टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने अखिलेश का पुतला फूंका
(UPTET : TET Passed Candidates Burn Mannequin of Akhilesh Yadav, SP)
बलिया। सपा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव के टीईटी परीक्षा को निरस्त करने के बयान से छात्रों में आक्रोश है। छात्रों ने उनके इस बयान की तीव्र निंदा की है। इसके साथ ही अखिलेश यादव को बयान सुधारने की बात कही है। जारी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को टीईटी प्राप्तांकों के आधार पर करने की मांग की है। इसके पूर्व छात्रों ने टीडी कालेज चौराहे पर सपा प्रदेश अध्यक्ष का पुतला फूंककर विरोध किया। इसके उपरांत टीडी कालेज के मैदान में बैठकर कर उनको राजनीति का कच्चा खिलाड़ी कहा।
बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि क्या हमारे बीच वोट मांगने वाले नेताओं को ‘टीईटी की अनिवार्यता’ संबंधित कानून की बात पता नहीं है? जब शिक्षक बनने के लिए छात्र टीईटी परीक्षा अपने मेहनत से पास करता है तो उसको रद्द करने वाला बयान छात्रों की योग्यता मेहनत, धन तथा भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाला है। टीईटी परीक्षा का विरोध करने वाले नेता तथा उनकी पार्टी का छात्र पुरजोर विरोध करेंगे। इस संबंध में व्यापक आंदोलन करने का निर्णय लिया जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि क्या हमारे बीच वोट मांगने वाले नेताओं को ‘टीईटी की अनिवार्यता’ संबंधित कानून की बात पता नहीं है? जब शिक्षक बनने के लिए छात्र टीईटी परीक्षा अपने मेहनत से पास करता है तो उसको रद्द करने वाला बयान छात्रों की योग्यता मेहनत, धन तथा भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाला है। टीईटी परीक्षा का विरोध करने वाले नेता तथा उनकी पार्टी का छात्र पुरजोर विरोध करेंगे। इस संबंध में व्यापक आंदोलन करने का निर्णय लिया जाएगा।
दिखावे के लिए भ्रष्टाचार का विरोध करने वाले नेता क्यों भ्रष्ट तरीकों से नकल के बल पर प्राप्त उच्च अंकों वाली ‘व्यर्थ डिग्री’ के आधार पर शिक्षक नौकरी को प्रसाद बनाकर बांटना चाहते हैं। क्या इस प्रदेश में नकलची तत्व ही शिक्षक बनने के पात्र होंगे? बैठक में नागेंद्र कुमार यादव, कमलेश यादव, मुन्ना राम, गोपाल जी, सुरेंद्र सिंह, विद्यानंद चौहान, सतीश सिंह, मनीष पांडेय, मंजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
News : Amar Ujala (3.1.12)
bht sahi kiya aisa hi krna chahiye tha mera b samarthan hai tum sb logo ko
ReplyDeleteashish rajvanshi
ReplyDeletegood news
dear tet holders
ReplyDelete10 feb ke disision ke baad ek badi meeting ka aayojan hona chahiye jisme ya to court ko dhanyawad parstav parit karna chahiye ya court ka disision against aane par aage ki ranniti banani chahiye ye hi waqt hai kyonki electiont ke time par har baat suni jati hai tatha neta wade bhi kar lete hain.
ashish rajvanshi 9927756345 muzaffarnagar