प्रशिक्षु अध्यापकों की भर्ती का रास्ता खुला ,
UTET : टीईटी के खिलाफ याचिकाएं खारिज
अमर उजाला ब्यूरो
देहरादून। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास कर चुके बीएड उपाधिधारकों के प्रशिक्षु शिक्षक बनने का रास्ता खुल गया है। नैनीताल हाईकोर्ट ने टीईटी परीक्षा और ट्रेनी शिक्षकों की भर्ती को चुनौती देने वाली सभी 371 याचिकाएं खारिज कर दी।
जस्टिस तरुण अग्रवाल की अदालत में चल रहे इस प्रकरण में विद्यालयी शिक्षा विभाग के पक्ष को वाजिब माना गया। पिछले दिसंबर में इस भर्ती प्रक्रिया को अदालत ने स्टे कर दिया था। नियमित बीटीसी कर रहे प्रशिक्षुओं ने नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती दी थी। उनका कहना था कि जिन पदों के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उन्हीं पदों को विद्यालयी शिक्षा विभाग टीईटी के जरिए भर रही है। वहीं कुछ याचिकाएं टीईटी में पूछे गए प्रश्नों को लेकर थीं। कुल 371 रिटें थी।
विद्यालयी शिक्षा निदेशालय की ओर अदालत को बताया गया कि महकमे में शिक्षकों के कुल 4805 पद रिक्त हैं। जिसमें से करीब 1200 पद नियमित बीटीसी प्रशिक्षुओं के लिए आरक्षित रखा गया है। शेष पदों में से 700 पदों पर शिक्षा आचार्य और 868 पत्राचार बीटीसी प्रशिक्षुओं की भर्ती होनी है। इसके अलावा जितने पद बचते हैं उन पर बीएड उपाधिधारकों को टीईटी के माध्यम से नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस नियुक्ति प्रक्रिया में नियमित बीटीसी कर रहे प्रशिक्षुओं का हित कहीं भी प्रभावित नहीं हो रहा है। महकमा नए सिरे से प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया अब जल्द शुरू कर देगा।
यह होगी भर्ती व्यवस्था
टीईटी उत्तीर्ण कर चुके बीएड उपाधिधारकों को डायट वार और वर्षवार अपने-अपने जिले में चयनित किया जाएगा। चयन के बाद उन्हें छह महीने का विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रशिक्षण पास करने वाले अभ्यर्थियों को उस समय की प्रचलित नियमावली के अनुसार नियुक्ति दी जाएगी।
News : Amar Ujala (9.5.12)
Uttarakhand (nainital)high court ka decision u.p.(allahabad)high court k liye nazeer aur government k liye meel ka patthar sabit hogi.
ReplyDeleteChalo kahi se to KHUSHKHABRI aae!
ReplyDeleteUttarakhand high court ka decision
alld Hc k liye sabak ho sakta hai...
All TET passed friends,aane wala pal naya savera lekar aayega. Hum sab jarur zeetenge.kyoki andhera jitna bhi lamba ho suraj ko nigal nahi sakta. Alok Singh 'rajpoot'(jaunpur).
ReplyDeleteYahi decision u.p. K liye bhi aayega.
ReplyDeleteJis tarah se u.p.government k besic edu. Minister ne Mananiy High Court me nirdayadheen vigyapti case me apne faisle se hume avgat karaya hai,usse yah spasht hai ki government k is minister k paas kitni jankari hai. Minister sahab par mananiy high court ki avmanana ka abhiyog lagate huwe post se resign mang lena chahiye.Aise nirakchhar aur anpadh log sapa sarkar me mantri pad ko sushobhit kar rahe hain.aise hi log nakal karwakar acedemik merit k adhar par service dene ki baat kahte hain.Ek sarkar me jail k andar rahne wala dusri sarkar me jail mantri ban jata hai,kaisi vidambma hai.Be unite friends aagami sabhi elections me hum sapa sarkar ko iska jawab zarur denge.Jyada nahi kahunga. Aapka TET friend- Alok Singh'rajpoot' (JNP).
ReplyDeleteaaj chat box kun nahi chal raha hi
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