सचिव पद से हटाई गई प्रभा, वासुदेव ने संभाला चार्ज
(UPTET : Prabha Tripathi Removed, Vasudev take charge as a New UP Board Secretary)
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में घोटाला उजागर होने और निदेशक के गिरफ्तार होने के बाद से दफ्तर नहीं आ रहीं सचिव प्रभा त्रिपाठी को शासन ने हटा दिया है। उन्हें माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है। चुनाव आयोग की हरी झंडी मिलने के बाद अपर निदेशक (महिला शिक्षा) वासुदेव यादव को परिषद के नए सचिव के रूप में तैनाती दे दी गई है। गुरुवार को निदेशक, माध्यमिक शिक्षा सीपी तिवारी ने उन्हें परिषद कार्यालय में सचिव पद का कार्यभार ग्रहण कराया।
नए सचिव वासुदेव यादव को कार्यभार ग्रहण कराने के बाद मीडिया से मुखातिब सीपी तिवारी ने बताया कि पूर्व सचिव प्रभा त्रिपाठी मेडिकल लीव पर हैं। उनकी मेडिकल लीव शुक्रवार को खत्म हो रही है। फिलहाल शासन ने उन्हें माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से संबद्ध कर दिया है। जल्द ही प्रभा निदेशालय में अपना कार्यभार ग्रहण करेंगी। उन्होंने बताया कि यह निर्णय 66 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा में कोई व्यवधान न आए इसलिए लिया गया है। जब वह मेडिकल लीव पर थीं और शासन को इस बात की जानकारी थी तो उनको कुछ दिन का और मौका क्यों नहीं दिया गया इस सवाल के जवाब में सीपी तिवारी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा सिर पर है और तैयारियों के लिहाज से एक-एक दिन महत्वपूर्ण है ऐसे में सचिव जैसे पद पर और अनुपस्थिति बोर्ड परीक्षा की तैयारियों पर प्रतिकूल असर डालती। यह 66 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य का सवाल है। लिहाजा यह निर्णय लेना पड़ा।
निदेशक सीपी तिवारी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा में हुई धांधली और घोटाले पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद शासन को तय करना है कि टीईटी का क्या किया जाए।
इनसेट
66 लाख बच्चों की परीक्षा कराना पहली प्राथमिकता
पदभार ग्रहण करने के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद के नए सचिव वासुदेव यादव ने कहा कि 66 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा सकुशल और नकल विहीन कराना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। यह लाखों छात्रों के भविष्य का सवाल है। इसमें किसी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। बोर्ड परीक्षा की तैयारियों की नियमित समीक्षा की जाएगी। उत्तर पुस्तिकाएं, डेस्क स्लिप, एडमिटकार्ड व अटेंडेंस स्लिप आदि को समय से पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है। बोर्ड परीक्षा की तैयारियां 75 प्रतिशत तक पूरी हो गई हैं। बाकी बचे काम को भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
News : Jagran (23.2.12)
(UPTET : Prabha Tripathi Removed, Vasudev take charge as a New UP Board Secretary)
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में घोटाला उजागर होने और निदेशक के गिरफ्तार होने के बाद से दफ्तर नहीं आ रहीं सचिव प्रभा त्रिपाठी को शासन ने हटा दिया है। उन्हें माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है। चुनाव आयोग की हरी झंडी मिलने के बाद अपर निदेशक (महिला शिक्षा) वासुदेव यादव को परिषद के नए सचिव के रूप में तैनाती दे दी गई है। गुरुवार को निदेशक, माध्यमिक शिक्षा सीपी तिवारी ने उन्हें परिषद कार्यालय में सचिव पद का कार्यभार ग्रहण कराया।
नए सचिव वासुदेव यादव को कार्यभार ग्रहण कराने के बाद मीडिया से मुखातिब सीपी तिवारी ने बताया कि पूर्व सचिव प्रभा त्रिपाठी मेडिकल लीव पर हैं। उनकी मेडिकल लीव शुक्रवार को खत्म हो रही है। फिलहाल शासन ने उन्हें माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से संबद्ध कर दिया है। जल्द ही प्रभा निदेशालय में अपना कार्यभार ग्रहण करेंगी। उन्होंने बताया कि यह निर्णय 66 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा में कोई व्यवधान न आए इसलिए लिया गया है। जब वह मेडिकल लीव पर थीं और शासन को इस बात की जानकारी थी तो उनको कुछ दिन का और मौका क्यों नहीं दिया गया इस सवाल के जवाब में सीपी तिवारी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा सिर पर है और तैयारियों के लिहाज से एक-एक दिन महत्वपूर्ण है ऐसे में सचिव जैसे पद पर और अनुपस्थिति बोर्ड परीक्षा की तैयारियों पर प्रतिकूल असर डालती। यह 66 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य का सवाल है। लिहाजा यह निर्णय लेना पड़ा।
निदेशक सीपी तिवारी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा में हुई धांधली और घोटाले पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद शासन को तय करना है कि टीईटी का क्या किया जाए।
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66 लाख बच्चों की परीक्षा कराना पहली प्राथमिकता
पदभार ग्रहण करने के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद के नए सचिव वासुदेव यादव ने कहा कि 66 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा सकुशल और नकल विहीन कराना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। यह लाखों छात्रों के भविष्य का सवाल है। इसमें किसी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। बोर्ड परीक्षा की तैयारियों की नियमित समीक्षा की जाएगी। उत्तर पुस्तिकाएं, डेस्क स्लिप, एडमिटकार्ड व अटेंडेंस स्लिप आदि को समय से पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है। बोर्ड परीक्षा की तैयारियां 75 प्रतिशत तक पूरी हो गई हैं। बाकी बचे काम को भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
News : Jagran (23.2.12)
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