ललितपुर। टीईटी छात्रसंगठन ने एक बैठक आहूत कर अपने हक़ की खातिर कड़े संघर्ष को तैयार रहने का आह्वान किया।
वक्ताओं ने कहा कि टीईटी के मामले में हो रही गिरफ्तारियों से वे इस संशय के दौर से गुजर रहे हैं, कि उनकी मेहनत पर पानी न फिर जाए। छात्रों ने कहा टीईटी में सफलता अर्जित करने के लिए छात्रों ने कोचिंग व पाठ्य पुस्तकों के लिए हजारों रुपये खर्च किए। उत्तीर्ण होने के बाद भर्ती प्रक्रिया में भी काफी धन वहन किया। बावजूद इसके मौजूदा हालात एक बेरोजगार के लिए गरीबी में आटा गीला होने के समान हैं। टीईटी निरस्त होने से एक दो नहीं, अपितु लाखों छात्र प्रभावित होंगे। इन हालातों को दृष्टिगत रखते हुए सामूहिक रूप से मांग की गई कि टीईटी की जांच जल्द समाप्त कराई जाए। निर्दोष छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ न किया जाए, जो अधिकारी एवं छात्र घोटाले में संलिप्त हो उन्हें ही कड़ी सज़ा दी जाए। बैठक में शामिल सदस्यों को टीईटी बचाओ मुहिम छेड़ने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर रवींद्र साहू, अंतिम जैन, रिचा जैन, आलोक त्रिपाठी, अमित, देवेंद्र कुशवाहा, महेश बबेले, राहुल नायक, दीप्ति, सुमनेश, संध्या, बबलू, श्वेता, नीलेश पुरोहित, राहुल तिवारी, प्रतीक, लखन, सुरेश, विजय,आनंद, देवेंद्र, मनोहर, आलोक गुप्ता, रमेश अहिरवार, मुकेश कुशवाहा, विवेक राजपूत, महेंद्र निरंजन एवं रामचरन कुशवाहा आदि ने अपनी मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल, मानवाधिकार मंत्रालय, मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को भेजने का निर्णय लिया।
वक्ताओं ने कहा कि टीईटी के मामले में हो रही गिरफ्तारियों से वे इस संशय के दौर से गुजर रहे हैं, कि उनकी मेहनत पर पानी न फिर जाए। छात्रों ने कहा टीईटी में सफलता अर्जित करने के लिए छात्रों ने कोचिंग व पाठ्य पुस्तकों के लिए हजारों रुपये खर्च किए। उत्तीर्ण होने के बाद भर्ती प्रक्रिया में भी काफी धन वहन किया। बावजूद इसके मौजूदा हालात एक बेरोजगार के लिए गरीबी में आटा गीला होने के समान हैं। टीईटी निरस्त होने से एक दो नहीं, अपितु लाखों छात्र प्रभावित होंगे। इन हालातों को दृष्टिगत रखते हुए सामूहिक रूप से मांग की गई कि टीईटी की जांच जल्द समाप्त कराई जाए। निर्दोष छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ न किया जाए, जो अधिकारी एवं छात्र घोटाले में संलिप्त हो उन्हें ही कड़ी सज़ा दी जाए। बैठक में शामिल सदस्यों को टीईटी बचाओ मुहिम छेड़ने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर रवींद्र साहू, अंतिम जैन, रिचा जैन, आलोक त्रिपाठी, अमित, देवेंद्र कुशवाहा, महेश बबेले, राहुल नायक, दीप्ति, सुमनेश, संध्या, बबलू, श्वेता, नीलेश पुरोहित, राहुल तिवारी, प्रतीक, लखन, सुरेश, विजय,आनंद, देवेंद्र, मनोहर, आलोक गुप्ता, रमेश अहिरवार, मुकेश कुशवाहा, विवेक राजपूत, महेंद्र निरंजन एवं रामचरन कुशवाहा आदि ने अपनी मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल, मानवाधिकार मंत्रालय, मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को भेजने का निर्णय लिया।
News : Amar Ujala (29.2.12)
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