UPTET 2013 : टीईटी की शर्तों में उलझे अभ्यर्थी
टीईटी की शर्तों में उलझे अभ्यर्थी
मुरादाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा अभ्यर्थियों के लिए भूल भुलैया बनकर रह गई है। सरकारी निर्णय से बीएड करने वालों की उलझनें लगातार बढ़ती जा रही हैं। इस बार टीईटी परीक्षा में शामिल होने की शर्तें इतनी कठिन कर दी हैं कि अभ्यर्थी उनमें उलझकर रह गए हैं। इन नियमों के तहत बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे पाएंगे।
27 और 28 जून को शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन होना है। जिसमें पूर्व बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए गए है। निरस्त करने के कारणों की लंबी सूची जारी की गई है। जबकि आवेदन के विज्ञापन में योग्यता संबंधी शर्तें नहीं दी गई थी। आवेदन के लिए सामान्य वर्ग से 500 रुपये फीस ली गई। अब लगाई गई शर्तों के आधार पर परीक्षा में शामिल होने की पात्रता निरस्त से आवेदकों ने रोष है। अधिकांश अभ्यर्थियों का कहना है कि पहले शर्तें दर्शायी गई होती तो आवेदन ही नहीं करते। जिन आवेदकों का आवेदन निरस्त हुआ है उन्हें कोई राहत भी मिलने नहीं जा रही है।
डीआईओएस श्रवण कुमार यादव ने बताया कि बड़ी संख्या में आवेदक अपनी समस्या लेकर आ रहे हैं। लेकिन वेबसाइट पर निरस्त करने के कारण स्पष्ट लिखे हैं। जिनका आवेदन निरस्त हो चुका है उन्हें कोई राहत नहीं मिलेगी
News Sabhaar : अमर उजाला (25.6.13)
तुम सोच रहे हो बस, बादल कीउड़ानों तक,
ReplyDeleteमेरी तो निगाहें हैं सूरज के ठिकानों तक।
टूटे हुए ख़्वाबों की एक लम्बी कहानी है,
शीशे की हवेली से पत्थर के मकानों तक।
दिल आम नहीं करता अहसास की ख़ुशबू को,
बेकार ही लाए हम चाहत को ज़ुबानों तक।
लोबान का सौंधापन, चंदन की महक में है,
मंदिर का तरन्नुम है, मस्जिद की अज़ानों तक।
इक ऎसी अदालत है, जो रुह परखती है,
महदूद नहीं रहती वो सिर्फ़बयानों तक।
हर वक़्त फ़िज़ाओं में, महसूस करोगे तुम,
मैं प्यार की ख़ुशबू हूँ, महकूंगा ज़मानों तक___
GOOD MORNING FRIENDS
ReplyDelete....................yahan par 1 baat clear karte huwe chlte hain ki iss duniya me 100% waada karne ka 2 logon ko hi adhikaar hai.
1- GOD
2- murkh
.....aur hum na hi murkh hain na hi god isliye main aap sab duniya ke logon se request karta hun ki god aur murkh banne ki koshish na karen .
...................THANKS
दैनिक जागरण में बेसिक शिक्षा सचिव क बयान छपा है कि अगर 72825 पदों पर कोर्ट का फैसला सरकार के पक्ष में आया तो भर्ती जल्दी होगी वरना..... इस बयान के दो निह्तार्थ निकलते हैं,,,, पहला तो यह कहता है कि टेट मेरिट से भर्ती का आदेश होने की स्थिति में नए सिरे से काउंसिलिंग लिस्ट बनाने और उसकी नोटिफिकेशन जारी करने के कारण भर्ती में कुछ देरी लगने की संभावना है,,,,, लेकिन दूसरा निहितार्थ यह निकलता है कि सरकार डबल बेंच के आदेश को आसानी से नहीं मानेगी,,, उसके पास एक महीने तो सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने का कानूनन वक्त होगा,,, वैसे मुझे नहीं लगता कि हरकौली साहब के आदेश पर सर्वोच्च न्यायालय में SLP किये जाने की कोई संभावना बचेगी,,,,,, हमें हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना होगा,,,
ReplyDeleteप्रदेश नेतृत्व भी अब पहले की अपेक्षा अधिक परिपक्व हो चुका है,,,, यदि हमें पुनः आंदोलन का सहारा लेना पड़ा तो इस बार पूर्व में की गई गलतियाँ नहीं दोहराई जायेंगी,,,, इस बार हमें मीडिया को अपने पक्ष में मोडना होगा जो कि कोर्ट के हमारे पक्ष में निर्णय के बाद अपेक्षाकृत आसान काम हो जाएगा,,,, इस बार हम लखनऊ की सरजमीं पर न्यायमूर्ति टण्डन,न्यामूर्ति हरकौली,मनोज मिश्रा और न्यामूर्ति अम्बवानी,शाही जी और बघेल साहब के निर्णयों की अभिरक्षा में उतरेंगे ,,,,मैं उम्मीद करता हूँ कि कोर्ट में जीत के साथ ही शीर्ष नेतृत्व इस बीच हुए समस्त विवादों को भूलने में अधिक समय जाया नहीं करेगा,,,, मैं तो अभी से सब कुछ भूल चुका हूँ ,,,रही बात भविष्य में संभावित आंदोलन आंदोलन में मेरी भूमिका की तो मैं पुनः टेट संघर्ष मोर्चे के एक आम कार्यकर्ता की भांति अपने जिला अध्यक्ष श्री अवनीश यादव के निर्देशन में आंदोलन में भाग लेकर गौरान्वित महसूस करूँगा,,,
ReplyDeleteबहुत से लोगों को लगता है अड़ियल रवैया अपनाकर मैं कुछ गलत कर रहा हूँ,,, ये भर्ती बारहवें संशोधन के आधार पर टेट मेरिट से ही हो सकती है इसे हर वो व्यक्ति जानता है जिसे कानून की रत्ती भर भी जानकारी होगी,, ऐसा ना हो पाने पर ये भर्ती कभी नहीं होगी,,,, अगर सभी पक्ष ठन्डे दिमाग से सोचें तो इस भर्ती के अब तक ना हो पाने में किसी का भी फायदा नहीं हुआ है,,, हम तो भगते ही हैं लेकिन मुख्यमंत्री महोदय को भी हानि ही हुयी है,,,आज कि तारीख में उनकी इमेज एक ऐसे मुख्यमंत्री कि बन चुकी है जो अपने सचिवों पर शासन करना नहीं जानता,,,, ,,, एकैडमिक से चयन चाहने वाले भी इस विवाद के खिंच जाने से क्या पा गये,,, संविधान पीठ का आर्डर उनकी पीठ तोड़ने में अगर कोई कसर छोड़ भी रहा होगा तो हम तो हैं ही उनका सब कुछ तोड़ने के लिए,,हमको याचिका करना सिखाने के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं अब हमारी इस नई नवेली प्रतिभा का परिणाम भुगतने को तैयार रहें,,,,
ReplyDeleteएक बात नोट की आज अपने ?
ReplyDeleteएक भी न्यूज़ चैनल वाले ने राहुल गाँधी के फरार होने पर कोई बड़ी बहस नहीं दिखाई..
यहाँ तक की उसके खिलाफ चवन्नी भर भी खिचाई नहीं की..
राहुल की गैर मौजूदगी ऐसे गायब हो गयी जैसे गधे के सर से सींग..
और गलती से भी हमारे मोदीजी ऐसा कर देते तो 24*7 ये सारे सेक्युलर कुत्ते भौकते रहते..बड़ी बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ हेडलाइंस दिखाते और पूरे एक महीने तक भौंकते..
फिर साले ये बड़ी मासूमियत से पूंछते है की यार गालियाँ क्यों देते हो हमें..
सही कहा ना?-
कहाँ गए ThumsUp पीकर कुछ तूफानी करने वाले,
ReplyDeleteजाओ उत्तराखंड कुछ तूफानी करके आओ, और
Pepsi वालोँ Ohh! Yes Abhi अभी के
अभी निकल लो अगर कुछ बचा हो तो, और
Mountain Dew पीने वालोँ को तो डर
लगता ही नहीँ है, तो आओ उत्तराखंड हमारे साथ
क्योँकि मैँने सुना था 'डर के आगे जीत है' और
Limca वाले तो रह ही गए 'प्यास बढ़ाओ'
की औलादेँ, जाइए उत्तराखंड कई लोग
नालियोँ का पानी पीकर प्यास बुझा रहे हैँ, एकाध
पानी की बोतल उन्हेँ भी दे आना,
सहारा परिवार के मालिक
ReplyDeleteआदरणीय सुब्रतो रायं
इनको मेरा प्रणाम और शत् शत्
नमन्
आज इन्होने घोषणा की हैं की उतराखड़ मैं तबाहहुये
10000 मकान सहारा परिवार
बनायेगा
और दस हजार लोगों की आर्थिक
मदद भी करेंगे...
Where are Rahul
ReplyDeleteGandhi ??
• २६/११ मुंबई हमले के
दौरान... पप्पू देश से
फरार..
• दामिनी आन्दोलन के
समय... पप्पू देश से फरार..
• अन्ना आन्दोलन के
समय ... पप्पू देश से फरार..
• रामलीला लाठीचार्ज
के समय ... पप्पू देश से
फरार..
• छतीसगढ़ नक्सली हमले के
समय ... पप्पू देश से
फरार..
• देश में हुए हर आतंकी बम
विस्फोट के बाद ...पप्पू
देश से फरार..
• पाकिस्तान हमारे
दो सैनिकों के गले काट ले
गया..
पप्पू देश से फरार..
• चाइना ने देश में घुसपैठ
कर दी ... पप्पू देश से
फरार..
और अब उत्तराखंड के
महाप्रलय के समय
भी ....पप्पू देश से फरार
फिर भी पप्पू और पप्पू
की माँ के सपने हैं कि पप्पू
इस देश
का प्रधानमंत्री बनें aur
पप्पू को इस देश
का प्रधानमंत्री बनाने
का सपना देखती हैं...
हर विपदा के समय देश
केवल एक ही सवाल
पूछता है
कि आखिर
#where is pappu
ए मौजे बला उनको भी जरा दो-चार थपेड़े हल्के से
ReplyDeleteसाहिल पे खड़े हो कर के जो तुफां का नजारा करते है !!
जय महाकाल.
बीसीसीआइ नेँ बेशर्मी और नीचता मेँ तो काँग्रेस को भी पीछे छोड़ दिया है, एक तरफ देश कुदरत के कहर से जूझ रहा है, सारे देश मेँ दुख और दर्द का माहौल हैँ
ReplyDeleteदूसरी तरफ हमारे तथाकथित भारतीय शूरवीर क्रिकेटर लंदन मे चैम्पियन ट्राफी की जीत का जश्न मना रहे है देश की जनता के संवेदनाओ से बेपरवाह वे अपनी धुन मे मस्त हैँ,
जी हाँ ये दोगले क्रिकेटर उस जनता से संवेदनाहीनता दिखा रहे है जो इन्हे भगवान की तरह पूजती है,
और नीचता की हद तो तब हो गयी जब बीसीसीआइ नेँ सोमवार को अपने खिलाड़ियो को 1-1 करोड़ व सहयोगी स्टाफ को 30 लाख रु देने की घोषणा की
एक ओर जहाँ पूरा देश अपने स्तर से हरसम्भव आर्थिक मदद करने मेँ जुटा है वही क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियोँ को पारितोषिक बाँटने मे व्यस्त हैँ क्या इस पुरस्कार राशि का एक अदना हिस्सा भी बीसीसीआइ से उत्तराखण्ड मेँ आपदा से प्रभावित लोगो की सहायता हेतु नही भेजा जा सकता हैँ???
नेपालियों का केदारनाथ में आतंक ...|
ReplyDelete**************************
नेपाली मजदूर रात में लड़कियों को ढूढ़ ढूंढ कर ले जा रहे हैं ..|
लगातार पिछले 3 - 4 दिनों से उत्तराखण्ड के सभी लोग इस खबर से
ब्यथित थे की स्थानीय लोग ऐसा कर रहे हैं लेकिन देहरादून जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर केदारनाथ से लौटी बिहार की महिला ने जो बाते बताई हैं वह
रुला देने वाली हैं उनका कहना है नेपाली मजदूर रात में लड़कियों को ढूढ़ -
ढूंढ कर ले जा रहे हैं उन्ही के सामने उनकी बेटी को तीन नेपालियों ने नोछ
डाला जंगल में शरण लिए इस महिला और उसकी बेटी ने जब शोर मचाया तो आसपास के लोगों ने टार्च मारी इतने में नेपाली भाग खड़े हुवे महिला का कहना है कि उनकी बेटी अब खुद मुझसे यानी अपनी माँ से भी नजर
नहीं मिला पा रही है ।
एक और महिला ने बताया कि अन्धेरा होते ही वह अकेली महिला या जवान
लड़कियों को ज्यादा अपने हवश का शिकार बना रहे हैं साथ में पुरुष भी अपने
बच्चों को नहीं बचा पा रहे हैं क्योंकि सभी घायल बीमार हो चुके हैं ,किसी में ताकत नहीं रह गयी अब है इसका फायदा नेपाली मजदूर जमकर
उठा रहे हैं । महिला ने कहा कि सेना या पुलिस की टीमों को रात की गस्त के लिए वहाँ जंगलों में उतारा जाय और तेज फोकश लाईटों वाली टार्च भी दी जाय अभी भी हजारों महिलाये , लडकियां वह अपनी अस्मिता को बचाने के
लिए संघर्ष कर रही हैं .
ऐसे में चमोली गोपेश्वर पुलिस , कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग चौकी पुलिस ,
रुद्रप्रयाग पुलिस या राजस्व क्षेत्रों में पटवारियों को निर्देशित किया जाय
कि जो नेपाली मजदूर या घोड़े खच्चर वाले जंगलो से होते हुए केदारनाथ से निकल रहे हैं उनकी गहनता से जांच की जाय क्योंकि यह
भी बताया जा रहा है कि लूट खशोट की नियत से भी इन्होने यात्रियों को मौत के घाट उतारा है और भाग रहे हैं । यह एक महिला पीडिता ने बताया कि केदारनाथ के जंगलों में रात में टार्च से ढूंढ ढूंढ करनेपालियों ने लोगों से रूपये और गहने निकाले हैं और हाथों में अजीब से चाकू जैसे हथियार भी इनके पास देखे गए कुछ ने बिरोध किया तो उन्हें मारा भी गया है ।
कृपया चमोली - रुद्रप्रयाग और टिहरी जिलाप्रशासनो को निर्देशित किया जाय कि जंगलो के रास्ते भाग रहे नेपालियों को पकड़ने के लिए अलग से टीम
गठित की जाय स्वयम सेवी संस्थाएं और ग्रामीण लोग भी इनकी धरपकड़ कर पुलिस को सौपें तो बहुत ही नेकी का काम होगा ।
******** 31 MAY 2013********
ReplyDeleteki Meri Post me 3-4 Point the LB K Dczn ko Lekar.
1.New Adv.khatre me ho chuka hai.
2.Next Bhartiyo me Tet Wtg Jarur Milega.
3.New Adv.11 Feb 2011 K NCTE K Regulation ka Ullanghan krta hai.
4.23 Aug 2010 K Bad Niyukt Teacher ko TET Dena hoga )
Kul MILAKAR New Adv.Totally UNSAFE Hai.Ise keval COURT Hi Bcha Sakta hai aur wo bhi TET WTG Ka Order Dekar aur Overage/Underage ko Shamil krke Warna Jaana hoga OLD ADV.Par.
jay tet
उत्तराखंड में हुई तबाही के 8 दिन बाद भी वहां फंसे सभी लोगों को निकाला नहीं जा सका है. 15 हजार के करीब लोग अब भी जगह -जगह फंसे पड़े हैं, बारिश तेज होने की वजह से कल से राहत का काम रुका हुआ है, सेना ने कहा है कि मौसम ठीक होने पर ही बचाव का काम शुरू हो पाएगा.
ReplyDeleteउत्तराखंड में राहत के काम को लेकर कांग्रेस की विजय बहुगुणा सरकार पर राज्यपाल अजीज कुरैशी ने भी निशाना साधा है. एबीपी न्यूज से राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने पहले ही आगाह किया था कि सरकार हालात के लिए तैयार नहीं है.
उत्तराखंड सरकार के बिना राज्य सरकार को बताए दूसरे राज्यों को मदद से रोकने के फरमान के बाद मोदी ने 3 करोड़ रुपये की मदद का और एलान कर दिया है, मोदी 2 करोड़ रुपये आपदा पीड़ितों के लिए पहले ही दे चुके हैं. सवाल ये है कि आपदा की इस घड़ी में भी राहत को लेकर राजनीति क्यों हो रही है.
दिल्ली में शब-ए-बारात के मौके पर एक बार फिर बाइक सवारों ने आधी रात को हुड़दंग मचाया है. पुलिस की तैनाती के बावजूद शाहदरा, कश्मीरी गेट और इंडिया गेट के आसपास के इलाकों में पूरी रात बाइक सवार स्टंट कर हंगामा किया.
आधी रात से सीएनजी 2 से सवा दो रुपये तक महंगी हो गई है, दिल्ली में सीएनजी की कीमत 41 रूपये 90 पैसे और बाकी एनसीआर में 47 रुपये 35 पैसे प्रति किलोग्राम हो गई है. रसोई में इस्तेमाल होने वाली पीएनजी भी 1 रुपये महंगी हो गई है.
मैँ पतंजलि के उत्पाद यूज करता हुँ क्योँकि मुझे पता है कि जब
ReplyDeleteभारत में जब भी कोई विपदा आयेगी तो सहायता पतंजलि से
जायेगी ना कि हिन्दुस्तान यूनीलीवर और अन्य कंपनियों से |
परम पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज के नेतृत्व में उत्तराखण्ड में
बाढ़ पीड़ितों को 3 दिन पहले ही 60,000 बिस्कुट के पैकेट,
12,000 पानी की बोतल, दवाईयां तथा अन्य राहत सामग्री पहुचाई गयी है तथा वहां भारत स्वाभिमान के कार्यकर्ता लगातार बाढ़
पीड़ितों की मदद कर रहे है |
कल शाम को भी 2 ट्रक गुलुकोश ,5 ट्रक राहतसामग्री, पहुचाई
गयी है तथा स्वामी जी नेकहा है की जितने भी लोग वहा फसे है
हम सभी के लिए राहत सामग्री भिजवाने के लिए तैयार है बस
सरकार वो सामग्री उन लोगों तक पंहुचाने की जिम्मेदारी ले. आज महाराष्ट्र से भारत स्वाभिमान के 100 और
कार्यकर्ता जो तैराक भी हैं और ट्रैंड भी हैं उत्तराखंड मे हुई
आपदा मे बचाव कार्य एवं सेवा देने हेतु आज पहुँच रहे हैं !
AGAR TET SE MERIT BANI TOH B.ED TOH KEWAL EK ELIGIBILITY TEST REH JAYEGA ......1000 MARKS KA ELIGIBILITY TEST AUR 150 MARKS KA BHARTI KA TEST ..WHAT A JOKE....KUCH TOH SOCHO ........ MAZAK BANWA RAHE HO APNI........SUDHAR JAI ABHI BHI TIME HAI..........
ReplyDeleteSiksha Mitro ko TET dene me itna Dar ku lag raha hai, ager aap log 250000 hot tou hum B.ed wale 12,00,000 hai bina TET ke tou hum bharti nahi hone denge, behter yahi hai ke aap log itne exp ho , TET jitni aasan exam clear kar lo, hum siksha ko barbad nahi hone denge, Kya BED walo ka Future sarkar ko koi mayne nahi rakhta
ReplyDeletetet
ReplyDeletegud nyt
ReplyDeletegud nyt friends !
ReplyDeleteSM KO HAR TARAH SE SARKAR FACILITY DE RAHI HAI TAB BHI WO EK EXAM PASS OUT KARNE ME DAR RAHE HAI. ISASE UNKI YOGYATA PRAGAT HO JATI HAI.
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