Thursday, June 21, 2012

UPTET /UP Basic Education Dept. महिलाओं व विकलांग टीचर्स की पोस्टिंग घर के पास


UPTET /UP Basic Education Dept. महिलाओं व विकलांग टीचर्स की पोस्टिंग घर के पास

Basic Education Deptartment Transfer Policy : -
Women and Disabled Teacher Gets Posting Near By Hometown -
विस ॥ लखनऊ : अखिलेश सरकार ने ट्रांसफर पॉलिसी में संशोधन करके महिलाओं और विकलांग टीचर्स को उनके घर के करीब पोस्टिंग देने का फैसला लिया है। वहीं 73 हजार शिक्षकों की नई भर्ती टीईटी के माध्यम से होनी है। असेंबली में बेसिक शिक्षा विभाग के पारित बजट में प्रावधान है कि जुलाई से 64 हजार शिक्षा मित्रों को ट्रेंड किया जाए। अप्रशिक्षित शिक्षा मित्रों की ट्रेनिंग का काम जून 2015 तक करने का लक्ष्य रखा गया है।

6 से 14 साल के बच्चों को शिक्षा का हक दिलाने के लिए घर-घर संपर्क कर स्कूल चलो अभियान के जरिये बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाएगा। पिछले साल बचे 2311 नये प्राइमरी स्कूल तथा वर्तमान वित्तीय वर्ष में 313 उच्च प्राथमिक विद्यालय खोलने की स्वीकृति दी गई है। साथ ही अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में 271 प्राइमरी और 5 दर्जन उच्च प्राथमिक विद्यालय खोलने का लक्ष्य सरकार ने रखा है। बेसिक शिक्षा विभाग कक्षा 8 तक के छात्रों को मुफ्त किताबें और यूनीफॉर्म देगा। विकलांग बच्चों को एजुकेशन के तहत 132 आवासीय केंद्र बनेंगे। 15 साल तक के 182 लाख निरक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य बनाया गया है।

News Source : Navbharat Times - Lucknow Edition (20.6.12)
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UPTET : टीईटी घोटाले का एक और आरोपी गिरफ्तार

रमाबाई नगर, कार्यालय संवाददाता : उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में अभ्यर्थियों के चयन के नाम पर वसूली के मामले में अकबरपुर पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से की गई पूछताछ में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। पुलिस ने आगे की तफ्तीश के लिए रिमांड पर लेने की बात कही है

बताते चलें कि 31 दिसंबर 2011 को अकबरपुर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 8673000 रुपये बरामद किए थे। पूछताछ में सभी ने टीईटी चयन परीक्षा में उत्तीर्ण कराने के नाम पर उक्त धनराशि वसूलने की बात कही थी। पुलिस ने 6 जनवरी 2012 को रैकेट के चार सदस्यों तथा 11 जनवरी को साक्षरता एसोसिएट प्रोग्राम कोआर्डिनेटर नरेंद्र प्रताप सिंह व उनके सहयोगी गोमती नगर लखनऊ के रामशंकर मिश्रा को गिरफ्तार किया था। इन दोनों के कब्जे से भी पांच लाख रुपया बरामद हुआ था। इसके बाद पुलिस ने टीईटी घोटाले के मुख्य सूत्रधार शिक्षा निदेशक संजय मोहन को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की थी। मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं अकबरपुर कोतवाली में दर्ज मुकदमे में वीपी सिंह उर्फ पुष्पराज निवासी समसपुर सुरानी थाना सरधना मेरठ वांछित चल रहा था। सोमवार रात पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर रूरा टेंपो स्टैंड पर वाहन का इंतजार कर रहे वीपी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। अकबरपुर कोतवाल दिनेश त्रिपाठी ने बताया पकड़ा गया युवक टीईटी प्रकरण में वांछित चल रहा था। युवक ने भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए मेरठ तक जाल फैलाने की बात स्वीकारी है। आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

Tuesday, June 19, 2012

UPTET : उत्तर प्रदेश सरकार की उदासीनता की कारन कितनी और जाने जाएगी


UPTET : उत्तर प्रदेश सरकार की उदासीनता की कारन कितनी और जाने जाएगी


---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: SS Misra <mishrasanjay777@gmail.com>
दिनांक: 18 जून 2012 12:54 pm
विषय: KYO ho rahi hai maute
प्रति: yadavakhilesh@gmail.com, Abhishek Mishra <profabhishekmishra@gmail.com>
प्रति: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>, editor@ibnkhabar.com, editor@knp.amarujala.com, editor@mrt.amarujala.com, ajpress@satyam.net.in, ajprakashan@yahoo.com


उत्तर प्रदेश सरकार की उदासीनता की कारन कितनी और जाने जाएगी , कहा बैठे  है वो समाज सेवी, कहा है अन्ना हजारे, कहा है रामदेव, कहा है वो राजनेता  जिन्हें जनता ने चुन के संसद  और विधानसभा भेजा  है | क्यों नहीं सुनाई  दे रही है हाई कोर्ट को उन लोगो के अपनों की चीख पुकार, जिनके अपने बेटे,
 भाई, य पति या पिता ने TET  परीक्षा इतनी मेहनत और लगन के साथ  पास करने  के बाद पिछले ६ महीनो से इस आस में रोज अखवार के इंतजार में रात भर जग के  किया आज कोई समाचार होगा की सिक्षा मंत्री या मुख्य मंत्री का बयान की  जल्द ही TET  merrit  पर सिक्षाको की भारती सुरु| और सुबह अख़बार में
 सिर्फ सिक्षामित्र, मुष्लिम आरक्षण के सिवा अपने TET  बारे में कोई  न्यूज़ नहीं होने के कारन रोज मरते और जीते है और अंत में हार के पिछले ६  महीनो से हमारे ८ साथी काल के गाल में समां गए (ताजा उद्धरण हमारे एक  साथी देसराज का है)| कौन लेगा इन लोगो की मौत की जुम्मेदारी उत्तर प्रदेश  सरकार या कोई और कौन होगा उन बूढ़े माँ बाप, उस विधवा या उस अनाथ बच्चे  का पालन हार कौन होगा जिनके अपने जिन्दगी से हाथ धो चुके है |

मेरा सवाल है उन लोगो से है जो ये जानते हुवे की TET  पास करने के बाद  किनते परिवारों की भावनय जुड़ गई है और कितने लोग dipression  के सिकार  हो रहे है और कितनी जाने जाएगी क्यों नहीं सोचती है सरकार हो सकता अगला  नंबर हमारे अगले साथी का हो और  अब मेरी इस्थित भी बहोत अच्छी नहीं है
 क्यों की मेरी बही पूरी आस इसी TET  Merrit  से सहायक अध्यापक बनने की है  क्यों  की सरकार के उदासीन रवये से जिसमे हम लोगो ने पिछले ६ महीने से  ८-१० बार लखनऊ और Delhi में अपनी व्यथा सरकार के कानो तक पहुचने के लिए  आन्दोलन किये है  और लगभग हार जिले में रोज कोई न कोई आन्दोलन हो रहे है
 की अब नींद टूटे सरकार की अब हमे नौकरी दे पर रोज हमारे सिक्षा मंत्री का  बयान आ जाता है की अकादमिक merrit  भारती होगी | अरे चौधरी जी और यादव जी  हमारे साथी इस लिए नहीं बल्कि आप के  बयानों के कारन मर रहे है हम चाहते  है TET merrit  से और सिर्फ TET merrit से|क्यों दे रहे है आप हमे डेट पर
 डेट क्यों नहीं कर रहे है हमारी नियुक्ति क्यों बना रहे है हमे  dipression  का सिकार हमारे लिए आचारसंहिता और हाई कोर्ट है और बाकि सरे  काम हो रहे है | क्या चहेते है आप लोग | मेरा निवेदन है की आपने भाइयो की
 जान बचाइये|

है कोई हमारी हेल्प करने वाला please  चौधरी जी यादव जी हमारा साथ दो हम  एक सबसे अच्छा और शिक्षित परदेस बना देंगे आप को वादा करते है आप को हम  TETian  पर गर्व होगा| हमे नौकरी दे हमारे हक को न मरे हमे TET  Merrit  से सहायक अध्यापक बानवे.

संजय मिश्रा
 कानपुर

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार की आत्महत्या से आक्रोश



UPTET : टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार की आत्महत्या से आक्रोश

घोसी (मऊ) : फिरोजाबाद में टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार युवक देशराज सिंह चौहान की आत्महत्या से जनपद के टीईटी उत्तीर्ण युवा आक्रोशित हैं।


नगर के नरोखर पोखरा स्थित शिव मंदिर पर सोमवार को संगठन के सदस्यों ने शोक सभा आयोजित किया। 15 जून को अवसाद से ग्रसित देशराज की आत्महत्या के लिए प्रदेश सरकार को दोषी करार दिया। सुनील गावस्कर ने बेसिक शिक्षा मंत्री पर इन बेरोजगार युवाओं को गुमराह करने का आरोप लगाया। कहा कि सरकार ने इन युवकों को अविलंब शिक्षक के रूप में भर्ती न किया तो तमाम अभ्यर्थी मौत को गले लगाने को विवश होंगे। पूर्व में चार युवाओं ने इस राह का वरण किया है। युवाओं ने बैठक में आंदोलन का निर्णय लिया। सुशील कुमार, राजकुमार, सुरेश, दीपक, सर्वदानन्द एवं रामविजय आदि उपस्थित रहे।


News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/mau-9381891.html / Jagran.com (18.6.12)

Sunday, June 17, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने सांसद को ज्ञापन दिया



UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने सांसद को ज्ञापन दिया


उन्नाव। यूपीटीईटी अभ्यर्थियों ने शनिवार को सांसद अन्नू टंडन को ज्ञापन दिया। संगठन के अध्यक्ष अध्यक्ष अतुल तिवारी ने सांसद को बताया कि टीईटी में उ.प्र. में प्राथमिक स्तर पर लगभग 2 लाख 70 हजार अभ्यर्थी सफल हुए। इसमें प्रत्येक अभ्यर्थी ने आवेदन के क्रम में लगभग 10 हजार रुपए खर्च किए। सत्ता परिवर्तन के साथ ही इस प्रक्रिया पर अनिश्चितता के बादल मड़राने लगे हैं। जिससे अभ्यर्थियों के मन मे निराशा उत्पन्न हो रही है। अभ्यर्थियों ने सांसद से इस मामले को संसद में उठाने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में अमित त्रिपाठी, संदीप, देवेंद्र, अनूप, आनंद, अचल आदि अन्य अभ्यर्थी उपस्थित रहे। विधानसभा सफीपुर के विकासखंड फतेहपुर चौरासी के जमुनिहा कच्छ के मजरा बघौरा अग्निकांड पीड़ितों को सांसद अन्नू टंडन ने राहत सामग्री बांटी। सांसद ने कहा कि दु:ख की घड़ी में वह उनके साथ हैं। अग्निकांड में राधेलाल व नियाज अहमद का घर व अन्य सामग्री जल गई। इन दोनों के बेटियों का विवाह इसी महीने था। जिस पर सांसद ने ढाढस बंधाते हुए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इस अवसर पर अनूप कुमार मेहरोत्रा आदि उपस्थित रहे।


News Source : Amar Ujala (17.6.12) / http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120617a_007154006&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120617a_007154006
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Who is Annu Tandon  ( Info collected from - Wikipedia )

Annu Tandon
From Wikipedia, the free encyclopedia
Annu Tandon (b. 1957-11-15[1]) is an Indian politician and social worker. She is an MP in the 15th Lok Sabha from Unnao, Uttar Pradesh with the Indian National Congress party.
Tandon is the founder director of the Hriday Narain Dhawan Charitable Trust, which has been active in philanthropy in the district since before 2000.[2] The charity, funded mostly through family funds, has worked in education, and gathered attention for innovative projects like helping children of illiterate parents with their homework.The charity also works with weaker groups like widows and the handicapped.[4] She was also associated with Rehabilitation wing of the Congress party.
She was earlier managing MoTech Software Pvt. Ltd, a firm launched by Mukesh Ambani, and also ran Salonica Vasans, a textile export firm.
She has a B.Sc. degree from Dayanand Subhash National Post Graduate College, Unnao

Family
She is the widow to Late Sandeep Tandon, who was a top liaison executive of Reliance Industries Ltd. Before joining Reliance in 1994, he was with the Indian Revenue Service.[4] As an officer of the Enforcement Directorate, Tandon had investigated foreign front companies floated by Reliance, and also conducted a raid on the house of Tina Ambani.
The entire family has close connections with Mukesh Ambani, two of their sons also being employees of Reliance.
She had declared assets of 41 crores (USD 10 mn) in the 2009 election declarations.

2009 elections
In the Indian general election in Uttar Pradesh, 2009, Annu Tandon was fielded as a novice political candidate by the Congress. Unnao is India's largest electoral constituency, and in the previous general elections in 2004, Congress had come up fourth here, and the seat had been won by the Bahujan Samaj Party (BSP).
During the elections, many prominent personalities including film star Salman Khan campaigned for her.
She won by a margin of more than 300,000 votes over BSP's Arun Shanker, the third highest margin in UP.

Saturday, June 16, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने प्रशासन को दिखाया आईना



UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने प्रशासन को दिखाया आईना

मऊ। प्रशासन की ओर से लागू आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को शहर स्थित जीवनराम छात्रावास के मैदान से जुलूस निकाला। गाजीपुर तिराहा होते हुए भारी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे टीईटी अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट के अंदर घुसने का प्रयास किया। पुलिस द्वारा रोकने के बाद घंटों शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि टीईटी रिजल्ट निकलने के काफी समय बाद भी भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है। 31 दिसंबर 2012 तक सहायक अध्यापकों की नियुक्ति पूरी हो जानी चाहिए थी किंतु कतिपय कारणों से यह नियुक्ति अभी आज तक प्रभावित है। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मेेरिट के आधार पर नियुक्ति की जाए। सरकार भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने के लिए ही आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि 72825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में जो भी अनावश्यक व्यवधान आ रहे हैं। उनको दूर कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाए। अंत में टीईटी अभ्यर्थियों ने टीईटी अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने सहित विभिन्न मांगों का ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। जुलूस में श्रीप्रकाश यादव, दीनदयाल यादव, अनिरुद्ध यादव, जितेंद्र यादव, अरुण कुमार, विजयेंद्र कुमार, संजय भारती, आजाद यादव आदि शामिल रहे।


News Source : Amar Ujala (16.6.12)  / http://www.amarujala.com/city/Mau/Mau-65868-61.html

UPTET : मृतक आश्रितों को भी बिना टीईटी मास्टरी नहीं



UPTET : मृतक आश्रितों को भी बिना टीईटी मास्टरी नहीं

इलाहाबाद : मृतक आश्रित कोटे के तहत प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए शिक्षक योग्यता परीक्षा (टीईटी) को अनिवार्य योग्यता घोषित किया गया है। शिक्षा के अधिकार अधिनियम की नियमावली के तहत यह नियम लागू किया गया है

अप्रैल 2010 को शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने 27 जुलाई 2011 को इस अधिनियम के लिए नियमावली लागू की। इस नियमावली के संदर्भ में जारी एक शासनादेश के तहत 27 जुलाई 2011 के बाद किसी भी रूप में प्राथमिक शिक्षक की नियुक्ति के लिए टीईटी को अनिवार्य योग्यता माना गया है। इसी प्रकार मृतक आश्रित कोटे के तहत अध्यापक बने वह अभ्यर्थी जिन्होंने टीईटी की परीक्षा नहीं पास की है, के चयन को रद किए जाने की घोषणा की गई है। इस नियम के चलते कई शिक्षकों को अपनी नौकरी खोनी पड़ सकती है

पूर्व व्यवस्था के अनुसार, मृतक आश्रित कोटे के तहत अध्यापक बनने वाले अभ्यर्थियों को सेवाकाल के दौरान ही बीटीसी की ट्रेनिंग दी जाती थी।


वर्जन
जिले में अब तक सोरांव में एक मामला संज्ञान में आया है। संबंधित अध्यापक का नियमानुसार वेतन रोकने और सेवामुक्ति के लिए नोटिस जारी करने की कार्रवाई प्रारंभ की गई हैं।
दिनेश कुमार यादव, बेसिक शिक्षा अधिकारी


News Source : Jagran.com (15.6.12)

UPTET : 18 से मिलेंगे टीईटी प्रमाणपत्र



UPTET : 18 से मिलेंगे टीईटी प्रमाणपत्र

इलाहाबाद : राजकीय इंटर कॉलेज में 18 जून से टीईटी प्रमाण पत्र मिलेंगे। अभ्यर्थी प्रत्येक कार्य दिवस में पूर्वाह्न 10 बजे से शाम चार बजे तक मूल प्रवेश पत्र के साथ आकर अपना प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानाचार्य सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आयोग की परीक्षा होने के कारण 16 एवं 17 जून को प्रमाणपत्र का वितरण नहीं किया जा सकेगा


News Source : Jagran.com (15.6.12)

UPTET : टीईटी से शिक्षा मित्रों को मिलेगी मुक्ति: शर्मा



UPTET : टीईटी से शिक्षा मित्रों को मिलेगी मुक्ति: शर्मा

सहारनपुर(जासं): उत्तर प्रदेश शिक्षा मित्र संघ के मंडल अध्यक्ष संजय शर्मा ने प्रदेशाध्यक्ष गाजी इमामआला के हवाले से बताया कि शिक्षा मित्रों को शासन से टीईटी से मुक्त करने के मामले में सहमति हो चुकी है।


लखनऊ से यह जानकारी देते हुए श्री शर्मा ने बताया कि प्रदेशाध्यक्ष गाजी इमामआला की बेसिक शिक्षा मंत्री से हुई बातचीत के बाद यह सहमति बनी है। उन्होंने बताया कि इस बारे शासन द्वारा शीघ्र ही कार्यवाही की जायेगी। जिलाध्यक्ष नरेश कुमार ने बताया कि शिक्षा मित्रों को नियमित अध्यापक का दर्जा दिए जाने सहित अन्य कई मांगों पर सकारात्मक बातचीत रही है। संघ का प्रयास है कि शिक्षा मित्रों की सभी समस्याएं चरणबद्ध ढंग से हल हो जाए इसके लिए प्रदेश पदाधिकारी लगातार शासन पर दबाव बनाए हुए है।


News Source : Jagran.com (15.6.12) / http://www.jagran.com/uttar-pradesh/saharanpur-9373093.html

Friday, June 15, 2012

बीएड : 680 अभ्यर्थियों ने छोड़ी दावेदारी


बीएड : 680 अभ्यर्थियों ने छोड़ी दावेदारी

वाराणसी : राज्य स्तरीय बीएड काउंसिलिंग के आठवें दिन शुक्रवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 680 अभ्यर्थियों ने दाखिले के लिए दावेदारी छोड़ दी। इसमें अधिकांश काउंसिलिंग कराने ही नहीं आए। कुछ अभ्यर्थी प्रमाणपत्र सत्यापन के बाद मनमाफिक कॉलेज न मिलने के कारण काउंसिलिंग के बीच ही छोड़ कर भाग गए।

आयोजक संस्था डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (फैजाबाद) कीओर से प्रदेश भर में काउंसिलिंग के लिए 86001 से 102000 तक के रैंक वाले अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। विद्यापीठ के शिक्षाशास्त्र व समाज विज्ञान संकाय में 1505 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। इसमें से 45 फीसद अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग छोड़ दी। केंद्रों के समन्वयक आईपी झा व डॉ. केके अग्रवाल के मुताबिक 825 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण व च्वाइस लॉक किया। दोनों केंद्रों से 849 अभ्यर्थियों को एलाटमेंट लेटर जारी किया गया। मनमाफिक कॉलेज न मिलने के कारण पांच अभ्यर्थियों ने बैंक ड्राफ्ट वापस ले लिया

News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/varanasi-city-9372058.html

UPTET : टीईटी पास युवकों ने निकाला विरोध जुलूस



UPTET : टीईटी पास युवकों ने निकाला विरोध जुलूस


मऊ : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सहायक अध्यापक बनाने, सरकार द्वारा इस बाबत अतिशीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरु करने सहित 3 सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को गाजीपुर तिराहे से कलेक्ट्रेट तक विरोध जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कलेक्ट्रेट में नारेबाजी की और मुख्यमंत्री को संबोधित सिटी मजिस्ट्रेट को मांग पत्र सौंपा।

टीईटी बेरोजगार संघर्ष समिति के संयोजक श्रीप्रकाश यादव ने बताया कि हम लोगों ने कठिन परिश्रम से परीक्षा उत्तीर्ण किया। अध्यापकों की भर्ती के लिये विज्ञापन निकाला गया लेकिन आज तक नियुक्ति नहीं की गई। सरकार के मंत्रियों द्वारा केवल आश्वासन दिया जाता है। इसलिए शीघ्र भर्ती की प्रक्रिया में आने वाले व्यवधान दूर किया जाये। इस मौके पर श्रीप्रकाश यादव, दीन दयाल यादव, अनिरुद्ध यादव, अरुण कुमार, संजय भारती, आजाद यादव आदि मौजूद रहे।


News Source / न्यूज़ साभार : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/mau-9371771.html / Jagran.com ( 15.6.12)

Wednesday, June 13, 2012

UPTET : खबर आज की



UPTET : खबर आज की 

आज के जागरण अखबार की खबर है कि टी ई टी परीक्षा के आंकड़ों का न जारी करना शंका को जन्म दे रहा है ,  कुछ लोगों का कहना है कि  सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग व अनुसूचित जाति/जनजाति के अभ्यर्थियों में कुछ वर्ग ऐसे हैं जो अपनी कैटेगिरी के रिक्त पदों के सापेक्ष परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो सके हैं
जबकि अमर उजाला की खबर है कि सरकार अब कदम फूंक फूंक कर रखेगी धांधली / पुलिस जाँच की रिपोर्ट को ध्यान में रख कर |

सबसे बड़ी बात है कि यू पी टीईटी अभ्यर्थीयों के पास अपनी इमानदारी / चयन की पात्रता के लिये पर्याप्त सबूत हैं , और टी ई टी रेंकर सरकारी नियमावली / एन सी टी ई गाइड लाइन व अपने ओ एम् आर कापी के सबूतों के साथ कोर्ट में अपनी बात रख कर सरकार को मुश्किल  में डाल सकते हैं |
जो ईमानदार होंगे वे तो सफल होंगे ही |


Tuesday, June 12, 2012

यूपी टेट और संघटन की मजबूती


यूपी टेट और संघटन की मजबूती 

एक चींटी थी जिसे एक मिठाई का टुकरा मिला . अब ये मत कहियेगा की आप को मिठाई नहीं पसंद है. अब बेचारी अकेली चींटी उस टुकरे को खाना तो अकेले ही चाहती थी लेकिन उसे ये भी मालूम था की वो उसे अकेले नहीं पा सकती है. अब उसने और चींटीयों को अपने साथ मिलाने को ठानी. उसने सभी को उस चीज के बारे बताना शुरू किया . कुछ लोगों को उस चीज की अहमियत  समझ में आई और कुछ ने सोचा की क्या फायदा इनके साथ इतनी मेहनत  करने का ? जबकि अंत में अगर इन्हें वो मिठाई का टुकरा मिल जाता है तो हिस्सा तो मुझे भी मिलेगा ही. फिर इतनी मेहनत और पसीना बहाने की क्या जरुरत ? अब चूँकि बहुत सी चींटीयों ने घर बैठना ही पसंद किया और उन की वजह से वे लोग उस टुकरे को नहीं छोड़ सकते थे. अतः  उन कायरों को छोड़कर उन वीरों ने उस टुकरे को पाने की ठानी.

UPTET : कोर्ट की हरी झंडी मिलते ही रखे जाएंगे शिक्षक


UPTET : कोर्ट की हरी झंडी मिलते ही रखे जाएंगे शिक्षक

स्कूलों में रखी जाएंगी 25 फीसदी निशुल्क सीटें

विधानसभा प्रश्नोत्तर
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जागरण ब्यूरो, लखनऊ : निशुल्क शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत राज्य सरकार सभी स्कूलों में 25 फीसदी निशुल्क सीटें कमजोर वर्ग के लोगों लिए अनिवार्य रुप से जुलाई से शुरू होने वाले नए सत्र में आरक्षित कराएगी। विधानसभा में मंगलवार को भाजपा के श्यामदेव राय चौधरी के सवाल पर बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी ने बताया कि प्रदेश में निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम राज्य में 27 जुलाई 2011 से प्रभावी है। सुरेश खन्ना, सतीश महाना के पूरक प्रश्न पर मंत्री ने स्पष्ट किया कि जुलाई से शुरू होने वाले नए सत्र में स्कूलों को इसे लागू करने के लिए बाध्य किया जाएगा। इसके लिए सर्वे कराया जाएगा। गरीब बच्चों के लिए परिवहन सुविधा सहित वे सारी व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे जो स्कूल के अन्य बच्चों को मिल रही होंगी।

कोर्ट की हरी झंडी मिलते ही रखे जाएंगे शिक्षक: सरकार ने कहा है कि जैसे ही उच्च न्यायालय का स्थगनादेश समाप्त होगा, परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। कांग्रेस के मुकेश श्रीवास्तव के सवाल पर मंत्री राम गोविन्द चौधरी ने बताया कि सहायक अध्यापकों के पद पर सीधी भर्ती के लिए 30 नवंबर 2011 को 72,825 पदों का विज्ञापन प्रकाशित किया गया था लेकिन कोर्ट द्वारा उक्त भर्तियों को अग्रिम आदेशों तक प्रतिबंधित किया गया है। कोर्ट के स्थगनादेश को समाप्त करने के लिए प्रभावी पैरवी की जा रही है। 

भाजपा के हुकुम सिंह, कांग्रेस के अखिलेश सिंह, संजय कपूर ने शिक्षकों द्वारा निजी तौर पर दूसरे शिक्षकों को रखकर उनसे शिक्षक का कार्य कराने, 30-40 साल से एक ही स्कूल में शिक्षकों के तैनात रहने, शिक्षकों के स्कूल ही न जाने व योजना आयोग की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए सूबे में शिक्षा के गिरते स्तर की बात उठायी। मंत्री ने कहा कि खुद स्कूल न जाने वाले शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बीएड वालों के लिए केंद्र से मांगी अनुमति : भाजपा के सुरेश खन्ना के सवाल पर बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी ने बताया कि नियमावली के मुताबिक बीएड उपाधि परिषदीय अध्यापक के लिए निर्धारित योग्यता नहीं है। पूर्व की भांति बीएड वालों को विशिष्ट बीटीसी की छह माह की ट्रेनिंग देकर परिषदीय स्कूलों में नियुक्त किए जाने के संबंध में केंद्र सरकार को पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई है।

पेट्रोल पर न खत्म होगा और न कम होगा वैट : राज्य की वित्तीय आवश्यकता व सीमित संसाधनों को देखते हुए सरकार पेट्रोल पर से न वैट खत्म करेगी और न ही उसे कम करेगी। भाजपा के डा. राधा मोहन दास अग्रवाल व हुकुम सिंह के सवाल पर मंत्री फरीद महफूज किदवई ने कहा कि वित्तीय आवश्यकता व संसाधनों को देखते हुए पेट्रोल पर वैट की दर तय की गई है जो कि देश के कई दूसरे राज्यों से कम है। पेट्रोल से 2701 करोड़ रुपये वैट सरकार को मिलता है। सन् 2009 से पेट्रोल पर वैट की दर यथावत है जबकि पेट्रोल के दाम 12 बार बढ़े हैं। राधा मोहन ने सीएजी रिपोर्ट के हवाले से व्यापार कर के 16665 करोड़ रुपये के बकाए का जिक्र करते हुए कहा कि मात्र चार हजार मामलों में ही 1569 करोड़ रुपये की चोरी पकड़ी गई है। सरकार बकाया वसूले और 20 करोड़ प्रदेशवासियों को राहत देने के लिए वैट खत्म करे। हुकुम सिंह ने कहा कि दिल्ली व हरियाणा में वैट की दर कम है, जिससे पश्चिमी यूपी के बड़ी संख्या में लोग वहीं से तेल ले रहे हैं। सरकार वैट घटाए जिससे यहां खपत बढ़ेगी और सरकार का राजस्व। कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि दूसरे राज्यों की तरह प्रदेश सरकार वैट की दर कम करे। नेता विपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ऐसा लगता है कि महंगे पेट्रोल में सपा-कांग्रेस की सांठगांठ है। कांग्रेस सरकार न पेट्रोल के दाम कम कर रही है और न ही सपा सरकार वैट घटा रही है। संसदीय कार्यमंत्री मोहम्मद आजम खां ने कहा कि गरीबों व विकास की तमाम योजनाओं के लिए धन चाहिए। इस पर राधा मोहन ने कहा कि 10 लाख बेरोजगारों को भत्ता व कुछ लाख को लैपटाप देने के लिए 20 करोड़ जनता को राहत क्यों नहीं दी जा रही है?

अवैध पशुवधशालाओं पर होगी कार्रवाई: सूबे में अवैध पशुवधशाला चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। भाजपा के सुरेश राणा के सवाल पर पशुधन मंत्री पारस नाथ यादव ने बताया कि गोवंश वध राज्य में पहले से ही प्रतिबंधित है। उन्होंने बताया कि पशुओं की तस्करी आदि कें पिछले वर्ष 2456 मामले दर्ज किए गए गए जिसमें 6374 गिरफ्तार हुए और 23672 पशु बचाए गए। उन्होंने बताया कि राज्य में 15 पशुवधशालाएं चल रही हैं।

निजी क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने का है प्रस्ताव : प्रदेश सरकार विभिन्न विकास योजनाओं के माध्यम से सभी क्षेत्रों के समुचित विकास को सुनिश्चित करने में जुटी है। भाजपा के डा. राधामोहन दास अग्रवाल के पूर्वी उत्तर प्रदेश केआर्थिक पिछड़ेपन को दूर करने के लिए सरकार की नीति के बारे में पूछे गए सवाल पर मंत्री फरीद महफूज किदवई ने कहा कि सूबे के समुचित विकास के लिए खुद के सीमित संसाधनों के साथ ही निजी क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने की भी सरकार की नीति प्रस्तावित है। पूरक प्रश्न करते हुए राधा मोहन ने कहा कि पूर्वाचल मेंउद्योगों को विशेष प्रोत्साहन न मिलने से वे बिहार जा रहे हैं।

न्यूज़ साभार  / News Source : Jagran.com ( 12.6.12)

UPTET : Pics of Dharna Pradarshan at Jantar Manta Delhi


UPTET : Pics of Dharna Pradarshan at Jantar Manta Delhi


From: rashid azad <rashid.khurshid@gmail.com>
Date: Tue, Jun 12, 2012 at 7:14 AM
Subject: UPTET NEWS FOR MEDIA -JANTAR-MANTAR DHARNA PRADARSHAN 12-6-12
To: sachin1314feb@gmail.com, jitender.cc@gmail.com, tyagiamit5@yahoo.co.in, dknoida@gmail.com, dev02019654@gmail.com







































































































UPTET : यूपी टीईटी अभ्यर्थी यों द्वारा - जंतर मंतर दिल्ली पर धरना प्रदर्शन



UPTET : यूपी टीईटी अभ्यर्थी यों द्वारा - जंतर मंतर दिल्ली पर धरना प्रदर्शन 

UPTET2011 CANDIDATES
EKDIVASIYE DHARNA PRADARSHAN JANTAR-MANTAR SAFALRAHA, JISME HAMARE SAHASIYE SATHI SHREE MANOJKUMAR MAYANK JI TATHA RAMESH KUSHWAHA JI, JO VARANASI SE PADH-YATRA KARTE HUE JANTAR-MANTAR,DELHI PAHUCHE, SAMAST UPTET 2011 ABHIYARTIYO DUWARA BHAVYE SWAGAT  KIYA GAYA,MANINEY SHREE MANOJ KUMAR MAYANK JI UPTET ABHIYATHIYO KI TARAF SEH.R.D.MINISTER MANINEY SHREE KAPIL SIBAL JI INDIA ME NA HO NE K KARAN, UNKOFFICE SE CAR AYE OR UN K OFFICE ME UNK OFFICER KO GYAPAN SOPA.19-6-2012 TAKPOSITIVE RESPOSE AA KO KAHA. SABHA SAMBODHIT KAR NE WALE  UPTET SATHI.

Above matter in Hindi ( wrote by me)

एकदिवसीय   धरना  प्रदर्शन  जंतर -मंतर  सफल  रहा , जिसमे  हमारे  साहसी   साथी  श्री  मनोज  कुमार  मयंक  जी  तथा  रमेश  कुशवाहा  जी , जो  वाराणसी  से  पद -यात्रा  करते  हुए  जंतर -मंतर ,दिल्ली   पहुचे , 
उनका समस्त   यूपी टीईटी   2011  अभ्यर्थीयों   द्वारा   भव्य  स्वागत   किया  गया ,  माननिये     श्री  मनोज  कुमार  मयंक  जी (   यूपी टीईटी अभ्यर्थीयों  की  तरफ  से )  ने  एच .आर  डी मिनिस्टर  माननीय  श्री  कपिल  सिब्बल  जी के  इंडिया  में  न  होने  के  कारण, उनके ऑफिस  में  ज्ञापन  सोपा .
19-6-2012 तक   पोसिटिव   रेस्पोंस  के लिये कहा गया है 


NAME     -    DISTRICT
1-Nittin Mehta  -Ghziabad
2-Shiv kumar pathak-
3-Devendra singh -PrabuddhNagar
4-Manoj kumar mayak-Varanasi-Banaras
5-Ramesh kushwaha- Varanasi-Banaras
6-Anil verma- Ambedkarnagar
7- Anil kumar- Baghpat
8-Balkesh chaudhary-Muzaffarnagar
9-Sanjay- Saharanpu
10-Rama tripathi-Gazipur
11-Naveen- Gorakhpur
12- Farooq- Muzaffarnagar
13-Rajesh pratapsingh-Bareilly
14-Nikhat jahan-Bijnor
15-Parbal pratapsahi- Gorakhpur












































































Monday, June 11, 2012

UPTET : मंगलवार को जंतर-मंतर पर होगा 'हल्ला बोल'



UPTET : मंगलवार को जंतर-मंतर पर होगा 'हल्ला बोल'

नोएडा : 
यूपी में टीचर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर मार्च से आंदोलन कर रहे यूपीटीईटी पास युवा मंगलवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देंगे। इस धरने में शामिल होने के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों से हजारों टीईटी होल्डरों को दिल्ली में बुलाया गया है। आंदोलन की अगुवाई करने वालों में से एक मनोज यादव ने बताया कि यूपी के विभिन्न हिस्सों से हजारों युवा दिल्ली के लिए निकल चुके हैं। वाराणसी से मनोज कुमार मयंक के नेतृत्व में युवाओं का जत्था विभिन्न जिलों में पदयात्रा करते हुए गाजियाबाद पहुंच चुका है

उन्होंने बताया कि धरने में करीब 5 से 10 हजार युवाओं के शामिल होने की संभावना है। धरना सुबह 8 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे तक चलेगा। धरने के बाद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल से मिलकर ज्ञापन सौंपने की भी योजना है।


 मनोज ने बताया कि प्रदेश में आरटीई एक्ट लागू होने के बाद तत्कालीन मायावती सरकार ने पिछले साल प्राइमरी टीचर्स के 72 हजार 825 पदों की भर्तियों के लिए यूपीटीईटी एग्जाम आयोजित करवाया। इस एग्जाम में 2 लाख 72 हजार कैंडिडेट पास हुए, लेकिन फरवरी में प्रदेश में एसपी सरकार बनने के बाद इन भर्तियों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। तब से लेकर आज तक प्रदेश के पौने तीन लाख यूपीटीईटी पास युवा भर्तियों के लिए धक्के खाने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली में धरने के बाद भी अगर राज्य सरकार भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का फैसला नहीं करेगी, तो शहर और गांव हर जगह हल्ला बोल जन जागरण अभियान शुरू किया जाएगा


News Source : Nav Bharat Times / navbharattimes.indiatimes.com (11.6.12)

UPTET : जंतर-मंतर पर कल अनशन करेंगे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी



UPTET : जंतर-मंतर पर कल अनशन करेंगे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी

बुलंदशहर : शिक्षक पात्रता परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर नियुक्ति की मांग को लेकर वाराणसी से पैदल यात्रा कर आए दो सदस्यों का स्वागत किया गया। यहां से दल दिल्ली रवाना हुआ। सभी सदस्य मंगलवार को जंतर मंतर पर अनशन कर कपिल सिब्बल को ज्ञापन सौंपेंगे।

टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के दो सदस्य मयंक और रमेश कुमार वाराणसी से पैदल चलकर शुक्रवार रात बुलंदशहर पहुंचे। यहां मोर्चा के सदस्यों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर मोर्चा की उपाध्यक्षा सुधा आर्य ने कहा कि जब तक पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार नियुक्तियां नहीं होतीं, जब तक संघर्ष जारी रहेगा। शिक्षा सुधार समिति के सचिव अमरपाल लोधी ने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार का सर्व शिक्षा अभियान तब तक विफल है, जब तक कि प्रदेश के प्रत्येक विद्यालय में योग्य शिक्षकों का अभाव रहेगा।

मोर्चे की सदस्या ज्योति वर्मा ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार टीईटी के आधार पर शीघ्र भर्ती नहीं करती तो प्रदेश के लाखों टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी आमरण अनशन के लिए विवश होंगे। इसी मांग को लेकर पदयात्रियों का दल शनिवार को दिल्ली रवाना हुआ। यहां जंतर-मंतर पर मंगलवार को सभी सदस्य अनशन करेंगे। इसके बाद केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को आठ सूत्रीय मांग पत्र सौंपेंगे। पदयात्रियों का स्वागत करने वालों में ऋषिपाल सिंह, रामौतार सिंह, कपिल कुमार, रामवीर शर्मा, सिद्धांत कटियार आदि शामिल रहे


News Source : Jagran.com (11.6.12)

UPTET : दिल्ली जाएंगे आज टीईटी पास


UPTET : दिल्ली जाएंगे आज टीईटी पास

ज्ञानपुर (ब्यूरो)। टीईटी संघर्ष मोर्चा भदोही इकाई के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों का जत्था 11 जून को दिल्ली के लिए प्रस्थान करेगा। जहां वे12 जून को वाराणसी से दिल्ली तक पद यात्रा करने वाले टीईटी अभ्यर्थियों का अभिनंदन करेंगे। यह जानकारी मोर्चा के अरुण चतुर्वेदी ने दी
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प्रदेश सरकार की आलोचना
मुरादाबाद। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने शिक्षा मित्रों को दो वर्ष का प्रशिक्षण देकर उन्हें शिक्षक बनाने की नीति के लिये प्रदेश सरकार की आलोचना की है। बैठक में कहा गया कि यह टीईटी एवं बीएड उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का शोषण है। वक्ताओं ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल के उस बयान की सराहना की है। महीपाल सिंह, एम के मिश्रा, फिरोज खान, प्रियांक त्यागी, प्रदीप शर्मा, सुशील कुमार, सलमान आदि मौजूद रहे।
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अनशन में दिल्ली जाएंगे टीईटी अभ्यर्थी
कानपुर। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को दिल्ली में एक दिन का अनशन करेंगे। यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारी रत्नेश पाल ने बताया कि धरने के बाद एचआरडी मंत्री से मिलेंगे। जिले से करीब 500 अभ्यर्थी भी दिल्ली जाएंगे।
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टीईटी अभ्यर्थियों ने सरकार को कोसा
फतेहपुर। रविवार को नहर कालोनी में हुई टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक में सरकार के रवैये पर आक्रोश जाहिर करते हुए सदस्यों ने शासन की मंशा पर सवाल खड़े किए। अध्यक्षता करते हुए राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि छह माह से टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी लगातार आंदोलन कर रहे हैं। प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी के बाद भी सरकार टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति को लेकर ठोस कदम नहीं उठा रही है। बैठक में 12 जून को दिल्ली में प्रस्तावित रैली के बारे में जानकारी देते हुए भारी संख्या में लखनऊ पहुंचने का आवाहन किया गया। अनिल कुमार, शिवशंकर गुप्ता, रामबाबू, संतोष पाल, अरुण गर्ग, राकेश, कपिल, फूल सिंह, मनीष श्रीवास्तव सहित भारी संख्या में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी मौजूद रहे।
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टीईटी अभ्यर्थियों को धरना दिल्ली में कल
महराजगंज। सदर बीआरसी परिसर में रविवार को टीईटी उत्तीर्ण एकता मोर्चा की बैठक हुई। इसमें प्रदेश सरकार के आश्वासन के बावजूद नियुक्ति न होने पर रोष व्यक्त किया गया। अभ्यर्थियों ने सरकार से चयन का आधार स्पष्ट करने की मांग की। अपनी मांगाें को मनवाने के लिए अभ्यर्थी 12 जून को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना, प्रदर्शन करेंगे।
जिलाध्यक्ष महेन्द्र वर्मा ने कहा कि टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्ति की घोषणा होने पर ही संगठन संतुष्ट होगा। हम केवल आश्वासन से संतुष्ट होने वाले नहीं हैं। उन्होंने अभ्यर्थियों से दिल्ली पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन करने की अपील की। आंदोलन के दौरान टीईटी अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधि मंडल मानव संसाधन विकास मंत्री से मिलेगा। महामंत्री मदन यादव ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उससे पहले हम चुप बैठने वाले नहीं हैं।
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दिल्ली में धरने को लेकर बनी रणनीति
•जंतर-मंतर पर कल जुटेंगे टीईटी अभ्यर्थी
महराजगंज। सदर बीआरसी परिसर में रविवार को टीईटी उत्तीर्ण एकता मोर्चा की बैठक हुई। इसमें प्रदेश सरकार के आश्वासन के बावजूद नियुक्ति न होने पर रोष व्यक्त किया गया। अभ्यर्थियों ने सरकार से चयन का आधार स्पष्ट करने की मांग की। अपनी मांगाें को मनवाने के लिए अभ्यर्थी 12 जून को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना, प्रदर्शन करेंगे।
जिलाध्यक्ष महेन्द्र वर्मा ने कहा कि टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्ति की घोषणा होने पर ही संगठन संतुष्ट होगा। हम केवल आश्वासन से संतुष्ट होने वाले नहीं हैं। उन्होंने अभ्यर्थियों से दिल्ली पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन करने की अपील की। आंदोलन के दौरान टीईटी अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधि मंडल मानव संसाधन विकास मंत्री से मिलेगा। महामंत्री मदन यादव ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उससे पहले हम चुप बैठने वाले नहीं हैं।
इस मौके पर विजय बहादुर राय, हरिप्रकाश गुप्ता, उमेश चन्द्र मिश्र, राकेश अग्रहरी, प्रवीण पटेल, अवधेश वर्मा, कमलेश कुमार, महेन्द्र प्रसाद यादव, मनीष पटेल, सदानन्द पासवान, मनोज कुमार प्रजापति और रामकुमार पटेल आदि मौजूद रहे।
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धरना सफल बनाने की बनाई रणनीति

देवरिया। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को टाउनहाल प्रांगण में हुई। जिसमें जंतर-मंतर दिल्ली में होने वाले एक दिवसीय धरना को सफल बनाए जाने पर रणनीति बनाई गई। साथ ही संगठन के विस्तार किए जाने पर भी बल दिया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि वाराणसी से मनोज कुमार सिंह मयंक ने पदयात्रा निकाली है। 20 मई से शुरू हुई यह यात्रा 12 जून को दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचेगी। जहां पर पूरे प्रदेश के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी एक दिवसीय धरना देंगे। धरना के दौरान केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल को ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि हम तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक हमारा हक नहीं मिलता।
मोर्चा के पदाधिकारी रघुवंश शुक्ल, राजित दीक्षित, राकेश मणि त्रिपाठी, पुंडरीकाक्ष शर्मा, राजीव दीक्षित, पद्माकर, संतोष, श्रीप्रकाश, हरेंद्र पुरी, अरविंद मिश्र, मनोज कुमार, चंद्रभूषण सिंह, रतेंद्र सिंह, शालिनी, शैलेष, मुन्ना विश्वकर्मा, श्याम रंजन आदि रहे।

News Source : Amar Ujala (11.6.12)

UPTET : शिक्षक पात्रता परीक्षा की मेरिट पर ही की जाए शिक्षकों की नियुक्ति



UPTET : शिक्षक पात्रता परीक्षा की मेरिट पर ही की जाए शिक्षकों की नियुक्ति

•प्रवेश परीक्षा का विकल्प ही बेहतर
सहारनपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर रविवार को गांधी पार्क में हुई बैठक में अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रदेश सरकार कई बार दावे करने के बावजूद शिक्षकों की नियुक्ति पर टालमटोल कर रही है। इससे अभ्यर्थियों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार भर्ती को लेकर बयानबाजी या गुमराह करने की बजाय नियुक्ति को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करे। भर्ती प्रक्रिया को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन के तहत अब 12 जून को दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रस्तावित धरने प्रदर्शन और अनशन में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की गई।

मोर्चा अध्यक्ष संजय कुमार और संरक्षक प्रदीप धीमान ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से टीईटी की परीक्षा के जारी परिणाम की त्रुटियों और अन्य मामलों के कारण यह भर्ती प्रक्रिया अधर में लटकी है। नई सरकार बनने से उन्हें शिक्षक बनने का सपना पूरा करने की उम्मीद थी, मगर ऐसा नहीं हो सका।
टीईटी अभ्यर्थियों ने इस बात पर हैरानी जताई कि विशिष्ट बीटीसी सहित अन्य चयन प्रक्रियाओं में एकेडमिक मेरिट के दुुरुपयोग के मामलों को देखने के बाद भी प्रदेश सरकार एकेडमिक मेरिट को ही आधार बनाकर नियुक्तियां करने की मंशा रखती है, जबकि योग्य अभ्यर्थियों के चयन के लिए प्रवेश परीक्षा का विकल्प ही बेहतर है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को लगता है कि टीईटी के परिणाम में अब भी अनियमितताएं हैं तो उनकी पूरी जांच कराकर अपात्रों को अलग कर दें और पात्रों का चयन करा लिया जाए।
इसी आंदोलन के मद्देनजर वाराणसी से दिल्ली तक पदयात्रा करने वाले अभ्यर्थियों मयंक और मनोज को सम्मानित करने का भी प्रस्ताव बैठक में रखा गया। सत्यवीर, संदीप कुमार, रवींद्र राठौर, सुखपाल सिंह आदि रहे। 
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टीईटी संघर्ष मोर्चा करेगा प्रदर्शन


मुजफ्फरनगर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की टाउनहाल में बैठक में जिलाध्यक्ष बलकेश चौधरी ने बताया कि 12 जून को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने के साथ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री से मुलाकात करके टीईटी भर्ती की मांग की जाएगी। रालोद एमएलसी चौधरी मुश्ताक ने छात्रों को टीईटी भर्ती प्रक्रिया मुद्दा विधान परिषद में उठाने का आश्वासन दिया है। बैठक में फारुख हसन, कपिल शर्मा, मनोज मंयक, साकिद अली, मोहित बालियान, राशिद, रवि प्रकाश, सिद्धार्थ, वकील अहमद, राहुल, नकल, मनोज, नदीम, नूर मौहम्मद, पिंकी, शालिनी और नेहा आदि मौजूद रहे।


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दिल्ली में धरना देंगे टीईटी अभ्यर्थी


खेकड़ा। टीईटी की परीक्षा पास करने पर भी शिक्षकों की भर्ती न करने से अभ्यर्थियों में आक्रोश व्याप्त है। छात्र आज दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना देंगे।
नगर में रेलवे रोड पर रविवार की शाम टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक हुई। अभ्यर्थियों ने कहा कि टीईटी की परीक्षा पास करने पर भी सरकार ने उनकी नियुक्ति नहीं की है। उनके भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ किया जा रहा है। बैठक में संजय गुप्ता, सौरभ, अमितेश धामा, लोकेंद्र धामा आदि मौजूद थे


News Source : Amar Ujala (11.6.12)

Sunday, June 10, 2012

UPTET : केंद्र तक अपनी आवाज पहुंचाएंगे टीईटी अभ्यर्थी


UPTET : केंद्र तक अपनी आवाज पहुंचाएंगे टीईटी अभ्यर्थी

देवरिया: टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को टाउनहाल परिसर में आयोजित की गई। इसमें मोर्चा पदाधिकारियों ने आगे की रणनीति तय की। अभ्यर्थियों ने केंद्र तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए 12 जून को दिल्ली के जंतर-मंतर पर होने वाले एक दिवसीय धरने को सफल बनाने का संकल्प लिया



















बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि वाराणसी से मनोज कुमार मयंक द्वारा 20 मई को शुरू की गई पदयात्रा 12 जून को दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचेगी। जहां टीईटी अभ्यर्थियों द्वारा एक दिवसीय धरना दिया जाएगा। धरने के दौरान अभ्यर्थी केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को ज्ञापन सौंपेंगे। श्री सिंह ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती यह संघर्ष जारी रहेगा

मोर्चा के रघुवंश शुक्ला ने कहा कि सरकार चारों तरफ से घिर चुकी है। उन्होंने कहा कि अभी सरकार की नीयत साफ नहीं है, लेकिन किसी भी हाल में हम अपने लक्ष्य को प्राप्त किए बिना चुप बैठने वाले नहीं हैं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि हम सरकार के सामने घुटने टेकने वाले नहीं हैं। राजीव दीक्षित ने कहा कि लखनऊ में जो कुछ हुआ वह ऐतिहासिक था। अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन से सरकार पूरी तरह भयभीत हो चुकी है। उम्मीद है जल्द ही इसका सार्थक परिणाम दिखेगा। संचालन संदीप कुशवाहा ने किया

इस अवसर पर प्रमुख रूप से राकेश मणि त्रिपाठी, पुण्डीकाक्ष शर्मा, पद्माकर, संतोष, हरेंद्रपुरी, विश्वकर्मा, चंद्रभूषण सिंह, अरविंद मिश्र, मनोज कुमार, रतेंद्र सिंह, शालिनी चौहारी, शैलेष मुन्ना विश्वकर्मा, श्याम रंजन, शैलेष कुमार पांडेय, मुन्ना विश्वकर्मा, हरेंद्र, रति शर्मा, अनिल कुमार, संतोष चौबे, रघुवंश मणि दूबे, विकास पाण्डेय, मनोज कुमार सिंह, यशवंत कुमार, संतोष कुमार आदि मौजूद थे

News Source : Jagran.com (10.6.12)

UPTET : हक पाने को संघर्ष करें



UPTET : हक पाने को संघर्ष करें

रामपुर । टीईटी संघर्ष मोर्चा ने बैठक कर कहा है कि हक पाने के लिए कड़ा संघर्ष किया जाएगा।

















टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक शनिवार को अंबेडकर पार्क में हुई, जिसमें नियुक्ति को लेकर विचार किया गया। प्रदेश अध्यक्ष राजेश प्रताप ने कहा कि टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियों के साथ नाइंसाफी की जा रही है। उन्हें नौकरी देकर रोजगार से जोड़ा जाए। इसके लिए वे मांग कर रहे हैं। पिछले दिनों लखनऊ भी गए थे, लेकिन उन पर लाठीचार्ज किया गया, जिसकी निंदा की जाती है। अब संघर्ष मोर्चा ने 12 जून को दिल्ली जंतर-मंतर पर आंदोलन का निर्णय लिया है। इसमें अधिक से अधिक अभ्यर्थी शामिल हों और हक पाने के लिए कड़ा संघर्ष करें

इस मौके पर मोहम्मद सलीम, राजपाल सिंह यादव, मुनेश कुमार, गुरपाल सिंह, संतोष राज, प्रदीप भटनागर, रिजवान खान, विजय कुमार, विनय कुमार, कुलदीप सिंह, प्रियंक त्यागी, पंकज सिंह, हरजीत सिंह आदि शामिल रहे।

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आज आगामी रणनीति को जुटेंगे अभ्यर्थी


बड़ौत,बागपत। टीईटी की बहाली को लेकर उत्तीर्ण अभ्यर्थियों द्वारा लगातार प्रयास जारी हैं। अपनी इसी कवायद के तहत रविवार को सभी अभ्यर्थी नगर के रेलवे स्टेशन पर एक जुट होगें और आगामी रणनीति की रूपरेखा तैयार करेंगे

प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक की भर्ती का मामला फिर से तूल पकड़ रहा है। टीईटी संघर्ष मोर्चो के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि लखनऊ में अभ्यर्थियों पर हुए पुलिस लाठी-चार्ज के बाद इस आदोलन को जबरदस्त समर्थन मिलना शुरू हो गया है। इधर वारणसी से दो अथ्यर्थी पैदल यात्रा करते हुए आगामी 12 जून को नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंच रहे हैं। यहां एक दिन का धरना प्रस्तावित है। इस धरना में प्रदेश भर से अभ्यर्थी भाग लेने नई दिल्ली पहुंचेगे। इसी कड़ी में अभ्यर्थियों को एकजुट करने के लिए रविवार को रेलवे स्टेशन में बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इसमें लखनऊ धरने के बाद लिए गए निर्णय आदि की जानकारी दी जाएगी। बैठक सवेरे नौ बजे आहूत की जाएगी। सभी से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की गई है


News Source : Jagran.com (9.6.12)

INVITATION-CUM-BRIEFING FOR MEDIA ON AGITATION OF 12.06.2012 AT JANTAR-MANTAR, NEW DELHI ( Drafted by Shyam Dev Mishra )


INVITATION-CUM-BRIEFING FOR MEDIA ON AGITATION OF 12.06.2012 AT JANTAR-MANTAR, NEW DELHI ( Drafted by Shyam Dev Mishra )

---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: Shyam Dev Mishra <shyamdevmishra@gmail.com>
दिनांक: 10 जून 2012 9:38 am
विषय: INVITATION-CUM-BRIEFING FOR MEDIA ON AGITATION OF 12.06.2012 AT JANTAR-MANTAR, NEW DELHI
प्रति: rashid azad <rashid.khurshid@gmail.com>, Sarkari Damad <sarkaridamad007@gmail.com>, Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>, dev02019654@gmail.com, rajesh rao <rajeshrow86@gmail.com>, nnitinmehta1982@rediffmail.com, Naved Ahmed <navedahmeds@gmail.com>, dharmchand1980@gmail.com


 दिनांक:
सेवा में,
महोदय,
विषयउत्तर प्रदेश में टी..टी.-उत्तीर्ण 72825 प्राथमिक अध्यापकों की भर्ती-प्रक्रिया में हो रहे विलम्ब पर राज्य-सरकार की निष्क्रियता के विरोध में दिनांक 12.06.2012 को जन्तर-मंतरनई दिल्ली में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित एक-दिवसीय धरना-प्रदर्शन की सूचना एवं कवरेज हेतु आमंत्रण.




















जैसा कि आपको ज्ञात होगा, उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (यू.पी.टी.ई.टी.) 2011 के माध्यम से दिसंबर 2011 में प्रारंभ हुई 72825 प्राथमिक अध्यापकों की भर्ती-प्रक्रिया में हो रहे विलम्ब से प्रदेश में शिक्षा का अधिकार के हनन एवं लाखों शिक्षित और योग्य बेरोजगार अभ्यर्थियों के भविष्य पर छाई अनिश्चितता पर राज्य-सरकार के अस्पष्ट रवैये के विरोध में प्रदेश के लगभग 272000 टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थी मार्च 2012 से लगातार आन्दोलनरत हैं.


ज्ञात हो कि प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद राज्य सरकार ने नियमों में आवश्यक संशोधन करके अध्यापकों की नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् के दिशा-निर्देशों के अनुसार 13 नवम्बर 2011 को अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन करवाया. मालूम हो कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् ने अध्यापन की गुणवत्ता को बनाये रखने के उद्देश्य से यह निश्चित किया कि अध्यापकों की नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों को उसके द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सम्बंधित राज्य-सरकार द्वारा समय-समय पर आयोजित की जाने वाली  "अध्यापक पात्रता परीक्षा" उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा. साथ ही चयन में भी इसके अंको को महत्त्व देने की सिफारिश की. इस नई व्यवस्था को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी महत्त्व देते हुए इसे अनिवार्य कर दिया.


परीक्षा के परिणाम में कई बार संशोधन हुए और कई असंतुष्ट अभ्यर्थियों ने अपने पास मौजूद उत्तर-पुस्तिका की कार्बन-कापी के आधार पर उच्च  न्यायालय में भी अपील की और अंततः न्यायालय के निर्देश के अनुसार अंतिम रूप संशोधित परिणाम जारी किया गया. तदुपरांत भर्ती-प्रक्रिया की शुरुआत हुई और हर जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अलग-अलग विज्ञापन निकालने की समयसाध्य और खर्चीली पुरानी परिपाटी के स्थान पर राज्य-सरकार द्वारा अधिकृत की गई माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा समस्त बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से 2 दिसंबर 2011 को एक संयुक्त विज्ञप्ति प्रकाशित कर टी.ई.टी. मेरिट के आधार पर 72825 प्रशिक्षु प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किये गए थे. इस बीच माध्यमिक शिक्षा परिषद् के निदेशक संजय मोहन द्वारा कुछ अभ्यर्थियों से अध्यापक पात्रता परीक्षा में अंक बढवाने के नाम पर रुपये लेने का मामला सामने आया जिसमे हुई जाँच में ये मामला महज ठगी तक सीमित रहा और परिणामों में धांधली के आरोप साबित नहीं हुए हैं. वैसे भी हर अभ्यर्थी के पास मौजूद उत्तर-पुस्तिका की प्रति के आधार पर परिणाम की सत्यता की जाँच का विकल्प सबके लिए खुला है.


इसके बाद तमाम अभ्यर्थियों ने, जिनके लिए टी.ई.टी. में अंक कम होने से चयन के आसार कम थे, टी.ई.टी. के आधार पर चयन की प्रक्रिया को उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में चुनौती दी पर ऐसे सभी मामलों में न्यायालय ने आपत्तियों को दरकिनार करते हुए इसे न्याय-संगत और नियम-संगत ठहराया. परन्तु वाराणसी के एक अभ्यर्थी कपिल देव यादव ने एक याचिका दायर कर भर्ती का विज्ञापन बेसिक शिक्षा अधिकारियों के स्थान पर उनकी ओर से माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा जारी किये जाने को तकनीकी आधार पर चुनौती दी जिसपर न्यायालय ने 4 जानवरी 2012 को भर्ती-प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए राज्य सरकार से जवाब माँगा. तब से इस मसले में सुनवाई कम तारीखें ज्यादा मिली हैं और कोर्ट के बाहर भी राज्य-सरकार ने अबतक इस मसले पर अपना रुख जाहिर नहीं किया है साथ ही सरकारी पक्ष ने जिस प्रकार का लापरवाही भरा रवैया कोर्ट के अन्दर दिखाया है वह भी इस मामले के निस्तारण में इतने विलम्ब का प्रमुख कारण रहा है. और तो और, कई तारीखों पर तो यह भी साबित हुआ कि सरकारी वकील को महज विज्ञप्ति में दिए गए निर्देशों-तथ्यों तक की जानकारी न थी.


यहाँ यह बताना महत्वपूर्ण होगा कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् के नियमों के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक के अध्यापन के लिए बी.एड. डिग्रीधारक अभ्यर्थियों की नियुक्ति की समय-सीमा 1 जनवरी 2012 रखी गई थी. ऐसे में राज्य-सरकार की लापरवाही और उसके द्वारा किये गए विलम्ब का खामियाजा निर्दोष अभ्यर्थियों को न भुगतना पड़े और प्रक्रिया शुरू होने के पहले निर्धारित हो चुके नियमों के अनुसार भर्ती हो, इस मांग को लेकर आक्रोशित अभ्यर्थियों ने प्रदेश-भर में जिला-स्तर पर तो प्रदर्शन किये ही, समय समय पर राज्य-सरकार तक अपनी आवाज़ पहुचने के लिए लखनऊ तक पहुंचे. इस क्रम में अभ्यर्थियों द्वारा लखनऊ में 20 मार्च को एक-दिवसीय धरने का आयोजन किया गया था, जिसमे शामिल होने जा रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया. इसके उपरान्त पुनः लखनऊ में 30 मार्च से 2 अप्रैल तक अनशन किया गया जिसपर स्थानीय प्रशासन ने मुख्यमंत्री से वार्ता का आश्वासन देकर समाप्त करवाया. . गौरतलब है कि इस अनशन के दौरान कई अभ्यर्थियों की स्थिति इस कदर बिगड़ गई थी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था. अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री से शीघ्र कार्यवाही के आश्वासन के सिवा कुछ न मिल सका. अभ्यर्थियों द्वारा पुनः 20 अप्रैल को लखनऊ में प्रदर्शन किया गया जिसे प्रशासन ने मुख्यमंत्री से वार्ता कराकर हल निकालने के आश्वासन के साथ समाप्त करवाया. माननीय मुख्यमंत्री ने जनता दरबार में इस समस्या को सुना तो पर नतीजा फिर सिफर ही रहा. पुनः 29 से 31 मई को लखनऊ में आक्रोशित अभ्यर्थियों ने विधान सभा का लगातार घेराव किया जिसमे पुलिस ने बर्बरता पूर्वक महिलाओं तक पे लाठियां चलाई, सैकड़ो गिरफ्तारियां की गई, हज़ारों लोगो को अलग-अलग स्थानों पे निरुद्ध किया गया और इस जनाक्रोश का हल निकालने के बजाय इसे कुचलने का हर संभव उपाय किया. इस सारे घटनाक्रम को मीडिया ने लगातार महत्त्व दिया.


अभ्यर्थियों को शांत करने के उद्देश्य से कभी निर्णय लेने के लिए राज्य-सरकार ने दस दिन का समय माँगा तो कभी मुख्य-सचिव की अध्यक्षता में जाँच-समिति बनाकर 3 हफ्ते में रिपोर्ट आने और तदनुसार कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया पर आज ये सारी समय-सीमायें समाप्त हो गई है और मसला वहीँ का वहीँ है.


इन स्थितियों से व्यथित हो कई अभ्यर्थियों का मानसिक अवसाद के कारण निधन तक हो चुका है. प्रदेश-भर में सभी अभ्यर्थी अपने पाने स्तर से सरकार से इस मसले के निराकरण का आग्रह कर रहे हैं. सही मनोज कुमार "मयंक" और उनके साथियों ने इस समस्या की ओर न सिर्फ प्रदेश, बल्कि केंद्र सरकार तक को आकृष्ट करने के लिए इस भीषण गर्मी में वाराणसी से दिल्ली तक की पदयात्रा शुरू की जिसके इस अतुल्य प्रयास की सराहना व्यापक स्तर पे हुई है और उन्हें इस प्रदर्शन के दौरान सम्मानित भी किया जाना प्रस्तावित है.


शिक्षा का अधिकार को न सिर्फ यू. पी.ए. सरकार और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के लिए एक महत्वपूर्ण विषय रहा है बल्कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी इसे बच्चों का संवैधानिक अधिकार करार दिया है. केंद्र सरकार इस सम्बन्ध में होने वालों खर्चों में 65% अंशदान देती है और समय-समय पर दिशा-निर्देश देने को अधिकृत होती है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में शिक्षा के अधिकार के उद्देश्यों की प्राप्ति में आने वाली बाधाओं की ओर, इस समूचे प्रकरण पर राज्य-सरकार की चुप्पी और अस्पष्ट रुख की ओर केंद्र सरकार और माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री कपिल सिब्बल जी का ध्यान आकर्षित करते हुए निवेदन है कि,
1. प्रदेश में 72825 प्रशिक्षु प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती-प्रक्रिया को लेकर अपने रुख को न सिर्फ स्पष्ट करे बल्कि न्यायालय में लंबित मामले के शीघ्र निपटारे के लिए ठोस कार्यवाही करे.
2. भर्ती-प्रक्रिया को पुनः किसी कानूनी बाधा से सुरक्षित रखने के लिए न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों के अतिरिक्त किसी भी प्रकार का परिवर्तन नियम व् शर्तों में में न करे और पूर्व-निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ही चयन व् नियुक्ति की जाये.
3. प्रदेश में अध्यापकों की आवश्यकता के मुकाबले एन.सी.टी.ई. द्वारा निर्धारित योग्यता वाले अभ्यर्थियों की भारी कमी को ध्यान में रखते हुए कक्षा 1 से 5 तक के अध्यापकों के लिए बी.एड. डिग्रीधारकों को दी गई समय सीमा (१ जनवरी 2012) को शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत बढाया जाये.
4. समाचारपत्रों में छपी खबरों के अनुसार प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा विधान सभा में में बिना आवश्यक अर्हता (टी.ई.टी.) रखने वाले शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाने की सरकार की योजना का जिस प्रकास विधान सभा में दिए जवाब से हुआ, उस से स्पष्ट है कि राज्य सरकार इस मामले की को पर्याप्त गंभीरता से नहीं ला रही है या फिर जानबूझकर गुमराह कर रही है. इस लिए व्यापक जनहित में आवश्यक है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुसार छात्र-शिक्षक अनुपात के लक्ष्य को प्राप्त करने की समय सीमा को ध्यान में रखते हुए राज्य-सरकार को इस दिशा में बनाई गई कार्य-योजना स्पष्ट करने का निर्देश दिया जाये तथा वैधानिकता को ध्यान में रखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश केंद्र-सरकार द्वारा जारी किये जाएँ.
टी.ई.टी. अभ्यर्थियों की इस मुहिम को उत्तर प्रदेश में मीडिया का जबरदस्त समर्थन मिला है. मीडिया द्वारा इस मामले को दिए गए महत्त्व का नतीजा था कि उत्तर प्रदेश सरकार को विधान-सभा और विधान-परिषद् में सदस्यों के तीखे सवालों का सामना कररना पड़ा और सदस्यों ने टी.ई.टी. अभ्यर्थियों की स्थिति और उस पर सरकार के रुख पर रोष जताते हुए जरुरु कदम उठाने को कहा. आशा है कि राजधानी में अपनी आवाज़ उठाने के लाखो टी.ई.टी. अभ्यर्थियों के इस प्रयास को स्थानीय और राष्ट्रीय मीडिया का भरपूर सहयोग मिलेगा और इस महत्वपूर्ण मुद्दे पे सम्बंधित पक्षों के साथ-साथ जनता का भी ध्यान आकृष्ट करने के हमारे इस प्रयास में आप हमारा यथासंभव सहयोग करेंगे और इस आन्दोलन को प्रमुखता से प्रकाशित-प्रसारित करेंगे.


धन्यवाद,
निवेदक
समस्त यू.पी.टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थी

UPTET : यूपीः रेग्यूरल शिक्षा मित्रों को भी ट्रेनिंग



UPTET : यूपीः रेग्यूरल शिक्षा मित्रों को भी ट्रेनिंग


शिक्षा मित्र रहते हुए रेग्यूलर स्नातक करने वालों को भी ट्रेनिंग देने की तैयारी है। बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी के निर्देश पर उच्चाधिकारियों की बैठक हो चुकी है। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी है। रेग्यूलर शिक्षा मित्रों को ट्रेनिंग प्रक्रिया शीघ्र शुरू किया जाएगा, ताकि वर्ष 2014 तक सभी शिक्षा मित्रों को ट्रेंड कर शिक्षक बनाया जा सके। इंटर पास शिक्षा मित्रों के बारे में भी शीघ्र निर्णय कर लिया जाएगा, ताकि उनको भी ट्रेनिंग दी जा सके

शिक्षा का अधिकार अधिनियम में यह अनिवार्य कर दिया गया है कि कोई भी शिक्षक अनट्रेंड नहीं रहेगा। शिक्षा मित्र अनट्रेंड शिक्षकों की श्रेणी में आते हैं। इसलिए माया सरकार ने स्नातक पास 1.24 लाख शिक्षा मित्रों को दो वर्षीय डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीईई) ट्रेनिंग देने का निर्णय किया था। स्नातक उत्तीर्ण शिक्षा मित्रों को ट्रेनिंग देने के लिए आवेदन मांगे गए, तो इसमें रेग्यूलर शिक्षा मित्रों को इससे अलग कर दिया गया। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने कहा कि हाईकोर्ट का आदेश है कि शिक्षा मित्र रहते हुए कोई रेग्यूलर स्नातक नहीं कर सकता है। रेग्यूलर स्नातक को अवैध करार दे दिया गया। इसको लेकर शिक्षा मित्रों ने उच्चाधिकारियों से कई बार संपर्क किया, लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं किया जा सका

सपा ने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सरकार बनने में शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाया जाएगा। सरकार बनने के बाद घोषणा पर अमल करने के लिए बेसिक शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें रेग्यूलर शिक्षा मित्रों को भी ट्रेनिंग देने पर शीघ्र निर्णय लेने को कहा गया। सूत्रों का कहना है कि इसके बाद उच्चाधिकारियों की हुई बैठक में रेग्यूलर शिक्षा मित्रों को ट्रेनिंग पर सहमति बनी है। यदि जरूरी हुआ, तो सरकार इस संबंध में हाईकोर्ट के आदेश पर न्याय विभाग से दिशा-निर्देश भी प्राप्त करेगी, ताकि आगे चलकर किसी तरह की समस्या न खड़ी हो। मौजूदा समय करीब 62 हजार शिक्षा मित्रों को ब्लाक संसाधन केंद्र और न्याय पंचायत संसाधन केंद्रों पर ट्रेनिंग दी जा रही है


News Source : Amar Ujala ( 10.6.12)

UPTET : दिल्ली में धरने को सफल बनाने पर चर्चा

UPTET : दिल्ली में धरने को सफल बनाने पर चर्चा


•टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक

आजमगढ़ (ब्यूरो)। टीईटी संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों की बैठक शनिवार को कुंवर सिंह उद्यान में उमेश की अध्यक्षता में हुई। इसमें दिल्ली में जंतर-मंतर पर 12 जून को आयोजित धरने को सफल बनाने सहित अन्य मुद्दाें पर चर्चा की गई। अरविंद वर्मा और सूबेदार यादव ने कहा कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर 12 को टीईटी संघर्ष मोर्चा द्वारा धरने का आयोजन किया गया है। अजय यादव ने कहा कि 15 जून को मंडलस्तरीय कार्यक्रम करके टीईटी मेरिट पर नियुक्ति करने के लिए मजबूर किया जाएगा। इसी क्रम में राकेश, पंकज, तेजबहादुर, राणा प्रताप सिंह ने संबोधित किया। बैठक की अध्यक्षता आजाद यादव ने किया। इस मौके पर गजानंद, विरेंद्र कुमार राजभर, बृजराज यादव, अरविंद यादव, सुरेश सरोज, शिवचंद, सूर्यभान, परमहंस, यादव, रामाश्रय आदि उपस्थित थे।


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मंत्री के बयान की निंदा
•टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने उठाई आवाज

बलिया। बेसिक शिक्षा मंत्री की ओर से छह जून को पड़रौना में प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के संबंध में दिए गए बयान पर उत्तर प्रदेश टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक वैदिक बाल विद्या मंदिर में संपन्न हुई। जिसमें वक्ताओं ने सरकार की नीतियों की निंदा करते हुए शिक्षा मंत्री के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण, गैर जिम्मेदाराना एवं मानसिक दिवालियापन का परिचायक बताया।
वक्ताओं ने कहा कि एक महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए उनकी ओर से दिया गया यह बयान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कन्नौज के चुनावी जनसभा में दिए गए बयान के ठीक विपरीत है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुखिया के बयान का खंडन उनके अधिनस्थ मंत्री कर दें। उत्तर प्रदेश टीईटी संघर्ष मोर्चा द्वारा 12 जून को दिल्ली के जंतर-मंतर पर होने वाले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में जिले के अधिक से अधिक टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी भाग लेंगे। बैठक में प्रमुख रूप से दिग्विजय पाठक, पीयूष चौबे, सुरेंद्र कुमार सिंह, अतुल सिंह, मंजीत सिंह आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता संजय पांडेय तथा संचालन नागेंद्र ने किया
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बैठक आज
छिबरामऊ (कन्नौज)। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक 10 जून को प्रात:9 बजे से गंगेश्वरनाथ मंदिर परिसर में होगी। यह जानकारी देते हुए जिलाध्यक्ष जयकृष्ण दीक्षित ने बताया कि बैठक में 12 जून को दिल्ली में होने वाले धरना प्रदर्शन की रणनीति पर विचार विमर्श किया जाएगा।


News Source : Amar Ujala (10.6.12)

Saturday, June 9, 2012

UPSESSB / UPMSSCB : माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड में भ्रष्टाचार की जांच शुरू



UPSESSB / UPMSSCB : माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड में भ्रष्टाचार की जांच शुरू


लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में व्याप्त भ्रष्टाचार और शिक्षकों के चयन में धांधली की जांच सरकार ने शुरू कर दी है। मामले की जांच प्रमुख सचिव गन्ना और चीनी उद्योग को सौंपी गई है। लिखित परीक्षा के आधार पर चयनित शिक्षकों के इंटरव्यू पर भी रोक लगा दी गई है। बोर्ड में व्याप्त भ्रष्टाचार के बारे में शिक्षक दल द्वारा कार्यस्थगन की सूचना देने पर सत्ता पक्ष के सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने सदन को यह जानकारी दी

शिक्षक दल के ओमप्रकाश शर्मा ने कार्यस्थगन की सूचना देते हुए बताया कि शासकीय सहायताप्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के चयन के लिए गठित माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। दस-दस लाख रुपये लेकर ऐसे अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्त किया जा रहा है जिन्होंने न तो लिखित परीक्षा दी और न ही इंटरव्यू। बोर्ड के अध्यक्ष के रिश्तेदारों की भी फर्जी तरीके से नियुक्तियां की गई हैं। इन फर्जी नियुक्तियों के मामले लगातार उजागर हो रहे हैं। अब तक 200 से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जा चुकी है। रिश्वत के पैसे की बंदरबांट को लेकर बोर्ड के अध्यक्ष व सदस्यों में दफ्तर में मारपीट भी हो चुकी है। नेता सदन अहमद हसन ने कहा कि यह गंभीर प्रकरण है। बोर्ड के अध्यक्ष व सदस्यों के काम पर सरकार रोक लगायेगी। सभापति गणेश शंकर पांडेय ने कार्यस्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार कर सरकार को प्रभावी कार्यवाही का निर्देश दिया

निर्दल समूह के राज बहादुर सिंह चंदेल और चेत नारायण सिंह ने अनुदानित विद्यालयों में शिक्षकों की एकल स्थानांतरण व्यवस्था में आये गतिरोध की जानकारी देते हुए कार्यस्थगन की सूचना दी जिसे अस्वीकार करते हुए सभापति ने सूचना को आवश्यक कार्यवाही के लिए सरकार को संदर्भित किया। बसपा सदस्यों की ओर से कार्यस्थगन की दो और सूचनाएं दी गई। एक सूचना आगरा के बाह क्षेत्र में ग्राम प्रधान व बसपा कार्यकर्ता मुन्नालाल जाटव की हत्या से संबंधित थी। दूसरी घटना कांशीराम नगर के सोरों ब्लाक के ग्राम पंचायत विकास अधिकारी सत्यप्रकाश की हत्या के बारे में थी। दोनों सूचनाओं को अस्वीकार करते हुए सभापति ने दोनों प्रकरणों में सरकार को प्रभावी कार्यवाही करने का निर्देश दिया


News Source : Jagran.com (9.6.12)