UPTET 2013 : जेएलएन कालेज केंद्र पर ‘मुन्नाभाई’ दबोचा
एटा। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के दूसरे दिन जेएलएन पीजी कालेज केंद्र पर एक ‘मुन्नाभाई’ दबोचा गया। आरोपी दूसरेअभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रहा था।शिकायत पर हुई कार्रवाई में
फर्जी परीक्षार्थी की पोल खुली। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। केंद्र व्यवस्थापक ने
दोनों (असली व नकली अभ्यर्थी) केविरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।जनपद में दूसरे दिन की शिक्षक
पात्रता परीक्षा में एक मुन्नाभाई को दबोचने में सफलता अर्जित की गई।जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय केंद्र पर आवेदक जलेसर क्षेत्र निवासी देवेंद्र प्रताप सिंह पुत्र नरोत्तम सिंह के स्थान पर आगरा के थाना एत्मादपुर के नगला रामबल निवासी अशोक कुमार पुत्र निरंजन सिंह परीक्षा दे रहा था। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसएस यादव के मोबाइल पर लगभग साढ़े ग्यारह बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने इस फर्जीवाड़े
की जानकारी दी।
मामले पर गंभीर बीएसए ने इसकी सूचना जेएलएन कालेज के प्राचार्य को दी। प्राचार्य ने केंद्र पर मौजूद
पर्यवेक्षक के साथ उक्त युवक से जानकारी की तो पहले तो उसने स्वयं को देवेंद्र बताया लेकिन वह प्राचार्य के
अन्य प्रश्नों का सही उत्तर नहीं दे सका। बाद में उसने स्वीकार कर लिया कि वह अशोक कुमार है। आरोपी के
विरुद्ध कोतवाली नगर में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। बताते चलें कि उक्त मुन्नाभाई ने प्रवेश पत्र पर
फोटो भी अपना लगा रखा था। इसके चलते कक्ष निरीक्षक उसे संदिग्ध नहीं मान सके।
दूसरे दिन उच्च प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में 7706 आवेदक थे। सुबह की पाली में 7003 आवेदकों के लिए बारह केंद्रों पर परीक्षा कराई गई। वहीं शाम की पाली में 703 आवेदकों के लिए दो केंद्र
बनाए गए थे।
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303 ने छोड़ी परीक्षा
एटा। दूसरे दिन की परीक्षा में 303 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। सुबह की पाली में 7003 परीक्षार्थियों में से
केवल 6759 ही शामिल हुए। वहीं शाम की पाली में पंजीकृत 703 आवेदकों में से 644 ने परीक्षा दी। ऐसे में सुबह 244 एवं शाम को 59 आवेदक अनुपस्थित रहे।
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कठिन पेपर देखकर चकराए अभ्यर्थी
एटा (ब्यूरो)। कठिन प्रशभनपत्र देखकर
अभ्यर्थी चकरा गए। सामाजिक विषय,
हिंदी, गणित एवं विज्ञान के
प्रशभनों को देखकर तो इन्हें पसीना आ
गया। विषय अध्यापक भी प्रशभनपत्र
को कठिन बता रहे थे।
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सब ने हल किए सब प्रशभन
एटा (ब्यूरो)। निगेटिव मार्किंग न होने
के चलते सभी अभ्यर्थियों ने शत प्रतिशत
प्रशभन हल किए। परिश्रमी आवेदकों ने
जहां पहले जानकारी के प्रशभन किए
वहीं बाद में अन्य प्रशभनों को हल कर
पूरा पेपर किया। तो वहीं कुछ ऐसे
अभ्यर्थी भी थे जो आंखें बंद कर इनके आप्शन
को टिक कर रहे थे।
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पारिश्रमिक देख चहके कक्ष निरीक्षक
एटा। अभी तक का सबसे
बड़ा पारिश्रमिक कक्ष निरीक्षकों के
लिए तोहफा बन गया। कालेज
की अनिवार्य ड्यूटी में
उदासीनता दिखाने वाले साहब लोग
भी यहां कमरों में दिखाई दिए।
सबका आकर्षण पांच सौ रुपये वह भी नकद
भुगतान था। ढाई घंटे की ड्यूटी के बाद
शिक्षकों की जेब में आया यह नोट उनके
उत्साह को बढ़ा रहा था।
सेवानिवृत्ति हो रहे कुछ शिक्षकों ने
स्वीकारा कि उनके सेवाकाल का यह सबसे
बड़ा पारिश्रमिक है
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