UPTET : ALLAHABAD HIGHCOURT DOUBLE BENCH DB JUDGEMENT REGARDING STAY FOR 72825 TEACHERS RECRUITMENT
STAY MATTER ALONG WITH OTHER ISSUES TRANSFER TO LARGER BENCH
SEE HEARING DETAILS -
HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD
?Court No. - 33
Case :- SPECIAL APPEAL No. - 150 of 2013
Petitioner :- Navin Srivastava And Others
Respondent :- State Of U.P. And Others
Petitioner Counsel :- Abhishek Srivastava,Shashi Nandan
Respondent Counsel :- C.S.C.,Bhanu Pratap Singh,C.B.Yadav
Hon'ble Sushil Harkauli,J.
Hon'ble Manoj Misra,J.
From the arguments of the learned counsel appearing on behalf of the parties, it has transpired that in this bunch of appeals the contention of the selected candidates is that Teacher Eligibility Test (TET) should be upheld and for selection/appointment the merit of the candidates should be calculated as per the marks obtained by them in the TET test in accordance with the Rules as were in force at the relevant time.
It has been pointed out that there is a reference to a larger Bench, which is pending and which involves the question as to whether candidates having certain educational qualifications would also be eligible to be considered for appointment on these very� posts without requirement of undertaking the TET.
If, in that reference, it is held that some candidates are entitled to be considered for the appointment, without undertaking the TET, it is obvious that their comparative merit vis-a-vis the present candidates cannot be computed.
The case in which the reference has been made is writ petition No.12908 of 2013 and the date of making the order of reference by the learned single Judge is 8th March, 2013.
Therefore, it would appear to be desirable either that the reference is answered first, before taking a decision on this bunch of appeals, or the bunch of appeals are connected and heard along with the reference.
Let papers of these cases be placed before Hon'ble the Chief Justice for taking such decision in the matter, as he may deem fit. This order will cover Special Appeal Nos.149 of 2013, 152 of 2013, 159 of 2013, 161 of 2013, 205 of 2013, 206 of 2013 and 220 of 2013.
The affidavits, which have been filed today in the Court by the parties in this bunch of appeals, are taken on record. The interim order will continue till the next date of listing.
Order Date :- 12.3.2013.
Rks.
(Manoj Misra, J.)������������ (Sushil Harkauli, J.)
SOURCE : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2436807
टीईटी में कुछ और अफसरों पर गाज संभव लखनऊ (ब्यूरो)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2011 मेंधांधली में कुछ और अफसरों पर गाज गिर सकती है। गुपचुप तरीके से इसकीविभागीय जांच कराने की भी योजना है। इसमें यह पता लगाया जाएगा कि संजय मोहन के साथ धांधली में और कौन-कौन दौषी हैं। तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव प्रभाव त्रिपाठी के खिलाफ शिकंजा और कसता जा रहा है। उन्होंने स्पष्टीकरण का जवाब तो दे दिया है लेकिन उच्चाधिकारी उनकी जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। विभागीय जानकारों की मानें तो उनके खिलाफ कभी भी कार्रवाई की जा सकती है। गौरतलब है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद शिक्षक बनने के लिए टीईटी पास होना अनिवार्य कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में नवंबर 2011 में टीईटी आयोजित कराई गई। इसे कराने में तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक संजय मोहन और सचिव प्रभात्रिपाठी की महत्वपूर्ण भूमिका थी। गड़बड़ी के आरोप में संजय मोहनको गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन प्रभा त्रिपाठी बच गईं। टीईटी में धांधली का खुलासा बसपा शासनकाल में हुआ था और सत्ता बदलने के बाद मामला दब गया। इसकी न तो विभागीय जांच कराई गई और न ही अन्य अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाईकी गई। शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी अब चाहते हैं कि टीईटी में धांधली के लिए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए 1 hour ago · Like · Follow Post · Report like2 people like this. Rakesh Yadav शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी अब चाहते हैं कि टीईटी में धांधली के लिए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके आधार पर तत्कालीन परिषद की सचिव से स्पष्टीकरण मांगने के साथ विभागीय जांच कराने की तैयारी है। तत्कालीन सचिव ने स्पष्टीकरण तो दे दिया है और उच्चाधिकारियों के समक्ष उपस्थित होकर मौखिक जवाब भी दिया है लेकिन उनके जवाब से विभाग संतुष्ट नहीं है। सूत्रों का कहना है कि इस संबंध में अंदर हीअंदर अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। •परीक्षा में गड़बड़ी पर प्रभा त्रिपाठी ने दिया जवाब
ReplyDelete{
dosto lo mai fir aa gya,subah krib 11.30 pr apna case takeup hua to khare ne rejoinder lgaya jis par judge ne lunch k bad bahas krane ko bole,sam karib 3 bje jaise hi hmlogo ka no aya tet walo k vakil shailendra srivastav,sasinandan,ashok khare ne bahas krna suru kia lekin jb cb yadav ne bahas krna suru kia to cbyadav ki pratyek point pr dono judge santust dikhe,lekin usi wakt khare ne tete walo ki nischit har kodekhte hue nontet ka mudda uthakr ntet k sath hi jodwa dia ab large bench me faisla hoga.
ReplyDeletedosto lo mai fir aa gya,subah krib 11.30 pr apna case takeup hua to khare ne rejoinder lgaya jis par judge ne lunch k bad bahas krane ko bole,sam karib 3 bje jaise hi hmlogo ka no aya tet walo k vakil shailendra srivastav,sasinandan,ashok khare ne bahas krna suru kia lekin jb cb yadav ne bahas krna suru kia to cbyadav ki pratyek point pr dono judge santust dikhe,lekin usi wakt khare ne tete walo ki nischit har kodekhte hue nontet ka mudda uthakr ntet k sath hi jodwa dia ab large bench me faisla hoga.
ReplyDeleteKal UPTET DHADLEE KI COURT ME DAT HAI AGAR COURT FASLa Sunaya to eska asar bharti ke case par padga or uptet dhadlee ka case bharti ke case ke desha or dasha taye karega. Eska asar bharti par ghara padga.
ReplyDeleteकृपया अदालतके मूल आदेश को सन्दर्भ में लें.
ReplyDeleteधन्यवाद.......
कोर्ट सं - 33
प्रकरण: विशेष अपील नं - 150 /2013
याचिकाकर्ता: - नवीन श्रीवास्तव और अन्य
प्रतिवादी: उत्तर प्रदेश और अन्य
याचिकाकर्ता वकील: - अभिषेक श्रीवास्तव, शशि नंदन
प्रतिवादी वकील: सीएससी, भानु प्रताप सिंह, सी बी यादव
माननीय सुशील हरकौली, जज
माननीय मनोज मिश्रा, जज
याचिकाकर्ता के अधिवक्ताओके तर्क से यह मालूम हुआ किइन सारी अपीलों में
यह विवाद है कि, पुराने विज्ञापन के नियमों के अनुसार अध्यापक पात्रता परीक्षा (TET) में उनके द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर उनका चयन / नियुक्ति होना चाहिए.
यह भी इंगित किया गया कि एकमामला बड़ी पीठ के हवाले किया गया है, जो बिना अध्यापक पात्रता परीक्षा (TET) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को चयन / नियुक्ति देने का है,जिन्होंने केवल कुछ शैक्षिक योग्यताओं (बी.ए.,बी.एड.) को हासिल किया है. ये सवाल पैदा करता है क्या ये अभ्यर्थी पात्र हैं ?
यदि हां, तो उस संदर्भ में, यह माना जाता है कि जिन्होंने अध्यापक पात्रता परीक्षा (TET) उत्तीर्ण किये बिना नियुक्ति के लिए विचार करने की मांग की है , इससे यह स्पष्ट है कि इस प्रक्रिया में वर्तमान मापदंडों में अंतर आ जायेगा. और इसकी गणना नहीं की जा सकती.
इस मामले जो संदर्भ बनाया गया है, याचिका न.. 12908/2013 के सन्दर्भ में, 8 मार्च, 2013 एकल न्यायाधीश द्वारा दिए गए निर्णय जो बड़ी पीठ को हवाले करने का था.
इसलिए, यह वांछनीय है या प्रतीत होता है कि इन सारी याचिकाओं पर निर्णय लेने से पहले, उस केस का उत्तर देना जरुरी लगता है जो माननीय एकल न्यायाधीश ने 8मार्च, 2013 को बड़ी पीठ को निर्णय के लिए संदर्भित किया है. ये सारी याचिकाएं आपस में जुडी हुई हैं.
इन मामलों में निर्णय लेनेसे पहले, मुख्य न्यायाधीश महोदय को सारे
कागजात सौपें. फिर वो जैसा ठीक समझें. यह आदेश विशेष अपील Nos.149/ 2013,152/ 2013,159/ 2013,161/ 2013,205/ 2013,206/ 2013,220/2013, को भी कवर करेगा.
जो हलफनामें , न्यायालय मेंआज इन याचिकाओं में दाखिल किया गएँ हैं,उन्हें भी रिकॉर्ड के तौर पर रखा जाये.
अंतरिम आदेश लिस्टिंग की अगली तारीख तक जारी रहेगा.
आदेश दिनांक: 12/03/2013
Wo agli taarikh kab hai.
ReplyDeleteShakul Gupta यार ये भी बता दो की तीन जजों की बेंच अब क्या फिर से टी इ टी की धांधली की जांच करेगी या ये देखेगी की भर्ती प्रक्रिया बदलने का अधिकार सरकार के पास है या नहीं या ये देखेगी की पुराना विज्ञापन रद्द करना सही था या नहीं .......आखिर इतने दिनों से हर्कोली जी कर क्या रहे थे सिलेक्शन बेस पर उनका कोई कमेंट नहीं आया बस समाचार पत्रों में केवल संजय मोहन और तेत की जांच की ही खबरे आई जो कोर्ट में हो रही थी ..............टी इ टी मेरिट वाले भाई लोग क्या आपने अशोक खोत्ते को बताया था की केस क्या है ? क्योंकि हर्कोली जी कुछ निष्कर्ष निकाल ही नहीं पाए और एक साथी को और बुला बैठे ......................जागो ग्राहक जागो केवल समय बर्बाद हो रहा है और कुछ नहीं
ReplyDeleterajdeep singh jee lagta hai aap tet pass nahin kar sake hai isliye aap khyali pulav paka rahe lekin mein apko batana chahunga ki khayli pulav se pet nahin bhara karta kahne ka tatparya yah hai ki matter ab full bench mein chala gaya aur poori samiksha karne ke baad nischit roop se non tet walo ko bahar kar bharti parkirya ko sucharu roop se shuru kar diya jayega
ReplyDeletetumhara tet me kitna no hai jo tet ki waqalat kar rahe ho....
DeleteEk kaam karo tum logicaly baatein karte ho khare ko replace kar do or khud waqalat karo sirf 2 hearing me tet ko merit me badalwa doge kisi or ko vishwas ho na ho par mujhe tum par pura bharosa hai....
Tumhara naam preshit karu kya...??
टीईटी में कुछ और अफसरों पर गाज संभव लखनऊ (ब्यूरो)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2011 मेंधांधली में कुछ और अफसरों पर गाज गिर सकती है। गुपचुप तरीके से इसकीविभागीय जांच कराने की भी योजना है। इसमें यह पता लगाया जाएगा कि संजय मोहन के साथ धांधली में और कौन-कौन दौषी हैं। तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव प्रभाव त्रिपाठी के खिलाफ शिकंजा और कसता जा रहा है। उन्होंने स्पष्टीकरण का जवाब तो दे दिया है लेकिन उच्चाधिकारी उनकी जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। विभागीय जानकारों की मानें तो उनके खिलाफ कभी भी कार्रवाई की जा सकती है। गौरतलब है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद शिक्षक बनने के लिए टीईटी पास होना अनिवार्य कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में नवंबर 2011 में टीईटी आयोजित कराई गई। इसे कराने में तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक संजय मोहन और सचिव प्रभात्रिपाठी की महत्वपूर्ण भूमिका थी। गड़बड़ी के आरोप में संजय मोहनको गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन प्रभा त्रिपाठी बच गईं। टीईटी में धांधली का खुलासा बसपा शासनकाल में हुआ था और सत्ता बदलने के बाद मामला दब गया। इसकी न तो विभागीय जांच कराई गई और न ही अन्य अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाईकी गई। शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी अब चाहते हैं कि टीईटी में धांधली के लिए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए 1 hour ago · Like · Follow Post · Report like2 people like this. Rakesh Yadav शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी अब चाहते हैं कि टीईटी में धांधली के लिए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके आधार पर तत्कालीन परिषद की सचिव से स्पष्टीकरण मांगने के साथ विभागीय जांच कराने की तैयारी है। तत्कालीन सचिव ने स्पष्टीकरण तो दे दिया है और उच्चाधिकारियों के समक्ष उपस्थित होकर मौखिक जवाब भी दिया है लेकिन उनके जवाब से विभाग संतुष्ट नहीं है। सूत्रों का कहना है कि इस संबंध में अंदर हीअंदर अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। •परीक्षा में गड़बड़ी पर प्रभा त्रिपाठी ने दिया जवाब
ReplyDelete{
500 ki dd ka kya hua
ReplyDeleteSP govt kab vapas karaigi
kaival lap top hi batti rahaigi kya ?
Yaar koi bata sakta hai ki court ka faisla kab tak aa skta hai
ReplyDeleteYaar koi bata sakta hai ki court ka faisla kab tak aa skta hai
ReplyDeleteSab chutiye ho tet or non tet sab saale bewakooof ban rahe hain...
ReplyDeleteEk exam ke bharose naukari lena chahte hain saale naukari kisi ko milni nahi hai....
Rozgaar bhatta lo or noorie peekar so jao...kuchh nahi hone wala kahi or jugaad dekho...
ff
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteDONT WORRY BHAI LOGO MATTER SUPREME COURT TAK JAYEGA ABHI KHUSH HONE KI JAROORAT NAHIH HAI
ReplyDeleteMNo. 9808664433