JUNIOR SHIKSHAK KI COUNSELING KARA CHUKE LOGO KA KRAMIK ANSHAN AAJ BHEE JAREE RAHA
KYA KEH RAHE HAIN YE LOG :
आलोक कुमार सिंह
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हमपर लाठियाँ पड़ी, बहन शालिनी यादव ,बिंदु मिश्रा,
रूचि वर्मा, शिल्पी कटियार, सुलेखा सिंह और बाकी छह बहनों ने भी लाठियों से सामना किया,
जानवरों से भी बदतर व्यवहार हुआ,
हम तबभी टिके हैं रूके हैं , और अडिग हैं तबतक नहीं हटेंगे जबतक हमें मंजिल नहीं मिल जाती, संवेदना और
करूणा की मूर्ति होती हैं स्त्रियाँ बहनों आप भी जगाओ अपनी संवेदना को और अब आ जाओ, अब तो न
लाठियाँ पडनी है न दुर्व्यवहार सहना है बस अब नियुक्ति पत्र के साथ इन लाठियों का हिसाब लेना है,
आपके भाई बहन यहाँ है और तबतक रहेंगे जबतक हमें हमारा हक नहीं मिलता, आप भी आओ
क्योंकि आपको भी नियुक्ति पत्र मिलेगा सिर्फ हमें ही नहीं , और संख्याबल के साथ ही हम यह लडाई जीत सकते हैं जो आप भाईयों बहनों के घर छोड़कर रजाई छोडकर
निकलने पर ही सम्भव हैं
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