Monday, April 1, 2013

Ward of D.M may study in UP Basic School


परिषदीय स्कूल में पढ़ेंगे डीएम साब के बच्चे!

Ward of D.M may study in UP Basic School

बरेली : जिले के डीएम से लेकर बाबू तक का बच्चा परिषदीय स्कूल में पढे़गा। क्या हुआ आपको कुछ अटपटा लगा। लगना स्वाभाविक भी है। कहां आइएएस का बेटा और कहां परिषदीय स्कूल। लेकिन आज नहीं तो हो सकता है कल यह सच हो जाए। इस असंभव मुहिम का आगाज करने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने इसके लिए कमर कस ली है

एसोसिएशन स्कूल चलो अभियान के समानांतर जिस मुहिम को चलाने जा रही है, वह काफी रोमांचक और उत्साह पैदा करने वाली है, अगर शासन और प्रशासन इसे गंभीरता से ले। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि छात्र संख्या कम होने और शिक्षण गुणवत्ता को निखारने के लिए अब तक के नुस्खे कारगर नहीं हो पाए। सरकार के स्कूल, सरकार के लोग और फिर भी परिषदीय स्कूलों से ज्यादा पब्लिक स्कूलों पर ज्यादा विश्वास कैसे पैदा हो रहा है? जबकि संसाधनों की कोई खास कमी नहीं है। एसोसिएशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष दुष्यंत चौहान ने कहा कि स्कूल में पढ़ाने के बाद शिक्षामित्र अपने गांव और वार्ड में घर-घर जाकर इस मुहिम को बड़े बदलाव के लिए आंदोलन की शक्ल देंगे। संगठन ने तय किया है कि पूरा समाज अधिकारियों, शिक्षकों और हम शिक्षामित्रों पर भी नैतिक दबाव बनाए कि हमारे बच्चे परिषदीय स्कूलों में पढ़ें। पहले चरण में हस्ताक्षर अभियान के साथ फेसबुक पर समर्थन मांगने का अभियान चलाया जाएगा। जो अधिकारी, शिक्षक या शिक्षामित्र अपने बच्चों का प्रवेश नहीं कराएंगे, उनके नाम और पद सार्वजनिक किए जाएंगे। उसी सूची में यह भी बताया जाएगा कि उनके बच्चे किस स्कूल से शिक्षा ले रहे हैं और फीस क्या है? एसोसिएशन के मंडल मंत्री चरन सिंह ने कहा कि शिक्षामित्र से लेकर डीएम तक के बच्चों का परिषदीय स्कूल में होना सालभर में इन स्कूलों की कायापलट कर देगा। विभाग के मंत्री से लेकर अधिकांश बड़े अधिकारी इन्हीं स्कूलों की फसल हैं, जिसको लेकर गर्व किया जा सकता है।

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वर्जन------

यह मुहिम काफी सराहनीय है। ऐसा होना चाहिए, लेकिन किसी के व्यक्तिगत मत को रोका नहीं जा सकता। ऐसी कोशिश में मेरा सहयोग रहेगा।

- चंद्रकेश सिंह यादव, बीएसए


News Source : Jagran (Updated on: Mon, 01 Apr 2013 06:28 PM (IST)) 
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If it happens then it will be a very good step. Quality of schools/education may positively affected through this.
If One Education System will implement in India , And all beuracrates / politicians / ministers ward will educate from such institutions then Quality of Education in such schools will be possibly increased as such institution comes in direct attention of officers.

3 comments:

  1. Siksha mitra pahle apna prashiks har pura kare fir bad me ukharen. Aur kuch b ed walon ke liye chor de.

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  2. Siksha mitron ke sahare school chalate ho aur tamanna rakhte ho ki prt me sudhar ho jo asambhav hai.

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  3. sahi kaha Anwar

    Gunank Jindabad!!

    MNo. 9808664433

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