UPTET / BTC News : नौकरी की 'गारंटी' और बीटीसी के बीच 'जंग'
सहारनपुर । अब वह जमाना गुजर गया, जब बीटीसी करने के बाद नौकरी की 'गारंटी' होती थी। दरअसल सेवानिवृत शिक्षकों के सापेक्ष प्रशिक्षित शिक्षकों की संख्या कम थी। टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) लागू होने से उम्म्मीदों पर तुषारापात हुआ है। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक की नौकरी के लिए दो दर्जन मृतक आश्रित कतार में हैं।
प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण पूरा के बाद शिक्षक की नौकरी एक 'गारंटी' बन गई थी। वर्ष 1980 तक बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले अभ्यर्थियों को करीब 12 वर्ष बाद नौकरी मिलना आरंभ हुई थी। इसका कारण बीच की अवधि के दौरान कम शिक्षकों का सेवानिवृत होना रहा था। वर्ष 1992 के बाद सेवानिवृत शिक्षकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ, जिसके चलते बीटीसी कर चुके अभ्यर्थियों को वरीयता क्रम में नौकरी मिली। इसके बाद वर्ष 1998 तक बीटीसी में प्रवेश लेने वालों को प्रशिक्षण पूरा करने के साथ ही नौकरी मिलती चली गई।
यहां लगा ब्रेक
बीटीसी-2001 की प्रक्रिया में फंसा कांटा वर्ष 2009 में बाहर निकाला जा सका। इसके बाद जिले में इस बैच के करीब 90 अभ्यर्थियों को फरवरी 2009 में नौकरी मिल सकी थी। इसी बीच शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए विशिष्ट बीटीसी के माध्यम से रिक्त पद जा सके थे।
टीईटी बनी बड़ा कांटा
टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) लागू होने के बाद मामले में फंसे पेंच ने नौकरी की राह में काटे बिछाने का काम किया है। बीटीसी प्रशिक्षण के बाद अब टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। इसके बाद ही नौकरी के लिए पात्रता पूरी होगी।
मृतक आश्रित भी कतार में
बेसिक शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शिक्षक की नौकरी के लिए करीब दो दर्जन मृतक आश्रित कतार में हैं और इनमें अधिकांश स्नातक हैं। शिक्षा अधिकार कानून लागू होने के बाद विभाग सीधे नियुक्ति देने में असमर्थ है। बीएसए शैलेंद्र सिंह का कहना है कि मृतक आश्रितों के लिए चतुर्थ श्रेणी के पदों पर ही नियुक्ति का विकल्प खुला है।
जल्द निर्णय ले सरकार
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री मुकेश शर्मा का कहना है शिक्षकों की नियुक्ति में देरी से स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। मामले को जल्द सुलझाने तथा मृतक आश्रितों को शिक्षक नियुक्त करने में सरकार को गंभीरता से प्रयास करने चाहिए
Source : Jagran ( 2.12.12)
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TET Exam ruled out guaranteed selection of BTC candidates, TET comes into force as per NCTE guidelines and to enhance quality in education.
good morning friends friends .whether new ad comes or vacancies are filled through old ad govt has no alternative except old recruitment process .so fight for tet merit .
ReplyDeletead na aane ka reason -govt ke pas kewal do raste hai 1 ~purane ad ko bahal kare .2 ~punah sansodhan karke tet merit laye qki court order ke anusar petitioner ka hit prabhavit nahi hona chahiye .
ReplyDeletelucknow chalo.............
ReplyDeleteपति पत्नी में लड़ाई हुई. पति ने
ReplyDeleteआत्महत्या करने की सोच कर बाजार से जहर
लाकर खा लिया. वो मरे नहीं बीमार
हो गए.
पत्नी (गुस्से में बोली) – सौ बार कहा है
कि चीजें देखकर खरीदा करो पैसे भी गए और
जिस काम के लिए लाए वो भी नहीं हुआ.
सविता: कल मेरा बेटा आ रहा है.
ReplyDeleteसंगीता: लेकिन उसे तो पांच साल
की सजा हुई थी.
सविता: हां, लेकिन उसके अच्छे व्यवहार के
कारण उसकी सजा का एक साल माफ कर
दिया गया है.
संगीता: बहुत अच्छा! भगवान ऐसी औलाद
सबको दें.
एक औरत दुसरी से: जब तेरा तलाक
ReplyDeleteहुवा था तब तो एक ही बच्चा था
और अब ३ कैसे?
दुसरी बोली:
वो कभी कभी माफ़ी मँगाने आ जाते थे...
jo log btc kar chuke hai aur tet qualified bhi hai une to niyukti nahi mil rahi hai to baki ko kase mil sakti hai..???
ReplyDeleteIs desh ke karndhar desh ke vikas ki bajay apni jebon ka vikas kar rhe hain......kise chinta hai schools me teachers ki kami ki.......kise chinta hai desh ke naunihalo ki......kise chinta hai berojgaro ki..........???
ReplyDeleteaaj desh ki sabse badi problem hai badhati jansankhya jis din 2 bacchon ka niyam yahan jayega , kuch vikas ho sakta hai. lakin ye asambhv hai , kyonki ye neta to hamen drarm, jaati,biradri me bantkat apna ullu seedha karna chahte hain.
hi.
ReplyDeletefrnds.
how r u
intjar 7 december ka.
ReplyDeletefriday ko abhi tak honourable tondon g double bench mai hearing ki hai to kya us din hearing possible hai .ab lagta hai ye bharti ram bharose hai .is this the india of our dream ?
ReplyDeletethere is nothing else only but wait n watch .
ReplyDeletedr.amit agrahari says
ReplyDeletemai bataun bharti honi hai wo bhi bumper bharti honi hai sarkar sahi samay ka intezar kar rahi hai karan gov. ko pata hai ki suprem court ka adesh 6 month yani march 13 tak shichko ki bharti karke sc report dena tatha ncte ki guideline ka palan karna aur sarv sicha abhiyan ko march 13 tak puri tarah lagu karna means 30 ladko par ek teacher inki majboori hai yani inhe har hal mai vote bank ke nam par bharti karni padegi karan chunav se pahle inhe apni parti ka ghosra patra jari karna padega to usme kya uplabdhi likhenge is lia nischit rahe bharti jaldi hogi apka dr.amit agrahari by
http://uptetnews.wapka.mobi
amit ji jald hi ctet nov 2012 ka result aa jayega or abhyarthiyon ki sankhya badhegi jisase merit bhi badhegi. aise me wo hi nishchint rah sakta hai jiski merit achchhi ban rahi hai.
Deleteo k friends good night .if we read govt 's mind we can easily conclude that govt is not in favour of any recruitment right now .only court can remove this hurdle but it will certainly take some time till then relax .have a sweet dream .
ReplyDeleteHi good morning
ReplyDeletesc/st 50%marks per pass wale sathiyo 10 decembar ko allahabad cumpney gardan m badi miting rakhi gae h vahan pahunch kar age ka rasta nikalna h, ghabraney ki koi bat nahi h hamari bakil se or sc/st ayog se bat ho gai h hame ab akhari mangil tak pahunchana h,aap shabhi vahan 10am jayada se jayada pahunche ,, .R.P.Singh
ReplyDeleteup wale aap log khushi mano.hum mp walo per to abhi bhi vigyapn jari hone ka wait ker rahe hai. up wale best of luck....
ReplyDeleteup wale aap log khushi mano.hum mp walo per to abhi bhi vigyapn jari hone ka wait ker rahe hai. up wale best of luck....
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