

लखीमपुर खीरी। यूपी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ की बैठक उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता की अध्यक्षता में हुई। बैठक में शिक्षा मंत्री के उस बयान की कड़ी निंदा की गई जिसमें कहा गया था कि हाई स्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक और बीएड के प्राप्तांकोें को जोड़ कर मैरिट बनाई जाएगी और उसे चयन का आधार बनाया जाएगा। कहा अगर ऐसा किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
बैठक में विधिक सलाहकार बूटा सिंह ने कहा कि ऐसी क्या मजबूरी है कि कि कुछ माह पहले पूर्ण बहुमत प्राप्त सरकार के फैंसले को नई सरकार को बदलने की जरूरत पड़ गई। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने ऐसा किया तो हम भी अपनी सीमा लांघने से गुरेज नहीं करेंगे।
बैठक में उच्च न्यायालय में विज्ञापन पर चल रही सुनवाई से सभी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों को अवगत कराया गया। इस पर आगे पैरवी कर प्रभावी नीति पर विचार किया गया। सभी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने चयन का आधार एकेडिमक बनाने का जोरदार ढंग से विरोध किया।
बैठक में बूटा सिंह, लक्ष्मी कांत, रवि शुक्ला, रंजीत दीक्षित वीरेश जोशी, शत्रुघ्न मिश्रा, पंकज मिश्रा, कौशल किशोर, विष्णु कांत तिवारी, आफताब अहमद, विजय कुमार बाजपेयी, विवेक कुमार, राजीव शर्मा मोहम्मद याकूब, सुनील कुमार गुप्ता, शिव कुमार, संजय चौरसिया व विनोद कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।

***************

खफा टीईटी अभ्यर्थी बोले भर्ती करें वरना जान देंगे

•टीईटी सफल अभ्यर्थियों ने बनाई रणनीति
हरदोई। शिक्षक बनने का सपना देखने वाले टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। रविवार को बैठक कर अभ्यर्थियों ने निर्णय ले लिया कि यदि सरकार भर्ती समय रहते न कर पाई तो अभ्यर्थियों की आत्महत्याओं की जिम्मेदारी कुछ समय बाद उसी को लेनी होगी।
शहीद उद्यान में हुई टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा कि दो मई को टीईटी संघर्ष मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिला। जिसमें कई बिंदुओं पर वार्ता हुई। इस वार्ता में उनके द्वारा सार्थक आश्वासन दिया गया। जनता दरबार में भी तीन हजार से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए। कहा कि इसके बाद उनके आश्वासनों को सुनकर संतोष तो हुआ, पर अब तक उन पर अमल होते नजर नहीं आया। बताया कि सीएम ने टीईटी अभ्यर्थियों को 14 मई का समय दिया है, जिसमें उनके द्वारा कोई सार्थक परिणाम निकलने का पूरा भरोसा दिलाया गया है।
हिमांशु मिश्रा ने कहा कि यदि सरकार अभ्यर्थियों का सहयोग करती है तो वह सभी सरकार के आभारी होंगे और उनके ऋणी रहेंगे। यही नहीं समय आने पर सरकार का ऋण भी उतार देंगे। यदि सरकार इसका विरोध करती है और भर्ती आदि क ो निरस्त करती है तो टीईटी अभ्यर्थियों की आत्महत्याओं की जिम्मेदार होगी। साथ ही इसके अन्य गंभीर परिणाम होंगें। इस मौके पर रजनीश, देवेंद्र, निखिल गुप्ता, संजीव यादव, जितेंद्र कनौजिया आदि मौजूद थे।
***************


बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका
कानपुर। परिषदीय स्कूलों में नियुक्त होने वाले शिक्षकों की भर्ती में टीईटी को आधार न बनाए जाने के विरोध में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने रविवार को साकेत पार्क में बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कहा कि अगर 10 दिन के भीतर उनके पक्ष में निर्णय नहीं आया तो आर-पार का आंदोलन छेड़ा जाएगा।

***************

टीईटी में शामिल हों बीपीएड धारक
फैजाबाद। बीपीएड संघर्ष मोर्चा के बैनर तले रविवार को गुलाबबाड़ी परिसर में शारीरिक शिक्षा के प्रशिक्षित बेरोजगार बीपीएड व इसके समकक्ष डिग्रीधारकों की बैठक हुई। मंडल स्तरीय बैठक में बस्ती, सुल्तानपुर, गोंडा, अंबेडकरनगर आदि जिलों के प्रशिक्षितों ने भी हिस्सा लिया।
बैठक में मंडल अध्यक्ष आकाश गुप्त ने कहा कि मौजूदा सरकार बीपीएड डिग्री धारकों के संबंध में स्पष्ट नीति निर्धारित नहीं कर पा रही है। जिससे प्रदेश के बीपीएड बेरोजगार हताश हैं। शारीरिक शिक्षा के अंशकालिक पद 13, 669 पद की स्वीकृति मिल चुकी है, लेकिन इसे दबाया जा रहा है। जिलाध्यक्ष अनिल पाठक ने कहा कि बीपीएड धारियों की स्थिति मनरेगा मजदूरों से बदतर है। बैठक में सरकार से बीपीएड धारकों को 2012 की शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल करने, क्रीड़ा-श्री का मानदेय पांच सौ से बढ़ाकर पांच हजार करने की मांग की गई।

***************

टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक
देवरिया। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक टाउनहाल में हुई। जिसमें अपने हक को लेकर संघर्ष करने की योजना बनाई गई। वक्ताओं ने सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के प्रति दोहरी नीति अपना रही है जिसे मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा।
बैठक में मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के साथ लुका छिपी का खेल खेल रही है। एक तरफ सरकार आश्वासन देती है कि मांगे मान ली जाएंगी। मगर ऐन मौके पर बयानबाजी होने लगती है। संदीप कुशवाहा ने कहा कि अपने हक को लेकर मोर्चा के लोग चुप नहीं रहेंगे। सड़क पर उतरकर संघर्ष किया जाएगा। हरेंद्र पुरी ने कहा कि टीईटी प्राप्तांकों के आधार पर नियुुक्ति करनी चाहिए।

*************

टीईटी मेरिट पर हो शिक्षकों की भर्ती
•अमर उजाला ब्यूरो
महराजगंज। सदर बीआरसी परिसर में रविवार को टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैैठक हुई। इसमें शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में बदलाव को लेकर सरकारी मंशा पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष महेन्द्र वर्मा ने कहा कि सरकार शैक्षिक मेरिट के आधार पर भर्ती की बात कहकर चयन प्रक्रिया 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव तक टालना चाहती है।
इसी उद्देश्य को लेकर सरकार टीईटी को पात्रता परीक्षा घोषित करने की फिराक में है। लेकिन हम टीईटी मेरिट के आधार पर ही भर्ती करने के लिए सरकार को विवश कर देंगे। इसके लिए किसी भी स्तर के आंदोलन को तैयार हैं। किसी भी नियुक्ति को लेकर सरकार को नियम बनाने का अधिकार है, लेकिन प्रक्रिया शुरू हो जाने के बाद उसमें बदलाव नहीं किया जा सकता।
इस मौके पर प्रवीण पटेल, राजकुमार विश्वकर्मा, हरी प्रकाश गुप्ता, मनीष पटेल, उमेश चन्द यादव, कमलेश कुमार, जनार्दन सिंह, रवि प्रताप गुप्ता, व्यासमुनि जायसवाल, अनिल कुमार कन्नौजिया, आनंद गुप्ता, राकेश कुमार अग्रहरी, हरिकेश विश्वकर्मा, बृजेश यादव, मदन यादव, गिरिजेश मिश्र, रामबिलास सिंह, शत्रुघभन प्रसाद साहनी और सदानंद पासवान मौजूद रहे। संचालन राजकुमार पटेल ने किया।

**************

शैक्षिक आधार पर भर्ती का विरोध
गोरखपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने बेसिक शिक्षा मंत्री के 72825 टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती को निरस्त कर शैक्षिक आधार पर नियुक्ति करने के बयान का विरोध किया और मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इसके पूर्व रविवार को पंत पार्क में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश संयोजक नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि मंत्री और मुख्यमंत्री के वक्तव्य में अंतर से टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है। मुख्यमंत्री के बयान के अनुरूप टीईटी सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं होती है तो मोर्चा उग्र आंदोलन करेगा।

*************

बयान की आलोचना
सहारनपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की गांधी पार्क में बैठक हुई, जिसमें बेसिक शिक्षा मंत्री के प्राथमिक शिक्षकों के भर्ती विज्ञापन रद्द करने के बयान की आलोचना की गई। मोर्चा के अध्यक्ष मनोज यादव एवं संरक्षक प्रदीप धीमान ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। इसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बताया कि सरकार और ब्यूरोक्रेसी की ओर से भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने संबंधी बयानबाजी से अभ्यर्थी मानसिक पीड़ा झेल रहे हैं जो उनकी आत्महत्या का कारण बन सकता है। आरोप है कि सरकार निजी कालेजों के उन संचालकों के दबाव में कार्य कर रही है। विनय शर्मा, प्रदीप पोडवाल, शराफत अली, संजय कुमार आदि उपस्थित थे।

************

नियुक्ति आरंभ कराने को ज्ञापन सौंपा
मुरादाबाद (ब्यूरो)। तंजीम मौअल्लिम -ए- उर्दू टीईटी पास ने शासन से उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति आरंभ कराने की मांग की। बैठक के बाद सपा जिलाध्यक्ष मनमोहन सैनी और राट्रीय सचिव शुएब खान को ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री से नियुक्तियों के लिये विज्ञापन प्रकाशित कराने की मांग की। मंडल अध्यक्ष कमर आलम, मोहम्मद अमिल, मोहम्मद जाकिर, तय्यब खां, उमर अंसारी, अख्तर अली आदि मौजूद रहे।

***********

टीईटी अभ्यर्थियों का एमएलसी को ज्ञापन
मुजफ्फरनगर (ब्यूरो)।

शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने एमएलसी मुश्ताक को ज्ञापन देकर समस्या के निदान की मांग की। अभ्यर्थियों ने कहा कि उनके साथ अन्याय किया जा रहा है।
रविवार को टाउन हॉल में आयोजित अभ्यर्थियों की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार जो रवैया अपना रही है वह बेहद खेदजनक है। शीघ्र से शीघ्र टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती की जानी चाहिए। प्रदेश सरकार लाखों युवाओं की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है। अभ्यर्थियों ने इसके बाद रालोद के एमएलसी मुश्ताक को ज्ञापन दिया। बलकेश चौधरी, उमेश, देवदत्त, अमित आदि शामिल रहे।

*************

असंतुष्ट टीईटी छात्रों का फूटा गुस्सा
•अमर उजाला ब्यूरो


•बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका
•नियुक्ति न होने पर करंेगे आंदोलन

गाजीपुर। प्रदेश सरकार की गलत नीतियों से असंतुष्ट टीईटी अभ्यर्थियों का ग ुस्सा रविवार को फूट पड़ा। नाराज अभ्यर्थियों ने लंका बस स्टैंड के पास प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंक कर अपने रोष का इजहार किया। इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थी अपना हक लिए बिना मानने वाले नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को उनके हितों की जरा भी परवाह नहीं है। परिस्थितियां चाहे जो हों अभ्यर्थी अपना हक लिए बिना चुप नहीं बैठेंगे। सरकार की गलत नीतियों से अभ्यर्थी परेशानी महसूस कर रहे हैं। जल्द से जल्द नियुक्ति की प्रक्रिया शुरु नहीं की गई तो संघर्ष तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नियुक्ति के अभाव में टीईटी अभ्यर्थियों के सामने गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई हैं। सरकार जल्द से जल्द नियुक्ति की प्रक्रिया शुरु करे। उन्होंने उपस्थित अभ्यर्थियों से एकजुट होकर हक-अधिकार के लिए आगे आने की अपील की। कहा कि बगैर संगठित हुए सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती है। संगठन में शक्ति होती है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही टीईटी अभ्यर्थियों को न्याय नहीं मिला तो वह आंदोलन को धार देने के लिए विवश होंगे। इस अवसर पर पंकज कुशवाहा, बालेश्वर यादव, रमा त्रिपाठी, राधेश्याम कुशवाहा, सुजीत, अमरनाथ, सरोज, रामजीत, अरविंद, लालसा, रामजी, सुनील यादव, अजमेरी सिंह, संतोष आदि मौजूद थे। संचालन राधेश्याम सिंह कुशवाहा ने किया।
******************


टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने उगली आग
उद्यान का गेट न खुलने पर नारेबाजी


• अमर उजाला ब्यूरो
बलिया। टीईटी उत्तीर्ण सैकड़ों अभ्यर्थियों की जनपद स्तरीय बैठक नगर के चंद्रशेखर उद्यान में संपन्न हुई। वक्ताओं ने एनसीटीई की ओर से मंजूर 72825 शिक्षकों की जारी भर्ती प्रक्रिया को यथावत पूर्ण कराने की दिशा में संघर्षरत रहने का संकल्प जताया। इस दौरान सरकार को कड़ी चेतावनी दी गई कि नियुक्ति के बाद ही कोई अन्य विज्ञापन जारी किया जाए।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार उनके साथ सौतेला रुख अख्तियार कर रही है। अभ्यर्थियों को गुमराह करते हुए चयन प्रक्रिया की आड़ में उन्हें तोड़ने का कुचक्र रचा जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पौने तीन लाख बेरोजगारों ने विज्ञप्ति की चयन शर्त को स्वीकार किया तथा परीक्षा में शामिल हुए। हाईकोर्ट के निर्देशों से पूर्ण संशोधित अंकपत्र भी प्राप्त किया तथा इस आधार पर नियुक्ति की दिशा में भारी खर्च उठाते हुए मनपसंद जनपदों के लिए फार्म भरा। विज्ञप्ति के अनुसार चयन की दिशा में उपरोक्त अभ्यर्थी किसी भी संघर्ष को अंजाम देंगे। प्रत्येक रविवार को चंद्रशेखर उद्यान में टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक आयोजित होती है। रविवार को अभ्यर्थी जैसे ही उद्यान के पास पहुंचे उसका गेट बंद था। प्रयास के बाद भी गेट न खुलने पर आक्रोशित अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन व नारेबाजी की। बाद में गेट खुलने पर बैठक हुई। इस मौके पर मुख्य रूप से विकास कुमार, दिग्विजय पाठक, संतोष पाठक, गोपालजी, सुरेंद्र, रूपेश, नसीम अहमद, जितेंद्र तिवारी, सतीश सिंह, राजेश यादव, मनीष पांडेय, पीयूष चौबे, राजेश पांडेय आदि मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता अतुल सिंह एवं संचालन संजय पांडेय ने किया।
बिल्थरारोड प्रतिनिधि के अनुसार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक रविवार को जीत कोचिंग सेंटर पर हुई। बैठक में शिक्षक पात्रता परीक्षा का मानक 55 व 60 फीसदी कर अलग-अलग मेरिट बनाने की मांग की गई। वक्ताओं ने प्रस्तावित मेरिट में अधिक उम्र के अभ्यर्थियों को तरजीह देकर नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त करने की मांग की। कहा कि सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती में शैक्षिक योग्यता का निश्चित वेटेज तय करे। ताकि आईसीएसई, सीबीएसई व यूपी बोर्ड के अभ्यर्थियों का अहित न होे सके। बैठक में चयन प्रक्रिया में एकरूपता की मांग की गई। ताकि अभ्यर्थियों की नियुक्ति संभव हो सके। इस मौके पर पप्पू मिश्र, राजेश जायसवाल, मुकेश तिवारी, अजीत वर्मा, चंद्रजीत सिंह, राम प्रवेश, रवि कुमार, अजीत वर्मा, मुकेश वर्मा, सत्येंद्र गुप्त आदि मौजूद रहे।
*****************


टीईटी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की एक बैठक अचलताल पर हुई। इसमें सपा सरकार द्वारा प्राथमिक भर्ती प्रक्रिया में टीईटी मेरिट आर्हता न मामने पर रोष व्यक्त किया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर टीईटी में मेरिट पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो निकाय चुनावों को विरोध करेंगे। इस मौके पर प्रवीन सक्सेना,अमित दुबे,सुधीर कुमार, संजय सिंह आदि मौजूद थे।


News : Amar Ujala (7.5.12)

Sunday, May 6, 2012

UPTET : टीईटी डिग्रीधारियों का शिक्षा मन्त्री पर भड़का आक्रोश


UPTET : टीईटी डिग्रीधारियों का शिक्षा मन्त्री पर भड़का आक्रोश

ललितपुर, ब्यूरो : टीईटी को लेकर मची खींचतान से शिक्षक बनने का सपना संजोये बैठे प्रशिक्षित डिग्रीधारी आक्रोशित है। हाल ही में शिक्षा मन्त्री द्वारा शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाने के लिए दिए गए बयान को टीईटी डिग्रीधारियों का शिक्षा मन्त्री पर भड़का आक्रोश

राजनीति से प्रेरित बताया। डिग्रीधारी प्रशासन के भय से शिक्षा मन्त्री का पुतला तो नहीं फूँक सके, लेकिन शिक्षा मन्त्री को जमकर कोसा गया। डिग्रीधारियों ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की अभी जरूरत है और शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण देकर शिक्षक बनाने के सब्जबाग दिखाए जा रहे है।

शिक्षा मन्त्री के बयान से शिक्षक बनने की प्रतीक्षा कर रहे रहे टीईटी उत्तीर्ण डिग्रीधारक आक्रोशित है। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज शिक्षा मन्त्री का पुतला फूंकने का कार्यक्रम तय था। इसे रोकने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली थी इसके चलते डिग्रीधारी पुतला तो नहीं फूँक सके, लेकिन उहोंने शिक्षा मन्त्री के बयान की भ‌र्त्सना कर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि अभी प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में हजारों विद्यालय बन्द चल रहे है। प्रदेश में आँकड़े के मुताबिक 2.75 लाख शिक्षकों की कमी है। इस कमी को पूरा करने के लिए सरकार का कोई ध्यान नहीं जा रहा। यदि सरकार शिक्षा मित्रों को ही शिक्षक बनाएगा, तो भी दो साल की ट्रेनिंग करेगे। इसमें दो साल का समय लगेगा, जबकि प्रदेश में शिक्षकों की जरूरत अभी है

उन्होंने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई है। सरकार को चाहिए कि विलम्बित प्रक्रियाओं को पहले शुरू किया जाए, ताकि शिक्षकों की कमी को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। माँग की गई कि टीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को शिक्षक बनाने की प्रक्रिया को पूरा किया जाए। इस मौके पर रवीन्द्र साहू, अन्तिम जैन, राजेन्द्र राठौर, अनुपम गुप्ता, राजेन्द्र राठौर, महेश बबेले, धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, दीपक गुप्ता, अंसार खान, अशोक बबेले, वर्षा बबेले, अमित जैन, राहुल, रवीन्द्र साहू, दीप्ति, ऋचा, लखन, कीर्ति, मनीष, मनोज दुबे, अनुराग, आलोक, रश्मि, प्रियंका, शरद, अनिल, महेन्द्र, बॉबी राजा, ग्यासी कुशवाहा, रानु सिंह, राजीव श्रीवास्तव, नीलेश पुरोहित, रामकिशन साहू, दीपक जैन आदि मौजूद थे


News : Jagran (6.5.12)

UPTET Exam : When will justice happen


युपी टीईटी  परीक्षा कब न्याय होगा 
UPTET Exam : When will justice happen 

बहुत से  यु पी टीईटी  अभ्यर्थी सोच रहे हैं कि चयन का आधार बदल कर सरकार भर्ती प्रारंभ करेगी क्योंकी धांधली पाए जाने पर टी ई टी मेरिट से  भर्ती नहीं हो सकती और सरकार इसे ( टीईटी परीक्षा ) को पात्रता परीक्षा में बदल देगी |

ये सब अफवाहें मात्र हैं |
या तो कोई परीक्षा सम्पूर्ण रूप से निरस्त की जाती है या फिर पूर्ण रूप से स्वीकार (गलत लोगों को हटा कर ) की जाती है |
एन सी टी ई की गाइड  लाइन / निर्देशों में साफ़ लिखा हुआ है कि टीईटी परीक्षा के अंको को चयन में महत्व दीया जाये और अभ्यर्थी अंको के सुधर हेतु पुन परीक्षा में बेठ सकते  हैं   तो टीईटी परीक्षा को सिर्फ  पात्रता परीक्षा बनाना कैसे संभव  होगा  

आप ही सोचीये कि अगर टीईटी परीक्षा को धांधली का नाम देकर पात्रता परीक्षा में बदल दीया जाता है तो क्या जो लोग इस परीक्षा में असफल हो गए हैं वो नहीं कहेंगे कि जिन लोगो ने धांधली की उनको अब भी पात्र कैसे मन जा रहा है |

सबसे   बड़ी  बात  ये है कि हर अभ्यर्थी अपने साथ ओ एम् आर की प्रति लिपि / कापी रखा हुआ है और एक कापी विभाग  के पास है , ऐसे में अभ्यर्थी अपने इमानदारी  के सबूतों  व  सरकारी    नियमों  / आदेशों   
की कापी को अदालत में प्रस्तुत कर अपने को नियुक्ति का पात्र बता सकता है |

कुछ लोगो का कहना है कि मायावती  सरकार ने ४ दिन पहले नियम बदलकर टीईटी परीक्षा को चयन का आधार बना दिया, जो कि कुछ लोगो को फायदा पहुँचाने के लिए किया गया  |
इसमें  कुछ महत्वपूर्ण  बिंदु निम्न  हैं -
1. टीईटी परीक्षा को चयन का आधार बनाना किसी नियम के विपरीत नहीं है और एन सी टी ई के दिशा  निर्देशों का पूर्णता से पालन करता है |
२. टीईटी परीक्षा सभी के लिये सामान अवसर प्रदान करती है |
यु पी में यु पी बोर्ड वाले  काफी  समय  से दूसरे  बोर्ड  के अभ्यार्थीयों  से पिछड़  रहे थे  , कुछ युनिवर्सटीयों  में मार्क्स आसानी  से ज्यादा मिल जाते हैं और कुछ फर्जी मार्क्स शीट(सम्पूर्णानन्द वाराणसी , माध्यमिक शिक्षा मंडल  भोपाल ) की बात भी सामने आ चुकी है , प्रोफेशनल कोर्सेस (बी बी ए / बी सी ए ) / प्राइवेट कालेज में मार्क्स  आसानी   से ज्यादा मिल जाते हैं | 
(क्या प्रोफेशनल  कोर्सेस वालों  का प्राइमरी अध्यापक में इस तरह  से चयन उचित है )
अकादमिक अंको के महत्व को नाकारा भी नहीं जा सकता -  जैसे   की 10 वीं  के  मेथ  टीचर  के लिये आप बी. एस सी / एम् एस. सी मेथ   के अंकों को थोडा   महत्व (10/20 प्रतिशत  वेटेज  ) दे  सकते हैं |
परन्तु प्राथमिक टीचर के लिये आप अकादमिक टोपर को चुने वो समझ से परे है इसी लिए एन सी टी ई ने गाइड लाइन तयार की है | सरकार को सोचना चाहिए कि वे प्राइवेट स्कूलों से क्यों पिछड़  रहे हैं ,
क्या अधिकारी /नेता अपने बच्चों को सरकारी प्राथमिक स्कूलों में पडाते  हैं | जो लोग सरकारी सेवा / शिक्षक ityadi  में हैं क्या वे अपने बच्चों को सरकारी प्राथमिक स्कूलों में पडाते  हैं 


3. टीईटी परीक्षा , अध्यापकों  के चयन का  एप्टीटुड टेस्ट है तो इसके अंकों का सर्वाधिक महत्व है , जिस प्रकार बैंक में क्लर्क के लिये क्लेरिकल एप्टीटुड टेस्ट होता है उसके लिये कोई अकादमिक टोपर का चुनाव  नहीं किया जाता  |
आज  जरूरत  के हिसाब  से हर विभाग अपनेएप्टीटुड टेस्ट का आयोजन करता है चाहे  डी आर  डी ओ का साइंटिस्ट एंट्री टेस्ट (सेट ) हो या पुलिस के सिपाही की भर्ती हो 
कुछ लोगो का कहना है कि सिर्फ  एक टी ई टी परीक्षा से भर्ती क्यों हो |
इसमें इतना  गलत नहीं है हालाँकि  मल्टीपल  लेवल एक्साम बेहतर चयन का आधार देते  हैं |

तमिल नाडू में एम्प्लोयमेंट एक्सचेंज में रजिस्ट्रेसन  की सीनियारिटी  से भर्ती की गयी  तो क्या वो गलत है 
तर्क बहुत सारे मोजूद  हैं परन्तु अब जब टी ई टी मेरिट होल्डर सरकारी नियमों (राज्य / केंद्र ) / कोर्ट के दिश निर्देशों के आधार पर भर्ती के पात्र हो गए तो उनका हक छिनना bilkul  गलत हैं और anyay है |
जिन अधिकारिओं ने गलतीयां करी है उनको कड़ी से कड़ी सजाएँ दी जानी चाहिए जिससे आगे इस तरह की गलती दोहराई न  जा सकें |
और अगर नियम बदलने हैं तो वे नयी भर्तियों में बदलने चाहिए अन्यथा सब लोग कोर्ट में ही चक्कर लगते रहेंगे और सालों साल भर्ती लटकी रहेंगी |

4. अभी अदालत में विज्ञापन को लेकर एक मामला विचाराधीन है जिसको देखकर साफ़ लगता है कि ये सिर्फ अड़ंगेबाजी है -
न तो वो व्यक्ति बी एस ए है ( कि अधिकारों  का हनन  हो ) न ही  उसकी भर्ती पर इस मामले  से कोई  प्रभाव  (  विज्ञापन   चाहे सचिव  निकाले  या बी एस ए , उसके टी ई टी मार्क्स नहीं बदल जायंगे ) पड़ना  है 
इससे पहले भी अदालत ने विज्ञापन  में संशोधन के आदेश जारी किये थे तो संभव है के इसमें भी कोई सकारात्मक निर्णय अभ्याथीयों के हित  में आ सकता है  

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने फूंका पुतला

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने फूंका पुतला













•राज्यपाल को भेजा फैक्स, आंदोलन तेज करने का दिया अल्टीमेटम

मऊ। शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में रोड़े अटकाने से नाराज टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूूंका। साथ ही जमकर नारेबाजी की। साथ ही उप्र के राज्यपाल, मानव विकास मंत्रालय, राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद को फैक्स भेजा

इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि सरकार के अव्यवहारिक रवैए के तहत टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को आर्थिक, मानसिक तथा सामाजिक शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। टीईटी परीक्षा के जांच के नाम पर तरह-तरह से गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में टीईटी मेरिट के आधार पर सहायक अध्यापकों की भर्ती के मामले में अनावश्यक विलंब किया जा रहा है। सरकार टीईटी परीक्षा को रद्द कर अयोग्य अभ्यर्थियों को शिक्षक बनाने की मंशा नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि टीईटी मेरिट के आधार पर शिक्षकों की भर्ती होने पर ही शिक्षा का स्तर ऊपर उठेगा। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन तेज करने ही अंतिम विकल्प होगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से संजय सिंह यादव, अशोक यादव, अमित कुशवाहा, रामअशीष प्रसाद, अखिलेश कुमार, हरिनाथ राम, रमेश राजभर, रामविलास, कृष्ण मुरारी शर्मा, चंद्रशेखर गोंड़, अमीचंद भारद्वाज, विलास कुमार, अमरजीत कुमार, संजय भारती, अरुण कुमार, विनोद कुमार, दीनदयाल यादव, सुनील गावस्कर, रणधीर सिंह, सुनील कुमार देववंशी, कुंज बिहारी गुप्ता, विजय सोनकर, संजय भारती, राजकुमार आदि शामिल रहे।


******************

UPTET : शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला

लालबाग चौराहे पर शिक्षामंत्री का पुतला फूंकते टीईटी छात्र।


















सीतापुर। शनिवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा के अभ्यार्थियों ने जुलूस निकाल लाल बाग चौराहे पर शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी का पुतला फूंका। जानकारी के अनुसार पिछले कई महीनों से प्राथमिक शिक्षक प्रक्रिया लम्बित होने के कारण टीईटी अभ्यर्थी मानसिक व शारीरिक रूप से काफी आहत है। जिसके चलते उन्होंने प्रदेश सरकार के द्वारा विज्ञापन बदलने पर रोष व्यक्त करते हुए विरोध प्रदर्शन कर शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका।
टीईटी अभ्यर्थियों की मांग है कि पूर्व में प्रेषित विज्ञापन के आधार पर ही टीईटी की मैरिट बनाकर टीईटी पास अभ्यर्थियों का शिक्षक पद के लिए चयन किया जाय।
****************
संजय मोहन का करीबी 17 तक न्यायिक हिरासत में
लखनऊ (ब्यूरो)। पूर्व माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन के करीबी देव कुमार पांडेय को पुलिस ने शनिवार को 17 लाख रुपये के साथ अदालत में पेश किया। कोर्ट ने देवेंद्र को 17 मई तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। कोर्ट ने रुपयों से भरी अटैची बिना सील किए पेश किए जाने पर नाराजगी भी जाहिर की। टीईटी घोटाले के मुख्य आरोपी पूर्व माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन के करीबी देव कुमार को पुलिस ने गुरुवार देर रात गिरफ्तार किया था।

*************

शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका
रामनगर (बाराबंकी)। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर शनिवार को यूनियन इंटर कालेज के सामने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया।
टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह ने कहा कि पूर्व में प्रक्रिया से छेड़छाड़ बरदाश्त नहीं किया जाएगा। यदि इसमें बदलाव किया गया तो संघर्ष मोर्चा आर-पार की लड़ाई लडे़गा। कहा कि उर्त्तीण अभ्यर्थियों का चयन मेरिट के आधार पर किया जाए यदि ऐसा नहीं हुआ तो अभ्यर्थी न्यायालय की शरण लेंगे। इस मौके पर संदीप मिश्रा, सुशील सिंह, मयंक शर्मा, अमित यादव, राजेश पांडेय, इरफान अहमद आदि मौजूद रहे।
*****************
टीईटी की जिला स्तरीय बैठक स्थगित
जौनपुर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की छह मई को आयोजित जिला स्तरीय बैठक स्थगित कर दी गई है। शनिवार को टीडी कालेज स्थित मारुति मंदिर पर आयोजित बैठक में जिलाध्यक्ष अजीत कुमार ने कहा कि मोर्चा के सदस्य छह मई को लखनऊ में बैठक में हिस्सा लेंगे। इसके बाद जिला स्तरीय बैठक की जाएगी। बैठक में मृत्युंजय, अवनीश, रवींद्र, मनोज, अखिलेश, अरविंद, अनिल आदि मौजूद रहे।

*******************

भर्ती में देरी हुई तो करेंगे आंदोलन
नौतनवां। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की आवश्यक बैठक शनिवार को नौतनवां के मां बनैलिया मंदिर परिसर में हुई। इसमें संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष आशुतोष मिश्र एवं उपाध्यक्ष तुफैल अहमद मौजूद रहे। बैठक में तय किया गया कि टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में यदि विलंब हुआ तो संगठन आंदोलन के लिए विवश होगा। बैठक की अध्यक्षता रमेश भारती एवं संचालन शक्तिनंदन मिश्र ने की।
इस अवसर पर संगठन के अनूप मद्धेशिया, मनोज कन्नौजिया, राघवेन्द्र मिश्र, सुरेन्द्र मौर्य, सतनाम सिंह, पवन कुमार श्रीवास्तव, रुद्रनारायण पाठक, रामनाथ, अवधेश मद्धेशिया, सुधीर कुमार, रामनाथ यादव और आनंद कुमार आदि उपस्थित रहे। (ब्यूरो)

*******************

टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला जुलूस, सभा की
आजमगढ़ (ब्यूरो)। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने शनिवार को मालटारी बालिका इंटर कालेज के सामने नुक्कड़ सभा की। बाद में जुलूस निकाला। वक्ताआें ने शासन-प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि टीईटी मेरिट के आधार पर चयन नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर रामकेवल, आजाद यादव, सूबेदार यादव, जनार्दन, तेज बहादुर, नरोत्तम, सुरेश, सरोज, अरविंद, रामकेवल, राजीव आदि मौजूद थे

****************

टीईटी मोर्चा की बैठक आज
महराजगंज। टीईटी उत्तीर्ण एकता मोर्चा की जिला स्तरीय बैठक रविवार को सुबह 11 बजे से सदर बीआरसी परिसर में होगी। यह जानकारी जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुमार वर्मा ने दी।

**************

टीईटी मोर्चा की बैठक आज
तिलहर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक छह मई को दोपहर बारह बजे जेडी सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में होगी।

**********

News : Amar Ujala (6.5.12)

UPTET : संजय मोहन की कलई खोलने पुलिस पहुंची एलपीएस



UPTET : संजय मोहन की कलई खोलने पुलिस पहुंची एलपीएस
शिक्षकों ने बताया सच, फरार कारिंदों की तलाश में छापामारी

 
अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। गाजीपुर पुलिस ने शनिवार को वृंदावन कॉलोनी में लखनऊ पब्लिक स्कूल (एलपीएस) की दो शाखाओं में तहकीकात की। पड़ताल में पता चला कि स्कूल की कमान संजय मोहन संभाले थे। इसके साथ पुलिस ने संजय मोहन के फरार दो कारिंदों की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दी।
डीआईजी आशुतोष पांडेय ने बताया कि एसओ गाजीपुर मनोज मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शनिवार सुबह वृंदावन कॉलोनी के सेक्टर-4ए व सेक्टर-2ए स्थित एलपीएस की शाखा में तहकीकात की। सेक्टर-2ए की प्रिंसीपल व शिक्षकों ने पुलिस को जानकारी दी कि संचालक सीपी सिंह की मौत के बाद से संजय मोहन ही स्कूल की कमान संभाले थे। इसके अलावा वह सेक्टर-4ए में स्कूल की शाखा का निर्माण करा रहे थे। स्कूल का मैनेजमेंट संजय मोहन के खास कारिंदे फारूख के हाथ में था। तहकीकात में खुलासा हुआ कि स्कूल की दोनों शाखाओं में सीपी सिंह के बेटे लोकेश से अधिक दखल संजय मोहन का था। पुलिस टीम ने लोकेश से भी पूछताछ का प्रयास किया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
इस बीच, विवेचक ने संजय मोहन के कारिंदे फारूख व अशफाक की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दी। पुलिस का कहना है कि इन दोनों के हत्थे चढ़ने पर संजय मोहन से जुड़े अन्य राज उजागर होंगे। गाजीपुर थाने की पुलिस ने बृहस्पतिवार रात फोन पर मिली सूचना के आधार पर संजय मोहन के खास कारिंदे देव कुमार पांडेय को 17 लाख रुपये से भरी अटैची के साथ गिरफ्तार किया था। यह रकम टीईटी घोटाले की बताई गई थी, जो संजय मोहन की गिरफ्तारी के तीसरे दिन फारूख और अशफाक ने देव कुमार के हवाले की थी और देव कुमार ने उसे एक परिचित के घर में छिपा दिया था।
बिना सील
17 लाख से भरी अटैची पेश करने पर कोर्ट नाराज
लखनऊ (ब्यूरो)। पूर्व माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन के करीबी देवकुमार पांडेय को पुलिस ने शनिवार को 17 लाख रुपये के साथ अदालत में पेश किया। कोर्ट ने देवेंद्र को 17 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। कोर्ट ने रुपयों से भरी अटैची बिना सील किए पेश किए जाने पर नाराजगी भी जाहिर की।
टीईटी घोटाले के मुख्य आरोपी संजय मोहन के करीबी पांडेय को पुलिस ने गुरुवार रात गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उसे शनिवार को जनपद न्यायाधीश कमल किशोर शर्मा की अदालत में पेश किया। उससे बरामद 17 लाख रुपयों से भरी अटैची भी पेश की गई। अटैची को सील नहीं किया गया था। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आरोपी को थानाध्यक्ष गाजीपुर मनोज मिश्रा ने गिरफ्तार किया है। चालान उपनिरीक्षक नजरुल हसन ने किया। थानाध्यक्ष कोर्ट में उपस्थित नहीं हैं। बरामद रुपयों को भी सील नहीं किया गया है केवल चिटबंदी की गई है। न्यायाधीश ने अपने सामने ही अटैची खुलवाकर देखी। उसमें एक हजार के नोटों की 13 गड्डियां व 500 के नोटों की 8 गड्डियां थीं। देव ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उसे फर्जी फंसाया गया है। उसे चंद्रभान वर्मा के घर बुलाकर गिरफ्तार किया गया, यह पैसा उसका नहीं है।

एसीजेएम के निर्देशों का नहीं रखा ध्यान
पिछले दिनों मड़ियांव थाने की पुलिस ने भी चोरी के सामान को बिना सील किए अदालत में पेश कर दिया था जिस पर एसीजेएम नियाज अहमद अंसारी ने कड़ी नाराजगी जताई थी। साथ ही डीआईजी को पत्र लिखकर कहा था कि आगे से बिना सील बरामद सामान कोर्ट न भेजा जाए। अदालत में घटना की पुनरावृत्ति न करने का निर्देश दिया गया था लेकिन गाजीपुर पुलिस ने भी वही लापरवाही दोहराई।



News : Amar Ujala (6.5.12)

RTE : प्रदेश में आरटीई लागू होने के बाद जिलास्तर पर काम में तेजी


RTE : प्रदेश में आरटीई लागू होने के बाद जिलास्तर पर काम में तेजी




25 फीसदी दाखिले के लिए जिले के 13 सौ स्कूल चिह्नित
752 प्राथमिक एवं 558 मिडिल निजी स्कूल भी शामिल
दाखिले के बाद बच्चों को संसाधन देने एवं खर्च उठाने की तैयारी
अमर उजाला ब्यूरो
वाराणसी। नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा (आरटीई) अधिनियम के तहत निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के दाखिले की कवायद तेज कर दी गई है। शासन के निर्देश पर सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों से जिले में संचालित मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों और उनमें कक्षा एक में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या के साथ ही सीटों का विवरण मांगा है। जिले से दो सप्ताह के अंदर सूची शासन को उपलब्ध करा देनी है।
शासन के निर्देश पर पहले चरण में जिले में कुल 1310 मान्यता प्राप्त निजी स्कूल चिह्नित किए गए हैं। इसमें 752 प्राथमिक एवं 558 मिडिल निजी स्कूल शामिल हैं। बीएसए सूर्यभान ने बताया कि नगर शिक्षा अधिकारी तथा सभी एबीएसए को निर्देशित किया गया है कि वे अब चिह्नित स्कूलों में कक्षा एक में सीटों एवं पढ़ने वाले बच्चों की संख्या का विवरण एक सप्ताह में उपलब्ध करा दें। 
बेसिक शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे शासन की मंशा यह जानना है कि जिन मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया चल रही है या पूरी हो चुकी है, उनमें नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का कितना पालन हुआ है। यदि नहीं हुआ है तो क्यों नहीं हुआ, इसका कारण भी विद्यालय प्रबंधन को बताना होगा। इसके अलावा जिन स्कूलों में 25 प्रतिशत गरीब बच्चों का दाखिला हुआ है उन्हें उसी आधार पर संसाधन उपलब्ध कराने और खर्च उठाने की भी तैयारी है।

News : Amar Ujala (6.5.12)

UPTET - Lucknow: One more held in Teacher Eligibility Test scam


UPTET - Lucknow: One more held in Teacher Eligibility Test scam



LUCKNOW: Police on Friday raided the house of Dev Kumar, a close aide of former secondary education director, Sanjay Mohan, and recovered cash worth Rs 17 lakh. Mohan was arrested and subsequently suspended after his name surfaced in the Teacher Eligibility Test scam.
According to the police, Dev is a caretaker of the ongoing construction work at Lucknow Public School in Vrindavan Colony at Rae Bareli Road. The school belongs to Mohan. DIG Lucknow Ashutosh Pandey said, "When we went to Dev's house, he told us that this money belongs to Mohan. And when Mohan was arrested, this money was shifted to Dev's house so that it remains in the safe custody.''
News : Times of Indian ( 5.5.12)

RTE : प्रदेश में आरटीई लागू होने के बाद जिलास्तर पर काम में तेजी



RTE : प्रदेश में आरटीई लागू होने के बाद जिलास्तर पर काम में तेजी



25 फीसदी दाखिले के लिए जिले के 13 सौ स्कूल चिह्नित
752 प्राथमिक एवं 558 मिडिल निजी स्कूल भी शामिल
दाखिले के बाद बच्चों को संसाधन देने एवं खर्च उठाने की तैयारी
अमर उजाला ब्यूरो
वाराणसी। नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा (आरटीई) अधिनियम के तहत निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के दाखिले की कवायद तेज कर दी गई है। शासन के निर्देश पर सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों से जिले में संचालित मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों और उनमें कक्षा एक में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या के साथ ही सीटों का विवरण मांगा है। जिले से दो सप्ताह के अंदर सूची शासन को उपलब्ध करा देनी है।
शासन के निर्देश पर पहले चरण में जिले में कुल 1310 मान्यता प्राप्त निजी स्कूल चिह्नित किए गए हैं। इसमें 752 प्राथमिक एवं 558 मिडिल निजी स्कूल शामिल हैं। बीएसए सूर्यभान ने बताया कि नगर शिक्षा अधिकारी तथा सभी एबीएसए को निर्देशित किया गया है कि वे अब चिह्नित स्कूलों में कक्षा एक में सीटों एवं पढ़ने वाले बच्चों की संख्या का विवरण एक सप्ताह में उपलब्ध करा दें। 
बेसिक शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे शासन की मंशा यह जानना है कि जिन मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया चल रही है या पूरी हो चुकी है, उनमें नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का कितना पालन हुआ है। यदि नहीं हुआ है तो क्यों नहीं हुआ, इसका कारण भी विद्यालय प्रबंधन को बताना होगा। इसके अलावा जिन स्कूलों में 25 प्रतिशत गरीब बच्चों का दाखिला हुआ है उन्हें उसी आधार पर संसाधन उपलब्ध कराने और खर्च उठाने की भी तैयारी है।

News : Amar Ujala (6.5.12)