Thursday, October 4, 2012

UPTET - ताकि शिक्षक भर्ती में न हो भेदभाव शिक्षक भर्ती गुणांक मेरिट पर


UPTET - ताकि शिक्षक भर्ती में न हो भेदभाव

शिक्षक भर्ती गुणांक मेरिट पर 

जागरण ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 72,825 पदों पर बीएड डिग्रीधारकों के चयन में यूपी बोर्ड से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को कम नंबरों के कारण नुकसान न उठाना पड़े, शासन स्तर पर अब यह सुनिश्चित करने के उपाय ढूंढे़ जा रहे हैं। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं कराने वाले विभिन्न बोर्ड और अलग-अलग विश्वविद्यालयों द्वारा दिए जाने वाले नंबरों के बीच समतुल्यता कैसे स्थापित की जाए, इस बाबत शासन ने बेसिक शिक्षा निदेशक, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक और सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से प्रस्ताव मांगा है। 72,825 शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए पहले टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारकों का मेरिट के आधार पर चयन कर उन्हें छह माह का विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें नियुक्ति दी जाएगी। विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण के चयन के लिए जो मेरिट तैयार की जाएगी, उसके लिए अभ्यर्थी को हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और स्नातक स्तरों पर हासिल हुए प्राप्तांक प्रतिशत के क्रमश: 10, 20 व 40 प्रतिशत को जोड़ा जाएगा। इसके अलावा यदि वह बीएड प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण है तो उसके लिए उसे 12 नंबर, द्वितीय श्रेणी के लिए छह और तृतीय श्रेणी के लिए तीन नंबर दिए जाएंगे। चूंकि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं में सीबीएसई तथा आइसीएसई/आइएससी की तुलना में कम नंबर मिलते हैं। इसलिए यूपी बोर्ड की परीक्षाएं उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी मेरिट में पिछड़ जाते हैं। शासन स्तर पर यह भी सोचा जा रहा है कि कुछ विश्वविद्यालय नंबर देने में उदार हैं, जबकि कुछ अन्य में कम नंबर दिए जाते हैं। जिन विश्वविद्यालयों में कम नंबर दिये जाते हैं, उनसे स्नातक व बीएड करने वाले छात्रों को भी शिक्षक भर्ती में नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में विभिन्न बोर्ड और विश्वविद्यालयों द्वारा दिये जाने वाले अंकों में समतुल्यता स्थापित करने के लिए शासन ने संघ लोक सेवा आयोग और लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में लागू स्केलिंग प्रक्रिया की तर्ज पर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय और एससीईआरटी से प्रस्ताव मांगा है


SBTC - विशिष्ट बीटीसी में दस फीसद आरक्षण मांगा
जागरण संवाददाता, लखनऊ : विशिष्ट बीटीसी में विशेष शिक्षकों को दस फीसद आरक्षण और स्थायी नियुक्ति की मांग को लेकर विशेष शिक्षक एवं अभिभावक एसोसिएशन ने मंगलवार को धरना दिया। धरना देने वालों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन भी एडीएम को सौंपा है। विशेष शिक्षक एवं अभिभावक एसोसिएशन के अध्यक्ष मुन्ना लाल शुक्ला ने मंगलवार को धरना स्थल पर एकत्र विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि परिषदीय शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में स्वीकृत पदों के सापेक्ष रिक्त पदों पर तैनाती होती रही है। शिक्षा मित्रों के लिए दस फीसद आरक्षण का कोटा निर्धारित किया गया है जबकि विशेष शिक्षकों को उक्त लाभ नहीं दिया जा रहा है। विशेष शिक्षकों को भी यह लाभ दिया जाना चाहिए। धरना में प्रदेश के कई जिलों से सैकड़ों विशेष शिक्षकों ने हिस्सा लिया


Source - Jagran
4-10-2012 / http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-10-04&pageno=12 (Page No. 12)
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It looks BLOG Post is seen by many people, Same points raised on this BLOG like changes in IIT Selection pattern, INSPIRE Fellowship (DST, Govt. India) etc.

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