Saturday, September 15, 2012

UPTET : Blog Article By Mr. Shyam Dev Mishra


UPTET : Blog Article By Mr. Shyam Dev Mishra

****** नर हो  निराश करो मन को...******  *********************

टी..टीमेरिट से ७२८२५ प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती की कानूनी लड़ाई के सम्बन्ध में हाल में ही फेसबुक पे स्वयं इस लड़ाई के अगुवा द्वारा हुआ रहस्योद्घाटन या स्वीकारोक्ति,  कि उन्हें ११ सितम्बर की सुनवाई के चार दिन पहले से पता था किसरकारकोर्ट और कोर्ट के प्रभावशाली लोगो के बीच सांठ-गाँठ से यही स्थिति आनेवाली हैसे केवल और केवल टी..टीमेरिट से भर्ती की आस लगाये लोग हतप्रभ हैंसम्बंधित व्यक्तियों के नाम और अन्य विवरणों के बारे में लाख पूछने पर भी जवाबदेह लोगो की चुप्पी और ऊपर से आगे भी विश्वास रखने कि अपील का औचित्य अब अभ्यर्थियों को समझ में नहीं  रहाकुछ लोगो द्वारा यह कहा जाना कि २०० रुपये देकर २००००० रुपये का हिसाब पूछने का किसी को कोई हक़ नहीं है और जिसे कोर्ट केसेज की अबतक की हैंडलिंग से समस्या हैखुद  कर लड़ लेबड़े बचकाना या फिर बड़े ........... प्रतीत होते है

स्पष्ट हो चुका है कि चंद लोगो के हाथों में बागडोर सौंप कर केवल परिणाम की प्रतीक्षा ज्यादातर अभ्यर्थियों के लिए अस्वीकार्य हो गई हैसबसे पहले तो जान लें कि अपनी लड़ाई भले ही दूसरों के साथ मिलकर लड़ी जायेपर खुद भी लड़नी पड़ती हैइस दिशा में ११ सितम्बर से बाद अभ्यर्थियों द्वारा स्वयं कुछ करने के प्रयास शुरू हुए हैं जो हताश हो रहे अभ्यर्थियों को भी अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करने लगे हैंइस दिशा में  दिन पहले देवरिया के भाई प्रियरंजन वर्मा द्वारा वर्तमान लड़ाई से अलग एक अलग लड़ाई की शुरुआत हो चुकी हैउनके सगे मामा जीआदरणीय अमरेन्द्र शरण जी (पूर्व अतिरिक्त सोलिसिटर जनरलभारत सरकार २००४-२००९ एवं वर्तमान में सीनियर काउन्सिलसुप्रीम कोर्टसे उनके विचार विमर्श के आधार पर उन्हें पूर्ण विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट से हमें न्याय हर हाल में मिलेगावे इस लड़ाई में हर उस व्यक्ति का समर्थन चाहते है जो घर बैठकर रुपये देने के बजाय व्यक्तिगत रूप से अपनी भागीदारी निभाएविचार-विमर्श में  कर राय देनिर्णयों में साझीदार हो ताकि लड़ाई के किसी चरण में अपने किसी साथी से किसी प्रकार की शिकायत की आशंका  रहे.

व्यक्तिगत रूप से कानपूर के भाई रत्नेश पालप्रतापगढ़ से वरिष्ठ साथी भाई विवेक सिंह (अधिवक्ता), दिल्ली के भाई देवेन्द्र सिंह और तमाम गंभीर और सक्रिय साथियों ने इस मुहिम का स्वागत किया हैये सभी साथी इस मुहिम से  सर्फ सहमत हैं बल्कि विजय के प्रति आश्वस्त होकर एक नेता नहींएक आम अभ्यर्थी के रूप में जुड़ने को प्रतिबद्ध हैइन्होने अपने आस पास के जिलों और अपने संपर्क-क्षेत्र के लोगो को भी इस मुहिम से जोड़ने के प्रयास प्रारंभ कर दिए हैंमैं स्वयं टी..टीमेरिट से ही नौकरी पाने में सक्षम अभ्यर्थियों से अनुरोध करूँगा कि अगर एक पारदर्शी मुहिम का अंग बनकर अपने हक़ के लिए स्वयं सक्रिय रहकर किसी भी सीमा तक संघर्ष करना चाहते हैंइस या इस जैसे प्रयासों को अपना बल प्रदान करें ताकि दूसरों के भरोसे बैठे रहना कहीं आत्मघाती  सिद्ध हो जाये.
 नकारात्मक कमेंट्स बहुत आएंगे पर मेरे लिए वे निरर्थक हैपर जो इस तरह के प्रयासों में सहभागी होना चाहते हैंउनके कमेंट्सउनकी राय उनके प्रश्नसभी का स्वागत हैसहमत साथी अपना नामटी..टीरोल नंबर (प्राथमिक स्तर), अपना मोबाइल नंबर और अपना पताअपने फेसबुक आई.डीतथा अपने सुझाव  मेरे -मेल एड्रेस www.shyamdevmishra@gmail.com पर भेजे ताकि उपयुक्त बिन्दुओं को विचार-विमर्श के एजेंडे में शामिल किया जा सके और समय समय पर सार्वजनिक नहींआपसी संवाद हो सकेजल्द ही हम केवल ऐसे लोगो को लेकर एक ग्रुप बना कर मामले में विचार-विमर्श को केवल अपने साथियों तक सीमित रखने का भी कदम उठाएंगे और आगे का प्लान ऑफ़ एक्शन जानकारों या विशेषज्ञों से मशविरे के आधार पर आपस में मिलकर तय करेंगेपर यह सब तभी संभव है जब आने-वाले एक-दो दिनों में यह मुहिम सम्पूर्ण आकार ले ले और हमे विश्वास हो जाये कि इस लड़ाई को लड़ने के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्याबल उपलब्ध हैयहाँ हज़ारो मूकदर्शकों की तुलना में हम सैकड़ों सक्रिय सदस्यों को प्राथमिकता देते हैंस्थिति को अत्यंत गंभीर समझकर जल्द-से-जल्द प्रतिक्रिया देंअपने उन साथियों से भी अपने विवरण प्रेषित करने को कहें जो फेसबुक पर नहीं हैं पर इस मुहिम से जुड़ना चाहते हैमैं व्यक्तिगत रूप से हर बैठक में शामिल भले  रह पाऊं पर मुझसे इस लड़ाई में जिस किसी अभ्यर्थी ने अपेक्षा जताई हैउन्हें विश्वास दिलाता हूँ कि मैं आपके साथ यथासामर्थ्य सहयोग को प्रतिबद्ध हूँ पर अगर आप लड़ाई में  उतरे तो हार से बचना मुश्किल हैइसलिए आगे आये और अपनी लड़ाई को खुद लड़ें...  इस से ही सिद्ध होगा कि आप अपने हक़ के लिए लड़ना भी चाहते हैं या नहीं...

इच्छुक साथी अपडेट्स के लिए मेरी facebook ID shyamdevmishra के मेरे ग्रुप  
"Struggle for Right to Education Implementation : एक पहल"  पे भी सम्बंधित पोस्ट्स और 
कमेंट्स देखते रहें.   .    

केवल जानकारी के लिए संपर्क  करें पर गंभीर और कंधे-से-कंधा मिलाकर लड़ने को तैयार लोगो के हर प्रश्न-सुझाव का स्वागत है.. 


आपका साथी,
श्याम देव मिश्रा

1 comment:

  1. puri mile na aadhi kahbe..... bhai sab kyo logo ke pet pe lat mar rahe ho ..bharat ki yahi kamjori hai dusro ko dekh kar jalte hai ...janndgi bhar 40% lane bala aaj ladnne ki bat karta hai...itna ladne wala tha to kya padhne walo ke 80% nni dekhe aapne...ha kuch uper se marksheet banwa late hai per sabhi nai har kisi per lakho rupe ni hai bhai jaan,our jo banwate hai wo pakde bhi jate hai...so jo mile use le lo... ladi karni hai to kudh se karo ki tum kabhi 80% kyo ni la paye mere to tet me 117 hai our acadmic me 263 ab bato kis ke sath ladu...mujhe to job chaiiye ghar chalana hai...ladkar kisi ko mkbhi kuch ni mila our ab bhi kuch ni milega... om sai nath

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