Saturday, February 18, 2012

UPTET : On Police Remand, Former Director Sanjay Mohan gave important informations

1 comment:

  1. क्या उत्तर प्रदेश मैं लोकतंत्र बचा है ??? मुझे तो नही लगता


    विगत 29 - 30 मई को विधान सभा के सामने यू पी टी इ टी के अभ्यार्थियों पर पुलिस द्वारा बार बार किये गए लाठी चार्ज से तो यह बिलकुल नही लगता की यू पी मैं लोकतंत जिन्दा हैं मैं इस ब्लॉग के माध्यम से डी ज़ी पी पुलिस तथा माननीय मुख्यमंत्री जी से यह पूछना चाहता हु की लोकतंत्र मैं अपनी बात को शांति पूर्वक कहने का हक़ देश के सभी लोगो को है फिर भी आपकी पुलिस ने बर्बरता पूर्वक तरीके से तमाम टी इ टी अभ्यार्थियों जिनमे महिलाये भी थी पर लाठी चार्ज किया साथ ही साथ महिलाये तथा यू पी टी इ टी के अभ्यार्थियों को घसीट घसीट कर मारा (इश्को कई चेंनल ने लाइव भी दिखाया )

    जबकि अधिकांश यू पी टी इ टी के अभ्यार्थियों हांथो मैं तिरंगा लिए हुए थे फिर भी उनको घसीट घसीट कर मारा गया मुख्य रूप से उप निरीक्षक शिव नारायण सिंह ने तो ब्द्तामाजी की सारी हद पार कर दी उन्होंने महिलायो के साथ बद्तामिगी की और उनको पटक पटक कर मारा

    इस पूरे घटनाक्रम से ब्रिटिश शाशन की याद ताजा हो जाती है क्योंकि ब्रिटिश शाशन मैं भी हिन्दुस्तानियों को इशी प्रकार पीटा जाता था

    मेरा माननीय मुख्य मंत्री जी से केवल इतना प्रश्न है की स्वतंत्र भारत मैं हांथो मैं तिरंगा लेकर अपने ही चुने विधायकों के सामने अपनी बात शांति पूर्वक कहना अपराध है तो आपकी सरकार को इस बहादुरी पूर्वक कार्य के लिए लाख लाख बधाई परन्तु यदि आपको लगता है की यू पी टी इ टी अभ्यार्थियों के साथ अन्याय हुआ है तो सर्व प्रथम उप निरीक्षक शिव नारायण सिंह को बर्खास्त करते हुए यू पी टी इ टी अभ्यार्थियों के साथ न्याय करते हुए जल्द से जल्द इस मामले मैं सही निर्णय करने की कृपा करे संपूर्ण युवा शक्ति आपकी और उम्मीद से निहार रही है क्योंकि जब प्रदेश मैं पहली बार सबसे कम उम्र के मुख्य मंत्री ने शफथ ली तो पुरे परेश के युवको ने सोचा था की अब प्रदेश को पुरानी सोच से छुटकारा मिलगा और प्रदेश इक नई दिशा मैं आगे बढेगा

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