UPTET , 72825 Teacher Recruitment,आवेदन छांटने के काम में लगाए गए बीटीसी प्रशिक्षु
जौनपुर। परिषदीय विद्यालयों में 72825 पदों पर सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए आए आवेदन पत्रों की छंटाई का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है। काम को जल्दी समेटने के लिए बीटीसी प्रशिक्षुओं को भी इसी काम में लगा दिया गया है। पिछले 15 दिन से बीटीसी प्रशिक्षुओं को ट्रेनिंग देने के बजाए इसी काम में लगाया गया है। आवेदन पत्रों को कंप्यूटर में फीड करने का काम रात में भी किया जा रहा है। इसके लिए दो जनरेटर भी लगाए गए हैं। कंप्यूटर में फीड किए गए आवेदनों में कोई खामी न रह जाए, इसके लिए फीडिंग की रैंडम चेकिंग भी की जा रही है।
72825 पदों पर शिक्षक भर्ती के लिए जिले में एक लाख 46 हजार 79 आवेदन आए हैं। आवेदन पत्रों में तमाम खामियों को ठीक करने के लिए मंगाए गए प्रत्यावेदन की डिटेल कंप्यूटर में फीड की जा रही है। डायट परिसर में यह काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। कंप्यूटर पर दिन रात काम किया जा रहा है। दिन और रात के लिए अलग अलग शिफ्ट में कंप्यूटर आपरेटरों की ड्यूटी लगाई गई है। बिजली की समस्या से निबटने के लिए यहां दो-दो जनरेटर लगाए गए हैं। फीडिंग में कोई खामी न हो, इसके लिए डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता डा. सच्चिदानंद यादव खुद रैंडम जांच कर रहे हैं। सामान्य, पिछड़ी जाति, ओबीसी, महिला, विकलांग और विज्ञान वर्ग आदि वर्ग के आवेदनों को अलग करने के लिए बीटीसी प्रशिक्षुओं को लगाया गया है। इस काम में लगाए गए बीटीसी प्रशिक्षुओं की क्लास बंद कर दी गई है। ट्रेनिंग की बजाए उनसे प्रत्यावेदनों की छंटनी के काम में मदद ली जा रही है। नाम न छापने के अनुरोध पर बीटीसी की एक छात्रा ने कहा कि पिछले 15 दिनों से उन्हें सुबह से शाम तक यही काम करना पड़ रहा है। हालांकि इस संबंध में डायट के प्रभारी प्राचार्य संतोष कुमार सिंह का कहना है कि अभी दो दिन पहले उन्होंने कार्यभार संभाला है। कार्यभार ग्रहण करने के बाद मीटिंग में लखनऊ आए हैं। इस नाते ऐसी कोई जानकारी उन्हें नहीं है। अगर बीटीसी प्रशिक्षुओं से यह काम लिया जा रहा है तो गलत है
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जौनपुर। परिषदीय विद्यालयों में 72825 पदों पर सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए आए आवेदन पत्रों की छंटाई का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है। काम को जल्दी समेटने के लिए बीटीसी प्रशिक्षुओं को भी इसी काम में लगा दिया गया है। पिछले 15 दिन से बीटीसी प्रशिक्षुओं को ट्रेनिंग देने के बजाए इसी काम में लगाया गया है। आवेदन पत्रों को कंप्यूटर में फीड करने का काम रात में भी किया जा रहा है। इसके लिए दो जनरेटर भी लगाए गए हैं। कंप्यूटर में फीड किए गए आवेदनों में कोई खामी न रह जाए, इसके लिए फीडिंग की रैंडम चेकिंग भी की जा रही है।
72825 पदों पर शिक्षक भर्ती के लिए जिले में एक लाख 46 हजार 79 आवेदन आए हैं। आवेदन पत्रों में तमाम खामियों को ठीक करने के लिए मंगाए गए प्रत्यावेदन की डिटेल कंप्यूटर में फीड की जा रही है। डायट परिसर में यह काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। कंप्यूटर पर दिन रात काम किया जा रहा है। दिन और रात के लिए अलग अलग शिफ्ट में कंप्यूटर आपरेटरों की ड्यूटी लगाई गई है। बिजली की समस्या से निबटने के लिए यहां दो-दो जनरेटर लगाए गए हैं। फीडिंग में कोई खामी न हो, इसके लिए डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता डा. सच्चिदानंद यादव खुद रैंडम जांच कर रहे हैं। सामान्य, पिछड़ी जाति, ओबीसी, महिला, विकलांग और विज्ञान वर्ग आदि वर्ग के आवेदनों को अलग करने के लिए बीटीसी प्रशिक्षुओं को लगाया गया है। इस काम में लगाए गए बीटीसी प्रशिक्षुओं की क्लास बंद कर दी गई है। ट्रेनिंग की बजाए उनसे प्रत्यावेदनों की छंटनी के काम में मदद ली जा रही है। नाम न छापने के अनुरोध पर बीटीसी की एक छात्रा ने कहा कि पिछले 15 दिनों से उन्हें सुबह से शाम तक यही काम करना पड़ रहा है। हालांकि इस संबंध में डायट के प्रभारी प्राचार्य संतोष कुमार सिंह का कहना है कि अभी दो दिन पहले उन्होंने कार्यभार संभाला है। कार्यभार ग्रहण करने के बाद मीटिंग में लखनऊ आए हैं। इस नाते ऐसी कोई जानकारी उन्हें नहीं है। अगर बीटीसी प्रशिक्षुओं से यह काम लिया जा रहा है तो गलत है
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