UP Teacher Recruitment, : मानदेय शिक्षकों का होगा विनियमितीकरण
Degree College Mandey Teacher will be Regularized
लखनऊ (ब्यूरो)। राज्य सरकार डिग्री कालेजों में कार्यरत मानदेय शिक्षकों का विनियमितीकरण करने जा रही है। इसके लिए सोमवार को विधानसभा में उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (संशोधन) विधेयक 2014 पेश किया गया। 26 मई 2014 को जारी अध्यादेश के स्थान पर यह विधेयक लाया गया है। विधेयक पास हो जाने के बाद अशासकीय सहायता प्राप्त स्नातक व स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर मानदेय के आधार पर कार्य कर रहे शिक्षकों के समायोजन किया जा सकेगा।
बताते चलें सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में मानदेय शिक्षकों के समायोजन की घोषणा की थी पर 2007 में सपा सरकार के चले जाने के बाद सरकार यह कार्यवाही नहीं कर सकी। अखिलेश यादव सरकार ने सत्ता में आने पर पिछले दिनों इस संबंध में कार्यवाही शुरू की।
इसके तहत 26 मई को अधिनियम की धारा 31-ई(1) में शब्द ‘भरा नहीं जा सकता है’ के स्थान पर ‘भरा नहीं जा सका’ करने संबंधी अध्यादेश जारी किया गया था। अब सरकार ने इस अध्यादेश के स्थान पर अधिनियम में संशोधन के लिए आज विधानसभा में विधेयक पेश किया।
संसदीय कार्य मंत्री मो. आजम खां ने विधेयक पेश किया
News Source Sabhaar : Amar Ujala (24.6.14)
खुशखबरी: जल्द ही होगी 72,825 शिक्षकों की नियुक्ति
ReplyDeleterecruitment of teachers in uttar pradesh2
बसपा ने किया बहिर्गमन
सहायक अध्यापकों की नियुक्ति में हो रही देरी पर बसपा ने सरकार पर बेरोजगारों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए सदन से बहिर्गमन किया।
भाजपा के सुरेश राणा के एक सवाल के जवाब में बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के 20 नवंबर 2013 के आदेश और सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी पर 25 मार्च 2014 को दिए गए अंतरिम आदेश के अनुपालन में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है।
इन लोगों को उंचा पद क्या मिल गया कि अपनी औकात ही बता दी ,,बता ही दिया कि
ReplyDeleteगाय भैंस चराने वाले भले ही कितने उंचे पद पर क्यों न बैठ जायें , पर बुद्धि वही रहेगी , गोबर उठाने वाली
कभी खबर आती है बस कुछ ही जिलों का डाटा शेष
और आज खबर आती है 14 जिलों ने ही भेजा डाटा
अरे नामुरादों ,,, हमारी आँखों में धूल , मिर्च , नमक कुछ भी झोंक लो , लेकिन सुप्रीम कोर्ट को कब तक उल्लू बनावींग ?
अब ज्यादा से ज्यादा अगली डेट पर समय मांग कर उल्लू बना लोगे , पर उसके बाद उसकी अगली तारीख पर क्या कहने जाओगे , और कौन सा मुंह लेकर जाओगे कि अब भी नही कर पाये भर्ती , क्या और समय मांगोगे ,,
ReplyDeleteजैसे कोर्ट को अपना पिछवाडा समझ रखा है कि जब चाहे धो लिया ।
कर लो नौटंकी ,,ये डाटा शेष , वो जिला का काम अधूरा , सचिव का पद से हटाना, फलाना , ढिमका
ReplyDeleteबस ये सब एक ही तारीख तक चल पांयेंगे ,, उसके बाद क्या करोगे , कौन सी तरकीब लाओगे ।
कोर्ट का एक वार सौ लोहारों के वार के बराबर होता है।
जिस दिन पडा , कि बस प्राण पखेरू उडे
हमने जहाँ तीन साल काट लिये ,,वहाँ ज्यादा से ज्यादा , , ज्यादा से ज्यादा दो महीने और सही ,,,,
ReplyDelete"""कर सितम , देखें तेरे सितम करने की हद क्या है
और तू भी देख मेरे सितम सहने की हद क्या है।"""
समय सीमा खत्म, अधर में डाटा फीडिंग
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट के आदेश का भय, न अभ्यर्थियों के भविष्य की चिंता। शासन की मंशा के अनुरूप जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षु शिक्षकों की डाटा फीडिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति चल रही है। स्थिति यह है कि तय समय सीमा खत्म हुए दस दिन से अधिक का समय बीतने के बावजूद प्रदेश के मात्र 14 जिलों का एनआइसी (नेशनल इनफारमेटिक्स सेंटर) साफ्टवेयर में डाटा फीड हो पाया है। शेष का काम अधर में है, वह कब पूरा होगा उसकी किसी को कोई जानकारी नहीं है। 130 नवंबर 2011 को प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती निकाली। इसमें पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए लेकिन सरकार बदलने पर नए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नियम में परिवर्तन कर नई भर्ती निकाल दी। इससे नाराज पुराने अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट चले गए। कोर्ट ने अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला देते हुए प्रदेश सरकार को 30 नवंबर 2011 में निकले विज्ञापन के आधार पर 25 मार्च से 17 जून तक भर्ती करने का निर्देश दिया था। कोर्ट के आदेश के बाद हरकत में आई सरकार ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के माध्यम से शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व एनआइसी द्वारा निर्धारित किए गए साफ्टवेयर में सारे आवेदनों की स्कैनिंग करके डाटा फीड करने का निर्देश दिया जिसकी पड़ताल व छटनी के बाद अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होनी थी। यह कार्य 13 जून तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित था। परंतु अभी तक इलाहाबाद, मथुरा, अमरोहा, पीलीभीत, फिरोजाबाद, कन्नौज, मुजफ्फरनगर, रायबरेली, ललितपुर, बांदा, श्रवस्ती, सुल्तानपुर, बलरामपुर व झांसी जिले का काम ही पूरा हुआ है। शेष का काम अधर में है, इसके चलते भर्ती प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। इलाहाबाद डायट के प्राचार्य विनोद कृष्ण का कहना है हम अपना काम पूरा कर चुके हैं। अब एससीआरटी व एनआइसी से निर्देश का इंतजार है। निर्देश मिलते ही आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। वहीं अभ्यर्थी रामकृपाल का कहना है सरकार मनमानी कर रही है जिसके खिलाफ हम पुन: सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
नितीश्वर कुमार को बदल कर सुप्रीम कोर्ट से बचने की कोशिश करना ऐसा ही है जैसे शुतुर्मुर्ग खतरा देख के रेत मे अपना सिर छुपा लेता है, पर खतरा तो खतरा ही होता है , सुब्रत राय की माता जी भी बहुत बीमार हो गयी थी जब सुप्रीम को उनको बुलाया था !! ओवर स्मार्ट्नेस्स के बहुत अच्हे डाक्टर होते हैं सुप्रीमकोर्ट में
ReplyDeleteकिसे बेवक़ूफ़ बना रहे हैं मंत्री ??
ReplyDeleteविस में उठा टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की भर्ती का मामला
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट बसपा ने किया वाकआउट
बजट सत्र
लखनऊ (डीएनएन)। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को प्रदेश के प्राथमिक विालयों में रिक्त सहायक अध्यापक के पद पर शिक्षकों की भर्ती का मामला जोर-शोर से उठा। भाजपा द्वारा उठाए गए इस सवाल पर सरकार की ओर से बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने सदन में उत्तर दिया। लेकिन सरकार के जवाब से असंतुष्ट नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने सरकार पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया और बसपा के सदस्य इस मसले पर सदन से वाकआउट कर गए। प्रश्नकाल में भाजपा के सदस्य सुरेश राणा ने बेसिक शिक्षा मंत्री से यह सवाल किया कि प्रदेश के प्राथमिक विालयों में रिक्त सहायक अध्यापक के पदों को भरने के संबंध में उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा 20 नवंबर, 2013 को पारित आदेश के अनुरूप टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाएगी? इस सवाल पर बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने कहा कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा पारित आदेश 20 नवंबर 2013 के विरुद्ध उच्चतम न्यायालय में योजित विशेष अनुज्ञा याचिका संख्या-1874-1902/2014 में पारित अंतरिम आदेश 25 मार्च 2014 के अनुपालन में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों के चयन/नियुक्ति की प्रक्रिया गतिमान है। मंत्री ने कहा कि इन शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया अब तक हो जाती, लेकिन स्वच्छ नियुक्ति की प्रक्रिया में तमाम अवरोध आ रहे हैं।
पिछली सरकार में नियुक्ति की नियमावली में बदलाव किया गया, जिसके तहत टीईटी अभ्यर्थियांे की नियुक्ति में मेरिट का प्रावधान कर दिया गया। ऐसे में तमाम अभ्यर्थियों ने नंबर बढ़वाना शुरू कर दिया। श्री चौधरी ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान हुई चेकिंग में पकड़ी गई एक गाड़ी में घूस देने के लिए 64 लाख रुपए लाए जा रहे थे, इसमें लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया में जरूर देरी हो सकती है, लेकिन हमारी मंशा है कि पारदर्शी तरीके से जल्द से जल्द शिक्षकों की तैनाती हो जाए।
ReplyDeleteइस दौरान अनुपूरक प्रश्न के तहत नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मंत्रीजी से हम सिर्फ इतनी जानकारी चाहते हैं कि 72,825 शिक्षकों की नियुक्ति कब तक हो जाएगी? इसपर बेसिक शिक्षा मंत्री के दिए गए जवाब से असंतुष्ट होकर नेता प्रतिपक्ष श्री मौर्य ने कहा कि सरकार इस सवाल पर सीधा जवाब नहीं दे रही है। मंत्रीजी सदन को गुमराह कर रहे हैं। ऐसे में हमारा इस मसले पर सदन से वाकआउट करते हैं।मंत्री के जवाब से असंतुष्ट बसपा ने किया वाकआउट
न तो कोई वजह थी , न ही उन्होंने अचानक कोई जघन्य अपराध कर दिया था । फिर क्यों उन्हें अचानक से बेदखल कर दिया गया ,,
ReplyDeleteमैं तो यही कहूंगा ,,,72825 भर्ती ने पल्टू भाई जी को इस कदर सोंचने पर मजबूर कर दिया है , , कि वो हर सम्भव तरीका अपनाये ले रहे हैं । जिससे 72825 में ज्यादा से ज्यादा देरी हो सके।
हीरालाल जी आ गये हैं । अब वो पहले सभी प्राचार्यों की मीटिंग बुलायेंगे फिर हुये काम के बारे तफ्सील से जानकारी मांगेगे और जिन्होंने अभी तक ढुलमुल रवैया अपनाया है। उन्हें बस हम सबको दिखाने मात्र के लिये पुनः सख्त हडकी मिलेगी ,,पर हालत वही रहेगी ,,,नौ दिन चले अढाई कोस
ReplyDeleteऐसा पहले भी किसी भर्ती का कोई एक उदाहरण रहा है कि कोर्ट में जबाबदेही करनी थी और सरकार को कुछ सूझा नही था तो सचिव ही बदल डाले और नये सचिव पर कोर्ट नरम पड गया हो और समय दे दिया हो !
ReplyDeleteअब कोर्ट में 84 दिन का तो हिसाब तो देना ही पडेगा चाहे नये सचिव दें या पुराने सचिव ,,,,सरकार नये सचिव के सहारे फिर समय मांगेगी ,,,,नया सचिव भी कहेगा कि भर्ती पूरी नही हो पायी इसकी वजह कार्य ज्यादा होना है और पूर्व सचिव तय समय में दिये कार्य को अंजाम नही दे पा रहे थे इसलिए उन्हें हटाकर मुझे पदभार सौंपा गया है। और कोर्ट से स्वयं भर्ती शीघ्र कराने के लिये आवश्यक समय मांग करेंगे ।
ReplyDeleteअब यहाँ से कोर्ट विवेकाधीन मामला शुरू होता है ,,जहाँ तक देखा गया है ऐसे मामले में नये सचिव पर सजा का कोई प्रावधान नही बनता है क्योंकि उसका कोई कसूर नही है।,,ज्यादा से ज्यादा पूर्व सचिव को कोर्ट में बुलाकर पूछताछ ही की जा सकती है।
ReplyDeleteकसूर सरकार का है ,, इसलिए कोर्ट मनमाफिक तो नही परन्तु कुछ समय बहुत ही सख्त आदेश के साथ दे सकता है।
सचिव पुराने रहते तो खेल में कोर्ट जबर्दस्त तडका लगाता , मगर सचिव बदलकर मामला फीका हो गया है।
ReplyDeleteएक बार अवमानना तो कोर्ट झेल सकता है पर यदि दोबारा आदेश के बाद भी भर्ती पूरी नही हुई ,,तो इन्हें विधाता भी नही बचा सकता है ।
ReplyDeleteसरकार के पास अब भर्ती न करने के अब कोई ठोस कारण नही बचे हैं ,,,इसलिए छोटे छोटे हथकंडे अपना रही है। कि शायद इसी बहाने कुछ देरी और सही ,,,पर यह सब ज्यादा से ज्यादा जुलाई तक ही चल पायेगा ,,,इससे ज्यादा नही ,,,,
ReplyDeleteसमय मांगने का एक विशेष मकसद कंट्रोवर्सी पैदा करना भी हो सकता है। तब तक सरकार 72825 के खिलाफ जूनियर को कोर्ट में खड़ा करके हथियार बनाने की कोशिश करेगी । और नयी बेंच से नया फैसला लेने की कोशिश करेगी । ताकि कंट्रोवर्सी पैदा हो सके ,, न चाहते हुये भी शिक्षा मित्रों के
ReplyDeleteके केस की तरह टीईटीयन्स को उधर भी हस्तक्षेप पर मजबूर कर देगी।
Good morning tmntbn Ji is deri se ek baat hi dimak me chal raha hai. Ki kahi pcs ki tarah isme me bhi apne logo ko khusa raha ho. iska Koi visvash nahi rah gaya hai.aap ko Kya lagta hai sir ispe jarur comment kare .jisase man me Utah rahe sawalo ka jawab mil jaye thanks
ReplyDeleteJai mata do.
Jai mata di
ReplyDeleteआज तो बे.शि.वि.स. वाष्णेय जी ने टीईटी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष गणेश दीक्षित जी को बुलाया है, देखते हैँ कौन सी नयी खुराख देते हैँ ।
ReplyDeleteआखिरकार बहुजन
ReplyDeleteसमाजवादी पार्टी को अपनी निकाली हुई 72825
भर्ती की याद आ ही गयी,,, आज विधान सभा मे
शिक्षक भर्ती को लेकर जमकर हँगामा हुआ जिस पर
बहुजन समाजवादी पार्टी ने वॉक आउट कर लिया ,,,
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट की अवमानना से बचने के
लिए सरकार की एक नयी चाल,,, सचिव "नीतीश्वर
कुमार" को हटाकर "हीरा लाल गुप्ता" को सचिव पद
सौंपा गया,,, अब नए सचिव कोर्ट मे कह सकते हैं कि मैंने
तो अभी सचिव पद ग्रहण किया है मुझे भर्ती के लिए
और टाइम दिया जाए... या हो सकता है सचिव
को शिक्षक भर्ती मे की गयी हीला हवाली के चलते
हटाया गया हो... कारण कई हो सकते हैं,,, कुल
मिलाकर सुप्रीम कोर्ट का प्रैशर बहुत है भर्ती जल्द से
जल्द होकर रहेगी... खबरें ये भी आ रही हैं कि जुलाई के
पहले हफ्ते मे डाटा संशोधन के लिए ऑनलाइन
हो जाएगा, लेकिन इस बारे मे कोई अधिकृत
सूचना मीडिया के हवाले से नहीं आ रही है ।
शुभ प्रभात मित्रों,
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
साथियों,
1- 72825 शिक्षक भर्ती मामले में राकेश यादव,अवनीश यादव, अनिल वर्मा, राजेश यादव एवं अन्य साथियों ने कल कोर्ट की अवमानना से सम्बंधित नोटिस संजय सिन्हा को सौंपा, जिसे उन्होंने हमारे सामने ही प्रमुख सचिव (बेसिक शिक्षा) को फैक्स कर दिया,,,साथ ही उन्होंने हमारे साथियों को ढांढस बँधाते हुए कहा की सरकार की मंशा चाहे जो हो लेकिन आप लोगों को न्याय अवश्य मिलेगा।
इसी अनुक्रम में आज गणेश दीक्षित, राकेश यादव और कुछ अन्य साथी आज बेसिक शिक्षा निदेशक दिनेश बाबू शर्मा और SCERT निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर एवं नवनियुक्त सचिव हीरालाल गुप्ता को भी न्यायालय की अवमानना से सम्बंधित नोटिस देने जायेंगे। इसके पश्चात पूर्वनियोजित कार्यक्रम के अनुसार विशेष सचिव (बेसिक शिक्षा) श्री विवेक वाष्णेय से सायं 5 बजे 72825 शिक्षक भर्ती मामले पर एक संक्षिप्त मुलाक़ात भी की जायेगी जिसकी सहमती पहले ही बन चुकी है।
2- शिक्षामित्र मामले में अशोक खरे को एडवांस के तौर पर बीस हजार रूपए दिए जा चुके हैं एवं बाकी पैसों का अधिकाँश भाग रिट फाइल होने से पहले ही देना होगा अतः जो टारगेट जिलाध्यक्षों को दिया गया है वे उसे शीघ्र ही अवनीश यादव जी के अकाउंट में भेजने का प्रयास करें ताकि आगामी किसी अड़चन से बचा जा सके। इसी क्रम में एक अफवाह/सूचना हमें मिली है की शिक्षामित्रों के विरुद्ध बेसिक रिट (संतोष मिश्र एवं राजेश पाण्डेय वाली) को कोई पेटिशनर रि-ओपन करवा रहा है एवं उसमें 3 जुलाई की हियरिंग डेट भी लग चुकी है,,इस अफवाह/सूचना की सच्चाई का पता किया जा रहा है और जल्द ही (आज शाम तक) इसके बारे में स्पष्ट जानकारी मिल जायेगी। यदि ये सूचना सत्य हुई तो यह हमारे खिलाफ सरकार का बहुत बड़ा षडयंत्र है क्योंकि हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक खरे जी ने स्पष्ट कहा है की ये बेसिक रिट हमारा ब्रह्मास्त्र है,,,और अब यदि कोई पेटिशनर धोखे से इसे री-ओपन करवाकर इस पर बहस करवाना चाहता है तो उसकी मंशा इस रिट को नेगेटिव मोड में डालने की होगी ताकि हम शिक्षामित्रों के प्रशिक्षण को अवैध करार ना दे सकें। आजकल सरकार अपने एजेंट ही डमी पेटिशनर के रूप में पेश करने में लगी हुई है अतः हमारा मोर्चा इस विषय में अतिसक्रिय है और किसी भी प्रकार की चूक नहीं होने देगा। राजेश पाण्डेय जी पूरे प्रकरण पर नजर बनाए हुए हैं यदि 3 जुलाई की डेट पड़ती भी है तो अशोक खरे जी को आकस्मिक योजना के तहत खड़ा किया जाएगा ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को टाला जा सके
ReplyDelete3- सुप्रीम कोर्ट में हमारा मामला जुलाई के प्रथम सप्ताह में लगने वाला है जिसमें सरकार को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए एक सीनियर एडवोकेट के तौर पर पी.एस.पट्वालियाजी को हायर करने की कोशिशें लगातार जारी हैं और उम्मीद की जा रही है की वे इस पर सहमती देंगें। यदि किन्ही अपरिहार्य कारणवश पटवालिया जी सहमत नहीं हुए तब वैकल्पिक रूप से उन्हीं जैसे एक तेजतर्रार और काबिल एडवोकेट पर सहमती बन चुकी है जिन्हें की आपात स्थिति में मैदान में उतारा जाएगा।
ReplyDelete4- जूनियर भर्ती मामले में अनिल चौधरी बराबर अपने अधिवक्ताओं के संपर्क में बने हुए हैं और पूरी तैयारी हो चुकी है,,,28 जून को कैवियेट डाल दी जायेगी।
ReplyDelete5- अंत में ,,,, मैं सभी टेट बंधुओं से निवेदन करूँगा की आगामी समय बहुत ही गहमागहमी भरा होगा और अफवाहों का भीषण दौर भी चलेगा,,आप लोग स्वविवेक से काम लें और हमारे अग्रणी बंधुओं को मानसिक शक्ति प्रदान करें,,अक्सर देखा जाता है की कोई फ़ालतू सी id कुछ भ्रामक अफवाह फैला देती है और टेट बंधुओं में हाहाकार मच जाता है,,कृपया अपने अनुभव/धैर्य का सहारा लें, कैबिनेट मीटिंग/अखबारों की न्यूज़ अथवा फ़ालतू id's की बकवास खबरों को दरकिनार करें और सच्चे योद्धा की तरह न्याय में आस्था रखें।
ReplyDeleteधन्यवाद।
जय हिन्द जय टेट।
विकीलीक्स ने स्विस बैंको में काला धन जमा करने वाले १३ भारतीयो की पहली सूची जारी की है- (धन की गणना करोड़ रु में है) 1- राजीव गाँधी (19800) 2 - ऐ राजा (7800) 3 - हर्षद मेहता (135800) 4 - केतन पारीख (8200) 5 - एच डी कुमारस्वामी(14500) 6 - लालू प्रसाद यादव (28900) 7 - जे एम् सिंधिया (9000) 8 - कलानिधि मारन (15000) 9 - एम् करूणानिधि (35000) 10 - शरद पवार (28000) 11 - सुरेश कलमाड़ी (5900) 12 - पी चिदम्बरम (32000) 13 - राज फाउंडेशन (189008) कृपया देश को जानकारी देने के लिए इसे आगे प्रसारित करें ....! भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए सहयोग कर
ReplyDeleteMERE TET SUPPORTER SATHIYO...
ReplyDelete1) jaisa ki hamare pradesh adhyax ganesh dixit 2 din pahle b.s.p ke neta swami prasad maurya se mile aur sikshak bharti ka pura matter aur suprime court ka order dikhaya tha aur hamare mamle ko vidhansbha me uthane ki apeal ki thi..jis par unhone pura bharosha diya tha aur jaisa ki aaj b.s.p neta ki taraf se ye mamla sadan me jor shor se guja aur b.s.p sadasy sarkar ka is visay par javab sunkar bhadak gye aur sadan se walkout kar diya..jiska jbardast asar pda aur 72825 bharti ko deri krne ke karan tatkal basik sachiv niteshwar kumar ko hta diya gya.aur H.L.gupta ko new basik sachiv bnaya gya hai.
hamare vidhi adhyax s.k.pathak ki taraf se basik sachiv sanjay sinha ko reminder notice diya gya ki court ki avmanna karne ke karan aap par ham avmanna karne ja rahe hai..halaki iska koi kanuni auchity nai hota kyuki sachiv ko sb pta hai ki hamne court ka aadesh na mankar avmanna kiya hai use yad dilana ek aupcharikta hai..jb tak s.c se notice sachiv ko nai bheja jayega tb tak ye nai manege..isliye avmanna jald dayar hoga taki 30 june ko suprime court khulne ke bad jald us par sunwai ho ske..
ReplyDeletedosto kal hamare pradesh adhyax ko basik siksha ke visesh sachiv vivek vasney ne bulaya hai ,kal unki taraf se agar ku6 apni bharti ke jald hone ke visay me byan aaya to theek warna 30 june ki puri taiyari rakhe..hame lagatar dabav bnaye rakhna hai ,aur 30 june ko ham punah vidhan sbha gherenge taki vidhan sbha ke chal rahe maujuda satra me sabhi vipaxi party ek sath hmare visay par s.p ko ghere..30 ko aandolan hona isliye jaruri hai ki vidhan sbha ke satra chalne ke karan is par jyada dabav bn skta hai..thanx
ReplyDeleteनिशाना एक नही तीन है
ReplyDeleteपहला प्राइमरी पर सरकार को अगली डेट पर समय सीमा बहुत ही कम मिलने देना
जूनियर पर कैविऐट डालना ताकि कोई मनमानी न कर सके और चुपके से भर्ती में जूनियर के सहारे आदेशों में मतभेद न पैदा किया जा सके। जिसकी आंच आगे चलकर 72825 पर भी न पड सके
शिक्षा मित्रों को हर हाल में रोकना ,
मोर्चा अपने वापस फार्म में लौट चुका है। दुश्मन की हर चाल को नेस्तनाबूत करके ही छोडेगा ।
अवनीश जी के एकाउंट मे सहयोग करें और करवायें
SABHI TET VIRO SE ANURODHA HE KI SHIKSHA SHATRU KO ROKANE KE LIYE AARTHIK MADAD KARE........
ReplyDeleteAVANISH YADAV
SBI, A/C NO. 32980061185
IFSC CODE.....SBIN0011182
BRANCH. SANDI, HARDOI
AAP SABHI YEH SUNISCHIT KARE KI AAP KA PAISA AAP KE HI KAAM AAYE KISI ANYA KI AYYASI ME NH
टेट मोर्चा को नए प्रमुख सचिव बेसिक
ReplyDeleteशिक्षा को एक रिप्रजेंटेशन देना होगा जिससे
सुप्रीम कोर्ट में अवमानना कार्यवाही संभव
हो क्योकि अवमाना केस inperson होता है न
की किसी पद विशेष पर।।
जवाबदेही पद की होती है ,,,,,पदेन व्यक्ति की नहीं । क्या नीतीश्वर कुमार भगवान को प्यारे हो गए होते तो अवमानना का केस न बनता । सचिव का जेल जाना सरकार के जेल जाने के बराबर होता है ।
ReplyDeleteशिक्षा मित्रोँ को यह बता दो कि शिक्षा मित्रोँ के जी ओ में यदि जूनियर बेसिक स्कूल में नियुक्ति की बात लिखी है तो सत्य है क्योकि जूनियर बेसिक स्कूल का मतलब प्राइमरी स्कूल ही होता है और सीनियर बेसिक स्कूल का मतलब उच्च प्राथमिक विद्यालय होता है ।
ReplyDeleteहमारे माननीय मुख्यमंत्री जी बडे बेशर्म हैँ । ये ऐसे हमारी नियुक्ति नहीँ करेगेँ । इन बेशर्म महोदय को और भी ज्यादा बेशर्म कर दिया जाय । सभी टी.ई.टी. वीरोँ से अनुरोध है कि मुख्यमंत्री को लिफाफे मेँ एक चिट्ठी के साथ एक चूडी भेजा जाय ।
ReplyDeleteSCERT द्वारा सभी डाइटो को 24 जून
ReplyDeleteदोपहर 12 बजे तक सही फ़ारमैट मे
डाटा भेजने को कहा गया है अभी तक
जो डाटा सभी डाइट
द्वारा भेजा गया था उसमे केवल 14 डाइट
का डाटा सही फ़ारमैट मे था ।
(सूचना द्वारा आनंद अभिषेक श्रीवास्तव)
अब तो लगता है कि भर्ती ऑफलाइन
ही होती तो ज्यादा अच्छा होता,,,
भर्ती जल्दी हो सके इसलिए ऑनलाइन
भर्ती का फैसला लिया गया,,, लेकिन
यहाँ तो सब उल्टा हो रहा है । डाइट वाले
हमारी सोच से भी ज्यादा गए गुजरे निकले ।
30 jun ki taiyari jari rakho..
jai hind....
Humare sbhi tet Supporter mitro, me aapko suchit karna chahta hu ki, humare 3 june ke aandolan me Akhilesh govt dwara karaye gye lathicharge ke virodh me, NATIONAL HUMAN RIGHT COMMISSION me ki gyi complaint ko accept kar liya gaya he. complaint reg. no. is 19945/24/48/2014. Is complaint pe jald hi action liya jayega.
ReplyDeleteyeh letter Honble justice Shri H.L.DATTU & Shri S.A.BOBADE JI KO BHI BHEJ DIYA GYA HE,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ABHI UNKA REACTION DEKHNA BAAKI HE.............
30जून !!
ReplyDelete30 जून !!
30 जून
ये तारीख अपने दिमाग में ,,,, अपने दिल में ,,,,,अपनी दिनचर्या में ,,,,,अपने होश में,,,,,अपने जोश में,,,,अपने आप में,,,, अपने जज्बात में,,,,,अपने हर साथी के जीत के आत्मविश्वास में ऐसा भर दो ताकि यह तारीख आने वाले समय में सरकार और हमको ,,,,दोनों को कुछ ऐसा यादगार समय दे जाये ताकि सरकार की आगे से कुछ गलत करने की हिम्मत न पड़े और अखिलेश यादव सपने में भी हमारी आवाज से चौंक जाये,,,,,,,,,,,,,
और हमारे आंदोलन से प्रेरित होकर पूरा समाज उससे एक सीख ले सके । साथ ही साथ पत्रकारिता जैसे निर्मल और पवित्र कार्य को मुर्गे की दो टांगों और अंग्रेजी शराब के 3 प्यालों के लिये नेताओं के लिये रखैल बना देने वाले पत्रकारों को भी इससे उनकी औकात पता चल सके,,,,,,,, जिनका कार्य अब सत्य से हटकर सिर्फ और सिर्फ अपने व्यक्तिगत कार्य और लाभ नेताओं से निकालने तक सीमित रह गया है । जिस प्रकार का षडयंत्र इस सरकार और लुच्चे पत्रकारों ने मिलकर हमारे विरूद्ध किया है क्या इसका बदला आप नहीं लेना चाहेंगे ?
ReplyDeleteएक बार जहाँ हमारी हजारों की भीड़ विधान सभा के सामने अखिलेश सरकार का 2014 के बाद 2017 का सपना चीरने में कामयाब हो गयी,,,वहाँ यह स्वयं अपनी औकात में आ जायेगी । इसलिये मेरे साथियों एक दिन का समय आप जरूर दें और अपने साथियों को उसके लिये प्रेरित करें । उनको समझायें,,,,,,अपने साथ जोड़े,,,,,,प्राइवेट स्कूलों की जंजीरों से एक दिन के लिये मुक्त होने के लिये कहें ,,,,,,मुझे बड़ा अफसोस होता है कि प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने वाले हमारे साथी टेट में अच्छे नम्बर प्राप्त करने के बावजूद सिर्फ एक दिन की 150 रूपये की तंख्वाह कट जाने के डर से हमारे आंदोलन में शामिल नहीं होते ,,,,,,,मैं ऐसे मित्रों को बताना चाह्ता हूँ कि क्या यही 150 आपकी जिंदगी सुधार देंगे ,,,,,,ऐसे मैनेजरों की गुलामी क्या उचित है ?????????जो कि अगले महीने की 15 तारीख बीत जाने के बाद भी बिना माँगे आपकी सेलेरी के 3500 या 4500 भी नहीं देते ????? ,,,,,क्या आप अपना सामाजिक स्तर इतना ही समझते हैं,,,,????? ,क्या इसी को अपना भविष्य बनाना चाह्ते हैं ,,,,,?????? या मात्र इतने से ही अप संतुष्ट हैं,,,,,,,
ReplyDeleteऔर साथ में महीने में एक बार अपने मैनेजर के कटु और व्यंगात्मक वचनों को भी अपना अमृतपान समझते हैं ,,,,,क्या आप अपने बच्चों की छोटी – छोटी ख्वाहिशें तक भी इससे पूरी कर सकते हैं ,,,,....मुझे पता है इसका जवाब होगा नहीं ,,,,,,तो फिर काहे की जी हुजुरी और गुलामी ???????,,,,,30 तारीख को निकलिये,,,,हमारे साथ आइये,,,,,,संघर्ष को आगे बढ़ाईये,,,,,अपनेआत्म सम्मान की रक्षा कीजिये,,,,,,,,अपने गौरव यूँ 5000 के लिये मत बेचिये,,,,,,,,अपने टेट के नम्बरों की औकात को समझिये,,,,,,,समाज और अपने प्रबन्धकों के कटु और आलोचनात्मक वचनों का जवाब दीजिये,,,,,,,,,,,हर उस व्यक्ति को मुँह तोड़ जवाब दीजिये जिसने सिर्फ एक बात आपसे कही कि सरकार कुछ भी कर सकती है,,,,,इस हरामखोर सरकार को उसकी मंशा को जड़ से उखाड़ फेँकने में हमारी मदद कीजिये,,,,,,,, अब तो सर्वोच्च न्यायालय ने भी हमको कुन्दन की तरह पवित्र माना है तो किस बात की चिंता................ मेरे मित्रों यह जो कुछ भी हम कर रहे हैं अपने उज्जवल भविष्य के लिये कर रहे हैं.....इसलिये इस समय हताश और निराश होने की अपेक्षा मजबूती से डटकर सामना करने में हमारा ज्यादा फायदा है ,,,,,
ReplyDeleteहर जोर जुल्म की टक्कर से
ReplyDeleteसंघर्ष हमारा नारा है।।।
दोस्तों हमें अभी न्याय नही मिला है।। जब हम नियुक्ति पत्र पाकर स्कूल में न पहुँच जाय तब तक कदम कदम पर संघर्ष करना होगा हमें।।। तो दोस्तों टेट का एक और आन्दोलन 30 जून को लखनऊ में है।। आप अपनी जॉब के लिए आइये और इस सरकार से अपनी जॉब को छीन लीजिये।।। हम हर तरह से मजबूत है कानूनी रूप से भी और मानसिक रूप से इस सरकार ने मजबूत बना दिया है।। तो दोस्तों आइये एक बार फिर नवाबो की नगरी में टेट शन्हशाहो की तरह ।।
जय टेट
सुप्रीम कोर्ट अपडेट !!!!!!!!!!!!!!!!!!!
ReplyDelete१) संभवतः ४ जुलाई के आस पास तारीख लग जाएगी |
२) इस डेट पे कोई कंटेम्प्ट नहीं होना चाहिए दत्तू सर की प्रक्रिया का खुद वेट करिये क्यूंकि सराहनीये जज हैं और मामले को अपने आप संज्ञान में लेंगे और इसे ही कंटेम्प्ट मानेंगे , उनपे डिपेंड होने का कारण है की अब तक उन्होंने ही सबकुछ किया है केस में तो उनकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा करें , कंटेम्प्ट उसके बाद भी हो सकता है |
३) पहली डेट पे कोई भी सीनियर वकील न खड़ा किया जाये बाकी मंत्री गण की सोच है क्यूंकि सीनियर वकील २५ मार्च को कितनी तोप चलाये थे दिख गया था |
४) ए.ओ.आर आनंद रमन तिवारी बहुत बढ़िया ऑप्शन है , बाकी और भी ए.ओ.आर तो आएंगे ही क्यूंकि नोटिस इशू होने का डर रहता है , अनिल कुंडू जी को उनका पेमेंट भी किया जाये |
४) ए.ओ.आर शारदा देवी जी भी शायद प्रेजेंट रहेंगी बाकी अनिल बाघपत भाई से बात करके बताऊंगा |
५) सुजीत सिंह जी भी शायद मीनाक्षी अरोरा जी को खड़ा करेंगे |
६) देखिये सीनियर अधिवक्ता का कुछ नहीं होना है इस डेट पे परन्तु आज एक चीज़ जरूर कहूँगा की शरण साहब होते तो शायद !!!!!!!!!!!
७) परन्तु केस में लगी डेट की महत्वता को समझिए इस डेट पे कुछ नहीं होना है सारा खेल दत्तू सर का है |
८) उपरोक्त बातें इसलिए भी हैं क्यूंकि हमारी टीम्स के बीच में परस्पर सम्बन्ध नहीं है तो कोई एक सीनियर अधिवक्ता टेट मोर्चा नहीं कर सकता है और बाकी ये अपील भी है मेरी की सभी साथ आएं |
९) कंटेम्प्ट करने के लिए पर्याप्त समय है वो भी हो जाएगा अगर दत्तू सर से इन्साफ नहीं मिला तो बाकी ये बात एक अतिश्योक्ति है क्यूंकि सब उनका बेहवे जानते हैं |
१०) सभी को आज से ही इस विचार पे सोचना चाहिए ब्रीफिंग करने पहुंचें |
आखिरकार सपा सरकार ने नीतीश्वर बाबू पर
ReplyDeleteआरोप तय कर दिए कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के
आदेश के बावजूद भी नियति समय
में ७२८२५ शिक्षकों की भर्ती नहीं की।
वस्तुतः मुझे पता था कि यह होगा।
अपने विवाद में हाई कोर्ट के इतने जजों ने हाथ
डाला कि एक अनूठा रिकॉर्ड भी बन गया है।
जस्टिस सुधीर अग्रवाल
जस्टिस अरुण टंडन
जस्टिस बी अमित अस्थालेकर
जस्टिस अजय लाम्बा
जस्टिस वीके शुक्ल
जस्टिस डीपी सिंह
जस्टिस सुशील हरकौली
जस्टिस सुनील अम्बवानी
जस्टिस भरत भूषण
जस्टिस भारती सप्रू
जस्टिस मनोज मिश्र
जस्टिस अशोक भूषण
जस्टिस विपिन सिन्हा
जस्टिस एपी शाही
जस्टिस पीकेएस बघेल ।
जस्टिस एलके महापात्रा
तीन चीफ जस्टिस हुए।
जस्टिस अमिताब लाला
जस्टिस शिवकीर्ति सिंह
जस्टिस धनञ्जय चन्द्रचूड
बेसिक सचिव
अनिल संत
सुनील कुमार
नीतीश्वर कुमार
हीरालाल गुप्ता
मुख्यमंत्री
मायावती
अखिलेश यादव।
सुप्रीम कोर्ट के जजों की चर्चा नहीं कर रहा हूँ।
अब अगर किसी का इस सरकार को डर है तो सिर्फ
दत्तू साहब का डर है।
पत्नी – “इतने लेट कैसे हो गए, क्या अपनी ऑफिस वाली के साथ
ReplyDeleteपिक्चर देखने गए थे ?”
पति – “कभी तो शक मत किया कर,शादी की पहली रात से
ही शकीली निगाहों से देखती है …”
पत्नी – “तो फिर 7 बजे घर आने का टाइम होने के बाद भी रात के 10
बजे घर आ रहे हो ?”
पति – “बात ये हुई थी कि एक आदमी का 1000 रुपये का नोट गुम
हो गया था … ”
पत्नी – “अच्छा …तो तुम क्या ढूँढने में मदद कर रहे थे ?”
पति – “नहीं … मैं उस नोट के ऊपर खड़ा था !”
पत्नी – “लाओ कहां है वो नोट ?”
पति – “ये ले 100 रूपए !”
पत्नी – “सिर्फ 100 ! बाकी 900 कहां गए ?”
पति – “असल में एक लड़की ने मुझे नोट उठाते हुए देख लिया था तो उसे फिल्म
दिखानी पड़ी, बर्गर खिलाना पड़ा और फिर उसे अपनी बाइक पर घर छोड़ कर आया …
तब जाकर तुम्हारे लिए ये 100 रुपये बचाकर ला पाया हूँ …
सोचा तुम्हारी पानी-पूरी का इंतजाम हो जाएगा … तुम्हे बहुत पसंद हैं ना ?
पत्नी – “आप मेरा कितना ख़याल रखते हो और मैं हूँ कि बेवजह आप पर शक कर
रही थी..........................iiiiii
आओ थोड़ा हस लें -
ReplyDelete.
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मछली जल कि रानी है -:-
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इसका नया वर्जन ..
पत्नी घर की रानी है ,
करती अपनी मनमानी है ,
काम बताओ तो चिढ़ जाएगी ,
शौपिंग कराओ तो खिल जाएगी
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चूहा पार्टी में 4 पैग लगाकर मस्त था।
बिल्ली बोली: आज पार्टी ना होती तो मैं तुझे खा जाती।
चूहा: चली जा साली, वर्ना लोग कहेंगे नशे में औरत पे हाथ उठा दिया।
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मोहब्बत हो जाये या मच्छर काटे अंजाम एक ही होता है;
क्या?
रात को नींद नहीं आती।
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बूढ़ी महिला: यमराज जी, मुझे वक़्त से पहले क्यों उठा लिया?
यमराज: बुढ़िया दिमाग मत चाट, मार्च में क्लोजिंग (closing) थी, टारगेट पूरा करना था।
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हरयाणवी जाट का बच्चा साइकिल चलाते-चलाते एक लड़की से टकरा गया।
लड़की बोली: घंटी नहीं मार सकता क्या?
जाट: री छोरी, बावली है के? पूरी साइकिल मार दी इब घंटी के अलग ते मारुं के?
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पुलिस (चोर से): वादा करो आगे से जेब नहीं काटोगे।
चोर बोला,"मैं वादा करता हूँ, अब आगे से नहीं पीछे से जेब काटूंगा।"
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पठान ने मछली पकड़ी और घर आया तो देखा:
ना गैस, ना आटा, ना बिजली और ना तेल।
पठान वापस मछली को नदी में फेक आया।
मछली चिल्लाई,"कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद,
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डॉक्टर: आपके लिए दो ख़बरें हैं एक अच्छी और एक बुरी।
मरीज: अच्छी वाली खबर क्या है?
डॉक्टर: आपके मरने में सिर्फ 24 घंटे बाकी हैं।
मरीज (आश्चर्य से) बोला: क्या! और बुरी खबर?
डॉक्टर: मैं आपको यह बात कल बताना भूल गया.
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बच्चा: दूध पीने से रंग गोरा होता है?
डॉक्टर: हां, होता है।
बच्चा: झूठ, फिर भैंस का बच्चा काला क्यों होता है?
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डॉक्टर: कैसे आना हुआ?
मरीज: डॉक्टर साहब, तबीयत ठीक नहीं है, लीवर में दर्द हो रहा है।
डॉक्टर: दारु पीते हो?
मरीज: हाँ, पर छोटा पैग ही बनाना।
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डॉक्टर: आपके तीन दांत कैसे टूट गए?
मरीज: पत्नी ने कड़क रोटी बनाई थी।
डॉक्टर: तो खाने से मना कर देते।
मरीज: वही तो किया था।
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खुद को करो कंजूस इतना;
कि हर SMS भेजने से पहले;
सर्विस सेंटर वाले खुद कॉल करके पूछें;
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क्या आप सच में इसे भेजना चाहते हैं, या सेंडिंग (sending) फेल कर dun
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एक बच्चा पैदा होते ही नर्स से बोला: मोबाइल है क्या?
नर्स: करेगा क्या?
बच्चा: कुछ नहीं भगवान् को मिशकॉल करनी है कि मैं पहुँच गया हूँ।
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डॉक्टर मरीज़ से बोला,"अगर तुम मेरी दवा से ठीक हो गए तो मुझे क्या इनाम दोगे?"
मरीज़: मैं कब्र खोदता हूँ, आपकी कब्र फ्री खोद दूंगा।
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महिला डॉक्टर: तुम रोज़ सुबह क्लीनिक के बाहर खड़े होकर औरतों को क्यों घूरते हो?
आदमी: जी आप ने ही लिखा है, "औरतों को देखने का समय सुबह 9 बजे से 11 बजे तक।"